डबवाली (लहू की लौ) पांच माह पूर्व डबवाली की दो आढ़ती फर्मों के गोदामों से हजारों रूपए की सरसों व गेहूं चोरी करने के मामलों की परतें पुलिस ने उधेडऩी शुरू कर दी हैं। पुलिस ने चोर गिरोह का केवल सुराग ही नहीं लगाया, बल्कि इस गिरोह के एक और सदस्य को काबू करके उससे 27 गट्टे गेहूं तथा तीन गट्टे सरसों के बरामद करने में सफलता अर्जित की है।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
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Lahoo Ki Lau
11 अगस्त 2010
सरे बाजार लड़की ने नोटों से भरा थैला उड़ाया
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर से कुछ दूरी पर ही स्थित एक पेस्टीसाईडस की दुकान के बाहर खड़े किसान के मोटरसाईकिल पर लटक रहे हजारों रूपए से भरे थैले अप-टू-डेट लड़की उड़ा ले गई। किसान को इसकी जानकारी दस मिनट बाद मिली। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे की है।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
विस्फोट मामले की होगी जांच-बादल
बठिंडा (सिगला/शर्मा) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मंगलवार को जोगीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने शनिवार को हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को ढांढस बंधाया। पीडि़त परिवारों को सहायता राशि के चैक भी दिए। मुख्यमंत्री बादल ने विस्फोट वाली जगह का जायजा लिया। बाद में उन्होंने विस्फोट में मारे गए नछत्तर सिंह की पत्नी कर्मजीत को चार लाख, बलवंत सिंह को पच्चीस हजार, विजय कुमार को एक लाख, नफीस अहमद को एक लाख पच्चीस हजार, सुरेश कुमार को पचास हजार, सुरमान सिंह को पचास हजार की सहायता राशि का चैक दिया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने मृतकों के बच्चों की पढ़ाई नि:शुल्क करवाए जाने की भी घोषणा की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बादल ने कहा कि यह बहुत दु:खदायी घटना है। विस्फोट मामले की जांच कराई जाएगी। मानसा रोड़ के पुल का उद्घाटन 16 अगस्त को किया जाएगा। इस अवसर पर सरूप चंद सिंगला, उपायुक्त गुरू किरतकृपाल सिंह, एसडीएम केपीएस माही, एसएसपी सुखचैन सिंह गिल व जगदीश बिश्नोई मौजूद थे।
10 अगस्त 2010
सफाई कर्मचारियों ने15 अगस्त को दी हड़ताल पर जाने की धमकी
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाने की धमकी दी है। आरोप है कि सफाई कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं मिला और न समय उनका पीएफ जमा होता है।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
कांग्रेसियों ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा अन्य स्वतन्त्रता सेनानियों को याद करते हुए ब्लाक कांग्रेस शहरी द्वारा अग्रवाल धर्मशाला मे एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक मे ब्लाक कांग्रेस ग्रामीण, कांग्रेस सेवादल, हल्का युवा कांग्रेस, शहर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। इस बैठक मे सभी कार्यकर्ताओ ने गांधीजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा वक्ताओ ने भारत छोड़ो आन्दोलन के बारे मे जानकारी दी। इस सभा को बख्तावरमल दर्दी, प्रकाश चन्द बांसल, महाशा कुन्दनलाल, डा.भारत भूषण छाबड़ा, कर्मचन्द शर्मा, सन्दीप चौधरी, साहबराम पुहाल, केशव शर्मा, डा.सुरेन्द्र मदान आदि वक्ताओ ने सभी स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। मंच संचालन विनोद बांसल ने किया। इस मौके पर ब्लाक शहरी प्रधान पवन गर्ग, ब्लाक ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, पूर्व प्रधान रामजी लाल, नवरतन बांसल, बलदेव राज शर्मा, बिशम्बर दयाल मैहता, जिला महासचिव मदन भांभू, गुरतेज सोनी, हेमराज जिन्दल, सुरेन्द्र सिंह ठेकेदार, ओमप्रकाश वधवा, ईश्वर दयाल गांधी, रमेश बागड़ी, गीता चौहान, बिन्दिया महन्त, हरनेक सिंह, जगदीप सूर्या, ओमप्रकाश बागड़ी, राकेश बब्बर,राजेन्द्र जैन, रविन्द्र गर्ग, संजय मिढा, चित्रगुप्त छाबड़ा, युवा हल्का प्रधान कुलदीप सिंह, शहरी युवा प्रधान अमन भारद्वाज, रविन्द्र बिन्दु, दीपक बाबा, डा.संतोष अरोड़ा, शिव नारायण मोटन, भारत भूषण सिंगला, बिमला महाशा, पवन रेगर, दर्शन गोयल, मनवीर मान, कुलदीप सूर्या, चंचल कम्बोज, सतपाल सिंह, विजय बांसल, सुखमन्दर प्रधान, रघुवीर सिंह, सन्नी बत्तरा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भू-माफिया के खिलाफ बिफरे लोग
डबवाली (लहू की लौ) प्लाटो पर अवैध कब्जे को लेकर प्लाट बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने सोमवार को उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी की। समिति के सदस्यों ने उपमण्डलाधीश को एक ज्ञापन भी दिया।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारे के साथ सर्वकर्मचारी संघ का जत्था रोहतक रवाना
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की ओर से बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारों के साथ जनजागरण अभियान शुरू किया गया। सोमवार को इस अभियान की शुरूआत उपमण्डल डबवाली के गांव अबूबशहर से की गई। जत्थे का नेतृत्व संघ के वरिष्ठ उपप्रधान सरबत सिंह पूनियां, कोषाध्यक्ष सीएन भारती एवं राज्य कमेटी के सदस्य अशोक कुमार कर रहे हैं। अभियान की शुरूआत से पूर्व जनसभा की गई। जिसमें कच्चे-पक्के कर्मचारियों के अतिरिक्त सैंकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। जनसभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने सरकार की नीतियों को विस्तार से खोल कर रखा। जनता से आह्वान किया कि वे राजनेताओं से पूछें कि जनता की सेवा के लिए खड़े किए गए सार्वजनिक क्षेत्र के महकमे शिक्षा, परिवहन, बिजली, स्वास्थ्य व जनस्वास्थ्य आदि के बारे में विस्तार की बजाए सिकुड़ क्यों रहे हैं। सीएन भारती ने कहा कि तीस हजार के लगभग अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं। शिक्षा अधिकार कानून लागू होने से बीस हजार नए अध्यापकों के पद बनते हैं, उनके अतिरिक्त विद्यालयों में हजारों की संख्या में लिपिक व चतुर्थ श्रेणी के पद खाली पड़े हैं। पूनियां के अनुसार हरियाणा की सवा दो करोड़ जनता व पौने सात हजार गांवों को देखते हुए परिवहन बेड़े में कम से कम आठ हजार बसों की आवश्यकता है। इन बसों के आने से जहां जनता को परिवहन की पूरी सुविधा मिलेगी। वहीं पचास हजार नवयुवकों को ड्राईवर, कंडक्टर, मैकेनिक आदि के रूप में रोजगार मिलेगा। कर्मचारी नेता ने कहा कि सरकार की योजना पानी तक को बेचने की है। सरकार ग्रामीण वाटर वक्र्स को धन्ना सेठों को बेचने जा रही है।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
महिला को शराबी से लिफ्ट लेनी महंगी पड़ी
डबवाली (लहू की लौ) एक महिला को शराबी से लिफ्ट लेना उस समय महंगा पड़ा जब मोटरसाईकिल चालक ने मोटरसाईकिल को एक बैलगाड़ी की बीच दे मारा और महिला को मुंह तुड़वा कर अस्पताल जाना पड़ा। घायल रानी (45) पत्नी प्रकाश निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी बेटी सोमा पत्नी सुक्खा कंगड़खेड़ा (सिरसा) को मिल कर रविवार रात को डबवाली लौटी थी। लेकिन उसे डबवाली बस अड्डा से गंगा के लिए कोई बस न मिली तो उसने एक मोटरसाईकिल को हाथ देकर रूकवा लिया और गांव गंगा तक के लिए लिफ्ट मांगी। लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि वह तो जलालआना जा रहा है तो उसने कहा कि कि वह उसे डबवाली गांव तक छोड़ दे।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
पति और सास से तंग आकर विवाहिता ने फांसी खाई
डबवाली (लहू की लौ) पति और सास से तंग आकर एक विवाहिता ने फांसी खा कर जान दे दी। थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि डबवाली उपमंडल के गांव शेरगढ़ निवासी मनफूल राम ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी सुखप्रीत कौर (26) की शादी 6 वर्ष पूर्व गांव घुमियारा निवासी हंसराज पुत्र लाल चन्द के साथ सम्पन्न हुई थी। उन्होंने इस शादी में अपनी हैसियत से बढ़ कर दान दहेज दिया था। उसकी बेटी के दो लड़के भी हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
09 अगस्त 2010
अब लेह पहुंचेगी डेरे की टीम
कहा, इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बनना होगी गौरव की बात
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां ने कहा कि डेरे का उद्देश्य कोई रिकार्ड बनाना नहीं, बल्कि मानवता की ज्यादा से ज्यादा सेवा करनालक्ष्य है। अगर इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बने तो इससे गौरवमयी बात क्या हो सकती है? वे रविवार को डेरा सच्चा सौदा के सचखंड हॉल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि हाल ही में लेह में बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग द्वारा सोमवार को राहत सामग्री भेजी जाएगी। मानवता भलाई कार्यों के लिए गठित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग में करीब 35 हजार सेवादार हर समय प्राकृतिक आपदा, दुर्घटनाआें और मुसीबत के समय फंसे लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि वेश्यावृति उन्मूलन अभियान के तहत बुराइयां त्याग कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाली लड़कियों को वे अपनी बेटी का दर्जा देते है और उनका संपूर्ण इलाज करवाने के बाद उनकी शादियां करवाई जाती हैं। अब तक डेरा सच्चा सौदा में आठ शादियां हो चुकी हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जो अपनी बेटियों को गर्भ में मरवा देते हैं, भू्रण हत्या करवाते हैं।
वे अपनी कन्याआें को मारे नहीं, बल्कि उन्हें दें। वे उन बच्चियों को अपनी बेटी बनाकर रखेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को बढ़-चढ़कर रक्तदान में भाग लेना चाहिए। इससे किसी को जीवन प्रदान किया जा सकता है। इसी मकसद से रविवार को रक्तदान शिविर लगाया गया।
रक्तदान का बनाया नया रिकार्ड
एक दिन में 40 हजार डेरा प्रेमियों ने किया महादान
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा ने रविवार को रक्तदान के खुद के बनाए रिकार्ड को तोड़ दिया। डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां के जन्म माह पर डेरा सच्चा सौदा में आयोजित रक्तदान शिविर में 40 हजार लोगों ने रक्तदान किया।
एक दिन में सर्वाधिक यूनिट रक्तदान करने का गिनीज रिकार्ड डेरा सच्चा सौदा के ही नाम है।
सात दिसंबर 2003 को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित रक्तदान शिविर में एक दिन में 15432 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था, जिसके लिए पहली बार डेरा सच्चा सौदा का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ। इसके बाद श्रीगंगानगर के श्री गुरुसर मोडिया गांव में 10 अक्तूबर 2004 को आयोजित रक्तदान शिविर में 17921 यूनिट रक्त एकत्रित किया और डेरा ने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा। अब रविवार को 40 हजार यूनिट रक्त एकत्र कर डेरा ने फिर से रिकार्ड तोड़ दिया है।
रविवार सुबह शाह सतनाम जी धाम के सचखंड हॉल में डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम ने रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। उनके साथ उनकी माता नसीब कौर भी मौजूद थीं। रक्तदान कार्य में देशभर से आए चिकित्सकों के साथ-साथ अन्य 50 चिकित्सक और पांच सौ पैरा मेडिकल के सदस्य जुटे थे।
शिविर में शाही परिवार के सदस्यों ने भी किया रक्तदान किया, जिसमें प्रमुख रूप से डेरा प्रमुख के पुत्र एवं शाह सतनाम जी क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष जसमीत सिंह इंसां, दामाद एवं शाह सतनाम जी हेल्थ केयर विंग के अध्यक्ष डा. शान ए मीत इंसां, छोटे दामाद एवं शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष रूह-ए-मीत इंसां, पुत्री हनीप्रीत इंसां शामिल थीं।
इनके अलावा शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान से जुडे़ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों, पुलिस व सेना के जवानों ने भी रक्तदान किया।
08 अगस्त 2010
सेल्स टैक्स अफसर और पुलिसवालों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा
डबवाली | पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर बुधवार रात टैक्स चोरी के संदेह में इंपाउंड किए गए माल से भरे एक कैंटर को अज्ञात हथियारबंद लोग उठा ले गए। तलवारों से लैस व्यक्तियों ने सेल्सटैक्स अधिकारी और पुलिस बल के जवानों को दौड़ दौड़ कर पीटा और उनको उठा ले जाने की कोशिश भी की।
पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर ड्यूटी पर तैनात सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर अशोक बांसल ने बताया कि बुधवार रात लगभग 10 बजे मलोट की दिशा से आए परचून के सामान से भरे एक कैंटर को रोका गया और जब उससे कागजात मांगे गए तो वह कैंटर छोड़ भाग गया। अशोक बंसल ने बताया कि इसके बाद कैंटर को इंपाउंड कर बैरियर की सीमा रेखा में खड़ा करवा दिया गया। कुछ समय बाद ही करीब तीस लोग तलवार लेकर गाडिय़ों से आए और उन्होंने बैरियर पर तैनात सेल्स विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिसवालों पर भी हमला बोल दिया। हथियारबंदों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके अपहरण करने का भी प्रयास किया। बकौल अशोक बंसल: मैं खुद बैरियर कार्यालय में घुस गया और भीतर से दरवाजा बंदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच हथियारबंद इंपाउंड किए गए केंटर को ले भागे।
अशोक बंसल ने बताया कि उन्होंने इस घटना की जानकारी थोड़ी देर बाद अपने विभाग के आला अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने किलियांवाली पुलिस चौकी को भी इसकी सूचना देेने का प्रयास किया गया लेकिन फोन पर चौकी में संपर्क नहीं हो सका। इस घटना में पुलिस के सिपाही जगजीत सिंह की उंगली पर मामूली चोट आई है।
गुरुवार को सेल्स टैक्स विभाग बठिंडा जोन के एटीसी (मोबाइल टीम) लाजपाल जाखड़ मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने मुक्तसर के एसएसपी से घटना के सिलसिले में बात की। एसएसपी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अवश्य की जाएगी। वहीं थाना लंबी पुलिस के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आ चुकी है और मामले की जांच कर रहे हैं।
पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर ड्यूटी पर तैनात सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर अशोक बांसल ने बताया कि बुधवार रात लगभग 10 बजे मलोट की दिशा से आए परचून के सामान से भरे एक कैंटर को रोका गया और जब उससे कागजात मांगे गए तो वह कैंटर छोड़ भाग गया। अशोक बंसल ने बताया कि इसके बाद कैंटर को इंपाउंड कर बैरियर की सीमा रेखा में खड़ा करवा दिया गया। कुछ समय बाद ही करीब तीस लोग तलवार लेकर गाडिय़ों से आए और उन्होंने बैरियर पर तैनात सेल्स विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिसवालों पर भी हमला बोल दिया। हथियारबंदों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके अपहरण करने का भी प्रयास किया। बकौल अशोक बंसल: मैं खुद बैरियर कार्यालय में घुस गया और भीतर से दरवाजा बंदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच हथियारबंद इंपाउंड किए गए केंटर को ले भागे।
अशोक बंसल ने बताया कि उन्होंने इस घटना की जानकारी थोड़ी देर बाद अपने विभाग के आला अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने किलियांवाली पुलिस चौकी को भी इसकी सूचना देेने का प्रयास किया गया लेकिन फोन पर चौकी में संपर्क नहीं हो सका। इस घटना में पुलिस के सिपाही जगजीत सिंह की उंगली पर मामूली चोट आई है।
गुरुवार को सेल्स टैक्स विभाग बठिंडा जोन के एटीसी (मोबाइल टीम) लाजपाल जाखड़ मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने मुक्तसर के एसएसपी से घटना के सिलसिले में बात की। एसएसपी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अवश्य की जाएगी। वहीं थाना लंबी पुलिस के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आ चुकी है और मामले की जांच कर रहे हैं।
डेरा प्रमुख को धमकी,सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल पर आज डेरा व डेरा प्रमुख को उड़ा दिए जाने का संदेश मिलने के बाद डेरा के अनुयाइयों व सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक होने व डेरा प्रमुख की लगातार पेशियों के दौरान मिले इस ई-मेल संदेश के बाद सुरक्षा घेरा बेहद मजबूत कर दिया गया है लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसके बावजूद आशंकित हैं। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल एड्रेस पर कल शाम मेल संदेश आया जिसमें डेरा सच्चा सौदा व डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हमला करके उड़ा दिए जाने की बात लिखी थी। इस बात की सूचना डेरा प्रबंधकों ने तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा के उपप्रबंधक अभिजीत की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के उपाध्यक्ष अभिजीत भगत ने सदर सिरसा पुलिस थाने में शिकायत दी है जिसमें कहा गया है कि 31 जुलाई को डेरा की मेल आईडी पर एक ई मेल मिला था जिसमें भेजने वाले ने अपना नाम मदन लिखा है। ई मेल में धमकी दी गई है कि डेरा के गढ़ी स्थित प्रेमपुरा धाम को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ा दिया जाएगा। ई-मेल भेजने वाले ने अपना मोबाइल नंबर 9416589588 लिखा है। सदर सिरसा पुलिस ने अभिजीत भगत की शिकायत पर गत दिवस जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उधर जब से डेरा को ई-मेल मिला है, तब से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। जिस व्यक्ति का ई-मेल पर नाम व मोबाइल नंबर है उसे सिरसा एसपी ने बुलाकर पूछताछ भी की है। इससे पहले भी डेरा प्रमुख को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है वहीं स्टपनी बम से उनके काफिले पर हमला भी हो चुका है जिसमें बख्शीश सिंह नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। यह मुकदमा अभी लंबित है। डेरा प्रमुख की आज साध्वी यौन शोषण मामले में पेशी थी।
शाम 4 बजे डेरा प्रमुख कोर्ट में पेश हुए और मात्र 25 मिनट की पेशी के बाद ही उन्हें कड़ी सुरक्षा व जेड प्लस के घेरे में वापस डेरा में ले जाया गया। धमकी के बाद आज अदालत परिसर में पुलिस का बंदोबस्त पहले के मुकाबले काफी कड़ा था। आगामी 13 व 14 अगस्त को रणजीत सिंह हत्याकांड में सुनवाई होनी है। इसी 14 अगस्त को ही बाबा की जमानत रद्द किए जाने संबंधी फैसला भी होना है।
उधर डेरा को ई-मेल भेजने का आरोपी मदन हांसी के पास स्थित गांव मेहंदा का रहने वाला है। मदन ने बताया कि उसने किसी को मेल नहीं किया है। मेल पर उसका नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उसे फंसाया जा रहा है। वह प्रेमपुरा धाम में भी लिखित में इस बाबत शपथ पत्र दे चुका है। सिरसा एसपी से भी वह मिलकर स्पष्टीकरण दे चुका है। मदन ने बताया कि 18 जून को उसे भी किसी ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी थी। लगता है किसी साजिश के तहत उसे फंसाया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बेहद तगड़ा कर दिया गया है।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक होने व डेरा प्रमुख की लगातार पेशियों के दौरान मिले इस ई-मेल संदेश के बाद सुरक्षा घेरा बेहद मजबूत कर दिया गया है लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसके बावजूद आशंकित हैं। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल एड्रेस पर कल शाम मेल संदेश आया जिसमें डेरा सच्चा सौदा व डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हमला करके उड़ा दिए जाने की बात लिखी थी। इस बात की सूचना डेरा प्रबंधकों ने तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा के उपप्रबंधक अभिजीत की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के उपाध्यक्ष अभिजीत भगत ने सदर सिरसा पुलिस थाने में शिकायत दी है जिसमें कहा गया है कि 31 जुलाई को डेरा की मेल आईडी पर एक ई मेल मिला था जिसमें भेजने वाले ने अपना नाम मदन लिखा है। ई मेल में धमकी दी गई है कि डेरा के गढ़ी स्थित प्रेमपुरा धाम को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ा दिया जाएगा। ई-मेल भेजने वाले ने अपना मोबाइल नंबर 9416589588 लिखा है। सदर सिरसा पुलिस ने अभिजीत भगत की शिकायत पर गत दिवस जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उधर जब से डेरा को ई-मेल मिला है, तब से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। जिस व्यक्ति का ई-मेल पर नाम व मोबाइल नंबर है उसे सिरसा एसपी ने बुलाकर पूछताछ भी की है। इससे पहले भी डेरा प्रमुख को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है वहीं स्टपनी बम से उनके काफिले पर हमला भी हो चुका है जिसमें बख्शीश सिंह नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। यह मुकदमा अभी लंबित है। डेरा प्रमुख की आज साध्वी यौन शोषण मामले में पेशी थी।
शाम 4 बजे डेरा प्रमुख कोर्ट में पेश हुए और मात्र 25 मिनट की पेशी के बाद ही उन्हें कड़ी सुरक्षा व जेड प्लस के घेरे में वापस डेरा में ले जाया गया। धमकी के बाद आज अदालत परिसर में पुलिस का बंदोबस्त पहले के मुकाबले काफी कड़ा था। आगामी 13 व 14 अगस्त को रणजीत सिंह हत्याकांड में सुनवाई होनी है। इसी 14 अगस्त को ही बाबा की जमानत रद्द किए जाने संबंधी फैसला भी होना है।
उधर डेरा को ई-मेल भेजने का आरोपी मदन हांसी के पास स्थित गांव मेहंदा का रहने वाला है। मदन ने बताया कि उसने किसी को मेल नहीं किया है। मेल पर उसका नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उसे फंसाया जा रहा है। वह प्रेमपुरा धाम में भी लिखित में इस बाबत शपथ पत्र दे चुका है। सिरसा एसपी से भी वह मिलकर स्पष्टीकरण दे चुका है। मदन ने बताया कि 18 जून को उसे भी किसी ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी थी। लगता है किसी साजिश के तहत उसे फंसाया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बेहद तगड़ा कर दिया गया है।
डबवाली नगरपालिका पर वित्तीय संकट, कर्मचारियों को वेतन नहीं
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका में वित्तीय संकट के चलते पिछले दो माह का वेतन कर्मचारियों को न मिलने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
नगरपालिका के सफाई कर्मचारी सत्यवान और चत्तर सिंह ने बताया कि उन्हें मई माह का वेतन कड़े संघर्ष के बाद गुरूवार और शुक्रवार को मिला है। जबकि जून और जुलाई माह का वेतन अभी तक नगरपालिका की ओर पेंडिंग पड़ा है। इन कर्मचारियों के अनुसार वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं। वेतन समय पर न मिलने से उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। चत्तर सिंह के अनुसार उसकी 11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। इन कर्मचारियों के अनुसार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का नगरपालिका को आदेश है कि वे हर माह की पांच से दस तारीख तक उनका वेतन अदा करे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा।
इस संबंध में जब नगरपालिका के लेखाकार देसराज चालिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पालिका की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। वह भी इसी के चलते अपना तबादला रानियां करवा गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल माह से सरकार की अनुदान राशि भी वेतन के लिए नगरपालिका को नहीं मिली है। मई माह का वेतन भी कर्मचारियों को पालिका के आय के स्त्रोत से ही दिया गया है। जिसमें हाऊस टैक्स, नगरपालिका दुकानों का किराया, ड्राईविंग लाईसेंस और स्टॉम्प डियूटी से प्राप्त आय शामिल है। उनके अनुसार नगरपालिका के पास आय के स्त्रोत तो पहले ही छीने जा चुके हैं, जिसमें सीवरेज और वाटर तथा चुंगी कर शामिल हैं।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि नगरपालिका पर इस समय पालिका के कर्मचारियों का दो माह का वेतन तो बकाया है ही, इसके साथ ही तीस लाख रूपए की देनदारियां भी हैं।
नगरपालिका के सफाई कर्मचारी सत्यवान और चत्तर सिंह ने बताया कि उन्हें मई माह का वेतन कड़े संघर्ष के बाद गुरूवार और शुक्रवार को मिला है। जबकि जून और जुलाई माह का वेतन अभी तक नगरपालिका की ओर पेंडिंग पड़ा है। इन कर्मचारियों के अनुसार वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं। वेतन समय पर न मिलने से उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। चत्तर सिंह के अनुसार उसकी 11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। इन कर्मचारियों के अनुसार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का नगरपालिका को आदेश है कि वे हर माह की पांच से दस तारीख तक उनका वेतन अदा करे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा।
इस संबंध में जब नगरपालिका के लेखाकार देसराज चालिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पालिका की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। वह भी इसी के चलते अपना तबादला रानियां करवा गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल माह से सरकार की अनुदान राशि भी वेतन के लिए नगरपालिका को नहीं मिली है। मई माह का वेतन भी कर्मचारियों को पालिका के आय के स्त्रोत से ही दिया गया है। जिसमें हाऊस टैक्स, नगरपालिका दुकानों का किराया, ड्राईविंग लाईसेंस और स्टॉम्प डियूटी से प्राप्त आय शामिल है। उनके अनुसार नगरपालिका के पास आय के स्त्रोत तो पहले ही छीने जा चुके हैं, जिसमें सीवरेज और वाटर तथा चुंगी कर शामिल हैं।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि नगरपालिका पर इस समय पालिका के कर्मचारियों का दो माह का वेतन तो बकाया है ही, इसके साथ ही तीस लाख रूपए की देनदारियां भी हैं।
03 अगस्त 2010
सिरसा में खुलेगी हरियाणा की पहली टॉकिंग लाइब्रेरी
सिरसा। देहरादून के राष्ट्रीय दृष्टिबाधित संस्थान द्वारा स्थानीय हेलन केलर दृष्टिबाधित स्कूल में दृष्टिहीन बच्चों के लिए 'टॉकिंग लाइब्रेरीÓ की स्थापना की जाएगी। यह जानकारी उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने आज हेलन केलर दृष्टिबाधित स्कूल के सत्र का उद्घाटन करने के पश्चात बैठक में दी।
उन्होंने बताया कि यह टॉकिंग लाइब्रेरी सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगी और दृष्टिबाधित बच्चों को महापुरुषों की जीवनियां और विभिन्न साहित्य उपकरणों द्वारा सुनाए जा सकेंगे जिससे स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के ज्ञान में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी में आधुनिक किस्म के उपकरण लगाए जाएंगे। स्कूल के नए सत्र की शुरुआत हवन यज्ञ व वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हुई।
उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने सत्र का उद्घाटन करने के साथ-साथ स्कूल में स्थापित किए गए फाईल मेकिंग, प्लेट मेकिंग कार्य की भी शुरुआत की। स्कूल में फाईल मेकिंग व प्लेट मेकिंग की कई मशीनें स्थापित की गई है। शुरुआती सत्र में स्कूल में 20 बच्चों का दाखिला किया गया है जिनमें से 11 बच्चों को स्कूल में ही चल रहे छात्रावास में रखा गया है जबकि अन्य बच्चें जो आसपास के क्षेत्र के रहने वाले है उन्हें लाने- ले जाने के लिए एक वातानुुकुलित वाहन खरीदा गया है।
फोटो विवरण: सिरसा में हेलन केलर दृष्टिबाधित स्कूल के सत्र का हवन यज्ञ व वैदिक मंत्रोच्चारण से शुरुआत करते शहर के गणमान्य लोग।
उन्होंने बताया कि यह टॉकिंग लाइब्रेरी सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगी और दृष्टिबाधित बच्चों को महापुरुषों की जीवनियां और विभिन्न साहित्य उपकरणों द्वारा सुनाए जा सकेंगे जिससे स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के ज्ञान में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी में आधुनिक किस्म के उपकरण लगाए जाएंगे। स्कूल के नए सत्र की शुरुआत हवन यज्ञ व वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हुई।
उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने सत्र का उद्घाटन करने के साथ-साथ स्कूल में स्थापित किए गए फाईल मेकिंग, प्लेट मेकिंग कार्य की भी शुरुआत की। स्कूल में फाईल मेकिंग व प्लेट मेकिंग की कई मशीनें स्थापित की गई है। शुरुआती सत्र में स्कूल में 20 बच्चों का दाखिला किया गया है जिनमें से 11 बच्चों को स्कूल में ही चल रहे छात्रावास में रखा गया है जबकि अन्य बच्चें जो आसपास के क्षेत्र के रहने वाले है उन्हें लाने- ले जाने के लिए एक वातानुुकुलित वाहन खरीदा गया है।
फोटो विवरण: सिरसा में हेलन केलर दृष्टिबाधित स्कूल के सत्र का हवन यज्ञ व वैदिक मंत्रोच्चारण से शुरुआत करते शहर के गणमान्य लोग।
एक साथ जलीं 21 चिताएं
गुडग़ांव। जिला गुडग़ांव के गांव बाघनकी में आज 21 चिताएं एक साथ जली। इनमें 20 चिताएं उन युवकों की थी जो रविवार को गौमुख से कावड़ लेकर वापिस गुडग़ांव आते समय उत्तरकाशी के निकट डबरानी में एक सड़क दुर्घटना में मारे गये थे और एक चिता गांव के पूर्व सरपंच गंगाबिशन की थी जिसका आज तड़के हृदयगति रूकने से निधन हो गया था। गांव का सारा माहौल गमगीन था और गांव बाघनकी व आसपास के गांव वासियों, मृतकों के रिश्तेदारों, परिचितों, मित्रों आदि ने हजारों की संख्या में गांव में पहुँचकर दिवंगत आत्माओं को अश्रुपूर्ण विदाई दी।
सड़क दुर्घटना में मारे गए 24 कावडिय़ों के उत्तरकाशी से शव आज गुडग़ांव पहुँचे। ये शव विशेष वाहन में लाए गए थे तथा जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर मानेसर के तहसीलदार के.एस. ढाका के नेतृत्व में एक दल इस विशेष वाहन के साथ था। शवों को लेकर ये विशेष वाहन आज प्रात: लगभग 10.00 बजे जिला के गांव बाघनकी में पहुँचा। गांव में पहुँचने से पहले पंचगांव चौक से ही जिला प्रशासन ने बाघनकी से बाहर के शवों को एम्बूलैंसों में डाल कर उनके गांवों में भेजने की व्यवस्था कर रखी थी। इस दुर्घटना में अकेले गांव बाघनकी के 20 युवक मारे गए जबकि एक युवक जिला ऐटा उत्तर प्रदेश, एक भौड़ाकलां, एक सोहना तथा एक गुडग़ांव से था। दुर्घटना के समय ये सभी युवक ट्रक नं0 एच.आर.-55ई-2303 में सवार थे जो रास्ते में पलट कर गहरी खाई में गिर गया था।
मृतकों को श्रद्घांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में लोग आज गांव बाघनकी पहुँचे थे जिसके कारण गांव से लगभग तीन किलोमीटर तक वाहनों की कतारे लगने के कारण जाम लगा हुआ था और लोगों को पैदल ही गांव तक जाना पड़ा। शवों को पहले गांव के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में उतारा गया था जहां पर परिजनों को अपने लाडलों के अन्तिम दर्शन करवाये गये। गांव के लोगों ने ही ऐसी व्यवस्था कर रखी थी कि महिलाओं को स्कूल परिसर में लाया जा रहा था जहां पर ही वे रोती-बिलखती मृतक युवकों को अन्तिम विदाई दे रही थी। इनमें कोई माँ अपने लाडले को याद करके विलाप कर रही थी तो कोई पत्नी अपने सुहाग के अन्तिम दर्शन करके फूट-फूट कर रो रही थी। कही कोई बहन अपने सदा के लिए बिछुड़े भाई को बिलख-बिलख कर पुकार रही थी। गांव के स्कूल में महिलाओं की चीखों व रोने की आवाजों से सारा माहौल गमगीन था जिसे देख कर विभिन्न स्थानों से मृतकों को अन्तिम विदाई देने आये लोगों की आंखों में भी आंसू भर आये। इन रोती-बिलखती महिलाओं को ग्रामीण जबरदस्ती उनके घरों को ले जा रहे थे।
गांव के सारे मृतक युवकों के शव एक साथ गांव के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में रखे गए थे। गमगीन ग्रामीणों को ढांढस बंधाने के लिए हजारों की संख्या में लोग वहां पहुँचे जिनमें आसपास के गांवों के निवासी, मृतकों के रिश्तेदार, विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता, जिला प्रशासन के अधिकारीगण शामिल थे। राज्य सरकार की तरफ से हरियाणा के वित्त, वन एवं पर्यावरण मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव, मुख्य संसदीय सचिव एवं सोहना के विधायक धर्मबीर, मुख्य संसदीय सचिव राव दानसिंह ने मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। मुख्य संसदीय सचिव धर्मबीर ने इस मौके पर कहा कि इतना बड़ा हादसा पहले कभी नहीं हुआ और इस घटना से समूचा हरियाणा प्रदेश शोकाकुल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन इस दु:ख की घड़ी में मृतक युवकों के परिजनों के साथ है और उनकी हर संभव मदद की जायेगी। इसी प्रकार मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह ने भी इस घटना को दुखद बताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
मृतक युवकों को अन्तिम विदाई देने गुडग़ांव कांग्रेस शहरी के जिलाध्यक्ष जी.एल. शर्मा, पटौदी के विधायक गंगाराम, कांग्रेस के संगठन सचिव धर्मबीर डागर, युवा कांग्रेस के नेता नरेश सहरावत, रोहतास बेदी, हरियाणा विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष गोपीचन्द गहलोत, सोहना के पूर्व विधायक सुखबीर जौनापुरिया, भाजपा नेता रामबिलास शर्मा व उमेश अग्रवाल, उपायुक्त राजेन्द्र कटारिया, संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी पालाराम, गुडग़ांव उत्तरी के एसडीएम सतेन्द्र दुहन, गुडग़ांव नगर निगम के संयुक्त आयुक्त नरेन्द्र सिंह यादव, गुडग़ांव सदर के सहायक पुलिस आयुक्त कृष्ण मुरारी, मानेसर के तहसीलदार के.एस. ढाका सहित हजारों लोग उमड़ पड़े। स्कूल के परिसर में तथा दूर-दूर तक बाहर भी लोगों की भारी भीड़ थी।
स्कूल परिसर से इन शवों को गांव के शमशान घाट में ले जाया गया जहां पर सभी की चिताएं एक साथ जलाई गई और हजारों नम आंखों ने इन मृतक युवकों को अन्तिम विदाई दी। एक ही गांव के इतने ज्यादा 17 से 25 वर्ष की आयु के बीच के युवकों की अर्थियाँ एक साथ उठने से उनके किसी परिजन का हाल बेहाल हो सकता है इसलिए जिला प्रशासन ने गांव में कई एम्बूलैंस तथा डाक्टरों को तैनात कर रखा था। युवकों के शवों को देख कर अपनी सुधबुद खो बैठे व्यक्तियों तथा महिलाओं को चिकित्सकों ने तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी। इसी प्रकार अंत्येष्ठिï के समय शमशान घाट में भी वह मंजर देख कर दो व्यक्ति बेहोश हो गए, उन्हें भी चिकित्सकों ने दवा दी।
सड़क दुर्घटना में मारे गए 24 कावडिय़ों के उत्तरकाशी से शव आज गुडग़ांव पहुँचे। ये शव विशेष वाहन में लाए गए थे तथा जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर मानेसर के तहसीलदार के.एस. ढाका के नेतृत्व में एक दल इस विशेष वाहन के साथ था। शवों को लेकर ये विशेष वाहन आज प्रात: लगभग 10.00 बजे जिला के गांव बाघनकी में पहुँचा। गांव में पहुँचने से पहले पंचगांव चौक से ही जिला प्रशासन ने बाघनकी से बाहर के शवों को एम्बूलैंसों में डाल कर उनके गांवों में भेजने की व्यवस्था कर रखी थी। इस दुर्घटना में अकेले गांव बाघनकी के 20 युवक मारे गए जबकि एक युवक जिला ऐटा उत्तर प्रदेश, एक भौड़ाकलां, एक सोहना तथा एक गुडग़ांव से था। दुर्घटना के समय ये सभी युवक ट्रक नं0 एच.आर.-55ई-2303 में सवार थे जो रास्ते में पलट कर गहरी खाई में गिर गया था।
मृतकों को श्रद्घांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में लोग आज गांव बाघनकी पहुँचे थे जिसके कारण गांव से लगभग तीन किलोमीटर तक वाहनों की कतारे लगने के कारण जाम लगा हुआ था और लोगों को पैदल ही गांव तक जाना पड़ा। शवों को पहले गांव के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में उतारा गया था जहां पर परिजनों को अपने लाडलों के अन्तिम दर्शन करवाये गये। गांव के लोगों ने ही ऐसी व्यवस्था कर रखी थी कि महिलाओं को स्कूल परिसर में लाया जा रहा था जहां पर ही वे रोती-बिलखती मृतक युवकों को अन्तिम विदाई दे रही थी। इनमें कोई माँ अपने लाडले को याद करके विलाप कर रही थी तो कोई पत्नी अपने सुहाग के अन्तिम दर्शन करके फूट-फूट कर रो रही थी। कही कोई बहन अपने सदा के लिए बिछुड़े भाई को बिलख-बिलख कर पुकार रही थी। गांव के स्कूल में महिलाओं की चीखों व रोने की आवाजों से सारा माहौल गमगीन था जिसे देख कर विभिन्न स्थानों से मृतकों को अन्तिम विदाई देने आये लोगों की आंखों में भी आंसू भर आये। इन रोती-बिलखती महिलाओं को ग्रामीण जबरदस्ती उनके घरों को ले जा रहे थे।
गांव के सारे मृतक युवकों के शव एक साथ गांव के राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय में रखे गए थे। गमगीन ग्रामीणों को ढांढस बंधाने के लिए हजारों की संख्या में लोग वहां पहुँचे जिनमें आसपास के गांवों के निवासी, मृतकों के रिश्तेदार, विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता, जिला प्रशासन के अधिकारीगण शामिल थे। राज्य सरकार की तरफ से हरियाणा के वित्त, वन एवं पर्यावरण मंत्री कप्तान अजय सिंह यादव, मुख्य संसदीय सचिव एवं सोहना के विधायक धर्मबीर, मुख्य संसदीय सचिव राव दानसिंह ने मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। मुख्य संसदीय सचिव धर्मबीर ने इस मौके पर कहा कि इतना बड़ा हादसा पहले कभी नहीं हुआ और इस घटना से समूचा हरियाणा प्रदेश शोकाकुल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन इस दु:ख की घड़ी में मृतक युवकों के परिजनों के साथ है और उनकी हर संभव मदद की जायेगी। इसी प्रकार मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह ने भी इस घटना को दुखद बताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
मृतक युवकों को अन्तिम विदाई देने गुडग़ांव कांग्रेस शहरी के जिलाध्यक्ष जी.एल. शर्मा, पटौदी के विधायक गंगाराम, कांग्रेस के संगठन सचिव धर्मबीर डागर, युवा कांग्रेस के नेता नरेश सहरावत, रोहतास बेदी, हरियाणा विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष गोपीचन्द गहलोत, सोहना के पूर्व विधायक सुखबीर जौनापुरिया, भाजपा नेता रामबिलास शर्मा व उमेश अग्रवाल, उपायुक्त राजेन्द्र कटारिया, संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी पालाराम, गुडग़ांव उत्तरी के एसडीएम सतेन्द्र दुहन, गुडग़ांव नगर निगम के संयुक्त आयुक्त नरेन्द्र सिंह यादव, गुडग़ांव सदर के सहायक पुलिस आयुक्त कृष्ण मुरारी, मानेसर के तहसीलदार के.एस. ढाका सहित हजारों लोग उमड़ पड़े। स्कूल के परिसर में तथा दूर-दूर तक बाहर भी लोगों की भारी भीड़ थी।
स्कूल परिसर से इन शवों को गांव के शमशान घाट में ले जाया गया जहां पर सभी की चिताएं एक साथ जलाई गई और हजारों नम आंखों ने इन मृतक युवकों को अन्तिम विदाई दी। एक ही गांव के इतने ज्यादा 17 से 25 वर्ष की आयु के बीच के युवकों की अर्थियाँ एक साथ उठने से उनके किसी परिजन का हाल बेहाल हो सकता है इसलिए जिला प्रशासन ने गांव में कई एम्बूलैंस तथा डाक्टरों को तैनात कर रखा था। युवकों के शवों को देख कर अपनी सुधबुद खो बैठे व्यक्तियों तथा महिलाओं को चिकित्सकों ने तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी। इसी प्रकार अंत्येष्ठिï के समय शमशान घाट में भी वह मंजर देख कर दो व्यक्ति बेहोश हो गए, उन्हें भी चिकित्सकों ने दवा दी।
तेजाखेड़ा के जलघर के टैंक में समा गए दो दोस्त
डबवाली | गांव तेजाखेड़ा के जलघर की डिग्गी में एक छोटी सी दोस्ती की कहानी ने दम तोड़ दिया। एक ही कक्षा में पढऩे वाले गांव के दो किशोर रविवार सुबह यहां खेलने आए, लेकिन देर शाम डिग्गी से उनकी लाशें निकलीं। दोनों के परिजनों और गांव वालों का कहना है कि हो न हो वे जलघर में लगे अमरूद के पेड़ पर चढ़े होंगे और हो सकता है कि पेड़ से टहनियों की फिसलन से डिग्गी में गिर गए हों।
शीशपाल और विष्णु गांव दोनों आठवीं में पढ़ते थे। दोनों में खूब छनती थी। दोनों की उम्र पंद्रह बरस के आस पास थी। रविवार को छुट्टी का दिन था, सो दोनों सुबह 8 बजे ही अपने अपने घर से खेलने के लिए निकल पड़े। शीशपाल के पिता विनोद सुथार के मुताबिक सुबह से शाम होने लगी और दोनों की कोई पता न चला, यहां तक कि वे दोपहर को खाना खाने भी घर नहीं आए।
शाम तक दोनों नहीं लौटे तो उनके परिजनों को चिंता हुई और उनकी तलाश शुरू हुई तो जलघर की डिग्गी में शीशपाल और विष्णु की चप्पलें तैरती नजर आईं। इससे दोनों के डिग्गी में गिरने का आशंका उपजी। तुरत फुरत गांव के तैराक पप्पू (35) पुत्र रामरख को बुलाया गया। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रामरख ने शीशपाल और विष्णु को खोज लिया, लेकिन तब तक उनकी सांसें उखड़ चुकी थीं।
पेड़ से गिरने की आशंका
दोनों बच्चों की लाशें बाहर निकाले जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई रोशन लाल ने बताया कि पुलिस ने मृतक शीशपाल के पिता विनोद सुथार और ग्रामीण मनसा राम, बनवारी लाल, सुखराम और पंच श्योनाथ आदि ने बयान में संभावना व्यक्त की है कि जलघर की डिग्गी के पास अमरूद के पेड़ से दोनों छात्र अमरूद तोडऩे के लिए पेड़ पर चढ़े होंगे। पेड़ की टहनी कमजोर होने के कारण दोनों डिग्गी में जा गिरे होंगे या डिग्गी के पास से उनके पांव फिसल गए होंगे जिससे वे डिग्गी में गिर गए होंगे। मौके पर कोई व्यक्ति न होने के कारण दोनों को बचाया नहीं जा सका।
गांव में पसरा मातम
दोनों छात्र शीशपाल व विष्णु की असामयिक मौत होने पर गांव तेजाखेड़ा में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों छात्र पढ़ाई में होशियार थे। शीशपाल का एक भाई और एक बहन है जबकि विष्णु के दो भाई और एक बहन है। सोमवार को गांव तेजाखेड़ा के रामबाग में दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।
शीशपाल और विष्णु गांव दोनों आठवीं में पढ़ते थे। दोनों में खूब छनती थी। दोनों की उम्र पंद्रह बरस के आस पास थी। रविवार को छुट्टी का दिन था, सो दोनों सुबह 8 बजे ही अपने अपने घर से खेलने के लिए निकल पड़े। शीशपाल के पिता विनोद सुथार के मुताबिक सुबह से शाम होने लगी और दोनों की कोई पता न चला, यहां तक कि वे दोपहर को खाना खाने भी घर नहीं आए।
शाम तक दोनों नहीं लौटे तो उनके परिजनों को चिंता हुई और उनकी तलाश शुरू हुई तो जलघर की डिग्गी में शीशपाल और विष्णु की चप्पलें तैरती नजर आईं। इससे दोनों के डिग्गी में गिरने का आशंका उपजी। तुरत फुरत गांव के तैराक पप्पू (35) पुत्र रामरख को बुलाया गया। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रामरख ने शीशपाल और विष्णु को खोज लिया, लेकिन तब तक उनकी सांसें उखड़ चुकी थीं।
पेड़ से गिरने की आशंका
दोनों बच्चों की लाशें बाहर निकाले जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई रोशन लाल ने बताया कि पुलिस ने मृतक शीशपाल के पिता विनोद सुथार और ग्रामीण मनसा राम, बनवारी लाल, सुखराम और पंच श्योनाथ आदि ने बयान में संभावना व्यक्त की है कि जलघर की डिग्गी के पास अमरूद के पेड़ से दोनों छात्र अमरूद तोडऩे के लिए पेड़ पर चढ़े होंगे। पेड़ की टहनी कमजोर होने के कारण दोनों डिग्गी में जा गिरे होंगे या डिग्गी के पास से उनके पांव फिसल गए होंगे जिससे वे डिग्गी में गिर गए होंगे। मौके पर कोई व्यक्ति न होने के कारण दोनों को बचाया नहीं जा सका।
गांव में पसरा मातम
दोनों छात्र शीशपाल व विष्णु की असामयिक मौत होने पर गांव तेजाखेड़ा में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों छात्र पढ़ाई में होशियार थे। शीशपाल का एक भाई और एक बहन है जबकि विष्णु के दो भाई और एक बहन है। सोमवार को गांव तेजाखेड़ा के रामबाग में दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।
02 अगस्त 2010
11 लाख की धोखाधड़ी का आरोपी कलकत्ता से काबू
सिरसा। जिला की शहर सिरसा पुलिस ने एसबीआई बैंक की मुख्य शाखा से 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले अरोपी को कलकत्ता से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये हुए आरोपी की पहचान चंदन सिंह पुत्र विश्वानाथ निवासी 47 छप्पर महल, 24 परगना कलकत्ता के रूप में हुई है। आरोपी को आज मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा, ताकि उसकी निशानदेही पर राशि बरामद की जा सके।
जानकारी के अनुसार एसबीआई बैंक की मुख्य शाखा के चीफ मैनेजर श्री एनके गुप्ता की शिकायत पर आरोपी चंदन सिंह के विरुद्ध 25 अगस्त 2008 को शहर थाना सिरसा में भादसं की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अभियोग दर्ज हुआ था। बैंक द्वारा दी गई शिकायत में बताया गया था कि उपरोक्त आरोपी ने सिरसा एचडीएफसी बैंक में विभिन्न तिथियों को फार्म भरकर एसबीआई मुम्बई के मिचुअल फंड के 22 चैक 50-50 हजार रुपये के फर्जी तैयार करके जमा करवाए गए। एचडीएफसी बैंक द्वारा पैसे क्रेडिट होने के लिए उक्त चैक एसबीआई मेन ब्रांच को सौंपे गये, जहां से 11 लाख रुपये क्रेडिट होकर आरोपी के खाते में जमा हो गये। आरोपी ने जमा हुए पैसे एटीएम द्वारा अपने खाते से कलकत्ता और पटना से निकलवा लिये।
शहर थाना पुलिस ने जांच का जिम्मा शहर के उपनिरीक्षक हंसराज बिश्रोई को सौंपा। उपनिरीक्षक हंसराज पर आधारित टीम आरोपी चंदन सिंह के गिरफ्तारी वारंट लेकर कलकत्ता पहुंची तथा महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए उसको उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कलकत्ता की संबंधित अदालत में पेश कर उसे राहदारी रिमांड पर सिरसा लाया गया। उपनिरीक्षक हंसराज ने बताया कि आरोपी चंदन सिंह को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश कर आज रिमांड हासिल किया जाएगा, ताकि धोखाधड़ी की राशि को उसकी निशानदेही पर बरामद किया जा सके।
जानकारी के अनुसार एसबीआई बैंक की मुख्य शाखा के चीफ मैनेजर श्री एनके गुप्ता की शिकायत पर आरोपी चंदन सिंह के विरुद्ध 25 अगस्त 2008 को शहर थाना सिरसा में भादसं की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत अभियोग दर्ज हुआ था। बैंक द्वारा दी गई शिकायत में बताया गया था कि उपरोक्त आरोपी ने सिरसा एचडीएफसी बैंक में विभिन्न तिथियों को फार्म भरकर एसबीआई मुम्बई के मिचुअल फंड के 22 चैक 50-50 हजार रुपये के फर्जी तैयार करके जमा करवाए गए। एचडीएफसी बैंक द्वारा पैसे क्रेडिट होने के लिए उक्त चैक एसबीआई मेन ब्रांच को सौंपे गये, जहां से 11 लाख रुपये क्रेडिट होकर आरोपी के खाते में जमा हो गये। आरोपी ने जमा हुए पैसे एटीएम द्वारा अपने खाते से कलकत्ता और पटना से निकलवा लिये।
शहर थाना पुलिस ने जांच का जिम्मा शहर के उपनिरीक्षक हंसराज बिश्रोई को सौंपा। उपनिरीक्षक हंसराज पर आधारित टीम आरोपी चंदन सिंह के गिरफ्तारी वारंट लेकर कलकत्ता पहुंची तथा महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए उसको उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कलकत्ता की संबंधित अदालत में पेश कर उसे राहदारी रिमांड पर सिरसा लाया गया। उपनिरीक्षक हंसराज ने बताया कि आरोपी चंदन सिंह को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश कर आज रिमांड हासिल किया जाएगा, ताकि धोखाधड़ी की राशि को उसकी निशानदेही पर बरामद किया जा सके।
नाबालिगा को बेचने की साजिश में 4 गिरफ्तार
सिरसा। जिला की रानियां पुलिस ने एक नाबालिगा को बेचने की साजिश करते हुए चार लोगों को कस्बा रानियां से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गये लोगों में सुरजीत सिंह पुत्र श्रवण सिंह निवासी भडोलावाली, हीरा सिंह पुत्र बंता सिंह निवासी जीवननगर, पूजा पत्नी बिट्टू सिंह निवासी जीवननगर व मंजू पुत्री देसराज निवासी जेजे कॉलोनी शामिल हैं। घटना का मुख्य आरोपी जिसको लड़की बेची जानी थी, लक्खा सिंह (28 वर्ष) पुत्र रिछपाल सिंह निवासी हमजापुर जिला फतेहाबाद मौके से भागने में सफल हो गया। सभी आरोपियों के विरुद्ध पीडि़ता 12वर्षीय पालो पुत्री लाल सिंह निवासी जीवननगर की शिकायत पर भादसं की धारा 366ए/120 बी के तहत अभियोग दर्ज कर मौके से भागे मुख्य आरोपी लक्खा सिंह की तलाश शुरू कर दी है।
रानियां थाना प्रभारी निरीक्षक महासिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच पड़ताल में सामने आया है कि पालो पुत्री लाल सिंह निवासी जीवननगर को 50 हजार रुपये में लक्खा सिंह निवासी हमजापुर जिला फतेहाबाद को बेचा जाना था। आरोपी सुरजीत सिंह लड़की का रिश्ते में ताया व हीरा सिंह मामा लगता है। जबकि पूजा निवासी सिकंदरपुर व मंजू निवासी जेजे कॉलोनी लक्खा सिंह की रिश्तेदार हैं, जो उसके साथ सिरसा से रानियां आई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये चारों आरोपियों व लक्खा सिंह ने मिलकर षड्यंत्र रचा तथा लड़की को बहला-फुसला कर रानियां कस्बे में ले आए। लड़की को कहा गया कि रानियां चलना है तथा कपड़े बगैरा खरीदकर लाने हैं। लड़की को जब शक हुआ तो उसने शोर मचाकर झगडऩा शुरू कर दिया और लोग इक_े हो गये। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली तो तुरंत थाना प्रभारी महासिंह ने अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उक्त स्थान पर दबिश देकर उक्त आरोपियों काबू कर लिया। जबकि लक्खा सिंह मौका से भागने में कामयाब हो गया। थाना प्रभारी महासिंह ने बताया कि चारों आरोपियों को आज इलाका मजिस्ट्रेट श्रीमती पायल मित्तल की अदालत में पेश किया जाएगा, जबकि लक्खा सिंह को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
रानियां थाना प्रभारी निरीक्षक महासिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच पड़ताल में सामने आया है कि पालो पुत्री लाल सिंह निवासी जीवननगर को 50 हजार रुपये में लक्खा सिंह निवासी हमजापुर जिला फतेहाबाद को बेचा जाना था। आरोपी सुरजीत सिंह लड़की का रिश्ते में ताया व हीरा सिंह मामा लगता है। जबकि पूजा निवासी सिकंदरपुर व मंजू निवासी जेजे कॉलोनी लक्खा सिंह की रिश्तेदार हैं, जो उसके साथ सिरसा से रानियां आई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये चारों आरोपियों व लक्खा सिंह ने मिलकर षड्यंत्र रचा तथा लड़की को बहला-फुसला कर रानियां कस्बे में ले आए। लड़की को कहा गया कि रानियां चलना है तथा कपड़े बगैरा खरीदकर लाने हैं। लड़की को जब शक हुआ तो उसने शोर मचाकर झगडऩा शुरू कर दिया और लोग इक_े हो गये। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली तो तुरंत थाना प्रभारी महासिंह ने अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उक्त स्थान पर दबिश देकर उक्त आरोपियों काबू कर लिया। जबकि लक्खा सिंह मौका से भागने में कामयाब हो गया। थाना प्रभारी महासिंह ने बताया कि चारों आरोपियों को आज इलाका मजिस्ट्रेट श्रीमती पायल मित्तल की अदालत में पेश किया जाएगा, जबकि लक्खा सिंह को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
लोग पलायन को मजबूर
डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ जैसी स्थितियों से गुजर रहे हर्ष नगर के लोगों ने पानी की निकासी न होने के बाद अब यहां से पलायन करना शुरू कर दिया है। दो परिवार पलायन कर ही गए हैं और अन्य पलायन करने के लिए सामान बांध रहे हैं।
शनिवार शाम को करीब डेढ़ घण्टे तक चली मूसलाधार वर्षा से हर्ष नगर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। जिसके चलते कागज बीनने वाले लोगों की करीब सौ झुग्गी पानी में डूब गई और घरेलू सामान के साथ-साथ दो बालिकाएं इस पानी में बह भी गई थी। रविवार को दूसरे दिन भी हर्ष नगर में जमा हुए पानी की निकासी न होने के कारण इस क्षेत्र के निवासियों ने पलायन करना शुरू कर दिया है।
बरसाती पानी का शिकार हुए प्रदीप (50) ने बताया कि बरसाती पानी में उसका सबकुछ बह गया। तिनका-तिनका इक्ट्ठा कर बनाया गया उसका बसेरा भी उजड़ गया। अब उसके पास अगर रहने के लिए बचा है तो केवल नीला आसमान। वह अब सिरसा जाने को मजबूर हो रहा है। प्रदीप अपनी पत्नी रीना, बेटे निब्बड, राखी पत्नी निब्बड, दूसरे बेटे रिंकू व उसकी पत्नी नूरी के साथ घर छोडऩे को मजबूर है। वह रविवार को सिरसा की ओर रवाना हुआ। प्रदीप के अनुसार उसे उम्मीद है कि सिरसा में बसे उसके रिश्तेदार मुश्किल के इन दिनों में उसे अपने यहां पनाह देंगे।
इधर बरसाती पानी में अपना सबकुछ गंवा चुके रोशन (30) तथा उसकी पत्नी भागा देवी ने अपना सामान समेटते हुए बताया कि उनके लिए यहां कुछ भी नहीं बचा है। मेहनत करके जोड़े गए बर्तन, कपड़े व अन्य सारा सामान पानी में बह गया। अब उनके पास यहां से पलायन करने के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है। चूंकि हर्ष नगर में बरसाती पानी भरा हुआ है।
इसी नगर के निवासी सुभाष, विनोद, सेठ कुमार, लालचन्द, सिकन्दर आदि ने बताया कि करीब पच्चीस साल पूर्व उन्होंने पांच सौ-पांच सौ रूपए देकर सरकार से प्लाट लिए थे। इतने वर्ष बीतने के बावजूद पुन: सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली। मजबूरन उन्हें मूलभूत समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। नगर में सीवरेज लाईन बिछी हुई है, लेकिन थोड़ी सी बरसात आने पर ही सीवरेज चॉक हो जाते हैं। नतीजा यह रहता है कि बरसाती पानी की निकासी न होने के कारण पानी उनके नगर में जमा हो जाता है। जिससे हर बार उन्हें नुक्सान उठाना पड़ता है। शनिवार की मूसलाधार वर्षा में उनकी झुग्गियां बह जाने के बावजूद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया। अब उनके पास यहां से पलायन करने के अतिरिक्त कोई मार्ग शेष नहीं बचा है।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने बातचीत के दौरान बताया कि डिस्पोजल चलाकर पानी निकालने का प्रयास किया गया था। लेकिन साथ लगते पंजाब के किसानों ने इस पर एतराज प्रकट किया। जिसके चलते पानी की निकासी नहीं हो पाई थी। कुछ दूरी पर अतिरिक्त खड्डा खोदा गया है। ताकि जल्द ही पानी की निकासी हो सकें।
शनिवार शाम को करीब डेढ़ घण्टे तक चली मूसलाधार वर्षा से हर्ष नगर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। जिसके चलते कागज बीनने वाले लोगों की करीब सौ झुग्गी पानी में डूब गई और घरेलू सामान के साथ-साथ दो बालिकाएं इस पानी में बह भी गई थी। रविवार को दूसरे दिन भी हर्ष नगर में जमा हुए पानी की निकासी न होने के कारण इस क्षेत्र के निवासियों ने पलायन करना शुरू कर दिया है।
बरसाती पानी का शिकार हुए प्रदीप (50) ने बताया कि बरसाती पानी में उसका सबकुछ बह गया। तिनका-तिनका इक्ट्ठा कर बनाया गया उसका बसेरा भी उजड़ गया। अब उसके पास अगर रहने के लिए बचा है तो केवल नीला आसमान। वह अब सिरसा जाने को मजबूर हो रहा है। प्रदीप अपनी पत्नी रीना, बेटे निब्बड, राखी पत्नी निब्बड, दूसरे बेटे रिंकू व उसकी पत्नी नूरी के साथ घर छोडऩे को मजबूर है। वह रविवार को सिरसा की ओर रवाना हुआ। प्रदीप के अनुसार उसे उम्मीद है कि सिरसा में बसे उसके रिश्तेदार मुश्किल के इन दिनों में उसे अपने यहां पनाह देंगे।
इधर बरसाती पानी में अपना सबकुछ गंवा चुके रोशन (30) तथा उसकी पत्नी भागा देवी ने अपना सामान समेटते हुए बताया कि उनके लिए यहां कुछ भी नहीं बचा है। मेहनत करके जोड़े गए बर्तन, कपड़े व अन्य सारा सामान पानी में बह गया। अब उनके पास यहां से पलायन करने के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है। चूंकि हर्ष नगर में बरसाती पानी भरा हुआ है।
इसी नगर के निवासी सुभाष, विनोद, सेठ कुमार, लालचन्द, सिकन्दर आदि ने बताया कि करीब पच्चीस साल पूर्व उन्होंने पांच सौ-पांच सौ रूपए देकर सरकार से प्लाट लिए थे। इतने वर्ष बीतने के बावजूद पुन: सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली। मजबूरन उन्हें मूलभूत समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। नगर में सीवरेज लाईन बिछी हुई है, लेकिन थोड़ी सी बरसात आने पर ही सीवरेज चॉक हो जाते हैं। नतीजा यह रहता है कि बरसाती पानी की निकासी न होने के कारण पानी उनके नगर में जमा हो जाता है। जिससे हर बार उन्हें नुक्सान उठाना पड़ता है। शनिवार की मूसलाधार वर्षा में उनकी झुग्गियां बह जाने के बावजूद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया। अब उनके पास यहां से पलायन करने के अतिरिक्त कोई मार्ग शेष नहीं बचा है।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने बातचीत के दौरान बताया कि डिस्पोजल चलाकर पानी निकालने का प्रयास किया गया था। लेकिन साथ लगते पंजाब के किसानों ने इस पर एतराज प्रकट किया। जिसके चलते पानी की निकासी नहीं हो पाई थी। कुछ दूरी पर अतिरिक्त खड्डा खोदा गया है। ताकि जल्द ही पानी की निकासी हो सकें।
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