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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

16 जनवरी 2010

विडियोकॉन ने हरियाणा के बाजारों में पेश किये विश्व-स्तरीय मोबाइल फोन

हिसार : विश्व की जानी मानी कंपनी विडियोकॉन ग्रुप ने आधुनिकतम मोबाइल व विश्वस्तरीय मोबाइल फोन बाजार में उतारे हैं। इसके नये मोबाइल फोन में कई आधुनिकतम फीचर मौजूद हैं जैसे बेसिक कलर मॉड्यूल, एफ एम रेडियो, डबल सिम की सुविधा, एमपी-३ म्यूजिक, कैमरा, मल्टीमीडिया एवं टच फोन आदि।
विडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन व एमडी श्री वी एन धूत ने कहा कि कंपनी का इरादा २०१० में बेहतरीन पेश करके इस क्षेत्र की शीर्षतम कंपनियों की श्रेणी में खुद को लाना है। बात चाहे क्वालिटी, रेंज, तकनीक या वैल्यू की हो, किसी भी मामले में समझौता नहीं किया जाएगा। मोबाइल फोन वर्तमान में 4० करोड़ लोगों के बीच अपनी पैठ बना चुका है। विडियोकॉन भारत की सबसे बड़ी एवं विश्वस्तरीय उपभोक्ता वस्तु कंपनी है तथा मोबाइल फोन सेवा के क्षेत्र में भी हमारी कंपनी भारतीय उपभोक्ता के दिलों पर राज करेगी।
विडियोकॉन का नया लोगो 'वीÓ तथा विडियोकॉन मोबाइल फोन का ब्रांड प्रचार संदेश (वी इज द न्यू मी) भी लोगों ने काफी पसंद किया है। विडियोकॉन ने नये मोबाइल हैंडसेट लांच करने से पहले भारतीय युवाओं की पसंद तथा मोबाइल के प्रति उनका नजरिया क्या है उसका विस्तृत अध्ययन किया। अध्ययन से पता चला कि पहले कपड़ों एवं खानपान में लोगों की ज्यादा रुचि हुआ करती थी, लेकिन अब लोगों की पसंद बदल चुकी है। उन ब्रांडों को लोग अधिक पसंद करने लगे हैं जो उनकी पर्सनेलिटी व एटीट्यूड को बढ़ाएं। पसंदीदा चीजों में मोबाइल फोन भी शामिल है। विडियोकॉन ने इन्हीं जरूरतों एवं पसंद को ध्यान में रखते हुए काफी स्टाइलिश एवं आधुनिकतम फीचर से लैस मोबाइल हैंडसेट बाजार में उतारा है।
24,000 करोड़ रुपये टर्नओवर के साथ विडियोकॉन भारत के 15 टॉप बड़े बिजनेस हाउस एवं विश्व के टॉप 100 बिजनेस हाउस में शुमार है। ब्रांड इक्विटी सर्वे 2009 के अनुसार विडियोकॉन भारत के टॉप 50 ब्रांडों में शामिल है। विडियोकॉन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं घरेलू उपभोक्ता वस्तुओं की अग्रणी निर्माता कंपनी है तथा रंगीन टीवी, वॉशिंग मशीन एवं रेफ्रिजरेटर के क्षेत्र में विश्व की नंबर वन कंपनी है। कंपनी टीवी कीपूर्ण रेंज, वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, ऑडियो व होम थियेटर सिस्टम, माइक्रोवेव आदि का उत्पादन करती है। विडियोकॉन विश्वस्तरीय बाजार में अपनी पहचान बना चुकी है। भारत में निर्मित अपनी वस्तुओं को यूरोप, पश्चिम एशिया, लेटिन अमरीका, नाइजीरिया एवं इंडोनेशिया आदि देशों के बाजार में बेचती है।

राणा, हेडली पर आरोप तय

शिकागो। पाकिस्तानी मूल के शिकागो निवासी तहाव्वुर हुसैन राणा तथा अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली के खिलाफ अमेरिका की एक संघीय ज्यूरी ने आज मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में आरोप निर्धारित किए। इन दोनों को ज्यूरी ने आतंकवादी हमलों के मकसद से आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा के लिए जमीनी आधार तैयार करने तथा साजो सामान संबंधी सहायता मुहैया कराने का आरोपी ठहराया है। ज्यूरी ने अपने फैप्रे में लश्कर द्वारा मुंबई हमलों की योजना बनाने की व्यापक जानकारी दी है और बताया है कि किस प्रकार इसके नेताओं ने चार दिनों तक चले हमले को निर्देशित किया। २६ नवंबर से शुरू हुए इस आतंकवादी हमले में छह अमेरिकियों समेत १६६ लोग मारे गए थे।
पाकिस्तानी मूल के ४९ वर्षीय अमेरिकी हेडली को संघीय जांच ब्यूरो ने अक्तूबर में गिरफ्तार किया था और उसके खिलाफ सात दिसंबर को आरोपपत्र दायर किया गया था जबकि ४९ वर्षीय पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को १८ अक्तूबर को गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही शिकागो में संघीय पुलिस की हिरासत में रखा गया है। राणा पर पैगम्बर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित करने वाले डेनमार्क के एक समाचारपत्र के खिलाफ आतंकवादी हमले की योजना बनाने का आरोप है। आज जो आरोप निर्धारित किए गए हैं वे सात सितंबर को हेडली के खिलाफ लगाए गए आरोपों से मेल खाते हैं तथा तीन मामलों में राणा को प्रतिवादी ठहराया गया है। उसके खिलाफ भारत तथा डेनमार्क में आतंकवादी हमलों के लिए साजो सामान के रूप में सहायता मुहैया कराने और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा की मदद करने का आरोप लगाया गया है। पाकिस्तान स्थित एक प्रभावशाली आतंकवादी संगठन के नेता इलियास कश्मीरी के खिलाफ भी आरोप निर्धारित किए गए हैं जिसके बारे में कहा जाता है कि वह अल कायदा के नेताओं और पाकिस्तानी सेना के सेवानिवृत मेजर अब्दुर्र रहमान हाशिम सईद (अब्दुर्र रहमान) के लगातार संपर्क में था। अमेरिकी विधि विभाग ने एक बयान में यह जानकारी दी।
आज पहली बार कश्मीरी के खिलाफ आरोप निर्धारित किए गए हैं हालांकि इससे पूर्व राणा, अब्दुर्र रहमान और हेडली के खिलाफ तय किए गए आरोपों में केवल उसका नाम शामिल किया गया था। राणा पर मुंबई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने तथा उसकी तैयारी में सहायता करने और डेनमार्क में आतंकवादी हमले की साजिश और लश्कर को साजो सामान की मदद देने का आरोप लगाया गया था। राणा को शिकागो में संघीय अदालत के समक्ष पेश करने के लिए अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है। यह मामला अमेरिकी जिला न्यायाधीश हैरी डी लेनिनवेबर को सौंपा गया है। अमेरिका ने दिसंबर २००१ में लश्कर को विदेशी आतंकवादी संगठन करार दिया था। आरोपपत्र में कहा गया है कि हेडली ने मुंबई हमलों की योजना बनाने में अहम भूमिका निभाई और इसके लिए उसने पाकिस्तान में लश्कर के साजिशकर्ताओं को शक्तिशाली लक्ष्यों की व्यापक वीडियो फुटेज उपलब्ध कराई। इसके साथ ही उसने हमले के दौरान आतंकवादियों द्वारा अपनाए जाने वाले रूट की सटीक सूचना भी दी और समुद्र के रास्ते आतंकवादियों के महानगर में प्रवेश के मार्ग का भी ब्यौरा तय किया।
मार्च २००८ में लश्कर ने हेडली को मुंबई बंदरगाह तथा उसके आसपास के इलाके का नौका के जरिए दौरा करने तथा विभिन्न स्थलों की वीडियोग्राफी करने का निर्देश दिया था। करीब साल भर पहले हेडली ने मुंबई में प्रमुख लक्ष्यों और विशेषकर ताज होटल की तस्वीरें लीं और वीडियो टेप तैयार किए। उसने ताज होटल के दूसरे तल पर सम्मेलन कक्षों तथा बालरूम की विस्तृत वीडियो तैयार की। उसने ओबेराय होटल के वीडियो भी तैयार किए। भारत के इस प्रकार के हर निगरानी दौरे के बाद एकत्र की गई सूचना और वीडियो फुटेज लश्कर के नेताओं को देने के लिए हेडली पाकिस्तान गया। खुद को निर्दोष बताने वाले हेडली के बारे में समझा जाता है कि उसने लश्कर के साजिशकर्ताओं के निर्देशों का पूरी तरह पालन किया और ताज होटल में भविष्य में होने वाले सम्मेलनों का कार्यक्रम हाप्रि करने का प्रयास किया। लश्कर से जुड़े लोगों के साथ एक मुलाकात में हेडली को 'एÓ सदस्य ने ताज महल होटल का नमूना दिखाया। आरोपपत्र में यह बात कही गई है। मार्च या अप्रैल २००८ में लश्कर के ए और बी सदस्यों ने हेडली को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम उपकरण दिया और बताया कि इसका इस्तेमाल किस प्रकार किया जाए। साजिश के ही हिस्से के तहत अप्रैल २००८ में हेडली ने मुंबई बंदरगाह तथा आसपास के इलाकों की जीपीएस उपकरण से निगरानी की और वीडियो टेप तैयार किए।
हेडली ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस ट्रेन स्टेशन का भी दौरा किया। हमले से पूर्व हेडली को लश्कर ने ताज होटल और हमलावरों के प्रवेश स्थलों की फिर से निगरानी करने को कहा जिसमें पुलिस स्टेशन से ताज महल होटल तक के मार्ग का वीडियो टेप तैयार करना भी शामिल था। लश्कर के दोनों ए और बी सदस्यों ने उसे मुंबई में यहूदी कम्युनिटी सेंटर चाबड़ हाउस की भी वीडियोग्राफी करने को कहा। आरोपपत्र में यह जानकारी दी गई है। हेडली के खिलाफ पिछले माह दर्ज किए गए १२ मामलों में आरोप तय किए गए हैं जिनमें छह मामले साजिश तथा बाकी हत्या, विदेशी आतंकवादी साजिशों में साजो सामान मुहैया कराने, लश्कर को साजो सामान मुहैया कराने तथा छह मामले भारत में अमेरिकी नागरिकों की हत्या से संबंधित हैं। अमेरिकी विधि विभाग ने कहा है कि वर्ष २००२ और २००३ में हेडली ने कथित रूप से पाकिस्तान में लश्कर के आतंकवाद प्रशिक्षण शिविरों में भाग लिया और डेनमार्क तथा भारत में हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए राणा, कश्मीरी तथा अब्दुर्र रहमान समेत इसके अन्य सदस्यों के साथ मिलकर साजिश रची।
विधि विभाग ने कहा है कि कश्मीरी और मेजर अब्दुर्र रहमान और पाशा के नाम से जाने जाने वाले अब्दुर्र रहमान, दोनों को हत्या की साजिश तथा डेनमार्क आतंकवादी साजिश में साजो सामान की मदद उपळब्ध कराने के लिए डेनमार्क में लोगों को भाड़े पर लेने का आरोप लगाया गया है। इन दोनों में से कोई भी अमेरिकी हिरासत में नहीं है। नाद्रर्न डिस्ट्रिक्ट आफ इलिनोइस के अमेरिकी अटार्नी पैट्रिक जे फित्जगेराल्ड, एफबीआई के शिकागो कार्यालय के विशेष एजेंट इंचार्ज राबर्ट डी ग्रांट और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी सहायक अटार्नी डेविस क्रिस ने आरोप तय किए। इस मामले की जांच तथा अभियोजन में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट आफ कैलिफोर्निया के अमेरिकी अटार्नी का कार्यालय, लास ऐंजिलिस तथा वाशिंगटन डीसी में एफबीआई कार्यालय भी भाग ले रहे हैं।

कोसी का कहर, सरकार दोषी : रिपोर्ट

पटना। बिहार के प्रधान महालेखाकार (पीएजी) ने २००८ में कोसी नदी के तटबंध टूटने के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया है। तटबंधों के टूटने से आई बाढ़ ने लाखों लोगों को बेघर कर दिया था और कई लोग मारे गए थे। सरकारी सूत्रों ने आज बताया कि पीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार के जल संसाधन विभाग ने संरक्षण कार्य में तत्परता में कमी दिखाई जिसके कारण २००८ में नेपाल में कुसाहा में कोसी के बांध में दरार आई। नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के अंदर आने वाले पीएजी कार्यालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जल संसाधन विभाग ने बांध प्रभाग और बीरपुर के पूर्वी कोसी तटबंध प्रभाग के उन प्रस्तावों को स्वीकार नहीं किया जिसमें कमजोर बांधों के संरक्षण की बात थी। इसमें २००८ के बाढ़ में बह गए बांध भी शामिल थे। बांधों को दुरुस्त करने के बजाए विभाग ने निर्माण कार्यों को ११ जगहों से समेट कर १२-८ किलोमीटर से १३-६ किलोमीटर के बीच केवल पांच जगह कर दिया और ग्रामीण इलाकों में बांधों की मरम्मत करने का तो विचार ही नहीं किया।
प्रधान महालेखाकार (पीएजी) की रिपोर्ट में बताया गया है कि पांच अगस्त २००८ को १२-१९ किलोमीटर और १२-९० किमी स्पर में दरार पडऩा शुरू हुआ और १८ अगस्त को समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया लेकिन वायरलेस रिपोर्ट से प्रमाण मिलता है कि इस अवधि में भी तटबंधों को बचाने के लिए कोई कदम नही उठाए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ से बचाव कार्य में प्रभाग और विशेषज्ञों ने तटबंधों को छुआ तक नहीं। रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि नेपाल में एक महत्वपूर्ण परियोजना पर काम चल रहा था इस वजह से स्थानीय प्रशासन और जल संसाधन विभाग को कोसी परियोजना के इलाकों की सुरक्षा और परियोजना के सुचारू निष्पादन के लिए समय-समय पर बैठकें करनी चाहिए थीं। पीएजी ने यह भी गौर किया कि भारत और नेपाल की संयुक्त समिति ने नियमित बैठकें नहीं कीं। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने पीएजी के अधिकारों पर सवाल उठाए क्योंकि न्यायमूर्ति बालिया आयोग मामले की जांच कर रहा था और महालेखाकार के कार्यालय में यह मामला नहीं आता। जल संसाधन विभाग ने कहा- यह कानून का सिद्धांत है कि जब किसी मामले की न्यायिक जांच चल रही हो तब उसके समानांतर कोई और जांच नहीं हो सकती। जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने न्यायिक जांच जारी होने का हवाला देकर इस मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया और कहा- हम इसकी रिपोर्ट की व्यग्रता से प्रतीक्षा कर रहे हैं।

06 जनवरी 2010

कला को बंदूकों से नहीं दबा सकते जेहादी-धालीवाल

डबवाली (लहू की लौ) कला कुदरत की तरह स्वतन्त्र है। वह न किसी देश, न किसी सीमा, न किसी धर्म, न किसी भाषा और न ही किसी जाति विशेष से बंधी होती है। बल्कि कला तो सबके लिए और सबको अच्छा संदेश देने के लिए होती है।
यह शब्द एक कलाकार के हैं जिसका नाम है केवल धालीवाल और जिसने कथा कश्मीर नाटक के माध्यम से कला के स्वरूप को संसार के सामने रखा है। कथा कश्मीर के माध्यम से कलाकार ने यह बताने का प्रयास किया है कि भले ही कश्मीर में जेहादी मौत का साया बनकर धर्म के नाम पर मासूमों का खून बहा रहे हैं और पुरातन कला को मिटाने के लिए बंदूक की गोलियों से कला को कत्ल करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी कला को वे किसी प्रकार से नहीं दबा सकेंगे। क्योंकि कला भी एक जुनून है। जो कलाकार के माध्यम से संसार को शांति, भाईचारे और अपने अधिकारों की रक्षा का संदेश देते हुए अन्त में आतंक पर विजय प्राप्त करेगी।
इस संवाददाता से बातचीत करते हुए केवल धालीवाल ने बताया कि उसने अपनी अभिव्यक्ति को आवाज देने के लिए मंच-रंगमंच के नाम से अमृतसर में एक पहल की है। कथा कश्मीर का डबवाली में उसकी 10वीं प्रस्तुति है। वह अब तक सात वर्षों में अनेक देशों में घूम चुका है और वह इस मुकाम पर पहुंचा है कि रंगमंच एक ऐसा अभिव्यक्ति का साधन है, जो समाज को मार्गदर्शन दे सकता है। विशेषकर देश में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज को बुलन्द करके उसको समाप्त करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कलाकार अपनी कला के माध्यम से समाज को बहुत कुछ देना चाहता है, लेकिन कलाकार की मजबूरियों के चलते कई बार सरकारें उसके मार्ग में बाधा बन जाती हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि रंगमंच के कलाकारों को एकजुट होकर सरकारों की बैसाखियों को छोड़कर अपने पैरों पर खड़े होकर अपनी कला के लिए कुछ करना होगा। उनका मानना है कि सरकारें तो सहयोग के नाम पर केवल कलाकारों के जख्म ही कुरेद सकती हैं और उसे आगे बढऩे का मौका नहीं दे सकती, इसके लिए तो कलाकार को अपने में ही आगे बढऩे, देश और समाज की सेवा का जुनून भरना होगा।
धालीवाल ने पंजाब सरकार को कोसते हुए कहा कि अब तक पंजाब में जितनी भी सरकारें आई हैं, इन सरकारों ने राज्य में कला को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रंगमंचों का एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया। जबकि कला को प्रोत्साहित करने के नाम पर नेता लोग जमकर ढि़ंढोरा पीटते हैं।

25 दिसंबर 2009

गुरूद्वारा में अबोध बालक से कुकर्म

डबवाली (लहू की लौ) गांव हाकूवाला में स्थित एक धार्मिक स्थल में स्थल के तथाकथित सेवादार ने एक अबोध बालक के साथ दुष्कर्म करके धार्मिक स्थल की मर्यादा को ही नहीं तोड़ा बल्कि उलाहना देने गये बच्चे के अभिभावकों को भी धक्के मार कर निकाल दिया।
गांव हाकूवाला के एक प्राईवेट स्कूल के प्रथम कक्षा के 9 वर्षीय छात्र मुकेश पुत्र सतपाल ने बताया कि वह बुधवार को अपने स्कूल से दोपहर को वापिस घर लौट रहा था कि जब वह गांव के बस अड्डा के पास स्थित गुरूद्वारा के पास से जैसे ही गुजरा तो वहां बैठे एक व्यक्ति ने उसे बुलाया और बहला-फुसला कर गुरूद्वारा के अन्दर ले गया। वहां पर उससे उसने दुष्कर्म किया जब उसने शोर मचाया तो उसका मुंह बन्द कर दिया तथा उसे धमकी दी कि अगर उसने बाहर किसी को बताया तो उसकी खैर नहीं।
बालक के अनुसार वह रोता हुआ ईंट-भ_ा पर स्थित अपने घर आया तो घर पर उसकी मां थी। उसने अपनी मां को आपबीती बताई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए इसकी पुष्टि मुकेश की मां वीरमा देवी ने की और कहा कि उसकी शौच से खून आया तो उसे भी संदेह हुआ कि बच्चे के साथ दुष्कर्म हुआ है। उसने इसकी सूचना अपने पति सतपाल को भ_ा पर दी। विरमा देवी ने बताया कि जब उसका पति और वह गुरूद्वारा मणि सिंह साहिब में उलाहना देने के लिए गये तो उन्हें वहां से धक्के देकर निकाल दिया गया। विरमा देवी के अनुसार इसकी सूचना उन्होंने लम्बी थाना में दी और जांच के लिए उनके पास एएसआई कश्मीरी लाल पहुंचे और उन्होंने घटना के बारे में जानाकारी लेेने के बाद उन्हें बच्चे सहित लम्बी थाना में आने के लिए कहा। इस संबंध में जब एएसआई कश्मीरी लाल से पूछा गया तो उन्होंने शिकायत मिलने और मौका पर पहुंचने की पुष्टि की।
गुरूद्वारा मणि सिंह हाकूवाला की प्रबंधक समिति के प्रधान विचित्र सिंह से इस सन्दर्भ में बातचीत करने पर उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि 7 दिन पूर्व ही आरोपी नरेन्द्र सिंह उर्फ दाना निवासी फत्ताकेरा गुरूद्वारा में आया है और बाबा जस्सा सिंह के अनुरोध पर उसे गजा इक्_ी करने के लिए गुरूद्वारा में रखा हुआ था। आज वे और अन्य लोग गुरूद्वारा में 27 दिसम्बर को 12 गांवों के आयोजित होने वाले एक विशाल नगर कीर्तन के सन्दर्भ में गांवों में श्रद्धालुओं को सूचना देेेने और इस संबंधी प्रचार के लिए इश्तिहार आदि लगाने के लिए गये हुए थे।
गुरूद्वारा के बाहर प्रसाद की सेवा करने वाले तेजा सिंह ने भी बच्चे के साथ घटित उक्त घटना की पुष्टि करते हुए धार्मिक स्थल में इस प्रकार करतूत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
लम्बी पुलिस ने कुकर्म के शिकार लड़के के ब्यान दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है और आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच जारी है।

24 दिसंबर 2009

चुनाव का बिगुल बजा, अखाड़े में पहलवानों की घोषणा बाकी

डबवाली (लहू की लौ) ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए नए नुमाइंदे की तलाश शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने दो दिन बाद 26 दिसम्बर से नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू कर देनी है। 2 जनवरी तक यह काम चलेगा और 6 जनवरी तक नाम वापिस लेने की प्रक्रिया खत्म होते ही मुकाबला शुरू हो जाएगा। मुकाबला अभी से शुरू है, लेकिन अभी खिलाडिय़ों के नाम घोषित नहीं हो पा रहे हैं।
माना जा रहा है कि इनेलो सुप्रीमों ओम प्रकाश चौटाला द्वारा खाली की गई इस सीट पर उनके कनिष्ठ पुत्र अभय सिंह चौटाला चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं। कांग्रेसी खेमे में खिलाड़ी को लेकर खलबली जरूर है, लेकिन भरत सिंह बैनीवाल पूरी तरह संतुष्ट हैं कि गदा उन्हें ही सौंपी जाएगी। वैसे बदन पर तेल मालिश वे भी करवा रहे हैं जो भरत सिंह बैनीवाल का विकल्प बनना चाहते हैं। राजनीति के जानकार कहते हैं कि यदि भरत सिंह बैनीवाल के इलावा किसी अन्य को टिकट दी गई तो इनेलो की पौ बारह पच्चीस होगी और पिछले मार्जिन में अपने आप ही बढ़ौतरी हो जाएगी। फिर भी कांग्रेस के कद्दावर नेता रणजीत सिंह और युवा लहू की पहचान रखने वाले अनिल खोड़ कोई करिश्मा कर सकते हैं। रणजीत सिंह को चुनाव मैदान में उतरने से पहले उन्हें कथित गद्दारों पर कार्रवाई चाहिए। सब जानते है कि ये गद्दार कौन हैं।
वास्तव में यह चुनाव नहीं प्रतिष्ठा की लड़ाई है। कांग्रेस पार्टी जहां इस जिले में पूरी तरह साफ हो चुकी है, वहीं इनेलो के लिए दोबारा इस सीट पर पैठ बरकरार रखने की लड़ाई है। कांग्रेस की तरफ से टिकट किसी के हाथ में हो, लेकिन परीक्षा में मूल्यांकन गोपाल कांडा का होगा। कांडा को गृहराज्य मंत्री पद इसीलिए सौंपा गया है कि उन्हें हर हाल में जिले में कांग्रेस का खाता खोल कर देना है। इसके साथ दूसरी बड़ी जिम्मेदारी सांसद अशोक तंवर की है। पहले चुनाव में उन पर सवालिया निशान लग चुके हैं कि उन्हें धोने के लिए यह दूसरा मौका दिया गया है।
हालांकि सीधे तौर पर उनकी कोई जवाबदेही नहीं है, लेकिन पार्टी की युवा शाखा की राष्ट्रीय कमान देखने वाले तंवर पर संगठन के नाते बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। लोग जिला प्रधान की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। यदि ऐलनाबाद में भी पार्टी का कोई अहित हुआ तो जवाब तलबी उनकी भी होगी।
वैसे उन्हें पहले भी नोटिस दिया जा चुका है, बेशक वह एक औपचारिकता मात्र है, लेकिन प्रधान को जवाब देने का यह दूसरा मौका तो मिल ही गया है। जानकार कहते है कि चुनाव के बाद पार्टी संगठन से लेकर मंत्रालयों तक में भारी फेरदबल होगा। अभी रंग डाला है देखिए पानी में कितनी मिलावट है और क्या रंग बनता है।

कल थे जो अपने, आज वो बेगाने हो गये

डबवाली (लहू की लौ) विधानसभा चुनाव के दौरान वोट बटोरने के लालच में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा युवा कांग्रेस के समानांतर गठित किये गये यूथ क्लब के सदस्यों ने बुधवार को कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में एक बैठक करके डबवाली में युवा कांग्रेस में बोगस भर्ती होने का आरोप लगाकर कांग्रेस में भूचाल खड़ा कर दिया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार कांग्रेस समर्थित तथाकथित यूथ क्लब सदस्यों की एक बैठक कांग्रेसी नेता नन्द लाल धानक की अध्यक्षता में हुई। यूथ क्लब के प्रधान नरेश सेठी, साहिब राम पुहाल, जगपाल सिंह, डॉ. आर.के. वर्मा, चित्रगुप्त छाबड़ा ने बैठक के बाद एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि डबवाली क्षेत्र में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भर्ती बोगस रूप से हो रही है। उनके अनुसार विधानसभा चुनाव में डॉ. केवी सिंह के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जी-जान से कार्य किया। जिसके चलते केवी सिंह को 52,000 से अधिक वोट मिले। उन्होंने डबवाली में कांग्रेस पार्टी की हार का कारण प्रत्याशी के पारिवारिक सदस्यों को बताया।
बैठक में जगसीर सिंह, अशोक कुमार, भगवान सिंह, रोबिन मदान, मोनू, संजय, विक्रम, सुनील सेठी, रामपाल सिंगला, पंकज सेठी, अमनप्रीत, सुनील, जग्गी, विक्की मोंगा, मोनू मदान, कुलदीप कुमार, प्रेम कुमार, अमित सोनी आदि के शामिल होने का दावा किया गया है। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि युवा कांग्रेस के मुकाबले में कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता ने यूथ क्लब के नाम के नीचे उपरोक्त युवकों को खड़ा किया था। जोकि अब इसी नेता के लिए गले की फांस बनने जा रहे हैं।

हजारों लोगों ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि


5 अग्निकांड पीडि़तों को विद्यापीठ में मिलेगी नौकरी, बोले अजय चौटाला
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड के 14वें स्मृति दिवस पर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं एवं हजारों लोगों ने डबवाली अग्निकांड स्मारक स्थल पर पहुंचकर 23 दिसम्बर 1995 को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट पर शहीद हुए 442 बच्चों, महिला और पुरूषों को अपनी नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मंच का संचालन कर रहे अग्निकांड पीडि़त रमेश सचदेवा ने राजनीतिक नेताओं को झिंझोड़ते हुए कहा कि अगर दिल्ली में ब्लू लाईन बस के तले आकर कुत्ता मर जाये तो हाय-तौबा मच जाती है। लेकिन डबवाली में विश्व का सबसे बड़ा अग्निकांड हुआ और इसमें सैंकड़ों बच्चे, महिला और पुरूष तिल-तिल करके मर गये तथा सैंकड़ों ही बच्चे घायल होकर आज अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ जुटाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। लेकिन इस कांड को किसी भी नेता ने वह आवाज नहीं दी, जो आवाज दी जानी चाहिए थी। उन्होंने इस मौके पर उन बच्चों को भी राजनेताओं के आगे प्रस्तुत किया, जिनको सामाजिक धारा में लौटने में पूरी जिन्दगी लग सकती है। इस मौके पर उन्होंने अग्निकांड स्मारक स्थल पर स्थापित लाईब्रेरी के लिए लाईब्रेरियन तथा पुस्तकों की मांग की। इसके अतिरिक्त डबवाली के सरकारी अस्पताल में तत्कालीन सरकार द्वारा घोषित बर्न यूनिट स्थापित करने और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा घोषित मुआवजा राशि को तुरन्त पीडि़तों को दिये जाने तथा सरकार आगे इस मामले को लेकर अपील न करे, की मांग की। 23 दिसम्बर को सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के रूप में घोषित करके इस प्रकार के उपाय करे कि भविष्य में ऐसी त्रासदी कभी घटित न हो।
इस मौके पर डबवाली अग्निकांड के शहीदों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए हल्का डबवाली के विधायक अजय सिंह चौटाला ने कहा कि दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सरकार को विवश किया जाएगा कि वह उस समय घोषित वायदे को पूरा करे और मानवता के नाते जो भी राशि उच्च न्यायालय द्वारा घोषित की गई है, उसे तुरन्त पीडि़तों को अदा करे। इस मौके पर उन्होंने अग्निकांड पीडि़तों की आवाज को बुलन्द करने का भी आश्वासन दिया और साथ में कहा कि सरकार पीडि़तों के लिए कब क्या करती है, ये तो बाद की बात है। लेकिन वह अभी 5 अग्निकांड पीडि़तों को चौ. देवीलाल विद्यापीठ, सिरसा में नौकरी देने की घोषणा करते हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा के पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह ने कहा कि फायर विक्टम एसोसिएशन ने लम्बा संघर्ष करके और तकलीफें सह कर इस लड़ाई को जीता है। उनके परिवार के भी चार सदस्य इस कांड में शहीद हुए हैं। उनके अनुसार जिसका इस कांड में कोई आया है, वो इसकी पीड़ा समझ सकता है। वे पहले भी एसोसिएशन के संघर्ष में शामिल थे और अब भी जो कुछ उनसे हो पाएगा, वे करेंगे।
सांसद अशोक तंवर ने इस बात को स्वीकार किया कि अग्निकांड पीडि़तों को इलाज के दौरान या अब तक जो मुश्किलें आ रही हैं, वे व्यवस्था की कमी के कारण ही आ रही हैं। वे इस व्यवस्था की कमी को दूर करने का जितना प्रयास कर सकते हैं, उतना प्रयास करेंगे और जो मांगे पीडि़तों ने रखी हैं, उन पर अभी से काम शुरू हो जाएगा तथा कल वे मुख्यमंत्री से भी इस सम्बन्ध में बातचीत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कहीं भी कमी रही है अब भी इन्सानियत के नाते पीडि़तों के समक्ष जो भी समस्या आ रही है, उसका समाधान किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, संदीप चौधरी, नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, विनोद बांसल, बसपा नेता लीलू राम आसाखेड़ा आदि उपस्थित थे।

अभी भी नहीं लिया किसी ने सबक

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड को हुए करीब 14 वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन अभी तक इस कांड के प्रभावित लोगों के जख्मों पर किसी ने भी मरहम लगाने का प्रयास नहीं किया है। हालांकि कहा तो यह भी जाता है कि 12 वर्ष के बाद रूढी की भी सुनी जाती है और 14 वर्ष का वनवास काटकर प्रभु श्री राम भी अयोध्या लौट आये थे। लेकिन अग्निकांड को हुए 14 वर्ष होने के बावजूद भी आज तक न तो किसी राजनीतिक ने सुध ली है और न ही लोगों या प्रशासन ने कोई सबक सीखा है।
डबवाली अग्निकांड 23 दिसम्बर 1995 को घटित हुआ था। इससे पूर्व और इसके बाद आज तक इतना बड़ा अग्निकांड दुनिया में कहीं घटित नहीं हुआ और ईश्वर से यही प्रार्थना है कि ऐसा हो भी ना। डबवाली अग्निकांड में 442 बच्चे, महिला-पुरूष, युवा और वृद्ध शहीद हुए थे। उस समय की सरकार ने इस कांड से सबक लेते हुए यह घोषणा की थी कि डबवाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को सिविल अस्पताल बना दिया जाएगा और यहां पर बर्न यूनिट भी स्थापित किया जाएगा। इस दौरान कई सरकारें बदली लेकिन किसी ने भी इन घोषणाओं पर ध्यान नहीं दिया। परिणामस्वरूप अग्निकांड में घायल हुए बच्चों को अब भी अपने इलाज के लिए दिल्ली, चण्डीगढ़ और रोहतक जाना पड़ रहा है। अभी भी कुछ बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें इलाज करवाते-करवाते शायद उम्र ही बीत जाये।
अग्निकांड को देखते हुए एतहात के तौर पर सरकार ने यह भी प्रावधान किया था कि जब भी कहीं शादी समारोह होगा तो वहां पर लगने वाले टैण्ट इस हिसाब से लगाये जाएंगे कि उनमें आने-जाने के लिए चार प्रवेश द्वार होने जरूरी हैं और टैण्ट के लिए फायर ब्रिगेड की मंजूरी भी जरूरी है। यहीं नहीं बल्कि आग जलाने का काम टैण्ट से काफी दूरी पर होगा। लेकिन इन सब नियमों को धत्ता बताकर कार्यक्रम पहले की तरह ही चल रहे हैं। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अग्नि से बचाव के लिए कोई प्रबन्ध नहीं किये जा रहे हैं।
अग्निकांड पीडि़त रमेश सचदेवा ने कहा कि सरकार ने डबवाली के सीएचसी को जनरल अस्पताल बनाने की घोषणा तो कर दी। लेकिन अभी तक इसे जनरल अस्पताल का दर्जा नहीं मिला है। 100 बैड के अस्पताल को हाल ही में 60 बैड का तो कर दिया गया है। लेकिन न तो पूरे बैड हैं और न ही 60 बैड वाली सुविधाएं।
बर्न यूनिट की स्थापना अभी तक नहीं की गई। फिजियोथेरेपिस्ट भी नियुक्त नहीं किया गया। घायलों की हालत यह है कि गर्मी में उनके जख्म फिर से संजीव हो उठते हैं और इलाज के लिए उन्हें दिल्ली, चण्डीगढ़ और रोहतक जाना पड़ता है। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जाहिर किया कि डीएमसी और सीएमसी लुधियाना के अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए नामजद करने के बाद अब लिस्ट से काट दिया गया है। जबकि डीएमसी और सीएमसी में ही अधिकांश मरीज अपना इलाज करवाते रहे हैं और वहां के डॉक्टर जो इलाज करते थे, उससे परिचित हैं। उन्होंने मांग की कि इन अस्पतालों को भी पुन: सूचिबद्ध किया जाये।
डबवाली के सरकारी अस्पताल की हालत तो यह है कि यहां पर न तो एक्स-रे और न ही अल्ट्रासाऊंड स्पैशलिस्ट है। हालांकि अल्ट्रासाऊंड मशीन को आये करीब 8 वर्ष हो चुके हैं। यहां के अस्पताल में फिजियोथेरेपी के लिए जो सामान मंगवाया गया था, वह भी नदारद है। सचदेवा ने मांग की है कि डबवाली के सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित करके किसी बर्न स्पैशलिस्ट को नियुक्त किया जाये और घायलों का इलाज डबवाली में ही हो।
अग्निकांड में अपने दोनों हाथ गंवा चुके उमेश कुमार पुत्र परमानन्द मित्तल के अनुसार जब यह कांड हुआ, उस समय वह 14 वर्ष का था। अब उसकी आयु 28 वर्ष है। हाथों से विकलांग होते हुए भी, उसने जैसे-तैसे 12वीं पास कर ली। अब वह नौकरी के लिए दर-दर भटक रहा है। अग्निकांड की स्मृति के समय 23 दिसम्बर को जब भी राजनीतिक श्रद्धांजलि देने आते हैं, तो उन्हें नौकरी का आश्वासन देते हैं। बाद में अग्निकांड पीडि़तों को भूल जाते हैं और वह पिछले करीब 8 सालों से देखता आ रहा है कि अग्निकांड पीडि़तों के साथ राजनीतिक हीन भावना के साथ पेश आते हैं और केवल टॉफी देने के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं करते। घायलों की हालत यह है कि वह जीवित भी मुर्दे के समान हैं।
14 वर्ष पूर्व हुए अग्निकांड से लगता है कि सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा। यही कारण है कि डबवाली में दो फायर ब्रिगेड स्टेशन होने के बावजूद भी इन फायद ब्रिगेड स्टेशनों पर स्टॉफ का अत्यंत अभाव है। फायर ब्रिगेड सूत्रों के अनुसार दोनों फायर ब्रिगेड स्टेशनों के 4 वाहनों पर करीब 76 जनों का स्टॉफ चाहिए। लेकिन वर्तमान समय में दोनों फायर स्टेशनों पर केवल 21 का ही स्टॉफ है। यहां तक की इन फायर स्टेशनों के पास आवश्यक सामान भी नहीं है। पिछले दिनों रामां मण्डी में आग बुझाने के लिए डबवाली नगरपालिका की फायर ब्रिगेड को भेजा गया था। जिसको दंगाईयों ने क्षतिग्रस्त कर दिया और इसके बाद नई गाड़ी मांगने पर सिरसा से एक गाड़ी भेजी गई। जिसकी हालत यह है कि उसमें से पानी ही टपक रहा है।

20 दिसंबर 2009

खेलों पर खर्च होंगे 56 करोड़ 48 लाख रूपये

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए 56 करोड़ 48 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी, जोकि विगत विपक्षी सरकार के एक वर्षीय खेल बजट से दस गुणा अधिक है।
श्री कांडा ने आज सिरसा जिले के एक स्कूल में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का उद्घाटन अवसर पर विद्यार्थियो व लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं का खेलों में रुझान बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण, रजत और राष्ट्रीय पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाकर क्रमश: 3 लाख, 2 लाख ओर 1 लाख रुपए कर दी है जबकि पहले यह राशि 51 हजार, 31 हजार और 11 हजार रुपए थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल विकास के लिए और ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने के लिए 171 गांवों में राजीव गांधी खेल स्टेडियम तथा विभिन्न स्थानों पर खेल अकादमी स्थापित की जा रही है। अर्जुन व द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं सहित अन्य प्रशिक्षित खिलाडिय़ों पांच हजार रुपए प्रति माह सम्मान भत्ता दिया जा रहा है। द्रोणाचार्य और अर्जुन अवार्डियों को द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाडिय़ों को अब तक 14.31 करोड़ रुपए की राशि सम्मान स्वरुप दी जा चुकी है। प्रदेश में क्रिकेट के अलावा पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए नर्सरी और अन्य शाखाओं की स्थापना की जा रही है। हॉकी के लिए शाहबाद में एस्ट्रोट्रफ बिछाया गया है। पंचकूला में 4 करोड़ रुपए की लागत से सिंथेटिक टै्रक बिछाया जा रहा है। इसके अलावा सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में साढ़े 4 करोड़ रुपए की लागत से हॉकी मैदान पर एस्ट्रोट्रफ बिछाने का कार्य जारी है।
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि सिरसा में शिक्षा के साथ-साथ सभी तरह की खेल सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि जिला के बच्चे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन कर सके। उन्होंने स्कूल भवन के लिए 11 लाख रुपए की राशि अनुदान के रुप में मुहैया करवाने की घोषणा की। इसके साथ-साथ स्कूल में टेबल टेनिस की नर्सरी और स्केटिंग विंग तथा बॉस्केट बाल ग्राऊंड बनाने की घोषणा भी की।

प्रदेश में खुलेंगे 1500 स्किल्ड डवलपमेंट सैन्टर

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के गृह एवं उद्योग राज्यमंत्री गोपाल कांडा ने कहा कि प्रदेश भर में युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए 1500 स्किल्ड डवलपमेंट सैंटर खोले जाएंगे। वे आज सिरसा जिले के झीड़ी गांव में 10 लाख रुपए की लागत से बनने वाले पार्क का शिलान्यास कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण युवाओं के विकास के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष के अन्त तक युवाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष बल दिया जाएगा। युवाओं के कल्याण हेतु पंचायतों को ओर अधिक अधिकार दिए जाएंगे ताकि पंचायतें खेल सुविधाओं पर अधिक राशि कर खर्च कर सकेगी।
श्री कांडा ने कहा कि चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान जिले में एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च की जा चुकी है। नरेगा स्कीम के तहत गांव में 58 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने बाबा दीप सिंह युवा क्लब को जिम प्रदान करने की घोषणा की तथा गांव के मिडल स्कूल को अपग्रेड करवाने का भी आश्वासन दिया।

सरकारी विद्यालय के बच्चों की होगी स्वास्थ्य जांच

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की जाएगी इसके लिए सरकार ने इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना चलाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत स्कूली बच्चों का नियमित रूप से हैल्थ चैकअप किया जाएगा। हर बच्चे का हैल्थ कार्ड बनाया जाएगा। कार्ड में बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी विवरण दर्ज किया जाएगा। जिन बच्चों के स्वास्थ्य में किसी तरह की चूक हुई उनके उचित इलाज की व्यवस्था भी योजना के अंतर्गत की जाएगी।

यह जानकारी प्रदेश की स्वास्थ्य, शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्री गीता भुक्कल ने आज झज्जर में दी। उन्होंने प्रदेश सकरार द्वारा जनकल्याण में लिए गए एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि नये सत्र से पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी वर्गों के बच्चों को स्कूल में किताबें मुफ्त मिलेंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का दृष्टिकोण है कि आर्थिक अभाव के चलते प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह पाए।
उन्होंने कहा कि समाज हित के इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के तमाम उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रयास किए जा रहे हैं कि प्रदेश के सभी स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में फर्नीचर उपलब्ध हो ताकि किसी भी बच्चे को जमीन पर बैठकर पढ़ाई न करनी पड़े। उन्होंने कहा कि मिड-डे-मिल योजना में भी रचनात्मक सुधार करते हुए मिड-डे-मिल की राशि में बढोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बनने वाले भोजन की गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता न हो इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश में शिक्षा का स्तर तेजी से सुधरा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश एजुकेशन हब बनने जा रहा है। राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान दस्तक देंगे। उन्होंने कहा कि आई.आई.एम और फैशन डिजानिंग जैसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थान हरियाणा में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापरक शिक्षा की नींव प्राथमिक स्तर से ही मजबूत हो इसके लिए अनेक योजनाएं प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति के छात्रों को शिक्षा विभाग द्वारा पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक 100 रुपए से 300 रुपए तक प्रतिमाह छात्रवृत्ति तथा 740 से 1450 रुपए तक प्रतिवर्ष कक्षा अनुसार एकमुश्त भत्ता दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अन्य वर्गों की लड़कियों को 150 रुपए से 400 रुपए तक प्रतिमाह छात्रवृत्ति तथा 740 रुपए से 1450 रुपए मासिक भत्ता प्रति वर्ष एक मुश्त दिया जा रहा है।

19 दिसंबर 2009

सुखबीर बोले, कौन कैप्टन अमरिन्द्र सिंह..

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह किसी कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को नहीं जानता। वे कौन हैं?
वे शुक्रवार को डबवाली बार एसोसिएशन के बार रूम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने उपरोक्त शब्द उस समय कहे जब उनका ध्यान पंजाब में स्वाईन फ्लू को रोकने में सरकार की विफलता और स्वाईन फ्लू का लाईसेंस कुछ अकाली नेताओं को दिये जाने के सम्बन्ध में बठिण्डा में कैप्टन अमरिन्द्र सिंह द्वारा पत्रकार वार्ता में लगाये गये आरोप की ओर आकर्षित करवाया गया। उन्होंने कहा कि वे किसी अमरिन्द्र सिंह को नहीं जानता। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार स्वाईन फ्लू के सम्बन्ध में सभी पग उठा रही है। यहां तक की हर स्टेशन पर स्वाईन फ्लू के लिए जरूरी दवा टेमी फ्लू का स्टॉक रखने के आदेश दिये गये हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह बीमारी हवा से फैलती है, इसका इलाज तो परहेज है और कोई भी सरकार इसे केवल रोकने का ही प्रयास कर सकती है।
जब उनसे वीरवार को लोकसभा में गृह मंत्री पी. चिदम्बरम द्वारा पेश किये गये उस प्रस्ताव के सम्बन्ध में पूछा गया कि सभी मंत्रियों को इस प्रस्ताव द्वारा अपने रिश्तेदारों व अन्य लोगों को हवाई यात्रा में फ्री में साथ लेजाने की सुविधा दी गई है, जबकि महंगाई बढ़ रही। इस पर पहले तो छोटे बादल ने प्रस्ताव के सम्बन्ध में अनभिज्ञता जाहिर की। लेकिन अभय सिंह चौटाला ने उन्हें इसकी जानकारी दी तब वे बोले कि केन्द्र सरकार ही महंगाई बढ़ाने के लिए दोषी है और अब इस महंगाई पर नियंत्रण करने में कांग्रेस की केन्द्र सरकार पूरी तरह से असफल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार महंगाई के मामले में विश्व की सबसे फेल्यूअर सरकार है।
उन्होंने इस मौके पर पत्रकारों को बताया कि पंजाब सरकार शीघ्र ही नये नियम बनाकर बार सदस्यों को विभिन्न स्थानों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास करेगी।

सुखबीर बादल ने बार एसोसिएशन को दी 11 लाख की अनुदान राशि

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को अचानक इनेलो नेता तथा खेल रत्न अभय सिंह चौटाला के साथ डबवाली बार रूम में पहुंचे। इस मौके पर बार एसोसिएशन को कम्प्यूटर आदि के लिए छोटे बादल ने 11 लाख रूपये की राशि अपनी जेब से देने की घोषणा की।
प्राप्त जानकारी अनुसार उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल तथा इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने शुक्रवार को कालांवाली तथा ऐलनाबाद क्षेत्र के कुछ गांवों का दौरा करना था और इस दौरे पर जाने से पूर्व वे अचानक बार रूम में वकीलों से मिलने के लिए पहुंच गये। सुखबीर सिंह बादल पहली बार, बार एसोसिएशन में आये थे। इस मौके पर वकीलों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
बार को सम्बोधित करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उनके परिवार का डबवाली से गहरा रिश्ता है और डबवाली नगर को वे अपना ही नगर मानते हैं। अगर हरियाणा में इस बार इनेलो की सरकार बनती तो डबवाली नगर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों का केन्द्रीय नगर होता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर जो करता है, ठीक है। लेकिन अगली बार अवश्य ही हरियाणा के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला होंगे और डबवाली दो मुख्यमंत्रियों का केन्द्र नगर बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि वकील जनता को इंसाफ दिलाने की भूमिका अदा करते हैं। भले ही लोगों का पुलिस से झगड़ा हो या फिर आपसी झगड़ा। वकीलों की मार्फत ही उनकी सुनवाई होती है और लोगों को इंसाफ मिलता है। उन्होंने पिछले दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले वकील कोर्ट के बाहर एक टेबल लगाकर बैठते थे। लोग थके-हारे जब उनके पास पहुंचते तो लोगों को आराम करने के लिए एक बैंच भी नसीब नहीं होता था। अब जबकि बार एसोसिएशन के प्रयासों से अच्छे कार्यालय बन गये हैं, उन्होंने डबवाली न्यायालय परिसर में वकीलों के बने कमरों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सभी स्थानों पर इसी प्रकार की सुविधा होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि लुधियाना में वकीलों को अच्छी सुविधा मिले, इसके लिए पंजाब सरकार ने 2 करोड़ रूपये बार एसोसिएशन को देने की घोषणा की है।
इस मौके पर वे फिर से चौटाला और बादल परिवारों के आपसी सम्बन्धों का जिक्र करना नहीं भूले। उन्होंने कहा कि पंजाब में हो रहे विकास का लाभ डबवाली के लोगों को भी मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि बठिण्डा में अगले वर्ष से शुरू होने वाले एयरपोर्ट का लाभ भी यहां के लोगों को मिलेगा। जिसमें दिल्ली से बठिण्डा का लुत्फ हवाई यात्रा से लोग उठाएंगे।
इस मौके पर खेल रत्न अभय सिंह चौटाला ने डबवाली की बार एसोसिएशन में उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के पहली बार पधारने पर धन्यवाद किया और बादल ने जब बार एसोसिएशन के सहयोग के लिए 5 लाख रूपये की राशि घोषित की तो उन्होंने बीच में बोलकर इस राशि को बढ़वाकर 11 लाख रूपये करवा दिया।
इस मौके पर मंच का संचालन एडवोकेट केएल पासी ने किया। इस अवसर पर उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह, उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा, डीएसपी रामफल सिंह, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह, बार एसोसिएशन के प्रधान कुलवन्त सिंह सिधू, एडवोकेट सुरेन्द्र गर्ग, कुलदीप सिंह, बलजीत सिंह, सुखबीर सिंह बराड़, वाईके शर्मा, आर.के. बिस्सू, सुभाष चन्द्र गुप्ता, दीपक कौशल, गंगा बिशन गोयल, जीबी मिढ़ा, राजपाल सिंह, राजेश यादव, सुरेश मैहता, तेजिन्द्र सिंह मिड्डूखेड़ा आदि उपस्थित थे।

कांग्रेस लोगों को दालें छोड़कर सूखे मटर खाने की सलाह देने लगी-बादल

कालांवाली (लहू की लौ) शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने जरूरी वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों पर नकेल डालने में बुरी तरह से असफल और अयोग्य साबित हुई कांग्रेस के नेतृत्व से केन्द्र सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है।
वे शुक्रवार को हरियाणा के डबवाली और कालांवाली कस्बों में शिरोमणि अकाली दल और इण्डियन नेशनल लोकदल के सांझे उम्मीदवार चरणजीत सिंह रोड़ी की बेमिसाल विजय पर धन्यवादी रैलियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ौतरी के कारण आम आदमी को दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़े हुए हैं। लेकिन केन्द्र सरकार गैर संवेदनशील बनी हुई है। उन्होंने कहा कि महंगाई की दर के आंकड़े पिछले 12 वर्षो के दौरान सबसे अधिक 20 प्रतिशत तक पहुंच जाना वर्तमान केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियां का दिवालियापन प्रकट कर रही है। उन्होंने कहा कि इस दिशाहीन सरकार को अब सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय कृषि, वित्त और वाणिज्य मंत्रालयों में कोई तालमेल न होने के कारण कीमतों में बढ़ौतरी की समस्या का समाधान करने में केन्द्र सरकार असफल रही। जिसके चलते देश को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है।
सुखबीर सिंह बादल ने लोगों को कांग्रेस की भ्रष्ट नीति का पर्दाफाश करने का आह्वान करते हुए कहा कि दालों की कीमतें 90 रूपये प्रति किलो से ऊपर जा चुकी हैं और केन्द्र सरकार कीमतों पर नियंत्रण स्थापित करने की अपेक्षा देश के 70 प्रतिशत लोगों के लिए प्रोटीन का इकलौता स्त्रोत दालों को छोड़कर सूखे मटर खाने की सलाह दे रही है। उन्होंने कहा कि अब स्थिति इतनी शर्मनाक बन चुकी है कि बड़े स्टोरों द्वारा राशन की कीमत सूची जारी करते समय दालों का भाव प्रति आधा किलो ही बताया जा रहा है। जबकि दालों का भाव पिछले चार महीनों के भीतर दुगुने रेट पर जा पहुंचा है।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जल्दी ही एनडीए का एक प्रतिनिधि मण्डल देश के राष्ट्रपति को मिलकर केन्द्र सरकार को कुंभकर्णी नींद से उठाने या फिर बर्खास्त करने की मांग करेगा। यह सरकार खाने-पीने वाली वस्तुओं में हुई वृद्धि के कारण भूख से मरने वाले मजबूर लोगों की जान की रक्षा करने और अपने संवैधानिक कत्र्तव्य को निभाने में बुरी तरह असफल साबित हुई है।

20 लाख की शराब सहित तीन धरे

डबवाली (लहू की लौ) जिला चूरू के भलेठी थाना में पंजाब से समगलिंग करके लाई जा रही करीब 20 लाख रूपये कीमत की शराब पकड़ी गई है। शराब लेजाने के आरोपी हरियाणा के जिला सिरसा से सम्बन्धित हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार भलेठी थाना के अन्तर्गत आने वाले तारा नगर के पेट्रोल पम्प पर मुखबरी के आधार पर खड़े ट्रक की तालाशी लेने पर उसमें से 785 कार्टून अंग्रेजी शराब बरामद हुई। जिसकी कीमत 20 लाख रूपये आंकी जा रही है। यह शराब कैटल फीड के नाम पर गुजरात के भाव नगर की बिल्टी बनवाकर लेजाई जा रही थी।
भलेठी थाना प्रभारी महेन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि भारी मात्रा में एक ट्रक में भरकर खन्ना से भावनगर के लिए शराब लेजाई जा रही है। ट्रक हरियाणा के जिला सिरसा से सम्बन्धित है। इसी मुखबरी के आधार पर तारा नगर के पेट्रोल पम्प पर रूके ट्रक की तालाशी ली गई और उसमें रखी भारी मात्रा में उपरोक्त शराब बरामद हुई। ट्रक के साथ पकड़े गये तीन लोगों ने अपनी पहचान बलदेव सिंह तथा परमजीत सिंह पुत्रान सुरेन्द्र सिंह निवासी भगत नगर, सिरसा के रूप में और तीसरे ने सुखबीर सिंह पुत्र बलदेव सिंह निवासी जानेश्वर (जलालाबाद) पंजाब के रूप में करवाई है। बलदेव सिंह ने स्वयं को ट्रक का मालिक और चालक बताते हुए पुलिस को बताया कि उसने इस शराब को खन्ना से ट्रक में लोड किया था और इसे भाव नगर लेजाना था।
तालाशी के दौरान बरामद 785 कार्टून में डीएसपी ब्लैक 190 पेटी, ग्रीन लेवल 140 पेटी, रॉयल स्टेग 100 पेटी, ब्लेंडर स्टेड 5 पेटी, डरवी स्पैशल 90 पेटी, अरेस्टो ग्रेट गोल्डन 65 पेटी, अरेस्टो ग्रेट प्रीमियम 35 पेटी, एव्रीडे गोल्ड 95 पेटी, अरेस्टो ग्रेट शेक 65 पेटी शराब बताई जाती है। यह भी बताया जाता है कि डीएसपी ब्लैक शराब की कीमत प्रति बोतल करीब 500 रूपये है। पकड़ी गई शराब महंगी शराब बताई जाती है।

18 दिसंबर 2009

गेहूं भिगोने के मामले में राजनीतिक और अफसरशाही की मिलीभगत-रवि चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौ. देवीलाल के पौत्र एवं किसान नेता रवि सिंह चौटाला ने भिवानी और डबवाली में सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके भिगोने के मामले में कोई कार्यवाही न होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए इसमें राजनीतिकों और अफसरों की मिलीभगत करार दिया है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिकों और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते गेहूं भिगोने का काम केवल भिवानी और डबवाली में ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा में हो रहा है। राजनीतिकों और अफसरशाही की मिलीभगत से होने वाली इस लूट-खसूट से जनता को बचाने की जरूरत है। उनके अनुसार इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और कानूनी दायरे में रहकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सचिव सतनाम सिंह नामधारी ने गेहूं भिगोने के मामले पर कहा कि वामपंथी दलों ने इसे गंभीरता से लिया है। शीघ्र ही जिला सिरसा के वामपंथी दलों की इस मामले को लेकर बैठक हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 31 दिसम्बर तक अगर सरकार ने दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो वामपंथी दल एक विशेष रणनीति के तहत इस मामले को लेकर आंदोलन चलाएंगे।

ब्यान से मुकरा डीएम

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में गेहूं भिगोने के मामले पर स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा आज फिर अपने ब्यान से पलट गये और उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट उन्होंने पुलिस को नहीं बल्कि अपने मुख्यालय चण्डीगढ़ भेजी है।
पिछले करीब दो सप्ताह से डबवाली के स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने के बाद गेहूं भिगोने का मामला चल रहा है और इस सम्बन्ध में जब भी कार्पोरेशन के जिला प्रबन्धक से बातचीत की जाती है तो वह हर रोज अपने ब्यान से पलटते रहते हैं। पहले उन्होंने कहा था कि गेहूं के नमूने नहीं लिये और बाद में कहा कि उसने गेहूं के नमूने लिये हैं। बुधवार को मोबाइल पर बातचीत के दौरान कहा कि उसने जांच रिपोर्ट तैयार करके पुलिस को प्रेषित कर दी है। लेकिन आज वीरवार को इस ब्यान से भी मुकर गये और कहा कि उसने तो अपने उच्च अधिकारियों को चण्डीगढ़ में जांच रिपोर्ट भेजी है।
उनसे यह पूछने पर कि जांच रिपोर्ट में क्या लिखा है, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने तो सिर्फ जांच रिपोर्ट में यही बताया है कि डबवाली के विवादित गोदाम में पड़ी गेहूं के अलग-अलग स्टेगों से दो-दो नमूनें लिये और उनकी डबवाली तथा सिरसा में अपने स्तर पर नमी की जांच की। जो सही पाई गई है।
यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि जांच रिपोर्ट के सम्बन्ध में इस संवाददाता ने तीन बार जिला प्रबन्धक से मोबाइल पर सम्पर्क किया और पहली बार तो दोपहर 2.23 पर कहा कि वे काम में व्यस्त हैं, आधा घण्टा के बाद बात करना। जब 3.10 पर फिर बात की गई तो 15 मिनट के बाद बात करना। अन्तत: 4.35 मिनट पर ही वे गेहूं प्रकरण के सम्बन्ध में कुछ बताने को तैयार हुए।

रोजगार सहायक को हटाने के निर्णय से मजदूर हुए शांत

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) खण्ड के गांव ख्योवाली में मनरेगा के तहत कार्य कर रहे मजदूरों की मांग व बीडीपीओ के निर्देशानुसार गुरुवार को जोहड़ पर ग्रामसभा की बैठक बुलाई गई। जिसमें एबीपीओ राजेंद्र सिंह लाठर, सरपंच सुरेंद्र सिंह श्योराण, ग्राम सचिव प्रेम कुमार व रोजगार सहायक राजाराम व अनेक मजदूर पुरुष व महिलाएं मौके पर मौजूद थे। ग्रामसभा की बैठक में सर्वसम्मति से रोजगार सहायक राजाराम की मनमानी व उसके गलत व्यवहार के कारण उसे हटाने का निर्णय लिया गया और लिखित कार्रवाई की गई। मजदूरों से जब कार्रवाई के कागजात पर हस्ताक्षर करने को कहा गया तो अभी चार पांच मजदूर ही हस्ताक्षर कर पाए थे कि अन्य लोगों ने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया जिस कारण कार्रवाई अधूरी रह गई। तत्पश्चात मजदूरों ने कहा कि उन्हें दिहाड़ी पर काम दिया जबकि एबीपीओ राजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार वे दिहाड़ी पर नहीं रख सकते। इस पर मजदूरों ने कहा कि वे अब डीसी व एडीसी सिरसा के पास जाकर अपनी मांग रखेंगे। एबीपीओ राजेंद्र कुमार व ग्राम सचिव प्रेमकुमार ने मजदूरोंं से कहा कि वे उनकी मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचा देंगे। कुछ मजदूरों ने एक आदमी का नाम लेते हुए उसे रोजगार सहायक रखने को कहा तो एबीपीओ ने कहा कि 4 आदमियों का पैनल बनाया जाएगा और फिर उनमें से जो व्यक्ति योग्य होगा उसे रखा जाएगा। इस अवसर पर अनिल कुमार, बृजलाल, धर्मपाल, रघुबीर, प्रभुराम, हरीसिंह, रामू, राजेंद्र व कृष्ण सहित अनेक मजदूर उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि बुधवार को गांव ख्योवाली के सैकड़ों मजदूरों ने खंड कार्यालय ओढ़ां पहुंचकर अपनी मांग बीडीपीओ के समक्ष रखी थी। कल और आज दो दिन से मजदूरों की दिहाड़ी भी नहीं लगी और वे इसी कार्य में लगे रहे।

पिछले दरवाजे से खाद, बीज व कृषि यंत्र के दाम बढ़ाए जाने की योजना-अभय चौटाला

ऐलनाबाद (लहू की लौ) खेल रतन एवं जिला परिषद के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने आज अपने तीन दिवसीय दौरे के प्रथम दिन के दौरान ऐलनाबाद हलके के गांव कोटली, कुत्ताबढ़, रत्ताखेड़ा, हुमायुखेड़ा, शेखूपुरा, कृपालपट्टी, मौजूखेड़ा, बुढ़ीमेड़ी, प्रतापनगर, अमृतसरछोटा, अमृतसरबड़ा एवं मिर्जापुर सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में जाकर मतदाताओं से सम्पर्क साधा और उनकी समस्याओं को सुनकर मौके पर ही निपटारा किया।

इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए चौटाला ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लम्बे समय तक कांग्रेस ने देश व प्रदेश पर शासन किया है लेकिन गांवों में वह अभी तक आधारभूत सुविधाएं देने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि खेतों में सिंचाई करने के लिए नहरों में पानी नहीं है, कनक की बिजाई के लिए किसानों को बीज नहीं मिल रहा है जिससे किसानों के अंदर स्पष्ट रूप से चिंता देखी जा रही है। जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि इनेलो की सरकार आने पर शहरों की तर्ज पर गांवों में सैक्टर बनाए जाएंगे और उन्हें शहरों जैसी आधारभूत सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। अभी तक महंगाई पर काबू न पाने के लिए कांगे्रस सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि आज कांग्रेसी नेताओं के बयानों से महंगाई तेजी से बढ़ रही है, कनक का व्यापक भंडार होते हुए भी विदेशों से गेहूं आयात करने की तैयारी की जा रही है और पिछले दरवाजे से खेतों में काम आने वाली खाद, बीज व कृषि यंत्र के दाम बढ़ाए जाने की योजना बनाई जा रही है लेकिन इनेलो इस प्रकार की जनविरोधी व किसान विरोधी योजनाओं को लागू नहीं होने देगी।
अभय सिंह चौटाला अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन 18 दिसम्बर को गांव ठोबरिया, तलवाड़ा, मौजू की ढाणी, बेहरवाला, धोलपालिया, नीमलां, काशी का वास, ढाणी शेरां, कर्मशाना, मिठनपुरा व किशनपुरा व 19 दिसम्बर को गांव उमेदपुरा, मेहनाखेड़ा, चिलकनी ढाब, भुर्टवाला, पोहड़का, कुमथला, मुसली, छोटी ममेरां, बड़ी ममेरां, मिठ्ठी सुरेरां, खारी सुरेरां व ढाणी लखजी में जाकर मतदाताओं से सम्पर्क साधेगें और उनकी समस्याओं को सुनकर मौके पर ही निपटारा करेंगे।

अध्यापक ने मुख्याध्यापक के जड़ा तमाचा

सिरसा। गांव अरनियांवाली स्थित सरकारी स्कूल के एक अध्यापक ने मुख्याध्यापक के मुंह पर तमाचा जड़ दिया। इसको लेकर आज स्कूल में काफी बवाल मचा। ग्रामीणों ने अध्यापक की इस हरकत से क्षुब्ध होकर मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और जोरदार प्रदर्शन किया। जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी द्वारा काफी समझाने के बावजूद ग्रामीणों ने ताला नहीं खोला। वे अध्यापक को निलम्बित किए जाने अथवा तबादला किए जाने की मांग पर अड़े हुए थे। बताया गया है कि गांव अरनियांवाली के सरकारी स्कूल में कार्यरत्त अध्यापक राजेश का बीते दिवस प्रिंसीपल भीम सैन के साथ झगड़ा हो गया। इस दौरान राजेश ने मुख्याध्यापक को तमाचा जड़ दिया। ग्रामीणों को जब इस बात का पता चला तो वे अध्यापक राजेश के खिलाफ लामबंद हो गए। गांव के शहीद भगत सिंह युवा क्लब के सदस्यों ने आज सैंकड़ों ग्रामीणों के नेतृत्व में स्कूल में जाकर अध्यापक राजेश के खिलाफ खूब नारेबाजी की और स्कूल के मुख्य द्वार को ताला लगा दिया। गांव वासियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यापक राजेश की कार्यप्रणाली जरा भी ठीक नहीं है। वह अकसर स्कूल के अन्य अध्यापकों के साथ झगड़ा करता है।
इस बात को लेकर पहले भी उसकी डेपुटेशन करवाई, लेकिन अपने राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर उसने 24 घंटे में डेपुटेशन कैंसल करवा ली। गांव वासियों ने कहा कि बीते दिवस स्कूल के मुख्याध्यापक के साथ झगड़ा कर अध्यापक राजेश ने नैतिकता की सारी सीमाएं लांघ दी है। उसके इस रवैये के कारण स्कूल में पढऩे वाले बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है, वहीं उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
स्कूल पर ताला जड़े जाने की सूचना मिलने पर जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी शेर सिंह खीचड़ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे आरोपी अध्यापक राजेश को डेपुटेशन पर भेज सकते हैं, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने आरोपी अध्यापक का तबादला करने अथवा उसे निलम्बित किए जाने की मांग की। इस पर जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि तबादला अथवा निलम्बित करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। यह जवाब सुनकर गुस्साए ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोलने से मना कर दिया।
जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी ने ग्रामीणों को काफी समझाया, लेकिन वे अपनी मांग पूरी होने तक ताला खोलने पर राजी नहीं हुए। ग्रामीणों ने जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को बैरंग लौटने पर मजबूर कर दिया। समाचार लिखे जाने तक स्कूल पर ताला लगा हुआ था और ग्रामीण नारेबाजी कर रहे थे। उधर, स्कूल के अन्य अध्यापकों ने भी आरोपी अध्यापक राजेश का तबादला अथवा निलंबन न होने तक स्कूल में काम करने से मना कर दिया है। अध्यापकों ने कहा कि जब स्कूल का मुख्याध्यापक ही सुरक्षित नहीं तो वे कैसे सुरक्षित रह सकते है।

16 दिसंबर 2009

प्रदेश गर्त में, हुड्डा मौनी बाबा बने : अजय चौटाला


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली से विधायक तथा इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा सरकार प्रदेश को अपनी गलत नीतियों के चलते गर्त में धकेलती जा रही है। स्थिति यह हो चुकी है कि प्रदेश को दीवालियापन की ओर बढ़ाया जा रहा है।
वे यहां के सेठ रोशन लाल चेरीटेबल ट्रस्ट आई हॉस्पीटल में आंखों के नि:शुल्क ऑप्रेशन शिविर का उद्घाटन करने के बाद प्रदेश के ताजा हालतों पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो पत्रकार सरकार की कमियों को उजागर करते हुए रिपोर्टिंग कर रहे हैं, सरकारी उन्हीं के खिलाफ झूठे केस दर्ज कर रही है। जबकि भ्रष्टाचार और अनैतिकता में डूबे अधिकारियों को बचाने में जुटी हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा खरीदी गई गेहूं पर पानी का छिड़काव करके राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने वाले अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री कुछ भी नहीं बोल रहा। बल्कि मौनी बाबा बनकर भ्रष्टाचार को प्रफुल्लित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं को भिगोकर उसका वजन बढ़ाने के मामले को उनकी पार्टी के विधायक आगामी विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे।
विधायक अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा की हुड्डा सरकार सरकारी खजाने में पैसे की कमी होने के बावजूद भी हर रोज नई से नई घोषणा कर रही है और इन घोषणाओं को पूरा करने के लिए कर्ज पर कर्ज ले रही है। सरकार की हालत यह है कि उसे अपने कर्मचारियों को वेतन देना भी मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने ऐलनाबाद उपचुनाव के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा कि इनेलो ने चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली हैं। केवल चुनाव आयोग की घोषणा का ही इंतजार किया जा रहा है।
इस अवसर पर इनेलो नेता रणवीर सिंह राणा, नरेन्द्र सिंह बराड़, टेकचन्द छाबड़ा, बार एसोसिएशन के प्रधान कुलवन्त सिधू, एडवोकेट कुलदीप सिंह, एडवोकेट सुभाष गुप्ता, एडवोकेट राजेश यादव, गुरजीत सिंह, महेन्द्र डूडी, धुन्नी दास गर्ग, सर्वजीत सिंह मसीतां, दर्शन मोंगा, राकेश गर्ग भीटीवाला, प्रिन्स जुनेजा, तरूण बिश्नोई, काका मोंगा, संदीप बिश्नोई, अश्विनी शर्मा आदि उपस्थित थे।

नशीली दवाईयां पकड़ी


डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा के दिशा-निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने मंगलवार को यहां के बठिण्डा चौक में स्थित दो कैमिस्ट शॉप पर छापामारी करके भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की।

प्राप्त जानकारी अनुसार हरियाणा सरकार के ड्रग विभाग को सूचना मिली थी कि डबवाली के बठिण्डा चौक में स्थित दो दुकानदार भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां रखे हुए हैं और यहां से पंजाब और आस-पास के क्षेत्र से आने वाले नशेड़ी अक्सर नशे की दवाईयां खरीदते हैं। इसी शिकायत के आधार पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, डॉ. संजीव कम्बोज, एसआई भागीरथ, एएसआई सत्यनारायण के नेतृत्व में एक टीम बठिण्डा चौक में पहुंची और इस टीम ने अशोका मेडीकल स्टोर, श्री गणपति मेडीकोज में पड़ी दवाईयों की चैकिंग की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि चैकिंग के दौरान इन दोनों ही दुकानों पर अधिकांश दवाईयां नशे में प्रयोग होने वाली मिली। उनके अनुसार इन दुकानों पर बैठने वाले लोग भी फार्मासिस्ट नहीं है। उनके अनुसार दोनों के पास 12-12 प्रकार की नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां मिली हैं। जिनकी कीमत हजारों रूपये है। बरामद की गई दवाईयों में बायोरेक्स, रेकोडेक्स, मोमोलिट, समासमो प्रोक्सीवोन आदि दवाईयां हैं। जो नशे में प्रयुक्त हो सकती हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इन दोनों दुकानदारों को शो काज नोटिस दिया जा रहा है। ये अपनी दुकानें नहीं खोल पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कार्यवाही के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को सम्बन्धित कैमिस्टों के लाईसेंस रद्द करने की अनुशंसा वे करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि अशोका मेडीकल स्टोर का नाम पहले अशोका मेडीकल हाल था और इसका मालिक अशोक गोयल की मौत हो गई थी। अब यह लाईसेंस राजकुमारी के नाम पर है और अब अशोका मेडीकल स्टोर के नाम पर चलाया जा रहा है। इसमें फार्मासिस्ट हंसराज को दिखाया हुआ है। लेकिन इस पर निर्मला देवी तथा जगदीप सिंह कार्य करते हुए पाये गये हैं।
धानीवाल ने श्री गणपति मेडीकोज के बारे में बताया कि इसका मालिक लाईसेंस में अनिता रानी पत्नी नीरज मोंगा को दिखाया गया है और इस पर नीरज बैठता है। इससे पूर्व इसी मेडीकल शॉप का नाम शुभम मेडीकोज था, जोकि देसराज मोंगा के नाम पर चल रहा था। बाद में शुभम मेडीकल हाल कर दिया गया। इसके बाद अब श्री गणपति मेडीकोज कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व शुभम के नाम पर चल रहे मेडीकल शॉप का लाईसेंस अनियमितताओं के चलते रद्द कर दिया गया था। लेकिन नीरज की पत्नी ने शपथ पत्र देकर कहा था कि अब वह स्वयं काम करेगी और दुकान पर कभी भी नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां नहीं बेची जाएंगी। लेकिन इसके बावजूद लाईसेंस का दुरूपयोग किया गया और अब भी इसको नीरज ही चला रहा था।
लेकिन यहां उल्लेखनीय है कि इन कैमिस्टों को रात को ही पता चल गया था कि उनके रेड होने वाली है। एक केमिस्ट ने तो काफी दवाईयां इसी रेड की सूचना पर आग के हवाले कर दी थी। लेकिन तथ्य तो यह है कि लाईसेंस कैंसल होने के बाद भी बार-बार ड्रग विभाग उन्हीं को लाईसेंस क्यों देता है। जबकि यह लोग कई बार अनियमितताओं में पकड़े जा चुके होते हैं।

रेलवे ओवरब्रिज का हिस्सा गिरा

सिरसा। सिर मुंडाते ही ओले पड़े तो सुना था, लेकिन सिर मुंडाते-मुंडाते ओले गिर जाएं यह आज देखने को मिला। शहर में तीस वर्ष पुरानी मांग को पूरा करने के लिए बनाए जा रहे रेलवे ओवरब्रिज का एक हिस्सा आज अचानक जमीन पर आ गिरा। हादसे में दो स्कूटर और एक जनरेटर चकनाचूर हो गए। ये तीनों चीजें यहां के आसपास के दुकानदारों की बताई गई हैं। बताया जा रहा है कि आज प्रात: डा. कर्ण सिंह अस्पताल के सामने पिल्लरों पर रखी गई सड़कनुमा स्लैब अचानक नीचे आ गिरी। इसकी लम्बाई 23 मीटर यानी 75 फुट के करीब बताई गई है। घटना के समय सौभाग्यवश पुल के नीचे कोई व्यक्ति नहीं था अन्यथा यहां से लोगों ने आवागमन के रास्ते भी बना रखे हैं और दुपहिया वाहन निकलते रहते हैं। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन व नैशनल हाई-वे अथोरिटी को दी गई है। हाई-वे के कार्यकारी अभियंता ए.के.गोयल अपनी टीम सहित मौके पर पहुंच गए और घटना की जांच शुरू की है।

साल बीत गया
इस पुल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह ने 5 अक्तूबर 2008 को शिलान्यास किया था, लेकिन इस का निर्माण शुरू होने में इसके बाद भी दो माह का समय लग गया था। अब तक इसे शुरू हुए एक साल हो चुका है। गाजियाबाद की एन.के.जी. नामक कम्पनी द्वारा बनाए जा रहे इस पुल की निर्माण अवधि आगामी 30 जून को समाप्त हो रही है। पहले से ही धीमी गति से चल रहे इस पुल के निर्माण में अब और देरी होना स्वाभाविक है।
अधिकारी कहते हैं
आज की घटना पर टिप्पणी करते हुए कार्यकारी अभियंता ए.के. गोयल का कहना है कि इस स्लैब को या तो पूरी स्पोट नहीं दी गई या फिर पेस्टिंग मेें कहीं कमी रह सकती है, लेकिन मामले की जांच जारी है। यहां पाठकों को बता दें कि केवल जमीन में रोपने वाले पिल्लर ही मौके पर तैयार होते हैं और सड़क के रूप में प्रयोग होने वाले स्लैबें निर्माण कम्पनी कहीं अन्यत्र तैयार करके इन पिल्लरों पर बिछाती है। बहरहाल जांच जारी है।

गेहूं की फसल पर सूत्र कृमि का हमला

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) औढ़ां क्षेत्र के कई गांवों में गेहूं की फसल में सूत्र कृमि (निमेटोड) नामक कीट का प्रकोप देखने में आया है। किसान रूपेंद्र कुंडर, गुरजंट सिंह, बलदेव सिंह व गुरमेल सिंह आदि ने बताया कि इस कीट के कारण गेहूं की फसल पीली पडऩे लगी है तथा उसकी बढ़वार रूक गई है। उन्होंने बताया कि पौधे की जड़ को उखाड़कर देखने पर निचली जड़ झाड़ीनुमा दिखाई देती है जिस कारण गेहूं की फसल को नुकसान हो रहा है और पैदावार कम होने की संभावना है। इस विषय में कृषि विकास अधिकारी सुभाष गोदारा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि जिन किसानों के खेत में गेहूं की फसल में निमेटोड का प्रकोप शुरू हो गया है वे तुरंत कार्बोफ्यूरॉन 3 जी नामक दवाई 13 किलोग्राम प्रति एकड़ सिंचाई के साथ दें तो इस बीमारी का प्रकोप रूक जाएगा।

मांगों के समर्थन में कर्मचारियों ने की सरकार के खिलाफ नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) यहां के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह के प्रांगण में हरियाणा कर्मचारी महासंघ तहसील डबवाली की चुनावी सभा जीत सिंह जिला सचिव की अध्यक्षता में हुई। सभा में विभिन्न विभागों के सैंकड़ों कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में हरियाणा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
सभा को सम्बोधित करते हुए हरियाणा कर्मचारी महासंघ के उपप्रधान मनोज कुमार ने सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मांग की कि नये ग्रेड का 60 प्रतिशत बकाया तुरन्त दिया जाये। विभिन्न विभागों के अस्थाई कर्मचारी पक्के किये जायें। खाली रिक्त पद पक्की भर्ती से भरे जायें तथा मृतक कर्मचारियों के सदस्य को 1995 से पूर्व की तरह नौकरी दी जाये।
सभा में कर्मचारी महासंघ की तहसील कमेटी का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया। जिसमें ओपी शर्मा प्रधान, जसविन्द्र सिंह बराड़, पाल सिंह उपप्रधान, राजकुमार वरिष्ठ उपप्रधान, जयवीर शर्मा सचिव, राम अवतार कोषाध्यक्ष, सुरेश कडवासरा संगठन सचिव, जीत सिंह, हरपाल सिंह प्रचार सचिव, जोगिन्द्र सिंह, सुभाष चन्द्र पीएच संयुक्त सचिव, प्रेम कुमार मुख्य सलाहकार चुने गये।

15 दिसंबर 2009

मुंह बन्द रख, वरना चोरी का केस बनवा दूंगा!

डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन डबवाली में तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर गेहूं भिगोने के मामले में जांच कर रहे सैन्टर कमाण्डर शीघ्र ही इस मामले की रिपोर्ट होमगार्ड कमाण्डर जनरल चण्डीगढ़ को सौंपने वाले हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार स्टेट वेयर हाऊस डबवाली के डीएवी स्कूल के सामने स्थित गोदाम में तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करके विभाग के चौकीदारों द्वारा गेहूं भिगोने और इस मामले को उठाने के बाद होमगार्ड जवानों द्वारा अपने ब्यानों से पलटने के रहस्य से सोमवार को पर्दा उठ गया। होमगार्ड जवान इन्द्राज ने एक धमकी के चलते अपने ब्यान पलटे थे। इस बात की पुष्टि उस समय हुई जब उक्त होमगार्ड जवान ने अपनी आप-बीती अपने सैन्टर कमाण्डर के समक्ष की और अपने ब्यान कलमबद्ध करवाये कि उसे दबाव के तहत ब्यान बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जब इस संदर्भ में जिला सैन्टर कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से बातचीत की गई तो उन्होंने होमगार्ड जवान इन्द्राज के ब्यानों की पुष्टि करते हुए बताया कि जवान ने उन्हें ब्यान दिये हैं कि ब्यान बदलने के लिए स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम कीपर सत्यनारायण ने उसे धमकाया था। गोदाम कीपर ने उसे अपना मुंह बन्द रखने की भी धमकी दी थी और मुंह खोलने पर उस पर गोदाम में चोरी का मामला बनाये जाने की बात कही थी। गंगाजल बिश्नोई ने बताया कि होमगार्ड जवान के ब्यान के मद्देनजर वे रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और जिला कमाण्डर ओमप्रकाश से भी इस मामले में राय-मश्विरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही रिपोर्ट तैयार हो जाएगी और रिपोर्ट को कमाण्डेंट जनरल, चण्डीगढ़ को फैक्स द्वारा प्रेषित कर दिया जाएगा।
इधर वेयर हाऊस कार्पोरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा साहब आज कुछ भिन्न ही अंदाज में दिखाई दिये। जब उनसे गेहूं भिगोने सम्बन्धी जांच के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि मैं अभी बाहर हूं। लेकिन जांच चल रही है। उनसे पूछा गया कि जांच कहां तक पहुंची है तो वे बोले मैं गेहूं के सैम्पल ले आया था और सैम्पल जांच में सैम्पल सही पाये गये हैं, उनमें नमी सही पाई गई है। लेकिन जांच चल रही है। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि गत दिवस जब स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस जिला प्रबन्धक से बातचीत की गई थी तो उन्होंने कहा था कि उन्होंने भिगोई गई गेहूं का कोई सैम्पल नहीं लिया है। फिर जिन गेहूं के सैम्पलों की जांच की गई वे कहां से आये और अब जिला प्रबन्धक सैम्पल लेने और उनके सही भी पाये जाने की बात कर रहे हैं। जिला प्रबन्धक की जुबान बार-बार फिसल रही है। जोकि संदेह को जन्म देती है।
इधर जब डीएसपी डबवाली बलवीर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वे अभी आऊट ऑफ स्टेशन चल रहे हैं।

सरकारी गेहूं भिगोने के दोषियों को मिले सजा-गर्ग


डबवाली (लहू की लौ) भिवानी और डबवाली में सरकारी गेहूं को भिगोने के मामले को लेकर उठे बवाल पर व्यापार मण्डल ने भी भृगुटी तानते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करने और दोषियों को सजा देने की मांग की है।
हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल जिला सिरसा के उपाध्यक्ष तथा शहर कांग्रेस डबवाली के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन गर्ग ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से अनुरोध किया है कि जो सरकारी कर्मचारी और अधिकारी गेहूं भिगोकर बोरियों का वजन बढ़ाकर डिपुओं पर माल की आपूर्ति करके सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं, उन पर शीघ्र ही शिकंजा कसा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से यह मामला अखबारों की सुर्खियां बना हुआ है। लेकिन राज्य सरकार इस मामले को लेकर मौन धारण किये हुए है, जो प्रजातंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यापारी अनजाने में ही गलती से एक बोरी में 100 ग्राम गेहूं भी अधिक तोल ले तो सरकार और अधिकारी उसके खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करने पर आमदा हो जाते हैं। लेकिन जो लोग एक से तीन किलो तक बैगों का वजन भिगोकर बढ़ाते हैं उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही। आखिर क्यों? उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अवश्य ही इन मामलों में बड़े अधिकारी शामिल हो सकते हैं। सरकार को चाहिए कि वह अपनी भ्रष्टाचार उन्मूलन की छवि को बरकरार रखते हुए दोषियों का पता लगाये और जो भी दोषी पाया जाये उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करे।

सरकार भ्रष्टाचारियों से मिली हुई है-सीता राम


डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ इनेलो नेता डॉ. सीता राम ने कहा कि गेहूं भिगोकर बोरियों का वजन बढ़ाने का गड़बड़झाला लम्बे समय से होता आ रहा है। लेकिन अब इसकी कलई खुल गई है, तो सरकार को चाहिए कि वह ऐसे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्यवाही करे और दोषी अधिकारियों को दण्डित करे। वे सोमवार को इस संवाददाता से डबवाली और भिवानी के सरकारी गोदामों में गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसका वजन बढ़ाये जाने के प्रकरणों पर बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी खरीद एजेंसियों के ये अधिकारी अनाज मण्डी में पहले गेहूं खरीदते समय शॉर्टेज के नाम पर किसान को चूना लगाते हैं और साथ में ही व्यापारी को भी नहीं बख्शते और बाद में सरकार को चूना लगाते हैं। इस प्रकार से ये अधिकारी सरकार और जनता को चूना लगाकर अपनी जेबें भरते हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न किये जाने का मामला इनेलो के विधायक विधानसभा में जोर-शोर से उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार स्वयं को भ्रष्टाचार विरोधी तो कहती है, वास्तव में भ्रष्टाचारियों के साथ मिली हुई है। यही कारण है कि भिवानी और डबवाली में गेहूं भिगोने के प्रकरण में फंसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया।

गायों से भरे तीन ट्रक पकड़े, छित्तर-परेड

ग़ौरक्षा समिति रक्षक नहीं भक्षक-जैन
डबवाली (लहू की लौ) गौ रक्षा समिति के कार्यकर्ताओं ने बठिंडा चौक में नाका लगा कर तीन गायों के भरे ट्रकों को पकड़ा और गौशाला ले आये।
प्राप्त जानकारी अनुसार गौ रक्षा समिति के रम्मी, योगित, संदीप, पेट्रोल, कुलविन्द्र मान, दीपक, सुरेश, बलवीर धारणिया ने सोमवार को बठिंडा चौक में नाका लगा कर तीन ट्रकों को काबू किया जिनमें पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन करते हुए ठुंस-ठुंस कर गाय और बछड़े भरे हुए थे। पकड़े गये ट्रकों में एक ट्रक में वसीक पुत्र नजीर निवासी भनक जिला मुजफ्फरनगर हाल बीकानेर, अहमद हुसैन पुत्र अली हुसैन निवासी मुरादाबाद, शकील अहमद पुत्र मकबूल अहमद निवासी नहटोर जिला बिजनौर, शमशीद पुत्र अब्बदुल अजीज़ निवासी धामपुर जिला बिजनौर, रशीद पुत्र सद्दीक निवासी नहटोर के रूप में करवाई। जबकि इनका एक साथी जामीन पुत्र इजराइल भागने में सफल हो गया।
सूचना पाकर पुलिस भी मौका पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि एक ट्रक में 15 गाय और बछड़े, दूसरे में 16 गाय और बछड़े, तीसरे में 8 भैंसें और एक गाय थी। गाय और भैंसें दुधारू बताई जाती हैं।
इधर युवा कांग्रेसी नेता राजेन्द्र जैन ने गौ रक्षा समिति पर व्यापारियों को परेशान करने तथा बिना किसी कारण के तंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दुधारू पशु ले जाने वाले इन व्यापारियों को समिति के सदस्यों ने बेरहमी से मारा-पीटा। जबकि यह अधिकार तो पुलिस के पास भी नहीं है। उन्होंने गौ रक्षा समिति पर रक्षक नहीं भक्षक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह गुंडागर्दी है। जिस पर पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिए।

इन्दिरा गांधी आवास योजना की राशि बांटने के नाम पर हजारों रूपये वसूलने का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिका के बसन्त सिंह, भिन्द्र कौर, हाकम सिंह, बलवीर सिंह उर्फ पप्पी, गोरा सिंह, जगसीर सिंह आदि ने मुख्यमंत्री हरियाणा को एक शिकायत पत्र भेजकर इन्दिरा गांधी आवास योजना की सहायता राशि बांटने के नाम पर पंचायत सचिव पन्नीवाला मोरिकां द्वारा लोगों से हजारों रूपये वसूल करने का आरोप लगाया है।
शिकायतकर्ताओं में से बसन्त सिंह ने तो अपना हल्फिया ब्यान भी इस संदर्भ में दिया है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि वह गरीब, मजदूर, किसान (बीपीएल) दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं। सरकार द्वारा इन्दिरा गांधी आवास योजना के तहत उन्हें मकान बनाने के लिए 35 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की जानी थी। लेकिन यह सहायता राशि बांटने की एवज में उनके गांव के पंचायत सचिव गुरदेव सिंह ने कई-कई चक्कर लगवाये और 2500-2500 रूपये लेकर उन्हें योजना की आधी राशि 19 हजार रूपये के चैक वितरित किये।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि 19 हजार रूपये की राशि में मकान का निर्माण कर पाना, किसी भी प्रकार से संभव नहीं है। वह बार-बार पंचायत सचिव के पास इसके लिए चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा रहा और उन्हें हर बार यह कहकर टाल दिया जाता है कि ऊपर से अभी तक बाकी राशि नहीं आई है। जिसके चलते उनके मकान अधर में लटके हुए हैं।
इधर इस संदर्भ में पंचायत सचिव गुरदेव सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने शिकायत को झूठी और राजनीति से प्रेरित बताया। उसने कहा कि उसके पास जितनी राशि आई थी। वह बांटी जा चुकी है और यह राशि बीडीपीओ द्वारा तैयार क्रॉस चैक से दी गई है। जोकि सीधे खाता में जमा हुई है। अगली किश्त अभी तक सरकार से नहीं मिली है। सचिव के अनुसार केवल उन्हीं का गांव ही इस राशि से वंचित नहीं है। बल्कि अन्य 16 गांवों में भी स्थिति ऐसे ही है। वहां भी सरकार ने बकाया राशि नहीं भेजी है।

मांगों को लेकर वामपंथी दलों का जोरदार प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन किया और महंगाई व जन समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम उपमण्डल अधिकारी (ना.) डबवाली की मार्फत एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सिरसा के सचिव जयचन्द सहारणी ने कहा कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की गलत नीतियों के चलते किसान व मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन राज्य की पुलिस इन आत्महत्याओं को सम्बन्धित किसान या मजदूर का पारिवारिक मामला बताकर अपने कत्र्तव्य से इतिश्री कर रही है। सहारणी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री शरद पवार बार-बार महंगाई बढऩे की बात कहकर गरीब व आम जनता के जख्मों पर नमक लगाने का काम कर रहे हैं। पवार ऐसा ब्यान कालाबाजारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दे रहे हैं। भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि राजस्थान से लगते हरियाणा के क्षेत्र में सूखा पडऩे के कारण किसान की फसल बर्बाद हो चुकी है। इस सम्बन्ध में हरियाणा सरकार को अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन इस पर कोई भी ध्यान न दिये जाने से किसान को भूखे मरने की नौबत आ गई है। इस मौके पर उन्होंने भिवानी और डबवाली में गेहूं भिगोने के मामले को उठाते हुए कहा कि राष्ट्रीय सम्पति को नुक्सान पहुंचाने वाले भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सरकारी सम्पति को नुक्सान पहुंचाने का केस दर्ज करके उनके खिलाफ कार्यवाही की जाये।
वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव राजकुमार शेखूपुरिया, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव जयचन्द सहारणी, भाकियू जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा, भवन निर्माण कामगार यूनियन के ब्लाक डबवाली प्रधान नत्थू राम भारूखेड़ा, भाला राम भारूखेड़ा, मनदीप सिंह, कृष्णा देवी, ओमप्रकाश बिश्नोई, अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा को सौंपा। जिसमें उन्होंने महंगाई पर अंकुश लगाने, जरूरतमंद लोगों को राशन प्रणाली के माध्यम से सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने, नरेगा को गांवों व शहरों में प्रभावशाली ढंग से लागू करके दिहाड़ी बढ़ाने के साथ-साथ 100 दिन की बजाये 200 दिन का रोजगार दिये जाने, रिहायशी प्लाट आवंटित किये जाने की योजना लागू करने, सूखे से बर्बाद फसलों का मुआवजा दिये जाने, प्राईवेट शिक्षण संस्थानों, हस्पतालों द्वारा वसूली जा रही मनमर्जी की फीसों पर रोक लगाये जाने, ट्रेड यूनियन अधिकरों की बहाली और छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर किये जाने की मांग की।

14 दिसंबर 2009

2009 में बहुत कुछ हुआ पहली बार

नयी दिल्ली। देखते-देखते एक और साल गुजरने को है और २०१० की हलकी सी दस्तक सुनाई देने लगी है। बीते बरस में चंद्रमा पर पानी की खोज, अमेरिका में अश्वेत राष्ट्रपति का चुनाव और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की सुखोई में उड़ान जैसी बड़ी और अपने तरह की पहली घटनाओं की सुखिर्यो के बीच कुछ ऐसी अनूठी बातें भी पहली बार हुईं, जो आने वाले वर्ष में एक मिसाल बनकर रहेंगी। आने वाले वर्ष में भी इस तरह की घटनाएं होगी, लेकिन तब भी इस बरस पहली बार हुई इन घटनाओं को याद जरूर किया जाएगा। राष्ट्रपति र्पतिभा पाटिल ने २५ नवंबर को सुखोई-३० एमकेआई लड़ाकू विमान से उड़ान भर कर अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज करा लिया।

रूस निर्मित सुखोई में ३० मिनट की उड़ान भर कर प्रतिभा ऐसा करने वाली किसी भी देश की पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बन गईं। चौहत्तर वर्षीय प्रतिभा ने किसी भी युद्धक विमान में ३० मिनट की यात्रा करने वाली सबसे उम्रदराज महिला का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। पिछले साल २२ अक्तूबर २००८ चंर्दमा के रहस्य सुलझाने के लिए भारत द्वारा प्रक्षेपित पहले मानवरहित मिशन 'चंर्दयान—१Ó ने पृथ्वी के इकलौते उपग्रह पर इस साल पानी की खोज कर भारत के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करा दी।

चंर्दयान-१ के साथ भेजे गए नासा के उपकरण 'मून मिनरलोजी मैपर एम-३Ó ने चंर्द्रयान१ द्वारा जुटाए गए विवरण का विश्लेषण कर चंर्दमा पर पानी के अस्तित्व की पुष्टि कर दी। इस खोज ने चार दशक से चले आ रहे इन कयासों पर विराम लगा दिया कि चंर्दमा पर पानी है या नहीं।

अमेरिका के इतिहास में नया अध्याय जोड़ते हुए बराक ओबामा ने २० जनवरी को देश के ४४ वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह करिश्माई डेमोक्रेट नेता अमेरिका का पहला अश्वेत राष्ट्रपति है। आंध्र र्पदेश में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में भक्तजनों को दिए जाने वाले 'तिरपति लड्डूÓ को भौगोलिक कापीराइट प्रदान किया जाना इस वर्ष की एक अनूठी घटना रही। अब अन्य कोई भी इसी नाम से लड्डू न तो बना सकेगा और न ही इसकी मार्केटिंग कर सकेगा।

तिरमाला पहाड़ी पर वेंकटेश्वर मंदिर की देखरेख करने वाले ट्रस्ट तिरमाला-तिरपति देवस्थानम ने पिछले साल मार्च में चेन्नई स्थित ''जियोग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्रीÓÓ में लड्डू के भौगोलिक कापीराइट के लिए आवेदन किया था और सितंबर में उसे यह अधिकार मिल गया।

तिरुपति के लड्डू और दार्जिलिंग की चाय के साथ साथ जीआई तमगा बनारसी साडिय़ों को भी मिल गया। उम्दा गुणवत्ता एवं बुनाई के लिए प्रसिद्ध बनारसी साडिय़ां सितंबर में विशिष्ट भौगोलिक पहचान जीआई दर्जा मिलने के साथ ही कई संरक्षित वस्तुओं की सूची में शामिल हो गईं। कुदरत की सबसे खूबसूरत कलाकृतियों को राष्ट्रीय चिन्ह का दर्जा देकर उनके संरक्षण को बढ़ावा देने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने गंगा की डाल्फिन को इस साल राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित कर दिया। यह पहला मौका है जब किसी जलचर को राष्ट्रीय जीव घोषित किया गया है। सितंबर माह में र्पधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की बैठक में लुप्तप्राय: गंगा डालफिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित करने का निर्णय किया गया। दरअसल गंगा नदी के जलस्तर में कमी आने और बढ़ते र्पदूषण के कारण यह खूबसूरत प्राणी अपने अस्तित्व के लिए संघषर्रत है। हालत यह है कि आज २००० से भी कम गंगा डालफिन बची हैं। यह अनूठी डालफिन दृष्टिहीन है और केवल अपने सूंघने की शक्ति से अपना जीवन बसर करती है।

अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान को जब तब सराहा जाता रहा है। लेकिन राष्ट्रपति ओबामा पर भारत का रंग गहरा चढ़े होने की झलक तब साफ दिखाई दी, जब इस वर्ष व्हाइट हाउस में पहली बार प्रकाश का त्यौहार दीपावली और गुरूनानक देव का जन्मदिन गुरूपर्व के रूप में धूमधाम से बनाया गया। इस मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पाठियों ने मनोहर प्रस्तुति दी और समारोह में पूरे अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों ने भाग लिया। व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ पब्लिक इंगेजमेंट द्वारा आयोजित यह समारोह राष्ट्रपति ओबामा की खास पहल पर हुआ। दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला द्वारा शांति के क्षेत्र में दिए योगदान का सम्मान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार १८ जुलाई को 'अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवसÓ घोषित कर दिया। विश्व संस्था की १९२ सदस्यीय महासभा में इस संबंध में ११ नवंबर को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसके तहत २०१० से हर साल इस दिन को अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के १९९४ से १९९९ तक राष्ट्रपति रहे मंडेला आज भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों और अन्य वैश्विक मुद्दों पर लोगों के लिए आवाज उठा रहे हैं।

पुरुषों को भी होता है जुदाई का गम

मुम्बई । अगर आप सोचते हैं कि जुदाई का गम सिर्फ लड़कियों को ही होता है तो यह विचार बदलने की जरूरत है। दरअसल लड़कियों से भी ज्यादा दुख लड़कों को होता है। उनके लिए भी रिश्ते से बाहर आने और पुराने प्यार को भुला पाना बहुत आसान नहीं होता है। डेट डॉट कॉम नाम की वेबसाइट द्वारा कराए गए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। यहां तक कि बुरे लड़के यानी बैड बॉयज भी इस दुख को झेलते हैं। हालांकि लड़कियों को यह दुख कम होता है। रिश्ते से बाहर निकलने के बाद वो जल्द ही नई डेट पर चली जाती हैं। वेबसाइट के मुताबिक ८५ प्रतिशत पुरुषों ने स्वीकार किया है कि ब्रेकअप के बाद वो अवसाद में चले गए थे। वहीं महिलाओं के मामले में यह संख्या सिर्फ ८ प्रतिशत रही।

12 दिसंबर 2009

स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण

बनवाला (जसवन्त जाखड़) जिला शिक्षा अधिकारी आशा किरण ग्रोवर ने शुक्रवार को कई स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण किया।
ओचक्क निरीक्षण के दौरान उन्होंने गांव पंजुआना में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो अध्यापकों की अनुपस्थिति लगाते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। पंजुआना के अलावा उन्होंने आज सहुवाला, बनवाला, रत्ताखेड़ा, रिसालियाखेड़ा व बिज्जूवाली आदि विद्यालयों का निरीक्षण किया।
आशा किरण ग्रोवर ने पंजुआना के हाई स्कूल में सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंची और दो घंटे तक रूकी। इस दौरान स्कूल के ज्यादातर अध्यापक व स्टाफ आठ बजे के बाद ही पहुंचे जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उनसे जवाब तलबी की। इसी दौरान एक शिक्षक रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो गया। इस पर उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अनुशासन में रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान स्कूली शिक्षकों व अन्य स्टाफ में हडकंप मचा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों के दोपहर के भोजन की जानकारी ली और स्कूलों के हाजिरी रजिस्टर व रिकार्ड जांचा।

पुलिस संदेह के घेरे में

डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे करने का मामला जैसे-जैसे कार्पोरेशन के अधिकारी और पुलिस दबाने का प्रयास कर रहे हैं, वैसे ही वे उलझते जा रहे हैं और इसको लेकर नये-नये सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले का होमगार्ड विभाग ने भी संज्ञान लेते हुए अपने होमगार्ड जवानों के पक्ष में उतरने का फैसला लिया है। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें।
पता चला है कि जिला सिरसा होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई ने वीरवार देर शाम को डबवाली का दौरा किया और स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में डयूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करने और बाद में कार्पोरेशन के दो चौकीदारों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी का स्प्रे करने और होमगार्ड जवानों द्वारा इस मामले को पुलिस तथा विभाग के पास उठाये जाने के बाद इसे दबाने के सम्बन्ध में होमगार्ड जवानों से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर होमगार्ड जवान इन्द्राज तथा अशोक ने आप बीती सुनाई और इस बात की पुष्टि की कि गेहूं पर पानी की स्प्रे की गई। लेकिन बाद में उन पर दबाव डालकर पुलिस ने यह लिखवा लिया कि यह शिकायत गलत-फहमी में हुई और वे इस पर कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
जांच अधिकारी होमगार्ड कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से इस संवाददाता ने शुक्रवार को जब मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि होमगार्ड जवानों ने जो देखा था उसकी शिकायत पुलिस को की और बाद में उन पर दबाव डालकर कार्यवाही न किये जाने की बात लिखवा ली। अब वे अपने तौर पर इसकी रिपोर्ट बनाकर होमगार्ड के उच्च अधिकारियों तथा हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड के जवान सच्चाई पर डटे हुए हैं। बातचीत में बिश्नोई ने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण लाल परदेसी से बात की और मामले की असलीयत जानी। इस बातचीत के दौरान होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने की घटना सामने आने के बाद उनका डॉक्टरी जांच न करवाकर जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उनके अनुसार होमगार्ड जवानों की पुलिस को डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए थी।

गेहूं पर पानी की स्प्रे करना राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुक्सान-भारूखेड़ा
गेहूं पर पानी का छिड़काव एजेंसी अधिकारियों की पुरानी आदत-बांसल
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे किये जाने के मामले को किसान यूनियन ने भी गंभीर रूप से लेते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करने की मांग की है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान लगन और मेहनत से गेहूं का उत्पादन करके देश के अन्न भण्डार को भरता है। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान की इस मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने स्वार्थ के लिए सरकार और लोगों को चूना लगाने की नियत से इस गेहूं पर पानी का स्प्रे करते हैं। जिसका सीधा नुक्सान देश की गरीब जनता को होता है।
उन्होंने कहा कि सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसके वजन को बढ़ाने का प्रयास करना सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दण्डनीय अपराध है। राष्ट्र की सम्पत्ति को इस प्रकार से नुक्सान पहुंचाने की हिमाकत करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल ने बताया कि वह सरकारी खरीद एजेंसियों को मण्डी से गेहूं खरीदते समय 50 किलो 700 ग्राम का वजन प्रत्येक बोरी के पीछे देते हैं। अगर ज्यादा गर्मी पडऩे के कारण इसमें नमी कम हो जाती है तो इसकी कटौती भी विभाग उनसे लेते हैं। उनके अनुसार अक्सर मौसम बदलने से गेहूं में फिर से नमी आ जाती है। बरसात के बाद तो अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन इस बार बरसात नहीं हुई, जिसके चलते वजन में बढ़ौतरी स्वाभाविक तौर पर नहीं होनी थी और इसकी पूर्ति के लिए विभाग पानी की स्प्रे कर रहे हैं। यह बढ़ौतरी भ्रष्ट अधिकारी आपस में बांटकर चांदी कूटते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस पानी के स्प्रे प्रकरण की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए और दोषी दण्डित होने चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनर्रावृत्ति न हो।

11 दिसंबर 2009

गेहूं भिगोने के मामले पर कहानियां गढ़ कर की जा रही है लीपापोती

डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन की गेहूं की हजारों बोरियों पर पानी स्प्रे करने का मामला अभी तक सुलग रहा है। हालांकि इस मामले से उठी आग पर पानी डालने का प्रयास विभाग के डीएम से लेकर पुलिस के जांच अधिकारी तक कर चुके हैं।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल कर पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) टेक्निकल सर्विस यूनियन के सर्कल मुक्तसर के अन्तर्गत आने वाली 25 सब यूनिटों में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को एक दिवसीय कलम छोड़-औजार छोड़ हड़ताल करके अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई तथा पंजाब सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।

10 दिसंबर 2009

वित्तीय संकट के लिए हुड्डा सरकार जिम्मेवार-अजय

डबवाली। इनेलो ने हुड्डा सरकार को प्रदेश में गंभीर वित्तिय संकट व खराब आर्थिक हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से इस मामले में तुरन्त श्वेतपत्र जारी किए जाने की मांग की है। इनेलो ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों अनुसार कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन व भत्तों का बकाया राशि का सरकार द्वारा भुगतान करने में की जा रही आनाकानी की भी कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार से अपने वायदे अनुसार कर्मचारियों को बकाया राशि का भुगतान तुरन्त किए जाने की मांग की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत नीतियों व सरकारी भ्रष्टाचार के कारण आज प्रदेश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो गई है और सरकार रोजमर्रा का कामकाज चलाने के लिए भी कर्जा ले रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।

साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश

पंचकूला। जिला पंचकूला के मजिस्ट्रेट पंकज यादव ने अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जिला के सभी साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के लिए तुरंत प्रभाव से आदेश जारी किए है, जो आगामी 4 फरवरी 2010 तक लागू रहेगें।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।

30 साल बाद हरियाणा रोड़वेज के ड्राईवरों को मिलेगा पदोन्नति का तोहफा

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार 30 साल के बाद रोडवेज के ड्राइवरों को पदोन्नति का तोहफा देने जा रही है। प्रदेश के विभिन्न डिपुओं में कार्यरत्त 35 ड्राइवरों को यह लाभ मिलेगा। वरिष्ठता के आधार पर दी जाने वाली इस सुविधा के लिए परिवहन के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय द्वारा डिपुओं से ड्राइवरों की सूचि मंगवा ली गई है। ड्राइवरों की शैक्षणिक योग्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।

05 दिसंबर 2009

वेश्यावृति से जुड़ी लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध-अकाली दल

डबवाली (लहू की लौ) शिरोमणि अकाली दल (अ) धार्मिक विंग पंचप्रधानी जिला सिरसा, खालसा एक्शन कमेटी हरियाणा सिरसा ने उपमण्डलाधीश की मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा और उपायुक्त सिरसा को एक ज्ञापन भेजकर डेरा में आने वाली वेश्या लड़कियों की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।

25 नवंबर 2009

कांग्रेस बैठक में उछली पगडिय़ां

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान सिरसा लोकसभाई चुनाव क्षेत्र के आठ विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में से सात विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद आज स्थानीय बेगू रोड़ पर स्थित कांग्र्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करने के लिए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना मुख्य रूप से उपस्थित थे।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

मैक्स पेड़ से टकराई, 3 की मौत

डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आज सुबह साहुवाला प्रथम के पास हुई एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें सरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ये घटना सुबह साढे पांच बजे घटित हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची बडागुढ़ा पुलिस ने एक घायल के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। गाड़ी सवार लोग वेटर का कार्य करते थे और एक शादी में अपनी सेवा देकर वापिस लौट रहे थे।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

झगड़ों में 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।

गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।

झगड़ों में 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।

गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।

बेटी ने लगाया माता-पिता पर बेचने का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) यहां के रेलवे स्टेशन के पीछे उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब एक पुरूष एक महिला को बुरी तरह पीटने लगा और लोगों ने हस्तक्षेप करके महिला को पुरूष के चंगुल से आजाद करवाकर पुलिस को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।

इंटरनेट उपभोक्ताओं को ठगने के प्रयास

डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगर में कुछ दिनों से विदेशों से मोबाइल पर ईनाम निकलने की सूचना देकर लोगों को ठगने का प्रयास किये जाने का मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ है कि अब इंटरनेट से ई-मेल द्वारा इस प्रकार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व इस प्रकार की ठगी का शिकार डबवाली के कुछ लोग हो चुके हैं।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।

24 नवंबर 2009

उठी आवाज कुडी चंगी के मुंडा चंगा


डबवाली (लहू की लौ) यूथ वैल्फेयर फेडरेशन महिला विंग के तत्वाधान में नशा उन्मूलन, कन्या भ्रूण हत्या विरोधी और वेश्यावृति उन्मूलन को लेकर सोमवार को जागरूकता रैली निकाली गई। जिसको एसएमओ डॉ. राजकुमार तथा थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने हरी झण्डी देकर रवाना किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।

रॉड मारकर सरपंच की कार क्षतिग्रस्त की

बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा के सरपंच दलीप सिंह की कार को उसी गांव के एक व्यक्ति ने राड से प्रहार करके क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।