03 दिसंबर 2014

बिजली निगम के अधिकारियों पर कर्मचारियों का हल्ला बोल, प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) एसडीई से गाल गलौज करके जान से मारने की धमकी देने के मामले में आसाखेड़ा के सरपंच पर कार्रवाई न होने से गुस्साये बिजली कर्मचारी निगम अधिकारियों पर ढिलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुये सोमवार को हड़ताल पर चले गये। गांव आसाखेड़ा स्थित 132 केवी सबस्टेशन पर एकत्रित हुये कर्मचारियों ने निगम के उच्च अधिकारियों समेत हरियाणा पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एचएसईबी वर्कर यूनियन सबयूनिट चौटाला के अध्यक्ष करनैल सिंह, ऑल हरियाणा पॉवर कार्पोरेशन वर्कर यूनियन सबयूनिट चौटाला के अध्यक्ष मनीराम, यूनिट सचिव सुरेश कड़वासरा, सुभाष चंद्र, हरविंद्र सिंह, हंसराज वर्मा, भाल सिंह, राधेश्याम, रामकुमार के नेतृत्व में बिजली कर्मचारी गांव आसाखेड़ा स्थित 132केवी सबस्टेशन पर एकत्रित हुये। कर्मचारी हड़ताल पर जाने के बाद धरने पर बैठ गये। सबस्टेशन के एसडीई मोहन लाल से हुई बदसलूकी के मामले में कार्रवाई न होने पर निगम के उच्च अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हरियाणा पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
फोन पर एसएचओ बोला, धरना समाप्त कर दो
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे सीआईडी जवानों ने प्रदर्शनकारियों की बात फोन पर एसएचओ विनोद कुमार से करवाई। एसएचओ ने सोमवार शाम तक कार्रवाई करने का आश्वासन देकर कर्मचारियों से धरना समाप्त करने के लिये कहा। लेकिन कर्मचारियों ने उनके आश्वासन को दरकिनार करते हुये कहा कि एसडीई से दुव्र्यवहार हुये को करीब दो हफ्ते हो गये हैं। शिकायत के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। केवल आश्वासन दिये। जबकि सरपंच अभी तक धमकियां दे रहा है।
गांव में गये तो बोला, आगे से पूछकर गांव में घुसना
बिजली कर्मचारियों ने सरपंच पर आरोप लगाया कि एसडीई मामले के बाद रिकवरी के लिये निगम की टीम गांव आसाखेड़ा में गई थी। उस दौरान सरपंच ने फिर बदसलूकी की। सरपंच ने कहा कि आगे से गांव में पूछकर घुसना। ऐसे में उनका बिल रिकवरी कार्य प्रभावित हुआ। सरपंच ने सरकारी कार्य में बाधा डाली।
निगम अधिकारियों ने किया अनसुना
कर्मचारियों ने बताया कि निगम के उच्च अधिकारी उपरोक्त मामले से अच्छी तरह से अवगत हैं। न तो उन्होंने एसडीई मोहन लाल के मामले में कोई कदम उठाया। न ही कर्मचारियों को धमकाने के मामले में। दोनों मामलों में उच्च अधिकारियों का रवैया संदेहजनक रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि अगर सरपंच के विरूद्ध मामला दर्ज नहीं हुआ तो वे आंदोलन को तेज कर देंगे। जिसकी जिम्मेवारी निगम अधिकारियों तथा पुलिस प्रशासन की होगी।
मीटर उखाडऩे का मामला
गौरतलब है कि एसडीई मोहन लाल कुछ दिन पहले बिल न भरने के कारण गांव आसाखेड़ा के सरपंच का मीटर उखाड़ लाये थे। जिसके बाद सरपंच ने फोन पर एसडीई से बदसलूकी की। अपने साथियों समेत उनका पीछा भी किया था।

सीडी उपलब्ध करवाये निगम
देखिये, हमारे पास शिकायत आई थी। एसडीई तथा सरपंच की फोन पर बातचीत हुई है। बिजली निगम ने बातचीत की सीडी उपलब्ध करवाने की बात कही थी। जो आज तक पुलिस को नहीं मिली है। आसाखेड़ा में धरने पर बैठे कर्मचारियों से मोबाइल पर बात हुई थी। कर्मचारी एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े हुये हैं।
-विनोद कुमार, प्रभारी
सदर थाना, डबवाली

पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
मामला मेरी नोटिस में है। पहले स्थानीय पुलिस अधिकारियों के ध्यान में मामला लाया गया था। हमने पूरी कोशिश की। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जो कि गलत है। सरपंच पर कार्रवाई के लिये एक्सीयन अशोक भनोट तथा शिकायतकर्ता एसडीई आज सिरसा में एसपी से मिले हैं। निगम के उच्च अधिकारियों के खिलाफ कर्मचारियों के आरोप गलत हैं। -आरके वर्मा, एसई
बिजली निगम, सिरसा

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