03 दिसंबर 2014

रोहतक के बाद सबक नहीं, बस में सवार होती छात्राओं से छेड़छाड़

डबवाली (लहू की लौ) राह चलती युवतियों पर अश्लील फब्ती कसना या फिर उनसे छेड़छाड़ आम बात है। अक्सर वारदात के बाद जागने वाली पुलिस गश्त के नाम पर महज नोटंकी करती नजर आती है। रविवार को रोहतक में बेटियों से छेड़छाड़ की वारदात के बाद भी पुलिस संजीदा नहीं दिखी। हर रोज की तरह मनचले युवक राह चलती युवतियों से छेड़छाड़ करते नजर आये।
शहर थाना के सामने बस अड्डा भी इससे अछूता नहीं रहा।  अड्डा में झुंड बनाकर खड़े युवकों ने बस पकडऩे के लिये शहर के शिक्षण संस्थानों से लौटी युवतियों को देखकर सीटी बजानी शुरू कर दी। कई युवक लड़कियों के पीछे हो गये। उन पर फब्ती कसने के बाद इशारे करते हुये उनके आगे निकल गये। जब युवतियों ने बस में सवार होना चाहा तो युवक उसे घेरकर खड़े हो गये। सरेआम युवकों की इस हरकत पर किसी ने भी किंतु-परंतु नहीं की।
बस में सवार होने पर छेड़छाड़
जैसे ही युवतियां बस में सवार होने लगी युवकों ने उनसे छेड़छाड़ करने लगी। बस परिचालक ने युवकों को ऐसा करने से रोका। युवकों को युवतियों से अलग करते हुये उन्हें बस में सवार नहीं होने दिया।

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