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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

22 जुलाई 2011

प्यार के लिए आशिक ने भरी माशूका की मांग


अपनी शादी रखे जाने से खफा युवती प्रेमी संग भागी, नहर में कूदने की थी तैयारी
डबवाली (लहू की लौ) शादी रखे जाने से खफा एक युवती अपने आशिक के संग घर से फरार हो गई। युवती के भाईयों को बात का पता लगने पर उन्होंने आशिक का सिर फोड़ दिया। खफा आशिक ने अपनी मशूका के साथ नशे की गोलियां निगल लीं। प्यार को परवान न चढ़ता देख मरने के लिए गांव मौजगढ़ के पास बहती भाखड़ा नहर के लिए चल पड़े। दोनों गुरूवार सुबह 5.30 बजे गांव मौजगढ़ के खेत में बेहोश मिले। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव मौजगढ़ निवासी लक्ष्मण सिंह गुरूवार सुबह करीब 5.30 बजे अपने खेत में पानी लगाकर वापिस गांव जा रहा था। अचानक उसकी नजर किसान जगरूप सिंह के खेत में पड़े युवक-युवती पर पड़ी। दोनों बेहोश थे। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल खेत मालिक जगरूप सिंह तथा गांव के सरपंच ओमप्रकाश को दी। सरपंच की सूचना पर मौका पर आई सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस ने बेहोश युवक-युवती को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को खतरे से बाहर घोषित कर दिया। इधर इसकी सूचना पाकर सिटी थाना के एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम मौके पर पहुंचे। पुलिस के समक्ष युवती ने अपनी पहचान महाशा बिरादरी से संबंधित छिन्द्र कौर उर्फ काली, युवक ने मजहबी सिक्ख बिरादरी से संबंधित गुरमीत उर्फ वीर सिंह निवासी मसीतां के रूप में करवाई। अस्पताल के इमरजेंसी रूम में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रखा।
19 साल का गुरमीत सिंह उर्फ वीरा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। जबकि 18 साल की छिन्द्र कौर घर पर कार्य करती है। करीब दो साल पहले नरमा की चुगाई करते समय दोनों में प्रेम हो गया। मोबाइल पर आपसी बातचीत में यह प्रेम और गहरा होता गया। कुछ समय पूर्व युवती की मंगनी सिरसा के एक युवक से कर दी गई। इस बात से खफा दोनों ने घर से भागकर शादी रचाने का मन बनाया।
बुधवार रात करीब 12 बजे युवती अपने घर से बाहर आ गई। वह गांव के छप्पर के पास सिंदूर, कोल्ड ड्रिंक तथा अन्य सामान के साथ उसका इंतजार कर रहे वीरा के पास पहुंच गई। लेकिन युवती के भाई को उसके घर से बाहर जाने का पता चल गया। वह अपने ताऊ के लड़के को साथ लेकर अपनी बहन के पीछे-पीछे आ गया। उसने अपनी बहन को वीरा के साथ बैठा देखा। युवती के अनुसार गुस्से में आए उसके भाई कुलदीप तथा ताऊ के लड़के मंगा ने डंडों से वीरा पर हमला बोल दिया। वह वहां से भागकर कुछ दूर जा छुपी। वीरा के शोर मचाने पर उसके भाई वहां से भाग गए। युवती के अनुसार खुले आसमान के नीचे घायल वीरा ने उसकी मांग सिंदूर से भर दी। लेकिन उनकी शादी को सामाजिक मान्यता न मिलने के कारण वे लोग गांव मौजगढ़ के पास बहने वाली भाखड़ा नहर में कूदने के लिए बढ़ गए।
यूं निकले गांव से
वीरा के अनुसार गांव में चौकीदार होने के डर से उसने अपनी शर्ट उतारकर काली को पहना दी और उसे गांव से बाहर ले आया। उसके तथा काली के पास नशे की गोलियां थी, जो उन दोनों ने खा ली और भाखड़ा की ओर कदम बढ़ा दिए। लेकिन भाखड़ा से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव मौजगढ़ के एक खेत में बेहोश होकर गिर पड़े। वीरा ने बताया कि इससे पूर्व उसने सिंदूर से काली की मांग भर दी थी।
अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि लड़का-लड़की ने नशीली गोलियों का सेवन किया हुआ है। दोनों खतरे से बाहर हैं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उपरोक्त घटना की जानकारी उन्हें मिली थी। सूचना मिलने पर एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। युवक-युवती के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

।ईंट से मां का सिर फोड़ा


डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में कलियुगी बेटे ने अपनी मां का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया।
गांव मसीतां निवासी 50 वर्षीय मुख्तियार कौर ने बताया कि उसके दो बेटे सतनाम सिंह तथा मनजीत सिंह हैं। दस दिन पूर्व उसने सतनाम को घर में उसका बनता हिस्सा दे दिया और घर में दीवार निकाल दी। बुधवार रात करीब 9 बजे शराब के नशे में धुत्त सतनाम गालियां निकालने लगा। उसके हिस्से की जमीन में पड़ा उनका रेहड़ा उठाने की बात कहने लगा। इसी बात को लेकर उसके पति सुरजीत सिंह की सतनाम से कहासुनी हो गई। उसने भी अपने बेटे को समझाने का प्रयास किया। नशे में धुत्त सतनाम ने उसके मुंह पर तमाचा जड़ दिया। जब उसके पति सुरजीत सिंह तथा दूसरे बेटे मनजीत सिंह ने इसका विरोध किया तो इस बीच सतनाम ने ईंट मारकर उसका सिर फोड़ दिया।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। घायल के ब्यानों के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी

पीआरटीसी की बसों से उड़ाया डीजल


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा रोड़वेज के बस अड्डा पर खड़ी पीआरटीसी की बसों से डीजल चोरी होने का मामला थाना शहर पुलिस के पास पहुंचा है।
गुरूवार को पीआरटीसी के डबवाली बस स्टैण्ड पर स्थित अड्डा के इंचार्ज अमरजीत सिंह लाली के नेतृत्व में बस चालक गुरजंट सिंह, हरमंदर सिंह, प्रितपाल सिंह, भिन्द्र सिंह सिटी थाना प्रभारी महा सिंह से मिले। उन्हें बताया कि अड्डा में असामाजिक तत्वों की वारदातें दिन ब दिन बढ़ रही हैं। रविवार रात को अड्डा में खड़ी एक बस से अज्ञात व्यक्ति 110 लीटर डीजल निकाल ले गए।
उन्होंने थाना शहर प्रभारी को यह भी बताया कि अक्सर बस अड्डा पर खड़ी बस से डीजल चोरी होता ही है। कई बार तो अज्ञात चोर उनकी बसों को सेल्फ मारकर जीटी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक ले जाते हैं और वहां पर तेल को निकालने के बाद बस को वहीं खड़ी कर देते हैं। उन्होंने बताया कि चार-पांच माह के दौरान ही एक हजार लीटर डीजल उनकी बसों से चोरी हो चुका है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि गश्त को बढ़ाया जाएगा। पुलिस चौकसी रखेगी। लेकिन वे भी नजर रखें। जैसे ही चोरों की जानकारी उन्हें मिले, तो वे पुलिस को इससे अवगत करवाएं।

नीलियांवाली में संदिग्ध मौत


डबवाली (लहू की लौ) गांव नीलियांवाली के किसान शिवराज सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला उलझ गया है। किसान के बेटों ने इसे अत्याधिक नशा करने के कारण हुई मौत बताया है। वहीं उसकी मां तथा भाई ने इसे जमीनी विवाद में हत्या करार दिया है। फिलहाल सदर पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाकर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है।
गांव नीलियांवाली निवासी सुरजीत सिंह (23) ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसका 45 वर्षीय पिता शिवराज सिंह लम्बे समय से शराब तथा पोस्त का नशा करने का आदि था। बुधवार शाम को उसके पिता की अत्याधिक शराब पीने से हालत गंभीर हो गई। इस बात की जानकारी उसके छोटे भाई कुलदीप ने उसे दी। वह मौका पर पहुंचा। वे लोग अपने पिता को सरकारी अस्पताल में ले आए। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर मृतक शिवराज सिंह की मां करतार कौर (70), भाई लाभ सिंह (48) ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि शिवराज नशे करने का आदि था। लेकिन उन्होंने उसे दवाई दिलाकर नशा छुड़वा दिया था। अब वह नशा नहीं करता था। शिवराज के तीन बेटों तथा पत्नी गांव हैबूआना में पड़ी लगभग उसकी आठ एकड़ जमीन को लेकर विवाद किए हुए थे। उन्हें शक है कि इन चारों ने मिलकर शिवराज को जहर देकर मारा है।
किसान शिवराज के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत कैसे हुई इसकी पुष्टि के लिए विसरे को करनाल स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। सदर पुलिस के एसआई रतन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के बड़े बेटे सुरजीत सिंह के उपरोक्त ब्यान के आधार पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। गुरूवार को शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक के भाई लाभ सिंह की शिकायत के आधार पर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

हाईवे पर कार ने मजदूर कुचला


डबवाली (लहू की लौ) नेशनल हाईवे नं. 10 पर गांव सांवतखेड़ा के निकट एक तेजगति कार की टक्कर से दिहाड़ीदार मजदूर की मौत हो गई। मृतक की पहचान जिला श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) के गांव किलियांवाली निवासी 62 वर्षीय गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। वह गांव सांवतखेड़ा में अपने किसी परिचित से मिलकर साईकिल पर वापिस गांव लौट रहा था।
पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में मृतक के बेटे अंग्रेज सिंह ने कहा है कि उसका पिता गुरदेव सिंह गुरूवार दोपहर करीब एक बजे गांव सांवतखेड़ा में रिश्तेदारी में मिलकर साईकिल पर डबवाली की ओर आ रहा था। गांव सांवतखेड़ा के निकट ही सिरसा साईड से आई एक तेजगति जेन कार ने उसमें टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौका पर ही मौत हो गई। जबकि कार चालक कार को डबवाली की ओर भगा ले गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जेन कार इतनी तेज थी कि साईकिल सवार को करीब 100 फुट तक घसीटती हुई ले आई और पटक दिया। दुर्घटना में गाड़ी को भी काफी नुक्सान पहुंचा। कुछ दूरी पर लेजाकर चालक ने गाड़ी को रोका लेकिन साईकिल सवार के सड़क पर मृत पड़ा होने के कारण वह गाड़ी को मौका से भगा ले गया। मृतक गुरदेव के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। दिहाड़ीदार मजदूर होने के साथ-साथ वह सरबत सोशल वैल्फेयर सोसाईटी, किलियांवाली का सक्रिय सदस्य था।
मामले की जांच कर रहे सिटी थाना के एएसआई साधु राम ने बताया कि अंग्रेज सिंह के ब्यान के आधार अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी गई है। शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

हजारों लीटर मिट्टी तेल पकड़ा


डबवाली (लहू की लौ) अंधेरे में पंजाब से समगल होकर हरियाणा में जा रहा हजारों लीटर मिट्टी के तेल का भरा टैंकर गोरीवाला पुलिस ने बुधवार देर रात को काबू किया है। चालक पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बुधवार रात को गोरीवाला पुलिस को मुखबरी मिली थी कि दो नंबर में हजारों लीटर मिट्टी के तेल से भरा एक टैंकर बठिंडा से पंजाब के लिए रवाना हुआ है। अब यह टैंकर डबवाली से ऐलनाबाद के लिए चला है। मुखबर की सूचना पाकर पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। गोरीवाला के पास पुलिस को डबवाली साईड से मुखबर द्वारा बताया गया टैंकर आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस पार्टी ने उसे रूकने का इशारा किया। पुलिस को देखकर टैंकर चालक नीचे कूद गया और खेतों में भाग निकला।
गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि ट्रक को काबू में करके चौकी लाया गया। मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां को बुलाया गया। उन्होंने चैकिंग के बाद बताया कि टैंकर में मिट्टी तेल है। माप के बाद टैंकर से 12 हजार लीटर तेल मिला। पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। पुलिस फिलहाल टैंकर पर लिखे नंबर के आधार पर जांच में जुटी हुई है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां ने बताया कि बाजार में मिट्टी तेल का रेट 15 रूपए प्रति लीटर है। उस हिसाब से पकड़े गए मिट्टी तेल की कीमत 1 लाख 80 हजार रूपए है।

रात ढाई बजे पकड़ी पोस्त से भरी मारूति


डबवाली (लहू की लौ) सिटी पुलिस ने बुधवार रात ढ़ाई बजे चूरा पोस्त से भरी मारूति-800 के साथ गांव शेरगढ़ के एक व्यक्ति को काबू किया है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसएचओ महा सिंह रात करीब ढ़ाई बजे चौटाला रोड़ पर गश्त पर थे। बिश्नोई मंदिर के पास पुलिस पार्टी को देखकर चौटाला साईड से आ रही एक मारूति-800 के कार चालक ने गाड़ी को पीछे मोडऩे का प्रयास किया। शक के आधार पर गाड़ी चैक की गई। एसएचओ महा सिंह ने बताया कि गाड़ी की पिछली सीट पर दो बोरियों में भरी 60 किलो चूरा पोस्त बरामद हुई। पकड़े गए आरोपी ने अपनी पहचान 51 वर्षीय महावीर सिंह जाट निवासी शेरगढ़ के रूप में करवाई। उसने बताया कि वह इसे राजस्थान के मटीली से एक व्यक्ति से खरीदकर लाया है। जिसे उसने आगे सप्लाई करना था।
पहले हुआ था गिरफ्तार
एसएचओ ने बताया कि आरोपी को साल 2001 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पड़ौसी राज्य पंजाब में भी चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा जा चुका है। जबकि आरोपी का एक साथी पवन पंडित जेल में है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इन दो दिनों में पुलिस महावीर सिंह से पोस्त विक्रेता का पता लगाएगी। यह भी जानने का प्रयास करेगी कि उसने 60 किलोग्राम पोस्त को आगे कहां और किस-किस को सप्लाई करना था।
चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा गया महावीर मारूति-800 के कागजात भी प्रस्तुत नहीं कर सका। जिसके चलते मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भी उसका चालान किया गया।
4 किलो और पकड़ी
इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त बिश्नोई मंदिर क्षेत्र में शहर के वार्ड नं. 7 के निवासी बलविंद्र सिंह को चार किलोग्राम चूरा पोस्त सहित काबू किया गया है। आरोपी पोस्त को थैले में भरकर लेजा रहा था।

21 जुलाई 2011

कुश्ती का योद्धा नशे के अखाड़े में चित



पंजाब का नं. 3 प्लेयर रहा है गिदड़बाहा का नवजोत, मेडिकल नशा खरीदने के लिए आता था

डीडी गोयल
093567-22045
डबवाली। कुश्ती के अखाड़े में अपने प्रतिद्वद्धियों को धूल चटाकर पूरे पंजाब में धूम मचाने वाला एक युवा नशे से धूल चाट गया। नशे ने केवल उसकी पढ़ाई ही नहीं छीनी बल्कि खेल प्रतिभा को नष्ट करके उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। यह कहानी पंजाब में कुश्ती की दुनियां में अपना जलवा दिखाने वाले 18 वर्षीय युवक की है। जोकि जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव गिदड़बाहा का रहने वाला है।
यह युवक सोमवार रात करीब 11.30 बजे मण्डी किलियांवाली के मालवा बाईपास रोड़ पर स्थित एक वर्कशॉप में नशे की हालत में चोरी करता हुआ पकड़ा गया। इस संवाददाता के समक्ष युवक ने अपनी पहचान 18 वर्षीय नवजोत सिंह उर्फ ज्योति के रूप में करवाई। अपनी लाईफ के अटठ्रह सालों की कहानी के पन्नो ंका एक-एक लफ्ज अपनी जुबां से ब्यां किया। नवजोत एक आरएमपी डॉक्टर का बेटा है। आरएमपी डॉक्टर ने अपने बेटे में अच्छे संस्कार भरने के लिए उसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल में एडमिशन दिलाया। शहर गिदड़ाबाहा में पहली से आठवीं तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में की।
अच्छी कद काठी वाले ज्योति ने कुश्ती के अखाड़ा में छलांग लगाई। यहां उसका कोई सानी नहीं था। अपनी प्रतिभा के दम पर ज्योति ने जोन में जगह बनाई। फिर जिला स्तर पर पहुंचा। यहां उसकी प्रतिभा का लोहा सबने माना और उसे स्टेट में जगह मिली। अण्डर-14 में राज्य स्तर पर खेलते हुए इस युवा खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा को ऊंची उड़ान दी। तीन दफा यह खिलाड़ी राज्य स्तर पर तीसरे नंबर पर आया। सूबे का ऐसा कोई अखाड़ा नहीं रहा यहां ज्योति ने जीत को न चूमा हो।
सूबे के नंबर तीन खिलाड़ी रहने वाले ज्योति का अखाड़ा ही दुश्मन निकला। चूंकि अखाड़ा में कुछ खिलाड़ी मेडिकल नशे की जद्द में थे। उन्हें नशे की शीशी पीता देख ज्योति के साथी खिलाड़ी ने उसे शीशी पीने की सलाह दी। ज्योति ने उस समय जो शीशी थामी वह उसकी बर्बादी का कारण बन गई। खांसी के लिए बनी एक छोटी सी शीशी से नशा करने का आदि बना यह युवा खिलाड़ी नशे की गर्त में इतना डूब गया कि चूरा पोस्त, अफीम के बाद स्मैक का नशा करने लगा।
ज्योति ने बताया कि डबवाली के मलोट और गिदड़बाहा में नशे की शीशी 100 रूपए में मिलती है। जबकि डबवाली में 40 से 60 रूपए में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। उसने बताया कि डबवाली के चौटाला रोड़ से वह स्मैक लेकर पीता है। उसके अनुसार चौटाला रोड़ पर कई लोग स्मैक का धंधा करते हैं।
कुश्ती खिलाड़ी के पिता ने बताया कि बुरी संगत के कारण उसका होनहार बेटा नशे की गिरफ्त में आया। नशे ने प्रतिभा के साथ-साथ उसकी पढ़ाई पर भी विराम लगा दिया। 8वीं में नशे की लत लगने के बाद वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया। हालांकि नशा मुक्ति के लिए उन्होंने ज्योति को छह माह तक नशा मुक्ति केंद्र में भी रखा। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। अपने बेटे को सुधारने के लिए जितनी मेहनत वह कर सकता था, उसने की। जब सफल नहीं हुआ तो अब उसने अपने बेटे को ईश्वर के भरोसे छोड़ दिया है।

20 जुलाई 2011

डर से गांव छोड़ पड़ौसी राज्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं ग्रामीण

डबवाली (लहू की लौ) गांव रामपुरा बिश्नोईयां के दो ग्रामीण दबंगों के डर से पड़ौसियों राज्यों पंजाब तथा राजस्थान में शरण लेकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस बात का रहस्योद्घटन मंगलवार को डीएसपी कार्यालय में हुआ। दोनों ग्रामीणों ने डीएसपी बाबू लाल के समक्ष पेश होकर अपनी दास्तां सुनाई।
डीएसपी को दी अपनी शिकायत में गांव रामपुरा बिश्नोईयां के भैरू राम तथा मोहन लाल ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन का सौदा गांव माधोसिंघाना निवासी कमलकांत से किया था। जमीन की रजिस्टरी करवाने के लिए 17 जून 2011 की दोपहर को वे लोग डबवाली तहसील में पहुंचे थे। वहां पर रजिस्टरी क्लर्क के कमरे में घुसकर उनके गांव के कुछ लोगों ने उनसे मारपीट की। मोहन लाल को घसीटते हुए नई सफेद रंग की जियालो गाड़ी में डालकर गांव चौटाला के निकट स्थित एक ढाणी में ले गए। रास्ते में राजस्थान कैनाल में डालने की धमकी दी। ढाणी में लेजाकर उससे टिकट लगे कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए और छोड़ दिया।
इन दोनों ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि 21 जून को वे अपनी भूमि की रजिस्टरी कमलकांत के नाम करवाने के लिए तहसील में आए। पुन: उनके अपहरण का प्रयास किया गया। लेकिन वे रजिस्टरी करवाने में सफल रहे।
मोहन लाल तथा भेरू राम ने डीएसपी बाबू लाल को यह भी बताया कि रजिस्टरी होने के बाद आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं और गांव न आने की चेतावनी भी। जिसके चलते वे लोग अब पंजाब और राजस्थान में शरण लेकर रह रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उनके पास गांव रामपुरा बिश्नोईयां के मोहन लाल तथा भेरू राम की शिकायत आई है। जांच के लिए शिकायत उन्होंने सिटी थाना प्रभारी के पास भेज दिया है।

कांग्रेस नेता की गाड़ी का अपहरण!

डबवाली (लहू की लौ) टैक्सी स्टैण्ड पर खड़ी एक रेनो गाड़ी को चालक सहित अज्ञात युवकों द्वारा भगा लेजाने का मामला पुलिस में आते ही पुलिस हरकत में आ गई। गाड़ी को कुछ समय बाद ही बरामद कर लिया गया। लेकिन जब मामला खुला तो पैसे का लेनदेन का था।
ठेकेदार तथा कांग्रेसी नेता गोपाल मित्तल ने सिटी पुलिस को एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसकी रेनो गाड़ी को कुछ अज्ञात युवक उसके चालक रमेश सहित अपहरण करके ले गए हैं। मित्तल के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने रमेश को फोन करके गोल चौक पर बुलाया और कहा कि उन्होंने सिरसा जाना है। जैसे ही गाड़ी गोल चौक में पहुंची तो तीन-चार युवक उसमें बैठ गए और सिरसा की ओर लेजाकर चालक को सेमनाला के पास उतार दिया और गाड़ी ले गए।
इस शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई। एएसआई गोपाल राम ने गाड़ी को तुरंत संदीप चौधरी के पेट्रोल पंप के पास से बरामद कर लिया।
नरसिंह कलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार अपने साथी हरी सिंह, बूटा सिंह, काला सिंह, देवानंद, राजू, राजेंद्र, कैलाश, कालू, दिनेश कुमार के साथ थाना में उपस्थित हो गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने गाड़ी का अपहरण नहीं किया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार गोपाल मित्तल के साथ उनका पैसे के लेनदेन को लेकर झगड़ा है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी पार्क में 55 हजार रूपए में सेलेक्शन नं. 1 घास लगाने का ठेका गोपाल मित्तल से लिया था। 10 हजार रूपए की अग्रिम राशि मित्तल ने उन्हें दे दी थी। 80 प्रतिशत काम होने के बाद जब उन्होंने और राशि मांगी तो गोपाल मित्तल ने राशि देने से इंकार कर दिया और उन्हें धक्के देकर घर से निकाल दिया। अपने पैसे वसूलने के लिए ही उन्होंने गाड़ी को सिरसा जाने के लिए मंगवाया था। लेकिन उसका चालक रमेश गाड़ी को यह कहकर पंप के पास छोड़ गया कि उसने भी गाड़ी मालिक से 50 हजार रूपए लेने है।
कांग्रेस नेता पवन गर्ग तथा रविंद्र बिन्दू ने बताया कि उन्होंने बीस हजार रूपए में पैसे के लेनदेन के मामले को निबटा दिया है। गोपाल मित्तल ने 10 अगस्त तक सुरेंद्र बगैरा की राशि देना तय किया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शिकायत उनके पास आई थी। गोपाल मित्तल ने शिकायत को यह कर वापिस ले लिया कि उनका आपस में समझौता हो गया है।

पेंशन के लिए अधिकारी को घेरा

बैठक में भाग लेने एसडीएम ऑफिस पहुंचे थे, पेंशन धारकों ने खूब खरी-खोटी सुनाई
डबवाली (लहू की लौ) पिछले चार माह से पेंशन न मिलने से खफा पेंशन धारकों ने मंगलवार को बैठक करने आए एक्सीस बैंक के अधिकारी को उपमण्डलाधीश कार्यालय के बाहर घेर लिया। अधिकारी को खूब-खरी खोटी सुनाई। एसडीएम के बीच-बचाव करने के बाद ही मामला ठंडा हुआ। पेंशन धारकों ने सरकार को पेंशन वितरण के लिए 25 जुलाई का समय देते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
उपमण्डल डबवाली में पेंशन धारकों को पेंशन देने में किए जा रहे विलंब को लेकर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने अपने कार्यालय में एक्सीस बैंक के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई हुई थी। इस बैठक में एक्सीस बैंक सिरसा के सहायक मैनेजर सुमित गोयल ने भाग लिया। बैठक की जानकारी जैसे-तैसे पेंशन धारकों तक पहुंच गई। पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे पेंशन धारक उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष आ डटे। उन्हें पता चला कि एक्सीस बैंक के सहायक मैनेजर बैठक में भाग ले रहे हैं। आक्रोशित पेंशन पात्र उपमण्डलाधीश कार्यालय में घुस गए। उपमण्डलाधीश ने कार्यालय से बाहर आकर पेंशन धारकों की समस्या को सुना। इसी दौरान वहीं पर एक्सीस बैंक के अस्सिटेंट मैनेजर भी कार्यालय से बाहर गए। उन्होंने पेंशन धारकों को समझाना-बुझाना शुरू किया, तो पेंशन धारक गुस्से में आ गए। महिलाओं ने सहायक मैनेजर को खूब खरी-खोटी सुनाई। महिलाओं ने मैनेजर से कहा कि उनका बैंक पहले सरकार से पेंशन वितरण के नाम पर कमीश्न खा गया, फिर मुर्दों की पेंशन निगल गया, अब जो बचे हैं उनकी पेंशन भी अपने पेट में छुपाए बैठा है।
पेंशन धारक गणपत राम, सुनीता देवी, शारदा, बचनो, हरिराम, सरोज रानी, मोहन लाल, मूर्ति देवी ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि अगर 25 जुलाई तक पेंशन का वितरण न किया गया तो पेंशन धारक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।
इस मौके पर उपस्थित वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने एक्सीस बैंक के अधिकारियों से कहा कि जिस प्रकार की वे नीति अपनाए हुए हैं, उससे लगता है कि सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई है। इसलिए बैंक में पेंशन धारकों की राशि सरकार द्वारा जमा करवाए जाने के बावजूद भी उन्हें वितरित नहीं की जा रही है।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने एक्सीस बैंक के अधिकारी को दो टूक शब्दों में कहा कि अगर बैंक से डबवाली क्षेत्र में पेंशन वितरण का कार्य नहीं हो सकता, सही सूची तैयार नहीं हो सकती तो वे उन्हें लिखकर दें दे, ताकि वे इस मामले को सरकार के समक्ष रखा जाए और विकल्प के रूप में सरकार इसका उपाय कर सकें।
एक्सीस बैंक के सहायक मैनेजर ने बैंक की ओर से अपनी सफाई देते हुए कहा कि उनकी सूची के अनुसार जिला सिरसा में एक लाख 32 हजार 677 पेंशन धारक हैं। जिसमें से एक लाख 8 हजार 939 के स्मार्ट कार्ड बन चुके हैं। औढ़ां और डबवाली क्षेत्र में पेंशन वितरण के लिए पानीपत तथा करनाल से 120 कर्मचारियों को लगाया गया था। लेकिन ये कर्मचारी बीच में ही अपना काम छोड़कर चले गए। जिसके चलते वर्तमान परिस्थितियां बैंक के समक्ष प्रस्तुत हुई।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि पेंशन वितरण के लिए आवश्यक पग उठाते हुए पेंशन वितरण कर्मचारियों को निर्धारित स्थलों के बाहर पेंशन धारकों की सूची चस्पा करने और इसकी नकल प्रशासनिक अधिकारियों को मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं। एक्सीस बैंक को पेंशन वितरण का शैड्यूल निर्धारित करने के लिए कहा गया है।

लाईट बंद होने पर रविदास नगर के लोग बिफरे

डबवाली (लहू की लौ) तीन घंटे बिजली बंद रहने से मंगलवार को रविदास नगर के लोगों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। पूर्व पार्षद के नेतृत्व में इक्ट्ठे हुए लोगों का आरोप था कि मोहल्ले के एक व्यक्ति की शिकायत पर बिजली निगम ने उपरोक्त कार्रवाई की है। लोगों में भड़के गुस्से को देखते हुए बिजली निगम ने तुरंत स्विच लगाकर बिजली शुरू कर दी।
वार्ड नं. 17 के पूर्व पार्षद कृष्ण खेमाखेड़ा, निरंजन सिंह, महेश कुमार, बंसीलाल, राजेश, भगवान दास, सुरेंद्र कुमार, सोनू, लीलू राम ने बताया कि बिजली निगम के कर्मचारियों ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए आज सुबह मोहल्ले की बिजली बंद कर दी। जबकि आस-पास के क्षेत्र में बिजली चल रही थी। इस बारे में बिजली निगम कार्यालय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि रविदास नगर में कट लगा है।
जब लोग नगर में लगे ट्रांसफार्मर के पास पहुंचे तो वहां से स्विच गिरा देख भड़क गए। लोगों में भड़के रोष की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे बिजली कर्मियों ने स्विच जोड़ दी। करीब तीन घंटे बाद लोगों को बिजली नसीब हो सकी। लोगों ने आरोप लगाया कि मोहल्ले के एक व्यक्ति के कहने पर यह कट लगाया गया था।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा ने बताया कि लोगों की बिजली शिकायत पर कर्मचारी उपरोक्त क्षेत्र में कार्यरत थे। दूसरा क्षेत्र के एक निवासी ने घर पर कोई कार्य करने के लिए बिजली निगम से सुरक्षा मांगी थी। दोनों कारणों से लाईट बंद की गई थी। शिकायतों का निवारण होने पर बिजली शुरू कर दी गई।

डीएसपी साहब! इन लोगों पर कार्रवाई करो

डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती के लोगों ने एक महिला और पुरूष के खिलाफ आरोप लगाया है कि दोनों उनके मोहल्ले में लड़ाई-झगड़ा करके मोहल्ले की शांति को भंग करते हैं।
कबीर बस्ती निवासी अपने वार्ड पार्षद ओमप्रकाश बागड़ी, विक्रम चोरा, किशोरी डाबला, विजय खनगवाल, गीता देवी, राज रानी, राजा पेंटर, पुष्पा दैड़ान, शकुंतला, विद्या देवी, सुखदेव कौर के नेतृत्व में डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें शिकायत सौंपी। शिकायत में इन लोगों ने कहा है कि सिरसा के रहने वाले एक व्यक्ति ने मोहल्ले में रहने वाली एक महिला से विवाह रचाया हुआ है। उपरोक्त व्यक्ति कभी-कभार ही डबवाली आता है। लेकिन जब भी आता है, तो शराब पीकर गाली-गलौज करता है। बस्ती की महिलाएं काफी दफा उपरोक्त महिला को भी समझा चुकी हैं। लेकिन महिला उनके गल पड़ जाती है।अपनी शिकायत में बस्ती के लोगों ने उपेराक्त महिला-पुरूष को आपराधिक किस्म का बताया है। पुलिस से बस्ती में अमन-शांति का माहौल कायम रखने के लिए दोनों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि सिटी थाना प्रभारी को जांच करके उपरोक्त शिकायत पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

चप्पे-चप्पे पर तैनात होगी पुलिस

डबवाली (लहू की लौ) सावन का महीना शुरू होते ही कावडिय़ों के कदम हरिद्वार की ओर बढऩे लगे हैं। गंगा से पवित्र जल लाकर कावडिय़े अपने-अपने शहरों के शिवालयों में स्थापित शिवलिंग को स्नान करवाएंगे। आस्था से जुड़ी इस यात्रा पर हरियाणा पुलिस विशेष दृष्टि बनाएगी। पंजाब तथा राजस्थान की सीमा से प्रदेश से होकर हरिद्वार जाने वाले मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहेगी।
हिसार मण्डल पर नजर
शिव भोले के लाखों उपासक सावन महीने में हरिद्वार से पैदल या फिर वाहनों के जरिए कावड़ लेकर आते हैं। इनमें भारी संख्या में युवा वर्ग शामिल होता है। युवा छोटी-छोटी बातों से उत्तेजित हो जाते हैं। जिसके चलते लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ जाती है। लेकिन इस बार हरियाणा पुलिस ने एक योजना तैयार की है। योजना के अनुसार पुलिस ने यात्रा के मामले में हिसार मण्डल को संवेदनशील माना है। इस मण्डल में लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बिगडऩे न पाए और कावडि़ए अपने मार्ग में सुनिश्चित रूप से पवित्र गंगा जल लाने में सफल रहें इसके लिए पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। हिसार मण्डल से संबंधित सभी थाना के प्रमुखों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
क्या हैं दिशा-निर्देश
थाना प्रभारी कावडिय़ों के आने-जाने वाले मार्ग को चिन्हित करके उनका रूट मेप तैयार करेंगे। लोक निर्माण विभाग की सहायता से उस मार्ग पर अस्थाई तौर पर गति अवरोधक बनाए जाएंगे। वहां पर आवश्यकता अनुसार पुलिस बल तैनात होगा। इन मार्गों पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने तथा कावडिय़ों को उनके  गंतव्य स्थान की ओर रवाना करने के लिए पुलिस की पीसीआर, बाईक राईडर तथा पैदल गश्त लगातार जारी रहेगी। चिन्हित मार्गों पर पुलिस कावडिय़ों का मार्गदर्शन करेगी, ताकि किसी भी परिस्थिति में उनके मार्गों पर जाम की स्थिति पैदा न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत कावडिय़ों के मार्ग पर सामाजिक तथा धार्मिक संगठनों द्वारा लगाए जाने वाले लंगरों पर भी पुलिस का विशेष ध्यान रहेगा और पुलिस कर्मी वहां तैनात रहेंगे।
निर्देश जारी किए-एसपी
एसपी सतिंद्र गुप्ता ने बताया कि गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार जाने वाले कावडिय़ों की सुरक्षा के मद्देनजर थाना प्रभारियों को उपरोक्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यात्रा के दौरान कावडिय़ों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिस गश्त तथा पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।

क्या ये अधिकारी अंधे हैं!

बस अड्डा या तालाब : सात साल पहले अधिकारियों की नाक तले भर दिए गए थे चैम्बर
डबवाली (लहू की लौ) रविवार को शहर में घंटा भर हुई मूसलाधार बारिश से बस अड्डा तालाब में तबदील हो गया। जिससे सवारियों को बस पकडऩे में मुश्किल का सामना करना पड़ा। लेकिन अड्डे की ऐसी दुर्दशा के पीछे सीवरेज कोई समस्या नहीं। समस्या है तो अधिकारियों की लापरवाही। सात साल पूर्व बरती गई लापरवाही से अड्डा के चैम्बर बंद हो गए। जिसका दंश आज तक बस रोड़वेज कर्मचारी तथा बस यात्री भुगत रहे हैं।
मामूली बरसात से शहर के चौटाला रोड़ पर स्थित हरियाणा रोड़वेज का बस अड्डा पानी से भर जाता है। यह आज से नहीं, एक सप्ताह से नहीं, दो माह से नहीं, छह माह या फिर साल भर से नहीं, ऐसा तो सात साल से चला आ रहा है। हर बार रोड़वेज के अधिकारी सीवरेज चॉक होने का बहाना बनाकर बच निकलते हैं। लेकिन दिन-प्रतिदिन गंभीर होती समस्या को निपटाने के लिए कोई ध्यान नहीं देता। चूंकि इससे पूर्व में बरती गई रोड़वेज अधिकारियों की लापरवाही उजागर होती है। बस अड्डा से पानी निकालने के लिए दो चैम्बर हैं। सात वर्ष पहले बस अड्डा के फर्श को सीसी किया गया था। अधिकारियों की नाक तले ठेकेदार ने इन चैम्बरों को सीमेंट और क्रंकीट से भर दिया। उसी समय से हर वर्ष बरसात के मौसम में बस अड्डा तालाब में तबदील हो जाता है।
बस की इंतजार में अड्डा में बैठे दलीप सिंह, गुरजीत सिंह तथा सुखजिंद्र कौर ने बताया कि उन्होंने ऐलनाबाद की बस पकडऩी थी। उनके सामने ही बस ऐलनाबाद की ओर रवाना हो गई। वे बस के बिल्कुल करीब थे। लेकिन पानी जमा होने के कारण उनकी बस छूट गई। पौने घंटे से वे लोग बस की इंतजार में बैठे हैं।
रोड़वेज के टीएम महावीर सिंह ने उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि करते हुए बताया कि यह एक गंभीर मुद्दा है। बस अड्डा में पानी जमा होने से सवारियों के साथ-साथ बस अड्डा के कर्मचारियों को भारी दिक्कत आ रही है। अड्डा को पानी से मुक्त करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। लेकिन स्थिति यह है कि पंप की सहायता से भी अड्डा से पानी नहीं निकाला जा सकता।

सड़क धंसने से पेयजल पाईप टूटी

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को तेज बरसात के बीच रेलवे डिग्गियों के पीछे सड़क धंसने से पेयजल आपूर्ति की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल टूट गई। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगरपालिका ने इस सड़क को आवागमन के लिए डेंजर रोड़ घोषित कर दिया है।
रविवार दोपहर बाद आंधी के साथ घंटा भर आई मूसलाधार बरसात के चलते रेलवे डिग्गी की दीवार के साथ खड़ा एक भारी भरकम पेड़ गिर गया। जिससे डिग्गी की दीवार के साथ-साथ जा रही सड़क बुरी तरह से धंस गई। इसकी जानकारी पाकर नगरपालिका के सुपरीडेण्ट रामनिवास शर्मा, जेई सतपाल, पार्षद विनोद बांसल, पवन गर्ग मौके पर पहुंचे। ढलान की वजह से जीटी रोड़ पर खड़ा बरसाती पानी डिग्गी की ओर आ गया। जिससे हालत और भी खस्ता हो गए। पानी के बहाव के कारण सड़क का बैड खिसक गया। दूसरा पेयजल आपूर्ति की 8 ईंच की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल भी टूट गई।
जनस्वास्थ्य विभाग तथा नगरपालिका के जेई सतपाल ने बताया कि सड़क धंसने के कारण 8 ईंच की पेयजल पाईप को नुक्सान पहुंचा। जिससे क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति में बाधा आई। मंगलवार तक इसे ठीक कर दिया जाएगा। यहीं नहीं अब यह मार्ग आवागमन के लिए खतरनाक है। चूंकि इस सड़क का बैड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इसके लिए मार्ग को बंद कर दिया गया है।
बीएसएनएल डबवाली उपमण्डल के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि उन्हें केबल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। जल्द ही इसे ठीक करने के प्रयास शुरू किए जाएंगे।

प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर रिक्शा चालक

डबवाली (लहू की लौ) सवारी उठाने को लेकर रिक्शा चालकों तथा थ्री व्हीलर चालकों में पनपा विवाद गंभीर होता जा रहा है। शहर में चल रही अवैध जीपों तथा थ्री व्हीलरों पर प्रशासन को आगाह करने के बावजूद कोई कार्रवाई न करने से आक्रोश में आए रिक्शा चालकों ने सोमवार को प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जलूस निकाला। अपनी मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही रिक्शा चालक शांत हुए।
रिक्शा चालक सिटी थाना के सामने यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा कामरेड गणपत राम के नेतृत्व में रिक्शा स्टैण्ड पर एकत्रित हुए। जलूस की शक्ल में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जीटी रोड़, रेलवे फाटक, पिंक मार्किट, मेन बाजार, गांधी चौक, कलोनी रोड़ रेलवे फाटक, नई अनाज मण्डी रोड़, कबीर चौक, बिश्नोई मार्किट, चौटाला रोड़ से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। वहां प्रदर्शनकारी एसडीएम कार्यालय के आगे धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने पहुंचे एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को रिक्शा चालक यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा रिक्शा चालक राजकुमार, बलवीर सिंह, इसराइल खान, कुलवंत सिंह, निर्मल सिंह, नायब सिंह, राजू, बिहारी, धर्मपाल, राजवीर ने बताया कि शहर में बड़ी संख्या में अवैध वाहन सवारियां ढोह रहे हैं। इससे सरकार को चूना लग रहा है, वहीं इसका प्रभाव उनकी मजदूरी पर पड़ रहा है। यहीं नहीं सवारी लेकर जा रहे रिक्शा चालकों से अवैध वाहन चालक मारपीट तक करते हैं। इस बारे में कुछ दिन पूर्व भी प्रशासन को आगाह किया था। लेकिन प्रशासन ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। उल्टा प्रशासनिक अधिकारी उन पर ही दबाव की रणनीति अख्तियार किए हुए हैं। जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रिक्शा चालकों की चेतावनी सुनकर एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने तुरंत सिटी थाना प्रभारी, जीएम रोड़वेज सिरसा, आरटीओ सिरसा को अवैध वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। एसडीएम से कार्रवाई किए जाने का आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित रिक्शा चालक शांत हुए। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश ने बताया कि रिक्शा चालकों के ज्ञापन को आगामी आवश्यक कार्रवाई के लिए हरियाणा रोड़वेज सिरसा के जीएम, आरटीए सिरसा तथा एसएचओ सिटी थाना डबवाली के पास भेजा गया है। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नशे के खिलाफ सत्कार सभा का हल्ला बोल

डबवाली (लहू की लौ) श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खालसा ने कहा कि सभा अगले सप्ताह से हरियाणा राज्य में नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान छेडऩे जा रही है। जिसके तहत मेडिकल नशे से लेकर पोस्त, अफीम तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
वे सोमवार को गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मंदिर में डेरा-सिक्ख विवाद में मारे गए हरमंदर सिंह की तीसरी बरसी पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नशे ने भावी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है। अब मौका है कि नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान चलाकर नशे व नशे की जड़ों को पोषण देने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाने का। इस अभियान के तहत नशा बेचने वाले लोगों के घरों और दुकानों के आगे सत्कार सभा द्वारा धरना दिया जाएगा। इस मौके पर डेरावाद को आड़े हाथों लिया। साथ में डेरे की मदद करने वाले अकाली नेताओं को खूब कोसा।
इससे पूर्व कथा वाचक धर्मवीर सिंह ने संगतों को सिक्ख इतिहास सुनाकर निहाल किया। इस अवसर पर पहुंचे बाबा अमृतपाल सिंह गोलूवाला वाले, बाबू सिंह, विचित्र सिंह हाकूवाला, प्रदीप सिंह अकलियां, परमजीत सिंह अहरवां ने भी विचार प्रकट किए। इस मौके पर अमरीक सिंह अजनाला, प्रीतम सिंह मलड़ी, बलकरण खालसा, सुखविंद्र सिंह प्रधान, धन्ना सिंह, ठाना सिंह, कंवलजीत सिंह आदि उपस्थित थे। इस मौके पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया। जिसमें सिक्ख संगतों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।
श्रद्धांजलि समारोह के मद्देनजर प्रशासन भी चौकस रहा। किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए आयोजन स्थल पर एएसआई तुलसी राम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात था। इस मौके पर खुफिया तंत्र भी अलर्ट रहा।

कैसे हुई मेरे बेटे की मौत, मुझे बताओ

15 जून 2011 को खेत के खाल में मिला था अध्यापक गुरमीत सिंह का शव, पिता की गुहार पर केस रीओपन

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल के अध्यापक गुरमीत सिंह की रहस्यमय मौत की फाईल रीओपन हो गई है। अध्यापक का शव संदिग्ध हालतों में गत माह की 15 तारीख को अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में मिला था। सिटी थाना के नवनियुक्त प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने एक माह बाद शनिवार को घटनास्थल का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने रविवार को मृतक के पिता मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए।
अध्यापक गुरमीत सिंह आठ सालों से अपनी पत्नी राजेंद्र कौर के साथ वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर में स्थित अपनी ससुराल में रह रहा था। 15 जून 2011 को घर से करीब दो किलोमीटर दूर संदिग्ध परिस्थितियों में उसका शव पुलिस ने बरामद किया था। 16 जून को पुलिस ने मृतक के भाई हरदीप सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया था। बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बावजूद भी मौत का कारण उजागर नहीं हो पाया। चिकित्सकों के बोर्ड ने मृतक के विसरे को प्रयोगशाला में भेज दिया। जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
मृतक के पिता मोहर सिंह निवासी गांव कालझराणी ने बताया कि उसके बेटे गुरमीत की शादी करीब बारह साल पूर्व डबवाली निवासी राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही राजेंद्र कौर उस पर डबवाली में रहने के लिए दबाव डालने लगी थी। झगड़ा करके डबवाली अपने मायके आ गई। उन पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए झूठा केस दर्ज करवा दिया। उसका बेटा अपने ससुरालियों के दबाव में आ गया और उनकी शर्तों के अनुसार राजेंद्र कौर के साथ डबवाली में आकर रहने लगा। इसी दौरान शर्तों में ससुरालियों ने उनसे यह भी लिखवा लिया कि अगर यहां उसकी मौत हो जाती है, तो उसके जिम्मेवार वे लोग नहीं होंगे।
हाल ही के दिनों में उसके बेटे ने डबवाली में एक प्लाट खरीदा था। जिसकी कीमत करीब 5 लाख रूपए थी। उसके बेटे के ससुराल के लोग इस प्लाट को उनके नाम कर देने के लिए दबाव डाल रहे थे। इसके लिए वे उसे प्रताडि़त करते। 15 जून को उसके बेटे गुरमीत सिंह ने उसे फोन करके बताया कि उसे परेशान किया जा रहा है। फिर उनके एक रिश्तेदार को भी फोन करके गुरमीत ने अपनी दास्तां सुनाई। कुछ देर बाद ही उनके पास गुरमीत के लापता होने का फोन भी आ गया। शाम को उसके बेटे का शव अलीकां रोड़ पर एक खेत के खाल में मिला। मौका पर जाकर देखा कि उसके शरीर पर चोटों के निशान के नील पड़े हुए थे। गुरमीत के कान से लेकर गले तक खून निकला हुआ था। आंखों से भी खून निकल रहा था।
पुलिस को दिए ब्यान में शिकायतकर्ता ने अपने बेटे की हत्या या फिर टॉर्चर करके आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
मोहर सिंह के एडवोकेट ओपी गांधी ने बताया कि गुरमीत की मौत नेचुअरल नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गुरमीत के शरीर पर कई भागों पर चोट के निशान दर्शाए गए हैं। साथ में कान से गले तक खून बहता हुआ दिखाया गया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शनिवार को उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया था। गांव कालझराणी निवासी मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए गए हैं। शिकायतकर्ता को पूरा इंसाफ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। फिलहाल पुलिस एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है|

गंगा में ग्राम सभा की बैठक में हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा के पंचायत घर में आयोजित ग्राम सभा की बैठक में खूब हो-हल्ला हुआ। कुछ लोगों ने बैठक में जाति सूचक शब्द कहने का आरोप लगाया। मामला पुलिस तक जा पहुंचा है।
अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के जिला अध्यक्ष दविंद्र सिंह डिम्पल, सुखपाल सिंह उर्फ लीला सिंह, कुलवंत सिंह, सेवक सिंह ने बताया कि शनिवार को गांव के पंचायत घर में ग्राम सभा की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के लिए मुनादी करके ग्रामीणों को बुलाया गया था। वे भी बैठक में पहुंचे थे। उन्होंने पंचायत द्वारा मनरेगा के सहायक के पद पर की नियुक्ति को गैर कानूनी बताया था। साथ में मनरेगा मजदूरों को समय पर मजदूरी न मिलने की बात कही थी। इसी बात को लेकर सरपंच खुन्नस खा गया और उन्हें जाति सूचक शब्द कहने लगा। इन लोगों ने इसकी सूचना गोरीवाला पुलिस को देकर न्याय की गुहार लगाई है।
गांव गंगा के सरपंच गुरादित्तां सिंह सूच ने आरोपों को निराधार बताया और साथ में कहा कि डिम्पल बगैरा गांव में अवैध शराब की बिक्री करते हैं। इस संबंध में उन्होंने पंचायत की ओर से पुलिस को शिकायत भी दी हुई है। ग्राम सभा की बैठक के दौरान ये लोग महिला अधिकारी की तस्वीर खींचने लगे। उसने फोटो खींचने से मना कर दिया। सरपंच ने बताया कि आम सभा की वीडियोग्राफी करवाई गई है। पंचायत आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कराएगी।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई है। फिलहाल जांच की जा रही है।