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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

13 नवंबर 2010

ग्रंथ जलाने का प्रयास,भड़के दलित

मंदिर में सेवा करेगा आरोपी का परिवार
डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा में दलित समाज के धार्मिक स्थल में एक व्यक्ति द्वारा शराब फेंकने और समाज के आद धार्मिक ग्रंथ को मिट्टी तेल से जलाने का प्रयास करने का मामला सामने आने के बाद दलित भड़क उठे। आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई न करने पर दलितों ने हरियाणा सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
गांव गंगा के वाल्मीकि मोहल्ले में बने भगवान वाल्मीकि मंदिर में पिछले तीन सालों से दलित समाज ने आदिवासी कौम श्री ज्ञान प्रकाश ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया हुआ है। मंदिर में प्रतिदिन वाल्मीकि समाज के लोग ग्रंथ साहिब के समक्ष शीश झुकाते हैं। गुरूवार सुबह करीब 6 बजे मंदिर के ग्रंथी कुलविंद्र सिंह को सूचना मिली कि मंदिर में किसी व्यक्ति ने शराब फेंक रखी है। सूचना पाकर अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के जिला अध्यक्ष दविन्द्र सिंह डिम्पल, मंदिर प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवक सिंह, सेवादार राजवीर, रवि आदि मौका पर पहुंचे। मंदिर प्रांगण में शराब बिखरी हुई थी। मंदिर के भीतर बने कमरे का ताला टूटा हुआ था। कमरे में प्रकाश किए गए आदिवासी कौम श्री ज्ञान प्रकाश ग्रंथ साहिब पर मिट्टी तेल डाला हुआ था। इसके अतिरिक्त कमरे में अंडे, शराब की बोतलें पड़ी थीं।
भगवान वाल्मीकि मंदिर गंगा की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवक सिंह तथा अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के जिला अध्यक्ष दविन्द्र सिंह डिम्पल ने बताया कि मंदिर के पड़ौसी राजवीर ने गुरूवार सुबह मंदिर के ग्रंथी कुलविन्द्र सिंह को सूचना दी कि मंदिर में शराब बिखरी हुई है। सूचना पाकर वे भी मौका पर पहुंचे। मौका पर पहुंचकर उन्होंने देखा कि मंदिर में बने कमरे में पड़ी गोलक टूटी हुई है। कमरे में अण्डे और शराब फेंक रखी है। समाज के धार्मिक ग्रंथ को भी मिट्टी का तेल डालकर जलाने का प्रयास किया।
उन्होनें यह भी बताया कि मंदिर के निकट ठेका शराब की ब्रांच खुली हुई है। जिससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होती हैं। ब्रांच को हटाने के लिए वे कई मर्तबा प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। यहां तक की रोड़ भी जाम कर चुके हैं। लेकिन आश्वासन के सिवाए उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। दो दिन पूर्व भी उन्होंने पुलिस से उपरोक्त ब्रांच को हटाए जाने की मांग की थी। इसी रंजिश के चलते ब्रांच मालिक  गुरदित्त सिंह तथा तथा उसके बेटे ने उपरोक्त कार्य किया। पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है।
पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के चलते शुक्रवार को दलित उग्र हो उठे। मंदिर में एकत्रित दलितों ने हरियाणा सरकार और पुलिस के विरूद्ध नारेबाजी की।
गांव में बढ़ते तनाव की सूचना पाकर पुलिस ने दोनों पक्षों को गोरीवाला पुलिस चौकी में तलब किया। पुलिस चौकी में दोनों पक्षों में काफी नोक-झोंक भी हुई। बाद में ब्रांच मालिक गुरदित्त सिंह के बेटे राजू उर्फ लम्बू ने पंचायत के समक्ष लिखित रूप में कबूल किया कि शराब के नशे में धुत्त होकर उसने इस कार्य को अंजाम दिया। मंदिर में शुद्धिकरण व ग्रंथ का पुन: पाठ करवाएगा तथा लंगर लगवाएगा।  जिसका खर्च उसका परिवार वहन करेगा। जब तक वह ऐसा नहीं करत, तब तक उसका परिवार मंदिर में सेवा करेगा। इसके अतिरिक्त उसने पंचायत को मंदिर के निकट शराब न बेचने का भी आश्वासन दिलाया। इस अवसर पर अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश गोगा, प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश धारीवाल, राष्ट्रीय सचिव गोपाल बिट्टू, राजकुमार चावरिया, गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार, गांव गंगा के सरपंच गुरदित्ता सिंह उपस्थित थे।
गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई रमेश कुमार ने बताया कि राजू (25) पुत्र गुरदित्त सिंह निवासी गंगा ने शराब के नशे में धुत्त होकर उपरोक्त कार्य को अंजाम दिया था। पंचायत के समक्ष राजू ने अपना अपराध कबूल कर लिया। दोनों पक्षों की आपसी सहमति से मामला निबट गया।

गंगा में बह रही है दारू की गंगा

डबवाली (लहू की लौ) शराब के नशे में धुत्त होकर मंदिर में अण्डे, शराब फेंकने और मिट्टी का तेल डालकर धार्मिक ग्रंथ को जलाने का प्रयास करने वाले के परिवार को मंदिर में सेवा करने की सजा मिली है। यह सजा समझौता करवाने बैठी पंचायत ने सुनाई। सजा तब तक जारी रहेगी जब तक आरोपी मंदिर में शुद्धिकरण के लिए पूजा-पाठ, लंगर नहीं लगाता।
गांव गंगा में बने भगवान वाल्मीकि मंदिर में शराब, अण्डे फेंकने तथा मिट्टी का तेल डालकर धार्मिक ग्रंथ को जलाने का प्रयास करने से दलित समाज उठ खड़ा हुआ था। जिसके चलते गांव में तनाव की स्थिति पैदा हुई। इस घिनौने कार्य के पीछे एकमात्र कारण शराब था। शराब के नशे में चूर हाकर राजू उर्फ लम्बू (25) पुत्र गुरदित्त सिंह ने इस कार्य को अंजाम दिया था। वह अपने पिता के साथ मंदिर के सामने अपने घर में शराब का अड्डा जमाए हुए था। पंचायत के निर्णय के बाद उसने अपना अड्डा उठाने का आश्वासन दिया।
छोटे से गांव में शराब ठेका होने के साथ 13-14 ब्रांचे हैं। इसके अतिरिक्त प्रत्येक गली में शराब का कारोबार चलता है। कुछेक ने तो घर पर ही दारू का अड्डा जमा लिया है। गांव में चल रहे इस गोरखधंधे की परतें शुक्रवार को गोरीवाला पुलिस चौकी में खुलती गईं। यह सुनकर हाथ पर हाथ धरे बैठी पुलिस के भी कान खड़े हो गए।
गांव के सरपंच गुरदित्ता सिंह ने स्वीकार किया कि गांव में शराब ठेका होने के साथ तेरह-चौदह ब्रांचे कार्यरत हैं। ग्रामीणों के एतराज करने पर पुलिस को इस संबंधी लिखकर दे दिया है। नजायज शराब बेचने वाले के खिलाफ पंचायत कानूनी कार्रवाई कराएगी।
गांव गंगा में शराब ठेका के मालिक कालू राम ने बताया कि उन्होंने गांव में ठेका खोलने के अतिरिक्त ब्रांचे खोली हुई हैं। यदि ग्रामीणों को एतराज है, वे ब्रांच उठा लेंगे।
गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई रमेश कुमार ने बताया कि आज ही उन्हें गांव में शराब की अवैध बिक्री की जानकारी मिली है। पंचायत ने भी अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नजायज तरीके से शराब बेचने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

पिकअप ने मनरेगा मजदूर कुचले

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार शाम को चौटाला-रतनपुरा रोड़ पर एक तेजगति पिकअप ने दो मनरेगा मजदूरों को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया।
ग्राम पंचायत चौटाला ने चौटाला-रतनपुरा रोड़ पर खाल की सफाई का कार्य चला रखा है। इसी खाल की सफाई का काम करके शाम को लगभग 4 बजे मनरेगा मजदूर मंगतू राम (50) पुत्र मोडू राम, सुक्खी देवी (48) पत्नी मंगतू राम  वापिस गांव चौटाला पैदल लौट रहे थे कि गांव चौटाला साईड से एक तेजगति से आई पिकअप ने उनमें टक्कर मारी और उन्हें कुचलती हुई फरार हो गई।
थाना सदर के कार्यकारी प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि मनरेगा मजदूर मोहन लाल (20) पुत्र अर्जुन दास निवासी चौटाला की शिकायत पर अज्ञात पिकअप चालक के खिलाफ लापरवाही से पिकअप चला कर दो मजदूरों की मौत के लिए जिम्मेवारी के आरोप में केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार शिकायकर्ता मोहन लाल घटना के समय इन मजदूरों के पीछे आ रहा था। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डबवाली अस्पताल के डैड हाऊस में पहुंचा दिया है।

महिला और उसका प्रेमी दोषी करार

सिरसा। शराब में जहरीली वस्तु मिलाकर व गला घोंट कर पुत्र की हत्या करने के आरोप में जिला एवं सत्र न्यायालय ने मां तथा उसके प्रेमी को दोषी करार दिया है। न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।
मामले के अनुसार 12 सितम्बर 2009 को गांव चोरमार निवासी दर्शन सिंह के पुत्र सुक्खा सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। सुक्खा सिंह की दादी सुजान कौर पत्नी शेर सिंह ने अपने पौत्र की हत्या का आरोप उसकी मां व प्रेमी पर लगाया था। पुलिस को दी शिकायत में सुजान कौर ने बताया था कि उक्त तिथि को वह अपनी पुत्री के घर गई हुई थी। इसी दौरान उसे परिजनों ने सूचना दी कि सुक्खा सिंह की मौत हो गई। घर पहुंची और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव सामान्य अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सीय जांच में सुक्खा सिंह की मौत जहरीली वस्तु व गला घोंटने से दर्शाई गई।
सुजान कौर का कहना था कि सुक्खा सिंह की मां मलकीत कौर पत्नी दर्शन सिंह का नौरंग निवासी चरणजीत पुत्र दयाल सिंह के साथ अवैध सम्बंध थे। सुक्खा सिंह को अपनी मां पर संदेह था। सुक्खा सिंह को रास्ते से हटाने के लिए सुक्खा के बड़े भाई जगमीत, मां मलकीत तथा चरणजीत ने उसे शराब में जहरीली वस्तु दे दी। तदोपरांत उसका गला घोंट दिया। पुलिस ने तीनों के विरुद्ध मामला दर्ज किया और चालान न्यायालय में पेश किया।
आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा. शिवा शर्मा की अदालत ने  मलकीत कौर व चरणजीत सिंह को हत्या का दोषी करार दिया। साक्ष्यों के अभाव जगमीत सिंह को बरी कर दिया गया।

अदालत के समक्ष पेश हुए डेरा प्रमुख

सिरसा। साध्वियों से बलात्कार तथा दो-दो हत्याओं में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां शुक्रवार को फिर सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष पेश हुए। करीब सात घंटे तक कार्रवाई जारी रही। अदालत के विशेष जज एएस नारंग ने आगामी कार्रवाई हेतु 6-7 तथा 11 दिसम्बर तारीख मुकर्रर की है। डेरा सच्चा सौदा मुखी संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां ने आज पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड तथा रणजीत मर्डर केस में पेशी भुगती।
पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल के चिकित्सक एसके जैन ने अपनी गवाही दी। पूर्व की भांति डा. जैन ने बताया कि छत्रपति का ईलाज उनकी देखरेख में हुआ था। डा. जैन द्वारा दी गई गवाही के उपरांत क्रॉस पूरा कर लिया गया। छत्रपति हत्याकांड में सीबीआई की विशेष अदालत ने 11 दिसम्बर तारीख मुकर्रर की है।
वहीं कुरुक्षेत्र के अंतर्गत खानपुर कोलियां निवासी रणजीत सिंह की हत्या के मामले में भी जिरह हुई। रणजीत मर्डर मामले में मृतक के पिता जोगेंद्र सिंह ने अपनी गवाही दर्ज करवाई। इस मामले में जिरह पूरी नहीं हो पाई। सीबीआई अदालत के विशेष जज एएस नारंग द्वारा आगामी कार्रवाई हेतु 6 व 7 दिसम्बर तारीख निर्धारित की है। उधर, सीबीआई अदालत द्वारा डेरामुखी की जमानत रद्द किए जाने सम्बंधी याचिका पर आज फिर सुनवाई नहीं हो पाई। अदालत द्वारा सुनवाई हेतु 6 व 7 दिसम्बर तारीख निर्धारित की।  साध्वियों से बलात्कार के मामले में डेरामुखी गुरमीत सिंह को 4 दिसम्बर को अदालत में पेशी भुगतनी होगी। 11 दिसम्बर तक डेरामुखी को 4 पेशियां भुगतनी पड़ेंगी।

ट्रेफिक डबवाली की सबसे बड़ी समस्या

डबवाली। रेल लाईन पर ट्रेफिक की अधिकता के चलते अक्सर रेलवे फाटक बंद रहता है। जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। यातायात पर नियंत्रण के अभाव के चलते वाहन आपस में टकराते हैं, झगड़े होते हैं।
जानकारी अनुसार बठिंडा-डबवाली-हनुमानगढ़ रेल ट्रेक पर रोजाना 12 सवारी गाडिय़ां और 35 माल गाडिय़ां डबवाली रेलवे स्टेशन से होकर जाती हैं। जिसके कारण हर बीस मिनट बाद रेलवे फाटक बंद हो जाते हैं। इस बीच रेलवे फाटकों के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग जाती हैं। गाड़ी निकलने के बावजूद अवरोध खत्म होने में घंटो लग जाते हैं। जिससे पब्लिक को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जीटी रोड़ रेलवे फाटक पर स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है। ऐसे कई मौके आए हैं जब सिर फुटेल हुई और मामला अस्पताल से थाना में भी पहुंचा। पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया। इसके बावजूद प्रशासन ने ट्रेफिक कंट्रोल के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। जबकि जीटी रोड़ रेलवे फाटक तथा कलोनी रोड़ रेलवे फाटक ट्रेफिक के लहजे से रेलवे की ए श्रेणी में आते हैं।
इस संदर्भ में रेलवे के जूनियर इंजीनियर एसके पासवान से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली के जीटी रोड़ तथा कलोनी रोड़ रेलवे फाटक ए श्रेणी में आते हैं। इन दोनों फाटकों पर सप्ताह भर का ट्रेफिक व्हीकल यूनिट 70 हजार से भी ऊपर का है। एक सप्ताह में जीटी रोड़ रेलवे फाटक से करीब अढ़ाई लाख वाहन क्रॉस करते हैं, जबकि कलोनी रोड़ रेलवे फाटक से दो लाख वाहन क्रॉस करते हैं। इन दोनों रेलवे फाटकों पर ट्रेफिक एक गंभीर समस्या है। लेकिन ट्रेफिक को कंट्रोल करने की जिम्मेवारी रेलवे की नहीं है। यह जिम्मेवारी सिविल पुलिस और प्रशासन की है।
इस मामले को लेकर जिला सिरसा यातायात प्रभारी कृष्णा यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली में ट्रेफिक बड़ी प्रॉब्लम बन गया है। इस संबंधी उन्हें काफी शिकायतें मिली हैं। डबवाली रेलवे फाटक पर ट्रेफिक को कंट्रोल करने के लिए एसपी सिरसा सतिन्द्र गुप्ता के आदेश पर डबवाली पुलिस को दो जवान उपलब्ध करवा दिए गए हैं। आने वाले दिनों में डबवाली में ट्रेफिक व्यवस्था सुधर जाएगी।
आम नागरिकों के अनुसार जीटी रोड़ रेलवे फाटक पर यातायात कंट्रोल का हल केवल रेलवे ओवरब्रिज से ही संभव है। इस ओवरब्रिज के निर्माण के लिए करीब पिछले 40 वर्षों से राजनीतिक डबवाली की जनता को लॉलीपाप थमाते आ रहे हैं। इस संबंध में तत्कालीन सांसद कुमारी सैलजा, डॉ. सुशील इंदौरा ने भी प्रयास किए। वर्तमान सांसद अशोक तंवर का कहना है कि वे पुल के लिए प्रयासरत हैं। इस संबंध में उन्होंने फाईल बनाकर उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर डिविजन को भेज दी है। रेलवे मंत्रालय से इस संबंध में बातचीत चल रही है।

10 नवंबर 2010

सुषमा के हौसले ने छुड़ाए बदमाशों के पसीने

डबवाली। सिरसा जिले के चौटाला गांव की एक महिला ने सोमवार को अपने हौसले और बहादुरी से दो बदमाशों के पसीने छुड़ा दिए। ये बदमाश महिला का पर्स छीनकर भाग रहे थे, लेकिन सड़क पर गिरने के बावजूद महिला ने अपना पर्स नहीं छोड़ा और उनसे भिड़ गई। आखिरकार बदमाश उसका पर्स छोड़कर फरार हो गए। बाजार में महिला की बहादुरी के चर्चे हैं। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची महिला अपने गांव जा चुकी थी, जिससे बदमाशों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं हो सका।
गांव चौटाला निवासी सुषमा (38) ने बताया कि वह डबवाली से सामान खरीदने के बाद एटीएम से एक हजार रुपये निकलवाने गई थी, लेकिन एटीएम से पैसे नहीं निकले। इसी दौरान उसके पीछे आए दो युवकों ने उससे पूछा कि एटीएम से पैसे निकल रहे हैं या नहीं, जिस पर उसने मना कर दिया। इसके बाद वह रिक्शा में बैठकर बस स्टैंड की ओर चल दी। उसने बताया कि कालोनी रोड पर पीछे से मोटरसाइकिल पर आए युवकों ने लपक कर उसका पर्स छीनना चाहा, लेकिन उसने पर्स को दोनों हाथों से पकड़ लिया। इससे वह रिक्शे से रोड पर गिर गई। युवक उसे घसीटते हुए करीब 20 फुट दूर तक ले गए। उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग वहां एकत्र हो गए। लोगों को देख दोनों युवक पर्स उसके हाथ में ही छोड़कर फरार हो गए।
मौके पर मौजूद दुकानदार राजेश ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ बदमाशों का पीछा किया, लेकिन वे डूमवाली बैरियर क्रास करने के बाद फरार हो गए। दुकानदारों ने महिला को सहारा दिया और कुछ देर आराम करने के बाद महिला अपने गांव चली गई। थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि लोगों का फोन आने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक महिला जा चुकी थी।

09 नवंबर 2010

शराब ने मारा दिहाड़ीदार मजदूर

डबवाली (लहू की लौ) शराब की आदत गांव पन्नीवाला मोरिकां के गुरदेव सिंह की मौत का कारण बन गई। नशे में गंदे पानी के जोहड़ में गिरने के 17 घंटो के बाद उसके शव को बाहर निकाला गया।
गांव पन्नीवाला मोरिकां निवासी गुरदेव सिंह (60) दिहाड़ीदार मजदूर था। रविवार शाम करीब 7 बजे वह डबवाली में दिहाड़ी करके घर वापिस आया। उसकी पत्नी बलवीर कौर (58) ने उसे खाना खाने को कहा। लेकिन उसने गांव में बने शराब के ठेके पर जाने की जिद पकड़ ली और चल दिया। शराब ठेका पर उसने शराब पी। शराब का अत्यधिक सेवन करने के बाद वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख सका और गांव के बस अड्डा पर आकर गिरने लगा।
गांव के सोनी खान (23), चेला राम (40), पिरथी (30) ने बताया कि रविवार रात को वे गांव के बस अड्डा पर बैठे थे। इसी दौरान गुरदेव की भेंट उनसे हुई। उस समय गुरदेव सिंह शराब पीए हुए था। उन्होंने उसे संभाला। कुछ देर बाद गुरदेव वहां से चला गया। निकट स्थित गंदे पानी के जोहड़ में कोई वस्तु गिरने की आवाज हुई। गुरदेव सिंह भी कहीं दिखाई नहीं दिया। वे लोग मौका पर पहुंचे, कोई व्यक्ति जोहड़ से बाहर निकलने के लिए छटपटा रहा था। शोर मचाने पर काफी लोग मौका पर जमा हो गए। जोहड़ में डूबते व्यक्ति को बचाने के लिए गांव के जगजीत सिंह, कैंची, भोला नामक तीन युवक जोहड़ में उतर गए। गांव के गुरूद्वारा में इस घटना की सूचना दी गई। गुरदेव को बचाने के लिए ग्रामीणों का हजूम उमड़ पड़ा। रात करीब अढ़ाई बजे तक प्रयास चलते रहे। लेकिन ग्रामीणों की तमाम कोशिशें धरी की धरी रह गई।
सोमवार सुबह पुन: तीन फीटर लगाकर 15 फुट गहरे जोहड़ का पानी निकाला गया। ग्रामीणों को 17 घण्टों के अथक प्रयास के बाद उस समय सफलता हाथ लगी, जब ग्रामीणों की दृष्टि गुरदेव के शव पर पड़ी। उसे बाहर निकाला गया। गांव के सरपंच जगदीप सिंह, ग्रामीण जगजीत सिंह, राजा सिंह, जोगिन्द्र सिंह, लक्ष्मण सिंह, मक्खन सिंह, राजू सिंह, बंसी सिंह, हरप्रीत सिंह, दीपा सिंह, परमेश्वर सिंह, राजेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि उन्होंने कभी भी गुरदेव सिंह को लड़ते-झगड़ते नहीं देखा। लेकिन वह शराब पीने का आदि था। शराब ही उसकी मौत की वजह बन गई।
गुरदेव के तीन बेटे गोपाल, इकबाल और विजय सिंह हैं। वे भी दिहाड़ी मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं। मृतक गुरदेव की पत्नी बलवीर कौर ने भी स्वीकारा कि उसका पति शराब पीने का आदि था।

16 साल की लड़की को भगा ले गया

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली से एक 16 वर्षीय लड़की को एक युवक भगा ले गया। पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज करके लड़की तथा आरोपी की तालाश में छापामारी शुरू कर दी है।
गांव डबवाली के महिन्द्र सिंह (47) ने बताया कि उसकी 16 वर्षीय लड़की सर्वजीत कौर गांव के ही सरकारी हाई स्कूल की 9वीं कक्षा की छात्रा है। 3 नवम्बर को सुबह 7 बजे स्कूल के घर से गई थी लेकिन शाम तक जब घर नहीं लौटी तो उन्होंने रिश्तेदारी में तालाश शुरू कर दी। वह कहीं नहीं मिली।
शिकायतकर्ता के अनुसार इसी दिन से उसके चाचा निहाल सिंह के सांडू जोगिन्द्र सिंह का 19 वर्षीय लड़़का जसवीर सिंह उर्फ वीर सिंह निवासी गुरूसर माडी जिला मोगा भी गायब है जो कि गांव डबवाली में आया हुआ था।
थाना शहर पुलिस डबवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि महिन्द्र सिंह के ब्यान पर आरोपी युवक के खिलाफ लड़की को भगा ले जाने के आरोप में धारा 363/366ए आईपीसी के तहत केस दर्ज करके जिला मुक्तसर और मोगा में संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू कर दी है। फिलहाल दोनों का पता नहीं चल पाया है।

मां-बेटा घायल

डबवाली (लहू की लौ) पड़ौसियों को लड़ाई में हस्तक्षेप करना उस समय महंगा पड़ा जब हमला करने आई पार्टी ने मां-बेटे को घायल कर दिया।
घायल सर्वजीत कौर (45) पत्नी सुखमन्दर सिंह निवासी गांव डबवाली ने बताया कि उनके पड़ौसी नाहर सिंह के साथ कुछ लोग हाथापाई कर रहे थे। जिस पर वह और उसका बेटा सुखजीत सिंह (25) छुड़ाने के लिए चले गये तो हमलावरों ने उनके चोटें मारीं और घायल कर दिया।
मौका पर उपस्थित नाहर ङ्क्षसह (30) पुत्र भगत सिंह ने बताया कि उसने गांव के ही शालू से 2800 रूपये कीमत का रस्सा लेना है और उसके 500 रूपये देने हैं। इसी बात को लेकर शालू के साथ उसका झगड़ा हो गया। शालू ने अपने साथियों की मदद से उस पर हमला बोल दिया लेकिन उसे छुड़ाने आये उनके पड़ौसी इस हमले में घायल हो गये।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि अभी दोनों पक्षों के ब्यान होने बाकी हैं। उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

पांच ट्राली पराली जली

डबवाली (लहू की लौ) गांव लखुआना में शनिवार रात को एक गाय के नौहरे में आग लग जाने से करीब पांच ट्राली धान की पराली जल कर राख हो गई। जिस पर मौका पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया।
गांव लखुआना में गौ पाल गोबिन्द पुत्र लेखराज शर्मा ने बताया कि शनिवार रात को पटाखों से उनकी गौशाला में पड़ी धान की पराली में आग लग गई। जिससे पांच ट्राली पराली जल कर राख हो गई। गांव वालों की सहायता से गायों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
मौका पर पहुंची फायर ब्रिगेड के एएफएसओ धर्मपाल, फायरमैन रविकान्त, नन्द राम, चालक इन्द्रजीत ने बताया कि उन्हें आग पर काबू पाने में 4 घंटे लगे। इस आग से 20 हजार रूपये कीमत की धान की पराली जल गई।
उन्होंने यह भी बताया कि इसी दिन डबवाली के बस अड्डा की वर्कशाप में पड़े कूड़े-कचरे में आग लग गई। जिस पर काबू पाने में उन्हें आधा घंटा तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

कालूआना में झगड़ा, 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव कालूआना में घर में तांक झांक को लेकर हुए झगड़े में दोनों पक्षों के 7 लोगों को चोटें आयी हैं।  जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया है। घायल कपिल देव (27) पुत्र पिरथी राम निवासी कालूआना ने बताया कि वह दिहाड़ीदार मजदूर है। 5 नवम्बर को उसका छोटा भाई रवि (14) नरमा की ट्राली भरने के बाद घर वापिस लौट रहा था कि गांव की गली में कीचड़ होने के कारण राजेन्द्र बगैरा के घर के आगे बनी नाली के ऊपर से गुजरने लगा तो राजेन्द्र ने पकड़ कर उसे पीट दिया। लेकिन उस समय दोनों पक्षों में समझौता हो गया। रविवार रात को वह (कपिल देव), उसका पिता पिरथी राम (55), उसका भाई रवि (14) तथा ममेरा भाई सुनील (22) निवासी खारियां जब अपने पुराने घर जा रहे थे तो मार्ग में राजू, रोहताश, सुन्दरपाल, राकेश, संदीप, मांगेराम व 7-8 अन्य ने उन पर तेजघार हथियारों से हमला करके उन्हें चोटें मारीं।
इधर दूसरे पक्ष के घायल सुन्दरपाल (30) पुत्र दयाल राम निवासी कालूआना ने बताया कि रवि अक्सर उनकी गली से गुजरते समय गली में से न गुजर कर उनकी नाली के ऊपर से गुजरता है और घर की दीवार छोटी का लाभ उठा कर उनके घर में तांक झांक करता है। कई बार उसे समझाया-बुझाया भी लेकिन वह नहीं माना। रविवार रात को रवि बगैर उनके घर के आगे आकर उन्हें गालियां निकालने लगे। इस पर उन्होंने ऐतराज किया तो तैश में आये उपरोक्त आरोपियों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। जिसमें वह (सुन्दरपाल), उसका भाई राजेन्द्र (36),  रोहताश (25) घायल हो गये।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई रमेश कुमार ने बताया कि अभी दोनों पक्षों के ब्यान होने बाकी हैं। इसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

एचपीएस में मानसिक विकास एवं योग्यता विषय पर सेमिनार

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पब्लिक स्कूल में मानसिक विकास एवं योग्यता विषय पर रविवार शाम को सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में वैदिक गणित के माध्यम से सैकण्डों में अनेकों जोड़, गुणा, भाग, वर्ग तथा क्यूब के सवालों को हल करके दिखाया गया।
सेमिनार में मैमोरी एन एम  जयपुर के मेंटर सूरज मैहता ने बताया कि भारत में लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति से पूर्व गुरूकुल पद्धति में सारी शिक्षा मौखिम रूप में दी जाती थी। यहां तक की वेद की ऋचाएं भी गुरूजन कंठस्थ करवा देते थे। उन्होंने कहा कि युग बदल रहा है। भारत फिर से विश्व में नैतिक और शिक्षा के रूप में सिरमौर शक्ति बनने जा रहा है। ऐसे में बच्चों की मानसिक क्षमता के सदुपयोग करने वाली विधाओं का विकास किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्धति में हम अपने मस्तक का केवल 0.01 प्रतिशत भाग ही प्रयोग कर पाते हैं और शेष को कैसे प्रयोग करना है, इसके लिए उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मैमोरी बढ़ाने के लिए 16 घण्टे के प्रशिक्षण से जादू जैसे परिणाम सामने आ सकते हैं। इस मौके पर उन्होंने दो घंटे के सेमिनार में इसके अचूक नमूने प्रस्तुत किए। जिसमें 10वीं के विद्यार्थी नीतिश तथा मनोज ने 100 शब्दों को केवल मात्र सुनकर उनसे संबंधित सभी सवालों का सही उत्तर दिया। यहां तक की 10वीं कक्षा के विज्ञान के प्रथम 100 पृष्ठों से पूछे गए सवालों का भी सही उत्तर देकर उपस्थित अभिभावकों एवं विद्यार्थियों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। इस सेमिनार का शुभारंभ डॉ. योगेश गुप्ता ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। इस मौके पर मैमोरी एन एम टीम के विशाल वत्स, नरेश शर्मा, महेश शास्त्री उपस्थित थे। विद्यालय के आचार्य निदेशक रमेश सचदेवा ने आए हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। डॉ. प्रेमचन्द सचदेवा मैमोरियल समिति की ओर से महेन्द्र सचदेवा, डॉ. योगेश गुप्ता, एमएल ग्रोवर, सुल्तान सिंह वर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

08 नवंबर 2010

हेडमास्टर सस्पेंड, टीचर डेपूटेशन पर

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली के गांव लम्बी में स्थित सरकारी मिडिल स्कूल के छात्रा छेड़छाड़ प्रकरण में आरोपी मुख्य अध्यापक को शिक्षा विभाग हरियाणा ने निलंबित करने के आदेश दिए हैं। जबकि एक अन्य अध्यापक को डेपूटेशन पर वहां से बाहर भेज दिया गया है।
गांव लम्बी के सरकारी माध्यमिक विद्यालय में 8वीं की छात्रा मनजीत कौर पुत्री डूंगर सिंह से छेड़छाड़ करने के आरोपी विद्यालय के मुख्याध्यापक मामराज को निलंबित करने और विद्यालय को स्टाफ के तबादले को लेकर ग्रामीण 29 अक्तूबर से ही स्कूल को ताला जड़े हुए थे। इस प्रकरण को लेकर आज ग्रामीण गांव के सरपंच ओमप्रकाश, पंच पाल सिंह, रामप्रताप, देवीलाल, बलदेव सिंह, डूंगर सिंह, रतन सिंह, रामकिशन, गोपीराम के नेतृत्व में धरना पर बैठे हुए थे। इसकी सूचना पाकर मंगलवार को मौका पर डीईओ आशा किरण, डिप्टी डीईओ यज्ञदत्त पहुंचे। उन्होंने पीडि़त लड़की, ग्रामीणों तथा अध्यापकों के ब्यान कलमबद्ध किए।
डीईओ आशा किरण ने जांच के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस मामले की जांच खण्ड शिक्षा अधिकारी डबवाली मंजू जैसवाल ने की थी और उस जांच रिपोर्ट के आधार पर ही हरियाणा शिक्षा निदेशालय चण्डीगढ़ ने आरोपी मुख्याध्यापक मामराज को निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसी जांच को आगे बढ़ाते हुए आज उन्होंने जांच की तो जांच के दौरान लड़की को सौंपे गए प्रेम पत्र की लिखावट आरोपी मुख्याध्यापक की लिखावट से मेल खाती हुई लग रही है। फिर भी जांच विशेषज्ञ से करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर विज्ञान अध्यापक भिन्द्र सिंह को डेपूटेशन पर लम्बी से बाहर भेज दिया गया है। ग्रामीणों को संतुष्ट करवाने का प्रयास करते हुए डीईओ ने ग्रामीणों को बताया कि मामराज के खिलाफ सख्त कार्रवाई कार्रवाई करते हुए 29 अक्तूबर से लेकर आज तक का उसका वेतन रोक दिया गया है और आगे भी विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी। डीईओ के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने नरम होते हुए मंगलवार को स्कूल पर लगे ताले को खोल दिया। इस मौके पर पंचायत की शिकायत पर डीईओ ने स्कूल में कार्यरत कुक पर भी कार्रवाई करने का आश्वासन दिलाया।

आईआरबी जवान ने ट्रक चालक को जड़ा थप्पड़

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली नगर के साथ लगते जिला बठिंडा के डूमवाली बैरियर में आईआरबी के एक कांस्टेबल की तरफ से ट्रक ड्राईवर को थप्पड़ जडऩे से विवाद खड़ा हो गया। इसके बाद लाईन में खड़े ड्राईवरों ने जमकर हंगामा बरपाया। सड़क पर चार घंटे जाम लगाकर रोष जताया। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एनएच 64 पर तीन किलोमीटर लम्बी वाहनों की कतार लग गई।
जानकारी अनुसार कोटगुरू निवासी ट्रक ड्राईवर सुखदीप सिंह (28) पुत्र बन्ता सिंह अपने ट्रक पर दिल्ली से अनाज लोड़ करके जगराओं (पंजाब) के लिए चला था। सोमवार रात करीब सवा आठ बजे वह डबवाली-बठिंडा रोड़ पर स्थित डूमवाली बैरियर पर पहुंचा। फार्म जमा करवाने के लिए लाईन में लगा हुआ था। वहां पर एक कार चालक की कार बैरियर की दीवार से टकरा गई। इस पर लाईन में लगे सुखदीप ने उस पर कमेंट कर दिया। आरबीआई के कंस्टेबल जसपाल सिंह ने ट्रक ड्राईवर सुखदीप सिंह के थप्पड़ जड़ दिया। सुखदीप कुछ कह पाता जसपाल सिंह व उसके साथी हवलदार संजीव कुमार ने उसकी डंडों से पिटाई कर दी। सुखदीप की जेब में पड़े 32 हजार रूपए व मोबाइल फोन भी मौका पर गिर गया। इस घटना को देख रहे लाईन में लगे अन्य ट्रक ड्राईवर सुखदीप के समर्थन में उतर आए। उन्होंने आरबीआई कर्मी की इस कार्रवाई के खिलाफ सड़क पर धरना लगाकर चक्का जाम कर दिया। जिससे डबवाली-बठिंडा के दोनों तरफ करीब 4 घण्टे तक जाम लगा रहा। मामला गंभीर होता देख बठिंडा थाना सदर पुलिस के प्रभारी एसआई परमजीत सिंह डोड, थाना रामा मंडी के प्रभारी एसआई हरबन्स सिंह पुलिस बल के साथ मौका पर पहुंच गये। बुलाया गया। पुलिस की तरफ से आरोपी कर्मचारी पर कार्रवाई के आश्वासन पर धरना उठाया गया। बैरियर पर तैनात आईआरबी के कांस्टेबल जसपाल सिंह ने बताया कि ईटीओ आरएन शर्मा अपनी मारूति गाड़ी को बैक कर रहे थे और गाड़ी दीवार के साथ लगने पर ट्रक ड्राईवर ने उन पर अश्लील कमेंट कसा। उसे समझाने पर ट्रक ड्राईवर हाथापाई पर उतर आया और उसकी वर्दी फाड़ दी। उसे छुड़ाने के लिए आये मौका पर तैनात इंस्पेक्टर रणधीर सिंह तथा आईआरबी के हवलदार संजीव कुमार को भला-बुरा कहा। मौका पर पहुंचे थाना सदर बठिंडा के प्रभारी एसआई परमजीत सिंह डोड ने बताया कि दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर समझौता करवा दिया गया है।

सरपंचों और पंचों को परोसा निम्न स्तर का भोजन, बीडीपीओ को घेरा

डबवाली (लहू की लौ) निम्न स्तर का खाना परोसने को लेकर खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय में प्रशिक्षण के लिए आये पंच-सरपंचों ने बीडीपीओ को खूब खरी-खोटी सुनाई और उनकी बात सुने बिना भाग रहे बीडीपीओ को घेर लिया।
मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय में पंच-सरपंचों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। इस दौरान पंचायत विभाग द्वारा जारी मीनू के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए पंच-सरपंचों को खाना दिया जाना था। बीडीपीओ कार्यालय द्वारा दिया खाना मीनू अनुसार न होने और निम्न स्तर का होने का आरोप लगाते हुए दोपहर खाने के दौरान पंच-सरपंच भड़क उठे और उन्होंने खाना खाने से इंकार कर दिया।
इस प्रशिक्षण शिविर में चौटाला, आसाखेड़ा, भारूखेड़ा, अबूबशहर गांवों के पंच सरंपच हिस्सा ले रहे थे। गांव चौटाला के सरपंच आत्मा राम, पंच रणवीर सिंह, श्रीराम, रामचन्द्र, ओमप्रकाश, रामप्रताप, रामकुमार, शान्ति देवी, सन्तरो देवी, चन्दो, आसाखेड़ा से सरपंच रामकुमार, पंच प्रभु राम, भारूखेड़ा से सरपंच मनोज कुमार, पंच महिन्द्र, बंसीलाल, अबूबशहर से सरपंच अमानती देवी, पंच इन्द्रपाल, राजेन्द्र ङ्क्षसह, वीरपाल ने बताया कि दोपहर को जो भोजन उन्हें बीडीपीओ कार्यालय द्वारा परोसा गया उसमें गाजर-मटर की सब्जी, 4 चपाती के साथ-साथ स्वीडिश के नाम पर दो लड्डू और आचार के नाम पर तली हुई मिर्च, सलाद में 4-4 फाड़ी मूली और खीरा थे। परोसी गई चपाती सूखी, तली हुई मिर्च में कीट चल रहे थे।  दो कप चाय की बजाय एक कप चाय दिया गया। उन्होंने इस प्रकार का खाना परोसे जाने का विरोध किया और बीडीपीओ राम सिंह से जब शिकायत की तो वह कार्यालय छोड़ कर भागने की कोशिश करने लगे तो उन्हें घेर लिया और उनसे जवाब मांगा।
मौका पर बीडीपीओ राम सिंह ने बताया कि भोजन के संबंध में उसकी कोई जिम्मेवारी न थी। बल्कि इसकी जिम्मेवारी सीपीओ रामप्रकाश को सौंपी गई थी। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि भोजन में कमी थी। लेकिन बुधवार के भोजन के लिए वह चाहें तो कमेटी गठित कर लें।
सीपीओ रामप्रकाश ने बताया कि उसे केवल यह बताया गया था कि भोजन पर केवल 45 रूपये खर्च होने हैं। उसी अनुसार उसने भोजन की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि परीक्षाणार्थियों को भोजन के साथ-साथ दो कप चाय, बिस्कुट और लड्डू दिये गये हैं। उसने कहा कि उन्होंने भोजन व्यवस्था में पूरा ध्यान रखा है लेकिन फिर भी कोई न कोई रह सकती है। मौका पर उपस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मेनपाल सिहाग ने बताया कि सरकार की ओर से प्रति प्रशिक्षणार्थी 75 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से पंचायत विभाग को दिये जाते हैं। भोजन की व्यवस्था करवाने की जिम्मेवारी बीडीपीओ कार्यालय की है। मीनू के अनुसार भोजन में पहले दिन सफेद चने, चपाती, मिक्स सब्जी, चावल, रायता, सलाद, स्वीटडिश, दो बार चाय व बिस्कुट शामिल हैं।

जीजा-साला दो दिन के रिमांड पर

डबवाली। शराब ठेका के करिंदे के हत्यारोपी जीजा-साला को पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर को अज्ञात व्यक्तियों ने शेरगढ शराब ठेका ब्रांच के सेल्जमेन कृष्ण पुत्र राममूर्ति निवासी धारनिया जिला फतेहाबाद की सिर में ईंटे मार कर हत्या कर दी थी। थाना शहर पुलिस डबवाली ने मृतक के पिता राममूर्ति के ब्यान पर 1 अक्तूबर 2010 को भादंसं की धारा 302,379 के तहत अभियोग दर्ज कर घटना की जांच शुरू की। थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत सिंह जस्सू ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि 30 सितंबर की रात को शेरगढ़ रकबा में देसी शराब ठेका के करिंदे कृष्ण कुमार पुत्र राममूर्ति निवासी धारणियां की हत्या करने वाले डबवाली क्षेत्र में घूम रहे हैं। मुखबरी के आधार पर पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में ले लिया और पूछताछ के दौरान हिरासत में लिए गए युवकों ने इस बात को स्वीकार किया कि उन्होंने करिंदा की सिर में ईंट मारकर हत्या की है। हत्या आरोपियों ने अपनी पहचान स्वराज उर्फ सागा (19) पुत्र नछत्तर सिंह निवासी बडिंगखेड़ा और बलकरण सिंह उर्फ बग्गी (25) पुत्र जगराज सिंह उर्फ गोलू निवासी गांव मलवाला थाना रामां मण्डी के रूप में करवाई। थाना प्रभारी के अनुसार स्वराज उर्फ सागा ने स्वीकार किया कि उसने कृष्ण की ईंट मारकर हत्या की थी। इससे पूर्व उन्होंने ठेका से एक पौवा शराब खरीदी थी और इसे पीने के बाद शराब की ओर मांग की। लेकिन करिंदे ने यह कहकर शराब देने से इंकार कर दिया कि उसे नींद आ रही है। वह सुबह आएं। इसी तैश में आकर उन्होंने सोये हुए करिंदा की हत्या कर दी तथा उसकी जेब में रखी ठेका की चाबी निकालकर ठेका का ताला खोलकर गल्ले में पड़ी नकदी चुरा ली और फरार हो गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके गहन-पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस को संदेह है कि इन हत्यारों से इस संबंध में और भी सुराग मिल सकता है। पुलिस ने यह भी बताया कि बलकरण सिंह स्वराज का बहनोई है। दोनों आरोपियों को डबवाली पुलिस ने रविवार को अदालत के सम्मुख पेश किया। अदालत ने दोनों आरोपियों को दो दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।

सरकार के खिलाफ मूवमेंट शुरू करेगी इनेलो

डबवाली (लहू की लौ) इनेलो के प्रधान महासचिव तथा हल्का डबवाली से विधायक अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ पार्टी शीघ्र ही एक राज्य स्तरीय मूवमेंट शुरू करने जा रही है। वे रविवार को नई अनाज मण्डी स्थित इनेलो कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर तरफ से असफल साबित हुई है। रैलियों द्वारा इनेलो सरकार को बार-बार चेता चुकी है। लेकिन सरकार ने जन हितैषी नीतियों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अब इनेलो शीघ्र ही एक आंदोलन चलाकर लोगों को सरकार के खिलाफ जागरूक करेगी। एक सवाल के जवाब में अजय चौटाला ने कहा कि पंजाब में बादल परिवार के बीच में इन दिनों चल रहा मामला पारिवारिक मामला है। इनेलो प्रयासरत है कि पारिवारिक मामला राजनीतिक रंगत न लें। इसलिए वे मध्यस्ता करके मनप्रीत सिंह बादल और प्रकाश सिंह बादल के बीच में जो दूरियां पैदा हुई हैँ, उन्हें समाप्त करवाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केन्द्र सरकार अमेरिकन राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्वागत तथा कॉमनवेल्थ गेम्स पर हजारों करोड़ रूपए खर्च कर सकती है। लेकिन देश के गरीब और भूखे बच्चों के लिए एक पाई भी खर्च नहीं कर रही। उनके अनुसार कॉमनवेल्थ गेम्स में हुए भ्रष्टाचार में कांग्रेस के चार मुख्यमंत्रियों पर अंगुलियां उठ रही हैं। इस अवसर पर राधेराम गोदारा, मनिन्द्र पाल सिंह मीनू, विनोद अरोड़ा, एडवोकेट कुलदीप सिधू, टेकचन्द छाबड़ा, ओम बाबा, प्रहलाद राय, दर्शन मोंगा, गुरजीत सिंह, सुखजिन्द्र सिंह जापानी, गुरचरण नम्बरदार, शैलेन्द्र जौड़ा आदि उपस्थित थे।

24 अक्टूबर 2010

ग्रंथी ने पुजारिन का कत्ल करके शव गुरूद्वारा में दबाया

डबवाली (लहू की लौ) गांव पंजावा के संतोषी माता मंदिर की पुजारिन की गांव के ही गुरूद्वारा के ग्रंथी ने सब्बलों से गोंद कर हत्या कर दी और शव को गुरूद्वारा में दबा दिया।
गांव पंजावा के संतोषी माता मंदिर के पुजारी रेशम लाल शर्मा (50) पुत्र हंसराज ने बताया कि वीरवार शाम को करीब 6.30 बजे उसकी पत्नी अविनाश रानी (48) हर रोज की तरह मंदिर के निकट बने जोहड़ के पास शौच के लिए गई थी। लेकिन जब एक घंटे तक वापिस नहीं लौटी तो उसने घर में आवाज लगा कर उसे ढूंढऩे का प्रयास किया। चूंकि मंदिर में जोत जलाने का समय हो रहा था। उसके घर पर न मिलने पर वह टॉर्च लेकर जोहड़ के पास गया लेकिन वहां भी उसे नहीं मिली। इस पर ग्रामीणों व रिश्तेदारों को साथ लेकर शुक्रवार को लम्बी पुलिस में अविनाश रानी के लापता होने की सूचना और उसकी खोज भी जारी रखी।
अन्तत: संदेह की सूई गुरूद्वारा के ग्रंथी गुलाब सिंह पुत्र गुरजन्ट सिंह निवासी ढोल नगर संगरिया पर गई और उसने इस बात को लम्बी पुलिस को बताया। पुलिस ने गं्रथी को संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया। सख्ती करने पर ग्रंथी ने सबकुछ उगल दिया। शनिवार सुबह गुरूद्वारा के प्रांगण में बने चूल्हा के नीचे दबाई हुई अविनाश रानी की लाश बरामद कर ली गई। सूचना पाकर पुलिस के उच्च अधिकारी भी मौका पर पहुंचे।
इस अवसर पर डीएसपी मलोट मुखविन्द्र सिंह भुल्लर, नायब तहसीलदार लम्बी लखविन्द्र सिंह, थाना लम्बी प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली पहुंचे और लाश को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल मलोट ले जाया गया। थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि ग्रंथी ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसने सब्बलों से पुजारिन की हत्या की है। हत्या का कारण उसने यह बताया कि वह उसके चोले के संबंध में अपशब्द बोलती थी। इसके चलते उसने वीरवार को शौच के लिए आई अविनाश रानी को पकड़ लिया और गुरूद्वारा में ले जाकर उसकी हत्या करने के बाद उसके शव को चूल्हे के नीचे खड्डा खोद कर और नमक डाल कर दबा दिया। ऊपर से गोबर का लेप कर दिया।
पुलिस ने गिरफ्तार किये गये गुरूद्वारा के ग्रंथी को मलोट अदालत में पेश करके दो दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।

ब्रिटिश विद्यार्थी बने परीक्षा की मशीन

यूके से जवाहर नवोदय बडिंगखेड़ा में आई अध्यापिका डायना हेमेन ने किया खुलासा
डबवाली (लहू की लौ) यूके के बूस्टर शहर बर्मिंघम किंग चाल्र्स फस्र्ट के शारीरिक शिक्षा की अध्यापिका डायना हेमेन ने कहा कि यूके में बच्चों पर परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं के भारी दबाव ने उनकी जिन्दगी की खुशियां छीन ली हैं। जबकि भारत के स्कूलों के बच्चे खुश हैं और उनमें नैतिक शिक्षा आज भी कायम है।
वे गांव बडिंगखेड़ा में जवाहर नवोदय विद्यालय में इस संवाददाता से भारत और यूके के एजूकेशन सिस्टम पर बातचीत कर रही थीं। वे अन्तर्राष्ट्रीय प्ररेणा-2010 के तहत यूके के इसी स्कूल के कम्प्यूटर अध्यापक गैरे केने और छह विद्यार्थियों एलेक्स, एरोन, निक, रियान, रिचेल, बेकी के साथ जवाहर नवोदय विद्यालय बडिंगखेड़ा में भारत की शैक्षणिक व्यवस्था, संस्कृति और विद्यार्थियों की खेलकूद संबंधी गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए आए हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और यूके के विद्यार्थियों के सामने चुनौतियां लगभग एक जैसी हैं और शैक्षणिक सिस्टम में भी काफी समानता है। लेकिन इसके बावजूद यूके के विद्यार्थियों की अपेक्षा भारत के विद्यार्थियों में वेल्यू एजूकेशन अधिक है।
उन्होंने बताया कि यूके में भारत की तरह क्लॉस रूम में शिक्षा नहीं दी जाती। बल्कि वहां विकेन्द्रीयकरण के तहत बच्चों को ग्रुप डिसक्शन करके शिक्षा प्राप्त करने की आजादी है। उनका मानना है कि बच्चों को शिक्षा में स्वतंत्रता के साथ-साथ नियंत्रित भी किया जाना चाहिए। इस प्रकार की मिक्स शिक्षा व्यवस्था विद्यार्थियों के लिए लाभदायक साबित हो सकती है। उनके अनुसार यूके और भारत की शिक्षा पद्धतियों का समन्वय करके विद्यार्थियों को शिक्षा दी जानी चाहिए।
डायना के अनुसार भारत के लोग खुश हैं और उनकी खुशी को वे भी महसूस कर रही हैं। यूके का एजूकेशन सिस्टम केवल मॉडल बनकर रह गया है और उसमें खुशी नहीं रही है। बच्चे परीक्षा की मशीन बन चुके हैं। जिन्दगी में मिलने वाली खुशी पीछे छूट गई है। प्राय: बच्चे इसी के चलते टेंशन में रहते हैं। वहां की शिक्षा व्यवस्था इस प्रकार की है कि आम विद्यार्थी महंगी पढ़ाई नहीं कर सकता। नॉकरी के चांस भी कम हैं। अक्सर बच्चा पढ़ाई करके भी पूछता है कि इतनी मेहनत के बावजूद भी क्या उसे रोजगार मिल पाएगा। रोजगार प्राप्ति के लिए वह अधिक से अधिक मेहनत करता है, परंतु नौकरी पाने के प्रयास बहुत ही कम सफल होते हैं।
इस मौके पर उपस्थित यूके के कम्प्यूटर अध्यापक गेरे केने ने अपनी सहयोगी अध्यापिका के विचारों से सहमति प्रकट करते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि बच्चों की रोजगार संबंधी टेंशन को दूर करने में ब्रिटेन सरकार कोई मदद नहीं दे सकती। क्योंकि वह सरकार भी अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक मंदी से जूझ रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को टेंशन फ्री रखने के लिए समय-समय पर योग और मेडीटेशन के शिविर विद्यालय में आयोजित किए जाते हैं। लेकिन ये शिविर उसी समय ही आयोजित होते हैं, जब कोई बाहर से इस प्रकार की शिक्षा देने के लिए आता है। इसके बावजूद परीक्षा के समय अवश्य विशेष तौर पर बच्चों के मेडीटेशन के पीरियड लगते हैं। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि टेंशन से ब्रिटेन (यूके) के बच्चों का व्यवहार बदल रहा है। लेकिन फिर भी ऐसे बहुत से बच्चे हैं, जो अपना सौ प्रतिशत समय पढ़ाई पर खर्च करते हैं। कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जो टेंशन के चलते शैतानी की ओर जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ टीवी, फिल्में, म्यूजिक, सेलिब्रेट को भी जिम्मेवार ठहराया।
कंग चाल्र्स फस्र्ट, यूके के 11वीं कक्षा के विद्यार्थी बेकी और रिचेल ने अपने दिल की बात कहते हुए कहा कि अगर उन्हें भारत में अपनी अध्यापिका डायना के साथ पढऩे का मौका मिले, तो वे ब्रिटेन छोड़कर भारत में पढऩा बेहतर समझेंगे। उन्होंने भारतीय सभ्यता को अच्छा बताते हुए कहा कि यहां का पढ़ाई का दृष्टिकोण उन्हें बहुत पसंद आया है। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि ये बच्चे जब इस संवाददाता को मिले तो उन्होंने सबसे पहले नमस्ते शब्द बोलकर संवाददाता का अभिवादन किया।
जवाहर नवोदय विद्यालय बडिंगखेड़ा के प्रिंसीपल एन कुमार ने बताया कि भारत के चुनिंदा 12 नवोदय विद्यालयों में से उनका ये एकमात्र विद्यालय है, जिसे यूके के उपरोक्त स्कूल के अध्यापकों और विद्यार्थियों से विचार सांझे करने का मौका मिला। बडिंगखेड़ा के नवोदय स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने विदेशी मेहमानों को यह आभास नहीं होने दिया कि वे यूके में हैं या फिर दूर भारत में। उनके अनुसार विद्यालय प्रशासन का प्रयास रहेगा कि उनके स्कूल के विद्यार्थियों का एक ग्रुप इसी प्रकार यूके के इस स्कूल में जाए और वहां की स्कूल की गतिविधियों, सांस्कृति और खेल कूद संबंधी जानकारी हासिल करे।
इस मौके पर लिंक टीचर संजीव पांडे ने बताया कि विद्यार्थियों का इस प्रकार से एक-दूसरे देश के विद्यार्थियों के साथ तालमेल की नीति बच्चों में आत्मविश्वास जगाती है तथा उन्हें आगे बढऩे का मौका पर प्रदान करती है। इस प्रकार के लिंक विद्यार्थियों में स्थापित होने चाहिए। इस अवसर पर नवोदय विद्यालय की टयूटर मीनू टॉक भी उपस्थित थीं।
इस मौके पर विदेशी मेहमानों ने नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा उनके लिए आयोजित खो-खो और कबड्डी मैचों को भी निकटता से देखा। साथ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सेदारी डाली। इन खेलों के दौरान ही विदेशी विद्यार्थियों ने भारतीय विद्यार्थियों से इन खेलों के संबंध में जानकारी जुटाई।