11 दिसंबर 2014

आधार कार्ड पर लूट

डबवाली (लहू की लौ) पिछली सरकार में मुफ्त बनने वाला आधार कार्ड खट्टर सरकार में शुल्क वाला होने के बाद महंगा हो गया है। सरकार की ओर से सुविधाओं में जरूरी किये जाने के बाद बेशक आधार की महत्ता बढ़ गई हो। लेकिन कुछ निजी एजेंसियों ने इसके बहाने लूट मचा रखी है।
इन दिनों कलोनी रोड़, वैष्णों माता मंदिर क्षेत्र, पुराना डाकघर क्षेत्र तथा नई अनाज मंडी क्षेत्र में ऐसे कई केंद्र खुल गये हैं, जो आधार कार्ड की एवज में लोगों को लूट रहे हैं। आधार कार्ड का फार्म भरने तथा उसका प्रिंट निकालने के नाम पर 70 से 80 रूपये तक वसूले जाते हैं। जबकि सरकार की ओर से आधार कार्ड बिल्कुल मुफ्त बनाया जाता है।
उपरोक्त कार्य में लगे एक युवक ने बताया कि प्रदेश की कुछ निजी कंपनियों ने कुछ समय पहले उनसे संपर्क करके मुफ्त में आधार कार्ड बनाने के लिये कहा था। इसके लिये उन्होंने करीब ढाई लाख रूपये खर्च करके मशीनें मंगवाई थी। कंपनियों ने प्रति कार्ड उन्हें 16 रूपये देने का वायदा किया था। करीब डेढ़ से दो लाख आधार कार्ड तैयार करने के बाद जब कंपनी से अपना हिस्सा मांगा तो कंपनी ने उन्हें एक चैक सौंप दिया। जो बैंक ने डिस्ऑनर कर दिया। उनके लाखों रूपये कंपनियों की ओर डूब गये।
हम घाटा पूरा कर रहे हैं
युवक ने बताया कि आधार कार्ड सरकार की ओर से बिल्कुल फ्री है। लेकिन वे अपना घाटा पूरा करने के लिये आधार कार्ड अप्लाई करने तथा प्रिंट निकालने पर 50 से 80 रूपये ले रहे हैं। लेकिन इसके लिये भी उन्हें संबंधित कंपनियों पर निर्भर रहना पड़ता है। चूंकि आधार कार्ड के लिये अप्लाई करते समय जिन मशीनों का प्रयोग वे कर रहे हैं, वे एक निश्चित अवधि के लिये चलती हैं। जिनकी कुंजी कंपनियों के पास होती है। दोबारा रिचार्ज करवाने के लिये कंपनियों का मुंह ताकना पड़ता है। एक मशीन रिचार्ज करने के पीछे संबंधित कंपनी करीब पांच हजार रूपये लेती है।

आधार कार्ड के लिये अप्लाई करने वाले केंद्रों पर सुबह से ही लोगों की लंबी लाईन लग जाती है। जो शाम तक रहती है। लोग बिना जागरूकता के लिये केंद्रों पर पैसा लुटा रहे हैं। जबकि प्रशासन मौनी बाबा बनकर रह गया है। एसडीएम संजय राय छुट्टी पर चल रहे हैं। ऐसे में शहर पर प्रशासन की पकड़ लगातार ढीली होती जा रही है।

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