17 सितंबर 2011

चौटाला में हालात खराब


गांव अबूबशहर, सुकेराखेड़ा में भी स्थिति भयानक
डबवाली (लहू की लौ) पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश ने गांव चौटाला, अबूबशहर तथा सुकेराखेड़ा में कोहराम मचा दिया है। इन गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। प्रशासन ने तीनों गांवों में रेड अलर्ट जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग की टीमें लगा दी हैं। पानी को राजस्थान कैनाल तथा पास से गुजरने वाली डिस्ट्रीब्यूटरियों में डाला जा रहा है।
पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल तथा पूर्व उप मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला के गांव की गलियों में पांच-पांच फुट तक पानी भरा है। करीब एक हजार घर गिरने की कगार पर आ खड़े हुए हैं। बाजार में स्थित दुकानों में घुसे पानी से 50 दुकानों पर संकट मंडराने लगा है। वहीं इन दुकानों में रखा सामान खराब हो गया है। सरकारी स्कूलों में तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया है। बाजार के निकट स्थित वाटर वक्र्स में पानी घुसने से चारों ओर पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। गांव के पूर्व सरपंच तथा स्वतंत्रता सेनानी खूब राम जाखड़ के बेटे 70 वर्षीय दुलीचंद, ग्रामीण 65 वर्षीय रणजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी जिन्दगी में गांव चौटाला में ऐसा पहली बार देखा है। लोग घरों की छतों पर बैठकर दिन काटने को मजबूर हो रहे हैं। गांव में बीमारी फैलने का भय सताने लगा है। ग्रामीणों के अनुसार अगर बारिश ज्यों ही चलती रही और पानी निकासी का कोई प्रबंध न हुआ तो गांव का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
गुरूवार को गांव के हालतों का जायजा लेने के लिए एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल, तहसीलदार डबवाली राजेंद्र कुमार, बीडीपीओ डबवाली सतीन्द्र सिवाच, सिंचाई विभाग के एक्सीयन विजय जग्गा, एएई आरएस लुहान, सिंचाई विभाग की टेक्निकल विंग के एसडीओ एसएन गर्ग पहुंचे। ग्रामीणों के साथ इन लोगों ने ट्रेक्टर पर चढ़कर हालात देखे। अधिकारियों ने देखा कि पानी निकालने के लिए गौशाला के निकट बनाई गई जगह भी छोटी पड़ गई। पानी ओवरफ्लो होकर गौशाला में घुसना शुरू हो गया था। पानी को निकालने के लिए शमशान भूमि के निकट कब्रों वाली जगह का चुनाव किया गया। लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। बाद में गौशाला से लेकर चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी तक जेसीबी मशीन की सहायता से खाल का निर्माण करवाकर पानी डालने की योजना बनाई गई। जिस पर कार्य आरंभ हुआ।
पटवारी दलीप सिंह ने बताया कि गांव चौटाला में 4 से 5 फुट पानी जमा है। इससे करीब एक हजार घर गिरने की कगार पर पहुंच गए हैं। बाजार में 50 के करीब दुकानें भी प्रभावित हुई हैं।
गांव अबूबशहर में निचली बस्तियों में पानी जमा हो जाने से लोगों ने अपना बसेरा राजस्थान कैनाल की पटरी पर बसा लिया है। गांव में करीब पांच सौ घर प्रभावित हुए हैं। गांव की गलियों में लगभग चार फुट पानी दौड़ रहा है। संगरिया मार्ग पर पानी आने के कारण हालत और भी खराब हो गए।
सुकेराखेड़ा में 100 घर गिरे
पिछले पांच दिनों से हो रही बरसात से गांव सुकेराखेड़ा पानी से लबालब हो गया है। गांव को जाने वाले सभी मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को भारी परेशान का सामना करना पड़ रहा है। गांव की गलियों में जमा चार-चार फुट पानी की निकासी के लिए गुरूवार को ग्रामीण बीडीपीओ से मिले।
गांव के सरपंच रामसरूप, प्रेमचंद, रामकुमार, भीम सैन, वीरपाल, धर्मपाल, मोहन लाल, पृथ्वी राज ने बताया कि पानी की निकासी न होने की वजह से गांव के करीब सौ घर गिर गए हैं। अन्य घरों में भी दरारें आ गई हैं। गांव में पानी निकालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।
एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्होंने आज गांव चौटाला, अबूबशहर, सुकेराखेड़ा का दौरा किया था। वहां के ग्रामीणों से मुलाकात करके उनकी समस्या जानी। उन्होंने बताया कि गांव चौटाला में चार जेसीबी की मदद से गौशाला से डिस्ट्रीब्यूटी तक खाल का निर्माण करके पानी निकालने की योजना तैयार पर कार्य शुरू कर दिया गया है। पानी निकालने के लिए छह पंपों की व्यवस्था कर दी गई है। तीनों गांवों के ग्रामीणों की स्वास्थ्य की दृष्टि से एसएमओ को जरूरी हिदायतें दी गई हैं। पशुओं के स्वास्थ्य का भी खास ख्याल रखा जा रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं: