डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देसराज ने जीटी रोड़ रेलवे फाटक के निकट सार्वजनिक स्थान पर सट्टा खाईवाली करने के आरोप में राजकुमार उर्फ राजू पुत्र रामजी लाल निवासी वार्ड नं.1, उत्तम नगर, डबवाली को 510 रूपये की राशि सहित गिरफ्तार किया है।
Adsense
Lahoo Ki Lau
06 दिसंबर 2014
फोन पर आई कॉल, तेरी बेटी को उठा ले जाऊंगा
डबवाली (लहू की लौ) सुंदर नगर निवासी सतपाल ने शहर थाना पुलिस को शिकायत देकर मोबाइल पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। सतपाल के अनुसार 3 दिसंबर 2014 को शाम करीब पौने छह बजे उसके पास फोन कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह उसे जान से मार देगा। उसकी बेटी को उठाकर ले जायेगा।
नशे में धुत्त पटवारी को नोटिस, मामले की जांच शुरू
डबवाली (लहू की लौ) तहसील कार्यालय में नशे में धुत्त मिला पटवारी शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में उपचार लेने पहुंच गया। हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत पर चिकित्सक ने उसकी मेडिकल जांच करवाई है। उधर तहसीलदार का कहना है कि आरोपी पटवारी को नोटिस जारी किया गया है। प्रशासन दो अलग-अलग मामलों में जांच करेगा।
सरकारी अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि पटवारी रामसरूप को हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत है। पटवारी का कहना है कि वह शराब बहुत पीता है। इसकी वजह से उसे समस्याएं आ रही हैं। पटवारी के कहने के अनुसार उसके लीवर के टेस्ट करवाये गये हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कदम उठाया जायेगा।
इधर तहसीलदार मातू राम नेहरा ने कहा कि शिकायत के आधार पर पहली जांच शुरू करते हुये पटवारी तथा संबंधित शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया गया है। दूसरी जांच नायब तहसीलदार संजय चौधरी की रिपोर्ट के बाद शुरू होगी। जांच के दौरान संबंधित पक्षों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास भेज दी जायेगी।
गौरतलब है कि पटवारी रामसरूप वीरवार को तहसील परिसर में नशे में धुत्त मिला था। पता चलने पर नायब तहसीलदार छोटू राम के पहुंचने से पहले ही दो कर्मचारी उसे लेकर फुर्र हो गये थे।
सरकारी अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि पटवारी रामसरूप को हाथों में कंपन तथा घबराहट की शिकायत है। पटवारी का कहना है कि वह शराब बहुत पीता है। इसकी वजह से उसे समस्याएं आ रही हैं। पटवारी के कहने के अनुसार उसके लीवर के टेस्ट करवाये गये हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कदम उठाया जायेगा।
इधर तहसीलदार मातू राम नेहरा ने कहा कि शिकायत के आधार पर पहली जांच शुरू करते हुये पटवारी तथा संबंधित शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया गया है। दूसरी जांच नायब तहसीलदार संजय चौधरी की रिपोर्ट के बाद शुरू होगी। जांच के दौरान संबंधित पक्षों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के पास भेज दी जायेगी।
गौरतलब है कि पटवारी रामसरूप वीरवार को तहसील परिसर में नशे में धुत्त मिला था। पता चलने पर नायब तहसीलदार छोटू राम के पहुंचने से पहले ही दो कर्मचारी उसे लेकर फुर्र हो गये थे।
बैंगलुरू में सम्मानित हुआ वतन और उसका परिवार
डबवाली (लहू की लौ) इस वर्ष 28 नवम्बर 2014 को एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज (वायु सेना तकनीकी कॉलेज) बैंगलुरू में आयोजित दीक्षांत परेड समारोह में डबवाली निवासी वतन गोयल पुत्र दर्शन लाल गोयल ने फ्लाईंग ऑफिसर के रूप में हिस्सा लिया।
परेड़ के मुख्यातिथि व निरिक्षण अधिकारी एयरमार्शल जगजीत सिंह विशिष्ट सेवा मैडल थे। इस समारोह में फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल को संयुक्त मैरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए उपराष्ट्रपति स्वॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई।
परिवार हुआ सम्मानित
वैमानिकी अभियांत्रिकी इलेक्ट्रॉनिकी शाखा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए एयर वाईस मार्शल रिखी ट्रॉफी भी पुरस्कार स्वरूप दी गई। इस अवसर पर एयरमार्शल जगजीत सिंह वि.से.मे. ने फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल के परिवार को भी सम्मानित किया।
परेड़ के मुख्यातिथि व निरिक्षण अधिकारी एयरमार्शल जगजीत सिंह विशिष्ट सेवा मैडल थे। इस समारोह में फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल को संयुक्त मैरिट में द्वितीय स्थान प्राप्त करने के लिए उपराष्ट्रपति स्वॉर्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई।
परिवार हुआ सम्मानित
वैमानिकी अभियांत्रिकी इलेक्ट्रॉनिकी शाखा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए एयर वाईस मार्शल रिखी ट्रॉफी भी पुरस्कार स्वरूप दी गई। इस अवसर पर एयरमार्शल जगजीत सिंह वि.से.मे. ने फ्लाईंग ऑफिसर वतन गोयल के परिवार को भी सम्मानित किया।
जीएन कॉलेज में हुआ एप्टीट्यूड टेस्ट
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली में शुक्रवार को गणित विभाग द्वारा एप्टीट्यूड टैस्ट (अभिरूचि प्रतियोगिता) आयोजित किया गया। जिसमें गणित के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में जसप्रीत सिंह बीए प्रथम वर्ष प्रथम,रोहित गुप्ता बीए प्रथम वर्ष तथा हरप्रीत ङ्क्षसह बीए द्वितीय, हरमन ङ्क्षसह बीए तृतीय व काजल बीए तृतीय द्वितीय रहे। कार्यक्रम में प्रिंसीपल डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, प्रो. शिल्पा अरोड़ा, अर्चना ग्रोवर, दीपिका तथा ज्योति उपस्थित थे।
विद्यार्थियों को दी एयरक्राफ्ट सरंचना की जानकारी
डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनसीसी एयरविंग कैडट्स की वायुयान उड़ान के सिद्धांत की कक्षा के दौरान नम्बर एक हरियाणा एयरस्वकाड्रन एनसीसी हिसार के जूनियर वारन्ट ऑफिसर भूपेश, राजेश ने एयरक्राफ्ट की सरंचना , ईंजन के डिजायन तथा ईंजन की कार्य पद्धति के बारे में जानकारी दी। विमान के उतरने व उड़ते समय फलाईंग कंट्रोलर के इस्तेमाल के बारे में भी बताया। एनसीसी अधिकारी सत्यापाल जोशी तथा प्रिंसीपल प्रवीण गौड़ ने बताया कि इस तरह की ट्रेनिंग तथा मोटिवेशन के द्वारा विद्यार्थियों को भविष्य में ऑफिसर कैडर में भर्ती होने में सहायता मिलती है।
एचडीएफसी बैंक की शाखा में लगा शिविर, 64 ने किया रक्तदान
डबवाली (लहू की लौ) एचडीएफसी बैंक की डबवाली शाखा में शुक्रवार को रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। जिसमें 64 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। शाखा प्रबंधक रवि कक्कड़ के सानिध्य में लगे शिविर में एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बतौर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। ज्योति प्रज्जवलित करके चतुर्थ रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। बैंक की ऑपरेशन टीम के प्रभारी कुलविंद्र सिंह एवं कर्ण कुमार ने बताया रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। पंडित भगवत दयाल शर्मा पीजीआई रोहतक के ब्लड बैंक से डॉ. नरेश के नेतृत्व में 13 सदस्यीय सहयोगी टीम ने रक्त प्राप्त किया।
हर माह तीन ने गंवाई जान
यातायात नियमों का ज्ञान न होने तथा लापरवाही बन रही हादसों का कारण
डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों के प्रति ज्ञान न होने से सड़क दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले दस वर्ष के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो इस वर्ष डबवाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। दुर्घटना में हर माह तीन लोगों की जान गई है। जबकि घायल लोगों का आंकड़ा भी यही रहा है। शहर थाना डबवाली क्षेत्र में इस वर्ष 44 हादसे हुये हैं। जिनमें से बीस हादसे जानलेवा साबित हुये। सदर थाना डबवाली क्षेत्र में कुल 20 हादसे हुये। जिनमें से 10 हादसों में जान गई। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर पुलिस मुहिम छेडऩे जा रही है। यातायात नियमों के बारे में स्कूली बच्चों को जागरूक किया जायेगा।
शहर थाना डबवाली क्षेत्र में हादसे
साल हादसे (जिनमें जान गई) घायल
2005 10 14
2006 18 21
2007 14 11
2008 08 24
2009 19 08
2010 09 14
2011 09 10
2012 11 19
2013 11 22
2014 20 22
स्पीड लिमिट पर ध्यान दें : अक्सर जल्दी के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। युवा सड़क को रेसिंग ट्रेक समझकर दोपहिया या फिर चार पहिया वाहन भगाते हैं। लेकिन इस बारे में भी गति सीमा निर्धारित हैं।
वाहन का प्रयोग राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य राजमार्ग अन्य मुख्य सड़कें
(किमी/घंटा) (किमी/घंटा) (किमी/घंटा)
बस/ट्रक 65 65 60
कार/जीप 90 80 70
मोटरसाईकिल 50 50 45
एक पहलू यह भी : यदि आप किसी बारात, सैनिक या पुलिस मार्च या कामगारों के सड़क पर मरम्मत कार्य में लगे होने के दौरान गुजर रहे हैं, तो आपकी गति 25 किमी. प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिये। (स्त्रोत : हरियाणा पुलिस)
सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में तथ्य
1. विश्व में प्रतिवर्ष 13 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। 2. 90 प्रतिशत सड़क हादसे भारत जैसे विकासशील देशों में होते हैं। 3. विश्व में युवा जनसंख्या में मृत्यु का यह सबसे बड़ा कारण है। 4. सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रही हैं। 5. भारत का सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में दुनियां में पहला स्थान है। 6. भारत में प्रति घंटा में 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसका अर्थ है कि 360 लोग प्रतिदिन शाम को घर नहीं पहुंचते हैं। 7. मृतकों में 85 प्रतिशत लोग परिवार के मुखिया हैं, जो परिवार की रोजी रोटी चलाते हैं। 8. सड़क हादसों में शिकार 70 प्रतिशत लोग, 30 से 59 वर्ष की आयु से संबंधित हैं। 10. पूरे विश्व में सड़क हादसों में मरने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक पैदल चलने वाले साईकिल सवार या दो पहिया वाहन सवार हैं।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार का आंकड़ा
ड्राईवरों की लापरवाही व गलत दृष्टिकोण ही 81 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं के लिये एकमात्र जिम्मेदार कारण है। इसी कारण 82 प्रतिशत लोग घायल होते हैं व 76 प्रतिशत लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।
लापरवाही के मुख्य कारण
शराब पीकर वाहन चलाना, तेज रफ्तार, उतावलापन, गति सीमा को तोडऩा, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना, ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करना, तेज गति से ओवरटेक करना, वाहनों को ओवरलोड व सड़कों की दुर्दशा।
डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों के प्रति ज्ञान न होने से सड़क दुर्घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले दस वर्ष के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो इस वर्ष डबवाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। दुर्घटना में हर माह तीन लोगों की जान गई है। जबकि घायल लोगों का आंकड़ा भी यही रहा है। शहर थाना डबवाली क्षेत्र में इस वर्ष 44 हादसे हुये हैं। जिनमें से बीस हादसे जानलेवा साबित हुये। सदर थाना डबवाली क्षेत्र में कुल 20 हादसे हुये। जिनमें से 10 हादसों में जान गई। बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर पुलिस मुहिम छेडऩे जा रही है। यातायात नियमों के बारे में स्कूली बच्चों को जागरूक किया जायेगा।
शहर थाना डबवाली क्षेत्र में हादसे
साल हादसे (जिनमें जान गई) घायल
2005 10 14
2006 18 21
2007 14 11
2008 08 24
2009 19 08
2010 09 14
2011 09 10
2012 11 19
2013 11 22
2014 20 22
स्पीड लिमिट पर ध्यान दें : अक्सर जल्दी के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। युवा सड़क को रेसिंग ट्रेक समझकर दोपहिया या फिर चार पहिया वाहन भगाते हैं। लेकिन इस बारे में भी गति सीमा निर्धारित हैं।
वाहन का प्रयोग राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य राजमार्ग अन्य मुख्य सड़कें
(किमी/घंटा) (किमी/घंटा) (किमी/घंटा)
बस/ट्रक 65 65 60
कार/जीप 90 80 70
मोटरसाईकिल 50 50 45
एक पहलू यह भी : यदि आप किसी बारात, सैनिक या पुलिस मार्च या कामगारों के सड़क पर मरम्मत कार्य में लगे होने के दौरान गुजर रहे हैं, तो आपकी गति 25 किमी. प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिये। (स्त्रोत : हरियाणा पुलिस)
सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में तथ्य
1. विश्व में प्रतिवर्ष 13 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। 2. 90 प्रतिशत सड़क हादसे भारत जैसे विकासशील देशों में होते हैं। 3. विश्व में युवा जनसंख्या में मृत्यु का यह सबसे बड़ा कारण है। 4. सड़क दुर्घटनाएं प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रही हैं। 5. भारत का सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में दुनियां में पहला स्थान है। 6. भारत में प्रति घंटा में 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। इसका अर्थ है कि 360 लोग प्रतिदिन शाम को घर नहीं पहुंचते हैं। 7. मृतकों में 85 प्रतिशत लोग परिवार के मुखिया हैं, जो परिवार की रोजी रोटी चलाते हैं। 8. सड़क हादसों में शिकार 70 प्रतिशत लोग, 30 से 59 वर्ष की आयु से संबंधित हैं। 10. पूरे विश्व में सड़क हादसों में मरने वालों में 50 प्रतिशत से अधिक पैदल चलने वाले साईकिल सवार या दो पहिया वाहन सवार हैं।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार का आंकड़ा
ड्राईवरों की लापरवाही व गलत दृष्टिकोण ही 81 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं के लिये एकमात्र जिम्मेदार कारण है। इसी कारण 82 प्रतिशत लोग घायल होते हैं व 76 प्रतिशत लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।
लापरवाही के मुख्य कारण
शराब पीकर वाहन चलाना, तेज रफ्तार, उतावलापन, गति सीमा को तोडऩा, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना, ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करना, तेज गति से ओवरटेक करना, वाहनों को ओवरलोड व सड़कों की दुर्दशा।
बरसी से तीन दिन पहले तारीख मुआवजे के लिये होगी बहस
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड को अब तक दुनियां का सबसे भयानक अग्निकांड माना गया है। जिसने शहर की एक प्रतिशत आबादी को लील लिया। उन्नीस वर्षों से चला रहा अग्निकांड पीडि़तों का संघर्ष अभी तक जारी है। मुआवजे की लड़ाई में बेशक सरकार अपने कोटे का पैसा देकर निकल गई हो। लेकिन एक निजी संस्थान अब भी अग्निकांड पीडि़तों को कोर्ट की तारीखें भुगतने के लिये मजबूर कर रहा है। मामले में इस बार सुनवाई अग्निकांड की 19वीं बरसी से ठीक तीन दिन पहले होनी है।
क्या हुआ था
23 दिसम्बर 1995 को चौटाला रोड़ पर स्थित राजीव मैरिज पैलेस (अब अग्निकांड स्मारक स्थल) में डीएवी स्कूल डबवाली का वार्षिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान 1 बजकर 47 मिनट पर बिजली शॉर्ट सर्किट से पंडाल के गेट से लगी आग ने देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में 442 लोगों को लील लिया। जिसमें 36 व्यस्क, 258 स्कूली बच्चे और 125 घरेलू महिलाएं व 13 अन्य थे। जबकि 88 लोग घायल हुए थे। इस कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों ने भाग लिया था। आग से झुलसे लोगों में से 30 ऐसे लोग हैं, जिनके अंग भंग हो गए।
जारी है मुआवजे की जंग
साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा। अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो अग्निकांड पीडि़तों को संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया। उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चण्डीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा। मामला उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डबवाली को सौंप दिया गया। अदालत में मामला अभी भी विचाराधीन है। जिस पर 20-12-2014 को सुनवाई होनी है। डीएवी संस्थान की ओर चार करोड़ बकाया : अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि अदालत ने डीएवी संस्थान की ओर जो मुआवजा तय किया था, उसे पूर्ण रूप से भरने में संस्थान हिचकिचा रहा है। अभी तक चार करोड़ रूपये संस्थान की ओर बकाया हैं। जिसका विवाद अदालत में चल रहा है।
क्या हुआ था
23 दिसम्बर 1995 को चौटाला रोड़ पर स्थित राजीव मैरिज पैलेस (अब अग्निकांड स्मारक स्थल) में डीएवी स्कूल डबवाली का वार्षिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान 1 बजकर 47 मिनट पर बिजली शॉर्ट सर्किट से पंडाल के गेट से लगी आग ने देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में 442 लोगों को लील लिया। जिसमें 36 व्यस्क, 258 स्कूली बच्चे और 125 घरेलू महिलाएं व 13 अन्य थे। जबकि 88 लोग घायल हुए थे। इस कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों ने भाग लिया था। आग से झुलसे लोगों में से 30 ऐसे लोग हैं, जिनके अंग भंग हो गए।
जारी है मुआवजे की जंग
साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा। अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो अग्निकांड पीडि़तों को संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया। उच्चतम न्यायालय दिल्ली के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीएस चौहान तथा न्यायमूर्ति वी. गोपाल गौड़ा की बैंच ने डीएवी की दायर याचिका को खारिज करते हुए पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चण्डीगढ़ के 9 नवम्बर 2009 के निर्णय को बहाल रखा। मामला उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी डबवाली को सौंप दिया गया। अदालत में मामला अभी भी विचाराधीन है। जिस पर 20-12-2014 को सुनवाई होनी है। डीएवी संस्थान की ओर चार करोड़ बकाया : अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि अदालत ने डीएवी संस्थान की ओर जो मुआवजा तय किया था, उसे पूर्ण रूप से भरने में संस्थान हिचकिचा रहा है। अभी तक चार करोड़ रूपये संस्थान की ओर बकाया हैं। जिसका विवाद अदालत में चल रहा है।
दिल का दौरा पडऩे से ईएएसआई की मौत
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को चौटाला पुलिस चौकी में दिल का दौरा पडऩे से एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पुलिस ने डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों के हवाले कर दिया।
चौटाला पुलिस चौकी में ईएएसआई के पद पर कार्यरत जयनारायण (50) वीरवार को चौकी के एमएचसी रूम में चारपाई पर लेटा हुआ था। इसी दौरान वह नीचे गिर गया। कमरे में कुछ गिरने की आवाज सुनकर साथी कर्मचारी दौड़े। जमीन पर गिरे जयनारायण को संभाला। उपचार के लिये उसे अस्पताल में ले गये। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजस्थान के श्रीगंगानगर के गांव दौलतपुरा निवासी जयनारायण पुलिस लाईन सिरसा में रात्रि डयूटी पूरी करके वीरवार सुबह वापिस चौकी में लौटा था।
पहले भी हो चुकी है मौत
करीब एक साल पूर्व इसी पुलिस चौकी में कार्यरत एएसआई सतबीर सिंह की मौत भी दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई थी।
चौटाला चौकी इंचार्ज धन सिंह सोनी ने बताया कि ईएएसआई जयनारायण की मौत दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई है। दफा 174 सीआरपीसी के तहत शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
चौटाला पुलिस चौकी में ईएएसआई के पद पर कार्यरत जयनारायण (50) वीरवार को चौकी के एमएचसी रूम में चारपाई पर लेटा हुआ था। इसी दौरान वह नीचे गिर गया। कमरे में कुछ गिरने की आवाज सुनकर साथी कर्मचारी दौड़े। जमीन पर गिरे जयनारायण को संभाला। उपचार के लिये उसे अस्पताल में ले गये। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजस्थान के श्रीगंगानगर के गांव दौलतपुरा निवासी जयनारायण पुलिस लाईन सिरसा में रात्रि डयूटी पूरी करके वीरवार सुबह वापिस चौकी में लौटा था।
पहले भी हो चुकी है मौत
करीब एक साल पूर्व इसी पुलिस चौकी में कार्यरत एएसआई सतबीर सिंह की मौत भी दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई थी।
चौटाला चौकी इंचार्ज धन सिंह सोनी ने बताया कि ईएएसआई जयनारायण की मौत दिल का दौरा पडऩे के कारण हुई है। दफा 174 सीआरपीसी के तहत शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
नशे में तहसील पहुंचा पटवारी, जांच के आदेश
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को एक पटवारी के नशे में तहसील पहुंचने पर हंगामा हो गया। जैसे ही शिकायत तहसीलदार के समक्ष पहुंची तो पूरा प्रशासनिक अमला पटवारी को बचाने में कूद गया। आनन-फानन में तहसील कर्मियों ने नशेड़ी पटवारी को उठाकर कार में फेंक लिया और फरार हो गये।
बुधवार को गांव अहमदपुर दारेवाला निवासी सुरेश कुमार ने तहसीलदार को शिकायत देकर कहा कि पटवारी रामसरूप कभी कभार गांव में पहुंचता है। वह जब भी डयूटी पर होता है, शराब के नशे में धुत्त होता है। काम की एवज में उनसे दस गुणा पैसे मांगता है। अभी भी यह पटवारी तहसील में शराब पीये हुये आया है। तहसीलदार मातू राम नेहरा ने नायब तहसीलदार छोटू राम भाकर को संबंधित पटवारी को काबू करने के लिये भेजा। नायब तहसीलदार मौका पर पहुंचते इससे पहले ही पटवारी हरपाल सिंह मांगेआना तथा तहसील कर्मी गजे सिंह फौरन बाहर आये। चारपाई पर अर्धनग्न अवस्था में लेटे पटवारी को जल्दबाजी में उठाया। पटवारी के खड़े होते ही नशे में उसके पैर लडख़ड़ाने लगे। दोनों ने नशेड़ी पटवारी को घसीटते हुये ई-दिशा केंद्र के बाहर खड़ी कार में डाल लिया और फरार हो गये।
नहीं मिला पटवारी
तहसीलदार के कहने पर मैं पटवारी को काबू करने के लिये गया था। लेकिन जब मैं मौका पर पहुंचा, उस समय पटवारी वहां नहीं था। -छोटू राम, नायब तहसीलदार, डबवाली
शिकायत मिली
पटवारी रामसरूप के नशे में धुत्त होकर कार्य करने की शिकायत मिली है। लेकिन पटवारी मौका पर नहीं मिला। पटवारी आज डयूटी पर था या नहीं, वह तहसील में किस कार्य के लिये आया था? यह जानने के लिये गोरीवाला सबतहसील के नायब तहसीलदार संजय चौधरी को पत्र भेजा गया है। शिकायतकर्ता तथा पटवारी के ब्यान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जायेगी। पटवारी का नशे में तहसील आना सरासर गलत है।
-मातू राम नेहरा
तहसीलदार, डबवाली
डयूटी पर था पटवारी
नायब तहसीलदार संजय चौधरी छुट्टी पर चल रहे हैं। पटवारी रामसरूप के पास लंबी, अहमदपुर दारेवाला तथा झुट्टीखेड़ा गांव हैं। वह आज डयूटी पर था। लेकिन किस कार्य के लिये वह तहसील में गया था, यह मालूम नहीं।
-मलकीत सिंह, कानूनगो
50 लाख की रूईं जलकर राख
राधा कृष्ण कॉटेक्स में आग पर चार घंटे में पाया काबू
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को गांव शेरगढ़ स्थित एक कॉटन फेक्टरी में आग लगने से लाखों रूपये की रूईं जलकर राख हो गई। मौका पर पहुंची नगर परिषद तथा मार्किट कमेटी डबवाली की चार फायर ब्रिगेड ने चार घंटों की कड़ी मशक्त के बाद आग पर काबू पाया।
चार घंटे में पाया काबू
शाम करीब 4 बजे वडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित कॉटन फेक्टरी राधा कृष्ण कोटेक्स प्राईवेट लिमिटेड में प्रेस मशीन चल रही थी। जिससे रूई प्रेस होने के बाद गांठ तैयार की जा रही थी। अचानक प्रेस के पट्टे में आग लग गई। मशीन पर कार्य कर रही लेबर में भगदड़ मच गई। लेबर ने इसकी जानकारी तुंरत फेक्टरी मालिक दीपक गोयल तथा दमकल केंद्र को दी। फायर ब्रिगेड पहुंचने से पहले लेबर ने खुद आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन आग भड़कती चली गई। सूचना मिलते ही नगर परिषद की तीन तथा मार्किट कमेटी की एक गाड़ी मौका पर पहुंची। तब तक आग फेक्टरी के चार बैरकों में फैल चुकी थी। भीतर जाने का मार्ग बंद होने पर कर्मचारी कर्म सिंह, बलवीर सिंह, कुलविंद्र सिंह, नंद लाल, विक्रम ने दीवारें तोड़कर आग बुझानी शुरू की। करीब चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद देर शाम को कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। सूचना पाकर मार्किट कमेटी सचिव हेतराम भी मौका पर पहुंचे। फेक्टरी मालिक दीपक गोयल ने बताया कि जिस समय आग लगी प्रेस मशीन चल रही थी। मशीन के पट्टे में आग लगी। जोकि बैरकों में पड़ी रूईं तक जा पहुंची। आग लगने के कारण करीब 500 क्विंटल रूई जल गई। जिसकी बाजार कीमत करीब 50 लाख रूपये है।
इनेलो के निशाने पर डेरा सच्चा सौदा
इनेलो नेता अभय चौटाला के बाद इनसो अध्यक्ष दिग्विजय ने निकाली भड़ास
डबवाली (लहू की लौ) इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बाद इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति करना बुरी बात नहीं है, परन्तु धर्म की आड़ में राजनीति नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से लोगों की आस्था को चोट पहुंचती है। वीरवार को डबवाली क्षेत्र के ग्रामीण दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि धार्मिक संतों का कार्य अंधविश्वासों को मिटाते हुए समाज के उत्थान के लिए के लिए काम करना है न कि राजनीति करना। धर्म की आड़ में राजनीति करना न केवल जनता के साथ धोखा है बल्कि करोड़ों लोगों के विश्वास पर भी ठेस पहुंचती है।
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि हमारे में समाज में धार्मिक संतों व गुरूओं ने एक नई दिशा है परंतु अब धर्म के नाम पर कुछ संत ढोंग कर रहे हैं। उनका असली मकसद समाज हित अथवा अध्यात्म नहीं बल्कि निजी स्वार्थों की पूर्ति करना है। उन्होंने कहा कि संत समाज मे फैली बुराईयों, कन्या भ्रुण हत्या, दहेज हत्या रोकने व नारी शिक्षा को बढ़ावा देने सहित अन्य गतिविधियों में हिस्सा लें, इससे समाज के लोगों का धार्मिक संतों की विश्वास अधिक बढ़ेगा। संत समाज में फैले अंधविश्वास को मिटाएं और लोगों को जागरूक करें। यदि किसी को राजनीति करनी है तो वे राजनीतिक दल बनाएं और चुनाव लड़ें।
दिग्विजय चौटाला ने आज डबवाली विधानसभा हलका के गांव सालमखेड़ा, जंडवाला जाटान, किंगरे, मलिकपुरा, रामपुरा बिश्रोइयां, रामगढ, रत्ताखेड़ा, राजपुरा, घुकांवाली आदि गांवों का दौरा कर नैना सिंह चौटाला को विजयी बनाने पर आभार व्यक्त किया। दिग्विजय ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में नहीं हैं, परंतु वे युवाओं को रोजगार दिलवाने की उन्हें हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो की सरकार न बनने पर कार्यकत्र्ता निराश होने की बजाय एकबार फिर एकजुट होकर संघर्ष करें ताकि अगली बार चौ. आमप्रकाश चौटाला को सी.एम. बनवा सकें। इसके अलावा दिग्विजय ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से कार्य किया जाएगा। इस दौरान दिग्विजय ने गांवों में लोगों की समस्याएं भी सुनी व उनका जल्द हल करवाने की बात कही। इस मौके पर संदीप सिंह गंगा, सर्वजीत मसीतां, मंदर सरां, हसंराज, अवतार मल्हान, बलविन्द्र सरां, दर्शन सिंह मौजूद रहे।
भाजपा को समर्थन देने पर विवाद
बता दें कि विधानसभा चुनावों में डेरा सच्चा सौदा ने सरेआम भाजपा का समर्थन किया था। तभी से अपनी हार के लिये इनेलो डेरा प्रमुख को जिम्मेवार मान रही है। डेरा प्रमुख लगातार इनेलो के निशाने पर चल रहे हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बाद इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ग्रामीण दौरे पर डेरा प्रमुख का नाम लिये बगैर आग उगल रहे हैं।
प्रतिबंधित नशीली दवा के साथ एक गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए सिरसा पुलिस ने एक व्यक्ति को प्रतिबंधित नशीली दवाई की 35 शीशी व 1 किलो 300 ग्राम चूरापोस्त के साथ गांव ओढां क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान विजय पुत्र जमेदर निवासी ओढां के रूप में हुई है।
मामले के जांच अधिकारी सीआईए स्टाफ के उपनिरीक्षक छाजूराम ने बताया कि गश्त व चैकिंग के दौरान आरोपी को नशीली दवाई व चूरापोस्त के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान दवाई व चूरापोस्त सप्लायर का नाम-पता मालूम कर दोनों के विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के तहत ओढां थाना में मामला दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी है।
मामले के जांच अधिकारी सीआईए स्टाफ के उपनिरीक्षक छाजूराम ने बताया कि गश्त व चैकिंग के दौरान आरोपी को नशीली दवाई व चूरापोस्त के साथ पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान दवाई व चूरापोस्त सप्लायर का नाम-पता मालूम कर दोनों के विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के तहत ओढां थाना में मामला दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी है।
दोस्तों की कारगुजारी की सजा, तीन साल बाद सलाखों के पीछे
पुलिस से बचने के लिये बीकानेर तथा गुडग़ांव में रहा
डबवाली (लहू की लौ) लूट की वारदात के लिये चार दोस्तों को अपनी कार मुहैया करवाने वाला भगौड़ा करार आरोपी तीन साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध एक ओर मामला दर्ज किया है। वीरवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
वरना पर दिया था वारदात को अंजाम
वर्ष 2011 में वरना कार सवार चार युवकों ने पन्नीवाला मोटा स्थित एक पेट्रोल पंप पर तेजधार हथियार दिखाकर 95 हजार रूपये लूट लिये थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग की गई वरना गाड़ी गांव कालूआना निवासी संदीप कुमार की होनी बताई थी। जिस पर पुलिस ने संदीप के खिलाफ दफा 120-बी के तहत मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी। लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आया। मुखबरी के आधार पर सीआईए डबवाली ने बुधवार शाम को संदीप को गांव चौटाला से काबू कर लिया। पुलिस के अनुसार वह अपने किसी परिचित से मिलने के लिये चौटाला में आया था और बस से उतरा था।
एक दिन का रिमांड लिया
सीआईए डबवाली के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि 15 नवंबर 2012 को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने भगौड़ा घोषित किया था। पुलिस से छुपने के लिये संदीप बीकानेर तथा गुडग़ांव में ठिकाने बदलता रहा। आरोपी के विरुद्ध भादंसं की धारा 174-ए के तहत थाना ओढां में मामला दर्ज किया गया है। वीरवार को उसे न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस वारदात में प्रयोग हुई वरना गाड़ी बरामद करने का प्रयास करेगी।
डबवाली (लहू की लौ) लूट की वारदात के लिये चार दोस्तों को अपनी कार मुहैया करवाने वाला भगौड़ा करार आरोपी तीन साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध एक ओर मामला दर्ज किया है। वीरवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये।
वरना पर दिया था वारदात को अंजाम
वर्ष 2011 में वरना कार सवार चार युवकों ने पन्नीवाला मोटा स्थित एक पेट्रोल पंप पर तेजधार हथियार दिखाकर 95 हजार रूपये लूट लिये थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने वारदात में प्रयोग की गई वरना गाड़ी गांव कालूआना निवासी संदीप कुमार की होनी बताई थी। जिस पर पुलिस ने संदीप के खिलाफ दफा 120-बी के तहत मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी। लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आया। मुखबरी के आधार पर सीआईए डबवाली ने बुधवार शाम को संदीप को गांव चौटाला से काबू कर लिया। पुलिस के अनुसार वह अपने किसी परिचित से मिलने के लिये चौटाला में आया था और बस से उतरा था।
एक दिन का रिमांड लिया
सीआईए डबवाली के प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि 15 नवंबर 2012 को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने भगौड़ा घोषित किया था। पुलिस से छुपने के लिये संदीप बीकानेर तथा गुडग़ांव में ठिकाने बदलता रहा। आरोपी के विरुद्ध भादंसं की धारा 174-ए के तहत थाना ओढां में मामला दर्ज किया गया है। वीरवार को उसे न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) देवेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिये। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस वारदात में प्रयोग हुई वरना गाड़ी बरामद करने का प्रयास करेगी।
05 दिसंबर 2014
04 दिसंबर 2014
ड्राईविंग लाईसेंस की ऑनलाईन परीक्षा में
90 फीसदी युवा फेल
युवाओं को नहीं यातायात नियमों का ज्ञान, 10 में से एक हो रहा पास
डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों के मामले में युवा फिसड्डी हैं। नियमों का ज्ञान न होने से 90 फीसदी युवा ड्राईविंग लाईसेंस से पूर्व होने वाली ऑनलाईन परीक्षा में फेल हो रहे हैं। एक फीसदी जो पास हो रहे हैं, वे भी केवल पास माक्र्स लेकर। हर रोज ई-दिशा केंद्र में लाईसेंस के लिये आवेदन करने के लिये तीस युवा पहुंच रहे हैं। जिसमें से मात्र तीन युवा ही लाईसेंस प्राप्त करने योग्य निकलते हैं।
मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 3 (1) के अनुसार सार्वजनिक सड़कों पर कोई भी मोटर वाहन चलाने के लिये प्रभावी ड्राईविंग लाईसेंस का होना आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति को किसी सार्वजनिक स्थान पर तब तक वाहन चलाने की अनुमति नहीं होती, जब तक उसके पास उस श्रेणी के वाहन चलाने के लिये प्राधिकृत करने वाले वैद्य ड्राईविंग लाईसेंस न हों। लाईसेंस स्थानीय लाईसेंस अधिकारी द्वारा जारी किया जाता है।
यूं चलती है प्रक्रिया
ठीक से भरा हुआ आवेदन प्रपत्र, निर्धारित शुल्क, निवास का प्रमाण, आयु का प्रमाण, हाल ही खींचे गये पासपोर्ट आकार के तीन फोटो, आत्म घोषणा, चिकित्सा प्रमाण पत्र, आवेदक के नाबालिग होने की दशा में माता-पिता की सहमति। आवेदक द्वारा उपरोक्त दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद उसका एक ज्ञान परीक्षण होता है। जिसमें आवेदक को यातायात संकेतों, सूचकों और सड़क के नियमों, चालक के कत्र्तव्य, एक मानव रहित रेलवे फाटक से गुजरते समय रखने वाली सावधानियां, वाहन चलाते समय होने वाले दस्तावेजों संबंधी ऑनलाईन परीक्षा देनी होती है। जिसमें 10 सवाल पूछे जाते हैं। एक सवाल का जवाब देने के लिये 30 सैकेंड होते हैं। 60 प्रतिशत यानी 10 में से 6 सवालों का सही जवाब देने वाले को लाईसेंस योग्य माना जाता है। फेल होने आवेदन की पुन: परीक्षा सात दिनों बाद होती है। ऐसे तीन मौके संबंधित व्यक्ति को दिये जाते हैं। अगर वे तीन मौकों पर पास नहीं होता तो आगामी परीक्षा 60 दिनों के बाद होती है।
आयु संबंधी योग्यता : नियमानुसार किसी भी व्यक्ति को तब तक ड्राईविंग लाईसेंस जारी नहीं किया जा सकता, जब तक वह उस वाहन की श्रेणी हेतू निर्धारित आयु मापदंड को पूरा नहीं कर लेता। भारत में मोटर वाहन ड्राईविंग के लिये आयु मापदंड की सीमा निर्धारित है।
16 साल : 50सीसी तक की इंजन क्षमता के मोटर साईकिल।
18 साल : अन्य कोई वाहन।
20 साल : परिवहन वाहन (सार्वजनिक सेवा वाहन, माल ढोने वाले वाहन, शैक्षणिक संस्थानों की बस या निजी सेवा वाहन)
इसके अलावा, वाहन के मालिक की जिम्मेदारी है कि वह किसी भी ऐसे व्यक्ति को, जिसके पास वैध लाईसेंस न हो या जो आयु संबंधी योग्यता पूरी नहीं करता हो, वाहन चलाने की अनुमति नहीं दे सकता।
एक नजर इधर भी
डबवाली में 1 अप्रैल 2010 से 30 नवंबर 2014 तक के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाये तो अब तक कुल 25 हजार 077 लोगों ने लर्निंग तथा ड्राईविंग लाईसेंस प्राप्त किये हैं। जिनमें 6541 महिलाओं के पास लर्निंग लाईसेंस तथा 405 के पास ड्राईविंग लाईसेंस है।
लर्निंग लाईसेंस
की स्थिति
पुरूष : 6869
महिला : 6541
कुल : 14410
ड्राईविंग
लाईसेंस
पुरूष : 11262
महिला : 405
कुल : 11667
ड्राईविंग लाईसेंस के प्रकार
1. प्रशिक्षु लाईसेंस (लर्निंग) : प्रत्येक नये चालक को जिस वर्ग के वाहन के लिये यह लाईसेंस लेना चाहता है, उसे चलाना सीखने हेतू पहले प्रशिक्षु लाईसेंस प्राप्त करना होता है। जो एक प्राथमिक परीक्षण से गुजरने के बाद जारी किया जाता है। जारी करने की तारीख से छह माह के लिये यह मान्य होता है।
2. ड्राईविंग लाईसेंस : यह लाईसेंस भारत में मोटर वाहन चलाने की अनुमति देता है। यह लाईसेंस भारत के हर भाग में वैध होता है। आवेदक प्रशिक्षु लाईसेंस जारी होने की तारीख से तीस दिनों के बाद से लेकर प्रशिक्षु लाईसेंस की अवधि समाप्ति से पहले ड्राईविंग लाईसेंस के लिये आवेदन कर सकता है।
3. इंटरनेशनल ड्राईविंग परमिट : लाईसेंस प्राधिकारी भारतीय नागरिकों को भारत के अलावा अन्य देशों में भी वाहन चलाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय ड्राईविंग परमिट जारी करने हेतू समक्ष है। बशर्ते लाईसेंस होल्डर को संबंधित देश के कानूनों तथा नियमों की पालना अवश्य करनी होती है।
विद्यालयों में दिया जायेगा यातायात नियमों का ज्ञान
युवाओं को यातायात नियमों के बारे में बहुत कम ज्ञान है। इसलिये नियमों संबंधी पुस्तिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी की मार्फत विद्यालयों में पहुंचाया जायेगा।
-दलीप सिंह, प्रभारी, शहर थाना डबवाली
युवाओं को नहीं है जानकारी
लर्निंग लाईसेंस से पहले ऑनलाईन परीक्षा होती है। जिसका रिजल्ट भी तुरंत मिल जाता है। पास होने के लिये 60 प्रतिशत अंक लेने जरूरी होते हैं। युवाओं को यातायात नियमों के बारे में जानकारी नहीं है।
-मातू राम नेहरा तहसीलदार, डबवाली
छुट्टी पर एसडीएम अब 2015 में मिलेंगे
डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सतीश कुमार के भिवानी ट्रांसफर होने के बाद डबवाली वासियों के लिये एक ओर बुरी खबर है। नवनियुक्त एसडीएम संजय राय वर्ष 2015 से पहले नहीं मिलेंगे। स्वास्थ्य कारणों के चलते वे छुट्टी पर चले गये हैं। उपमंडलाधीश कार्यालय में चर्चाएं जोरों पर हैं कि नये वर्ष के पहले हफ्ते में ही वे कार्यालय लौट सकते हैं।
पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने एसडीएम सतीश कुमार का तबादला भिवानी कर दिया था। उनके स्थान पर भिवानी के एसडीएम संजय राय की नियुक्ति डबवाली की थी। 30 नवंबर को डैड लाईन घोषित करते हुये सरकार ने एचसीएस को नये स्थलों पर ज्वाईनिंग के आदेश दिये थे। आनन-फानन में एसडीएम संजय राय ने ज्वाईनिंग कर ली। स्वास्थ्य ठीक न होने के बावजूद 1 दिसंबर को वे कार्यालय में पहुंचे। कार्य न होने की वजह से वे छुट्टी पर चले गये हैं।
कौन संभालेगा शहर
करीब सवा माह तक उपमंडलाधीश कार्यालय विरान रहने वाला है। ऐसे में दफ्तरी कार्य तो प्रभावित होंगे ही साथ में शहर की स्थिति बिगड़ेगी। वहीं ब्यूटीफुल सिटी बनने जा रहे शहर में फिर से गंदगी दिखाई देने लगी है। साथ में अतिक्रमण पांव पसारने लगा है। उपमंडलाधीश के छुट्टी पर होने के कारण एक बार फिर लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी।
फोन से भी टूटा रिश्ता
छुट्टी पर जाने के साथ-साथ एसडीएम डबवाली से मोबाइल पर भी रिश्ता टूट गया है। डीसी के सख्त आदेशों के बावजूद एसडीएम डबवाली का सरकारी मोबाइल नं. 98123-00903 स्विच ऑफ है।
पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने एसडीएम सतीश कुमार का तबादला भिवानी कर दिया था। उनके स्थान पर भिवानी के एसडीएम संजय राय की नियुक्ति डबवाली की थी। 30 नवंबर को डैड लाईन घोषित करते हुये सरकार ने एचसीएस को नये स्थलों पर ज्वाईनिंग के आदेश दिये थे। आनन-फानन में एसडीएम संजय राय ने ज्वाईनिंग कर ली। स्वास्थ्य ठीक न होने के बावजूद 1 दिसंबर को वे कार्यालय में पहुंचे। कार्य न होने की वजह से वे छुट्टी पर चले गये हैं।
कौन संभालेगा शहर
करीब सवा माह तक उपमंडलाधीश कार्यालय विरान रहने वाला है। ऐसे में दफ्तरी कार्य तो प्रभावित होंगे ही साथ में शहर की स्थिति बिगड़ेगी। वहीं ब्यूटीफुल सिटी बनने जा रहे शहर में फिर से गंदगी दिखाई देने लगी है। साथ में अतिक्रमण पांव पसारने लगा है। उपमंडलाधीश के छुट्टी पर होने के कारण एक बार फिर लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी।
फोन से भी टूटा रिश्ता
छुट्टी पर जाने के साथ-साथ एसडीएम डबवाली से मोबाइल पर भी रिश्ता टूट गया है। डीसी के सख्त आदेशों के बावजूद एसडीएम डबवाली का सरकारी मोबाइल नं. 98123-00903 स्विच ऑफ है।
21 दिनों में दूसरी हड़ताल
डबवाली शहर में 14 बैंक रहे पूर्णतय बंद, ढाई सौ करोड़ का नुक्सानडबवाली (लहू की लौ) वेतन वृद्धि की मांग को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी बुधवार को हड़ताल पर रहे। जिससे करीब ढाई सौ करोड़ रूपये का लेनदेन प्रभावित हुआ। लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। एटीएम प्रयोग के लिये लोग एक-दूसरे को आगे-पीछे करते नजर आये।
डबवाली में बंद रहे 14 बैंक
भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल, ओबीसी, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, पंजाब एवं सिंध बैंक सहित शहर डबवाली के सभी 14 राष्ट्रीयकृत बैंक बंद रहे। इसके अतिरिक्त इन बैंकों की ग्रामीण क्षेत्र में खुली सभी शाखाओं में कामकाज ठप रहा। हड़ताल के चलते सुबह बैंक कर्मचारी बैंकों के मुख्य द्वारों पर इक्ट्ठे हुये और मांगों को पूरा न करने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने अपने-अपने बैंकों के मुख्य द्वार पर आज हड़ताल है के पोस्टर चस्पा कर दिये।
वेतन में 23 प्रतिशत वृद्धि की मांग
कर्मचारी यूनियन की डबवाली शाखा के अध्यक्ष जसविंद्र बहल तथा सचिव प्रेम सिंगला ने बताया कि वर्ष 2007 में सरकार ने वेतन वृद्धि की थी। प्रत्येक पांच वर्ष बाद वेतन में वृद्धि की पॉलिसी है। वर्ष 2012 में सरकार ने वेतन में बढ़ौतरी करनी थी, लेकिन सरकार 11 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर अड़ गई। जबकि यूनियन दिन-ब-दिन काम के बढ़ रहे बोझ को देखते हुये 23 प्रतिशत वेतन बढ़ौतरी की मांग कर रही है। लेकिन सरकार अपनी जिद्द नहीं छोड़ रही। जिसके चलते मजबूरन कर्मचारियों को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ रहा है।
12 नवंबर को भी हुई थी हड़ताल
उपरोक्त मांग को लेकर राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने 12 नवंबर 2014 को हड़ताल की थी। 21 दिनों में कर्मचारियों के दूसरी बार हड़ताल पर जाने से करीब 500 करोड़ रूपये का लेनदेन प्रभावित हुआ है। जसविंद्र बहल के अनुसार डबवाली पंजाब सीमा से सटा हुआ है। जिसके चलते शहर की शाखाओं में प्रतिदिन करीब ढाई सौ करोड़ रूपये का लेनदेन होता है।
तारीख याद, महीना भूल गये
हड़ताल के दौरान एक मजेदार पहलू नजर आया। कर्मचारियों को हड़ताल की तारीख याद रही। लेकिन महीना याद नहीं रहा। एसबीआई के मुख्य द्वार पर चस्पा पोस्टर में कर्मचारियों ने 3 दिसंबर की अपेक्षा, आज हड़ताल है लिखते हुये नीचे 3 नवंबर 2014 लिखा।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ (Atom)













