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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

12 अगस्त 2011

देसूजोधा हत्याकांड की जांच शुरू



डबवाली (लहू की लौ) देसूजोधा हत्याकांड की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच पंचकूला के डीआईजी गुरूवार को डबवाली पहुंचे। शहर के विश्रामगृह में केस से जुड़े विभिन्न पहलूओं की जानकारी ली। मामले की बारीकी से जांच की। डीआईजी ने पुलिस विशेषज्ञों के साथ घटना स्थल का भी निरीक्षण किया।
पांच एकड़ भूमि के विवाद में 15 मई 2011 को गांव देसूजोधा में गोली चलने से मशहूर कबड्डी खिलाड़ी दर्शन उर्फ मट्टू तथा उसके भाई कौर सिंह की मौत हो गई थी। सिटी पुलिस ने मट्टू के बेटे वकील के ब्यान पर गांव गुरूसर सेहनेवाला निवासी नत्था सिंह, उसकी बेटी परमजीत उर्फ पम्मी, दामाद राजवीर सिंह निवासी लुधियाना, दूसरे दामाद सुखजीत सिंह निवासी सूबाखेड़ा, ट्रेक्टर चालक चरणजीत सिंह निवासी गांव गुरूसर सेहनेवाला, राजा निवासी गांव झींडेवाला, मनदीप निवासी सूबाखेड़ा तथा अज्ञात कार चालक सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने नत्था सिंह, चरणजीत सिंह, राजा तथा मनदीप को काबू करने में सफलता अर्जित की। लेकिन अभी भी अन्य चार आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। उधर मामले में आरोपी सुखजीत के परिजनों ने उसे बेकसूर बताते हुए मामले की पुन: जांच की मांग को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों, मुख्यमंत्री तथा हयूमन राईटस को पत्र लिखे। इस मामले की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच के डीआईजी राजपाल सिंह गुरूवार को डबवाली पहुंचे। बठिंडा रोड़ पर स्थित पीडब्ल्यूडी के विश्रामगृह में उन्होंने मृतक दर्शन उर्फ मट्टू के बेटे वकील सिंह, केस में गवाह जगराज सिंह गाजी तथा जसवीर सिंह से पूछताछ की। वकील ने हत्या के दौरान उपरोक्त  आरोपियों की भूमिका पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
उधर मामले में आरोपी सुखजीत सिंह के परिजन भी जांच में भाग लेने के लिए पहुंचे। इस मौके पर आरोपी के पिता हरचरण सिंह, गांव सूबाखेड़ा के सरपंच शेर सिंह, पूर्व सरपंच मोहन सिंह, सोहन सिंह, विजय सिंह, जग्गा सिंह मैम्बर, गोपी राम मैम्बर उपस्थित थे। हरचरण सिंह ने बताया कि उसका बेटा निर्दोष है। घटना वाले दिन वह झगड़ा सुलझाने के लिए गांव में बैठी पंचायत में उपस्थित था। पुलिस बेवजह उसका नाम मामले में घसीट रही है।
जांच के दौरान डीआईजी ने मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों, घटना के बाद वारदात स्थल पर पहुंचने वाली पुलिस टीमों के बारे में जानकारी इक्ट्ठी की।

08 अगस्त 2011

तालाब में मछलियां मरने पर जोगेवाला में हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) गांव जोगेवाला के तालाब में मछलियां मरने से ग्रामीण और ठेकेदार आमने-सामने आ गए। पिछले तीन दिनों से मरी मछलियों की बदबू से परेशान चले आ रहे ग्रामीणों ने ठेकेदार के करिंदों को पीट डाला। रविवार को मौका पर पहुंची पुलिस ने मरी मछलियों को जोहड़ से बाहर निकलवाया।
शहर के चौहान नगर में रह रहे रोशन लाल ने गांव जोगेवाला में मछली पालन का ठेका लिया हुआ है। दो जोहड़ों में मछली पालने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को ठेकेदार का करिंदा गांव जोगेवाला का टेकचंद देखता है। तीन दिन पूर्व एक जोहड़ में पाली जा रही मछलियां काफी संख्या में दम तोड़ गई। जिससे वातावरण में दुर्गंध फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत टेकचंद से की। लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया। शनिवार शाम को टेकचंद अपने साथ कुछ लोग लेकर आया और जोहड़ में पाली जा रही मछलियों को जाल बिछाकर बाहर निकालने लगा। जानकारी पाकर आसपास के ग्रामीण इक्ट्ठे हो गए। उन्होंने इस पर एतराज किया और मरी हुई मछलियों को पहले उठाने की बात कही। जिस पर दोनों पक्षों में तूतू-मैंमैं हो गई। परेशान ग्रामीणों ने जाल फाड़ दिया और  ठेकेदार के एक करिंदे के थप्पड़ रसीद कर लिया। जिससे मामला तूल पकड़ गया। ठेकेदार ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। शिकायत पर सिटी थाना के एसआई राजा राम, एएसआई गोपाल राम के नेतृत्व में रविवार सुबह पुलिस पार्टी मौका पर पहुंची। पुलिस की देखरेख में जोहड़ से मछली निकालने का कार्य शुरू हआ। टेकचंद ने बताया कि रोशन लाल ने यह ठेका साल 2007-08 में 26 हजार रूपए में लिया था। दो जोहड़ों में करीब 70 हजार रूपए की राशि के बीज डाले थे। लेकिन तीन-चार दिन पहले अचानक मछलियां मर गई। वे लोग शनिवार शाम करीब 6 बजे मरी मछलियों को निकालने के लिए आए थे। लेकिन ग्रामीणों के एतराज करने से उन्हें वापिस जाना पड़ा। इस मामले की सूचना उन्होंने सिटी पुलिस को दी।
ग्रामीण जग्गा सिंह, सुखदेव सिंह तथा सर्वजीत सिंह ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से मरी हुई मछलियों को उठाने के लिए टेकचंद से कह रहे थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। उल्टा उन पर ही मछलियों को मारने का आरोप जड़ा जा रहा था। शनिवार शाम को भी उन्होंने मरी मछलियां पहले उठाने की बात कही। लेकिन ठेकेदार के करिंदे उनके ऊपर आ चढ़े।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि ठेकेदार ने शिकायत की थी कि उसे कुछ लोगों द्वारा जोहड़ से मछली बाहर निकालने नहीं दी जा रही। जोहड़ में मरी हुई मछलियों को हटाने से ग्रामीणों की संतुष्टि के बाद ठेकेदार ने कार्य शुरू कर दिया।

वकील का मुंशी अफीम सहित काबू


डबवाली (लहू की लौ) सदर पुलिस ने पंजाब की फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील के मुंशी तथा उसके साथी को अफीम तस्करी में गिरफ्तार किया है। दोनों गांव जण्डवाला जाटान से अफीम खरीदकर ऊनो कार में डबवाली की ओर आ रहे थे। पुलिस ने गांव नीलियांवाली के पास दोनों को दरदबोचा। पुलिस को मुखबरी मिली थी कि ऊनो कार में सवार दो व्यक्तियों ने गांव जण्डवाला जाटान की एक ढाणी से 10 हजार रूपए में 250 ग्राम अफीम खरीदी है। वे अफीम को लेकर डबवाली की ओर आ रहे हैं। सदर पुलिस की एक टीम ने तुरंत गांव नीलियांवाली के पास नाका लगा लिया। पुलिस को देखकर कार सवारों ने मुंह में बांधे कपड़े उतार लिए। शक के आधार पर पुलिस ने तालाशी ली। लेकिन उनसे कुछ नहीं मिली। कार की तालाशी ली गई। पुलिस पार्टी को गाड़ी की पिछली सीट में एक पॉलीथीन के लिफाफे में डली 250 ग्राम अफीम बरामद हुई। जिसे बड़ी चतुराई से छुपाया हुआ था।
सदर पुलिस प्रभारी एसआई रतन सिंह ने उपरोक्त घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों ने अपनी पहचान जगतार सिंह निवासी कगियाना (फरीदकोट), सुखचैन सिंह निवासी मचाकी कलां (फरीदकोट), पंजाब के रूप में करवाई है। जगतार सिंह फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील का मुंशी है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

गोल चौक पर चली गोली!


किलियांवाली के गुरूनानक कॉलेज में प्रधानगी को लेकर विवाद
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली के छात्रों के दो गुटों में प्रधानगी को लेकर चल रहा तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी मामले में शनिवार रात को एक गुट के छात्रों ने दूसरे गुट के समर्थक की गाड़ी पर गोली चला दी। शुक्रवार को भी छात्रों को ये दो गुट शहर की अनाज मण्डी में भिड़े थे और गोली चली थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृह क्षेत्र लम्बी के गांव किलियांवाली के गुरू नानक कॉलेज के छात्रों के दो ग्रुपों में तनाव चल रहा है। कई बार दोनों ग्रुपों मेें हाथापाई तक भी नौबत आई है। एक ग्रुप का नेतृत्व बब्बू कंग कखांवाली कर रहा है जबकि दूसरे ग्रुप का नेतृत्व गुरप्रीत कुलार मलिकपुरा कर रहा है। दोनों अपने को कॉलेज विद्यार्थियों के स्वयंभू अध्यक्ष बता रहे हैं। बब्बू कंग ने कुछ दिन पूर्व स्वयं को सर्वसम्मति से विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित कर दिया था और इस संबंध में अपने पोस्टर भी दीवारों पर चस्पा कर दिए दिये थे। लेकिन गुरप्रीत कुलार तथा उसके समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए कंग के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान छेड़ दिया और अपने को विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित करते हुए अपने पोस्टर लगा डाले। कॉलेज विद्यार्थियों का प्रधान होने का दावा करने वाले दोनों ही गुट बीते शुक्रवार को डबवाली की नई अनाज मंडी में आपस में भिड़ गये और वहां पर फायरिंग भी हुई। मौका पर हरियाणा पुलिस भी पहुंची। सिटी पुलिस ने गुरप्रीत कुलार के समर्थक मनजिंद्र सिंह के ब्यान पर बब्बू कंग तथा उसके साथियों पर मामला दर्ज करके कार्रवाई आरंभ कर दी। लेकिन शनिवार रात करीब 10.15 बजे बब्बू कंग के समर्थक गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह की गाड़ी पर गोल चौक के पास कुछ युवकों ने हमला कर दिया।
गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह ने बताया कि वह शहर में प्रॉपर्टी डीलर का कार्य करता है। हर रोज की तरह अपनी वीरेटो गाड़ी पर रात को गांव जा रहा था। गोल चौक के पास बब्बल, मुख्तियार सिंह, गुरप्रीत कुलार, रॉकी, हरिंद्र बगैरा ने उस पर हमला कर दिया। उसकी गाड़ी पर रॉडें मारी। जब उसने गाड़ी भगाई तो पीछे से फायर किए। एक फायर उसकी गाड़ी के बॉक्स को छेदता हुआ पिछली सीट पर जा लगा। उसने चौहान नगर में अपने एक मित्र चन्ना कंग के निवास स्थान पर पहुंचकर अपने को छुपाया। उपरोक्त वाक्य की जानकारी सिटी पुलिस को दी। गगनदीप के अनुसार वह गुरूनानक कॉलेज में विद्यार्थियों के प्रधान बब्बू कंग का समर्थक है। जबकि कंग को गुरप्रीत कुलार बगैरा अपना नेता नहीं मानते और उससे रंजिश रखते हैं। इसी वजह से आरोपियों ने उसे निशाना बनाते हुए उस पर गोली चलाई।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि रात को गगनदीप ने उसके साथ हुए वाक्य की सूचना उन्हें दी थी। लेकिन अभी तक उसने लिखित में शिकायत नहीं दी है। शिकायत आने पर मामले की जांच की जाएगी। मामला साथ लगते पंजाब के गांव किलियांवाली में स्थित एक कॉलेज में विद्यार्थियों पर प्रधानगी को लेकर है।

07 अगस्त 2011

बेटी को मारने वाले का हुक्का-पानी बंद करवा दो


उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया का बालंटियरों को आह्वान
डबवाली (लहू की लौ) आपके पास कोर्ट की स्पैशल पॉवर हैं, इसलिए आप घर में दुबक कर बैठे ना रहो। एक्टिव हो और अपने क्रियाकलापों को रजिस्टर में दर्ज करो। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ पंचायत से प्रस्ताव पारित करवाओ। जिससे ऐसा घिनौना कार्य करने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद हो जाए।
गांवों में महिलाएं आज भी घरों में बंद हैं या फिर पर्दा प्रथा प्रचलित है। जिससे उन्हें अपने अधिकारों के बारे में मालूम नहीं। आप चौपाल पर बैठक करें। साथ में महिला पंच को लें। ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इक्ट्ठी हों और उन्हें कानून की जानकारी मिले। अपने डेली वर्क का रजिस्टर तैयार करें। रोजाना गांव के चार-पांच व्यक्तियों से मिलें। उनसे हुई बातचीत के अंश रजिस्टर में दर्ज करें। यहां कमी रह गई है, उसके बारे में लीगल सैल के वकील से बातचीत करें। गांव में किसी का राशन कार्ड नहीं बन रहा, विधवा पेंशन मिलने में दिक्कत आ रही है। इसकी जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें। अगर आपकी सुनी नहीं जाती तो वकील या फिर मेरे से संपर्क करें। बस, आप घर पर खाली बैठकर टाईम पास न कीजिएगा। हफ्ते में केवल तीन दिन आपने काम कर लिया तो कुछ महीनों में आपको अपना गांव चेंज मिलेगा।
कृपा आप गांव या फिर आस-पास आने वाली समस्या को जानते हुए चुप न बैठें। उसका मुकाबला करें। गांव में बने विद्यालयों की छात्राओं तथा महिला अध्यापकों से छेड़छाड़ की घटनाओं में अनावश्यक वृद्धि हुई है, ग्रामीणों को साथ लेकर इन्हें रोंके। सुबह के समय स्कूल में जाएं तीन-चार साल के बच्चों को दहेज न लेंगे, दहेज न देंगे के नारे लगवाएं। शादी की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते यह नारा उसके मस्तिष्क में घर कर लेगा। जिससे दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई खत्म हो सकती है। प्रदेश में महिला-पुरूष अनुपात कम हो रहा है। आप लोग अपने गांव में पता लगाएं कि कितनी महिलाएं गर्भवती हैं। एएनएम, महिला पंच की सहायता से उनकी सूची तैयार करें। डिलीवरी तकउन पर कड़ी नजर रखें। आपका अपना गांव हिंसा से मुक्त हो सकता है, खासकर घरेलू हिंसा से उपजने वाले बड़े झगड़ों से। आपका काम मात्र इतना है कि जिस घर में आपकों पति-पत्नी या पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा सुनाई दे, उस घर का कुंडा खटखटा दें।
उपरोक्त शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति डबवाली के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया के हैं। वे शनिवार को बार रूम में पेरालीगल वालंटियर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने वालंटियर से सुझाव भी मांगे। गांव मौजगढ़ से आए युवक हरपाल ने गांव में सरेआम शराब की बिक्री पर कटाक्ष किया। वहीं अन्य वालंटियर ने गांवों में सफाई का हाल बेहाल होने की बात रखी। जिस पर तुंरत संज्ञान लेते हुए उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी ने एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से ग्रामीण आंचल में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मुलाजिम लगाए हुए हैं। लेकिन सरपंच इन मुलाजिमों  से अपने घर पर कार्य लेते हैं। ऐसे में गांव की सफाई नहीं हो पाती। जोकि जरूरी है। मुलाजिम सरकार से मिलने वाली तनख्वाह बैठे-बैठाए खा रहे हैं। आप संबंधित बीडीपीओ को निर्देश देकर सफाई कर्मियों से गांव में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं।
डॉ. अतुल मडिया ने वालंटियर से कहा कि आपकी एक बैठक आगामी 20 तारीख को दोबारा होगी। जिसमें आपकी गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। साथ में  उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहे वालंटियर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आस-पास होने वाली घरेलू हिंसा या फिर अन्य समाज विरोधी गतिविधि की सूचना लोग उपमण्डल विधिक सेवा समिति के कोर्ट कम्पलैक्स में खोले गए कार्यालय के फोन नं. 231222 पर भी सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दे सकते हैं।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, बलजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, युधीष्ठिर शर्मा, कुलवंत सिंह, इन्द्रजीत सिंह, कंवलजीत सिंह कंबोज, राजेश यादव, धर्मवीर कुलडिया आदि उपस्थित थे।

बाप-बेटे को नशीला दूध देकर भाग गई बहू!


डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिकां में विवाहित युवती अपने पति तथा ससुर को दूध में नशीली गोलियां देकर 18 साल के अपने प्रेमी संग भाग गई। बाद में दोनों को प्रेमी के घर से बरामद कर लिया गया। सदर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिला बठिंडा के गांव संगत के रहने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि उसके 27 वर्षीय साले जगसीर सिंह की 25 वर्षीय पत्नी सुखजीत कौर का गांव के मनदीप नामक युवक से लव चल रहा था। यह युवक उनकी रिश्तेदारी में है। जिसके कारण उसका अक्सर उनके घर आना-जाना था। चार माह पहले मनदीप सुखजीत कौर को भगाते हुए पकड़ा गया था। इसके बाद मनदीप के परिवार से उनके संबंध विच्छेद थे।
सुखदेव के अनुसार शुक्रवार रात करीब 10 बजे घर पर उसका ससुर 70 वर्षीय ससुर जंग सिंह, साला जगसीर सिंह अकेले थे। उसकी सास अमरजीत कौर तथा जगसीर सिंह की तीन वर्षीय बेटी राजदीप कौर राजस्थान के रावला में रिश्तेदारी में गए हुए थे। मौके का फायदा उठाते हुए सुखजीत कौर ने दोनों को नशा मिला दूध पिला दिया। दोनों के नशे में आते ही मौका पाकर वह अपने प्रेमी मनदीप के साथ फरार हो गई। लेकिन उनको वहां से फरार होता उसके ससुर के छोटे भाई तेजा सिंह ने देख लिया। उसके शोर मचाने पर गांव की महिला पंच पाली कौर, पड़ौसी जंगीर कौर तथा अन्य ग्रामीण भी उठ खड़े हुए। पोल खुलता देख मनदीप उसे अपने घर ले गया।
पंच ने सुखजीत कौर को मनदीप का साथ छोडऩे के लिए कहा और घर चलने को कहा। लेकिन वह नहीं मानी और मनदीप के साथ रहने की जिद्द पकड़ ली। शनिवार सुबह तक होश न आने के कारण जंग सिंह को डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि दोनों पक्ष पंचायती तौर पर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। अगर पंचायती तौर पर मामला नहीं निबटता तो पुलिस अपनी कार्रवाई अमल में लाएगी।

विवाद से आहत महिला ने की खुदकुशी की कोशिश


डबवाली (लहू की लौ) घर में विवाद होने पर आहत एक रिटायर्ड एसडीओ की धर्मपत्नी ने शनिवार को रेलगाड़ी के आगे आकर जान देने की कोशिश की। गाड़ी की फेट लगने से महिला घायल हो गई। मौका पर पहुंचे डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्यों ने उपचार के लिए महिला को राजकीय अस्पताल में पहुंचाया।
दर्पण सिनेमा के पीछे रहने वाले वाटर सप्लाई एण्ड सैनीटेशन पंजाब से रिटायर्ड एसडीओ बलवंत सिंह के घर में कुछ रोज पहले विवाद हुआ था। विवाद से उनकी 55 वर्षीय पत्नी मनजीत कौर आहत थी। इसी वजह से वह शनिवार को घर से रेलवे लाईन पर आ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब सवा 11 बजे साईं मंदिर के निकट डबवाली रेलवे स्टेशन से बठिंडा की ओर जा रही गाड़ी के आगे आने का प्रयास किया। गाड़ी चालक ने महिला की हरकतों को देखते हुए गाड़ी धीमे कर ली। इसी दौरान महिला गाड़ी की फेट लगने के कारण दूर जा गिरी। उसके सिर, बाजू पर गंभीर चोट आई। गाड़ी भी कई देर तक रूकी रही।
गाड़ी में सवार होकर बठिंडा जा रहे वार्ड नं. 16 निवासी सर्वजीत सिंह राजा सरां ने फूर्ति दिखाते हुए डबवाली जन सहारा सेवा संस्था को मौके पर बुलाया और घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन उसके परिजन बेहतर इलाज के लिए उसे लधियाना के एक निजी अस्पताल में ले गए। महिला की हालत अभी भी  गंभीर बनी हुई है।

कलोनी रोड़ पर सटोरियों का हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) लवकुश पार्क के पास शुक्रवार की रात को क्रिकेट सट्टा में लगे 12 लाख रूपये को लेकर दो पक्षों में खूब तनातनी रही। अन्तत: एक कांग्रेसी नेता के हस्तक्षेप के बाद 8 लाख रूपये में मामला निपट गया।
इंग्लैंड औैर इंडिया के बीच ट्रेंटब्रिज (इंग्लैंड) में 29 जुलाई से 2 अगस्त तक खेले गये पांच दिवसीय क्रिकेट मैच की हार-जीत को लेकर डबवाली और किलियांवाली में बुक्की संचालकों के पास लाखों रूपये का क्रिकेट सट्टा लगा। जिसमें कई युवा कंगाल हो गये। इसी दौरान डबवाली का एक युवक इंडिया को जिताता हुआ 12 लाख रूपये हार गया। जब पैसा देने की नौबत आई तो युवक ने हाथ खड़े कर दिये और अपने बचाव के लिए इनेलो तथा कांग्रेसी नेताओं की शरण में चला गया। बुक्की संचालकों ने इस युवक का पीछा नहीं छोड़ा और वह 12 लाख रूपया वसूलने पर अड़े रहे।
शुक्रवार रात को बुक्की संचालकों ने इस युवक को कलोनी रोड़ के लवकुश पार्क के पास घेर लिया और इसी दौरान युवक ने भी अपने समर्थकों को बुला लिया। डेढ़ घंटा तक दोनों पक्षों में खूब तनातनी रही। अन्तत: मामला एक कांग्रेसी नेता के पास रखा गया। दोनों तरफ की बात सुनने के बाद कांग्रेसी नेता ने अपने फरमान में युवक को 8 लाख रूपये की राशि बुक्की संचालकों को लौटाने की बात मनवा ली। यह राशि एक आढ़तिया की मार्फत 27 अगस्त को देना तय हुआ है।
मामला केवल पैसों की हार-जीत का नहीं है। बल्कि बुक्की संचालकों की मार्फत युवाओं की हो रही बर्बादी का है। जिस पर डबवाली तथा किलियांवाली पुलिस नकेल कसने में असफल रही है। क्रिकेट सट्टे में बर्बाद हुए युवकों के अभिभावकों ने जिला सिरसा और मुक्तसर पुलिस कप्तानों से  अनुरोध किया है कि जनहित में क्रिकेट पर सट्टा लगवाने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाकर युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाया जाये।

करंट से मजदूर की मौत


डबवाली (लहू की लौ) गांव आसाखेड़ा में करंट लगने से एक मजदूर की मौत हो गई। पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शनिवार को शव का डबवाली के राजकीय अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
गांव आसाखेड़ा का 32 वर्षीय भूप सिंह शुक्रवार शाम करीब 4 बजे किसान विनोद कुमार के खेत में लगी घास को दरांती से काट रहा था। अचानक उसकी दरांती खेत में लगे बिजली के खम्बे से टकरा गई। खम्बे में करंट होने की वजह से उसने वहीं दम तोड़ दिया। खेत मालिक ने इसकी सूचना तत्काल मृतक के परिजनों को दी। सूचना पाकर मौका पर भूप सिंह का पिता मंगला राम तथा भाई रिछपाल सिंह मौके पर पहुंचे। मृतक के दो बच्चे सुमन (12) तथा रविंद्र (10) हैं।
चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि मृतक के भाई रिछपाल के ब्यान पर दफा 174सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। शव का राजकीय अस्पताल डबवाली से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया।

01 अगस्त 2011

ट्रक यूनियन में रिक्शा चालक का बेरहमी से कत्ल


डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर स्थित ट्रक यूनियन में शनिवार रात को रिक्शा चालक की बेरहमी से हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। हत्या के बाद शव को खुर्दबुर्द करने का प्रयास किया गया। शव रविवार सुबह यूनियन के पास स्थित एक नोहरे में झाडिय़ों के नीचे पड़ा मिला। मृतक की पहचान जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी निवासी 28 वर्षीय चरणजीत उर्फ चरणा पुत्र संत लाल के रूप में हुई। किलियांवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ दफा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है।
किलियांवाली पुलिस चौकी को रविवार सुबह करीब 8.45 पर मण्डी किलियांवाली ट्रक यूनियन के बगल में स्थित नोहरे में एक व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना मिली। सूचना पाकर चौकी प्रभारी एएसआई जीत सिंह, एचसी हरबंस सिंह मौका पर पहुंचे। वहां प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक रिक्शा चालक है। जो यूनियन के आस-पास रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहा था। मौका पर आए ट्रक चालक रूप सिंह ने मृतक की पहचान अपने भाई चरणजीत उर्फ चरणा के रूप में की। इसकी जानकारी पाकर मृतक के दो और भाई सोमनाथ तथा तीर्थ राम भी मौका पर पहुंचे।
रूप सिंह ने पुलिस को बताया कि चरणा की शादी करीब सात साल पूर्व जैतो मण्डी में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही पति-पत्नी में अनबन रहने लगी और दोनों अलग हो गए। पिछले छह वर्षों से उसका भाई रिक्शा चालक ट्रक यूनियन के इर्द-गिर्द ही रहता था। कभी-कभार नरसिंह कलोनी में घर आ जाता था। वह शनिवार शाम करीब 5 बजे अपने भाई चरणा से मिलकर घर गया था। उस समय वह ठीक था। लेकिन आज सुबह चरणा का शव यूनियन के पास ही नोहरे में पड़ा होने की सूचना मिली।
घटना स्थल का यूं लगा पता
मृतक की दाईं आंख, पेट तथा सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे। उसका मुंह खून से सना हुआ था। नोहरे से कुछ दूरी पर खून के छींटे दिखाई दिए और एक लम्बी लाईन नोहरे की ओर आती दिखाई दी। शव तथा मौके के हालातों ने चरणा की हत्या करने के बाद उसके शव को खुर्दबुर्द करने की नियत से घसीटते हुए झाडिय़ों के बीच फेंकने का शक जाहिर किया। लेकिन मृतक का रिक्शा आस-पास कहीं दिखाई नहीं पड़ा। किलियांवाली पुलिस मृतक के भाई रूप सिंह के ब्यान दर्ज करने के लिए उसे ट्रक यूनियन में ले गई। रूप सिंह ने वहां खड़े अपने भाई के रिक्शा को पहचान लिया। यूनियन में रिक्शा खड़ा होने से पुलिस का सारा ध्यान वहीं केंद्रित हो गया। यूनियन में पड़े मेज पर खून के निशान दिखाई दिए। हत्या की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे लम्बी थाना के प्रभारी एसआई गुरप्रीत सिंह बैंस ने मौके का जायजा लिया।
मामला दर्ज
थाना लम्बी प्रभारी एसआई गुरप्रीत सिंह बैंस ने बताया कि प्रांरभिक जांच में रिक्शा चालक चरणजीत उर्फ चरणा की हत्या ट्रक यूनियन में हुई प्रतीत होती है। पुलिस को गुमराह तथा शव को खुर्दबुर्द करने के लिए कहीं ओर खून के छींटे गिराकर शव को घसीटते हुए नोहरे के बीच झाडिय़ों में फेंका गया। थाना प्रभारी के अनुसार ट्रक यूनियन भी संदेह के घेरे में है, चूंकि मेज पर खून के निशान होने के बावजूद किसी ने पुलिस को सूचित किया नहीं। बल्कि निशान मिटाने के लिए मेज को पानी से धो दिया गया। ट्रक यूनियन की दीवार के बिल्कुल साथ मृतक के कपड़े बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में फोरेंसिक लैब की मदद ली जा रही है। फिलहाल मृतक के भाई रूप सिंह के ब्यान पर अज्ञात के खिलाफ दफा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। शव का मलोट के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया है।

प्रेमी के संग सिटी थाना में पहुंची प्रेमिका


डबवाली (लहू की लौ) घरेलू हिंसा से तंग आकर दो बच्चों की मां ने अपने पति को छोडऩे का निश्चय कर लिया है। पुलिस के समक्ष इस महिला ने अपने पति के साथ जाने से इंकार कर दिया।
पुराना हनुमान मंदिर के नजदीक रहने वाले गुरतेज सिंह ने गत दिवस सिटी पुलिस को एक शिकायत देकर कहा कि उसकी 30 वर्षीय पत्नी रिम्पी मंगलवार से गुमशुदा है। उसके साथ उसका पांच साल का बेटा तुषार भी है। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रिम्पी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें पुलिस को पता चला कि रिम्पी की अबोहर निवासी सोनू नामक युवक से बातचीत हो रही है। इसी आधार पर सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने अबोहर में शनिवार को सोनू के घर पर दस्तक दी और रिम्पी के बारे में जानने का प्रयास किया। लेकिन सोनू घर पर नहीं मिला। रविवार को रिम्पी और सोनू पुलिस दबाव के चलते सिटी पुलिस में उपस्थित हो गए। रिम्पी ने पुलिस को बताया कि उसका पति गुरतेज उसे अक्सर पीटता है। जिसके चलते मंगलवार को वह अपनी मर्जी से अमृतसर चली गई। उसका बेटा तुषार उसके साथ था। रिम्पी ने पुलिस को बताया कि वह अपने पति की मारपीट से तंग आकर सोनू के साथ जाना चाहती है।
अबोहर निवासी 22 वर्षीय सोनू ने बताया कि वह पर्ल कंपनी का एजेंट है। रिम्पी भी इसी कंपनी की एजेंट है। एक साल पूर्व बठिंडा में कंपनी के कार्यालय में उन दोनों की भेंट हुई। दोनों में नजदीकिया बढ़ गई। दोनों में प्रेम संबंध स्थापित हो गए। रिम्पी ने उसे बताया कि उसका पति गुरतेज उसे बुरी तरह से मारता-पीटता है। वह घर का खर्चा भी नहीं देता। मंगलवार को रिम्पी अमृतसर चली गई। गुरूवार को उसके पास फोन आया कि उसका बेटा तुषार अत्याधिक बीमार है। वह तुरंत अमृतसर चला आए। वह अमृतसर पहुंच गया। शनिवार को उसे अबोहर लाया तथा वहां दवाई आदि दिलाई। दोनों ने अबोहर के बस अड्डा पर रात बिताई। रविवार को वह डबवाली के थाना में रिम्पी के साथ उपस्थित हो गया।
मामले की जांच कर रहे सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि पुलिस के पास गुरतेज सिंह ने अपनी पत्नी रिम्पी के गुम होने की शिकायत दी थी। जिसके आधार पर उन्होंने जांच शुरू की। रविवार को रिम्पी अबोहर निवासी सोनू के साथ उनके समक्ष पेश हो गई। रिम्पी अपने प्रेमी सोनू के साथ जाने के लिए कह रही है। जबकि गुरतेज उसे अपने घर लाना चाहता है। फिलहाल जांच चल रही है। दोनों पक्षों की ओर से पंचायतें भी हो रही हैं।

31 जुलाई 2011

किलोमीटर लम्बी टेलीफोन केबल काटी


बीएसएनएल तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग में तनाव, मामला उच्च अधिकारियों के पाले में
डबवाली (लहू की लौ) केंद्र सरकार का बीएसएनएल तथा पंजाब सरकार का जनस्वास्थ्य विभाग सीवरेज पाईप डालते समय बीएसएनएल की तारें कटने पर आमने-सामने आ गए हैं। दोनों टकराव के मूड में हैं। बीएसएनएल के अधिकारियों ने पंजाब पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है। इधर पंजाब पुलिस ने जांच करने का दावा करते हुए मामले में पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग तथा संबंधित ठेकेदार को क्लीन चिट दे दी है।
जनस्वास्थ्य विभाग पंजाब गांव किलियांवाली से भाटी कलोनी तक एक किलोमीटर एरिया में सीवरेज डाल रहा है। इस कार्य का ठेका विभाग ने सर्वजीत सिंह सैनी नामक व्यक्ति को दिया हुआ है। बीएसएनएल डबवाली के कनिष्ठ अभियंता पवन अग्रवाल ने किलियांवाली पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि गांव किलियांवाली के करीब 30 लैंडलाईन फोन एक्सचैंज से जुड़े हुए हैं। इसके लिए विभाग ने 50 पेयर की केबल लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में डाली हुई थी। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग के ठेकेदार के करिंदों ने लापरवाही बरतते हुए जेसीबी मशीन के जरिए केबल को काट दिया। जिससे गांव के सभी फोन डैड हैं।
बीएसएनएल उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि 21 जून को दी शिकायत पर किलियांवाली पुलिस ने कोई गौर नहीं किया। जिसके चलते उन्होंने इसी हफ्ते एसएसपी श्री मुक्तसर साहिब को एक शिकायत भेजकर उपरोक्त मामले से अवगत करवाया। लेकिन पत्र के बदले किलियांवाली पुलिस ने उन्हें साफ तौर पर कह दिया है कि टेलीफोन की तारें जमीन में डली होने संबंधी ठेकेदार के कर्मचारियों को कोई जानकारी नहीं थी, जिसके कारण मशीन से तारें कट गई। इसमें ठेकेदार ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। एसडीई के अनुसार एक किलोमीटर तक जेसीबी तारें काटती रही, लेकिन किसी को मालूम नहीं हुआ कि तारें कट रही हैं, ऐसा कैसे हो सकता है? इससे बीएसएनएल को करीब डेढ़ लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। उन्होंने उपरोक्त कार्रवाई की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी है।
इस संबंध में ठेकेदार सर्वजीत सिंह सैनी ने बताया कि कार्य आरंभ करते समय बीएसएनएल के अधिकारियों को अवगत करवाया गया था। लेकिन कोई कर्मचारी या अधिकारी मौका पर नहीं पहुंचा। दूसरा टेलीफोन की तार को सही तरीके से नहीं डाला गया। तार आड़ी-तिरछी डली हुई है। जिसके कारण जमीन में तार डली होने का पता नहीं चलता। इसमें उसके कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है।
जनस्वास्थ्य विभाग पंजाब के एसडीई सुखदर्शन सिंह ने बताया कि गांव किलियांवाली से भाटी कलोनी तक करीब एक किलोमीटर लम्बी सीवरेज लाईन डाली जा रही है। टेलीफोन की केबल जिग-जेग (आड़ी-तिरछी) डली हुई थी। जिसके कारण निर्माण के दौरान जेसीबी से कुछ कट गई। लेकिन यह कार्य जानबूझकर नहीं किया गया।
किलियांवाली पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई जीत सिंह ने बताया कि बीएसएनएल डबवाली के जेई पवन अग्रवाल की शिकायत उनके पास आई थी। पुलिस ने मौका का निरीक्षण करने के बाद पाया कि ठेकेदार फर्म तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग ने जानबूझकर तार नहीं काटी है।
उधर बीएसएनएल डबवाली के अधिकारी इस मामले को काफी गंभीर मान रहे हैं। ठेकेदार पर पंजाब पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के कारण उन्होंने पुलिस, ठेकेदार तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग की शिकायत अपने उच्च अधिकारियों से की है।

डबवाली कोर्ट में महिला बेहोश


डबवाली (लहू की लौ) अदालत में पेशी भुगतने के लिए आई महिला बहस के दौरान बेहोश होकर गिर गई। जिसे सूचना पाकर पहुंचे चिकित्सकों ने अदालत में उसे प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल पहुंचाया। महिला को करीब दो घंटे बाद होश आया।
कालांवाली निवासी बलवीर सिंह ने बताया कि उसकी दो बेटियां वीरपाल कौर तथा राज रानी हैं। दोनों ही विवाहिता हैं। उसकी 32 वर्षीय बेटी राज रानी की शादी 25 फरवरी 2008 को पंजाब के तलबंडी साबो के गुरबख्श सिंह के बेटे राजिंद्र सिंह के साथ हुई थी। बेटा न होने की वजह से उसकी जायदाद उनकी बेटियों के हिस्से में आती है। शादी के कुछ समय बाद ही राजिंद्र उसका घर जवाईं बनकर जायदाद हड़पने के सपने पालने लगा। अपने घिनौने सपने को पूरा करने के लिए वह अपने अनय पारिवारिक सदस्यों के साथ उसकी बेटी को मानसिक तथा शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगा।
इस मामले को लेकर वे पुलिस में भी गए। लेकिन वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर उन्होंने अगस्त 2009 को डबवाली अदालत का दरवाजा खटखटाकर राजिंद्र सिंह से 10 हजार रूपए प्रति माह के हिसाब से गुजारा-भत्ता दिलाए जाने की मांग की। शनिवार को मामले की तारीख थी। राजिंद्र भी अदालत में आया हुआ था। बलवीर सिंह के अनुसार उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में बहस चल रही थी। बहस के दौरान तनाव में आकर उसकी बेटी सुबह करीब 10 बजे बेहोश हो गई।
अदालत में महिला के बेहोश हो जाने की सूचना पाकर राजकीय अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू तथा डॉ. सुखवंत सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने महिला को प्राथमिक उपचार दिया। बेहोशी की हालत में महिला को तत्काल अस्पताल में लाया गया। वहां दो घंटे बाद महिला को होश आया।
होश में आने के बाद गांव दादू के राजकीय स्कूल में जेबीटी टीचर राज रानी ने बताया कि न्यायिक दण्डाधिकारी के सामने राजिंद्र बार-बार उसे अपने साथ लेजाने की बात कह रहा था। जिससे वह तनाव में आ गई और गिरकर बेहोश हो गई। वह राजिंद्र के साथ नहीं जाना चाहती। टीचर के अनुसार राजिंद्र कई बार गांव दादू में उसका रास्ता रोककर उसे धमकी दे चुका है। उसने अपने साथ हुए जुल्मों के बारे में जज साहेब को बता दिया है। जज साहेब ने उसे पुलिस सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया है।
चिकित्सक एमके भादू ने बताया कि महिला अत्याधिक तनाव तथा गर्मी की वजह से बेहोश हुई। महिला को कुछ दिन इलाज लेने की सलाह दी गई है।

शिवरात्रि के अवसर पर जागरण

बनवाला (जसवंत जाखड़) रामगढ़ में स्थित श्रीशिव मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर मंदिर के संचालक बाबा कृष्णनाथ की देखरेख में जागरण आयोजित किया गया। जागरण में ऐलनाबाद मनीराम एण्ड पार्टी ने श्रीगणेश वंदना आओ जी गजानंद मेह थाहने पुकारां, डमडम डमरू बाजे, भोला शंकर कांवडिय़ों के साथ मस्ती में नाचें और भोले भंडारी तेरी लीला न्यारी आदि भजन गाए। इस अवसर पर 24 घंटे का श्रीरामायण का अखंडपाठ भी रखा गया था जिसका भोग डाला गया। इसके उपरांत शनिवार की सुबह हवन यज्ञ आयोजित किया गया और फिर भंडारे में हलवे का प्रसाद वितरित किया गया जिसमें ग्यारह सौ से ज्यादा लोगों ने भंडारे में भाग लिया। इस अवसर पर महाराजा रणजीत सिंह युवा क्लब एवं युवा क्लब रामपुरा विश्रोईया के सदस्यों ने सेवा कार्य में भाग लिया। सेवादारों में सुशील कुमार, भीमसैन, कृष्ण कुमार, रमेश, विनोद, भाल सिंह, मालाराम, मास्टर फूल सिंह, रामप्रताप, पवन कुमार, बसीलाल और गोपीराम उपस्थित थे।

कार्यशाला में बालक के विकास पर हुई चर्चा


डबवाली (लहू की लौ) शहीद अशोक वढेरा सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हिन्दू शिक्षा समिति हरियाणा कार्यकारिणी सदस्य मदन लाल और प्राचार्य रणवीर सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।
इस कार्यशाला में बालकों के सर्वांगीण विकास व शिक्षा में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने का संकल्प लिया। प्रशिक्षण शिविर में मुख्य विषय बालक के विकास में आचार्य व अभिभावक का दायित्व, हमारा बालक संस्कारित कैसे बने, बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए योग ही सबसे अच्छा उपाय है। इस मौके पर प्राचार्य रणवीर सिंह ने कहा कि आज बालक, पालक व संचालक सबके एक साथ होने पर ही बालक का विकास किया जा सकता है। इस कार्यशाला में बिशनामल जैन सरस्वती विद्या मंदिर कालांवाली, लूना राम सरस्वती विद्या मंदिर गंगा के सभी आचार्यों ने भी भाग लिया। विद्यालय प्रबंधक समिति के प्रबंधक अमृतपाल ने कहा कि बच्चों के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए।

बलात्कार का आरोपी रिमांड पर


डबवाली (लहू की लौ) गांव चकरूलदू सिंह वाला में एक विवाहिता से बलात्कार करने के आरोपी व्यक्ति को संगत पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर शनिवार को बठिंडा अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
थाना संगत प्रभारी एसआई अमृतपाल सिंह ने बताया कि गांव चक्करूलदू सिंह वाला की राजेन्द्र कौर पत्नी गुरप्रीत सिंह ने शिकायत करके कहा था कि वह 27 जुलाई को घर पर अकेली थी, उसका पति माता के दर्शनों के लिए गया हुआ था जबकि उसका ससुर दिहाड़ी पर गया हुआ था। इसी दौरान उनके ही गांव का मलकीत सिंह उसके घर में घुसा और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 376/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके महिला का स्वैब लेकर जांच के प्रयोगशाला में भेज दिया है।

आश्वासन के बाद उखाड़े तंबू


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में पिछले दो दिनों से चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर बिजली घर पर ग्रामीणों द्वारा लगाया गया ताला आज खोल दिया गया। ग्रामीणों से बातचीत करने के लिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन, एचवीपीएनएल के एक्सीयन रूपेश खैरा, आरके जैन प्रोजेक्ट मैनेजर, वीके चौधरी एसडीओ कंस्ट्रक्शन, एमआर सचदेवा एक्सीयन कंस्ट्रक्शन, आरके कंबोज एक्सीयन सिविल, डीआर वर्मा एसडीओ कंस्ट्रक्शन मौका पर पहुंचे।
अधिकारियों ने गांव के सरपंच जसपाल सिंह से बातचीत की। ग्रामीणों की समस्या के समाधान के लिए दो एकड़ जमीन की मांग की, ताकि वहां पर 33केवी सबस्टेशन बनाकर चौबीस घंटे गांव को बिजली दी जा सके। पंचायत ने मौका पर ही प्रस्ताव पारित करके दो एकड़ जमीन निगम को देने की घोषणा की। अधिकारियों ने तुरंत एसई (ऑप्रेशन) आरके जैन सिरसा से बातचीत करके ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि उनके गांव में सबस्टेशन बनते ही चौबीस घंटे बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

30 जुलाई 2011

इंतजार खत्म, मिलेगा टयूब्बैल कनेक्शन


डबवाली (लहू की लौ) लम्बे इंतजार के बाद हरियाणा सरकार के दरबार में राज्य के धरती पुत्रों की सुनी गई है। टयूब्बैल कनेक्शन के लिए लम्बित चली आ रही उनकी मांग पूरी हो गई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 40 हजार किसानों को टयूब्बैल देने की घोषणा के बाद जिला सिरसा के किसानों की बांछे भी खिल गई हैं। इन कनेक्शनों में जिला सिरसा के 4200 आवेदकों का नंबर लगना तय है। इसके लिए निगम ने जिला भर में डिमांड नोटिस जारी कर दिए हैं।
टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए बिजली निगम द्वारा आखिरी बार  साल 2009 में डिमांड नोटिस जारी किए गए थे। दो सालों के लम्बे अंतराल के बाद हरियाणा सरकार ने पुन: प्रदेश के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए टयूब्बैल कनेक्शन जारी करने का मन बनाया है। सरकार की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए बिजली निगम ने इसके लिए डिमांड नोटिस जारी किए हैं। अकेले सिरसा जिला में 31 दिसंबर 2010 तक टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए आए 4200 आवेदनों को ये नोटिस भेजे गए हैं। इनमें निगम के डबवाली मण्डल से संबंधित सब डिविजन डबवाली के 682, कालांवाली के 656 तथा चौटाला के 430 आवेदनकर्ता किसानों को फायदा होगा। निगम ने डिमांड नोटिस के बदले तीन माह के भीतर जवाबदेही मांगी है।
नोटिस के बदले किसान का जवाब मिलते ही निगम का अधिकारी साईट का निरीक्षण करेगा। इस प्रकार तीन माह तक डिमांड नोटिस का जवाब तथा निरीक्षण की रिपोर्ट जिला स्तर के अधिकारी तक भेजी जाएगी। योजना में खास बात यह है कि जिला स्तर पर ही टैण्डर जारी किए जाएंगे। ताकि तत्काल स्कीम के तहत किसानों को तत्काल ही कनेक्शन मुहैया करवाए जा सकें।
अपनी योजना के अनुसार बिजली निगम एक स्थान पर 100 केवी का ट्रांस्फार्मर रखेगा। इस ट्रांस्फार्मर से अगर तीन कनेक्शन जारी होते होंगे तो प्रति किसान को 30 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम देना होगा। अगर उसी ट्रांस्फार्मर से तीन से अधिक कनेक्शन जारी होंगे तो प्रति किसान 20 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम के हिसाब से निगम को देना होगा।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि टयूब्बैल कनेक्शन के लिए 31 दिसंबर 2010 तक जिन किसानों ने अप्लाई किया है, उन्हें ही डिमांड नोटिस जारी किए गए हैं। डबवाली मण्डल के 1768 किसानों को ये नोटिस भेजे गए हैं। नोटिसों पर तीन माह के भीतर कार्रवाई अमल में लाई जानी है।

गेट के सामने तम्बू गाड़कर मांगी बिजली


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में नवनिर्मित 132केवी बिजली घर से गांव को विद्युत आपूर्ति न देने से गुस्साए ग्रामीणों ने गुरूवार को बिजलीघर के गेट पर ताला जड दिया। गेट के सामने तंबू गाड़कर धरने पर बैठ गए। निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। लम्बी जद्दोजहद के बाद शाम करीब 7 बजे निगम अधिकारियों से आश्वासन पाने के बाद उत्तेजित ग्रामीण शांत हुए और धरना समाप्त किया।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि जसपाल सिंह, पूर्व सरपंच इकबाल सिंह, गुरमेल सिंह, गंडा सिंह, बुध सिंह, जंगीर सिंह, जगवंत सिंह, सुखपाल सिंह, राज सिंह, आसा राम, बाबू सिंह, जसपाल कौर, हरदेव कौर, जसविंद्र कौर के नेतृत्व में सैंकड़ों ग्रामीण बिजलीघर में जमा हो गए। ग्रामीणों ने बिजलीघर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद करवाकर कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। गेट के आगे तम्बू गाड़कर धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरने की सूचना पाकर कालांवाली के नायब तहसीलदार संजय चौधरी, थाना रोड़ी पुलिस प्रभारी कृष्णा यादव, बड़ागुढ़ा के थाना प्रभारी देवेंद्र नैन, राम चंद्र, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र भादू सहित मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। इसके अलावा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, कालांवाली के एसडीओ पंकज गंडा, विनोद जेई तथा सिरसा से सहायक कार्यकारी अभियंता वीके चौधरी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग रहे और धरने पर बैठे रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत ने बिजली घर के निर्माण के लिए लाखों रूपए कीमत की 10 एकड़ भूमि निगम को उपलब्ध करवाई थी। उस समय निगम ने गांव को उपरोक्त बिजलीघर से 24 घंटे बिजली देने का वायदा पंचायत से किया था। साथ में गांव के 10 युवकों को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया था। इस बिजलीघर का निर्माण अंतिम पड़ाव पर है। लेकिन निगम के अधिकारी पंचायत के साथ किए गए वायदों से पीछे हट रहे हैं। निगम के अधिकारी अब उनके गांव को विद्युत आपूर्ति गांव सुखचैन में निर्माणाधीन 33 केवी बिजली घर से करने की बात कह रहे हैं।
 इस संबंध में कार्यकारी अभियंता वीके रंजन ने बताया कि बिजलीघर से केवल सबस्टेशन को ही सप्लाई दी जा सकती है, इसके अलावा इस सबस्टेशन के माध्यम से सीधे तौर पर किसी भी गांव को बिजली मुहैया करवाने का प्रवधान नही है। गांव वासियों की मांग को देखते हुए जल्दी ही किसी नजदीकी सब स्टेशन से सप्लाई देने के लिए विभाग को लिखा जाएगा।

सड़क रोककर मांगी बस


पांच किलोमीटर पैदल जाते हैं पढ़ाई करने, जाम के दौरान बस को जलाने का प्रयास
बनवाला (जसवंत जाखड़) हरियाणा सरकार भले ही ग्रामीण आंचल में शिक्षा देने के कसीदे गढ़ रही हो, लेकिन हकीकत है कि शिक्षा के लिए आज भी ग्रामीण आंचल के बच्चे कई किलोमीटर पैदल यात्रा कर रहे हैं। बनवाला से पांच किलोमीटर पैदल चलकर रिसालियाखेड़ा जाने वाले स्कूली विद्यार्थियों ने बस की मांग को लेकर शुक्रवार को हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें और पत्थर लेकर सिरसा-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। संगरिया से सिरसा जा रही हरियाणा रोड़वेज की बस को जलाने का भी प्रयास किया। चार घंटे बाद मौका पर पहुंचे रोड़वेज के टीएम से बस शुरू होने का आश्वासन पाने के बाद विद्यार्थी सड़क से हटे।
गांव बनवाला की 30 लड़कियां तथा 25 लड़के गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव रिसालियाखेड़ा के सरकारी स्कूल में 11वीं तथा 12वीं में पढ़ते हैं। इन 55 विद्यार्थियों को पैदल रिसालियाखेड़ा जाना पड़ता है। स्कूल में पहुंचने से कुछ मिनट लेट होने पर इन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। क्लास अटेंड न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसी वजह से आज इन छात्र-छात्राओं ने सुबह करीब सात बजे गांव बनवाला के प्रथम बस अड्डा के समीप तथा गीता भवन के निकट दो अलग-अलग जगहों पर जाम लगाकर सिरसा-संगरिया मार्ग अवरूद्ध कर दिया। जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।
इसी दौरान करीब 7.30 बजे संगरिया से आई हरियाणा रोड़वेज की एक बस को विद्यार्थियों ने घेर लिया।  विद्यार्थियों के हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें तथा पत्थर पकड़े हुए देखकर बस के चालक तथा परिचालक ने खचाखच भरी बस को खाली करवा दिया। बस पर मिट्टी तेल छिड़कर कर आग लगाई जाती इससे पूर्व ही मौका पर गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी तथा गांव के लूना राम, सरवन कुमार, टेकचंद, काशी राम, भूप सिंह, महावीर सिंह, प्रभु राम, ललित कुमार, मोहन लाल आ गए। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसा करने से रोक लिया। सरपंच ने तनावपूर्ण स्थिति की जानकारी तुरंत एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को दी। एसडीएम के आदेश पर रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद तथा थाना औढ़ां के प्रभारी हवा सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि सोमवार से इस रूट पर बस शुरू कर दी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद 11 बजे स्टूडेंट सड़क से हटे।
स्टूडेंट अनिता, सुमन, रेखा, माया, कोमल, कमलेश, कांता, किरण, पूनम देवी, सुरेंद्र, विक्रम, विकास, राजेंद्र, संदीप, पृथ्वी राज, हरपाल ने बताया कि वे शिक्षा प्राप्ति के लिए हर रोज पांच किलोमीटर पैदल चलकर गांव रिसालियाखेड़ा जाते हैं। जिसके लिए उन्हें सुबह करीब 5.30 बजे घर से निकलना पड़ता है। समय पर न पहुंचने के कारण उनकी गैरहाजिरी लगती है, साथ में उन्हें कक्षा में भी बैठने नहीं दिया जाता। इन परेशानियों से गुजरने के बाद अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। विद्यार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर सोमवार से इस रूट पर बस शुरू नहीं की जाती, तो वे लोग पुन: मार्ग अवरूद्ध कर देंगे।
एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्हें उपरोक्त स्थिति की जानकारी मिली थी। रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद को मौका पर भेजा था। उनसे आश्वासन मिलने के बाद विद्यार्थियों ने जाम खोल दिया। उनके अनुसार बनवाला-रिसालियाखेड़ा के बीच सोमवार से रोड़वेज की बस सेवा बहाल कर दी जाएगी।