डबवाली (लहू की लौ) पंजाब युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं आनन्दपुर साहिब से एमपी रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी की नीति आम लोगों को कांग्रेस के साथ जोड़कर आम लोगों की समस्या को सुनने और उनका समाधान करने की है। इसी के तहत आम आदमी का सिपाही प्रत्येक शहर और गांव में बनाया जा रहा है।
वे शनिवार को गांव लम्बी के बाबा मान सिंह स्टेडियम में आयोजित जनसभा के साथ-साथ हल्का लम्बी के विभिन्न गांवों में अपने तूफानी दौरे के दौरान आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आम आदमी के सिपाही को अपना आशीर्वाद दें। यही सिपाही पंजाब में अकालीदल की जन विरोधी नीतियों और अफसरशाही की काली करतूतों की पोल जनता के समक्ष खोलेगा।
उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनता में जायें और लोगों को बतायें कि अकाली सरकार जिस आटे को 4 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बीपीएल परिवारों को दे रही है, उस आटे को केन्द्र सरकार राज्य सरकार को दो रूपये प्रति किलो के हिसाब से मुहैया करवा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि देश का अन्नदाता कहलाने वाले पंजाब की सरकार आटे में भी दलाली कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार पंजाब सरकार को भारी वित्तीय सहायता भेज रही है, लेकिन इसे या तो अधिकारी निगल जाते हैं या फिर अकाली अपने चेहतों पर खर्च करते हैं। उन्होंने कहा कि बादल परिवार करोड़ों-अरबों रूपये लगाकर अपने महल और होटल खड़े कर रहा है, जबकि आम आदमी कर्जदार बनता जा रहा है। उनके अनुसार इस समय पंजाब पर 67 हजार करोड़ रूपये का कर्ज है और पंजाब सरकार को 17 करोड़ रूपये प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज अदा करना पड़ रहा है। इस प्रकार से इस समय राज्य का प्रत्येक व्यक्ति लाखों रूपये का कर्जदार है। इसके लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की जनविरोधी नीतियां जिम्मेवार हैं।
इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न गांवों में पांच-पांच आम आदमी के सिपाही की नियुक्ति की घोषणा की और इन सिपाहियों को सिरोपे देकर सम्मानित किया। इस मौके पर उनके साथ महेन्द्र इन्द्र सिंह बादल, नरेन्द्र सिंह कोनी जिला प्रधान यूथ कांग्रेस, रमन बख्शी, राजेश अत्री, लखवीर लक्खा, रणधीर सिंह धीरा, गुरमीत सिंह खुड्डियां, गुरबाज सिंह बनवाला, गुरसेवक सिंह लम्बी, जगविन्द्र सिंह काला, बलराज सिंह लम्बी, गुरविन्द्र सिंह लम्बी, हरचरण सोथा, रघुवीर सिंह पूर्व विधायक गिदड़बाहा, संदीप जाखड़ फिरोजपुर, गोगी चहल मुक्तसर आदि चल रहे थे।
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Lahoo Ki Lau
22 फ़रवरी 2010
प्रदेश भर में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान की शुरूआत कालूआना से होगी-उपायुक्त
डबवाली (लहू की लौ) राज्य सरकार द्वारा जिला के ग्रामीण क्षेत्र के लिए चलाई जाने वाली सभी योजनाओं की शुरुआत प्रदेश भर में संपूर्ण स्वच्छता अभियान में प्रथम रहे गांव कालुआना से की जाएगी।
यह बात सिरसा के उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने शनिवार को गांव कालुआना में ग्रामोथान दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुए कही। उन्होंने आज इस समारोह में कालुआना गांव को हरियाणा भर में और जिला भर में प्रथम आने पर 25 लाख रुपए की राशि का चैक ग्राम पंचायत को प्रदान किया। इसके साथ-साथ संपूर्ण स्वच्छता अभियान में निर्मल ग्राम पुरस्कार योजना के तहत खण्ड स्तर पर प्रथम रहने वाले सात गांव की पंचायतों को भी दो-दो लाख रुपए की राशि के चैक प्रदान किए। खंड स्तर पर प्रथम रहने वाले औढ़ा खंड में रोहिड़ावाली गांव को, रानियां खंड में फिरोजाबाद को, नाथूसरी चौपटा में जसानियां को, ऐलनाबाद बाद में धोलपालिया को, सिरसा खंड में हांड़ी खेड़ा को, बड़ागुढा में शेखुपुरिया को तथा डबवाली खंड में चौटाला गांव को चुना गया है।
उन्होंने कहा कि गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित एक बड़े हॉल का निर्माण करवाया जाएगा जिसमें साईंस म्यूजियम भी स्थापित होगा। इस म्यूजियम में विज्ञान से जुड़े नवीनतम उपकरण रखे जाएंगे जो साईंस पढऩे वाले बच्चों के लिए प्रयोगशाला का भी काम देंगे।
उपायुक्त ने कहा कि गांव के सभी राजकीय वरिष्ठ प्राथमिक विद्यालय व प्राईमरी स्कूलों में आवश्यकता अनुरुप कमरों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरु की जाएंगी। इसके साथ-साथ गांव के सभी सरकारी स्कूलों में आवश्यकता अनुसार लड़कियों/लड़कों के लिए ओर अधिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में चल रहे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवनों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि गांव में खेती योग्य भूमि को सिंचाई की व्यवस्था से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके लिए गांव की जमीन में पाईप लाईन बिछाई जाएगी। इसके साथ-साथ गांव के युवाओं/युवतियों के लिए स्टेडियम निर्माण के साथ-साथ दो जिमों का निर्माण भी किया जाएगा। एक जिम पुरुषों के लिए और एक महिलाओं के लिए होगा। पूरे गांव में सोलर सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इसके साथ-साथ साक्षर महिला समूह के लिए फर्नीचर आदि की समुचित व्यवस्था होगी जिसमें बड़ी मेज के साथ-साथ 40 कुर्सियां उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि गांव की साक्षर महिलाएं एक जगह बैठकर गांव के विकास से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा कर सके। उन्होंने कहा कि गांव में इन सारी योजनाओं का क्रियान्वयन इंटरग्रेटिड वाटर शैड मैनेजमेंट योजना और पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत किया जाएगा।
उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले सप्ताह में सभी विकास कार्यों के लिए ग्रांट रिलीज कर दी जाए। उन्होंने गांव के सरपंच जगदेव सहारण से अपील की कि वे इन सभी कार्यों का अस्टीमेट तैयार करवाकर आगामी तीन दिन के अंदर-अंदर जिला प्रशासन को दे ताकि सभी विकास कार्यों पर शीघ्र कार्य शुरु किया जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि उपरोक्त सभी योजनाओं पर आगामी 31 मार्च से पहले कार्य शुरु कर दिया जाएगा। इससे पूर्व जिला उपायुक्त ने पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत खरीदी गई बस को ग्राम पंचायत को दिया और बस को हरी झंडी देकर रवाना भी किया। इस मौके पर उपायुक्त ने रक्तदाता समिति, ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों, स्कूली अध्यापकों, गौशाला समिति के सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, हैल्परों, राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के सभी सदस्यों और सभी स्कूली बच्चों को सम्मानित किया। उपायुक्त ने समारोह में फंडामैंटल इंग्लिश अन इजी वे नामक किताब का विमोचन किया। यह किताब प्रो. शुभम तंवर द्वारा लिखी गई है। उन्होंने इस किताब को बच्चों के लिए अंग्रेजी भाषा सीखने में सहायक बताया। इस मौके पर उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल, जिला के अतिरिक्त उपायुक्त डा. जे.गणेशन उपस्थित थे।
यह बात सिरसा के उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने शनिवार को गांव कालुआना में ग्रामोथान दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुए कही। उन्होंने आज इस समारोह में कालुआना गांव को हरियाणा भर में और जिला भर में प्रथम आने पर 25 लाख रुपए की राशि का चैक ग्राम पंचायत को प्रदान किया। इसके साथ-साथ संपूर्ण स्वच्छता अभियान में निर्मल ग्राम पुरस्कार योजना के तहत खण्ड स्तर पर प्रथम रहने वाले सात गांव की पंचायतों को भी दो-दो लाख रुपए की राशि के चैक प्रदान किए। खंड स्तर पर प्रथम रहने वाले औढ़ा खंड में रोहिड़ावाली गांव को, रानियां खंड में फिरोजाबाद को, नाथूसरी चौपटा में जसानियां को, ऐलनाबाद बाद में धोलपालिया को, सिरसा खंड में हांड़ी खेड़ा को, बड़ागुढा में शेखुपुरिया को तथा डबवाली खंड में चौटाला गांव को चुना गया है।
उन्होंने कहा कि गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित एक बड़े हॉल का निर्माण करवाया जाएगा जिसमें साईंस म्यूजियम भी स्थापित होगा। इस म्यूजियम में विज्ञान से जुड़े नवीनतम उपकरण रखे जाएंगे जो साईंस पढऩे वाले बच्चों के लिए प्रयोगशाला का भी काम देंगे।
उपायुक्त ने कहा कि गांव के सभी राजकीय वरिष्ठ प्राथमिक विद्यालय व प्राईमरी स्कूलों में आवश्यकता अनुरुप कमरों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरु की जाएंगी। इसके साथ-साथ गांव के सभी सरकारी स्कूलों में आवश्यकता अनुसार लड़कियों/लड़कों के लिए ओर अधिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में चल रहे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवनों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि गांव में खेती योग्य भूमि को सिंचाई की व्यवस्था से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके लिए गांव की जमीन में पाईप लाईन बिछाई जाएगी। इसके साथ-साथ गांव के युवाओं/युवतियों के लिए स्टेडियम निर्माण के साथ-साथ दो जिमों का निर्माण भी किया जाएगा। एक जिम पुरुषों के लिए और एक महिलाओं के लिए होगा। पूरे गांव में सोलर सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इसके साथ-साथ साक्षर महिला समूह के लिए फर्नीचर आदि की समुचित व्यवस्था होगी जिसमें बड़ी मेज के साथ-साथ 40 कुर्सियां उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि गांव की साक्षर महिलाएं एक जगह बैठकर गांव के विकास से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा कर सके। उन्होंने कहा कि गांव में इन सारी योजनाओं का क्रियान्वयन इंटरग्रेटिड वाटर शैड मैनेजमेंट योजना और पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत किया जाएगा।
उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले सप्ताह में सभी विकास कार्यों के लिए ग्रांट रिलीज कर दी जाए। उन्होंने गांव के सरपंच जगदेव सहारण से अपील की कि वे इन सभी कार्यों का अस्टीमेट तैयार करवाकर आगामी तीन दिन के अंदर-अंदर जिला प्रशासन को दे ताकि सभी विकास कार्यों पर शीघ्र कार्य शुरु किया जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि उपरोक्त सभी योजनाओं पर आगामी 31 मार्च से पहले कार्य शुरु कर दिया जाएगा। इससे पूर्व जिला उपायुक्त ने पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत खरीदी गई बस को ग्राम पंचायत को दिया और बस को हरी झंडी देकर रवाना भी किया। इस मौके पर उपायुक्त ने रक्तदाता समिति, ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों, स्कूली अध्यापकों, गौशाला समिति के सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, हैल्परों, राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के सभी सदस्यों और सभी स्कूली बच्चों को सम्मानित किया। उपायुक्त ने समारोह में फंडामैंटल इंग्लिश अन इजी वे नामक किताब का विमोचन किया। यह किताब प्रो. शुभम तंवर द्वारा लिखी गई है। उन्होंने इस किताब को बच्चों के लिए अंग्रेजी भाषा सीखने में सहायक बताया। इस मौके पर उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल, जिला के अतिरिक्त उपायुक्त डा. जे.गणेशन उपस्थित थे।
20 फ़रवरी 2010
जिला मुख्यालयों पर खुलेंगे प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट-बादल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार जल्दी ही ब्लाक स्तर पर अति आधुनिक प्रतिभा विकास केन्द्र खोलकर बेरोजगारों और कम पढ़े-लिखे युवकों को लाभदायक रोजगार प्राप्त करने के लिए शिक्षित करेगी। वे शुक्रवार को गांव माहूआना में करीब 18 करोड़ रूपये की लागत से तैयार हुए स्टेट इंस्टीच्यूट ऑफ ऑटोमोटिव और ड्राईविंग स्किल के उद्घाटन के बाद उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों पर प्राईवेट सुरक्षा प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट स्थापित करने की घोषणा भी की और कहा कि ये इंस्टीच्यूट होशियारपुर के जहान खेलों में सिक्योरिटी ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट की तर्ज पर खोल जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने मानव संस्थानों को विकसित करने से पूरी तरह से लापरवाही की हुई है। जब इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी का आपसी सम्बन्ध है और इससे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए केन्द्र को राज्य सरकार से सलाह मश्विरे द्वारा बहु पक्षीय रणनीति तैयार करनी चाहिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गांव माहूआना के मैरिट में आये पांच बच्चों को इस संस्था में मुफ्त प्रशिक्षण देने की घोषणा की।
पंजाब ने देश को दिखाई ऊर्जा उत्पादन की नई राह
डबवाली (लहू की लौ) गांव चन्नू में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कृषि कचरे से बिजली पैदा करने वाले14.5 मेगावाट बिजलीघर को देश को समर्पित किया। जिस पर 80 करोड़ रूपये की लागत आई है। यह प्लांट 400 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाले 29 बायोमास प्लांटों में तीसरा प्लांट है।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब ने नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त की जा रही उपलब्धियों से उत्साहित होकर उनके मंत्रालय ने पंजाब के लिए 21 और ऐसे बिजलीघरों की स्वीकृति देने के साथ-साथ सौर ऊर्जा और छोटी पन तथा हवाई ऊर्जा प्रोजैक्टों को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय एक योजना के तहत पंजाब के किसानों को सौर और हवा ऊर्जा वाले टयूब्बैल मुहैया करवाने जा रहा है। जिसके लिए किसानों को मामूली लागत देनी होगी। उनके अनुसार यदि यह योजना सफल रही तो इससे सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दी जा रही 3500 करोड़ रूपये की सबसिडी बचाई जा सकेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आगामी 18 महीनों में पंजाब भर में 29 ऐसे बिजलीघर ऊर्जा उत्पादन करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्लांट अपने 30 किलोमीटर के घेरे में आने वाले किसानों से प्रतिवर्ष 30-40 करोड़ रूपये कीमत की कृषि कचरा खरीदेगा। उन्होंने कहा कि इन ऊर्जा घरों से चलने वाले कृषि उद्योग को 900 करोड़ रूपये का लाभ होगा।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब ने नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त की जा रही उपलब्धियों से उत्साहित होकर उनके मंत्रालय ने पंजाब के लिए 21 और ऐसे बिजलीघरों की स्वीकृति देने के साथ-साथ सौर ऊर्जा और छोटी पन तथा हवाई ऊर्जा प्रोजैक्टों को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय एक योजना के तहत पंजाब के किसानों को सौर और हवा ऊर्जा वाले टयूब्बैल मुहैया करवाने जा रहा है। जिसके लिए किसानों को मामूली लागत देनी होगी। उनके अनुसार यदि यह योजना सफल रही तो इससे सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दी जा रही 3500 करोड़ रूपये की सबसिडी बचाई जा सकेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आगामी 18 महीनों में पंजाब भर में 29 ऐसे बिजलीघर ऊर्जा उत्पादन करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्लांट अपने 30 किलोमीटर के घेरे में आने वाले किसानों से प्रतिवर्ष 30-40 करोड़ रूपये कीमत की कृषि कचरा खरीदेगा। उन्होंने कहा कि इन ऊर्जा घरों से चलने वाले कृषि उद्योग को 900 करोड़ रूपये का लाभ होगा।
19 फ़रवरी 2010
विदाई पार्टी में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) बाल मन्दिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, किलियांवाली में बुधवार को विदाई पार्टी के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विद्यालय के प्रिंसीपल ने जब हंगामा कर रहे विद्यार्थियों को रोकने का प्रयास किया तो विद्यार्थी उनसे भी उलझ गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार विद्यालय में आज 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा 12वीं के विद्यार्थियों को विदाई पार्टी दी जानी थी। इसी के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने गाने-बजाने का प्रोग्राम रखा था। इसी दौरान कुछ विद्यार्थी अतिउत्साहित हो उठे। शोर होने के कारण विद्यालय की अन्य कक्षाएं प्रभावित होने लगी। जिस पर विद्यालय के प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण ने विदाई पार्टी में शामिल विद्यार्थियों को शोर न करने की सलाह दी। इस पर विद्यार्थी तैश में आ गये और प्रिंसीपल को नियंत्रण स्थापित करने के लिए इन विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
कक्षा 11वीं के छात्र रजत, गौरव, परमजीत, मनीष, कर्ण, अमित, मनप्रीत, अभिमन्यु, साहिल आदि ने बताया कि उन्होंने प्रिंसीपल की अनुमति से प्रति छात्र लगभग 300 रूपये इक्ट्ठे किये थे, ताकि 12वीं के छात्रों को वे अच्छी विदाई पार्टी और गिफ्ट दे सकें। उनके अनुसार उनके पास करीब 45 हजार रूपये एकत्रित हुआ था। उन्होंने प्रिंसीपल से गाने-बजाने की भी अनुमति ले ली थी। आज 12वीं के विद्यार्थियों को वे विदाई पार्टी दे रहे थे और डीजे पर नाच-गा रहे थे। कुछ समय बाद प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि वे ये शोर शराबा बन्द कर दें और अपने घरों में चले जायें।
इधर 12वीं कक्षा के छात्र मनरीत, तरूण, कर्ण, अमित, ईशान, हिमांशु, लोकेश, निखिल, करण गोयल, अमन, अक्षय, विनय आदि ने कहा कि विदाई पार्टी के दौरान गाना-बजाना चल रहा था कि अचानक प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि अन्य कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। इसलिए अब वे नाच-गाना बन्द कर दें। उन्होंने कहा कि जब भी विदाई पार्टी होती है तो हमेशा स्कूल में अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी रहती है, इस बार अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी न होने से उपरोक्त मामला खड़ा हुआ। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि 11वीं के विद्यार्थियों ने जो उन्हें उपहार दिये थे, उन्हें प्रिंसीपल ने छीनकर उनके मुंह पर मारे और धक्के देकर स्कूल से निकाल दिया।
इस संदर्भ में प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए सुबह हवन यज्ञ का आयोजन किया गया था और विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए उन्हें दो घण्टे के लिए पार्टी करने की अनुमति भी दे दी गई थी। उनके अनुसार बच्चों ने दोपहर का प्रीति भोज कर लिया था और इसके बाद कुछ विद्यार्थी नाच रही लड़कियों में जा मिले। जिस पर उन्होंने एतराज किया। इससे छात्र उत्तेजित हो उठे। जिस पर उन्हें नियंत्रण करने के लिए निर्धारित समय से अधिक समय तक चल रही पार्टी पर रोक लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने किसी भी बच्चे के मुंह पर दिये गये गिफ्ट छीनकर नहीं मारे। बल्कि कुछ छात्र स्वयं ही आक्रोशित होकर 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा दिये गये गिफ्ट तोडऩे लगे। विद्यालय में अनुशासन स्थापित करने के लिए उन्हें विद्यार्थियों को बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
प्राप्त जानकारी अनुसार विद्यालय में आज 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा 12वीं के विद्यार्थियों को विदाई पार्टी दी जानी थी। इसी के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने गाने-बजाने का प्रोग्राम रखा था। इसी दौरान कुछ विद्यार्थी अतिउत्साहित हो उठे। शोर होने के कारण विद्यालय की अन्य कक्षाएं प्रभावित होने लगी। जिस पर विद्यालय के प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण ने विदाई पार्टी में शामिल विद्यार्थियों को शोर न करने की सलाह दी। इस पर विद्यार्थी तैश में आ गये और प्रिंसीपल को नियंत्रण स्थापित करने के लिए इन विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
कक्षा 11वीं के छात्र रजत, गौरव, परमजीत, मनीष, कर्ण, अमित, मनप्रीत, अभिमन्यु, साहिल आदि ने बताया कि उन्होंने प्रिंसीपल की अनुमति से प्रति छात्र लगभग 300 रूपये इक्ट्ठे किये थे, ताकि 12वीं के छात्रों को वे अच्छी विदाई पार्टी और गिफ्ट दे सकें। उनके अनुसार उनके पास करीब 45 हजार रूपये एकत्रित हुआ था। उन्होंने प्रिंसीपल से गाने-बजाने की भी अनुमति ले ली थी। आज 12वीं के विद्यार्थियों को वे विदाई पार्टी दे रहे थे और डीजे पर नाच-गा रहे थे। कुछ समय बाद प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि वे ये शोर शराबा बन्द कर दें और अपने घरों में चले जायें।
इधर 12वीं कक्षा के छात्र मनरीत, तरूण, कर्ण, अमित, ईशान, हिमांशु, लोकेश, निखिल, करण गोयल, अमन, अक्षय, विनय आदि ने कहा कि विदाई पार्टी के दौरान गाना-बजाना चल रहा था कि अचानक प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि अन्य कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। इसलिए अब वे नाच-गाना बन्द कर दें। उन्होंने कहा कि जब भी विदाई पार्टी होती है तो हमेशा स्कूल में अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी रहती है, इस बार अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी न होने से उपरोक्त मामला खड़ा हुआ। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि 11वीं के विद्यार्थियों ने जो उन्हें उपहार दिये थे, उन्हें प्रिंसीपल ने छीनकर उनके मुंह पर मारे और धक्के देकर स्कूल से निकाल दिया।
इस संदर्भ में प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए सुबह हवन यज्ञ का आयोजन किया गया था और विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए उन्हें दो घण्टे के लिए पार्टी करने की अनुमति भी दे दी गई थी। उनके अनुसार बच्चों ने दोपहर का प्रीति भोज कर लिया था और इसके बाद कुछ विद्यार्थी नाच रही लड़कियों में जा मिले। जिस पर उन्होंने एतराज किया। इससे छात्र उत्तेजित हो उठे। जिस पर उन्हें नियंत्रण करने के लिए निर्धारित समय से अधिक समय तक चल रही पार्टी पर रोक लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने किसी भी बच्चे के मुंह पर दिये गये गिफ्ट छीनकर नहीं मारे। बल्कि कुछ छात्र स्वयं ही आक्रोशित होकर 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा दिये गये गिफ्ट तोडऩे लगे। विद्यालय में अनुशासन स्थापित करने के लिए उन्हें विद्यार्थियों को बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
जयपुर वन-डे पर आतंकी हमले का खतरा
- खुफिया एजेंसियों ने घड़साना में डेरा जमाया
- चार संदिग्ध व्यक्तियों से गहन पूछताछ
- घड़साना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
श्रीगंगानगर। देश की लगभग सभी प्रमुख खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों व उनके अमले ने श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में आज डेरा जमा दिया। इस कस्बे के एक युवक ने मोबाइल के जरिये एफएम रेडियो पर दो व्यक्तियों की बातचीत सुनी है, जिसमें भारत-दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीमों में 21 फरवरी को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में खेले जाने वाले वन-डे मैच के दौरान विस्फोट किये जाने के संकेत दिये गए हैं। इस युवक की सूचना पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। आज शाम दिल्ली से घड़साना पहुंची आधा दर्जन विशेषज्ञों की टीम ने एफएम की फ्रीक्वेंसी को पकडऩे के लिए उपकरण लगा दिये। इस मामले की जांच में सेना भी शामिल है। सेना के एक हैलीकॉप्टर ने आज घड़साना में चार-पांच बार निची उड़ान भरते हुए इस क्षेत्र में एफएम की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घड़साना के एक युवक गगनदीप द्वारा आतंकियों की बातचीत को सुने जाने की जानकारी पुलिस को दिये जाने के बाद इस क्षेत्र से चार संदिग्ध व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। इनमें से दो व्यक्ति आज तड़के घड़साना के निकट के एक चक से पकड़े गए, जिन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। इससे पहले एक अन्य चक से दो व्यक्तियों को पकड़ा गया था। गगनदीप को लगभग 48 घंटे की पूछताछ के बाद आज उसे छोड़ दिया गया, लेकिन उसे हिदायत दी गई है कि बुलाये जाने पर उसे पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा।
इस संवेदनशील मामले पर स्थानीय पुलिस के अधिकारी पूर्णत: गोपनीयता बरत रहे हैं। जांच पूरी तरह खुफिया एजेंसियों के हवाले है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब तक जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता, तब तक कोई बात यकीन से कहना उचित नहीं होगा। मीडिया से बातचीत करने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि वे अभी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
दिल्ली से एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के आधा दर्जन अधिकारियों-विशेषज्ञों की एक टीम आज शाम करीब 5 बजे घड़साना पहुंची। यह टीम अपने साथ अनेक प्रकार के उपकरण लेकर आई है, जिसे थाना भवन में स्थापित किया गया है। सूत्रों के अनुसार इन उपकरणों के जरिये इस क्षेत्र में एफएम रेडियो की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि लगभग 24 घंटे घड़साना क्षेत्र के आसमान में चल रहे हवाई संदेशों-प्रसारणों पर निगरानी रखी जाएगी। इस टीम के आने के बाद घड़साना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कस्बे में आने-जाने के मार्गों पर वाहनों की चैकिंग की जा रही है, विशेषकर जयपुर और दिल्ली जाने वाली बसों के यात्रियों के सामान को चैक किया जा रहा है। धर्मशालाओं, होटलों व अन्य धर्मस्थलों में ठहरे यात्रियों की चैकिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जयपुर से स्पेशल ऑप्रेशन गु्रप (एसओजी) और मुंबई से आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के भी घड़साना क्षेत्र में जांच के लिए आने की प्रबल संभावना है। जयपुर और दिल्ली से उच्चाधिकारियों ने स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क बनाया हुआ है। उन्हें हर छोटी से छोटी बात की जानकारी लगातार दी जा रही है।
कोड वर्ड में हुई बातचीत
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे गगनदीप घड़साना में जब अपनी मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान पर एक मोबाइल फोन को ठीक करते समय उसकी एफएम फ्रीक्वेंसी को सैट कर रहा था, तब उसने दो जनों को आपस में बात करते सुना। इनमें एक व्यक्ति पंजाबी लहजे में बोल रहा था। बातचीत के दौरान कई शब्द कोड वर्ड में बोले गए। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियां इस मामले को इसलिए बेहद गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि गगनदीप ने जिस बातचीत को सुना और उसमें जिन कोड वर्डों का इस्तेमाल हुआ, वे कोड वर्ड खुफिया एजेंसियों के पहले से जाने-पहचाने हैं। शुरू में जब यह मामला पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास आया, तब उन्हें गगनदीप की बातों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब गगनदीप ने सुनी हुई पूरी बातचीत के एक-एक शब्द के बारे में बताया तो यह मामला गंभीर हो गया।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बातचीत करने वाले कोड वर्ड में अपने किसी रूट के बारे में चर्चा कर रहे थे। यह रूट जीएसएन (घड़साना), बीकेआर (बीकानेर) और जेपीआर (जयपुर) बोला गया। यही नहीं इस बातचीत में दो-तीन बार 'जीटीÓ का जिक्र भी आया। जीटी से खुफिया एजेंसियों का तात्पर्य जयपुर के सबसे व्यस्तम शॉपिंग मॉल गोपाल टॉवर से है। कुछ इस तरह के कयास इस बातचीत से निकाले गए हैं कि आतंकवादी 21 फरवरी को जयपुर वन-डे के दिन अथवा उससे पहले किसी वाहन से रेडियेटर में विस्फोटक पदार्थ लगाकर कोई विस्फोट कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि बातचीत में आरडीएक्स का भी जिक्र आया।
... तो रिकॉर्ड हो जाती बातचीत
घड़साना में यदि मंगलवार को सुबह विद्युत आपूर्ति बहाल होती तो शायद खुफिया एजेंसियों को ज्यादा कसरत नहीं करनी पड़ती। सूत्रों के अनुसार जिस समय गगनदीप ने एफएम फ्रीक्वेंसी पर दो जनों की बातचीत को सुना, वह उसी समय ही इस बातचीत की गंभीरता को समझ गया था। वह बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से उस समय विद्युत आपूर्ति बंद थी, लेकिन उसने बातचीत के एक-एक शब्द को गौर से सुना। खुफिया एजेंसियों को इसलिए गगनदीप की बातों पर विश्वास करने में कुछ वक्त लगा। हालांकि अभी भी कुछ सूत्र यह कहने से परहेज कर रहे हैं कि गगनदीप की बातें पूर्णत: सत्य हैं। इसमें कुछ हेर-फेर अथवा असत्य तथ्य भी हो सकते हैं। पूरा एक दिन तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारी गगनदीप की बातों पर विश्वास किया जाये या नहीं, इस पर माथा-पच्ची करते रहे। अभी भी पुलिस अधिकारी तब तक कुछ यकीन के साथ कहने को तैयार नहीं है, जब तक खुफिया एजेंसियों का कोई निष्कर्ष नहीं निकल आता।
जयपुर में सुरक्षा बढ़ाई
श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में एफएम के जरिये सुनी गई इस बातचीत के बाद जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक-चौबद कर दी गई है। एसएमएस स्टेडियम को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। इस स्टेडियम तक आने-जाने के सभी मार्गों पर तथा स्टेडियम के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जयपुर में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। राज्य सरकार घड़साना में सुनी गई बातचीत को किसी भी तरह से हलके तौर पर लेने के मूड में नहीं है। राज्य सरकार ने इस बाबत केंद्र सरकार से भी संपर्क कायम किया है। इसी के चलते इस मामले की जांच में एटीएस मुंबई को शामिल किये जाने की संभावना है, जबकि सेना के एक हैलीकॉप्टर द्वारा आज घड़साना में बार-बार चक्कर लगाये जाने से कयास लगाये जा रहे हैं कि सेना भी इस क्षेत्र में सीमा पार के क्षेत्र से इस ओर आ रही एफएम की फ्रीक्वेंसी की जांच कर रही है।
श्रीगंगानगर में नहीं है एफएम
सामरिक महत्व और अति संवेदनशील सीमा क्षेत्र होने के कारण श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की इजाजत नहीं है। इसके विपरीत बीकानेर जिले में एक-दो एफएम रेडियो चल रहे हैं, जबकि साथ लगते पंजाब में एफएम रेडियो के कई स्टेशन हैं। रात्रि 9-10 बजे के बाद किसी ऊंचाई वाले स्थान पर यदि मोबाइल फोन अथवा एफएम रेडियो को चलाया जाये तो कभी-कभार बीकानेर व पंजाब के रेडियो स्टेशनों की आवाजें सुनाई दे जाती हैं। श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की अनुमति अभी तक किसी को नहीं मिली है। बताया जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इसकी इजाजत देने को उचित नहीं मानता। एफएम के लिए कई लोगों ने प्रयास किये, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलती। पिछले महीने श्रीगंगानगर शहर के लोग तब हैरान रह गए, जब उनके मोबाइल फोनों मेें एफएम रेडियो स्टेशन लगने लगा। दो-तीन स्टेशन कैच हो रहे थे, लेकिन तीन-चार दिन बाद यह सब कुछ बंद हो गया। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में एफएम रेडियो के लिए कथित रूप से परीक्षण किया गया था। बावजूद इसके अब घड़साना में एफएम कैसे सुनाई दिया, इसे जानने के साथ-साथ पुन: ऐसी किसी बातचीत को सुनने-पकडऩे के लिए खुफिया एजेंसियों ने अपने पूरे साजो-सामान के साथ वहां डेरा डाला है।
- चार संदिग्ध व्यक्तियों से गहन पूछताछ
- घड़साना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
श्रीगंगानगर। देश की लगभग सभी प्रमुख खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों व उनके अमले ने श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में आज डेरा जमा दिया। इस कस्बे के एक युवक ने मोबाइल के जरिये एफएम रेडियो पर दो व्यक्तियों की बातचीत सुनी है, जिसमें भारत-दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीमों में 21 फरवरी को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में खेले जाने वाले वन-डे मैच के दौरान विस्फोट किये जाने के संकेत दिये गए हैं। इस युवक की सूचना पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। आज शाम दिल्ली से घड़साना पहुंची आधा दर्जन विशेषज्ञों की टीम ने एफएम की फ्रीक्वेंसी को पकडऩे के लिए उपकरण लगा दिये। इस मामले की जांच में सेना भी शामिल है। सेना के एक हैलीकॉप्टर ने आज घड़साना में चार-पांच बार निची उड़ान भरते हुए इस क्षेत्र में एफएम की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घड़साना के एक युवक गगनदीप द्वारा आतंकियों की बातचीत को सुने जाने की जानकारी पुलिस को दिये जाने के बाद इस क्षेत्र से चार संदिग्ध व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। इनमें से दो व्यक्ति आज तड़के घड़साना के निकट के एक चक से पकड़े गए, जिन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। इससे पहले एक अन्य चक से दो व्यक्तियों को पकड़ा गया था। गगनदीप को लगभग 48 घंटे की पूछताछ के बाद आज उसे छोड़ दिया गया, लेकिन उसे हिदायत दी गई है कि बुलाये जाने पर उसे पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा।
इस संवेदनशील मामले पर स्थानीय पुलिस के अधिकारी पूर्णत: गोपनीयता बरत रहे हैं। जांच पूरी तरह खुफिया एजेंसियों के हवाले है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब तक जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता, तब तक कोई बात यकीन से कहना उचित नहीं होगा। मीडिया से बातचीत करने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि वे अभी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
दिल्ली से एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के आधा दर्जन अधिकारियों-विशेषज्ञों की एक टीम आज शाम करीब 5 बजे घड़साना पहुंची। यह टीम अपने साथ अनेक प्रकार के उपकरण लेकर आई है, जिसे थाना भवन में स्थापित किया गया है। सूत्रों के अनुसार इन उपकरणों के जरिये इस क्षेत्र में एफएम रेडियो की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि लगभग 24 घंटे घड़साना क्षेत्र के आसमान में चल रहे हवाई संदेशों-प्रसारणों पर निगरानी रखी जाएगी। इस टीम के आने के बाद घड़साना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कस्बे में आने-जाने के मार्गों पर वाहनों की चैकिंग की जा रही है, विशेषकर जयपुर और दिल्ली जाने वाली बसों के यात्रियों के सामान को चैक किया जा रहा है। धर्मशालाओं, होटलों व अन्य धर्मस्थलों में ठहरे यात्रियों की चैकिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जयपुर से स्पेशल ऑप्रेशन गु्रप (एसओजी) और मुंबई से आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के भी घड़साना क्षेत्र में जांच के लिए आने की प्रबल संभावना है। जयपुर और दिल्ली से उच्चाधिकारियों ने स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क बनाया हुआ है। उन्हें हर छोटी से छोटी बात की जानकारी लगातार दी जा रही है।
कोड वर्ड में हुई बातचीत
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे गगनदीप घड़साना में जब अपनी मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान पर एक मोबाइल फोन को ठीक करते समय उसकी एफएम फ्रीक्वेंसी को सैट कर रहा था, तब उसने दो जनों को आपस में बात करते सुना। इनमें एक व्यक्ति पंजाबी लहजे में बोल रहा था। बातचीत के दौरान कई शब्द कोड वर्ड में बोले गए। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियां इस मामले को इसलिए बेहद गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि गगनदीप ने जिस बातचीत को सुना और उसमें जिन कोड वर्डों का इस्तेमाल हुआ, वे कोड वर्ड खुफिया एजेंसियों के पहले से जाने-पहचाने हैं। शुरू में जब यह मामला पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास आया, तब उन्हें गगनदीप की बातों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब गगनदीप ने सुनी हुई पूरी बातचीत के एक-एक शब्द के बारे में बताया तो यह मामला गंभीर हो गया।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बातचीत करने वाले कोड वर्ड में अपने किसी रूट के बारे में चर्चा कर रहे थे। यह रूट जीएसएन (घड़साना), बीकेआर (बीकानेर) और जेपीआर (जयपुर) बोला गया। यही नहीं इस बातचीत में दो-तीन बार 'जीटीÓ का जिक्र भी आया। जीटी से खुफिया एजेंसियों का तात्पर्य जयपुर के सबसे व्यस्तम शॉपिंग मॉल गोपाल टॉवर से है। कुछ इस तरह के कयास इस बातचीत से निकाले गए हैं कि आतंकवादी 21 फरवरी को जयपुर वन-डे के दिन अथवा उससे पहले किसी वाहन से रेडियेटर में विस्फोटक पदार्थ लगाकर कोई विस्फोट कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि बातचीत में आरडीएक्स का भी जिक्र आया।
... तो रिकॉर्ड हो जाती बातचीत
घड़साना में यदि मंगलवार को सुबह विद्युत आपूर्ति बहाल होती तो शायद खुफिया एजेंसियों को ज्यादा कसरत नहीं करनी पड़ती। सूत्रों के अनुसार जिस समय गगनदीप ने एफएम फ्रीक्वेंसी पर दो जनों की बातचीत को सुना, वह उसी समय ही इस बातचीत की गंभीरता को समझ गया था। वह बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से उस समय विद्युत आपूर्ति बंद थी, लेकिन उसने बातचीत के एक-एक शब्द को गौर से सुना। खुफिया एजेंसियों को इसलिए गगनदीप की बातों पर विश्वास करने में कुछ वक्त लगा। हालांकि अभी भी कुछ सूत्र यह कहने से परहेज कर रहे हैं कि गगनदीप की बातें पूर्णत: सत्य हैं। इसमें कुछ हेर-फेर अथवा असत्य तथ्य भी हो सकते हैं। पूरा एक दिन तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारी गगनदीप की बातों पर विश्वास किया जाये या नहीं, इस पर माथा-पच्ची करते रहे। अभी भी पुलिस अधिकारी तब तक कुछ यकीन के साथ कहने को तैयार नहीं है, जब तक खुफिया एजेंसियों का कोई निष्कर्ष नहीं निकल आता।
जयपुर में सुरक्षा बढ़ाई
श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में एफएम के जरिये सुनी गई इस बातचीत के बाद जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक-चौबद कर दी गई है। एसएमएस स्टेडियम को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। इस स्टेडियम तक आने-जाने के सभी मार्गों पर तथा स्टेडियम के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जयपुर में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। राज्य सरकार घड़साना में सुनी गई बातचीत को किसी भी तरह से हलके तौर पर लेने के मूड में नहीं है। राज्य सरकार ने इस बाबत केंद्र सरकार से भी संपर्क कायम किया है। इसी के चलते इस मामले की जांच में एटीएस मुंबई को शामिल किये जाने की संभावना है, जबकि सेना के एक हैलीकॉप्टर द्वारा आज घड़साना में बार-बार चक्कर लगाये जाने से कयास लगाये जा रहे हैं कि सेना भी इस क्षेत्र में सीमा पार के क्षेत्र से इस ओर आ रही एफएम की फ्रीक्वेंसी की जांच कर रही है।
श्रीगंगानगर में नहीं है एफएम
सामरिक महत्व और अति संवेदनशील सीमा क्षेत्र होने के कारण श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की इजाजत नहीं है। इसके विपरीत बीकानेर जिले में एक-दो एफएम रेडियो चल रहे हैं, जबकि साथ लगते पंजाब में एफएम रेडियो के कई स्टेशन हैं। रात्रि 9-10 बजे के बाद किसी ऊंचाई वाले स्थान पर यदि मोबाइल फोन अथवा एफएम रेडियो को चलाया जाये तो कभी-कभार बीकानेर व पंजाब के रेडियो स्टेशनों की आवाजें सुनाई दे जाती हैं। श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की अनुमति अभी तक किसी को नहीं मिली है। बताया जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इसकी इजाजत देने को उचित नहीं मानता। एफएम के लिए कई लोगों ने प्रयास किये, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलती। पिछले महीने श्रीगंगानगर शहर के लोग तब हैरान रह गए, जब उनके मोबाइल फोनों मेें एफएम रेडियो स्टेशन लगने लगा। दो-तीन स्टेशन कैच हो रहे थे, लेकिन तीन-चार दिन बाद यह सब कुछ बंद हो गया। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में एफएम रेडियो के लिए कथित रूप से परीक्षण किया गया था। बावजूद इसके अब घड़साना में एफएम कैसे सुनाई दिया, इसे जानने के साथ-साथ पुन: ऐसी किसी बातचीत को सुनने-पकडऩे के लिए खुफिया एजेंसियों ने अपने पूरे साजो-सामान के साथ वहां डेरा डाला है।
16 फ़रवरी 2010
आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अभय चौटाला को सीबीआई अदालत के सम्मन जारी
नई दिल्ली (लहू की लौ) दिल्ली की एक अदालत ने आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में पेश न होने पर ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के खिलाफ आज जमानती वारंट जारी किया। विशेष सीबीआई न्यायाधीश पीएस तेजी ने इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक चौटाला को 22 फरवरी को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया। अदालत ने चौटाला के खिलाफ यह कदम तब उठाया जब सीबीआई अभियोजक एके दत्त ने अदालत से कहा कि उनके प्रयासों के बावजूद नेता के खिलाफ जारी सम्मन का पालन नहीं हो सका।
अदालत ने सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र के बाद अभय चैटाला, उनके भाई अजय चौटाला और अन्य के खिलाफ दो फरवरी को सम्मन जारी किए थे। इस बीच अदालत में पेश होने वाले हरियाणा के विधायक अजय चौटाला और सह अभियुक्त चेतराम, अेमप्रकाश, अभिमन्यु सिंह, राजेंद्र कुमार और नेतराम को अंतरिम जमानत प्रदान कर दी गई। अदालत ने अगली कार्यवाही के लिए मामला 22 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। सीबीआई ने 24 दिसंबर को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अभय और अजय के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
अजय के खिलाफ जारी आरोप पत्र में सीबीआई ने दावा किया है कि उनके पास 27.74 करोड़ रुपए की संपत्ति है जो 1993 से 2006 तक उनकी आय 8.17 करोड़ रुपए से अधिक है। अभय चैटाला के खिलाफ आरोप पत्र में दावा किया गया है कि आयकर विभाग के रिकार्ड के अनुसार उनके पास 2000 से 2005 के दौरान उनकी आय 22.89 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति थी। सीबीआई ने प्राथमिकी में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का नाम भी अभियुक्त के रूप में लिया था लेकिन आवश्यक स्वीकृति के अभाव में आरोप पत्र दायर नहीं कर सकी। जांच एजेंसी ने अप्रैल 2006 में मामला दर्ज किया था और चौटाला परिवार के दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और चंडीगढ़ में स्थित 24 परिसरों पर छापे मारे थे। इस दौरान 13 लाख रुपए जब्त किए गए और 1.34 करोड़ रुपए वाले पांच बैंक खाते फ्रीज किए गए। सीबीआई ने चौटाला और उनके परिवार से संबंधित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा प्राथमिकी में दर्ज किया जो जुलाई 1999 से मार्च 2005 में अर्जित की गई थी। प्राथमिकी के अनुसार चौटाला और उनके परिवार के सदस्यों के गुडग़ांव, हरियाणा, दिल्ली के करोल बाग, हिमाचल प्रदेश के मनाली, उत्तराखंड के नैनीताल और चंडीगढ़ की पाश जगहों पर प्लाट हैं। इसके अतिरिक्त करोल बाग में एक होटल और एक रेस्तरां, एक शापिंग माल, कृषि भूमि के छह प्लाट, छह फार्म हाउस और 50 करोड़ रुपए मूल्य की नकदी तथा आभूषण है।
अदालत ने सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र के बाद अभय चैटाला, उनके भाई अजय चौटाला और अन्य के खिलाफ दो फरवरी को सम्मन जारी किए थे। इस बीच अदालत में पेश होने वाले हरियाणा के विधायक अजय चौटाला और सह अभियुक्त चेतराम, अेमप्रकाश, अभिमन्यु सिंह, राजेंद्र कुमार और नेतराम को अंतरिम जमानत प्रदान कर दी गई। अदालत ने अगली कार्यवाही के लिए मामला 22 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। सीबीआई ने 24 दिसंबर को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अभय और अजय के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
अजय के खिलाफ जारी आरोप पत्र में सीबीआई ने दावा किया है कि उनके पास 27.74 करोड़ रुपए की संपत्ति है जो 1993 से 2006 तक उनकी आय 8.17 करोड़ रुपए से अधिक है। अभय चैटाला के खिलाफ आरोप पत्र में दावा किया गया है कि आयकर विभाग के रिकार्ड के अनुसार उनके पास 2000 से 2005 के दौरान उनकी आय 22.89 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति थी। सीबीआई ने प्राथमिकी में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का नाम भी अभियुक्त के रूप में लिया था लेकिन आवश्यक स्वीकृति के अभाव में आरोप पत्र दायर नहीं कर सकी। जांच एजेंसी ने अप्रैल 2006 में मामला दर्ज किया था और चौटाला परिवार के दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और चंडीगढ़ में स्थित 24 परिसरों पर छापे मारे थे। इस दौरान 13 लाख रुपए जब्त किए गए और 1.34 करोड़ रुपए वाले पांच बैंक खाते फ्रीज किए गए। सीबीआई ने चौटाला और उनके परिवार से संबंधित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा प्राथमिकी में दर्ज किया जो जुलाई 1999 से मार्च 2005 में अर्जित की गई थी। प्राथमिकी के अनुसार चौटाला और उनके परिवार के सदस्यों के गुडग़ांव, हरियाणा, दिल्ली के करोल बाग, हिमाचल प्रदेश के मनाली, उत्तराखंड के नैनीताल और चंडीगढ़ की पाश जगहों पर प्लाट हैं। इसके अतिरिक्त करोल बाग में एक होटल और एक रेस्तरां, एक शापिंग माल, कृषि भूमि के छह प्लाट, छह फार्म हाउस और 50 करोड़ रुपए मूल्य की नकदी तथा आभूषण है।
डबवाली से गांव नुहियांवाली गई ऑर्केस्ट्रा डांसर से बलात्कार
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) खण्ड के गांव नुहियांवाली के खेतों में आर्केस्ट्रा के बहाने लाई गई लड़की के साथ छेड़छाड़ व बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। औढ़ां पुलिस ने रिंकू उर्फ रानी देवी निवासी नजदीक पंजाब पैलेस डबवाली की शिकायत पर सात युवकों के खिलाफ धारा 342, 366, 376, 511, 354 व 34 आइपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
रानी देवी ने अपने बयान में बताया कि वो आर्केस्ट्रा का काम करती है और कल शाम जीवन राम गोरीवाला व सीरा सिंह मिस्त्री जण्डवाला उसे आर्केस्ट्रा करने हेतु डबवाली से 2 हजार रुपए में करके लाए। नुहियांवाली पहुंचकर जब वे उसे खेतों की ओर ले जाने लगे तो उसके एतराज जताने पर उन्होंने कहा कि कार्यक्रम एक ढाणी में रखा गया है तथा उसे एक नलकूप पर ले गए जहां उनके अन्य 5 साथी जंडवाला निवासी सीरा सिंह व हरविंद्र सिंह एवं नुहियांवाली निवासी सुभाषचंद, राजीव कुमार व संदीप कुमार पहले से मौजूद थे। वहां पहुंचकर उन्होंने उसे उन पांचों के हवाले कर दिया तथा सभी की सहमति से हरविंद्र सिंह ने उसके साथ कुकर्म किया। स्वयं को असहाय पाकर उसने बहाना किया कि उसे शौच जाना है और नग्न अवस्था में अपने ऊपर चादर ओढ़कर वो सरसों के खेत में चली गई तथा आंख बचाकर वहां से भाग निकली। गांव नुहियांवाली में पहुंचकर उसने एक घर का दरवाजा खटखटाया और घर वालों ने उसकी दशा को देखते हुए उसे पहनने को कपड़े दिए तथा सरपंच रामकुमार नेहरा व ओढ़ां पुलिस को सूचित कर दिया।
सूचना मिलते ही ओढ़ां थाना प्रभारी हीरा सिंह मौके पर पहुंचे और रानी देवी को ओढ़ां थाना में लाकर पूछताछ की। हीरा सिंह ने बताया कि लड़की को मेडिकल हेतु सिरसा भेज दिया है और उन सातों के घरों पर छापा मारा गया है लेकिन वे घर पर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सातों आरोपी युवकों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रानी देवी ने अपने बयान में बताया कि वो आर्केस्ट्रा का काम करती है और कल शाम जीवन राम गोरीवाला व सीरा सिंह मिस्त्री जण्डवाला उसे आर्केस्ट्रा करने हेतु डबवाली से 2 हजार रुपए में करके लाए। नुहियांवाली पहुंचकर जब वे उसे खेतों की ओर ले जाने लगे तो उसके एतराज जताने पर उन्होंने कहा कि कार्यक्रम एक ढाणी में रखा गया है तथा उसे एक नलकूप पर ले गए जहां उनके अन्य 5 साथी जंडवाला निवासी सीरा सिंह व हरविंद्र सिंह एवं नुहियांवाली निवासी सुभाषचंद, राजीव कुमार व संदीप कुमार पहले से मौजूद थे। वहां पहुंचकर उन्होंने उसे उन पांचों के हवाले कर दिया तथा सभी की सहमति से हरविंद्र सिंह ने उसके साथ कुकर्म किया। स्वयं को असहाय पाकर उसने बहाना किया कि उसे शौच जाना है और नग्न अवस्था में अपने ऊपर चादर ओढ़कर वो सरसों के खेत में चली गई तथा आंख बचाकर वहां से भाग निकली। गांव नुहियांवाली में पहुंचकर उसने एक घर का दरवाजा खटखटाया और घर वालों ने उसकी दशा को देखते हुए उसे पहनने को कपड़े दिए तथा सरपंच रामकुमार नेहरा व ओढ़ां पुलिस को सूचित कर दिया।
सूचना मिलते ही ओढ़ां थाना प्रभारी हीरा सिंह मौके पर पहुंचे और रानी देवी को ओढ़ां थाना में लाकर पूछताछ की। हीरा सिंह ने बताया कि लड़की को मेडिकल हेतु सिरसा भेज दिया है और उन सातों के घरों पर छापा मारा गया है लेकिन वे घर पर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सातों आरोपी युवकों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भड़के मनरेगा मजदूर
डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में मनरेगा के तहत काम कर रहे 780 मजदूरों ने आज अपनी मांगों को लेकर बीडीपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया और धरना दिया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व किसान सभा हल्का डबवाली के प्रधान मनदीप सिंह तथा खेत मजदूर सभा के सन्त राम कर रहे थे।
मनरेगा मजदूर नरेश कुमार, कर्म सिंह, गुरलाल, सुखपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरमेल कौर, बलजीत कौर, चरणजीत कौर, नसीब कौर आदि ने आरोप लगाया कि गांव मसीतां में एक सप्ताह पूर्व जंगल क्लीयरेंस और गडडे खोदने का काम शुरू हुआ था और इस दौरान पंचायत की ओर से 780 मजदूरों को रखा गया था। लेकिन जब मनरेगा के तहत मजदूरी देने का समय आया तो उन्हें दिहाड़ी के अनुसार पेगार नहीं दी गई। जिन्होंने चार दिन काम किया था, उन्हें दो दिन का और जिन्होंने दो दिन काम किया था उन्हें एक दिन का, जिन्होंने एक दिन काम किया था उन्हें मनरेगा के तहत कुछ भी नहीं दिया गया। बल्कि चार दिन काम चलाने के बाद काम को पंचायत ने वहीं रोक दिया।
इन मजदूरों के अनुसार उनसे जितने दिन काम करवाया गया है, उतने दिन की दिहाड़ी दी जाये और साथ में बन्द पड़े काम को फिर से चलाकर उन्हें रोजगार दिया जाये। इन मजदूरों ने हरियाणा सरकार, बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
मौका पर उपस्थित बीडीपीओ राम सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव बनवारी लाल तथा जेई हंसराज द्वारा उनके समक्ष जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उसमें माप के बाद 396 गड्डे खोदे दिखाये गये हैं, वे भी 780 मजदूरों द्वारा। बीडीपीओ ने आगे बताया कि सम्बन्धित मजदूर दिहाड़ी के अनुसार राशि मांग रहे हैं, लेकिन उनको राशि मनरेगा के नियमानुसार दी जा रही है। उनके अनुसार 1 लाख 77 हजार रूपये की राशि पंचायत के खाता में जमा करवाई जा चुकी है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि तीन दिन से काम बन्द है। उन्होंने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विभाग के जेई परमिन्द्र सिंह से किये गये काम की पेमाईश करवाकर जितनी राशि बनेगी, वे अदा करवा देंगे।
मनरेगा मजदूर नरेश कुमार, कर्म सिंह, गुरलाल, सुखपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरमेल कौर, बलजीत कौर, चरणजीत कौर, नसीब कौर आदि ने आरोप लगाया कि गांव मसीतां में एक सप्ताह पूर्व जंगल क्लीयरेंस और गडडे खोदने का काम शुरू हुआ था और इस दौरान पंचायत की ओर से 780 मजदूरों को रखा गया था। लेकिन जब मनरेगा के तहत मजदूरी देने का समय आया तो उन्हें दिहाड़ी के अनुसार पेगार नहीं दी गई। जिन्होंने चार दिन काम किया था, उन्हें दो दिन का और जिन्होंने दो दिन काम किया था उन्हें एक दिन का, जिन्होंने एक दिन काम किया था उन्हें मनरेगा के तहत कुछ भी नहीं दिया गया। बल्कि चार दिन काम चलाने के बाद काम को पंचायत ने वहीं रोक दिया।
इन मजदूरों के अनुसार उनसे जितने दिन काम करवाया गया है, उतने दिन की दिहाड़ी दी जाये और साथ में बन्द पड़े काम को फिर से चलाकर उन्हें रोजगार दिया जाये। इन मजदूरों ने हरियाणा सरकार, बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
मौका पर उपस्थित बीडीपीओ राम सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव बनवारी लाल तथा जेई हंसराज द्वारा उनके समक्ष जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उसमें माप के बाद 396 गड्डे खोदे दिखाये गये हैं, वे भी 780 मजदूरों द्वारा। बीडीपीओ ने आगे बताया कि सम्बन्धित मजदूर दिहाड़ी के अनुसार राशि मांग रहे हैं, लेकिन उनको राशि मनरेगा के नियमानुसार दी जा रही है। उनके अनुसार 1 लाख 77 हजार रूपये की राशि पंचायत के खाता में जमा करवाई जा चुकी है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि तीन दिन से काम बन्द है। उन्होंने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विभाग के जेई परमिन्द्र सिंह से किये गये काम की पेमाईश करवाकर जितनी राशि बनेगी, वे अदा करवा देंगे।
पत्नी की मौत के बाद पति ने जहर घटका
डबवाली (लहू की लौ) तीन दिन पूर्व घरेलू कलह के चलते चूहे मार दवा घटकने वाली महिला की डबवाली के सिविल अस्पताल में मौत हो गई और इस मौत की खबर सुनकर उसके पति ने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मण्डी किलियांवाली निवासी पूनम पत्नी नीटू ने घरेलू कलह के चलते शनिवार को चूहे मारने वाली दवा खा ली थी। इसकी जानकारी मिलते ही नीटू ने उसे एक प्राईवेट अस्पताल में दाखिल करवा दिया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देखकर पूनम के मामा ने प्राईवेट अस्पताल से उसे डबवाली के सिविल अस्पताल पहुंचाकर सोमवार को इलाज के लिए दाखिल करवा दिया। लेकिन दवा के प्रभाव को सहन न करते हुए आज सुबह ही पूनम ने दम तोड़ दिया।
जैसे ही पूनम के पति नीटू को पता चला कि पूनम ने दम तोड़ दिया है, तो उसने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया और उसे गंभीर हालत में एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए लेजाया गया। पंजाब पुलिस ने पूनम के शव को अपने कब्जे में ले लिया। समाचार लिखे जाने तक पूनम के माता-पिता अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
प्राप्त जानकारी अनुसार मण्डी किलियांवाली निवासी पूनम पत्नी नीटू ने घरेलू कलह के चलते शनिवार को चूहे मारने वाली दवा खा ली थी। इसकी जानकारी मिलते ही नीटू ने उसे एक प्राईवेट अस्पताल में दाखिल करवा दिया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देखकर पूनम के मामा ने प्राईवेट अस्पताल से उसे डबवाली के सिविल अस्पताल पहुंचाकर सोमवार को इलाज के लिए दाखिल करवा दिया। लेकिन दवा के प्रभाव को सहन न करते हुए आज सुबह ही पूनम ने दम तोड़ दिया।
जैसे ही पूनम के पति नीटू को पता चला कि पूनम ने दम तोड़ दिया है, तो उसने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया और उसे गंभीर हालत में एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए लेजाया गया। पंजाब पुलिस ने पूनम के शव को अपने कब्जे में ले लिया। समाचार लिखे जाने तक पूनम के माता-पिता अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
अनेक रेलगाडिय़ां रद्द होंगी, कईयों के मार्ग बदलेंगे
डबवाली (लहू की लौ) भटिंडा जंक्शन पर नई सिग्नल प्रणाली स्थापित किये जाने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस प्रणाली को स्थापित किये जाने के दौरान इस जंक्शन से आने-जाने वाली 13 रेलगाडिय़ों को एक पखवाड़े के लिए रद्द किया जाएगा, जबकि 23 रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित कर दिये जाएंगे। इस कार्य से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर से भटिंडा होकर आने-जाने वाली अनेक रेलगाडिय़ां प्रभावित होंगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भटिंडा रेलवे स्टेशन पर रूट रिले इंटरलोकिंग (आरआरआई) सिग्नल प्रणाली को स्थापित किये जाने के साथ कई और सुधारात्मक कार्य अन्तिम चरण में पहुंच गए हैं। आरआरआई सिस्टम लग जाने से भटिंडा स्टेशन से चलने वाली गाडिय़ों की लेट-लतीफी पर अंकुश लगेगा, लेकिन इस सिस्टम को लगाने के लिए कई दिन कार्य चलेगा। इसलिए रेलवे अथोरिटी ने रेलगाडिय़ों को रद्द करने और उनके मार्ग परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भठिंडा स्टेशन पर आरआरआई के अलावा पुराने सिग्नल कैबिन की जगह नये कैबिन बनाये जायेंगे। रेलवे यार्ड की हालत सुधारी जाएगी। इसके साथ अन्य सेवाओं के आवश्यक रखरखाव के कार्य भी होंगे। सूत्रों ने बताया कि जिन 13 रेलगाडिय़ों को रद्द किया जा रहा है, उनमें एक बीडी धूरी-भठिंडा, एक एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, चार एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, दो एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, तीन एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, 345 जींद-फिरोजपुर, 346 फिरोजपुर-जींद, 341 दिल्ली-फिरोजपुर, 342 फिरोजपुर-दिल्ली, 343 जींद-हिसार, 344 हिसार-जींद, एक आरबी भठिंडा-रेवाड़ी और दो आरबी रेवाड़ी-भठिंडा शामिल हैं।
इसके अलावा जिन रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित किये जा रहे हैं। उनमें 5609/56010 गुवहाटी-लालगढ़ (बीकानेर) एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। 8 से 20 मार्च के दौरान यह एक्सप्रेस भठिंडा रेलवे स्टेशन के बजाय भठिंडा के समीप करतारसिंहवाला हाल्ट स्टेशन से होकर आया-जाया करेगी। रेलवे अर्थोटी ने इसके लिए भठिंडा प्रशासन से करतारसिंहवाला स्टेशन पर यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन की विशेष व्यवस्था करने का आग्रह किया है। इसी तरह 4887/4888 बाड़मेर-हरिद्वार/कालका एक्सप्रेस भी करतारसिंहवाला स्टेशन पर रूककर आया-जाया करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार अन्य प्रभावित होने वाली 19 रेलगाडिय़ों में- 4731-4732 दिल्ली-भठिंडा एक्सप्रेस शामिल हैं, जोकि उक्त अवधि के दौरान भठिंडा की बजाय धूरी से दिल्ली तक आया-जाया करेगी। इसी तरह 4 यूबी भठिंडा-अंबाला ट्रेन अंबाला-धूरी तक चलेगी। 4519/4520 किसान एक्सप्रेस दिल्ली-भठिंडा की बजाय दिल्ली-सिरसा तक चलेगी। 9225-9226 भठिंडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस जम्मू-फिरोजपुर तक, 1 एफकेबी, 2 एफकेबी, 3 एफकेबी और 4 एफकेबी भठिंडा-फाजिल्का सवारी रेलगाडिय़ां फाजिल्का-कोटकपूरा तक चलेंगी। इसी तरह 2 एफबी/3 एफबी भठिंडा-फिरोजपुर का आवागमन फिरोजपुर-कोटकपूरा तक रहेगा। 1 बीएसबी/2 बीएसबी सूरतगढ़-भठिंडा रेलगाड़ी सूरतगढ़ से हनुमानगढ़ तक ही चला करेगी। 338/337 लालगढ़ (बीकानेर)-अबोहर पैसेंजर ट्रेन को हनुमानगढ़ तक ही आया-जाया करेगी। 339/340 अबोहर-बीकानेर-जोधपुर सवारी रेलगाड़ी हनुमानगढ़ से ही जोधपुर के बीच चला करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भटिंडा रेलवे स्टेशन पर रूट रिले इंटरलोकिंग (आरआरआई) सिग्नल प्रणाली को स्थापित किये जाने के साथ कई और सुधारात्मक कार्य अन्तिम चरण में पहुंच गए हैं। आरआरआई सिस्टम लग जाने से भटिंडा स्टेशन से चलने वाली गाडिय़ों की लेट-लतीफी पर अंकुश लगेगा, लेकिन इस सिस्टम को लगाने के लिए कई दिन कार्य चलेगा। इसलिए रेलवे अथोरिटी ने रेलगाडिय़ों को रद्द करने और उनके मार्ग परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भठिंडा स्टेशन पर आरआरआई के अलावा पुराने सिग्नल कैबिन की जगह नये कैबिन बनाये जायेंगे। रेलवे यार्ड की हालत सुधारी जाएगी। इसके साथ अन्य सेवाओं के आवश्यक रखरखाव के कार्य भी होंगे। सूत्रों ने बताया कि जिन 13 रेलगाडिय़ों को रद्द किया जा रहा है, उनमें एक बीडी धूरी-भठिंडा, एक एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, चार एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, दो एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, तीन एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, 345 जींद-फिरोजपुर, 346 फिरोजपुर-जींद, 341 दिल्ली-फिरोजपुर, 342 फिरोजपुर-दिल्ली, 343 जींद-हिसार, 344 हिसार-जींद, एक आरबी भठिंडा-रेवाड़ी और दो आरबी रेवाड़ी-भठिंडा शामिल हैं।
इसके अलावा जिन रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित किये जा रहे हैं। उनमें 5609/56010 गुवहाटी-लालगढ़ (बीकानेर) एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। 8 से 20 मार्च के दौरान यह एक्सप्रेस भठिंडा रेलवे स्टेशन के बजाय भठिंडा के समीप करतारसिंहवाला हाल्ट स्टेशन से होकर आया-जाया करेगी। रेलवे अर्थोटी ने इसके लिए भठिंडा प्रशासन से करतारसिंहवाला स्टेशन पर यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन की विशेष व्यवस्था करने का आग्रह किया है। इसी तरह 4887/4888 बाड़मेर-हरिद्वार/कालका एक्सप्रेस भी करतारसिंहवाला स्टेशन पर रूककर आया-जाया करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार अन्य प्रभावित होने वाली 19 रेलगाडिय़ों में- 4731-4732 दिल्ली-भठिंडा एक्सप्रेस शामिल हैं, जोकि उक्त अवधि के दौरान भठिंडा की बजाय धूरी से दिल्ली तक आया-जाया करेगी। इसी तरह 4 यूबी भठिंडा-अंबाला ट्रेन अंबाला-धूरी तक चलेगी। 4519/4520 किसान एक्सप्रेस दिल्ली-भठिंडा की बजाय दिल्ली-सिरसा तक चलेगी। 9225-9226 भठिंडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस जम्मू-फिरोजपुर तक, 1 एफकेबी, 2 एफकेबी, 3 एफकेबी और 4 एफकेबी भठिंडा-फाजिल्का सवारी रेलगाडिय़ां फाजिल्का-कोटकपूरा तक चलेंगी। इसी तरह 2 एफबी/3 एफबी भठिंडा-फिरोजपुर का आवागमन फिरोजपुर-कोटकपूरा तक रहेगा। 1 बीएसबी/2 बीएसबी सूरतगढ़-भठिंडा रेलगाड़ी सूरतगढ़ से हनुमानगढ़ तक ही चला करेगी। 338/337 लालगढ़ (बीकानेर)-अबोहर पैसेंजर ट्रेन को हनुमानगढ़ तक ही आया-जाया करेगी। 339/340 अबोहर-बीकानेर-जोधपुर सवारी रेलगाड़ी हनुमानगढ़ से ही जोधपुर के बीच चला करेगी।
चौटाला मेरा अपना गांव-मुन्ना भाई
डबवाली (लहू की लौ) ....बेशक मैंने चौटाला गांव की ऐतिहासिक धरा पर जन्म न लिया हो, पर मैं भी चौटाला परिवार का सदस्य हूं। चौटाला गांव मेरा अपना गांव हैं और यहां के लोग ताऊ- चाचा व भाई-बहनें हैं। गांव में पहुंचने पर जो प्यार, स्नेह व आर्शीवाद मिला है, उसे मैं जीवन भर नहीं भूला पाउंगा। ये भावुक शब्द सीने जगत के सुप्रसिद्ध अभिनेता संजय दत्त उर्फ मुन्ना भाई ने कहे। वे रविवार को यहां ऐलनाबाद हलके की जनता के धन्यवादी दौरे के बाद सांय इनेलो महासचिव अजय सिंह चौटाला व विधायक अभय सिंह चौटाला के पैतृक गांव चौटाला में बोल रहे थे। गांव में पहुंचने पर मुन्ना भाई का चौटाला वासियों ने अपने ही अदंाज में भव्य स्वागत किया।
ज्यों ही आज दोपहर फिल्म अभिनेता संजयदत्त के गांव में आने की खबर पहुंची, त्यों ही गांव में उत्सव सा माहौल हो गया और लोग का जोश व उत्साह सातवें आसमान पर था। सांझ तक गांववासी संजयदत्त के गर्मजोशी से स्वागत की तैयारियों मेें लगे रहे। यहां बताते चलें कि सीने अभिनेता संजयदत्त का चौटाला गांव में आने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नहीं था परन्तु संजय दत्त ने आज दोपहर स्वयं ने पूर्व उपप्रधानमंत्री व किसानों के मसीहा रहे स्वर्गीय देवीलाल के गांव चौटाला में आने की इच्छा व्यक्त की थी।
अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला के साथ सीने अभिनेता संजयदत्त गांव में करीब सायं साढ़े छह बजे पहुंचे परन्त गांव वासी चार बजे से ही मुन्ना भाई के स्वागत में गलियों में कतारबद्ध थेे। गांव की मेहमानवाजी देखकर संजय दत्त से रहा नहीं गया और उन्होंने कहा कि मैं यहां मेहमान नहीं हूं बल्कि मैं भी आपका भाई और बेटा हूं और चौटाला परिवार का सदस्य होने के नाते, चौटाला मेरा अपना गांव है। मैं चौधरी देवीलाल की इस पावन भूमि को शत्-शत् नमन क रता हूं।
उन्होंने ठेठ हरियाणावीं अंदाज में राम-राम कह कर गांववासियों का अभिवादन स्वीकर किया। फिल्म अभिनेता ने कांग्रेसियों पर कटाक्ष करते कहा कि इस उपचुनाव में अभय सिंह चौटाला की जीत के बाद बहुरूपिये दिखार्ई नहीं दे रहे हैं।
इससे पहले विधायक अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने गांव में पहुंचने पर संजयदत्त का अभिनंदन किया। अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि भाई संजय दत्त चौटाला गांव में आए हैं। इस अवसर पर विधायक कृष्ण कंबोज, अभय सिंह चौटाला के सुपुत्र अर्जुन चौटाला, राजेश गोदारा, मीनू बराड़, प्रदीप सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
ज्यों ही आज दोपहर फिल्म अभिनेता संजयदत्त के गांव में आने की खबर पहुंची, त्यों ही गांव में उत्सव सा माहौल हो गया और लोग का जोश व उत्साह सातवें आसमान पर था। सांझ तक गांववासी संजयदत्त के गर्मजोशी से स्वागत की तैयारियों मेें लगे रहे। यहां बताते चलें कि सीने अभिनेता संजयदत्त का चौटाला गांव में आने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नहीं था परन्तु संजय दत्त ने आज दोपहर स्वयं ने पूर्व उपप्रधानमंत्री व किसानों के मसीहा रहे स्वर्गीय देवीलाल के गांव चौटाला में आने की इच्छा व्यक्त की थी।
अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला के साथ सीने अभिनेता संजयदत्त गांव में करीब सायं साढ़े छह बजे पहुंचे परन्त गांव वासी चार बजे से ही मुन्ना भाई के स्वागत में गलियों में कतारबद्ध थेे। गांव की मेहमानवाजी देखकर संजय दत्त से रहा नहीं गया और उन्होंने कहा कि मैं यहां मेहमान नहीं हूं बल्कि मैं भी आपका भाई और बेटा हूं और चौटाला परिवार का सदस्य होने के नाते, चौटाला मेरा अपना गांव है। मैं चौधरी देवीलाल की इस पावन भूमि को शत्-शत् नमन क रता हूं।
उन्होंने ठेठ हरियाणावीं अंदाज में राम-राम कह कर गांववासियों का अभिवादन स्वीकर किया। फिल्म अभिनेता ने कांग्रेसियों पर कटाक्ष करते कहा कि इस उपचुनाव में अभय सिंह चौटाला की जीत के बाद बहुरूपिये दिखार्ई नहीं दे रहे हैं।
इससे पहले विधायक अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने गांव में पहुंचने पर संजयदत्त का अभिनंदन किया। अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि भाई संजय दत्त चौटाला गांव में आए हैं। इस अवसर पर विधायक कृष्ण कंबोज, अभय सिंह चौटाला के सुपुत्र अर्जुन चौटाला, राजेश गोदारा, मीनू बराड़, प्रदीप सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
आजकल स्कूल, स्कूल कम रिसोर्ट अधिक बन गये हैं--जगजीत सिंह
आजकल स्कूल, स्कूल कम और रिसोर्ट अधिक बन गये हैं। रिसोर्ट महज क्षणिक खुशी देने या समय बिताने का साधन होते हैं, ना कि शिक्षा देकर जीवन बनाने या जीवन लक्ष्य निर्धारित करने के। मैं विद्यालय, स्कूल के आधुनिकीकरण के पक्ष में तो हूं लेकिन राग विलास के स्त्रोत बनाने के विरोध में। हम जिन स्कूलों, कॉलेजों में पढ़कर आये, वहां का फर्नीचर, मैदान, पुस्तकालय आदि वहीं छोड़कर आये। बस वहां से ज्ञान और डिग्रीयां ही हमारे साथ आई। यही विद्यार्थियों की निजी पूंजी होती है। स्कूलों को आधुनिक बनाते समय बच्चों के मनोविज्ञान व कार्यक्षमता का भी ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों के आयुवर्ग के अनुसार कार्य लेना होता है, ताकि वे तनाव मुक्त भी रहें और स्तरीय शिक्षा भी प्राप्त करते रहें। आजकल बच्चों को स्कूल,स्कूल कम लगते हैं, जेल ज्यादा। वे अध्यापकों को अपना मार्गदर्शक न मानकर विरोधी समझते हैं। मैं पिछले तेरह सालों से शिक्षा के क्षेत्र में हूं। मैने भारत के अलग-अलग आधुनिक व पिछड़े हुए भागों में पढ़ाया है। मुझे अनुभव हुआ कि विद्यार्थियों को हम अध्यापक के समान या कभी कभार अधिक महत्व देते हैं। जोकि अनुचित सिद्ध होता है। बाल बुद्धि अभी मैच्चौर नहीं हुई होती तो उनके अनुसार स्कूलों के कार्य करने की शैली/ढंग तरीके बदलने के कुपरिणाम सामने आते रहे हैं, और यदि हम आधुनिकता के आवरण में उनकी अपरिपक्व इच्छाओं को पूरा करने के लिए लचीलापन लाते गये तो निश्चित रूप से एक दिन शिक्षा संज्ञाहीन व परिणाम हीन हो जायेगी।
शिक्षा कभी मंहगी नहीं होती और न ही शिक्षक मंहगे होते हैं। लेकिन कुछ प्रबंधक सहुलियतों के नाम तले स्कूलों को रिसार्टस की भांति हाई रेटिड या हाई गेडिड बना लेते हैं। स्कूलों से लाभ कमाना कतई अनुचित नहीं है। लेकिन मां बाप का शोषण करना अमानवीय है। अपने स्कूलों को समृद्ध बनाने के लिए सुविधा के अनुसार वार्षिक खर्चो में बढ़ौतरी करना बुरा नहीं होता। परन्तु 100 रूपये की सुविधा देकर 2000 रूपये की वसूली तो अंडरवल्र्ड की फिरौती जैसी लगती है। मेरे नजरिये में सारी भाषायें सम्मानीय हैं, अंग्रेजी भाषा चूंकि अन्तर्राष्ट्रीय बन गई है तो इसका प्रभाव व महत्व बढ़ गया है। लेकिन क्या मैथ, साईंस, सोशल साईंस विषय महत्वहीन हो गये हैं? नहीं। जैसे सभी अंग पूरे हों, तभी शरीर सही कार्य करता है, उसी प्रकार सभी विषय एक जैसे ही महत्वपूर्ण हैं और उनका पूरा अध्ययन करना ही संपूर्ण शिक्षा है।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अंग्रेजी भी उतनी सहायक, जितनी मातृ भाषायें।
विद्यार्थियों पर अपनी अत्याधिक अपेक्षायें लादकर हम उन्हें गधे बनाने पर तुले हुए हैँ। क्या ऐसा नहीं है? हम सभी जानते हैं कि बाप ने न मारा तीर, बेटा तीरदाज। जो हम न बन सके, अपने बच्चों को जबरन वही बनाना चाहते हैं, भले उसमें वो स्टेमिना और इच्छा शक्ति न हो।
नहीं, पूर्ण शिक्षा तो सर्वप्रथम स्वस्थ मानव बनाती है और स्वस्थ मानव ही सफल डाक्टर, पत्रकार, इंजीनियर, दुकानदार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, संपादक बनता है। स्वस्थ व संतुलित माहौल में पढ़े, बढ़े बच्चे ही समाज को संवारत, संभालते है।
मैं इसी तरह का तनाव रहित वातावरण दे रहा हूं, अपने स्कूल केअर वैल इन्टरनैशनल में हम बच्चों को कम्पीटिशन तो दे रहे हैं लेकिन पहली पोजीशन वाले बच्चे से नहीं, बल्कि अपनी पोजीशन से। सैल्फ कम्पीटिशन के सुधारवादी स्वस्थ कम्पीटिशन की सोच से।
साल के शुरू में बच्चे की अपनी परफारमेंस क्या थी। और साल भर उसने सीखने में क्या ग्रोथ की। यही ढंग है, तनावरहित शिक्षा वातावरण का।
गुलाब का फूल कभी नहीं कहता कि उसे गेंदा, चमेली होना है, खरगोश कभी नहीं कहता कि उसे हाथी होना है। फिर मनुष्य क्यों किसी और जैसा होने में अपने बच्चों की मौलिक प्रतिभा को मार रहा है। मैं अपने सभी विद्यार्थियों को अपने जैसा बने रहकर तनाव रहित स्वस्थ शैक्षिक माहौल दे रहा हूं। आओ।़ इस सृजनशीलता में अपने बच्चों को हमारे साथ स्वस्थ वातावरण में पढऩे बढऩे का अवसर दें।
-जगजीत सिंह
प्रिंसीपल/चेयरमैन
केअरवैल इंटरनैशनल स्कूल
मलोट रोड़, ख्योवाली।
बच्चों के आयुवर्ग के अनुसार कार्य लेना होता है, ताकि वे तनाव मुक्त भी रहें और स्तरीय शिक्षा भी प्राप्त करते रहें। आजकल बच्चों को स्कूल,स्कूल कम लगते हैं, जेल ज्यादा। वे अध्यापकों को अपना मार्गदर्शक न मानकर विरोधी समझते हैं। मैं पिछले तेरह सालों से शिक्षा के क्षेत्र में हूं। मैने भारत के अलग-अलग आधुनिक व पिछड़े हुए भागों में पढ़ाया है। मुझे अनुभव हुआ कि विद्यार्थियों को हम अध्यापक के समान या कभी कभार अधिक महत्व देते हैं। जोकि अनुचित सिद्ध होता है। बाल बुद्धि अभी मैच्चौर नहीं हुई होती तो उनके अनुसार स्कूलों के कार्य करने की शैली/ढंग तरीके बदलने के कुपरिणाम सामने आते रहे हैं, और यदि हम आधुनिकता के आवरण में उनकी अपरिपक्व इच्छाओं को पूरा करने के लिए लचीलापन लाते गये तो निश्चित रूप से एक दिन शिक्षा संज्ञाहीन व परिणाम हीन हो जायेगी।
शिक्षा कभी मंहगी नहीं होती और न ही शिक्षक मंहगे होते हैं। लेकिन कुछ प्रबंधक सहुलियतों के नाम तले स्कूलों को रिसार्टस की भांति हाई रेटिड या हाई गेडिड बना लेते हैं। स्कूलों से लाभ कमाना कतई अनुचित नहीं है। लेकिन मां बाप का शोषण करना अमानवीय है। अपने स्कूलों को समृद्ध बनाने के लिए सुविधा के अनुसार वार्षिक खर्चो में बढ़ौतरी करना बुरा नहीं होता। परन्तु 100 रूपये की सुविधा देकर 2000 रूपये की वसूली तो अंडरवल्र्ड की फिरौती जैसी लगती है। मेरे नजरिये में सारी भाषायें सम्मानीय हैं, अंग्रेजी भाषा चूंकि अन्तर्राष्ट्रीय बन गई है तो इसका प्रभाव व महत्व बढ़ गया है। लेकिन क्या मैथ, साईंस, सोशल साईंस विषय महत्वहीन हो गये हैं? नहीं। जैसे सभी अंग पूरे हों, तभी शरीर सही कार्य करता है, उसी प्रकार सभी विषय एक जैसे ही महत्वपूर्ण हैं और उनका पूरा अध्ययन करना ही संपूर्ण शिक्षा है।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अंग्रेजी भी उतनी सहायक, जितनी मातृ भाषायें।
विद्यार्थियों पर अपनी अत्याधिक अपेक्षायें लादकर हम उन्हें गधे बनाने पर तुले हुए हैँ। क्या ऐसा नहीं है? हम सभी जानते हैं कि बाप ने न मारा तीर, बेटा तीरदाज। जो हम न बन सके, अपने बच्चों को जबरन वही बनाना चाहते हैं, भले उसमें वो स्टेमिना और इच्छा शक्ति न हो।
नहीं, पूर्ण शिक्षा तो सर्वप्रथम स्वस्थ मानव बनाती है और स्वस्थ मानव ही सफल डाक्टर, पत्रकार, इंजीनियर, दुकानदार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, संपादक बनता है। स्वस्थ व संतुलित माहौल में पढ़े, बढ़े बच्चे ही समाज को संवारत, संभालते है।
मैं इसी तरह का तनाव रहित वातावरण दे रहा हूं, अपने स्कूल केअर वैल इन्टरनैशनल में हम बच्चों को कम्पीटिशन तो दे रहे हैं लेकिन पहली पोजीशन वाले बच्चे से नहीं, बल्कि अपनी पोजीशन से। सैल्फ कम्पीटिशन के सुधारवादी स्वस्थ कम्पीटिशन की सोच से।
साल के शुरू में बच्चे की अपनी परफारमेंस क्या थी। और साल भर उसने सीखने में क्या ग्रोथ की। यही ढंग है, तनावरहित शिक्षा वातावरण का।
गुलाब का फूल कभी नहीं कहता कि उसे गेंदा, चमेली होना है, खरगोश कभी नहीं कहता कि उसे हाथी होना है। फिर मनुष्य क्यों किसी और जैसा होने में अपने बच्चों की मौलिक प्रतिभा को मार रहा है। मैं अपने सभी विद्यार्थियों को अपने जैसा बने रहकर तनाव रहित स्वस्थ शैक्षिक माहौल दे रहा हूं। आओ।़ इस सृजनशीलता में अपने बच्चों को हमारे साथ स्वस्थ वातावरण में पढऩे बढऩे का अवसर दें।
-जगजीत सिंह
प्रिंसीपल/चेयरमैन
केअरवैल इंटरनैशनल स्कूल
मलोट रोड़, ख्योवाली।
13 फ़रवरी 2010
सड़क हादसे में एनआरआई सहित दो की मौत
डबवाली (लहू की लौ) गांव बिज्जूवाली के पास एक कार और ट्रेक्टर की टक्कर हो जाने से कार में सवार पांच लोगों में से एनआरआई युवक सहित दो की मौत हो गई। घायलों को इलाज के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में ले जाया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सन्त नगर निवासी सुखदेव सिंह का परिवार शुक्रवार सुबह डबवाली में एक शोक समारोह में भाग लेने के लिए आया था और दोपहर बाद वापिस सन्त नगर लौट रहा था कि गांव बिज्जूवाली के पास एक ट्रेक्टर ने कार में टक्कर मारी और कार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करके ट्रेक्टर चालक मौका से फरार हो गया।
संयोग से ऐलनाबाद से डबवाली आ रहे डबवाली निवासी मलूक सिंह तथा सुरेश कड़वासरा ने देखा कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुए पड़ी है और लोग उसे देख कर जा रहे हैं। लेकिन मानवता का परिचय देते हुए इन लोगों ने घायलों को उठाया और अपनी जिप्सी में डाल कर डबवाली ले आये। डबवाली आकर छिन्दा नामक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि छिन्दा हाल ही में इंग्लैंड से अपने गांव सन्तनगर आया था और बैसाखी के बाद उसने वापिस लौटना था। मृतक की बहन बलवीर कौर, मनजीत कौर का इलाज शुरू कर दिया गया।
मलूक सिंह ने बताया कि वहां पर एक अन्य महिला मृत पड़ी थी जिसकी पहचान मृतक छिन्दा उर्फ लाल सिंह की एक अन्य बहन भोली के रूप में हुई है। जबकि इस दुर्घटना में भोली का पति सुखदेव सिंह बाल-बाल बच गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सन्त नगर निवासी सुखदेव सिंह का परिवार शुक्रवार सुबह डबवाली में एक शोक समारोह में भाग लेने के लिए आया था और दोपहर बाद वापिस सन्त नगर लौट रहा था कि गांव बिज्जूवाली के पास एक ट्रेक्टर ने कार में टक्कर मारी और कार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करके ट्रेक्टर चालक मौका से फरार हो गया।
संयोग से ऐलनाबाद से डबवाली आ रहे डबवाली निवासी मलूक सिंह तथा सुरेश कड़वासरा ने देखा कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुए पड़ी है और लोग उसे देख कर जा रहे हैं। लेकिन मानवता का परिचय देते हुए इन लोगों ने घायलों को उठाया और अपनी जिप्सी में डाल कर डबवाली ले आये। डबवाली आकर छिन्दा नामक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि छिन्दा हाल ही में इंग्लैंड से अपने गांव सन्तनगर आया था और बैसाखी के बाद उसने वापिस लौटना था। मृतक की बहन बलवीर कौर, मनजीत कौर का इलाज शुरू कर दिया गया।
मलूक सिंह ने बताया कि वहां पर एक अन्य महिला मृत पड़ी थी जिसकी पहचान मृतक छिन्दा उर्फ लाल सिंह की एक अन्य बहन भोली के रूप में हुई है। जबकि इस दुर्घटना में भोली का पति सुखदेव सिंह बाल-बाल बच गया।
वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) दशमेश सीनियर सेंकडरी स्कूल चोरमार में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। दशमेश एजूकेशन सोसाइटी के प्रधान बाबा कर्म सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में मुख्यातिथि के रूप में अतिरिक्त उपायुक्त जे गणेशन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी राम सिंह चहल व सरपंच जितेंद्र सिंह उपस्थित हुए। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में ग्रामीण आंचल में शिक्षा के प्रसार पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी आधुनिक शिक्षा पद्धति के विकास की आवश्यकता है ताकि ग्रामीणा प्रतिभाओं को खुलकर प्रकाश में आने का मौका मिल सके। उन्होंने बाबा कर्म सिंह को बधाई देते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत, संगीत, नृत्य, भंगड़ा, गिद्दा व समूहगान प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। तर्कशील सोसाइटी के मास्टर सुरेंपाल सिंह व मास्टर अजायब सिंह ने जादू के अनेक ट्रिक दिखाकर अंधविश्वासों को त्यागने की अपील की। स्कूल के प्राचार्य हरदेव सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढकर सुनाई और सचिव डाक्टर बलबीर सिंह व प्रबंधक तेजा सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कक्षा पहली से बारहवीं तक के प्रथम व द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर ओढ़ां के सरपंच दर्शन सिंह मलकाना, प्राध्यापक सुखमंद्र सिंह, प्राथमिक पाठशाला की मुख्याध्यापिका मनजीत कौर, गुलाब सिंह, रवींद्र सिंह, बीरपाल सिंह व मास्टर शमशेर सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अभिभावक व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत, संगीत, नृत्य, भंगड़ा, गिद्दा व समूहगान प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। तर्कशील सोसाइटी के मास्टर सुरेंपाल सिंह व मास्टर अजायब सिंह ने जादू के अनेक ट्रिक दिखाकर अंधविश्वासों को त्यागने की अपील की। स्कूल के प्राचार्य हरदेव सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढकर सुनाई और सचिव डाक्टर बलबीर सिंह व प्रबंधक तेजा सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कक्षा पहली से बारहवीं तक के प्रथम व द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर ओढ़ां के सरपंच दर्शन सिंह मलकाना, प्राध्यापक सुखमंद्र सिंह, प्राथमिक पाठशाला की मुख्याध्यापिका मनजीत कौर, गुलाब सिंह, रवींद्र सिंह, बीरपाल सिंह व मास्टर शमशेर सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अभिभावक व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
वैष्णों माता मन्दिर में शिवलिंग की स्थापना
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री वैष्णों माता मन्दिर में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव के अद्वितीय स्वरूप श्री शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान के अनुसार वीरवार को सम्पन्न हुई। इसके बाद हवन यज्ञ हुआ और अटूट भण्डारा बरता।
यह जानकारी देते हुए मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के प्रधान डिम्पल सिंगला ने बताया कि पं. केशव शास्त्री के सानिध्य में हवन यज्ञ में मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के सदस्य और डबवाली नगर के गणमान्य व्यक्तिों ने आहुति डालकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर राजकुमार सिंगला घोटू, तरसेम जिन्दल, डॉ. जीडी जिन्दल, ओंकार मल गोयल, हेमराज जिन्दल, तेलू राम बांसल, जवाहर लाल जग्गा, राजू सेठी, प्रीतम बांसल, गंगा बिशन गोयल एडवोकेट, रामलाल बागड़ी, रतन लाल, प्रशोत्तम जिन्दल, रमेश जिन्दल, नरेश जिन्दल, बबलू जिन्दल, ज्ञान चन्द, देसराज बाबा, रामसहाय शर्मा आदि उपस्थित थे।
जय श्री सिद्वेश्वरी महाकाली माता मन्दिर, जस्सी बागवाली में भी लालजी शास्त्री के सानिध्य में शिव परिवार की मूर्ति की स्थापना बड़ी धूमधाम से की गई।
यह जानकारी देते हुए मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के प्रधान डिम्पल सिंगला ने बताया कि पं. केशव शास्त्री के सानिध्य में हवन यज्ञ में मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के सदस्य और डबवाली नगर के गणमान्य व्यक्तिों ने आहुति डालकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर राजकुमार सिंगला घोटू, तरसेम जिन्दल, डॉ. जीडी जिन्दल, ओंकार मल गोयल, हेमराज जिन्दल, तेलू राम बांसल, जवाहर लाल जग्गा, राजू सेठी, प्रीतम बांसल, गंगा बिशन गोयल एडवोकेट, रामलाल बागड़ी, रतन लाल, प्रशोत्तम जिन्दल, रमेश जिन्दल, नरेश जिन्दल, बबलू जिन्दल, ज्ञान चन्द, देसराज बाबा, रामसहाय शर्मा आदि उपस्थित थे।
जय श्री सिद्वेश्वरी महाकाली माता मन्दिर, जस्सी बागवाली में भी लालजी शास्त्री के सानिध्य में शिव परिवार की मूर्ति की स्थापना बड़ी धूमधाम से की गई।
पेट्रोल व डीजल का भंडारण करते रंगे हाथों पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए सिरसा पुलिस ने गांव बड़ागुढ़ा क्षेत्र से तीन लोगों को अवैध रूप से पेट्रोल व डीजल का भंडारण करते रंगे हाथों पकड़ा है। ये लोग गांव में मिनी पैट्रोल पम्प चला रहे थे। काबू किए गए तीनों आरोपियों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया है। सीआईए सिरसा पुलिस को गुप्ता सूचना मिली कि बड़ागुढ़ा क्षेत्र में रघुआना निवासी अशोक, कुलदीप व बड़ागुढ़ा का अर्जुन गांव में लोगों को अवैध रूप से डीजल व पैट्रोल बेचता है। गांववासियों को पैट्रोल व डीजल लेने के लिए शहर की ओर रूख न करना पड़े, इसके लिए तीनों ने भारी मात्रा में तेल का स्टॉक जमा कर रखा है। सूचना मिलते ही सीआईए स्टाफ के कर्मचारी हरकत में आ गए। एक टीम गठित कर बताए गए स्थान पर छापा मार गया। इस छापे में अर्जुन को 439 लीटर डीजल, 25 लीटर पैट्रोल के साथ पकड़ा गया जबकि अशोक के कब्जे से 20 लीटर पैट्रोल व कुलदीप के कब्जे से 60 लीटर डीजल व 40 लीटर पैट्रोल बरामद हुआ। तीनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) ओढ़ां पुलिस ने 60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके अदालत में पेश कर दिया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पैक्टर नरेंद्र सरदाना के साथ जीटी रोड़ पन्नीवाला मोटा के नजदीक एक ढाबे में छापा मारा और वहां पर एक ड्रम में रखा मिलावटी डीजल बरामद किया और डीजल सहित सुरेंद्र सिंह पुत्र धर्मबीर निवासी रोहिडांवाली को गिरफ्तार करके हेराफेरी एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) ओढ़ां पुलिस ने 60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके अदालत में पेश कर दिया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पैक्टर नरेंद्र सरदाना के साथ जीटी रोड़ पन्नीवाला मोटा के नजदीक एक ढाबे में छापा मारा और वहां पर एक ड्रम में रखा मिलावटी डीजल बरामद किया और डीजल सहित सुरेंद्र सिंह पुत्र धर्मबीर निवासी रोहिडांवाली को गिरफ्तार करके हेराफेरी एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
मुख्यमंत्री जाएंगे जनता चौपाल
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा 15 मार्च के बाद ''जनता चौपालÓÓ और ''कार्यकर्ता मिलनÓÓ नामक अनूठे जनसम्पर्क कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. विरेन्द्र ने बताया कि इन कार्यक्रमों के पीछे मुख्यमंत्री की यह सोच है कि कांग्रेस पार्टी की आम आदमी की भलाई की नीतियों पर चलते हुए प्रदेश के विकास में और अधिक तेजी लाना, स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना, लोगों की समस्याओं के तत्काल समाधान तंत्र को और अधिक मजबूत बनाना तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विकास प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जनता चौपाल के माध्यम से जन शिकायतों का निवारण करने और लोगों को न्याय प्रदान करने की गौरवशाली परम्परा वैदिक काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि चौपाल प्रजातंत्र का प्रतीक है। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि इसी परम्परा पर चलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री जनता चौपाल कार्यक्रम के प्रथम चरण में जिला मुख्यालयों पर विश्राम गृह में लोगों की शिकायतें सुनेंगे तथा जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। यह चौपाल जिला मुख्यालय पर सामान्यत: शनिवार और रविवार को आयोजित की जाएगी। जनता चौपाल में सम्बद्घ जिले की जनसम्पर्क एवं कष्टï निवारण समिति के प्रभारी मंत्री तथा जिले के सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। लोगों की शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जाएगा। किस जिले में किस दिन जनता चौपाल आयोजित होगी, इस सम्बन्ध में पूर्व सूचना दी जाएगी। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी असली ताकत मानते हैं क्योंकि वे सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में सम्बन्धित जिले के पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री रू-ब-रू होंगे। उनसे हर पहलू पर विचार-विमर्श करेंगे। विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लेंगे, कार्यकर्ताओं से सुझाव लेंगे और उनकी यदि कोई शिकायत है तो उसे भी दूर करेंगे। कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम सम्बन्धित जिले के कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. विरेन्द्र ने बताया कि इन कार्यक्रमों के पीछे मुख्यमंत्री की यह सोच है कि कांग्रेस पार्टी की आम आदमी की भलाई की नीतियों पर चलते हुए प्रदेश के विकास में और अधिक तेजी लाना, स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना, लोगों की समस्याओं के तत्काल समाधान तंत्र को और अधिक मजबूत बनाना तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विकास प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जनता चौपाल के माध्यम से जन शिकायतों का निवारण करने और लोगों को न्याय प्रदान करने की गौरवशाली परम्परा वैदिक काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि चौपाल प्रजातंत्र का प्रतीक है। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि इसी परम्परा पर चलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री जनता चौपाल कार्यक्रम के प्रथम चरण में जिला मुख्यालयों पर विश्राम गृह में लोगों की शिकायतें सुनेंगे तथा जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। यह चौपाल जिला मुख्यालय पर सामान्यत: शनिवार और रविवार को आयोजित की जाएगी। जनता चौपाल में सम्बद्घ जिले की जनसम्पर्क एवं कष्टï निवारण समिति के प्रभारी मंत्री तथा जिले के सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। लोगों की शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जाएगा। किस जिले में किस दिन जनता चौपाल आयोजित होगी, इस सम्बन्ध में पूर्व सूचना दी जाएगी। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी असली ताकत मानते हैं क्योंकि वे सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में सम्बन्धित जिले के पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री रू-ब-रू होंगे। उनसे हर पहलू पर विचार-विमर्श करेंगे। विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लेंगे, कार्यकर्ताओं से सुझाव लेंगे और उनकी यदि कोई शिकायत है तो उसे भी दूर करेंगे। कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम सम्बन्धित जिले के कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित किया जाएगा।
12 फ़रवरी 2010
नगरपालिका बैठक में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका की दो माह के बाद वीरवार को सम्पन्न हुई मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ। 465.89 लाख रूपये के खर्चे तथा 468.50 लाख रूपये की आय का बजट पारित किया गया।
नगरपालिका की इस मासिक बैठक की अध्यक्षता पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन ने की। बैठक में 19 में से 18 पार्षद हाजिर हुए। बैठक की कार्यवाही की सूचना देते हुए पालिका सचिव कृष्ण नागपाल ने बताया कि बैठक में 27 नक्शे प्रस्तुत हुए, जो पास कर दिये गये।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध कलोनियों को नियमित करने के लिए नक्शे बनाने हेतू सरकार ने हरसक कम्पनी को ठेका दिया था। लेकिन उसने नक्शे बनाकर आज तक प्रस्तुत नहीं किये, जिस पर नगरपालिका ने प्राईवेट आर्टिटेक्ट से नक्शे बनवाकर इन कलोनियों को नियमित करने का केस सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया है।
बैठक में कमर्शियल भवनों का हाऊस टैक्स के लिये नये सिरे से सर्वे करने का निर्णय लिया गया और अस्थाई तथा स्थाई अवैध कब्जे हटवाने के लिए पुलिस मदद के लिए उपमण्डलाधीश को लिखना भी तय किया गया। इस मौके पर फायर विक्टम केस में नगरपालिका द्वारा वकील की राशि 51 हजार 454 रूपये पारित की गई। शिव चौक के पास बनी पालिका चुंगी को नीलामी करके किराये पर देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में पटवार एसोसिएशन द्वारा तहसीलदार की मार्फत विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपालिका की पड़ी जमीन पर पटवानखाना बनाने के लिए किये गये आवेदन को हाऊस ने नामंजूर कर दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 5 हजार रूपये से अधिक जिनकी ओर हाऊस टैक्स बनता है, उन्हें 7 दिन का नोटिस दिया जाये। अगर वह राशि अदा नहीं की जाती तो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया जाये। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सफाई के लिए वार्ड कमेटियां गठित की जायें, जो अपने वार्डों में सफाई के सम्बन्ध में पालिका को रिपोर्ट देंगी।
इस बैठक में हाऊस ने एक मत से सफाई ठेका रद्द करने का प्रस्ताव भी पारित किया। सफाई को लेकर पार्षद बैठक में काफी समय तक हंगामा करते रहे और उसके बाद ही यह प्रस्ताव पारित हो सका। इस मौके पर यह भी निर्णय लिया गया कि आवश्यक भुगतान को छोड़कर नगरपालिका अन्य अदायगी कर्मचारियों को वेतन देने के बाद ही करेगी। जेई और भवन निरीक्षक के खाली पड़े पद को भरने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया। बिश्नोई समाज द्वारा रामबाग में समाज के शरीर छोड़ गये लोगो के शवों को दफनाने के लिए मांगी गई जगह के आवेदन पर एक प्रस्ताव पारित करके इस पर विचार के लिए रामबाग प्रबंधक कमेटी को यह प्रस्ताव भेज दिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्षद जगदीप सूर्या, विनोद बांसल, गुरजीत सिंह, टेक चन्द छाबड़ा ने बताया कि स्ट्रीट लाईट खरीदने के लिए बिना हाऊस की मंजूरी के 2 लाख रूपये की राशि का डाला गया प्रस्ताव मालूम होने पर रद्द कर दिया गया। इस मौके पर पार्षदों ने सवाल किया कि यह प्रस्ताव किसी की अनुमति से रजिस्टर में डाला गया है तो इस का जवाब न तो सचिव और न ही प्रधान दे सके। इस मामले को लेकर पार्षदों ने खूब हंगामा किया और साथ में कहा कि भविष्य में कोई भी प्रस्ताव हाऊस की अनुमति के बिना रजिस्टर में दर्ज न किया जाये और इसे तुरन्त रद्द किया जाये।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाईट निम्न स्तर की लगाई गई है और लगाते ही खराब हो गई हैं। यह स्ट्रीट लाईट अभी गारंटी में है और इसे तुरन्त बदलवाने के आदेश दिये जायें। श्री राम पार्क में अनियमिततायें होने का मामला भी जोर शोर से उठा। इस मौके पर पार्षदों ने कहा कि ठेके पर करवाये गये विकास कार्यो के बिल हाऊस में पास होने चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर करवाये गये कार्य में भी मिट्टी भर्ती, गली सीसी बनाने आदि में जो अनियमिततायें हुई हैँ उनकी सतर्कता विभाग से जांच करवाई जाये।
बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी पालिका के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह का वेतन आज तक नहीं दिया गया। काफी देर तक कर्मचारी नारे बाजी करते रहे और उन्हें सचिव नगरपालिका ने 15 दिन के भीतर दो माह का वेतन देने का विश्वास दिलाया और तब वे शांत हुए।
नगरपालिका की इस मासिक बैठक की अध्यक्षता पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन ने की। बैठक में 19 में से 18 पार्षद हाजिर हुए। बैठक की कार्यवाही की सूचना देते हुए पालिका सचिव कृष्ण नागपाल ने बताया कि बैठक में 27 नक्शे प्रस्तुत हुए, जो पास कर दिये गये।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध कलोनियों को नियमित करने के लिए नक्शे बनाने हेतू सरकार ने हरसक कम्पनी को ठेका दिया था। लेकिन उसने नक्शे बनाकर आज तक प्रस्तुत नहीं किये, जिस पर नगरपालिका ने प्राईवेट आर्टिटेक्ट से नक्शे बनवाकर इन कलोनियों को नियमित करने का केस सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया है।
बैठक में कमर्शियल भवनों का हाऊस टैक्स के लिये नये सिरे से सर्वे करने का निर्णय लिया गया और अस्थाई तथा स्थाई अवैध कब्जे हटवाने के लिए पुलिस मदद के लिए उपमण्डलाधीश को लिखना भी तय किया गया। इस मौके पर फायर विक्टम केस में नगरपालिका द्वारा वकील की राशि 51 हजार 454 रूपये पारित की गई। शिव चौक के पास बनी पालिका चुंगी को नीलामी करके किराये पर देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में पटवार एसोसिएशन द्वारा तहसीलदार की मार्फत विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपालिका की पड़ी जमीन पर पटवानखाना बनाने के लिए किये गये आवेदन को हाऊस ने नामंजूर कर दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 5 हजार रूपये से अधिक जिनकी ओर हाऊस टैक्स बनता है, उन्हें 7 दिन का नोटिस दिया जाये। अगर वह राशि अदा नहीं की जाती तो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया जाये। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सफाई के लिए वार्ड कमेटियां गठित की जायें, जो अपने वार्डों में सफाई के सम्बन्ध में पालिका को रिपोर्ट देंगी।
इस बैठक में हाऊस ने एक मत से सफाई ठेका रद्द करने का प्रस्ताव भी पारित किया। सफाई को लेकर पार्षद बैठक में काफी समय तक हंगामा करते रहे और उसके बाद ही यह प्रस्ताव पारित हो सका। इस मौके पर यह भी निर्णय लिया गया कि आवश्यक भुगतान को छोड़कर नगरपालिका अन्य अदायगी कर्मचारियों को वेतन देने के बाद ही करेगी। जेई और भवन निरीक्षक के खाली पड़े पद को भरने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया। बिश्नोई समाज द्वारा रामबाग में समाज के शरीर छोड़ गये लोगो के शवों को दफनाने के लिए मांगी गई जगह के आवेदन पर एक प्रस्ताव पारित करके इस पर विचार के लिए रामबाग प्रबंधक कमेटी को यह प्रस्ताव भेज दिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्षद जगदीप सूर्या, विनोद बांसल, गुरजीत सिंह, टेक चन्द छाबड़ा ने बताया कि स्ट्रीट लाईट खरीदने के लिए बिना हाऊस की मंजूरी के 2 लाख रूपये की राशि का डाला गया प्रस्ताव मालूम होने पर रद्द कर दिया गया। इस मौके पर पार्षदों ने सवाल किया कि यह प्रस्ताव किसी की अनुमति से रजिस्टर में डाला गया है तो इस का जवाब न तो सचिव और न ही प्रधान दे सके। इस मामले को लेकर पार्षदों ने खूब हंगामा किया और साथ में कहा कि भविष्य में कोई भी प्रस्ताव हाऊस की अनुमति के बिना रजिस्टर में दर्ज न किया जाये और इसे तुरन्त रद्द किया जाये।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाईट निम्न स्तर की लगाई गई है और लगाते ही खराब हो गई हैं। यह स्ट्रीट लाईट अभी गारंटी में है और इसे तुरन्त बदलवाने के आदेश दिये जायें। श्री राम पार्क में अनियमिततायें होने का मामला भी जोर शोर से उठा। इस मौके पर पार्षदों ने कहा कि ठेके पर करवाये गये विकास कार्यो के बिल हाऊस में पास होने चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर करवाये गये कार्य में भी मिट्टी भर्ती, गली सीसी बनाने आदि में जो अनियमिततायें हुई हैँ उनकी सतर्कता विभाग से जांच करवाई जाये।
बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी पालिका के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह का वेतन आज तक नहीं दिया गया। काफी देर तक कर्मचारी नारे बाजी करते रहे और उन्हें सचिव नगरपालिका ने 15 दिन के भीतर दो माह का वेतन देने का विश्वास दिलाया और तब वे शांत हुए।
पिस्तौल के बल पर नकदी व मोबाइल छीना
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव टप्पी व पिपली के मध्य कुछ लुटेरे पिस्तौल के बल पर एक व्यक्ति से नकदी व मोबाइल छीनकर फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ लूटखसूट व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।
गांव टप्पी निवासी अमनदीप कुमार उर्फ दीपा पुत्र तरसेम लाल जो कि गांव जगमालवाली में मोबाइल की दुकान करता है गत रात्रि जब मोटरसाइकिल पर अपने गांव आ रहा था तो उसने देखा कि गांव टप्पी व पिपली के मध्य ईंट भ_े के पास एक मारूति जैन कार खड़ी थी और उसके पास खड़े एक व्यक्ति ने हाथ देकर उसे रोक लिया। इतने में ही कार से तीन व्यक्ति और उतर आए तथा एक कार में ही बैठा रहा।
उन्होंने पिस्तौल दिखाकर अमनदीप से कहा कि जो कुछ है दे दो। अमनदीप ने डर के मारे 8 हजार रुपए की नकदी व नोकिया का मोबाइल उनके हवाले कर दिया जिसे लेकर वे फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अमनदीप के बयान पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि अमनदीप के बताए गए हुलिए के अनुसार लुटेरों के स्कैच तैयार किए जा रहे हैं जिनके आधार पर उन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा।
गांव टप्पी निवासी अमनदीप कुमार उर्फ दीपा पुत्र तरसेम लाल जो कि गांव जगमालवाली में मोबाइल की दुकान करता है गत रात्रि जब मोटरसाइकिल पर अपने गांव आ रहा था तो उसने देखा कि गांव टप्पी व पिपली के मध्य ईंट भ_े के पास एक मारूति जैन कार खड़ी थी और उसके पास खड़े एक व्यक्ति ने हाथ देकर उसे रोक लिया। इतने में ही कार से तीन व्यक्ति और उतर आए तथा एक कार में ही बैठा रहा।
उन्होंने पिस्तौल दिखाकर अमनदीप से कहा कि जो कुछ है दे दो। अमनदीप ने डर के मारे 8 हजार रुपए की नकदी व नोकिया का मोबाइल उनके हवाले कर दिया जिसे लेकर वे फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अमनदीप के बयान पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि अमनदीप के बताए गए हुलिए के अनुसार लुटेरों के स्कैच तैयार किए जा रहे हैं जिनके आधार पर उन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा।
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