04 दिसंबर 2014

क्षमा भाव से क्रोध पर विजय पाई जा सकती है-साध्वी अर्पिता

डबवाली (लहू की लौ) जैन साध्वी अर्पिता ने कहा कि समस्त झगड़ों की जड़ क्रोध है। क्षमाभाव  से क्रोध पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
वे मंगलवार को जैन स्थानिक में उपस्थित श्रद्धालुओं को क्रोध पर नियंत्रण पाने की कला बता रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हर व्यक्ति गृहस्थ जीवन में दु:खी है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण व्यक्ति का छोटी-छोटी बातों पर शीघ्र क्रोधित हो जाना है। उनके अनुसार क्रोध का प्रभाव हमारे शरीर और आत्मा दोनों पर होता है। यहीं कारण है कि आज बीपी और ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारियों से लोग ग्रस्त हैं।
जैन साध्वी ने कहा कि क्रोध प्रीति का नाश करने वाला है। जैन आगमों में क्रोध पर बड़े विस्तार से चर्चा की गई है। क्रोध व्यक्ति के जन्मों की परम्परा को बढ़ाने वाला है। क्रोध पर विजय पानी है तो क्षमाभाव को अपनाना होगा।

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