30 नवंबर 2014

शहर को एसडीएम सतीश की जरूरत, जांच करवाये सरकार

एनजीओ ने की तबादला रोकने की मांग, ई-मेल के जरिये भेजे पत्र

डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सतीश कुमार के तबादले पर रोक लगाने के लिये एनजीओ सक्रिय हो गये हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित देश के प्रधानमंत्री को ई-मेल करके एसडीएम की डबवाली में पुन: बहाली की मांग की है। एनजीओ ने सरकार से सवाल करते हुये कहा है कि पिछले 48 वर्षों में किसी भी सरकार ने डबवाली की सुध नहीं ली। जब एक प्रशासनिक अधिकारी ने अपने कार्यक्षेत्र की सीमाएं लांघते हुये 16 से 17 घंटे जनता के हित में कार्य किया, क्या उनका तबादला जायज है?
शनिवार को एनजीओ की ओर से वियोगी हरि शर्मा, सतीश जग्गा ने एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि वे एसडीएम सतीश कुमार का तबादला किये जाने पर सरकार के खिलाफ नहीं है। लेकिन एसडीएम सतीश कुमार शहर डबवाली की जरूरत हैं। पिछले कुछ समय में जिस तरह से उनके प्रयासों से शहर की व्यवस्था बदली है, वह कायम रखने के लिये कुछ समय के लिये उनका डबवाली में बने रहना जरूरी है। सरकार प्रशासनिक स्तर पर इसकी जांच करवाकर पता लगा सकती है।
शो मस्ट गो ऑन
एनजीओ प्रतिनिधियों ने घोषणा की कि शो ऑन रहेगा, पर्दा नहीं गिरने देंगे। उन्होंने कहा कि एनजीओ मिलकर शहर की व्यवस्था को कायम रखने में योगदान देंगे। बस उनकी यही मांग है कि एसडीएम सतीश कुमार शहर की नब्ज को समझ चुके हैं, उनके लिये व्यवस्था को कायम रखना मुश्किल नहीं है। नये वाले एसडीएम को समझने में समय लगेगा, ऐसे में लोगों को वहीं पुरानी आदत हो जायेगी।
बच्चों के भविष्य का ख्याल करे सरकार
एनजीओ ने कहा कि सरकार को किसी भी सरकारी मुलाजिम का तबादला ऐसे समय में नहीं करना चाहिये, जब उनके बच्चों की परीक्षाएं सिर पर हों। मार्च के बाद ही तबादले होने चाहिये। इस मौके पर सतपाल जग्गा, मुकेश कामरा, वेदप्रकाश भारती, नरेश शर्मा, केशव शर्मा, आत्मा राम अरोड़ा उपस्थित थे।

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