11 सितंबर 2009

बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार

अम्बाला (लहू की लौ) अम्बाला जिला प्रशासन, बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है और बाढ सम्बन्धी सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिये पहले से ही नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं। इन नियंत्रण कक्षों पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात किये गये हैं जो अधिक पानी होने की स्थिति में तुरंत ब्लाक, तहसील, उपमंडल और जिला स्तर पर गठित किये गये नियंत्रण कक्षों को सूचित करेगें। जिला उपायुक्त श्री समीर पाल सरो ने सिंचाई, जनस्वास्थ्य, राजस्व और स्थानीय निकाय के अधिकारियों के साथ जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण पानी की स्थिति का जायजा लिया और कहा कि अभी तक जिला में बाढ जैसी कोई स्थिति नही है। जिला प्रशासन घग्गर, टांगरी और सतलुज-यमुना लिंक नहर में चल रहे पानी के जल स्तर पर भी निरंतर निगरानी रखे हुए है ताकि अधिक पानी आने की स्थिति में तुरंत आवश्यक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि हर वर्ष नग्गल ऐरिया में नहर टूटने के कारण होने वाले नुकसान से बचने के लिये जिला प्रशासन द्वारा विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत सतलुज-यमुना लिंक नहर की पंजाब सीमा के 0 बिन्दु से जनसुई हैड तक प्रत्येक आधे किलोमीटर पर रेत से भरे हुए एक हजार से 1500 थैले रखे गये हैं और इन स्थानों पर पत्थर इत्यादि का प्रबन्ध भी पहले से किया गया है। उन्होने कहा कि 11 किलोमीटर क्षेत्र में दो टै्रक्टर-ट्राली और प्रत्येक टै्रक्टर-ट्राली के साथ पांच व्यक्तियों को तैनात किया है ताकि जैसे ही किसी स्थान पर पानी के रिसाव की सूचना मिले तो तुरंत रेत और पत्थर उस स्थान तक पहुंचाया जा सके। उन्होने सिंचाई, जनस्वास्थ्य एवं स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह पानी भराव वाले स्थानों पर पानी निकासी के लिये लगाये गये पम्पों को निरंतर चालू रखें और जहां अतिरिक्त पम्प लगाने की आवश्कता है उसका भी तुरंत प्रबन्ध करें। उन्होने कहा कि सतलुज-यमुना लिंक नहर पर पहली बार इलैक्ट्रिक गेट लगाये गये हैं ताकि पंजाब की ओर से अधिक पानी आने की स्थिति में इन गेटों को तुरंत उठाकर फालतू पानी को आगे निकाला जा सके और नहर टूटने के कारण नग्गल ऐरिया में आने वाली बाढ से बचा जा सके। उन्होने बताया कि जिला मुख्यालय पर जिला राजस्व अधिकारी के कार्यालय में मुख्य नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है और यह नियंत्रण कक्ष राजस्व अधिकारी की देखरेख में कार्य कर रहा है। इस नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 0171-2530401 तथा 2631599 है। इसी प्रकार उपमंडल अम्बाला स्तर पर स्थापित किये गये नियंत्रण कक्ष पर बाढ सम्बन्धित सूचना दूरभाष नम्बर 0171-2530350 पर तथा तहसील स्तर के नियंंत्रण कक्ष में मोबाईल नम्बर 92153-89242 पर दी जा सकती है। नारायणगढ क्षेत्र से सम्बन्धित ऐसी कोई भी सूचना उपमंडल स्तर के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01734-284008 पर तथा तहसील कार्यालय नारायणगढ के दूरभाष नम्बर 01734-284002 पर दी जा सकती है। बराड़ा क्षेत्र के लिये उपमंडल स्तर के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01731-286711 अथवा तहसील कार्यालय बराड़ा के दूरभाष नम्बर 01731-283271 पर दी जा सकती है। श्री सरो ने बताया कि सभी खण्ड मुख्यालयों पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं। उन्होने बताया कि अम्बाला प्रथम विकास खण्ड से सम्बन्धित बाढ सम्बन्धी सूचना दूरभाष नम्बर 0171-2530550 अथवा मोबाईल नम्बर 9215389288 पर, अम्बाला द्वितीय विकास खण्ड से सम्बन्धित सूचना मोबाईल नम्बर 9215389289 पर, बराड़ा से सम्बन्धित सूचना 01731-283021 तथा मोबाईल नम्बर 9215389287, नारायणगढ से सम्बन्धित सूचना 01734-284022, शहजादपुर के लिये मोबाईल नम्बर 9215389293 तथा साहा से सम्बन्धित सूचना दूरभाष नम्बर 9215389290 पर दी जा सकती है। उन्न्होने जिला की जनता से भी अनुरोध किया कि अधिक वर्षा की इस स्थिति में वह संयम बनाये रखें और प्रशासन को अपना पूर्ण सहयोग दें। उन्होने यह भी कहा कि किसी भी क्षेत्र में अधिक पानी आने की स्थिति में तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें और नालियों व नालों में पोलिथीन, कुडा-कर्कट व गोबर इत्यादि न डालें क्योंकि पानी निकासी के नाले बाधित होने के कारण भी जल भराव की समस्या उत्पन्न होती है।

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