11 सितंबर 2009

पर्यवेक्षकों के समाने कांग्रेसियों में धक्का-मुक्की

सिरसा (लहू की लौ) कांग्रेस की टिकट के सही उम्मीदवार की तलाश में आए पार्टी के पर्यवेक्षकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कांग्रेस भवन में टिकटार्थियों और उनके समर्थकों के भारी हंगामें के कारण व्यवस्था बिगड़ गई और दिनभर तनाव की स्थिति बनी रही। गोल डिग्गी पर जाम लगा रहा और यातायात को नियंत्रित करने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। बरसात ने भी टिकटार्थियों और व्यवस्थापकों के प्रयासों में खूब विघन पैदा किया। आज कांग्रेस पार्टी के दो पर्यवेक्षक राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पवन गोदारा और पंजाब कांग्रेस के महासचिव कुलदीप नंदा के पहुंचते ही कांग्रेस भवन जनसैलाब में डूब गया तथा लोगों ने कांग्रेस के साथ-साथ अपने दावेदारों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। पर्यवेक्षकों ने सबसे पहले पत्रकारों से बात की और बाद में उम्मीदवरों को आमंत्रित किया। इस बीच जो हंगामा हुआ उसे देखकर पर्यवेक्षक भयभीत हो गए और सुरक्षा कर्मियों को कई बार लोगों से दो-चार होना पड़ा। हालात इतने खराब होते चले गए कि लोग एक-दूसरे के ऊपर से होकर आगे निकलने की होड़ करते रहे। हंगामे के कारण व्यवस्था चरमरा गई और शहरवासियों को इसका शिकार होना पड़ा। कांगे्रस भवन के आसपास वाहनों का जमघट परशुराम चौक तक पहुंच गया और यह रास्ता पूरी तरह जाम हो गया। एक-एक हल्के से 20-20 दावेदार अपने समर्थकों के साथ आए तथा एक-दूसरे से उलझते रहे। हालात बिगड़ते देखकर पर्यवेक्षकों को कांग्रेस भवन के ऊपरी तल पर बैठाया गया। इसके बावजूद हंगामा कम नहीं हुआ।

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