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Lahoo Ki Lau
20 जून 2020
19 जून 2020
37 एचपीएस अधिकारियों के स्थानांतरण
चंडीगढ़( लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से 37 एचपीएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए हैं।
- ऐलनाबाद, सिरसा के डीएसपी जगदीश कुमार को द्वितिय बटालियन, एचएपी, मधुबन का डीएसपी लगाया गया है।
- नरवाना के डीएसपी जगत सिंह को ऐलनाबाद, सिरसा का डीएसपी लगाया गया है।
- जींद के डीएसपी चन्द्रपाल को फिरोजपुर झिरका, नूंह का डीएसपी लगाया गया है।
- राज्य अपराध शाखा के डीएसपी गुरमेल सिंह को पिहोवा, कुरुक्षेत्र का डीएसपी लगाया गया है।
- फिरोजपुर झिरका, नूंह के डीएसपी विरेंद्र सिंह दलाल को राज्य सतर्कता ब्यूरो का डीएसपी लगाया गया है।
- कैथल के डीएसपी बलजिंद्र सिंह को चौथी बटालियन, एचएपी, मधुबन का डीएसपी लगाया गया है।
- उचाना, जींद के डीएसपी दलीप सिंह को कैथल का डीएसपी लगाया गया है।
- राज्य अपराध शाखा के डीएसपी आत्मा राम को शाहबाद, कुरुक्षेत्र का डीएसपी लगाया गया है।
- शाहबाद, कुरुक्षेत्र के डीएसपी सुरेंद्र सिंह को तावडू, नूंह का डीएसपी लगाया गया है।
- झज्जर के डीएसपी शमशेर सिंह को यमुनानगर का डीएसपी लगाया गया है।
- यमुनानगर के डीएसपी प्रदीप कुमार को होम गार्ड हरियाणा का डीएसपी लगाया गया है।
- राज्य सतर्कता ब्यूरो के डीएसपी ताहिर हुसैन को नरवाना, जींद का डीएसपी लगाया गया है।
- थानेसर, कुरुक्षेत्र के डीएसपी जितेंद्र सिंह को कैथल का डीएसपी लगाया गया है।
- हरियाणा पावर युटिलीटिज (एचपीयू) के डीएसपी संजीव कुमार को गुरुग्राम का एसीपी लगाया गया है।
- गुरुग्राम के एसीपी अखिल कुमार को आरटीसी, भौंडसी का डीएसपी लगाया गया है।
- टोहाना, फतेहाबाद के डीएसपी उमेद सिंह को राज्य अपराध शाखा का डीएसपी लगाया गया है।
- नूंह मुख्यालय के डीएसपी अनिल कुमार को डीएसपी, पलवल मुख्यालय लगाया गया है।
- पलवल के डीएसपी सुनील कुमार को आईआरबी प्रथम बटालियन, भौंडसी का डीएसपी लगाया गया है।
- तिगांव, फरीदाबाद के एसीपी भगत राम को नारनौंद, हांसी का डीएसपी लगाया गया है।
- पंचकूला के एसीपी विजय देसवाल को कनीना, महेंद्रगढ़ का डीएसपी लगाया गया है।
- हरियाणा पावर युटिलीटिज (एचपीयू) के डीएसपी राजेंद्र सिंह को जगाधरी का डीएसपी लगाया गया है।
- यमुनानगर के डीएसपी सुधीर तनेजा को नूंह का डीएसपी लगाया गया है।
- महेंद्रगढ़ के डीएसपी रणधीर सिंह को रादौर, यमुनानगर का डीएसपी लगाया गया है।
- रादौर, यमुनानगर के डीएसपी कुशल पाल सिंह को महेंद्रगढ़ का डीएसपी लगाया गया है।
- बहादुरगढ़, झज्जर के डीएसपी अजेब सिंह को फतेहाबाद का डीएसपी लगाया गया है।
- कुरुक्षेत्र के डीएसपी भारत भूषण को लाडवा, कुरुक्षेत्र का डीएसपी लगाया गया है।
- प्रथम बटालियन, एचएपी, अंबाला सिटी की डीएसपी तान्या सिंह को होम गार्ड हरियाणा का डीएसपी लगाया गया है।
- कुरुक्षेत्र के डीएसपी अजय कुमार को एचपीए, मधुबन का डीएसपी लगाया गया है।
- एचपीए, मधुबन के डीएसपी पवन कुमार को बहादुरगढ़, झज्जर का डीएसपी लगाया गया है।
- सोनीपत के डीएसपी हरिंद्र सिंह को एचपीए, मधुबन का डीएसपी लगाया गया है।
- सोहना, गुरुग्राम के डीएसपी अभिमन्यु लोहान को हिसार का डीएसपी लगाया गया है।
- गुरुग्राम के एसीपी संदीप मलिक को सोहना, गुरुग्राम का एसीपी लगाया गया है।
- हिसार के डीएसपी जोगिंद्र शर्मा, फरीदाबाद के एसीपी गजेंद्र सिंह, हरियाणा मानवाधिकार आयोग के डीएसपी बलजीत सिंह, जींद के डीएसपी कप्तान सिंह और हरियाणा पावर युटिलीटिज (एचपीयू) के डीएसपी जितेश मलहोत्रा के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश रद्द कर दिए गए हैं और वे अपने स्टेशन पर ही कार्यरत रहेंगे।
मृत पशुओं के निस्तारण के लिए आगे आई हरियाणा सरकार, जिला स्तर पर बनाएगी बिजली संचालित भट्ठियां
राजस्थान की तर्ज पर हरियाणा में लागू होगा प्रॉजेक्ट, विकास एवं पंचायत विभाग के मुख्य सचिव ने जारी किए आदेश
डबवाली निवासी विनोद बांसल ने 8 मई 2020 को मुख्यमंत्री के आगे उठाया था मुद्दा, सरकार ने उनके सुझाव पर कार्य शुरु किया
डबवाली (लहू की लौ) मृत गौधन के निस्तारण के लिए हरियाणा में जिला स्तर पर बिजली से परिचालन होने वाली भट्ठियां लगाई जाएंगी। वाहनों के जरिए मृत पशुओं को भट्ठियां तक लेजाया जाएगा। यह कार्य जिला परिषद के तहत होगा। सूचना के लिए मोबाइल या फिर लैंडलाइन नंबर सार्वजनिक होगा। ताकि लोग मृत पशुओं के बारे में सूचित कर सकें। विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा के मुख्य सचिव ने उपरोक्त योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिला परिषद के सीइओ को आदेश जारी कर दिए हैं। पड़ौसी सूबे राजस्थान की तर्ज पर शुरु होने वाले इस प्रॉजेक्ट से प्रदेश की गौशाला या नंदीशाला को सीधा लाभ होगा। चूंकि मृत पशुओं का निस्तारण इनके लिए सबसे बड़ी समस्या है।
सीएम ने किया समस्या का समाधान
8 मई 2020 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीसी के जरिए गौशाला तथा नंदीशाला प्रबंधकों के साथ बैठक की थी। डबवाली नंदीशाला के अध्यक्ष विनोद बांसल ने मृत पशुओं के निस्तारण के लिए आ रही समस्या उठाई थी। सरकार को सुझाव दिया था कि उपमंडल स्तर पर बिजली या गैस से परिचालन होने वाली भट्ठियां लगाई जाएं। प्रत्येक उपमंडल पर दो वाहन उपलब्ध करवाए जाएं, ताकि मृत गौधन को भट्ठी तक पहुंचाया जा सकें। जिस पर सीएम ने सकारात्मक रवैया अपनाया था।
इस संबंध में विचार करने का भरोसा दिलाया था। बांसल के सुझाव पर अमल करते हुए हरियाणा सरकार ने यह व्यवस्था जिला परिषद के जरिए जिला मुख्यालयों पर लागू करने के आदेश पारित कर दिए हैं।
8 से 10 करोड़ होंगे खर्च
राजस्थान के जोधपुर तथा जयपुर में बने प्रॉजेक्ट का अध्ययन करने के बाद सरकार को सुझाव देने वाले विनोद बांसल ने बताया कि बिजली संचालित भट्ठियों के लिए 3 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। 60 गुणा 220 फीट के तीन शैड के साथ-साथ बिजली, पानी का प्रबंध करना होता है। पूरे प्रॉजेक्ट पर करीब 8 से 10 करोड़ रुपये का खर्च आता है। अगर इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीटी) पर शुरु किया जाए तो यह प्रॉजेक्ट बहुत अच्छा चल सकता है। एक समय में करीब 75 से 100 पशुओं का निस्तारण हो सकता है।
साइंटिफिक है भट्ठियों से निस्तारण
सरकार को सुझाव इसलिए पसंद आया कि इसके पीछे साइंटिफिक वजह है। बताया जाता है कि भट्ठियों में लेजाकर पशु की खाल उतारी जाएगी। ऑटोमेटिक कटर से शरीर कटने के बाद बॉयलर में लेजाया जाएगा। जलने के बाद बोन मेटीरियल फिश या मुर्गी फीड बनाने में काम आएगा। बताया जाता है कि फिश या मुर्गी फीड बनाने वाली कई कंपनियां इस प्रॉजेक्ट में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
गौवंश गौशाला सेवा संघ ने सराहा
गौशाला हो या फिर नंदीशाला गर्मी या सर्दी के प्रभाव से पशुओं की मौत होना स्वाभाविक है। हर रोज काफी पशुओं की मौत हो जाती है। हम सरकार से लगातार इसके निस्तारण की मांग कर रहे थे। चूंकि प्रदूषण के कारण शहर या फिर गांव में हड्डारोडी खत्म हो रही हैं। सरकार ने निस्तारण का प्रॉजेक्ट बनाया है, वो बहुत अच्छा है। सरकार को बिना देरी प्रॉजेक्ट पर कार्य शुरु कर देना चाहिए।
-योगेश बिश्नोई, वरिष्ठ उपप्रधान गौवंश गौशाला सेवा संघ हरियाणा
डबवाली निवासी विनोद बांसल ने 8 मई 2020 को मुख्यमंत्री के आगे उठाया था मुद्दा, सरकार ने उनके सुझाव पर कार्य शुरु किया
डबवाली (लहू की लौ) मृत गौधन के निस्तारण के लिए हरियाणा में जिला स्तर पर बिजली से परिचालन होने वाली भट्ठियां लगाई जाएंगी। वाहनों के जरिए मृत पशुओं को भट्ठियां तक लेजाया जाएगा। यह कार्य जिला परिषद के तहत होगा। सूचना के लिए मोबाइल या फिर लैंडलाइन नंबर सार्वजनिक होगा। ताकि लोग मृत पशुओं के बारे में सूचित कर सकें। विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा के मुख्य सचिव ने उपरोक्त योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिला परिषद के सीइओ को आदेश जारी कर दिए हैं। पड़ौसी सूबे राजस्थान की तर्ज पर शुरु होने वाले इस प्रॉजेक्ट से प्रदेश की गौशाला या नंदीशाला को सीधा लाभ होगा। चूंकि मृत पशुओं का निस्तारण इनके लिए सबसे बड़ी समस्या है।
सीएम ने किया समस्या का समाधान
8 मई 2020 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीसी के जरिए गौशाला तथा नंदीशाला प्रबंधकों के साथ बैठक की थी। डबवाली नंदीशाला के अध्यक्ष विनोद बांसल ने मृत पशुओं के निस्तारण के लिए आ रही समस्या उठाई थी। सरकार को सुझाव दिया था कि उपमंडल स्तर पर बिजली या गैस से परिचालन होने वाली भट्ठियां लगाई जाएं। प्रत्येक उपमंडल पर दो वाहन उपलब्ध करवाए जाएं, ताकि मृत गौधन को भट्ठी तक पहुंचाया जा सकें। जिस पर सीएम ने सकारात्मक रवैया अपनाया था।
इस संबंध में विचार करने का भरोसा दिलाया था। बांसल के सुझाव पर अमल करते हुए हरियाणा सरकार ने यह व्यवस्था जिला परिषद के जरिए जिला मुख्यालयों पर लागू करने के आदेश पारित कर दिए हैं।
8 से 10 करोड़ होंगे खर्च
राजस्थान के जोधपुर तथा जयपुर में बने प्रॉजेक्ट का अध्ययन करने के बाद सरकार को सुझाव देने वाले विनोद बांसल ने बताया कि बिजली संचालित भट्ठियों के लिए 3 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। 60 गुणा 220 फीट के तीन शैड के साथ-साथ बिजली, पानी का प्रबंध करना होता है। पूरे प्रॉजेक्ट पर करीब 8 से 10 करोड़ रुपये का खर्च आता है। अगर इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीटी) पर शुरु किया जाए तो यह प्रॉजेक्ट बहुत अच्छा चल सकता है। एक समय में करीब 75 से 100 पशुओं का निस्तारण हो सकता है।
साइंटिफिक है भट्ठियों से निस्तारण
सरकार को सुझाव इसलिए पसंद आया कि इसके पीछे साइंटिफिक वजह है। बताया जाता है कि भट्ठियों में लेजाकर पशु की खाल उतारी जाएगी। ऑटोमेटिक कटर से शरीर कटने के बाद बॉयलर में लेजाया जाएगा। जलने के बाद बोन मेटीरियल फिश या मुर्गी फीड बनाने में काम आएगा। बताया जाता है कि फिश या मुर्गी फीड बनाने वाली कई कंपनियां इस प्रॉजेक्ट में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
गौवंश गौशाला सेवा संघ ने सराहा
गौशाला हो या फिर नंदीशाला गर्मी या सर्दी के प्रभाव से पशुओं की मौत होना स्वाभाविक है। हर रोज काफी पशुओं की मौत हो जाती है। हम सरकार से लगातार इसके निस्तारण की मांग कर रहे थे। चूंकि प्रदूषण के कारण शहर या फिर गांव में हड्डारोडी खत्म हो रही हैं। सरकार ने निस्तारण का प्रॉजेक्ट बनाया है, वो बहुत अच्छा है। सरकार को बिना देरी प्रॉजेक्ट पर कार्य शुरु कर देना चाहिए।
-योगेश बिश्नोई, वरिष्ठ उपप्रधान गौवंश गौशाला सेवा संघ हरियाणा
पेयजल किल्लत से जूझ रहे लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग का कार्यालय घेरा, प्रदर्शन
बोले-15 दिन से शमशान घाट, शनि मंदिर या फिर रेलवे फाटक से पानी लाकर बुझा रहे हैं प्यास
एसडीओ बोले-जेई बदलने से समस्या गहराई, जल्द कर देंगे समाधान
डबवाली (लहू की लौ) बृहस्पतिवार को वार्ड नं. 4 की गली बिन्दिया महंत वाली के निवासियों ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय का घेराव कर लिया। पेयजल आपूर्ति न होने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिला, पुरुषों के अलावा थर्ड जेंडर शामिल थे।
प्रदर्शनकारी जयचंद, मूर्ति देवी, कमलेश, भतेरी देवी, वीरपाल, बिमला, तारा चंद तथा सीता महंत ने बताया कि उनकी गली में 100 से ज्यादा घर हैं। पिछले करीब 15 दिनों से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही। वे जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कई बार मौखिक शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। वे दैनिक जरुरतों के साथ-साथ प्यास बुझाने के लिए शमशान घाट, शनि मंदिर, रेलवे फाटक या फिर गली में लगे सबमर्सिबल पंप से पानी भरने को मजबूर हैं। मजबूरीवश वे प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं। कार्यकारी अभियंता, उपमंडल अभियंता तथा कनिष्ठ अभियंता कोई भी नहीं है।
कनिष्ठ अभियंता ने फोन पर आश्वासन दिया है कि वे जल्द समस्या का समाधान कर देंगे। प्रदर्शनकारियों ने तपती दोपहर में करीब आधा घंटा तक बवाल काटा। मोबाइल पर अधिकारियों का आश्वासन पाकर वे चले गए।
मैं कार्यकारी अभियंता के साथ साइट निरीक्षण पर गया हुआ था। तभी पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर लोग कार्यालय पहुंचे थे। जेई की अंबाला ट्रांसफर हो गई है, उनकी जगह दूसरे जेई ने चार्ज लिया है। मैं भी नया हूं। हमारे सामने पहली बार शिकायत आई है। फीटर को मौका पर भेजकर समस्या का पता लगाने का प्रयास किया गया है। कल पेयजल आपूर्ति के समय कारण जाना जाएगा। समस्या का समाधान जल्द होगा।
-एसडीओ सूरज प्रकाश जैन, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली
एसडीओ बोले-जेई बदलने से समस्या गहराई, जल्द कर देंगे समाधान
डबवाली (लहू की लौ) बृहस्पतिवार को वार्ड नं. 4 की गली बिन्दिया महंत वाली के निवासियों ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय का घेराव कर लिया। पेयजल आपूर्ति न होने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में महिला, पुरुषों के अलावा थर्ड जेंडर शामिल थे।
प्रदर्शनकारी जयचंद, मूर्ति देवी, कमलेश, भतेरी देवी, वीरपाल, बिमला, तारा चंद तथा सीता महंत ने बताया कि उनकी गली में 100 से ज्यादा घर हैं। पिछले करीब 15 दिनों से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही। वे जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को कई बार मौखिक शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। वे दैनिक जरुरतों के साथ-साथ प्यास बुझाने के लिए शमशान घाट, शनि मंदिर, रेलवे फाटक या फिर गली में लगे सबमर्सिबल पंप से पानी भरने को मजबूर हैं। मजबूरीवश वे प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं। कार्यकारी अभियंता, उपमंडल अभियंता तथा कनिष्ठ अभियंता कोई भी नहीं है।
कनिष्ठ अभियंता ने फोन पर आश्वासन दिया है कि वे जल्द समस्या का समाधान कर देंगे। प्रदर्शनकारियों ने तपती दोपहर में करीब आधा घंटा तक बवाल काटा। मोबाइल पर अधिकारियों का आश्वासन पाकर वे चले गए।
मैं कार्यकारी अभियंता के साथ साइट निरीक्षण पर गया हुआ था। तभी पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर लोग कार्यालय पहुंचे थे। जेई की अंबाला ट्रांसफर हो गई है, उनकी जगह दूसरे जेई ने चार्ज लिया है। मैं भी नया हूं। हमारे सामने पहली बार शिकायत आई है। फीटर को मौका पर भेजकर समस्या का पता लगाने का प्रयास किया गया है। कल पेयजल आपूर्ति के समय कारण जाना जाएगा। समस्या का समाधान जल्द होगा।
-एसडीओ सूरज प्रकाश जैन, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली
देवर की संदिग्ध मौत को भाभी ने बताया हत्या, चार युवकों पर आरोप
14 जून को इंदिरा नगर में हुई थी कुलविंद्र सिंह की संदिग्ध मौत, पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की थी
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के इंदिरा नगर में रहने वाली एक महिला ने हरियाणा पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत करके देवर की संदिग्ध मौत को हत्या बताया है। महिला ने चार युवकों पर आरोप लगाते हुए मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है। इधर पुलिस का कहना है कि विसरे को जांच के लिए मधुबन भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
इंदिरा नगर निवासी 14 जून को कुलविंद्र सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई थी। बृहस्पतिवार को मामले में मोड आ गया। जब मृतक की भाभी सुखप्रीत कौर ने हत्या का मामला बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों समेत मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को शिकायत भेज दी। महिला के अनुसार वह अपने पति गुरविंद्र सिंह, सास गुरजीत सिंह, ससुर लाडी सिंह के साथ एक ही मकान में रहती है। उसका देवर कुलविंद्र सिंह भी उनके साथ रहता था। उनके घर के पीछे मौसी सास बलजीत कौर का मकान है। 14 जून को उसका पति, सास, ससुर गांव टप्पी गए हुए थे। जबकि मौसी सास तथा मौसी ससुर हरजिंद्र सिंह रिश्तेदारी में गए हुए थे। दोपहर के समय लवप्रीत सिंह, मनोज उर्फ मौजा तथा दो अज्ञात युवक घर आए। कुलविंद्र उनको मौसी सास के घर ले गया। उसने वहां चाय मंगवाई।
सुखप्रीत के अनुसार वह चाय लेकर बलजीत कौर के घर गई तो उसे आता देख मनोज तथा उसके दो साथी भाग गए। वह रसोई में पहुंची तो लवप्रीत ने कुलविंद्र के गले में चुन्नी डाल रखी थी। उसके सिर पर पीछे चोट लगी हुई थी। छाती पर गोडा रखा हुआ था। वह हालात देखकर घबरा गई। बाहर की तरफ भागी तो आरोपित उसके पीछे भागा। उसे जान से मारने की धमकी दे डाली।
पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की
शिकायत में महिला ने बताया कि उसने अपने पति को सूचित किया। बाद में मौका पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने कार्रवाई करने के लिए उसके पति के कुछ कागजात पर हस्ताक्षर करवाऐ। पुलिस ने उपरोक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की अपेक्षा धारा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की है। शिकायत में यह भी बताया गया है कि आरोपित उसी समय से घर से गायब हैं।
मेडिकल बोर्ड से मृतक कुलविंद्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया था। बोर्ड ने मौत का प्राथमिक कारण हैंगिंग ही बताया था। मृतक के सिर पर चोट का निशान था। क्योंकि उसने फांसी चुनरी से ली थी, चुनरी बीच में टूट गई। वह नीचे गिरा तो उसके सिर पर ईंट लगने से चोट आई। विसरे को जांच के लिए मधुबन स्थित लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-सत्यवान, प्रभारी, शहर थाना डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के इंदिरा नगर में रहने वाली एक महिला ने हरियाणा पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत करके देवर की संदिग्ध मौत को हत्या बताया है। महिला ने चार युवकों पर आरोप लगाते हुए मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है। इधर पुलिस का कहना है कि विसरे को जांच के लिए मधुबन भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
इंदिरा नगर निवासी 14 जून को कुलविंद्र सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई थी। बृहस्पतिवार को मामले में मोड आ गया। जब मृतक की भाभी सुखप्रीत कौर ने हत्या का मामला बताते हुए पुलिस के आला अधिकारियों समेत मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को शिकायत भेज दी। महिला के अनुसार वह अपने पति गुरविंद्र सिंह, सास गुरजीत सिंह, ससुर लाडी सिंह के साथ एक ही मकान में रहती है। उसका देवर कुलविंद्र सिंह भी उनके साथ रहता था। उनके घर के पीछे मौसी सास बलजीत कौर का मकान है। 14 जून को उसका पति, सास, ससुर गांव टप्पी गए हुए थे। जबकि मौसी सास तथा मौसी ससुर हरजिंद्र सिंह रिश्तेदारी में गए हुए थे। दोपहर के समय लवप्रीत सिंह, मनोज उर्फ मौजा तथा दो अज्ञात युवक घर आए। कुलविंद्र उनको मौसी सास के घर ले गया। उसने वहां चाय मंगवाई।
सुखप्रीत के अनुसार वह चाय लेकर बलजीत कौर के घर गई तो उसे आता देख मनोज तथा उसके दो साथी भाग गए। वह रसोई में पहुंची तो लवप्रीत ने कुलविंद्र के गले में चुन्नी डाल रखी थी। उसके सिर पर पीछे चोट लगी हुई थी। छाती पर गोडा रखा हुआ था। वह हालात देखकर घबरा गई। बाहर की तरफ भागी तो आरोपित उसके पीछे भागा। उसे जान से मारने की धमकी दे डाली।
पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की
शिकायत में महिला ने बताया कि उसने अपने पति को सूचित किया। बाद में मौका पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने कार्रवाई करने के लिए उसके पति के कुछ कागजात पर हस्ताक्षर करवाऐ। पुलिस ने उपरोक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की अपेक्षा धारा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की है। शिकायत में यह भी बताया गया है कि आरोपित उसी समय से घर से गायब हैं।
मेडिकल बोर्ड से मृतक कुलविंद्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया था। बोर्ड ने मौत का प्राथमिक कारण हैंगिंग ही बताया था। मृतक के सिर पर चोट का निशान था। क्योंकि उसने फांसी चुनरी से ली थी, चुनरी बीच में टूट गई। वह नीचे गिरा तो उसके सिर पर ईंट लगने से चोट आई। विसरे को जांच के लिए मधुबन स्थित लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-सत्यवान, प्रभारी, शहर थाना डबवाली
सुंदर नगर में पथराव कर रहे असामाजिक तत्व
डबवाली(लहू की लौ)सुंदर नगर में असामाजिक तत्व घरों में पथराव कर रहे हैं। जिससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। लोगों ने शहर थाना पुलिस में शिकायत करके असामाजिक तत्वों की पहचान करके उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सुंदर नगर निवासी कौर सिंह लखेसर ने बताया कि बुधवार रात करीब 10.30 बजे वह घर के आंगन में सोया हुआ था। उसका पौता भी उसके साथ सो रहा था। इसी दौरान घर के दरवाजे पर पत्थर टकराने की आवाज आई। उसने दरवाजा खोला तो पांच-छह लड़के भागकर पशुओं के तबेले की तरफ भाग गए। अंधेरा होने के कारण उनको पहचान नहीं सका। उसी समय उन्होंने लालचंद के घर में पत्थर मारे हैं। उन्होंने आरोपितों का पीछा करने की कोशिश की। लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व भाग निकले। पुलिस ने शिकायत दर्ज करके मामले की जांच शुरु कर दी है।
सुंदर नगर निवासी कौर सिंह लखेसर ने बताया कि बुधवार रात करीब 10.30 बजे वह घर के आंगन में सोया हुआ था। उसका पौता भी उसके साथ सो रहा था। इसी दौरान घर के दरवाजे पर पत्थर टकराने की आवाज आई। उसने दरवाजा खोला तो पांच-छह लड़के भागकर पशुओं के तबेले की तरफ भाग गए। अंधेरा होने के कारण उनको पहचान नहीं सका। उसी समय उन्होंने लालचंद के घर में पत्थर मारे हैं। उन्होंने आरोपितों का पीछा करने की कोशिश की। लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व भाग निकले। पुलिस ने शिकायत दर्ज करके मामले की जांच शुरु कर दी है।
चौटाला हाईवे पर 95 हज़ार रुपये लूटने का मामला
डबवाली(लहू की लौ)चौटाला हाईवे पर 95 हज़ार रुपये लूटने का मामला सामने आया है। घटनाक्रम देर रात 1 बजे का बताया जाता है। पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर वेरिफाई कर रही है।
जानकारी अनुसार हनुमानगढ़ निवासी हरिफ खान अपने एक साथी के साथ ट्रैक्टर ट्रॉली में तूड़ी भरने के लिए गांव घुद्दा जा रहा था। बताया जा रहा है कि जैन मंदिर के नजदीक एक बाइक सवार ट्रैक्टर के आगे आकर गिर गया। हरिफ खान उसे सम्भालने के लिए नीचे उतरा तो वहां घात लगाए बैठे उसके साथी मौका पर पहुंचे। उससे 95 हज़ार रुपए लूटकर फरार हो गये। वारदात के बाद हरिफ खान ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। तब जाकर पुलिस हरकत में आई। हनुमानगढ़ निवासी ने शहर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
इधर थाना प्रभारी सत्यवान ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला वेरीफाई किया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज देखी गई हैं, अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। सत्यता जानने के लिए गहनता से जांच की जा रही है।
जानकारी अनुसार हनुमानगढ़ निवासी हरिफ खान अपने एक साथी के साथ ट्रैक्टर ट्रॉली में तूड़ी भरने के लिए गांव घुद्दा जा रहा था। बताया जा रहा है कि जैन मंदिर के नजदीक एक बाइक सवार ट्रैक्टर के आगे आकर गिर गया। हरिफ खान उसे सम्भालने के लिए नीचे उतरा तो वहां घात लगाए बैठे उसके साथी मौका पर पहुंचे। उससे 95 हज़ार रुपए लूटकर फरार हो गये। वारदात के बाद हरिफ खान ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। तब जाकर पुलिस हरकत में आई। हनुमानगढ़ निवासी ने शहर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
इधर थाना प्रभारी सत्यवान ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला वेरीफाई किया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज देखी गई हैं, अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। सत्यता जानने के लिए गहनता से जांच की जा रही है।
13 हजार वैश्य बंधुओं ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की-नवदीप
सिरसा (लहू की लौ) अग्रवाल वैश्य समाज द्वारा अपने गठन के ऐतिहासिक 11वें वर्ष की सफलता पर चलाया गया ऑनलाईन सदस्यता महापर्व एक सफल आयोजन रहा जिसमें समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर संगठन के प्रति अपना विश्वास जताया है। ये जानकारी देते हुए समाज के युवा प्रदेश अध्यक्ष नवदीप बंसल ने बताया कि एक सप्ताह तक चले सदस्यता महापर्व प्रदेशभर के कोने-कोने से करीब 13 हजार वैश्य बंधुओं ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की है।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान पलवल के विधायक दीपक मंगला, फरीदाबाद के विधायक नरेन्द्र गुप्ता, फरीदाबाद नगर निगम के महापौर मनमोहन गर्ग, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सतीश सिंघल, हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला, नगर पालिका हिसार के पूर्व प्रधान हनुमान ऐरन सहित वैश्य समाज के कई नेताओं ने भी संगठन के साथ जुडऩे के लिए ऑनलाईन सदस्यता ग्रहण की। नवदीप बंसल ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज प्रदेश का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है जो वैश्य समाज को निरंतर राजनीति के प्रति जागरूक करने के अभियान में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज न सिर्फ राजनीति बल्कि समाजसेवा में के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बना चुका है। संगठन की विभिन्न इकाईयों द्वारा लॉकडाउन के दौरान लोगों की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। युवा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस अभियान में संगठन की सभी इकाईयों व उनसे जुड़े पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा है। सभी ने मिलकर संगठन को मजबूत बनाने के महायज्ञ में अपनी आहुति दी।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान पलवल के विधायक दीपक मंगला, फरीदाबाद के विधायक नरेन्द्र गुप्ता, फरीदाबाद नगर निगम के महापौर मनमोहन गर्ग, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सतीश सिंघल, हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला, नगर पालिका हिसार के पूर्व प्रधान हनुमान ऐरन सहित वैश्य समाज के कई नेताओं ने भी संगठन के साथ जुडऩे के लिए ऑनलाईन सदस्यता ग्रहण की। नवदीप बंसल ने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज प्रदेश का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है जो वैश्य समाज को निरंतर राजनीति के प्रति जागरूक करने के अभियान में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अग्रवाल वैश्य समाज न सिर्फ राजनीति बल्कि समाजसेवा में के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बना चुका है। संगठन की विभिन्न इकाईयों द्वारा लॉकडाउन के दौरान लोगों की सेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। युवा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस अभियान में संगठन की सभी इकाईयों व उनसे जुड़े पदाधिकारियों का विशेष योगदान रहा है। सभी ने मिलकर संगठन को मजबूत बनाने के महायज्ञ में अपनी आहुति दी।
विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू करें-कंवर पाल सिंह
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में आत्मनिर्भरता के संकल्प को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू करे। इससे जहां बेरोजगारी की समस्या दूर होगी वहीं आर्थिक रूप से भी देश समृद्ध होगा।
शिक्षा मंत्री आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा 'कोरोना के बाद उच्च शिक्षा में नई संभावनाएंÓ विषय पर आयोजित ऑनलाईन व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। वेबिनार के आरम्भ में सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा महामारी के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिस कर्मचारियों, सफाई कर्मचारियों व कोरोना योद्धाओं का भी आभार प्रकट किया गया।
कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं कि प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक, औद्योगिक व व्यापारिक रूप से ऐसे निर्णय लिए हैं जहां युवा आत्मनिर्भर बनेंगे वहीं विदेशी कम्पनियां प्रांत में उद्योग स्थापित करेंगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाकाल की स्थिति से निपटने के लिए भारतवासियों को स्वदेशी तथा आत्मनिर्भरता का जो मूल मंत्र दिया है इससे देश का विकास होगा और भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के सिद्धांत को अपनाकर ही रोजगार की नई संभावनाओं को तलाशा जा सकता है। भारत की प्रगति में हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। यही कारण है कि भारत की संस्कृति भारत के संस्कार उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा 'वसुधैव कुटुम्बकमÓ है। हमारे देश के लोगों को थकना, हारना, टूटना, बिखरना मंजूर नहीं है।
वर्तमान समय में वैश्विक महामारी के कारण जो माहौल बना है उसमें हमें सतर्क रहते हुए समाज को आगे बढ़ाने का काम करना है। निश्चित तौर पर 21वी सदी भारत की है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने जो 20 लाख करोड के पैकेज की जो घोषणा की है उससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सिद्ध होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए सही कार्य कर रही है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हरियाणा का एनसीआर जोन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय छात्रों के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने में अपना योगदान दें। इस तरह के पाठ्यक्रमों से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। दिल्ली से लगते हरियाणा में पर्यटन तथा स्टार्टअप के क्षेत्र में अपार संभावनाएं दिख रही हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय रोजगारपरक सिलेबस को लागू कर कोरोना की इस लड़ाई में आत्मनिर्भरता की कड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने कहा कि शिक्षा मंत्री के कुशल नेतृत्व में हरियाणा निरंतर शिक्षा, शोध, एवं संस्कृति के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। हरियाणा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन कार्य कर अपनी अलग पहचान बना रहा है।
वेबीनार के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह चौधरी ने शिक्षा मंत्री कंवर पाल व कुलपति डॉ. नीता खन्ना, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों, देश व विदेश से भाग लेने वाले सभी विद्वजनों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, देश व विदेश में बैठे विद्यार्थियों को शिक्षा मंत्री के विचारों से लाभ होगा और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे।
शिक्षा मंत्री आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा 'कोरोना के बाद उच्च शिक्षा में नई संभावनाएंÓ विषय पर आयोजित ऑनलाईन व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। वेबिनार के आरम्भ में सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा महामारी के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टरों, पुलिस कर्मचारियों, सफाई कर्मचारियों व कोरोना योद्धाओं का भी आभार प्रकट किया गया।
कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं कि प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक, औद्योगिक व व्यापारिक रूप से ऐसे निर्णय लिए हैं जहां युवा आत्मनिर्भर बनेंगे वहीं विदेशी कम्पनियां प्रांत में उद्योग स्थापित करेंगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाकाल की स्थिति से निपटने के लिए भारतवासियों को स्वदेशी तथा आत्मनिर्भरता का जो मूल मंत्र दिया है इससे देश का विकास होगा और भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के सिद्धांत को अपनाकर ही रोजगार की नई संभावनाओं को तलाशा जा सकता है। भारत की प्रगति में हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। यही कारण है कि भारत की संस्कृति भारत के संस्कार उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा 'वसुधैव कुटुम्बकमÓ है। हमारे देश के लोगों को थकना, हारना, टूटना, बिखरना मंजूर नहीं है।
वर्तमान समय में वैश्विक महामारी के कारण जो माहौल बना है उसमें हमें सतर्क रहते हुए समाज को आगे बढ़ाने का काम करना है। निश्चित तौर पर 21वी सदी भारत की है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने जो 20 लाख करोड के पैकेज की जो घोषणा की है उससे आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सिद्ध होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए सही कार्य कर रही है।
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हरियाणा में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हरियाणा का एनसीआर जोन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय छात्रों के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने में अपना योगदान दें। इस तरह के पाठ्यक्रमों से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। दिल्ली से लगते हरियाणा में पर्यटन तथा स्टार्टअप के क्षेत्र में अपार संभावनाएं दिख रही हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय रोजगारपरक सिलेबस को लागू कर कोरोना की इस लड़ाई में आत्मनिर्भरता की कड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने कहा कि शिक्षा मंत्री के कुशल नेतृत्व में हरियाणा निरंतर शिक्षा, शोध, एवं संस्कृति के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। हरियाणा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतरीन कार्य कर अपनी अलग पहचान बना रहा है।
वेबीनार के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह चौधरी ने शिक्षा मंत्री कंवर पाल व कुलपति डॉ. नीता खन्ना, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों, देश व विदेश से भाग लेने वाले सभी विद्वजनों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय, देश व विदेश में बैठे विद्यार्थियों को शिक्षा मंत्री के विचारों से लाभ होगा और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे।
हरियाणा में बाहर से आने वालों को लेनी होगी अनुमति, बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए लिया निर्णय
चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा सरकार ने पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में बढ़ते कोविड-19 मामलों के दृष्टिगत अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों के तीन दिन (72 घंटे) से अधिक के ठहराव के लिए, अंतरराज्यीय आवाजाही को विनियमित करने का निर्णय लिया है।
एक सरकारी प्रवक्ता आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि अब तीन दिन (72 घंटे) से अधिक के ठहराव के लिए हरियाणा में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों को पोर्टल www. saralharyana. gov.in पर स्व-पंजीकरण करवाना और आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, उन्हें इस पोर्टल पर अपना नाम, पता और मोबाइल नम्बर दर्ज करना होगा। परिवार को छोड़कऱ, कई पंजीकरणों के लिए एक ही मोबाइल नम्बर के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। कारोबारी आगंतुकों को अपना विवरण देना होगा और वापसी की तिथि बतानी होगी। इसके अलावा, उन्हें प्रदेश में उन लोगों का नाम, मोबाइल नम्बर और पता भी दर्ज करवाना होगा, जिससे वे मिलना चाहते हैं। प्रदेश में आने वाले आगंतुक अपने रिश्तेदारों और दोस्तों आदि के पास रूक सकते हैं। ऐसी स्थिति में आगंतुकों की मेजबानी करने वाले व्यक्ति को तत्काल उनके पहुंचने वाले दिन ही पोर्टल www. saralharyana. gov.in पर उनका विवरण दर्ज करवाना होगा।
उन्होंने बताया कि होटलों, अतिथि गृहों, कारपोरेट गेस्ट हाउसेज, सरकारी विश्राम गृहों और धर्मशालाओं आदि के प्रबन्धन द्वारा बाहर से आकर उनके पास ठहरने वाले आगंतुकों का विवरण उनके पहुंचने के बाद तुरंत पोर्टल पर दर्ज करना होगा। पारगमन यात्रियों (ट्रांजिट ट्रैवलर्स) को वह पता मुहैया करवाना होगा जहां वे ठहरना चाहते हैं और हरियाणा में एंट्री चैक पोस्ट का उल्लेख करना होगा। उन्हें अपनी और परिवार के सदस्यों की कोविड हिस्ट्री, यदि कोई है, का विवरण देना होगा। पंजीकरण की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें एक आईडी नम्बर मिलेगा, जिसका इस्तेमाल आवश्यकता पडऩे पर पंजीकरण प्रमाण के तौर पर किया जा सकता है। हरियाणा में प्रवेश करने वाले व्यक्ति द्वारा कम्पेटिबल मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करने और इस पर अपना हैल्थ स्टेटस अपडेट करने का प्रमाण दिखाना होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि ऐसे लोगों की बॉर्डर चेक-पोस्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डïों पर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इसके अलावा, जिला, शहर या गांव, जैसा भी मामला हो, जहां वह व्यक्ति जाना चाहता है, के प्रवेश बिंदु पर भी इसी तरह स्वास्थ्य जांच की जाएगी। यदि किसी राज्य से आने वाले व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा पर रिपोर्ट करनी होगी और चिकित्सीय गंभीरता का आंकलन करवाना होगा। यदि जांच के बाद वह पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे मामले की गंभीरता के आधार पर होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटर या समर्पित कोविड अस्पताल में भेज दिया जाएगा। यदि वह नेगेटिव पाया जाता है तो आगे किसी भी तरह की जांच या सेल्फ आइसोलेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि यदि आगंतुक में कोविड-19 के लक्षण नहीं पाए जाते हैं तो उसे सात दिन तक स्वत: निगरानी रखनी होगी। इस दौरान उसमें कोई लक्षण पाया जाता है तो उसे जिला निगरानी अधिकारी या राज्य अथवा राष्ट्रीय कॉल सेंटर या हेल्पलाइन नम्बर 1075 पर इसकी सूचना देनी होगी, जबकि गुरुग्राम के मामले में हेल्पलाइन नम्बर 1950 है। यदि स्व-निगरानी के दौरान उनमें लक्षण दिखाई देते हैं तो जांच करवानी होगी और लक्षणयुक्त कोविड रोगियों के लिए निर्दिष्ट प्रक्रिया का पालन करना होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि कारोबार या व्यापार से जुड़ी गतिविधियों के लिए तीन दिन की अवधि के लिए हरियाणा आने वाले सभी व्यक्तियों तथा अपनी कार्यालय ड्यूटी या कारोबारी गतिविधियों के चलते दैनिक आधार पर हरियाणा आने वाले लोगों को भी ऊपर दिए गए क्वारंटीन नियमों की प्रक्रिया का पालन करने की आवश्यकता नहीं है, जब तक कि इस अवधि के दौरान उनमें लक्षण दिखाई न दें।
उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के मामले में दूरभाष नम्बर 100 पर पुलिस को सूचना देने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन, व्यापारिक प्रशासन, मेयर, पार्षद, सरपंचों और पंचों की होगी। इसके अलावा, जनसाधारण और रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशंस को सलाह दी जाती है कि वे अपने पड़ोस में किसी व्यक्ति का पंजीकरण न होने की स्थिति में हेल्पलाइन नम्बर 100 पर पुलिस को सूचित करें।
प्रवक्ता ने बताया कि 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, सह-रुग्णता (मोरबिडिटीज) वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है, जब तक की उन्हें आवश्यक तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी उद्देश्यों के लिए न निकलना पड़े। उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 के प्रावधानों के अनुसार सजा हो सकती है। इसके अलावा, भारतीय दंड संहिता की धारा 188 तथा इस मामले में लागू अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
एक सरकारी प्रवक्ता आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि अब तीन दिन (72 घंटे) से अधिक के ठहराव के लिए हरियाणा में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों को पोर्टल www. saralharyana. gov.in पर स्व-पंजीकरण करवाना और आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, उन्हें इस पोर्टल पर अपना नाम, पता और मोबाइल नम्बर दर्ज करना होगा। परिवार को छोड़कऱ, कई पंजीकरणों के लिए एक ही मोबाइल नम्बर के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी। कारोबारी आगंतुकों को अपना विवरण देना होगा और वापसी की तिथि बतानी होगी। इसके अलावा, उन्हें प्रदेश में उन लोगों का नाम, मोबाइल नम्बर और पता भी दर्ज करवाना होगा, जिससे वे मिलना चाहते हैं। प्रदेश में आने वाले आगंतुक अपने रिश्तेदारों और दोस्तों आदि के पास रूक सकते हैं। ऐसी स्थिति में आगंतुकों की मेजबानी करने वाले व्यक्ति को तत्काल उनके पहुंचने वाले दिन ही पोर्टल www. saralharyana. gov.in पर उनका विवरण दर्ज करवाना होगा।
उन्होंने बताया कि होटलों, अतिथि गृहों, कारपोरेट गेस्ट हाउसेज, सरकारी विश्राम गृहों और धर्मशालाओं आदि के प्रबन्धन द्वारा बाहर से आकर उनके पास ठहरने वाले आगंतुकों का विवरण उनके पहुंचने के बाद तुरंत पोर्टल पर दर्ज करना होगा। पारगमन यात्रियों (ट्रांजिट ट्रैवलर्स) को वह पता मुहैया करवाना होगा जहां वे ठहरना चाहते हैं और हरियाणा में एंट्री चैक पोस्ट का उल्लेख करना होगा। उन्हें अपनी और परिवार के सदस्यों की कोविड हिस्ट्री, यदि कोई है, का विवरण देना होगा। पंजीकरण की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें एक आईडी नम्बर मिलेगा, जिसका इस्तेमाल आवश्यकता पडऩे पर पंजीकरण प्रमाण के तौर पर किया जा सकता है। हरियाणा में प्रवेश करने वाले व्यक्ति द्वारा कम्पेटिबल मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करने और इस पर अपना हैल्थ स्टेटस अपडेट करने का प्रमाण दिखाना होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि ऐसे लोगों की बॉर्डर चेक-पोस्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डïों पर स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इसके अलावा, जिला, शहर या गांव, जैसा भी मामला हो, जहां वह व्यक्ति जाना चाहता है, के प्रवेश बिंदु पर भी इसी तरह स्वास्थ्य जांच की जाएगी। यदि किसी राज्य से आने वाले व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा पर रिपोर्ट करनी होगी और चिकित्सीय गंभीरता का आंकलन करवाना होगा। यदि जांच के बाद वह पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे मामले की गंभीरता के आधार पर होम आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटर या समर्पित कोविड अस्पताल में भेज दिया जाएगा। यदि वह नेगेटिव पाया जाता है तो आगे किसी भी तरह की जांच या सेल्फ आइसोलेशन की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि यदि आगंतुक में कोविड-19 के लक्षण नहीं पाए जाते हैं तो उसे सात दिन तक स्वत: निगरानी रखनी होगी। इस दौरान उसमें कोई लक्षण पाया जाता है तो उसे जिला निगरानी अधिकारी या राज्य अथवा राष्ट्रीय कॉल सेंटर या हेल्पलाइन नम्बर 1075 पर इसकी सूचना देनी होगी, जबकि गुरुग्राम के मामले में हेल्पलाइन नम्बर 1950 है। यदि स्व-निगरानी के दौरान उनमें लक्षण दिखाई देते हैं तो जांच करवानी होगी और लक्षणयुक्त कोविड रोगियों के लिए निर्दिष्ट प्रक्रिया का पालन करना होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि कारोबार या व्यापार से जुड़ी गतिविधियों के लिए तीन दिन की अवधि के लिए हरियाणा आने वाले सभी व्यक्तियों तथा अपनी कार्यालय ड्यूटी या कारोबारी गतिविधियों के चलते दैनिक आधार पर हरियाणा आने वाले लोगों को भी ऊपर दिए गए क्वारंटीन नियमों की प्रक्रिया का पालन करने की आवश्यकता नहीं है, जब तक कि इस अवधि के दौरान उनमें लक्षण दिखाई न दें।
उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के मामले में दूरभाष नम्बर 100 पर पुलिस को सूचना देने की जिम्मेवारी जिला प्रशासन, व्यापारिक प्रशासन, मेयर, पार्षद, सरपंचों और पंचों की होगी। इसके अलावा, जनसाधारण और रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशंस को सलाह दी जाती है कि वे अपने पड़ोस में किसी व्यक्ति का पंजीकरण न होने की स्थिति में हेल्पलाइन नम्बर 100 पर पुलिस को सूचित करें।
प्रवक्ता ने बताया कि 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, सह-रुग्णता (मोरबिडिटीज) वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है, जब तक की उन्हें आवश्यक तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी उद्देश्यों के लिए न निकलना पड़े। उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को आपदा प्रबन्धन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 के प्रावधानों के अनुसार सजा हो सकती है। इसके अलावा, भारतीय दंड संहिता की धारा 188 तथा इस मामले में लागू अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
18 जून 2020
देश की आन-बान-शान के लिए शहीद हो गया था छोटू
राजस्थान की सीमा से सटे गांव लोहगढ़ के रहने वाले थे शहीद छोटू सिंह
भारतीय जवानों के अदम्य साहस को दुनियां ने किया था सलाम
डबवाली (लहू की लौ)चीन के इरादे हमेशा नापाक ही रहे हैं। बातचीत से मसला हल करने का राग अलापने वाले 'ड्रैगनÓ ने हमेशा धोखे से वार किया है। भारतीय जवानों ने धोखेबाज चीन को करारा जवाब दिया है। हंसते-हंसते शहीदी पाई है, लेकिन तिरंगा नहीं झुकने दिया। करीब 58 साल पहले चीन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था। पहाड़ी क्षेत्र की चोटियों पर बनी भारतीय चौंकियों को ध्वस्त करते हुए कब्जा जमा लिया था। भारी बर्फवारी के बीच चोटी पर बैठा दुश्मन भारतीय शेरों पर गोली, बारुद दाग रहा था। सीना छलनी होने के बावजूद सैनिक पीछे नहीं हटे। इन सैनिकों में से एक थे जिला सिरसा के उपनगर डबवाली के गांव लोहगढ़ निवासी छोटू सिंह।
जब चीन ने दिया था धोखा
बात 11 नवंबर 1962 की है। उस दौरान छोटू सिंह सिक्ख रेजिमेंट में शामिल थे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर दुश्मन केहमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। लेकिन चीनी सैनिकों ने घेराबंदी करने के बाद धोखे से जवान को शहीद कर दिया। 9 दिन बाद 20 नवंबर 1962 को चीन ने युद्ध विराम की घोषणा दी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जवानों के अदम्य साहस को सराहा गया, तो वहीं चीन की छवि धूमिल हुई। बताते हैं कि भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए छोटू सिंह का शव घर नहीं पहुंचा था। उसकी वर्दी तथा बिस्तर लेकर सेना के जवान पहुंचे। परिजनों ने वर्दी और बिस्तर पकड़ा, पंजाबी में पूछा-छोटू कित्थे आ। सैनिकों ने जवाब दिया-वो शहीद हो गया है। बताया जाता है कि शहीद छोटू सिंह का परिवार राजस्थान के टोलनगर में चला गया था। अब परिवार राजस्थान की तहसील विजयनगर के गांव 18एसडी में रहता है। शहीद के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। बेटों ने भारतीय फौज में शामिल होने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
भारतीय जवानों के अदम्य साहस को दुनियां ने किया था सलाम
डबवाली (लहू की लौ)चीन के इरादे हमेशा नापाक ही रहे हैं। बातचीत से मसला हल करने का राग अलापने वाले 'ड्रैगनÓ ने हमेशा धोखे से वार किया है। भारतीय जवानों ने धोखेबाज चीन को करारा जवाब दिया है। हंसते-हंसते शहीदी पाई है, लेकिन तिरंगा नहीं झुकने दिया। करीब 58 साल पहले चीन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ था। पहाड़ी क्षेत्र की चोटियों पर बनी भारतीय चौंकियों को ध्वस्त करते हुए कब्जा जमा लिया था। भारी बर्फवारी के बीच चोटी पर बैठा दुश्मन भारतीय शेरों पर गोली, बारुद दाग रहा था। सीना छलनी होने के बावजूद सैनिक पीछे नहीं हटे। इन सैनिकों में से एक थे जिला सिरसा के उपनगर डबवाली के गांव लोहगढ़ निवासी छोटू सिंह।
जब चीन ने दिया था धोखा
बात 11 नवंबर 1962 की है। उस दौरान छोटू सिंह सिक्ख रेजिमेंट में शामिल थे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर दुश्मन केहमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। लेकिन चीनी सैनिकों ने घेराबंदी करने के बाद धोखे से जवान को शहीद कर दिया। 9 दिन बाद 20 नवंबर 1962 को चीन ने युद्ध विराम की घोषणा दी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जवानों के अदम्य साहस को सराहा गया, तो वहीं चीन की छवि धूमिल हुई। बताते हैं कि भारत-चीन युद्ध में शहीद हुए छोटू सिंह का शव घर नहीं पहुंचा था। उसकी वर्दी तथा बिस्तर लेकर सेना के जवान पहुंचे। परिजनों ने वर्दी और बिस्तर पकड़ा, पंजाबी में पूछा-छोटू कित्थे आ। सैनिकों ने जवाब दिया-वो शहीद हो गया है। बताया जाता है कि शहीद छोटू सिंह का परिवार राजस्थान के टोलनगर में चला गया था। अब परिवार राजस्थान की तहसील विजयनगर के गांव 18एसडी में रहता है। शहीद के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। बेटों ने भारतीय फौज में शामिल होने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
यंगिस्तान का कमाल 20 युवाओं ने 10 घंटे में 2000 मछलियों, 100 कछुओं को बचाया
रामपुरा गांव में बजरंग दल तथा राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट के 20 युवाओं ने पेश की मिसाल
डबवाली(लहू की लौ)युवा काम करने पर आ जाएं तो क्या नहीं कर सकते। कुछ ऐसा ही देखने को मिला रामपुरा बिश्नोईयां में। बुधवार को एक-एक करके इक्ट्ठा हुए 20 युवाओं ने लगातार 10 घंटे तक काम करके करीब एक हजार मछलियों तथा 100 कछुओं को जीवनदान दिया। दरअसल, गांव में बने जोहड़ में पानी न होने के कारण पिछले कुछ दिनों से मछलियां मर रही थीं। कहा जा रहा है कि जोहड़ की चाहरदीवारी के लिए पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है। इसलिए पंचायत ने जोहड़ की सफाई करवाकर ग्रांट का प्रयोग करने की प्लानिंग की थी। नहर आने के बाद जोहड़ में पानी नहीं भरा गया था। पंचायत की अव्यवस्थित प्लानिंग के कारण जोहड़ में पानी कम रह गया, इस वजह से जीव जंतु मरने लगे थे। पंचायत ने मरे हुए जीव जंतुओं के लिए जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर कार्य की इतिश्री कर दी। लेकिन बजरंग दल तथा राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े युवाओं को कुछ ओर ही मंजूर था।
सुबह करीब 8 बजे युवा कस्सी, बाल्टियों के साथ इक्ट्ठे हुए। करीब 10 घंटे लगातार काम किया। पंचायत द्वारा खोदे गए गड्ढे को बड़ा किया गया। इसके बाद टैंकर के पानी से गड्ढे को भरा गया। जोहड़ में बचे पानी में से मछलियों को निकाल-निकालकर गड्ढ़े में छोड़ा गया। युवाओं ने करीब दो हजार से ज्यादा मछलियां बचाने का दावा किया है। इसके अतिरिक्त 100 से ज्यादा कछुए बचाए। ग्रामीण धूप सुथार हर रोज पानी का टैंकर गड्ढे में डालेंगे, ताकि जीव-जंतु सुरक्षित रहें। उपरोक्त कार्य बजरंग दल के विष्णु, राष्ट्रमेव जयते के मनोहर लाल रामगढ़, युवा दीपक शर्मा, प्रवीण पुरी, राधेश्याम पुरी, रोहित वर्मा, अमन टांडा, प्रवीण, रवि, चिमन लाल, प्रिंस, रविकांत के नेतृत्व में हुआ।
इस बार नहर कम दिन चली थी। इस वजह से जोहड़ में पूरा पानी नहीं भर सकें। जोहड़ में दो-दो फुट रह गया था, अधिक तापमान के कारण मछलियां मर गई। पंचायत ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसमें मरी हुई मछलियां डाल दी थी। पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है, अब जोहड़ की सफाई करवाने के बाद ही चाहरदीवारी करवाएंगे। युवकों ने जोहड़ में से जीव जंतुओं को बचाया है, इस संबंध में जानकारी नहीं है।
-सोहन लाल, सरपंच प्रतिनिधि, रामपुरा बिश्नोइयां
डबवाली(लहू की लौ)युवा काम करने पर आ जाएं तो क्या नहीं कर सकते। कुछ ऐसा ही देखने को मिला रामपुरा बिश्नोईयां में। बुधवार को एक-एक करके इक्ट्ठा हुए 20 युवाओं ने लगातार 10 घंटे तक काम करके करीब एक हजार मछलियों तथा 100 कछुओं को जीवनदान दिया। दरअसल, गांव में बने जोहड़ में पानी न होने के कारण पिछले कुछ दिनों से मछलियां मर रही थीं। कहा जा रहा है कि जोहड़ की चाहरदीवारी के लिए पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है। इसलिए पंचायत ने जोहड़ की सफाई करवाकर ग्रांट का प्रयोग करने की प्लानिंग की थी। नहर आने के बाद जोहड़ में पानी नहीं भरा गया था। पंचायत की अव्यवस्थित प्लानिंग के कारण जोहड़ में पानी कम रह गया, इस वजह से जीव जंतु मरने लगे थे। पंचायत ने मरे हुए जीव जंतुओं के लिए जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर कार्य की इतिश्री कर दी। लेकिन बजरंग दल तथा राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट से जुड़े युवाओं को कुछ ओर ही मंजूर था।
सुबह करीब 8 बजे युवा कस्सी, बाल्टियों के साथ इक्ट्ठे हुए। करीब 10 घंटे लगातार काम किया। पंचायत द्वारा खोदे गए गड्ढे को बड़ा किया गया। इसके बाद टैंकर के पानी से गड्ढे को भरा गया। जोहड़ में बचे पानी में से मछलियों को निकाल-निकालकर गड्ढ़े में छोड़ा गया। युवाओं ने करीब दो हजार से ज्यादा मछलियां बचाने का दावा किया है। इसके अतिरिक्त 100 से ज्यादा कछुए बचाए। ग्रामीण धूप सुथार हर रोज पानी का टैंकर गड्ढे में डालेंगे, ताकि जीव-जंतु सुरक्षित रहें। उपरोक्त कार्य बजरंग दल के विष्णु, राष्ट्रमेव जयते के मनोहर लाल रामगढ़, युवा दीपक शर्मा, प्रवीण पुरी, राधेश्याम पुरी, रोहित वर्मा, अमन टांडा, प्रवीण, रवि, चिमन लाल, प्रिंस, रविकांत के नेतृत्व में हुआ।इस बार नहर कम दिन चली थी। इस वजह से जोहड़ में पूरा पानी नहीं भर सकें। जोहड़ में दो-दो फुट रह गया था, अधिक तापमान के कारण मछलियां मर गई। पंचायत ने जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसमें मरी हुई मछलियां डाल दी थी। पंचायत के पास ग्रांट आई हुई है, अब जोहड़ की सफाई करवाने के बाद ही चाहरदीवारी करवाएंगे। युवकों ने जोहड़ में से जीव जंतुओं को बचाया है, इस संबंध में जानकारी नहीं है।
-सोहन लाल, सरपंच प्रतिनिधि, रामपुरा बिश्नोइयां
नारियल फोड़ एसडीएम ने किया रोड स्वीपिंग मशीन का शुभारंभ, दो दिन बाद निरंतर शुरु होगा कार्य
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार को एसडीएम डॉ. विनेश कुमार ने डबवाली के बठिंडा चौक पर नारियल फोड़कर रोड स्वीपिंग मशीन का शुभारंभ किया। डेमो के बाद कंपनी अधिकारी शुक्रवार से निरंतर कार्य शुरु करने की बात कहकर चलते बने। हालांकि इस दौरान पार्षद विनोद बांसल के साथ-साथ अन्य पार्षदों ने सवाल पूछे। उन्होंने कंपनी से पूछा कि रोड पर ईंट-पत्थर आने पर मशीन कैसे उसे वेक्यूम करेगी। कंपनी ने कहा कि तीन किलोग्राम वजनी पत्थर को वेक्यूम करने में यह मशीन सक्षम है। इससे अधिक वजन होने पर भी स्थिति संभाल ली जाएगी। चूंकि मशीन में चालक के साथ हेल्पर होगा। दूसरा सीसीटीवी कैमरा लगा है तो पता चल जाएगा कि सड़क पर पत्थर है तो उसे हटा दिया जाएगा। बता दें, कांग्रेस समर्थित पार्षद विनोद बांसल ने नगरपरिषद की प्रारंभिक बैठकों में स्वीपिंग मशीन की मांग की थी। जिसके बाद हरियाणा सरकार ने पूरे राज्य के लिए पॉलिसी तैयार कर दी। प्रस्ताव पारित होने के कारण डबवाली को यह मशीन आसानी से मिल गई। डबवाली समेत 44 जगहों पर ऐसी मशीनें पहुंची हैं।
इस मौके पर पार्षद युद्धवीर रंगीला, रविंद्र बबलू, मधु बागड़ी, अंजू बाला, सचिव ऋषिकेश चौधरी, राकेश शर्मा, दीपक बाबा, राजेंद्र जोइया, राकेश बब्बर मौजूद थे।
इधर डबवाली कूड़ा संघर्ष समिति ने शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए नगरपरिषद को रोड स्वीपिंग मशीन दिए जाने का स्वागत किया है। समिति सदस्य नरेश सेठी, विपिन मोंगा, नरेश जैन, विजयंत शर्मा, लविश कक्कड़, हरदेव गोरखी, महिंद्र बांसल, अमन भारद्वाज, नोना मिढ़ा व अन्य ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि कूड़ा संघर्ष समिति द्वारा पिछले लंबे अर्से से सफाई व्यवस्था दुरुस्त किए जाने के लिए किए जा रहे संघर्ष के फलस्वरुप ही अब सकारात्मक परिणाम नजर आने लगे हैं। इससे लोगों में आई जागरुक्ता के कारण ही सरकार व प्रशासन सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने डबवाली में डस्ट स्वीपिंग मशीन भेजने के लिए हरियाणा सरकार व जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान का आभार जताया। साथ ही सफाई अभियान में भरपूर सहयोग करने के लिए सिरसा के पूर्व उपायुक्त अशोक गर्ग का भी धन्यवाद किया। इसके अलावा उन्होंने संघर्ष समिति की ओर से यह मांग उठाई कि डबवाली में सफाई कर्मचारियों की संख्या भी मात्र 48 से बढ़ाकर 150 की जाए। घरों से कचरा उठाने के लिए जल्द टेंडर लगाया जाए तथा जहां भी कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बने हैं वहां कचरे के जल्द उठान व संभाल की उचित व्यवस्था भी की जाए।
इस मौके पर पार्षद युद्धवीर रंगीला, रविंद्र बबलू, मधु बागड़ी, अंजू बाला, सचिव ऋषिकेश चौधरी, राकेश शर्मा, दीपक बाबा, राजेंद्र जोइया, राकेश बब्बर मौजूद थे।
इधर डबवाली कूड़ा संघर्ष समिति ने शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए नगरपरिषद को रोड स्वीपिंग मशीन दिए जाने का स्वागत किया है। समिति सदस्य नरेश सेठी, विपिन मोंगा, नरेश जैन, विजयंत शर्मा, लविश कक्कड़, हरदेव गोरखी, महिंद्र बांसल, अमन भारद्वाज, नोना मिढ़ा व अन्य ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि कूड़ा संघर्ष समिति द्वारा पिछले लंबे अर्से से सफाई व्यवस्था दुरुस्त किए जाने के लिए किए जा रहे संघर्ष के फलस्वरुप ही अब सकारात्मक परिणाम नजर आने लगे हैं। इससे लोगों में आई जागरुक्ता के कारण ही सरकार व प्रशासन सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने डबवाली में डस्ट स्वीपिंग मशीन भेजने के लिए हरियाणा सरकार व जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान का आभार जताया। साथ ही सफाई अभियान में भरपूर सहयोग करने के लिए सिरसा के पूर्व उपायुक्त अशोक गर्ग का भी धन्यवाद किया। इसके अलावा उन्होंने संघर्ष समिति की ओर से यह मांग उठाई कि डबवाली में सफाई कर्मचारियों की संख्या भी मात्र 48 से बढ़ाकर 150 की जाए। घरों से कचरा उठाने के लिए जल्द टेंडर लगाया जाए तथा जहां भी कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बने हैं वहां कचरे के जल्द उठान व संभाल की उचित व्यवस्था भी की जाए।
विधायक अमित सिहाग बोले-नई सब्जी मंडी का नक्शा बदला गया, नहीं बनाए गए हैं वातानुकूलित चैंबर
सब्जी मंडी आढ़तियों से बातचीत करते हुए अमित सिहाग ने खोला राज, अब अधिकारियों के समक्ष उठाएंगे मुद्दा
डबवाली(लहू की लौ)वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह और हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने सब्जी विक्रेताओं से मुलाकात की। नई सब्जी मंडी के विषय में विचार विमर्श किया।
विधायक ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री, सीए मार्केटिंग बोर्ड से मुलाकात करके सब्जी मंडी शिफ्टिंग में आ रही समस्या का समाधान करवाया है। लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं से बात करते हुए उनसे सुझाव मांगे, ताकि सब्जी विक्रेताओं को आ रही अन्य समस्याओं का उचित समाधान किया जा सके।
लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं ने विधायक से नई सब्जी मंडी में दुकानें नीलामी की जगह न्यूनतम दरों पर आवंटित करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रॉपर्टी के भाव बहुत कम हो गए हैं इसलिए दुकानों के न्यूनतम मूल्य मौजूदा कीमत के आधार पर निर्धारित किया जाए।
सिहाग ने कहा कि नई सब्जी मंडी का निर्माण कार्य 2014 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने शुरू करवाया था। जिसमें सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण भी सुनिश्चित किया गया था, लेकिन अब नक्शे के हिसाब से इनको नहीं बनाया गया, उनका प्रयास है कि वो अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण करवाकर डबवाली सब्जी मंडी को प्रदेश की सबसे बेहतर मंडी बनाने का प्रयास करेंगे।
ये रहे मौजूद
मौका पर मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधायक के प्रयासों से जल्द ही नई सब्जी मंडी शुरू हो जाएगी। इस अवसर पर सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता, कांग्रेस शहरी प्रधान पवन गर्ग, पार्षद विनोद बंसल, पार्षद रविन्द्र बिंदु, प्रकाश चंद बंसल, बृज महेंद्रू, पप्पू प्रधान, अमन कुक्कड़, गुरचरण कुक्कड़, दर्शन सेठी, अजीत सिंह, अमरजीत सिंह, संजीव बेदी, डॉ. नानक, बजरंग थालोड़ उपस्थित थे।
डबवाली(लहू की लौ)वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह और हल्का डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने सब्जी विक्रेताओं से मुलाकात की। नई सब्जी मंडी के विषय में विचार विमर्श किया।
विधायक ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री, सीए मार्केटिंग बोर्ड से मुलाकात करके सब्जी मंडी शिफ्टिंग में आ रही समस्या का समाधान करवाया है। लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं से बात करते हुए उनसे सुझाव मांगे, ताकि सब्जी विक्रेताओं को आ रही अन्य समस्याओं का उचित समाधान किया जा सके।
लाइसेंस धारक सब्जी विक्रेताओं ने विधायक से नई सब्जी मंडी में दुकानें नीलामी की जगह न्यूनतम दरों पर आवंटित करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में प्रॉपर्टी के भाव बहुत कम हो गए हैं इसलिए दुकानों के न्यूनतम मूल्य मौजूदा कीमत के आधार पर निर्धारित किया जाए।
सिहाग ने कहा कि नई सब्जी मंडी का निर्माण कार्य 2014 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने शुरू करवाया था। जिसमें सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण भी सुनिश्चित किया गया था, लेकिन अब नक्शे के हिसाब से इनको नहीं बनाया गया, उनका प्रयास है कि वो अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वातानुकूलित चैंबरों का निर्माण करवाकर डबवाली सब्जी मंडी को प्रदेश की सबसे बेहतर मंडी बनाने का प्रयास करेंगे।
ये रहे मौजूद
मौका पर मौजूद वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधायक के प्रयासों से जल्द ही नई सब्जी मंडी शुरू हो जाएगी। इस अवसर पर सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता, कांग्रेस शहरी प्रधान पवन गर्ग, पार्षद विनोद बंसल, पार्षद रविन्द्र बिंदु, प्रकाश चंद बंसल, बृज महेंद्रू, पप्पू प्रधान, अमन कुक्कड़, गुरचरण कुक्कड़, दर्शन सेठी, अजीत सिंह, अमरजीत सिंह, संजीव बेदी, डॉ. नानक, बजरंग थालोड़ उपस्थित थे।
17 जून 2020
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