डबवाली (लहू की लौ) अस्पताल में उपचाराधीन एक महिला ने अपनी सास तथा मौसेरी सास पर मारपीट कर स्वर्ण आभूषण लेजाने का आरोप लगाया है। वार्ड नं. 7 के इंदिरा नगर में रहने वाली गुरजीत कौर ने बताया कि उसकी सास तथा मौसेरी सास उससे पैसों की मांग करते हैं। रात को वे उससे पैसे मांगने के लिये आये थे। उसके इंकार करने पर उसे बुरी तरह से पीटा। उसकी चैन, कांटे उतार ले गये।
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Lahoo Ki Lau
16 दिसंबर 2014
नील गाय पकाने को तैयार आरोपियों पर ठोका जुर्माना
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में नील गाय के मांस को पकाने की तैयारी करते पकड़े गये पप्पू, दर्शन तथा लछमन सिंह पर वाईल्ड लाईफ डिपार्टमेंट ने जुर्माना ठोका है। सोमवार को वन्य प्राणी रक्षक परमजीत सिंह, लीलू राम तथा दविंद्र कुमार डबवाली पहुंचे।
आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये माफी मांगी। जिस पर तीन सदस्यीय टीम ने 5500 रूपये का जुर्माना वसूल किया।
आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये माफी मांगी। जिस पर तीन सदस्यीय टीम ने 5500 रूपये का जुर्माना वसूल किया।
शादी का रिश्ता सिरे चढऩे जा रहा था, पुलिस ने लूट के मामले में दबोच लिया
17 नवंबर 2014 को हुई लूट की गुत्थी सुलझी, चार गिरफ्तार, एक गिरफ्त से बाहर
डबवाली (लहू की लौ) सरसों से भरी ट्राली लूटने की गुत्थी सुलझाते हुये शहर थाना पुलिस ने सोमवार शाम को चार लुटेरों को गांव चौटाला से संगरिया बाईपास से दबोच लिया। गांव चौटाला के रहने वाले तीनों आरोपी एक ही मोहल्ले के हैं। पकड़े गये एक आरोपी की शादी का रिश्ता तय होने वाला था। जबकि दूसरे आरोपी के साले की शादी थी। पुलिस मंगलवार को चारों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
17 नवंबर 2014 को गांव शेरगढ़ के नजदीक पांच युवक सरसों से भरी ट्रेक्टर-ट्राली के चालक तथा परिचालक को बंधक बना तीन लाख रूपये की सरसों लूट ले गये थे। इसी मामले में सोमवार को शहर थाना पुलिस तथा सीआईए डबवाली संयुक्त रूप से संगरिया की ओर छापामारी कर रही थी। उनके साथ बीजबायला निवासी सुखदेव सिंह भी था। इसी दौरान संगरिया बाईपास पर एक बाईक सहित चार युवक एक होटल के बाहर खड़े थे। सुखदेव सिंह ने आरोपियों की पहचान कर ली। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के समक्ष आरोपियों ने अपनी पहचान गांव चौटाला निवासी सलीम खान (22), आरएमपी कृष्ण कुमार उर्फ डॉक्टर (24), अनिल उर्फ लाला (20), जिला हनुमानगढ़ के गांव रतनपुरा निवासी रघुवीर उर्फ रंगा (24) के रूप में करवाई।
पंद्रह दिन पहले बनी थी लूट की योजना
आरोपियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि लूट की योजना पंद्रह दिन पूर्व बन गई थी। उनकी योजना गांव चौटाला से बिकने के लिये डबवाली जा रही कॉटन से भरी ट्राली लूटने की थी। 16 नवंबर 2014 को रात्रि करीब साढ़े 9 बजे वे दो बाईक पर वारदात को अंजाम देने के लिये निकल गये थे। ठीक आधा घंटा में कॉटन की भरी ट्राली गांव सकताखेड़ा के निकट पहुंच गई। उन्होंने पीछा किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में चालक ने ट्रेक्टर-ट्राली को पंजाब क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर लगा दिया और सो गया। रात करीब डेढ़-दो बजे उन्होंने चौटाला की ओर से एक ट्राली आते हुये देखी। सुरजीत, सलीम खान तथा कृष्ण तीनों पीछे से ट्राली में सवार हो गये।
वारदात में पिस्टल नहीं पोटाश का प्रयोग किया
ट्राली में भरी सरसों पर सो रहे एक व्यक्ति को काबू कर लिया। सुरजीत के पास पोटाश थी। उसके धमाका करते ही चालक ने अपना ट्रेक्टर वहीं रोक दिया। ट्राली से उतरकर उन लोगों ने उसे भी दबोच लिया। इसी दौरान एक अन्य बाईक पर सवार होकर अनिल तथा रघुवीर वहां आ गये। चालक तथा परिचालक को बंधक बनाकर खेतों में फेंक दिया। वे ट्रेक्टर-ट्राली लेकर निकल गये।
बराबर में बंटना था हिस्सा, लेकिन नहीं बंटा
सरसों से भरी ट्राली को ढाणी चौटाला में रहने वाले सुरजीत ने अपनी ढाणी में गिराया। ट्राली में 60 क्विंटल सरसों होने का बताया गया। सलीम खान को 30 हजार, कृष्ण को 22 हजार तथा अनिल को पांच हजार रूपये दिये गये। जबकि रघुवीर को 60 हजार रूपये देने का वायदा था। लेकिन रघुवीर को फूटी कौड़ी नहीं दी गई।
रिश्ता होने से पहले ही टूटा
आरोपी कृष्ण कुमार आरएमपी है। वह गांव में डॉक्टरी की दुकान चलाता है। पहले भी नशा बेचने के आरोप में उस पर छापामारी हो चुकी है। पुलिस के पकड़े जाने से पूर्व उसके घर रिश्ता पक्का करने के लिये लड़की वाले आने थे। लेकिन उसके पकड़े जाते ही सब उलटफेर हो गया। शादी का रिश्ता तय होने से पहले ही टूट गया। वहीं सलीम खान को अपने साले की शादी में जाना था। इससे पहले ही पुलिस उसे उठा ले आई।
अदालत में पेश किये जाएंगे
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह तथा सीआईए प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े आरोपियों को पकडऩे में साईबर सैल का विशेष योगदान रहा। आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जायेगा। मुख्य आरोपी सुरजीत अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
प्रतिक्रिया
साहस को सलाम
अग्निकांड का दंश झेल चुकी डबवाली के उन प्रतिभावान बच्चों के दर्द को अपने पत्र में जिस विलक्षण शैली में जिस तरह से आप लिखते आ रहे हैं उससे आम व्यक्ति को उनके दर्द का बखूबी अहसास करवा रहे हैं, जो काबिले तारीफ है। वाकई इन बच्चों के प्रति सहानुभूति के अलावा इन्हें प्रोत्साहन की अधिक आवश्यकता है। मैं आपके इस कालम का नियमित पाठक हूं, इन सब को न्याय दिलाने का यह अनूठा प्रयास मुझे बेहद पसंद आया। इससे शिकार बच्चों ने अग्निकांड के जख्मों को जहां सहा है, वहीं उनके समक्ष आज भी जो दरपेश परेशानियां हैं वे भी उजागर हुई हैं, ये वो जख्म हैं, जो हम कभी नहीं भूल सकते, इन प्रतिभाशाली बच्चों ने इस सकंट के समय हो आदम्य साहस का परिचय दिया है वो एक मिसाल है।
नवगीत इसी स्कूल का विद्यार्थी रहा है, वह बचपन से ही स्वाभिमानी रहा है। सहानुभूति की जगह प्रोत्साहन में विश्वास करता था। मैंने उससे कभी सहानुभूति नहीं दिखाई, मेरे इतना कहने मात्र से कि आप किसी से कम नहंीं हो, वह नयी ऊर्जा से भर जाता था। बहुत ही होनहार आज्ञाकारी विद्यार्थी रहा वह 10वीं तक इस विद्यालय का।
आज लहू की लौ समाचार पत्र में कम्पनियों ने अपाहिज कह कर रूलाया पढ़कर उसके स्कूली जीवन की सारी स्मृतियां मेरे मानसिक पटल पर उभर आईं। आज माता पिता के साथ-साथ विद्यालय को भी गर्व है कि वह आज इण्डियन ऑयल कम्पनी में सीनियर प्रचेजिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत है, ऐसा पढ़कर रह रह कर उसकी याद आ रही है कि उसने जब पहली बार गुवाहटी (असम) में ज्वाईन किया था तो उसने सब से पहले फोन कर मम्मी पापा को स्कूल में मिठाई का डिब्बा देकर आने को कहा था।
अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, अपनी प्रतिभा व स्वाभिमान उमंगों व उत्साह के साथ जीवन को फिर से जीने के नवगीत की महत्वाकांक्षा जैसे साहस को मेरा सलाम......
विद्यालय परिवार आज उसकी इस उपलब्धि पर गौरवन्वित महसूस कर रहा है।
-वेदप्रकाश भारती, निदेशक,एनपीएस मंडी डबवाली
पाठकों से : आप भी लहू की लौ में अग्निकांड पर प्रकाशित किये जाने वाले समाचारों पर अपनी प्रतिक्रियाएं भेज कर साहस जुटाने वाले युवाओं को प्रोत्सोहित करें और इस बार अधिक से अधिक संख्या में अग्निकांड स्थल पर पहुंच कर शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दें।-संपादक
अग्निकांड का दंश झेल चुकी डबवाली के उन प्रतिभावान बच्चों के दर्द को अपने पत्र में जिस विलक्षण शैली में जिस तरह से आप लिखते आ रहे हैं उससे आम व्यक्ति को उनके दर्द का बखूबी अहसास करवा रहे हैं, जो काबिले तारीफ है। वाकई इन बच्चों के प्रति सहानुभूति के अलावा इन्हें प्रोत्साहन की अधिक आवश्यकता है। मैं आपके इस कालम का नियमित पाठक हूं, इन सब को न्याय दिलाने का यह अनूठा प्रयास मुझे बेहद पसंद आया। इससे शिकार बच्चों ने अग्निकांड के जख्मों को जहां सहा है, वहीं उनके समक्ष आज भी जो दरपेश परेशानियां हैं वे भी उजागर हुई हैं, ये वो जख्म हैं, जो हम कभी नहीं भूल सकते, इन प्रतिभाशाली बच्चों ने इस सकंट के समय हो आदम्य साहस का परिचय दिया है वो एक मिसाल है।
नवगीत इसी स्कूल का विद्यार्थी रहा है, वह बचपन से ही स्वाभिमानी रहा है। सहानुभूति की जगह प्रोत्साहन में विश्वास करता था। मैंने उससे कभी सहानुभूति नहीं दिखाई, मेरे इतना कहने मात्र से कि आप किसी से कम नहंीं हो, वह नयी ऊर्जा से भर जाता था। बहुत ही होनहार आज्ञाकारी विद्यार्थी रहा वह 10वीं तक इस विद्यालय का।
आज लहू की लौ समाचार पत्र में कम्पनियों ने अपाहिज कह कर रूलाया पढ़कर उसके स्कूली जीवन की सारी स्मृतियां मेरे मानसिक पटल पर उभर आईं। आज माता पिता के साथ-साथ विद्यालय को भी गर्व है कि वह आज इण्डियन ऑयल कम्पनी में सीनियर प्रचेजिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत है, ऐसा पढ़कर रह रह कर उसकी याद आ रही है कि उसने जब पहली बार गुवाहटी (असम) में ज्वाईन किया था तो उसने सब से पहले फोन कर मम्मी पापा को स्कूल में मिठाई का डिब्बा देकर आने को कहा था।
अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, अपनी प्रतिभा व स्वाभिमान उमंगों व उत्साह के साथ जीवन को फिर से जीने के नवगीत की महत्वाकांक्षा जैसे साहस को मेरा सलाम......
विद्यालय परिवार आज उसकी इस उपलब्धि पर गौरवन्वित महसूस कर रहा है।
-वेदप्रकाश भारती, निदेशक,एनपीएस मंडी डबवाली
पाठकों से : आप भी लहू की लौ में अग्निकांड पर प्रकाशित किये जाने वाले समाचारों पर अपनी प्रतिक्रियाएं भेज कर साहस जुटाने वाले युवाओं को प्रोत्सोहित करें और इस बार अधिक से अधिक संख्या में अग्निकांड स्थल पर पहुंच कर शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दें।-संपादक
नील गाय की हत्या की निन्दा
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में कुछ लोगों द्वारा नील गाय की हत्या किए जाने की घटना की बिश्नोई समाज ने सख्त शब्दों में निंदा की है। बिश्नोई सभा के सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने कहा कि जीव हत्या किया जाना पाप है और कानूनन अपराध है। इसके बावजूद कुछ लोग वन्य प्राणियों की हत्या किए जाने से बाज नहीं आते। यदि इस अपराध को सख्ती से न रोका गया तो वन्य प्राणियों की कई प्रजातियां लुप्त हो जाएंगी। इससे पर्यावरण का संतुलन भी बिगडऩे का खतरा है। जीवों की हत्या किए जाने की ऐसी घटनाओं के बंद नहीं होने के कारण बिश्नोई समाज के लोगों में काफी रोष है। उन्होंने सरकार व पुलिस प्रशासन से मांग की कि वन्य प्राणी विहार में विचरने वाले वन्य प्राणियों को बचाने के लिए उचित कदम उठाएं जाएं ।
गेम्ज के माध्यम से मैनेजमेंट सिद्धांतों की जानकारी दी
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली में सोमवार को कॉमर्स विभाग की ओर से मैनेजमेंट गेम्ज करवाकर विद्यार्थियों को मैनेजमेंट के सिद्धांत समझाये। इस दौरान प्रो. ऊषा गोयल, डॉ. सीमा जिन्दल, प्रो. सुमित गोकलानी और प्रो. ज्योति रानी उपस्थित थे। विद्यार्थियों को ग्रुपों में बांटकर और अलग अलग परिस्थितियों में मैनेजमेंट के सिद्धांतों को लागू करना सिखाया गया।
मकान की छत गिरने से एक घायल
डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में पूर्व सरपंच किशोर चंद वाली गली में सोमवार को एक मकान की छत गिरने से एक युवक घायल हो गया। कमरे में पड़ा सामान टूटने से करीब डेढ़ लाख रूपये का नुक्सान हुआ है। युवक को उपचार के लिये एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
अस्पताल में उपचाराधीन विक्रम ने बताया कि सुबह 10 बजे वह छत पर खड़ा था। इसी दौरान छत नीचे गिर गई। वह मलबे में दब गया। घर के आंगन में मौजूद उसकी चाची माला तथा भाभी कमला देवी के शोर मचाने पर पड़ौसी अरमान, मुनीष, शोभित, संजय, सोनू तथा पवन मौका पर पहुंचे। उन्होंने उसे मलबे से बाहर निकालकर उपचार के लिये अस्पताल पहुंचाया। वह बीए प्रथम वर्ष का छात्र है। छत गिरने से कमरे में पड़ा टीवी, फ्रिज, फर्नीचर तथा अन्य सामान टूट गया। जिससे करीब डेढ़ लाख रूपये का नुक्सान हुआ है।
60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स मुकाबलों में खालसा स्कूल की अंजलि को ब्रॉंज मैडल मिला
डबवाली (लहू की लौ) 60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स अंडर-17 मुकाबलों में हरियाणा की टीम को तीसरा स्थान मिला है। जिला सिरसा की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल की खिलाड़ी 14 वर्षीय अंजलि सियाल को टीम के साथ ब्रॉंज मैडल मिला है।
कैसे चला हरियाणा की टीम का अभियान
मणिपुर के इंफाल में आयोजित प्रतियोगिता से पूर्व हरियाणा ने अन्य प्रदेशों की टीम के साथ चार लीग मैच खेले। एक लीग मैच में बिहार के हाथों हार मिली। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हरियाणा की भिड़ंत उड़ीसा की लड़कियों से हुई। उड़ीसा को 7-1 से पराजित करने के बाद सेमीफाइनल में तामिलनाडु से मुकाबला हुआ। तामिलनाडु ने यह मुकाबला 1-0 से जीत फाइनल में जगह बनाई। मैच का नतीजा आखिरी मिनट पर आया। जब तामिलनाडु ने फ्री किक को गोल में बदल दिया। तीसरे मुकाबले के लिये पुन: हरियाणा तथा बिहार में टक्कर हुई। इस बार पिछली हार का बदला चुकाते हुये हरियाणा ने बिहार को 7-1 के करारे अंतर से शिकस्त दी और तांबे का मैडल अपने नाम किया।
दूसरी बार खेला नेशनल
अंजलि सियाल ने दूसरी बार नेशनल खेला है। पूरी टीम में वह सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थी। इससे वह पूर्व अंडर-14 मुकाबलों में नेशनल खेल चुकी है। उस समय उसे सिल्वर मैडल प्राप्त हुआ था। उसकी उम्र करीब 12 वर्ष थी। मैडल जितने के बाद पहले दिन विद्यालय आने पर उसका जोरदार स्वागत किया गया। प्रिंसीपल गुरतेज सिंह ने उसे स्कूल का हीरा कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अंजलि ने सिद्ध कर दिखाया है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं। फिर चाहे खेल का ही मैदान क्यूं न हो। पूरे विद्यालय को अपनी इस बेटी पर नाज है।
पीटीआई पिता से सीख रही गुर
अंजलि सियाल ने बताया कि वह अपने पीटीआई पिता राजन से फुटबाल के गुर सीखकर बड़ी हुई है। दूसरी बार प्रदेश के लिये खेलकर गर्व महसूस कर रही हूं। प्रतियोगिता में मेरी जगह हॉफ बैक में थी। उस दौरान जो भी गलतियां हुई, उसे दूर करने का प्रयास करूंगी।
महिला के कानों से सोने की बालियां उतार ले गये युवक
डबवाली (लहू की लौ) रविवार को दो युवक तथा एक बालिका रेलवे स्टेशन के नजदीक एक महिला के कानों से सोने की बालियां उतार ले गये। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस में दी है।
वार्ड नं. 16 की गली मिस्त्री हरनेक सिंह वाली निवासी सुनीता देवी ने बताया कि दोपहर बाद करीब 1 बजे वह अपने पति कृष्ण लाल का भोजन लेकर सब्जी मंडी में गई थी। वापिस लौटते समय दो युवकों ने एक बालिका के साथ मिलकर उसका पीछा करना शुरू कर दिया। रेलवे स्टेशन से होते हुये वह शिव मंदिर के नजदीक पहुंची तो युवकों से उसे रोककर बातचीत शुरू कर दी।
युवकों ने उसकी नाक के नजदीक एक कपड़ा करते हुये अपनी सोने की बालियां उतारकर उसमें रखने के लिये कहा। जिस पर उसने इंकार कर दिया। युवक वहां से खिसक गये। वह कलोनी रोड़ पर रहने वाली अपनी बहन कमलेश के पास चली गई। उसे मालूम नहीं कि वह उसके घर पर कैसे पहुंची। वहां उसे पता चला कि उसके कानों की बालियां गायब हैं। जब उसने हाथ में पकड़े लिफाफे में से कपड़ा निकाला तो उसमें नकली सोने की बालियां मिलीं।
सुनीता ने बताया कि उसने अपने परिजनों के साथ मिलकर युवकों को काफी तलाशा। लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल पाया। इसकी शिकायत उन्होंने शहर थाना पुलिस तथा जीआरपी में दर्ज करवाई है। युवकों की उम्र 20 वर्ष थी। जबकि लड़की की उम्र 10 वर्ष थी। सुनीता ने बताया कि बालियां आधा तोला की थी। माना जा रहा है कि महिला को नशीला पदार्थ सूंघाने के बाद ही आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।
डबवाली अग्निकांड ने जख्म दिये, कंपनियों ने अपाहिज कह रूलाया
डबवाली (लहू की लौ) इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी जानने के बाद आंखों से पानी टपकने लगता है। अग्निकांड में 85 फीसदी जलने के बावजूद नवगीत सेठी ने जो प्रतिभा दिखाई
जब बड़े ने छोटे को बचाया
23 दिसंबर 1995 को नवगीत अपने बड़े भाई लवगीत के साथ अपने स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम को देखने के लिये पहुंचा था। आग लगने पर लवगीत अपने छोटे भाई को बाहर लेकर आया। नवगीत पहला बच्चा था जो आग की लपटों से बचता बचाता बाहर लाया गया था। उस समय लवगीत चौथी तथा नवगीत तृतीय कक्षा में पढ़ता था। बाहर आने के बाद एक राहगीर की सहायता से अपने झुलसे भाई को अस्पताल में पहुंचाया। बाद में इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। गंभीर हालत में नवगीत को डीएमसी लुधियाना लेजाया गया। सिर, हाथ तथा शरीर का पिछला हिस्सा बुरी तरह से जलने के बावजूद नवगीत ने हिम्मत नहीं हारी।
मैकेनिकल इंजीनियर बना
उपचार से पीछा छुड़वाने के बाद नवगीत ने डबवाली के निजी स्कूलों से 12वीं पास की। दायं हाथ की अंगुलियां कटी होने के बावजूद भी बेहतरीन अंक लेकर उत्तीर्ण हुआ। बीटेक के लिये प्रवेश परीक्षा पास करने पर एक अवसर आया कि नवगीत हरियाणा के किसी भी संस्थान में दाखिला ले सकता था। लेकिन कंप्यूटर इंजीनियरिंग को दरकिनार करते हुये उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिये हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित एक संस्थान में एडमिशन लिया। 85 प्रतिशत जख्मों के साथ मैकेनिकल में वेल्डिंग ट्रेड अपनाई।
42 कंपनियों के बोल नमक से कम नहीं
कैंपस सिलेक्शन के दौरान 42 कंपनियां जॉब देने के लिये आई। परीक्षा में पास होने के बावजूद भी कंपनियों ने नवगीत की सिलेक्शन नहीं की। इंटरव्यू के दौरान अग्निकांड के जख्मों के आधार पर उसे अपाहिज करार देकर कंपनी उसे नौकरी देने से मना कर देती। जिसके बाद यह युवक खुद को अकेला महसूस कर बहुत रोता। उसे ऐसा महसूस होता कि कंपनियां उसके जख्मों पर नमक छिड़क रही हैं।
आप मुझे यहां भेज दो, पर पैकेज बढिय़ा हो
वर्ष 2010 में आखिर वह दिन आ ही गया, जिसका नवगीत बेसब्री से इंतजार कर रहा था। एमटेक के लिये गेट की परीक्षा पास करने के बाद आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली तथा रूड़की से उसे एडमिशन का ऑफर मिला। आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेने के ठीक तीन दिन बाद इंडियन ऑयल कंपनी कार्पोरेशन ने उसका सिलेक्शन कर लिया। इंटरव्यू के दौरान अधिकारियों ने उसे अंडमान निकोबार में भेजने की चेतावनी दी। जिस पर नवगीत ने कहा कि उसे यहां मर्जी भेज दो, लेकिन पैकेज अच्छा होना चाहिये। अग्निकांड पीडि़त का हौंसला देख कंपनी ने उसे गुवाहटी में ए ग्रेड अधिकारी बनाकर भेजा। छह माह की सर्विस की बाद उसे सीनियर परचेजिंग अधिकारी बनाकर कंपनी ने पानीपत स्थित रिफाईनरी में भेज दिया। पिछले चार वर्षों से नवगीत उपरोक्त रिफाईनरी में सालाना 12 लाख रूपये के पैकेज पर कार्यरत है।
मेरे बेटे ने हिम्मत नहीं हारी
अग्निकांड के समय नवगीत की उम्र महज 8 साल थी। अग्निकांड में मिले जख्मों के आधार पर मेरे बेटे नवगीत को कंपनियां अपाहिज समझती थी। टेस्ट में नंबर वन रहने वाले मेरे बेटे को इंटरव्यू में निकाल दिया जाता। जबकि अन्य बच्चों को नौकरी मिल जाती। यह बात उसे बहुत खटकती थी। नवगीत सिलेक्शन न होने पर बहुत रोता था। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। कंप्यूटर इंजीनियर बनने के लिये उन्होंने उस पर बहुत दबाव डाला। लेकिन एसी कमरों वाली आराम दायक ट्रेड अपनाने की बजाये उसने वेल्डिंग में जाना पसंद किया। अपनी प्रतिभा के बल पर आज इस मुकाम पर है।
-रमेश सेठी (नवगीत के पिता)
नील गाय को मारकर किये टुकड़े, पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में नील गाय को मारने का मामला सामने आया है। बिश्नोई समाज की शिकायत पर मौका पर पहुंची शहर थाना पुलिस ने मौका से नील गाय के मांस के टुकड़े तथा अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
रविवार सुबह बिश्नोई समाज के कुलदीप जादूदा ने पुलिस में शिकायत देकर कहा कि गांव डबवाली में लछमन सिंह बावरिया के घर पर नील गाय को मारकर उसका मांस पकाने की तैयारी की जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस दौड़ पड़ी। मौका पर पशु चिकित्सक तथा वाईल्ड लाईफ विभाग के कर्मचारियों को बुलाया गया। पुलिस ने मौका से टोका, दात, छुरा बरामद कर लिया। मौका पर मिले पप्पू नामक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। हिरासत में पूछताछ के दौरान पप्पू ने बताया कि नील गाय मृत अवस्था में गांव मांगेआना रोड़ पर स्थित खेतों के पास से मिली थी। उसने लछमन, दर्शन बगैरा के साथ मिलकर उसे वहीं काट डाला। कुछ मांस गांव मांगेआना के लोग भी ले गये।
पशु चिकित्सक अरूण बांसल ने बताया कि मौका से मिला मांस तथा हड्डियां नील गाय की हैं। लेकिन यह बताना मुश्किल है कि उस समय नील गाय मृत थी या फिर जीवित।
वाईल्ड लाईफ इंस्पेक्टर राजेंद्र डांगी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जिसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जायेगी।
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा मामले की जांच कर रहे एएसआई भूप सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।
कभी गवाह था, आज हाईकोर्ट का जस्टिस हूं
बच्चों पर स्ट्रेस बढ़ रहा है, प्रत्येक स्कूल में हो काऊंसलर-परमजीत सिंह
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ के जस्टिस परमजीत सिंह ने कहा कि बच्चों में अध्यापक बनना चाहता था, एक जज के सामने गवाह के तौर पर प्रस्तुत हुआ था, उन्होंने मुझे वकील बनने के लिये प्रेरित किया। वकील बन गया, लेकिन ताने बहुत सहे। जस्टिस बनने का सपना देखा था, पूरा हुआ तो अपनी मेहनत पर गर्व हुआ। आप सपना देखकर, उसे पूरा करने के लिये जी-जान लगाओ। फिर देखना, सपना कैसे पूरा होता है।
भाषण लिखकर लाये थे, लेकिन खोलकर तक नहीं देखा
जस्टिस रविवार को बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल के 39वें वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे पहली बार किसी जनसमूह को संबोधित करने जा रहे हैं। इसलिये वे अपना भाषण लिखकर लाये थे। लेकिन अब उसकी जरूरत नहीं है। चूंकि भाषण में जो बातें मैंने लिखी थी, वह बच्चों ने मंच के जरिये प्रस्तुत कर दी। बच्चों के साथ अपनी जिंदगी के पहलू सांझे करते हुये जस्टिस ने कहा कि उनकी प्राथमिक शिक्षा गोबिंदपुरा बरेटा के सरकारी स्कूल में हुई। आठवीं भी गांव के स्कूल में की। 10वीं रामपुरा फूल से पास की। बठिंडा के डीएवी कॉलेज से बीएससी की। वेयर हाऊसिंग कापोरेशन में नौकरी की। इसी विभाग में वरिष्ठ पद मिल गया। साथ में एलएलबी करने लगा।
जब जज ने कहा आप वकील क्यों नहीं बनते
पहली बार अदालत में गवाह के तौर पर जज के सवालों का सामना किया। उत्तर सुनकर जज ने कहा कि आप वकील क्यूं नहीं बन जाते। उसी समय नौकरी छोड़कर मानसा स्थित अदालत में प्रेक्टिस शुरू कर दी। फौजदारी केस लड़ते हुये एक वर्ष बीत गया। फिर सिविल सूट मामला आया। साथी वकीलों से मदद लेनी चाही तो ताने मिले। लेकिन पीछा नहीं छोड़ा। वो दिन के बाद आज का दिन है। सिविल सूट के लिये सलाह मांगने वाला वकील आज जस्टिस है।
हर विद्यालय में काऊंसलर जरूरी
उन्होंने बच्चों को थ्री पी हमेशा याद रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्ले, पेशन और परपज को जिंदगी में उतार लें। सफलता खुद ब खुद कदम चूमेगी। उन्होंने कहा कि आज के बच्चों पर स्ट्रेस बहुत ज्यादा है। बच्चों की स्ट्रेस दूर करने के लिये प्रत्येक स्कूल में काऊंसलर होना जरूरी है। ताकि बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने का अच्छा वातावरण मिल सकें।
बच्चों को गिफ्ट नहीं समय की जरूरत
उन्होंने अभिभावकों को सलाह देते हुये कहा कि बच्चों को गिफ्ट नहीं समय की जरूरत होती है। इसलिये बच्चों को जितना भी समय दे सकें, उतना दें। 12-13 वर्ष की उम्र ऐसी होती है, जिसमें बच्चे को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस स्थिति में बच्चे को वॉच करें, उसके साथ अच्छे मित्र वाला बर्ताव करें।
मेरा नचदा पंजाब पर झूम उठा पंडाल
बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह संपन्न
डबवाली (लहू की लौ) छात्राओं से छेड़छाड़ त
था उनकी दुर्दशा पर व्यंग्यात्मक कोरियोग्राफी एक अकेली लड़की ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस सहित दर्शकों की आंखों में पानी भर दिया। मौका था मंडी किलियांवाली स्थित बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम का। रविवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में संजीव शाद की कोरियोग्राफी ने दीयां दा दर्द बड़ी बखूबी से ब्यां किया। कोरियोग्राफी में दिखाया गया कि घर की दहलीज से लेकर कॉलेज के गेट पर लड़कियां महफूज नहीं हैं। चौराहों पर खड़ी होकर अपनी दुर्दशा का जवाब मांगती हैं? सिस्टम तथा समाज में बदलाव से लड़कियां सुरक्षित हो सकती हैं।
लघु नाटिका से शिक्षा तंत्र पर प्रहार
मंच पर लघु नाटिका सूरज उगने से पहले प्रस्तुत की गई। नाटिका में चीनी घोटाला, भाई भतीजा वाद, रिश्वतखोरी, भ्रष्ट राजनीति, ऑयल एंड फूड स्केम का मुद्दा उठाया गया। कलाकारों ने एक आदमी की वर्तमान हालात ब्यां करते हुये कहा कि मैं आदमी हूं, आप जैसा ही हूं। नहीं, नहीं आप जैसा नहीं हो सकता। हर इंसान एक जैसा नहीं हो सकता। मैं आम आदमी हूं। मौजूदा भ्रष्ट सिस्टम का मारा। भ्रष्ट राजनीतिकों को रोजाना लूटते देखता हूं। ऐसे में जहर पीने को मन करता है। 33 मिनट की इस लघु नाटिका में आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर जबरदस्त कटाक्ष किया गया। किताबी ज्ञान के साथ-साथ विजडम की प्रेरणा दी गई।
बच्चों ने उतारी सतरंगी पींग
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने धूम मचा दी। लोक विरासत पेश करते हुये बच्चों ने सतरंगी पींग मंच पर उतार दी। गुजरात, कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान तथा पंजाब की संस्कृति को अपने-अपने अंदाज में प्रस्ततु किया। भुमरो, भुमरो, शाम रंग भुमरो...., जन्नत का नूर लेकर मेहंदी की रात आई है। युवक-युवतियों ने मेरा रंगला पंजाब, मेरा नचदा पंजाब पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का आगाज मंगलवंदनम के साथ हुआ। जस्टिस परमजीत सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। बच्चों ने स्वागत गीत पेश किया। इस मौके पर विद्यालय के मेधावी तथा खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। विद्यालय मैनेजिंग कमेटी के उपाध्यक्ष नीरज जिंदल ने मुख्यातिथि जस्टिस परमजीत सिंह का परिचय करवाया। प्रिंसीपल एसके कौशिक ने विद्यालय की वाार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश बठिंडा तेजिंद्र सिंह, विद्यालय प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष वीपी जिंदल, अरूण जिंदल, डॉ. आरएस अग्निहोत्री, साहित्यकार एसएम देवगण, तरसेम जिंदल, सुदर्शन मित्तल, पिं्रसीपल सुरजीत सिंह मान, जेएस हरचंद, कंचन हरचंद, रमेश सचदेवा, बीडी बांसल, केशव शर्मा, वेदप्रकाश भारती, मनोज गुप्ता, प्रविंद्र अरोड़ा, के. दिलावर, प्रिंसीपल डॉ. इंदिरा अरोड़ा, कोरियोग्राफर संजीव शाद उपस्थित थे। मंच संचालन स्टॉफ सदस्य पवन वर्मा तथा संदीप कौर ने किया।
वोट बनाने पहुंचे लोग, मतदान केंद्र पर ताला लगा मिला
डबवाली (लहू की लौ) मत बनाने संबंधी डीसी निखिल गजराज के आदेश रविवार को हवा हो गये। क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने बूथ पर बीएलओ तय समय से करीब डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। मत बनाने आये लोगों ने जब इसका कारण पूछा तो बीएलओ ने जवाब दिया कि 7 दिसंबर को भी वोट बनाये गये थे, आप उस समय आ सकते थे। तनातनी के बीच बीएलओ ने बूथ का ताला खोला। तहसीलदार ने संबंधित बीएलओ पर कार्रवाई करने की बात कही है।
चुनाव आयोग के आदेश की उड़ी धज्जियां
चुनाव आयोग के आदेश पर रविवार को मतदान केंद्र खुले रखे गये थे। संबंधित मतदान केंद्र पर बीएलओ की डयूटी नये वोट बनाने तथा आपत्तियां दर्ज करने के लिये तय की गई थी। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। लोगों को मतदान प्रक्रिया से जोडऩे के लिये उपायुक्त निखिल गजराज ने जागरूकता अभियान चलाया था। लेकिन बीएलओ की लापरवाही के चलते यह अभियान धूमिल होता नजर आया। तय समय पर क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने मतदान केंद्र नं. 23 तथा 24 पर मत बनाने के लिये पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी। 23 नंबर का बीएलओ साढ़े 10 बजे पहुंचा। जबकि 24 नंबर पर तैनात बीएलओ इससे भी दूरी से पहुंचा। वोट बनाने की इंतजार में खड़े नानक चंद, सुरेंद्र कुमार, नवीन, भूपिंद्र सिंह ने बताया कि वे ठीक 9 बजे मतदान केंद्र पर आ गये थे। लेकिन बीएलओ दर्शन सिंह देरी से पहुंचा। जब बीएलओ को उलाहना दिया गया तो वह आग बबूला हो गया। अपनी गलती स्वीकार करने की अपेक्षा उन्हें ही पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। बीएलओ ने कहा कि 7 दिसंबर को भी नये मत बनाये गये थे, आप उस समय मत बना लेते। उनसे भिड़ते हुये बीएलओ ने मतदान केंद्र का ताला खोला। जबकि दूसरा बीएलओ पहुंचा ही नहीं। जब दूसरे बूथ से संबंधित पूछताछ करनी चाही, तो उपरोक्त बीएलओ बोला कि वह आज नहीं आयेगा। उसका काम उसने ही देखना है।
फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा
इधर मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था का माहौल रहा। नई वोट बनाने के लिये जरूरी फार्म नं. 6 मतदान केंद्रों पर उपलब्ध नहीं हुआ। ऐसे में लोगों को निजी फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा।
रिपोर्ट ली जायेगी
बीएलओ ने सुबह 9 बजे मतदान केंद्र संभालने थे। सोमवार को बीएलओ तलब किये जाएंगे। मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों के पास भेजी जायेगी।
-मातू राम नेहरा तहसीलदार, डबवाली
घर पर कार्यक्रम था, इसलिय हुई देरी
घर पर कार्यक्रम था। जिसे निपटाने के बाद मतदान केंद्र पर पहुंचा हूं। इसी वजह से देरी हुई। मतदान केंद्र नं. 24 पर बीएलओ देरी से पहुंचेंगा। जिसकी जानकारी उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों को दे रखी है।
-दर्शन सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 23
साढ़े 10 बजे केंद्र पर पहुंच गया था
करीब साढ़े 10 बजे मतदान केंद्र पर पहुंच गया था। मैंने आज 50 नये वोट बनाये हैं।
-यशपाल सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 24
बाईक डिवाइडर से टकराया, एक घायल
डबवाली (लहू की लौ) रविवार देर शाम को गांव डबवाली में कालांवाली मोड़ पर बाईक के डिवाईडर से टकरा जाने से बाईक चालक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में लाया गया।
बाईक सवार विजय निवासी गांव डबवाली ने बताया कि वह उन्हीं के गांव के गौरी के साथ बाईक पर गांव मिठड़ी में जेसीबी चालक की रोटी देने गया था। वापिसी में सामने से आ रहे वाहन की लाईटें पडऩे से उनका बाईक डिवाईडर से जा टकराया। जिससे गौरी के चोटें आयीं।
युवक पर चढ़ाया बाईक
डबवाली (लहू की लौ) ओढां पुलिस ने गांव नुहियांवाली निवासी एक युवक के ब्यान पर उसका रास्ता रोककर मारपीट करने व मोटरसाइकिल चढ़ाकर घायल करने के आरोप में केस दर्ज किया है। सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल प्रेम कुमार पुत्र बनवारी लाल ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि वह पशु चिकित्सक का कार्य करता है। इसी के तहत वह गांव में एक पशु को देखकर आ रहा था कि चौपाल में पीछे से आ रहे पल्सर मोटरसाइकिल सवार भीम पुत्र जगदीश ने उसके साथ मारपीट करते हुए उस पर मोटरसाइकिल चढ़ा दिया। इस घटना में प्रेम के बायें पैर पर गंभीर चोट लगी है जिसे तुरंत सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस संबंध में पुलिस ने प्रेम के ब्यान पर आरोपी भीम के खिलाफ भादसं की धारा 323, 341 व 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में घायल की एक्सरे रिपोर्ट आने के उपरांत अन्य कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कार की टक्कर से तीन घायल
डबवाली (लहू की लौ) गांव पिपली के निकट कार की टक्कर लगने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सहारा कल्ब की एंबुलेंस की मदद से कालांवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया लेकिन जहां से उन्हें सिरसा रेफर कर दिया गया।
जानकारी अनुसार गांव पिपली निवासी जगसीर सिंह, नरेश व दुन्ना सिंह अपने घर से खेत जा रहे थे कि कालांवाली की तरफ से तेज गति से आ रही एक जेन कार ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे तीनों व्यक्ति घायल हो गए। सूचना पाकर एंबुलेंस मौके पर पहुंची और तीनों को कालांवाली के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां से जगसीर सिंह, नरेश को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा रैफर कर दिया। जबकि दुन्ना सिंह को ओढां के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घटना की सूचना पाकर कालांवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर दुघर्टना का जायजा लिया वहीं कार चालक मौके से फरार हो गया।
हाईवे जाम मामले में मंच के जिलाध्यक्ष सहित 7 गिरफ्तार
अब महिलाएं बोली हम भी देंगी गिरफ्तारी
डबवाली (लहू की लौ) औढां पुलिस ने 3 माह पूर्व ओढां में नैशनल हाईवे जाम करने के मामले में नामजद किये गए इंकलाबी मजदूर मंच के जिलाध्यक्ष हरदीप सिंह, बूटा सिंह व 5 महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब हरदीप सिंह व दर्जनों महिला पुरुषों ने 10 सितंबर को गांव में दो डिपू होल्डरों के खिलाफ कार्रवाई न होने के चलते ओढां में हाइवे जाम किया था जिसमें पुलिस ने हरदीप सिंह व अन्य कई लोगों पर केस दर्ज किया था। रविवार को पुलिस ने जब हरदीप सिंह को उसके घर जलालआना से गिरफ्तार किया तो सूचना पाते ही काफी संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष थाने में पहुंच गए और रोष जताते हुए कहा कि हरदीप सिंह के साथ वे सभी गिरफ्तारी देंगे। ये सुनकर एक बारगी तो पुलिस भी सकते में आ गई क्योंकि इससे पूर्व भी हरदीप सिंह के साथियों ने कई बार पुलिस थाना में एकता का परिचय दिया था। पुलिस ने उनको समझा बुझाकर जैसे तैसे शांत किया और हरदीप सिंह ने उन्हें कानून का सम्मान करने की हिदायत देते हुए वापिस भेज दिया। हरदीप सिंह की गिरफ्तारी के बाद मंच के सदस्य बूटा सिंह, महिलाओं जसपाल कौर, कुलविंद्र कौर, परमजीत कौर, लीलो देवी व जसविंद्र कौर ने भी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर डबवाली न्यायालय में पेश किया जहां से हरदीप सिंह को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया तो वहीं अन्य लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव संपन्न
डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज की ओर से आयोजित पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव रविवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। यज्ञशाला में हुए हवन यज्ञ में मुख्य यजमान डॉ. रामफल आर्य, कुलदीप पटवारी, अमीलाल रिसालियाखेड़ा सहित कई अन्यों ने यज्ञ में आहुति डाली जबकि यज्ञब्रह्मा की भूमिका आचार्य हरी प्रसाद शास्त्री ने निभाई। तदोपरांत ख़ुशी राम आर्य ने 'जिंदगी का स$फर करने वाले अपने मन का दिया तो जला लेÓ भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक से पधारे युवा भजनोपदेशक पंडित जसविंद्र आर्य ने भजन के माध्यम से बताया कि जब महर्षि देव दयानंद की शिक्षा पूरी हुई और गुरू दक्षिणा का समय आया तो दयानंद कुछ लोंग लेकर प्रज्ञाचक्षु गुरू विरजानंद के पास पहुंचे। इसके बाद मंच से पं. हरी प्रसाद शास्त्री ने कन्या भू्रण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उपस्थिति को इसे बंद करने का आहवान किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. जेएस हरचंद, कालू राम मेहता, रोशन लाल आहूजा, एसके दुआ, नत्थू राम अग्रवाल, डॉ. रमेश कुमार, कंचन हरचंद, नीलम दुआ, सावित्री देवी, उर्मिला देवी, ममता आर्य, सरोज, रजनी, भीम आर्य, जगसीर सिंह, बीएन रहेजा, मानवप्रीत नामधारी, अमरजीत सिंह सेठी, हरीत सिंह बिट्टू सेठी, सुदेश आर्य, श्लोक आर्य उपस्थित थे।
गर्म कपड़ों का क्लॉथ बैंक स्थापित करेगा लॉयन क्लब
डबवाली (लहू की लौ) लायंस क्लब डबवाली सुप्रीम के निदेशक मंडल की एक बैठक प्रधान नरेश गुप्ता की अध्यक्षता में रसोई रेस्टोरेंट में हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
क्लब के पीआरओ मनोहर लाल ग्रोवर ने बताया कि सभा की शुरूआत लॉयन गुरदीप कामरा ने ईश वंदना से की। सचिव दीपक सिंगला ने आने वाले दिनों में कल्ब द्वारा लगाये जाने वाले सामाजिक प्रकल्पों की जानकारी दी। सिंगला ने बताया कि 18, 19 व 20 दिसंबर को महाराजा पैलेस में एक योगा कैंप लगाया जा रहा है। जिसमें योगाचार्य गोपाल कृष्ण योग व आध्यात्मक द्वारा कैसे उम्र बढ़ायें इस बारे में विस्तार से बतायेंगें। क्लब ने एक गर्म कपड़ों के क्लॉथ बैंक की स्थापना का निर्णय भी लिया। जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति दर्ज की। इस निर्णय के अनुसार सभी सदस्य गर्म वस्त्र एकत्रित करके 21 दिसम्बर को जरूरतमंदों को वितरित करेंगें। क्लब ने 23 दिसम्बर को युवा रक्तदान सोसायटी के साथ मिलकर एक रक्तदान शिविर का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला में किया जा रहा है। आगामी दिनों में ट्रेफिक नियम जागरूक कैंप के आयोजन के दौरान रिफलेक्टर भी लगाये जायेंगें। इसके अतिरिक्त क्लब प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर कैंप भी आयोजित करेगा। कोषाध्यक्ष लॉयन संजीव गर्ग ने क्लब का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर लॉयन संजय कटारिया, गुरदीप कामरा, अमरजीत अनेजा, इन्द्रप्रीत सिंह मोंगा, विपिन अरोड़ा, डॉ. लोकेश्वर वधवा, हरविंद्र सिंह, योगेश मिढ़ा, आशू लूना, संदीप गिलहोत्रा, भूपिंद्र पाहूजा, राकेश वधवा ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
क्लब के पीआरओ मनोहर लाल ग्रोवर ने बताया कि सभा की शुरूआत लॉयन गुरदीप कामरा ने ईश वंदना से की। सचिव दीपक सिंगला ने आने वाले दिनों में कल्ब द्वारा लगाये जाने वाले सामाजिक प्रकल्पों की जानकारी दी। सिंगला ने बताया कि 18, 19 व 20 दिसंबर को महाराजा पैलेस में एक योगा कैंप लगाया जा रहा है। जिसमें योगाचार्य गोपाल कृष्ण योग व आध्यात्मक द्वारा कैसे उम्र बढ़ायें इस बारे में विस्तार से बतायेंगें। क्लब ने एक गर्म कपड़ों के क्लॉथ बैंक की स्थापना का निर्णय भी लिया। जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति दर्ज की। इस निर्णय के अनुसार सभी सदस्य गर्म वस्त्र एकत्रित करके 21 दिसम्बर को जरूरतमंदों को वितरित करेंगें। क्लब ने 23 दिसम्बर को युवा रक्तदान सोसायटी के साथ मिलकर एक रक्तदान शिविर का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला में किया जा रहा है। आगामी दिनों में ट्रेफिक नियम जागरूक कैंप के आयोजन के दौरान रिफलेक्टर भी लगाये जायेंगें। इसके अतिरिक्त क्लब प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर कैंप भी आयोजित करेगा। कोषाध्यक्ष लॉयन संजीव गर्ग ने क्लब का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर लॉयन संजय कटारिया, गुरदीप कामरा, अमरजीत अनेजा, इन्द्रप्रीत सिंह मोंगा, विपिन अरोड़ा, डॉ. लोकेश्वर वधवा, हरविंद्र सिंह, योगेश मिढ़ा, आशू लूना, संदीप गिलहोत्रा, भूपिंद्र पाहूजा, राकेश वधवा ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
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