कालांवाली (संजीव सिंगला) संतों का काम लोगों को सही मार्ग पर चलने का संदेश देना है। संत किसी भी धर्म या समाज को नहीं मानते। यह बात ओजस्वी प्रखर वक्ता क्रांतिकारी आचार्य दिव्यानंद विजय महाराज निराले बाबा ने शनिवार को मॉडल टाऊन में इंद्रजीत गोयल के निवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमें धीरे-धीरे अपनी पुरानी रूढ़ीवादी सोच को बदलना होगा। लोगों को साथ जोडऩे व जुडऩे के लिए समाजिक कार्यक्रता बनना होगा। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्ेश्य सभी धर्म व वर्ग के लोगों को साथ जोडऩा है और समाजिक कार्यों के लिए जागरूक करना ताकि समाज सेवा के माध्यम से लोक भलाई के कार्य हो सके।
उन्होंने बताया कि उनकी प्रेरणा से व लोगों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर 12 गोशालाएं स्थापित हुई हैं। एक स्कूल स्थापित किया है जिसमें बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा कालांवाली मण्डी में कई ऐसे सामाजिक कार्य करने की है जिससे लोगों को फायदा हो। निराले बाबा ने बताया कि हरियाणा में उनका प्रथम चतुर्मास है, जबकि वह पंजाब में 11 व राजस्थान में चतुर्मास कर चुके हैं। इससे पूर्व निराले बाबा का निवास स्थान पहुंचने पर इंद्रजीत गर्ग, अग्रवाल वैश्य समाज के हल्का प्रधान सुरेश गर्ग (बंटू), अशोक टोनी आदि ने उनका स्वागत किया। उनका रविवार को मंडी में चतुर्मास के लिए भव्य नगर प्रवेश होगा।
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Lahoo Ki Lau
10 जुलाई 2011
बडिंगखेड़ा में शुरू हुए क्रिकेट मुकाबले
डबवाली (लहू की लौ) गांव बडिंगखेड़ा में गांव की ओर से आवा मैदान में आयोजित पांच दिवसीय चौथा क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारम्भ गांव के पूर्व सरपंच दर्शन सिंह भोलू ने रिबन काट कर किया। इसमें पंजाब-हरियाणा की 25 टीमें भाग ले रही हैं।
शनिवार को टूर्नामेंट के पहले दिन 10 टीमों में मुकाबले हुए। टॉस जीत कर पहले खेलते हुए लोहगढ़ की टीम ने सभी विकेट खो कर मात्र रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए मुकबाले में उतरी नसिंग स्कूल सिंघेवाला की टीम ने बिना 3 विकेट खो कर 4 ओवर में जीत हासिल कर ली। नर्सिंग स्कूल के विक्की को 3 विकेट झटकने तथा 21 रन बनाने पर मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया।
दूसरा मुकाबला घुमियारा और बडिंगखेड़ा की टीम में हुआ। पहले खेलते हुए बडिंगखेड़ा की टीम ने 8 ओवर में एक विकेट खो कर 115 रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए उतरी घुमियारा की टीम 38 रनों पर ही आलआऊट हो गई। बडिंगखेड़ा की टीम के जसप्रीत सिंह ने इस मुकाबले में 80 रनों का योगदान दिया। जसप्रीत को मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया। तीसरा मुकाबला लौहारा-डबवाली की टीम के बीच में हुआ। लौहारा टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 9 विकेट खो कर 31 रन बनाये। जबकि डबवाली की ने इस लक्ष्य को तीन ओवर में बिना विकेट खोये ही पूरा कर लिया। डबवाली टीम के मलिंगा को 5 विकेट झटकने और 6 रनों के योगदान पर मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया।
चौथा मुकाबला शेरगढ़ और बादल की टीम के बीच हुआ। पहले वैटिंग करते हुए शेरगढ़ टीम ने 8 ओवर में 3 विकेट खो कर 74 रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए उतरी बादल की टीम 6 ओवर में ही 32 रन बना कर आलआउट हो गई। शेरगढ़ टीम के विक्की को 31 रनों के योगदान के लिए मैन ऑफ दी मैच चुना गया। पांचवां मुकाबला किलियांवाली और बडिंगखेड़ा-बी टीम के बीच हुआ। बडिंगखेड़ा टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 5 विकेट खो कर 52 रन बनायेे जबकि किलियांवाली टीम ने अपनी पारी खेलते हुए 7.5 ओवर में 3 विकेट खो कर इस लक्ष्य को भेदने में सफलता पायी। किलियांवाली टीम के हरमीत को 3 विकेट तथा 15 रनों के योगदान के लिए मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया। क्रिकेट मुकाबले रैफरी गुरसेवक सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरप्यार सिंह, निर्र्मल सिंह की देखरेख में करवाये जा रहे हैं।
शनिवार को टूर्नामेंट के पहले दिन 10 टीमों में मुकाबले हुए। टॉस जीत कर पहले खेलते हुए लोहगढ़ की टीम ने सभी विकेट खो कर मात्र रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए मुकबाले में उतरी नसिंग स्कूल सिंघेवाला की टीम ने बिना 3 विकेट खो कर 4 ओवर में जीत हासिल कर ली। नर्सिंग स्कूल के विक्की को 3 विकेट झटकने तथा 21 रन बनाने पर मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया।
दूसरा मुकाबला घुमियारा और बडिंगखेड़ा की टीम में हुआ। पहले खेलते हुए बडिंगखेड़ा की टीम ने 8 ओवर में एक विकेट खो कर 115 रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए उतरी घुमियारा की टीम 38 रनों पर ही आलआऊट हो गई। बडिंगखेड़ा की टीम के जसप्रीत सिंह ने इस मुकाबले में 80 रनों का योगदान दिया। जसप्रीत को मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया। तीसरा मुकाबला लौहारा-डबवाली की टीम के बीच में हुआ। लौहारा टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 9 विकेट खो कर 31 रन बनाये। जबकि डबवाली की ने इस लक्ष्य को तीन ओवर में बिना विकेट खोये ही पूरा कर लिया। डबवाली टीम के मलिंगा को 5 विकेट झटकने और 6 रनों के योगदान पर मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया।
चौथा मुकाबला शेरगढ़ और बादल की टीम के बीच हुआ। पहले वैटिंग करते हुए शेरगढ़ टीम ने 8 ओवर में 3 विकेट खो कर 74 रन बनाये। इस लक्ष्य को भेदने के लिए उतरी बादल की टीम 6 ओवर में ही 32 रन बना कर आलआउट हो गई। शेरगढ़ टीम के विक्की को 31 रनों के योगदान के लिए मैन ऑफ दी मैच चुना गया। पांचवां मुकाबला किलियांवाली और बडिंगखेड़ा-बी टीम के बीच हुआ। बडिंगखेड़ा टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 5 विकेट खो कर 52 रन बनायेे जबकि किलियांवाली टीम ने अपनी पारी खेलते हुए 7.5 ओवर में 3 विकेट खो कर इस लक्ष्य को भेदने में सफलता पायी। किलियांवाली टीम के हरमीत को 3 विकेट तथा 15 रनों के योगदान के लिए मैन ऑफ दी मैच घोषित किया गया। क्रिकेट मुकाबले रैफरी गुरसेवक सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरप्यार सिंह, निर्र्मल सिंह की देखरेख में करवाये जा रहे हैं।
बुरी आत्मा ने ली जान
डबवाली (लहू की लौ) कचहरी के पास रहने वाली विवाहित युवती का शव शनिवार सुबह कबीर बस्ती के नजदीक पंजाब क्षेत्र में रेलवे ट्रेक में संदिग्ध हालतों में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव बुरी तरह से कटा हुआ था। मृतका के पति का कहना है कि उसकी पत्नी पर बुरी आत्मा का प्रभाव था। जबकि उसके मामा ने अपनी भानजी की हत्या की आशंका जताई है। जीआरपी बठिंडा पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में है।
शनिवार सुबह करीब 5 बजे रेलवे का की-मैन कन्हैया लाल रोजाना की तरह गश्त पर था। कबीर बस्ती के पास उसने रेलवे ट्रेक में एक युवती का शव देखा। उसने तत्काल इसकी सूचना सहायक स्टेशन मास्टर होशियार सिंह को दी। सूचना पाकर मौका पर जीआरपी बठिंडा के एएसआई गुरमेल सिंह पहुंचे। मृतका की पहचान हलीमा बेगम (35) पत्नी अहमद अली निवासी नजदीक कचहरी, डबवाली के रूप में हुई।
मृतका के पति अहमद अली (37) निवासी डबवाली ने बताया कि हलीमा को किसी बुरी आत्मा ने अपने वश में कर रखा था। वह अजीब सी हरकतें करने लगी थी। इसका प्रभाव उसकी मानसिकता पर पड़ा और वह पिछले एक साल से परेशान रहने लगी। इलाज के लिए वे हलीमा को उनकी झोपड़ी के पास ही रहने वाले बाबा त्राव के पास ले गए। बाबा ने बताया कि हलीमा पर बुरी आत्मा की छाया है। बाबा ने उसे एक ताबीज बनाकर दिया। ताबीज गले में डालते ही बुरी आत्मा का प्रभाव खत्म हो गया। इस ताबीज ने ढाई माह तक कार्य किया। इस प्रकार वे हर ढाई माह बाद उसे बाबा के पास लेजाते और नया ताबीज बनाकर उसके गले में डाल देते। लेकिन पिछले तीन माह से बाबा यहां नहीं थे। जिसके कारण वे नया ताबीज नहीं बना पाए। बुरी आत्मा के प्रभाव में मानसिक परेशानी के चलते ही उसकी पत्नी ने रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या की है। अहमद अली ने यह भी बताया कि वह 20 दिनों से पंजाब में गाय चराने के लिए गया हुआ था। शनिवार सुबह उसे उपरोक्त घटना के बारे में उसके भाई नियामत अली (25) ने सूचित किया। सूचना पाकर वह डबवाली पहुंचा। उसके तीन बच्चे रसमत खान (12), फिरोज उर्फ खनन (10) तथा नजमन खान (8) हैं।
इधर मृतका के मामा मंजूर खान (50) निवासी भागसर (राजस्थान) ने बताया कि उसकी भानजी हलीमा की शादी करीब पंद्रह साल पूर्व बुल्ली खान के बेटे अहमद अली से हुई थी। लेकिन पिछले तीन सालों से उसकी भानजी को दहेज के लिए तंग व परेशान किया जा रहा था। वहीं अहमद अली ने दूसरी शादी भी रचा ली। इस बात का पता लगने पर हलीमा अक्सर परेशान रहा करती। शुक्रवार रात करीब 8 बजे उसके पास हलीमा का फोन आया कि वे उसे यहां से ले जाएं, वरना उसका पति, जेठ बगैरा उसे मार देंगे। शनिवार सुबह करीब 4 बजे उन्हें सूचना मिली कि हलीमा ने गाड़ी तले आकर आत्महत्या कर ली है। मंजूर खान ने आरोप लगाया कि हलीमा ने आत्महत्या नहीं की। बल्कि ससुरालियों ने उसकी हत्या कर शव को रेल ट्रेक पर डाला है। अब सजा के डर से बचने के लिए अहमद अली बुरी आत्मा की झूठी कहानी गढ़ रहा है।
मामले की जांच कर रहे जीआरपी बठिंडा के एएसआई गुरमेल सिंह ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने मृतका के पति अहमद अली के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। बठिंडा के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
एएसआई गुरमेल सिंह ने यह भी बताया कि पुलिस ने मृतका की बेटी 10 वर्षीय फिरोज उर्फ खनन के ब्यान भी दर्ज किए हैं। फिरोज ने बताया कि उसकी माता उसके छोटे भाई को उसके साथ चारपाई पर लेटाकर लघुशंका का बहाना करके चली गई। लेकिन वापिस नहीं लौटी।
शनिवार सुबह करीब 5 बजे रेलवे का की-मैन कन्हैया लाल रोजाना की तरह गश्त पर था। कबीर बस्ती के पास उसने रेलवे ट्रेक में एक युवती का शव देखा। उसने तत्काल इसकी सूचना सहायक स्टेशन मास्टर होशियार सिंह को दी। सूचना पाकर मौका पर जीआरपी बठिंडा के एएसआई गुरमेल सिंह पहुंचे। मृतका की पहचान हलीमा बेगम (35) पत्नी अहमद अली निवासी नजदीक कचहरी, डबवाली के रूप में हुई।
मृतका के पति अहमद अली (37) निवासी डबवाली ने बताया कि हलीमा को किसी बुरी आत्मा ने अपने वश में कर रखा था। वह अजीब सी हरकतें करने लगी थी। इसका प्रभाव उसकी मानसिकता पर पड़ा और वह पिछले एक साल से परेशान रहने लगी। इलाज के लिए वे हलीमा को उनकी झोपड़ी के पास ही रहने वाले बाबा त्राव के पास ले गए। बाबा ने बताया कि हलीमा पर बुरी आत्मा की छाया है। बाबा ने उसे एक ताबीज बनाकर दिया। ताबीज गले में डालते ही बुरी आत्मा का प्रभाव खत्म हो गया। इस ताबीज ने ढाई माह तक कार्य किया। इस प्रकार वे हर ढाई माह बाद उसे बाबा के पास लेजाते और नया ताबीज बनाकर उसके गले में डाल देते। लेकिन पिछले तीन माह से बाबा यहां नहीं थे। जिसके कारण वे नया ताबीज नहीं बना पाए। बुरी आत्मा के प्रभाव में मानसिक परेशानी के चलते ही उसकी पत्नी ने रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या की है। अहमद अली ने यह भी बताया कि वह 20 दिनों से पंजाब में गाय चराने के लिए गया हुआ था। शनिवार सुबह उसे उपरोक्त घटना के बारे में उसके भाई नियामत अली (25) ने सूचित किया। सूचना पाकर वह डबवाली पहुंचा। उसके तीन बच्चे रसमत खान (12), फिरोज उर्फ खनन (10) तथा नजमन खान (8) हैं।
इधर मृतका के मामा मंजूर खान (50) निवासी भागसर (राजस्थान) ने बताया कि उसकी भानजी हलीमा की शादी करीब पंद्रह साल पूर्व बुल्ली खान के बेटे अहमद अली से हुई थी। लेकिन पिछले तीन सालों से उसकी भानजी को दहेज के लिए तंग व परेशान किया जा रहा था। वहीं अहमद अली ने दूसरी शादी भी रचा ली। इस बात का पता लगने पर हलीमा अक्सर परेशान रहा करती। शुक्रवार रात करीब 8 बजे उसके पास हलीमा का फोन आया कि वे उसे यहां से ले जाएं, वरना उसका पति, जेठ बगैरा उसे मार देंगे। शनिवार सुबह करीब 4 बजे उन्हें सूचना मिली कि हलीमा ने गाड़ी तले आकर आत्महत्या कर ली है। मंजूर खान ने आरोप लगाया कि हलीमा ने आत्महत्या नहीं की। बल्कि ससुरालियों ने उसकी हत्या कर शव को रेल ट्रेक पर डाला है। अब सजा के डर से बचने के लिए अहमद अली बुरी आत्मा की झूठी कहानी गढ़ रहा है।
मामले की जांच कर रहे जीआरपी बठिंडा के एएसआई गुरमेल सिंह ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने मृतका के पति अहमद अली के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। बठिंडा के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
एएसआई गुरमेल सिंह ने यह भी बताया कि पुलिस ने मृतका की बेटी 10 वर्षीय फिरोज उर्फ खनन के ब्यान भी दर्ज किए हैं। फिरोज ने बताया कि उसकी माता उसके छोटे भाई को उसके साथ चारपाई पर लेटाकर लघुशंका का बहाना करके चली गई। लेकिन वापिस नहीं लौटी।
09 जुलाई 2011
डबवाली शहर में गुपचुप तरीके से बंटी पेंशन
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने एक्सीस बैंक को पेंशन बांटने का नहीं, अपितु पेंशन धारकों से बदतमीजी करने का ठेका दिया है। अपनी गलत कार्यप्रणाली से बदनाम हो रहे एक्सीस बैंक तथा फिनो कंपनी के एजेंट शुक्रवार को बिना बताए ही डबवाली आ धमके। जिसकी सूचना संबंधित वार्ड पार्षद को भी नहीं दी थी। फिर भी किसी प्रकार सूचना पाकर पेंशन लेने के लिए पहुंचे अधिकांश पेंशन धारकों को बैरंग ही वापिस लौटना पड़ा।
वार्ड नं. 1 के निवासी रतन लाल (87), लाजवंती (85), संतोष रानी (65), सुमित्री देवी (65), भूपिंद्र कौर (65) पत्नी पिरथी सिंह, वार्ड नं. 3 निवासी बिमला विधवा ओमप्रकाश, पुष्पा देवी पत्नी मक्खन, वार्ड नं. 4 निवासी पुष्पा देवी, हरचरण सिंह, कौशल्या देवी ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला कि पेंशन वितरण के लिए श्री कलगीधर सिंह सभा गुरूद्वारा में पेंशन बांटने वाले आए हैं, तो वे तुरंत वहां पहुंचे। लेकिन उन्हें यह कहकर वहां से टरका दिया गया कि उनके स्मार्ट कार्ड नहीं बने हैं और न ही उनके पास आई सूची में उनका नाम है। उन्होंने फिनो कंपनी द्वारा उन्हें दी गई उन पर्चियों को भी दिखाया। जिन पर फोटोग्राफी करने के बाद उन्हें नंबर दिए गए थे और कहा गया था कि इस पर उन्हें पेंशन मिल जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीनियर सिटीजन होने के नाते उनका सम्मान करना तो दूर, बल्कि पेंशन वितरण करने आए लोगों ने उनकी पर्चियां भी उनके मुंह पर मारकर उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा। 75 वर्षीय बलवंत कौर विधवा अजैब सिंह ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वालों ने उसके राशन कार्ड में दो माह मार्च तथा अप्रैल की पेंशन दी हुई भर दी है। जबकि उसे मात्र 750 रूपए दिए हैं।
वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने बताया कि रात को करीब 10 बजे उसके पास फिनो कंपनी के मैनेजर का फोन आया कि कल पेंशन वितरण की जानी है। बांसल के अनुसार इतने कम समय में किसी को सूचित किया जाना भी मुश्किल है। इधर वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि उन्हें शुक्रवार सुबह 9.15 पर पेंशन वितरण किए जाने की सूचना दी। सूर्या के अनुसार अधिकांश स्मार्ट कार्ड धारकों और सूची में उपलब्ध नाम वालों को एक-एक माह की पेंशन ही नसीब हुई। जबकि वे चार-चार बार पेंशन के लिए चक्कर लगा चुके हैं। पहले दो बार फोटो के लिए, फिर पर्चियां देने के नाम पर और अब पेंशन लेने के लिए नाम पर बुलाया। उन्होंने यह भी बताया कि पेंशन धारकों की पांच माह की पेंशन सरकार की ओर बकाया है।
वार्ड नं. 3 के पार्षद सुभाष मित्तल ने बताया कि उन्हें पेंशन वितरण की सूचना दी ही नहीं गई। उनके अनुसार पेंशन वितरण की सूचना केवल सत्तारूढ़ पार्टी के पार्षदों को ही दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जब अभी तक स्मार्ट कार्ड पूरे बने ही नहीं, तो फिर पेंशन का वितरण क्यूं। अगर पेंशन देनी भी दी थी तो पूरी पेंशन क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जब जिला समाज कल्याण विभाग सिरसा से बातचीत की गई तो उन्होंने सिर्फ यही जवाब दिया कि वे पेंशन वितरण कंपनी के अधिकारियों से इस संदर्भ में बात करेंगे।
मित्तल ने आरोप लगाया कि सरकार बार-बार पेंशन धारकों के साथ मजाक कर रही और वृद्धों को पेंशन न देकर उन्हें अपमानित कर रही है। उन्होंने मांग की कि नगरपालिका सूची के आधार पर पेंशन धारकों के स्मार्ट कार्ड बनाए जाएं और इसी सूची के आधार पर पेंशन वितरण किया जाए। पार्षद ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण के लिए चार-चार वार्डों का एक ही स्थान निर्धारित किया गया। लेकिन बांटने वाला एक ही एजेंट नियुक्त किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वाले शाम को साढ़े 3 बजे ही निर्धारित स्थल से नदारद मिले। जिसके चलते काफी पेंशन धारकों को बैरंग वापिस लौटना पड़ा।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि जितनी राशि सरकार ने भेजी थी, वह राशि बंट गई है। जिनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं है। उनके स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए नगरपालिका तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बीडीपीओ कार्यालय को अंकित किया गया है। वहां पर स्मार्ट कार्ड बनाने की मशीन है।
वार्ड नं. 1 के निवासी रतन लाल (87), लाजवंती (85), संतोष रानी (65), सुमित्री देवी (65), भूपिंद्र कौर (65) पत्नी पिरथी सिंह, वार्ड नं. 3 निवासी बिमला विधवा ओमप्रकाश, पुष्पा देवी पत्नी मक्खन, वार्ड नं. 4 निवासी पुष्पा देवी, हरचरण सिंह, कौशल्या देवी ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला कि पेंशन वितरण के लिए श्री कलगीधर सिंह सभा गुरूद्वारा में पेंशन बांटने वाले आए हैं, तो वे तुरंत वहां पहुंचे। लेकिन उन्हें यह कहकर वहां से टरका दिया गया कि उनके स्मार्ट कार्ड नहीं बने हैं और न ही उनके पास आई सूची में उनका नाम है। उन्होंने फिनो कंपनी द्वारा उन्हें दी गई उन पर्चियों को भी दिखाया। जिन पर फोटोग्राफी करने के बाद उन्हें नंबर दिए गए थे और कहा गया था कि इस पर उन्हें पेंशन मिल जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीनियर सिटीजन होने के नाते उनका सम्मान करना तो दूर, बल्कि पेंशन वितरण करने आए लोगों ने उनकी पर्चियां भी उनके मुंह पर मारकर उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा। 75 वर्षीय बलवंत कौर विधवा अजैब सिंह ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वालों ने उसके राशन कार्ड में दो माह मार्च तथा अप्रैल की पेंशन दी हुई भर दी है। जबकि उसे मात्र 750 रूपए दिए हैं।
वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने बताया कि रात को करीब 10 बजे उसके पास फिनो कंपनी के मैनेजर का फोन आया कि कल पेंशन वितरण की जानी है। बांसल के अनुसार इतने कम समय में किसी को सूचित किया जाना भी मुश्किल है। इधर वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि उन्हें शुक्रवार सुबह 9.15 पर पेंशन वितरण किए जाने की सूचना दी। सूर्या के अनुसार अधिकांश स्मार्ट कार्ड धारकों और सूची में उपलब्ध नाम वालों को एक-एक माह की पेंशन ही नसीब हुई। जबकि वे चार-चार बार पेंशन के लिए चक्कर लगा चुके हैं। पहले दो बार फोटो के लिए, फिर पर्चियां देने के नाम पर और अब पेंशन लेने के लिए नाम पर बुलाया। उन्होंने यह भी बताया कि पेंशन धारकों की पांच माह की पेंशन सरकार की ओर बकाया है।
वार्ड नं. 3 के पार्षद सुभाष मित्तल ने बताया कि उन्हें पेंशन वितरण की सूचना दी ही नहीं गई। उनके अनुसार पेंशन वितरण की सूचना केवल सत्तारूढ़ पार्टी के पार्षदों को ही दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जब अभी तक स्मार्ट कार्ड पूरे बने ही नहीं, तो फिर पेंशन का वितरण क्यूं। अगर पेंशन देनी भी दी थी तो पूरी पेंशन क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जब जिला समाज कल्याण विभाग सिरसा से बातचीत की गई तो उन्होंने सिर्फ यही जवाब दिया कि वे पेंशन वितरण कंपनी के अधिकारियों से इस संदर्भ में बात करेंगे।
मित्तल ने आरोप लगाया कि सरकार बार-बार पेंशन धारकों के साथ मजाक कर रही और वृद्धों को पेंशन न देकर उन्हें अपमानित कर रही है। उन्होंने मांग की कि नगरपालिका सूची के आधार पर पेंशन धारकों के स्मार्ट कार्ड बनाए जाएं और इसी सूची के आधार पर पेंशन वितरण किया जाए। पार्षद ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण के लिए चार-चार वार्डों का एक ही स्थान निर्धारित किया गया। लेकिन बांटने वाला एक ही एजेंट नियुक्त किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वाले शाम को साढ़े 3 बजे ही निर्धारित स्थल से नदारद मिले। जिसके चलते काफी पेंशन धारकों को बैरंग वापिस लौटना पड़ा।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि जितनी राशि सरकार ने भेजी थी, वह राशि बंट गई है। जिनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं है। उनके स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए नगरपालिका तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बीडीपीओ कार्यालय को अंकित किया गया है। वहां पर स्मार्ट कार्ड बनाने की मशीन है।
जनसंख्या में स्थिरता लाने के लिए पखवाड़ा 11 से
डबवाली (लहू की लौ) बढ़ती जनसंख्या में स्थिरता लाने के लिए जिला सिरसा में इस बार 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसकी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश स्वास्थ्य केंद्रों को भेजे गए हैं। 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस है। जनसंख्या में हो रही तीव्र वृद्धि को लेकर सरकार, प्रशासन तथा समाजसेवी चिंतित हैं। जनसंख्या वृद्धि का प्रभाव खाद्यान्न तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं पर स्पष्ट गोचर होने लगा है। जनसंख्या में स्थिरता कैसे आए इस मामले को लेकर स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने पहल करते हुए पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया है। विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर जिला के ब्लाक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। जिसमें केवल स्वास्थ्य कर्मियों को पखवाड़ा मनाने संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। पंद्रह दिनों के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर खोला जाएगा। काऊंटर पर नियुक्त स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को परिवार नियोजन के संबंध में जानकारी और आवश्यक साहित्य भी उपलब्ध करवाएगा। इस पखवाड़े के दौरान नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे और नसबंदी करवाने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहन राशि देकर अन्य लोगों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने उपरोक्त कार्यक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य कर्मी लोगों को परिवार नियोजन कार्यक्रम तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनको दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में परिचित करवाएंगे। पखवाड़े के दौरान सरकारी अस्पताल में चार नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे।
सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने उपरोक्त कार्यक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य कर्मी लोगों को परिवार नियोजन कार्यक्रम तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनको दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में परिचित करवाएंगे। पखवाड़े के दौरान सरकारी अस्पताल में चार नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे।
08 जुलाई 2011
रोड़वेज परिचालक जम्मूतवी के आगे कूदा, मौत
डबवाली (लहू की लौ) तबादले से परेशान हरियाणा रोड़वेज के परिचालक ने गुरूवार सुबह करीब 6.50 पर अहमदाबाद-जम्मूतवी गाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
गांव पिपली हाल वडिंगखेड़ा (जिला श्री मुक्तसर साहिब) में अपने ससुराल में रहने वाला मेजर सिंह (40) हरियाणा रोड़वेज के चण्डीगढ़ डिपू में परिचालक के पद पर तैनात था। 1985 में मेजर सिंह की पोस्टिंग रोड़वेज के उप डिपू डबवाली में हुई थी। करीब दो साल पहले उसका तबादला चण्डीगढ़ कर दिया गया था। तबादला होने के कारण वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। इसी परेशानी के चलते आज सुबह मेजर सिंह ने अहमदाबाद-जम्मूतवी गाड़ी के आगे अपनी जान दे दी। इस दुर्घटना में मेजर सिंह की दोनों टांगे और सिर बुरी तरह से क्रेश हो गया।
नशे का था आदि
मृतक के भाई बिकर सिंह (35) निवासी प्रेमनगर, डबवाली ने बताया कि मेजर अक्सर शराब, पोस्त तथा मेडिकल नशा करता था। तबादले के बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान चला आ रहा था। मंगलवार शाम करीब 5 बजे वह उससे मिलने के लिए प्रेमनगर में आया था। लेकिन उसी समय चला गया। वह तभी से उसकी तालाश कर रहा थी। सुबह रोड़वेज कर्मियों ने उसे सूचना दी कि उसके भाई की गाड़ी के तले आने से मौत हो गई है। मृतक के दो बेटे सुखचरण उर्फ सुक्खी (17) तथा सुखबीर (15) हैं।
यूं हुई पहचान
स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन ने बताया कि सुबह अहमदाबाद-जम्मूतवी एक्सप्रैस गाड़ी के चालक बालक राम सैनी तथा गार्ड मोहन लाल मीणा ने उन्हें सूचना दी कि एक व्यक्ति ने गाड़ी के आगे कूदकर अपनी जान दे दी है। जिसकी डायरी रेलवे लाईन के निकट पड़ी है। उन्होंने बताया कि डायरी में दर्ज नंबरों पर फोन करने पर मृतक की पहचान रोड़वेज परिचालक मेजर सिंह के रूप में हुई। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल जीआरपी बठिंडा को दी।
मामले की जांच कर रहे बठिंडा जीआरपी के हवलदार जगतार सिंह ने बताया कि मृतक मेजर सिंह के बेटे सुखचरण सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसका पिता हरियाणा रोड़वेज के सब डिपू डबवाली में तैनात था। कुछ समय पूर्व उनका तबादला चण्डीगढ़ डिपू में कर दिया गया। इन दिनों मेडिकल अवकाश पर चल रहा था। तबादले की वजह से वह मानसिक तौर पर परेशान था। मानसिक परेशानी के चलते उन्होंने उपरोक्त कदम उठाया। पुलिस ने सुखचरण के उपरोक्त ब्यान के आधार पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का बठिंडा के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
गांव पिपली हाल वडिंगखेड़ा (जिला श्री मुक्तसर साहिब) में अपने ससुराल में रहने वाला मेजर सिंह (40) हरियाणा रोड़वेज के चण्डीगढ़ डिपू में परिचालक के पद पर तैनात था। 1985 में मेजर सिंह की पोस्टिंग रोड़वेज के उप डिपू डबवाली में हुई थी। करीब दो साल पहले उसका तबादला चण्डीगढ़ कर दिया गया था। तबादला होने के कारण वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। इसी परेशानी के चलते आज सुबह मेजर सिंह ने अहमदाबाद-जम्मूतवी गाड़ी के आगे अपनी जान दे दी। इस दुर्घटना में मेजर सिंह की दोनों टांगे और सिर बुरी तरह से क्रेश हो गया।
नशे का था आदि
मृतक के भाई बिकर सिंह (35) निवासी प्रेमनगर, डबवाली ने बताया कि मेजर अक्सर शराब, पोस्त तथा मेडिकल नशा करता था। तबादले के बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान चला आ रहा था। मंगलवार शाम करीब 5 बजे वह उससे मिलने के लिए प्रेमनगर में आया था। लेकिन उसी समय चला गया। वह तभी से उसकी तालाश कर रहा थी। सुबह रोड़वेज कर्मियों ने उसे सूचना दी कि उसके भाई की गाड़ी के तले आने से मौत हो गई है। मृतक के दो बेटे सुखचरण उर्फ सुक्खी (17) तथा सुखबीर (15) हैं।
यूं हुई पहचान
स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन ने बताया कि सुबह अहमदाबाद-जम्मूतवी एक्सप्रैस गाड़ी के चालक बालक राम सैनी तथा गार्ड मोहन लाल मीणा ने उन्हें सूचना दी कि एक व्यक्ति ने गाड़ी के आगे कूदकर अपनी जान दे दी है। जिसकी डायरी रेलवे लाईन के निकट पड़ी है। उन्होंने बताया कि डायरी में दर्ज नंबरों पर फोन करने पर मृतक की पहचान रोड़वेज परिचालक मेजर सिंह के रूप में हुई। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल जीआरपी बठिंडा को दी।
मामले की जांच कर रहे बठिंडा जीआरपी के हवलदार जगतार सिंह ने बताया कि मृतक मेजर सिंह के बेटे सुखचरण सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसका पिता हरियाणा रोड़वेज के सब डिपू डबवाली में तैनात था। कुछ समय पूर्व उनका तबादला चण्डीगढ़ डिपू में कर दिया गया। इन दिनों मेडिकल अवकाश पर चल रहा था। तबादले की वजह से वह मानसिक तौर पर परेशान था। मानसिक परेशानी के चलते उन्होंने उपरोक्त कदम उठाया। पुलिस ने सुखचरण के उपरोक्त ब्यान के आधार पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का बठिंडा के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
प्रेशर कुकर फटा, महिला बेहोश
डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 15 में स्थित एक मकान में बुधवार शाम करीब 7.30 बजे धमाका होने से सनसनी फैल गई। गली में खड़े लोग धमाके से घबराकर अपने घरों में दुबक गए।
गली हीरा लाल वाली में रह रहे कबाड़ का काम करने वाले दुलीचन्द (34) की पत्नी राजबाला (32) बुधवार शाम को रात का खाना तैयार कर रही थी। चूल्हे पर प्रेशर कुकर में सब्जी बनने के लिए छोड़कर वह पास पड़ी एक खाट पर बैठ गई। अचानक विस्फोट के साथ प्रेशर कुकर फट गया। घबराई राजबाला बेहोश होकर वहीं गिर गई। इधर एकबारगी धमाका सुनकर गली में खड़े लोग अपने घरों में हो लिए। धमाके की गूंज इतनी थी कि यह साथ लगती तीन गलियों तक सुनाई दिया।
बाद में पड़ौसी युवक प्रवेश बहल तथा विजय कुमार दुलीचन्द के घर आए। वहां बेहोश होकर जमीन पर पड़ी राजाबाला को उठाया और उसे पास स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। युवकों ने घटना की सूचना मकान मालिक को भी दी। दुलीचन्द ने बताया कि दो दिन पूर्व ही उसने यह प्रेशर कुकर खरीदा था। प्रेशर कुकर फटने से गैस चूल्हे को भी नुक्सान पहुंचा। इस तरह उसका करीब 4000 रूपए का नुक्सान हो गया। धमाका होने से प्रेशर कुकर अलग-अलग हिस्सों में बंट गया। इसके टुकड़े अलग-अलग दिशाओं में स्थित काफी दूर स्थित घरों में बिखर गए।
गली हीरा लाल वाली में रह रहे कबाड़ का काम करने वाले दुलीचन्द (34) की पत्नी राजबाला (32) बुधवार शाम को रात का खाना तैयार कर रही थी। चूल्हे पर प्रेशर कुकर में सब्जी बनने के लिए छोड़कर वह पास पड़ी एक खाट पर बैठ गई। अचानक विस्फोट के साथ प्रेशर कुकर फट गया। घबराई राजबाला बेहोश होकर वहीं गिर गई। इधर एकबारगी धमाका सुनकर गली में खड़े लोग अपने घरों में हो लिए। धमाके की गूंज इतनी थी कि यह साथ लगती तीन गलियों तक सुनाई दिया।
बाद में पड़ौसी युवक प्रवेश बहल तथा विजय कुमार दुलीचन्द के घर आए। वहां बेहोश होकर जमीन पर पड़ी राजाबाला को उठाया और उसे पास स्थित एक निजी अस्पताल में ले गए। युवकों ने घटना की सूचना मकान मालिक को भी दी। दुलीचन्द ने बताया कि दो दिन पूर्व ही उसने यह प्रेशर कुकर खरीदा था। प्रेशर कुकर फटने से गैस चूल्हे को भी नुक्सान पहुंचा। इस तरह उसका करीब 4000 रूपए का नुक्सान हो गया। धमाका होने से प्रेशर कुकर अलग-अलग हिस्सों में बंट गया। इसके टुकड़े अलग-अलग दिशाओं में स्थित काफी दूर स्थित घरों में बिखर गए।
दादू की पंचायत ने किया सरकारी स्कूल का निरीक्षण, कक्षा में नहीं मिले छात्र
कालांवाली (संजीव सिंगला) ग्राम पंचायत दादू द्वारा राजकीय उच्च विद्यालय में अध्यापकों द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं व खराब परीक्षा परिणाम को लेकर विद्यालय का औचक्क निरीक्षण किया। अध्यापकों द्वारा कक्षाएं न लगाए जाने पर विद्यार्थी इधर-उधर घूम रहे थे।
मुख्याध्यापक अपने कार्यालय में बैठकर आराम कर रहा था। पंचायत ने चेतावनी दी कि अगर शीघ्र ही विद्यालय के अनुशासन में सुधार न किया गया और अध्यापकों द्वारा ड्युटी में कोताही बरती गई तो स्कूल को ताला जड़ देंगे। राजकीय उच्च विद्यालय दादू का परीक्षा परिणाम खराब आने व ड्युटी समय से पहले घर चले जाने की शिकायत पंचायत को कई बार मिली है।
इसको लेकर सरपंच दलीप सिंह के नेतृत्व में आज विद्यालय का ओचक्क निरीक्षण किया तो अध्यापक कक्षाओं से नादारद मिले। 6वी , 7वीं, 8वीं व 10वीं की कक्षाओं में कोई भी अध्यापक उपस्थित न होने पर अध्यापकों को खुब खरी खोटी सुनाई। पंचायत द्वारा हाजिरी रजिस्टर का निरीक्षण किया गया तो एक कर्मचारी द्वारा हाजिरी ही नहीं लगाई गई थी। पंचायत ने मिड डे मील का भी निरीक्षण किया तो पता चला कि पिछले एक सप्ताह से मिड डे मील ही नहीं बनाया गया। और अध्यापकों द्वारा आंधी से गिरे पेड़ों की कटाई करवाकर कमरे में रखी हुई थी।
पंचायत ने आरोप लगाया कि पेड़ की कटाई करके मिड डे मील बनवाया जाना था। उधर प्राईमरी स्कूल का निरीक्षण करने पर पता चला कि लड़कियों के प्राइमरी स्कूल में स्टाफ छुट्टी पर होने पर छात्राओं को लड़कों के प्राईमरी स्कूल में ही बिठा रखा था। पंचायत ने बताया कि इस बार 10वीं का परीक्षा परिणाम 46 प्रतिशत ही रहा जबकि पिछले वर्ष 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम आया था। अध्यापकों द्वारा कक्षाओं से नादारद रहने व स्कूल की छुट्टी के समय से पहले ही घर चले जाने से विद्यालय का माहौल खराब हो रहा है। पंचायत ने स्टाफ को चेतावनी दी अगर समय पर स्कूल व अनुशासन में सुधार न किया तो स्कूल को ताला जड़ देंगे। इस अवसर पर उनके साथ पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह, डिप्टी सिंह, चरणजीत सिंह, जोगिंद्र सिंह, वकील सिंह व अन्य पंचायत सदस्य उपस्थित थे।
इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी कुमकुम ग्रोवर से बात की तो उन्होने कहा कि उनके पास कोई ऐसी शिकायत नहीं आई फिर भी वह मिड डे मील न बनने व अध्यापकों के कोताही बरतने की मामले की जांच की जाएगी।
मुख्याध्यापक अपने कार्यालय में बैठकर आराम कर रहा था। पंचायत ने चेतावनी दी कि अगर शीघ्र ही विद्यालय के अनुशासन में सुधार न किया गया और अध्यापकों द्वारा ड्युटी में कोताही बरती गई तो स्कूल को ताला जड़ देंगे। राजकीय उच्च विद्यालय दादू का परीक्षा परिणाम खराब आने व ड्युटी समय से पहले घर चले जाने की शिकायत पंचायत को कई बार मिली है।
इसको लेकर सरपंच दलीप सिंह के नेतृत्व में आज विद्यालय का ओचक्क निरीक्षण किया तो अध्यापक कक्षाओं से नादारद मिले। 6वी , 7वीं, 8वीं व 10वीं की कक्षाओं में कोई भी अध्यापक उपस्थित न होने पर अध्यापकों को खुब खरी खोटी सुनाई। पंचायत द्वारा हाजिरी रजिस्टर का निरीक्षण किया गया तो एक कर्मचारी द्वारा हाजिरी ही नहीं लगाई गई थी। पंचायत ने मिड डे मील का भी निरीक्षण किया तो पता चला कि पिछले एक सप्ताह से मिड डे मील ही नहीं बनाया गया। और अध्यापकों द्वारा आंधी से गिरे पेड़ों की कटाई करवाकर कमरे में रखी हुई थी।
पंचायत ने आरोप लगाया कि पेड़ की कटाई करके मिड डे मील बनवाया जाना था। उधर प्राईमरी स्कूल का निरीक्षण करने पर पता चला कि लड़कियों के प्राइमरी स्कूल में स्टाफ छुट्टी पर होने पर छात्राओं को लड़कों के प्राईमरी स्कूल में ही बिठा रखा था। पंचायत ने बताया कि इस बार 10वीं का परीक्षा परिणाम 46 प्रतिशत ही रहा जबकि पिछले वर्ष 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम आया था। अध्यापकों द्वारा कक्षाओं से नादारद रहने व स्कूल की छुट्टी के समय से पहले ही घर चले जाने से विद्यालय का माहौल खराब हो रहा है। पंचायत ने स्टाफ को चेतावनी दी अगर समय पर स्कूल व अनुशासन में सुधार न किया तो स्कूल को ताला जड़ देंगे। इस अवसर पर उनके साथ पंचायत सदस्य सुखदेव सिंह, डिप्टी सिंह, चरणजीत सिंह, जोगिंद्र सिंह, वकील सिंह व अन्य पंचायत सदस्य उपस्थित थे।
इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी कुमकुम ग्रोवर से बात की तो उन्होने कहा कि उनके पास कोई ऐसी शिकायत नहीं आई फिर भी वह मिड डे मील न बनने व अध्यापकों के कोताही बरतने की मामले की जांच की जाएगी।
नशे ने ली युवक की जान, जेब से मिले भारी मात्रा में कैप्सूल
डबवाली (लहू की लौ) शहर में अंधाधुंध बिक रहे मेडिकल नशे ने युवाओं को बर्बादी के बाद अब उनकी जान को लेना शुरू कर दिया। रेलवे परिसर में मेडिकल नशे के चलते एक युवक की मौत हो गई। पुलिस को युवक के पास भारी मात्रा में नशे के कैप्सूल मिले हैं। रेलवे पुलिस के हवलदार ईश्वर सिंह ने बुधवार को रेलवे डिग्गी के पास एक युवक को पड़े हुए देखा। युवक सांस भर रहा था। लेकिन युवक का शरीर तप रहा था और बेहोशी की हालत में था। पहचान जानने के लिए उसकी तालाशी लेने पर जेब से नशे में प्रयुक्त होने वाले स्पाजमा प्रोक्सीवॉन कैप्सूल तथा लोमोटिल की गोलियां भारी मात्रा में मिली। जबकि अन्य कोई भी कागजात युवक की जेब में नहीं था। सूचना पाकर मौका पर पहुंची डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस ने युवक को सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। लेकिन अस्पताल में कुछ समय बाद ही युवक ने दम तोड़ दिया।
जीआरपी चौकी प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि मृतक के तन पर कबूतरी रंग की टी-शर्ट, जिस पर अंग्रेजी में न्यूयार्क लिखा हुआ, ग्रे कलर की पेंट पहनी हुई है। लेकिन पैर नंगे और तन पर न बनियान और न कच्छा। उम्र अनुमानत: 32-33 वर्ष, रंग सांवला, चेहरा लंबूतरा, कद 5 फुट 9 ईंच है। पहचान के लिए शव को सरकारी अस्पताल के डैड हाऊस में 72 घंटे के लिए रखा गया है।
जीआरपी चौकी प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि मृतक के तन पर कबूतरी रंग की टी-शर्ट, जिस पर अंग्रेजी में न्यूयार्क लिखा हुआ, ग्रे कलर की पेंट पहनी हुई है। लेकिन पैर नंगे और तन पर न बनियान और न कच्छा। उम्र अनुमानत: 32-33 वर्ष, रंग सांवला, चेहरा लंबूतरा, कद 5 फुट 9 ईंच है। पहचान के लिए शव को सरकारी अस्पताल के डैड हाऊस में 72 घंटे के लिए रखा गया है।
गरीबों को बंटेगी शमशान भूमि!
महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत बंटने हैं सौ-सौ गज के प्लाट
डबवाली (लहू की लौ) गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत दिए जा रहे प्लाटों को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। आरोप है कि ग्राम पंचायतें अपने चहेतों को प्लाट आवंटित करके जरूरतमंदों को इससे वंचित कर रही हैं। आरोप यह भी है कि पंचायतों ने प्लाटों के लिए मृत बालकों को दफनाने वाले स्थलों को भी नहीं बख्शा है। मामले की जांच करवाए जाने की मांग को लेकर दो गांवों के लोगों ने बुधवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
गांव पन्नीवाला रूलदू के निवासी मग्घर सिंह, हरफूल सिंह, मक्खन लाल, बलदेव सिंह, बिल्लू, पिरथी, छोटा सिंह, गुरदीप, बलजीत कौर, शाम सिंह, करनैल कौर, सुखजीत कौर आदि ने बताया कि सरकार की ओर से उनके गांव में 100-100 गज के प्लाट आवंटित किए जा रहे हैं। लेकिन आवंटन में भारी गोलमाल किया जा रहा है। अपात्र व्यक्तियों को पात्र बताकर प्लाट दिए जा रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि गांव में जिनके पास जमीन, जायदाद, ट्रेक्टर हैं, उन्हें भी प्लाट देकर जरूरतमंदों को वंचित किया जा रहा है।
इधर गांव कालूआना के प्रीतपाल नंबरदार, जगतपाल, प्रहलाद, लेखराम, विनोद, अभिमन्यु ने बताया कि उनके गांव में भी जरूरतमंदों पर कुठाराघात करते हुए ग्राम पंचायत अपने चहेतों को प्लाटों का आवंटन कर रही है। उनके अनुसार बेशकीमती जमीन जोकि बस अड्डा के नजदीक पड़ती है और खसरा नं. 514, 516, 522 है, को योजना के नाम पर कुंवारे युवकों को आवंटित किया जा रहा है। उपमण्डलाधीश को दी शिकायत में कहा है कि नथोर रोड़ पर स्थित मृत छोटे बच्चों को दफनाने के लिए बनाए गए शमशान घाट को भी प्लाटों में लाकर आवंटित किया जा रहा है। यह वह जमीन है, जिसमें ग्रामीण सालों से मृत बच्चों को दफनाते आ रहे हैं।
बाद में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि गांव पन्नीवाला रूलदू तथा कालूआना के ग्रामीणों की शिकायत को ध्यान में रखते हुए बीडीपीओ डबवाली को आवश्यक कार्यवाही करके रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। दोनों गांवों के ग्रामीणों की शिकायत को सूचनार्थ के लिए उपायुक्त सिरसा के पास भेजा गया है।
इधर एससीपीओ रामप्रकाश ग्रोवर ने बताया कि कई गांवों से 100-100 गज के प्लाट अपात्र व्यक्तियों को दिए जाने की शिकायतें ग्रामीणों से मिली हैं। शिकायतों के आधार पर जांच-पड़ताल की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि गांव कालूआना की पंचायत ने तीन-चार जगह प्लाट वितरण के लिए दर्शाई हैं। बच्चों को दफनाने वाली जगह किसी भी सूरत में जरूरतमंदों को वितरित नहीं करने दी जाएगी।
गांव कालूआना के सरपंच जगदेव सहारण ने बताया कि गांव में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले जरूरतमंदों को सौ-सौ गज के प्लाट हरियाणा सरकार के नियमानुसार आवंटित किए जा रहे हैं। उनके अनुसार शमशान भूमि को गांव से बाहर निकाल दिया गया है और वहीं पर अलग से इसके लिए जगह पहले से निर्धारित की हुई है। जिस जगह की बात की जा रही है, वह जगह गांव के भीतर आती है और अब वहां पर मृतक बच्चों को दफनाने के लिए कोई कार्य नहीं हो रहा। बल्कि इस खाली पड़ी जमीन को गरीबों को बांटकर इस भूमि को पंचायत उपयोग में ला रही है। उनके अनुसार प्लाटों का वितरण राशन कार्ड के आधार पर किया जा रहा है। अगर कोई कुंवारा लड़का जिसका राशन कार्ड अलग बना हुआ है, वो इसके अंतर्गत आता है, तो उसे भी प्लाट लेने से कैसे वंचित किया जा सकता है। उन्होंने शिकायतकर्ता जगतपाल पर आरोप लगाया कि उसने पंचायत की आधा एकड़ भूमि पर कब्जा कर रखा है। गरीबों को भूमि आवंटन के समय उसकी अवैध कब्जे वाली भूमि भी प्लाटों में चली जाएगी। इसलिए वह उसका विरोध कर रहा है।
डबवाली (लहू की लौ) गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत दिए जा रहे प्लाटों को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। आरोप है कि ग्राम पंचायतें अपने चहेतों को प्लाट आवंटित करके जरूरतमंदों को इससे वंचित कर रही हैं। आरोप यह भी है कि पंचायतों ने प्लाटों के लिए मृत बालकों को दफनाने वाले स्थलों को भी नहीं बख्शा है। मामले की जांच करवाए जाने की मांग को लेकर दो गांवों के लोगों ने बुधवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
गांव पन्नीवाला रूलदू के निवासी मग्घर सिंह, हरफूल सिंह, मक्खन लाल, बलदेव सिंह, बिल्लू, पिरथी, छोटा सिंह, गुरदीप, बलजीत कौर, शाम सिंह, करनैल कौर, सुखजीत कौर आदि ने बताया कि सरकार की ओर से उनके गांव में 100-100 गज के प्लाट आवंटित किए जा रहे हैं। लेकिन आवंटन में भारी गोलमाल किया जा रहा है। अपात्र व्यक्तियों को पात्र बताकर प्लाट दिए जा रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि गांव में जिनके पास जमीन, जायदाद, ट्रेक्टर हैं, उन्हें भी प्लाट देकर जरूरतमंदों को वंचित किया जा रहा है।
इधर गांव कालूआना के प्रीतपाल नंबरदार, जगतपाल, प्रहलाद, लेखराम, विनोद, अभिमन्यु ने बताया कि उनके गांव में भी जरूरतमंदों पर कुठाराघात करते हुए ग्राम पंचायत अपने चहेतों को प्लाटों का आवंटन कर रही है। उनके अनुसार बेशकीमती जमीन जोकि बस अड्डा के नजदीक पड़ती है और खसरा नं. 514, 516, 522 है, को योजना के नाम पर कुंवारे युवकों को आवंटित किया जा रहा है। उपमण्डलाधीश को दी शिकायत में कहा है कि नथोर रोड़ पर स्थित मृत छोटे बच्चों को दफनाने के लिए बनाए गए शमशान घाट को भी प्लाटों में लाकर आवंटित किया जा रहा है। यह वह जमीन है, जिसमें ग्रामीण सालों से मृत बच्चों को दफनाते आ रहे हैं।
बाद में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि गांव पन्नीवाला रूलदू तथा कालूआना के ग्रामीणों की शिकायत को ध्यान में रखते हुए बीडीपीओ डबवाली को आवश्यक कार्यवाही करके रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। दोनों गांवों के ग्रामीणों की शिकायत को सूचनार्थ के लिए उपायुक्त सिरसा के पास भेजा गया है।
इधर एससीपीओ रामप्रकाश ग्रोवर ने बताया कि कई गांवों से 100-100 गज के प्लाट अपात्र व्यक्तियों को दिए जाने की शिकायतें ग्रामीणों से मिली हैं। शिकायतों के आधार पर जांच-पड़ताल की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि गांव कालूआना की पंचायत ने तीन-चार जगह प्लाट वितरण के लिए दर्शाई हैं। बच्चों को दफनाने वाली जगह किसी भी सूरत में जरूरतमंदों को वितरित नहीं करने दी जाएगी।
गांव कालूआना के सरपंच जगदेव सहारण ने बताया कि गांव में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले जरूरतमंदों को सौ-सौ गज के प्लाट हरियाणा सरकार के नियमानुसार आवंटित किए जा रहे हैं। उनके अनुसार शमशान भूमि को गांव से बाहर निकाल दिया गया है और वहीं पर अलग से इसके लिए जगह पहले से निर्धारित की हुई है। जिस जगह की बात की जा रही है, वह जगह गांव के भीतर आती है और अब वहां पर मृतक बच्चों को दफनाने के लिए कोई कार्य नहीं हो रहा। बल्कि इस खाली पड़ी जमीन को गरीबों को बांटकर इस भूमि को पंचायत उपयोग में ला रही है। उनके अनुसार प्लाटों का वितरण राशन कार्ड के आधार पर किया जा रहा है। अगर कोई कुंवारा लड़का जिसका राशन कार्ड अलग बना हुआ है, वो इसके अंतर्गत आता है, तो उसे भी प्लाट लेने से कैसे वंचित किया जा सकता है। उन्होंने शिकायतकर्ता जगतपाल पर आरोप लगाया कि उसने पंचायत की आधा एकड़ भूमि पर कब्जा कर रखा है। गरीबों को भूमि आवंटन के समय उसकी अवैध कब्जे वाली भूमि भी प्लाटों में चली जाएगी। इसलिए वह उसका विरोध कर रहा है।
06 जुलाई 2011
सुधारगृह बने अपराधियों की पाठशाला
सोनू का सनसनीखेज खुलासा : पंजाब-हरियाणा में कई सरपंच भी संलिप्त हैं नशे के कारोबार में
डबवाली। जेलों को सुधारगृह के नाम से पुकारा जाता है। अपराधियों को इसी लिए जेलों में भेजा जाता है कि वे सुधर जाएं और फिर से अपराध न करें। लेकिन ये सुधार गृह बिगाड़ गृह साबित हो रहे हैं। साधारण तस्करी में जेल गया एक युवक जब वहां से लौटा तो एक बड़ा समगलर बन गया।
बाईक चोरी के आरोप में थाना शहर पुलिस ने जिला बठिंडा के गांव जोधपुर रोमाना के 23 साल के कुलविंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया। पुलिस रिमांड पर रहे इस युवक ने अपने जीवन का कच्चा चिट्ठा पुलिस के आगे ही नहीं रखा, बल्कि रिमांड के बाद मंगलवार को जब उसे अदालत में पेश किया गया तो इस संवाददाता के समक्ष अपने जीवन की कहानी ब्यां की। सोनू ने बताया कि कुछ साल पहले डबवाली पुलिस ने उसे 4 किलोग्राम चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया था। उस समय उसकी उम्र महज 15 साल थी। उसे सिरसा जेल भेजा गया। वहां जेल काट रहे लोगों से उसकी जान-पहचान हुई। जेल काट रहे अपराधियों ने उसे बताया कि बाहर निकलने के बाद वह उनसे मिले और चूरा पोस्त जैसा छोटा धंधा छोड़कर स्मैक के धंधे में उतरे। इस धंधे में मुनाफा अधिक है।
तीन माह जेल में रहने के बाद उसने स्मैक समगलरों से संबंध स्थापित किया और इस धंधे से जुड़ गया। इसके बाद वह स्मैक समगलिंग करता हुआ बठिंडा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बठिंडा जेल में रहते समय उसके संबंध अन्य स्मैक समगलरों से हो गए। उसने खुलासा किया कि स्मैक समगलिंग का धंधा पंजाब, हरियाणा में छोटे स्तर पर नहीं है। बल्कि इस धंधे में कुछ गांवों के सरपंच और उनके बेटे भी संलिप्त है।
वह भी हरियाणा के खण्ड कालांवाली तथा जिला बठिंडा के एक गांव के सरपंच के संपर्क में था। वह इन लोगों से स्मैक लेकर पीने लगा। हर रोज की करीब 5000 रूपए की स्मैक पी जाता। इतना बड़ा खर्च चलाना उसके लिए मुश्किल हो गया, तो इन लोगों तथा उसके दोस्तों ने उसे सलाह दी कि वह स्मैक पीए और साथ में समगलिंग भी करे। जिस पर वह समगलर की राह पर चल निकला। वह 250 रूपए प्रति ग्राम के हिसाब से स्मैक खरीदता और आगे जिला बठिंडा में 500 रूपए प्रति ग्राम के हिसाब से सप्लाई करता। उसके अनुसार इस कार्य में केवल युवक ही नहीं बल्कि युवतियां भी शामिल हैं। वह कॉलेजों की युवतियों को स्मैक सप्लाई करता। वह एक दिन में करीब 20 हजार रूपए की स्मैक बेच डालता। जिससे उसे अच्छा लाभ होने लगा।
सोनू ने समगलिंग करने के ढंग का राज खोलते हुए बताया कि स्मैक का सबसे बड़ा अड्डा राजस्थान का कोटा नगर है। वहीं से उन्हें स्मैक मिलती और इसके इंतजार में उन्हें कई-कई दिन कोटा के होटलों में भी गुजारने पड़ते। उसके अनुसार यह सारा सौदा कैश पेमेंट पर होता है। उसने बताया कि जो व्यक्ति कोटा में उसे स्मैक देने आता था, वह अपने पैरों में डाले हुए सैंडलों में करीब 500 ग्राम तक स्मैक डालकर लाता था।उसके अनुसार इन लोगों के सैंडल भी इस ढंग से बने हुए हैं कि एक सैंडल में आराम से 250 ग्राम स्मैक आ जाती है।
सोनू के अनुसार बीमारी के चलते पहले उसके पिता बलजिंद्र सिंह ने दम तोड़ा। फिर बीमारी के कारण ही उसकी माता सुनीता की भी मृत्यु हो गई। वह अब अपनी दादी महेंद्र कौर के साथ जोधपुर रोमाना में रह रहा है। लेकिन आय का कोई साधन न होने पर स्मैक ही उसका सहारा है। पंजाब में एनडीपीएस एक्ट में ढाई साल की कैद काटने के बाद 20 दिन पूर्व ही बाहर आया था। लेकिन स्मैक की तलब पूरी करने के लिए अपने साथी के साथ वह डबवाली आया और यहां से बाईक चुरा लिया और पकड़ा गया।
लाईसेंस मिल जाता तो तस्कर ना बनता!
बंदा इक बारी जेल च चला जावे सारा कुछ ही पता चल जांदा ए। बांत-बांत दी दुनियां मिलदी ए ओत्थे। मैं बठिंडा दे इक वकील दी गड्डी चलाऊंदा सी। मेरा लाईट लाईसेंस बनया होया सी। ऐस पीछों गंदे कम्मा विच पे गया। 2003 च मैं सिरसा जेल विच गया सी। तीन महीने मगरो बाहर आ के जदों मैं पुलिस तो अपना लाईट लाईसेंस मंगवा दे, मैंनूं नहीं मिलिया। जे उस वेले मैनूं मेरा लाईसेंस मिलिया हुंदा तां शायद अज मैं स्मैक समगलर ना हुंदा।
असामाजिक तत्वों से पुलिस का खौफ गायब
डबवाली (लहू की लौ) सिटी में असामाजिक तत्वों पर पुलिस का खौफ गायब हो गया है। जिसके चलते लगातार चोरियों की वारदातों में इजाफा हो रहा है। रात को दुकानों के ताले चटकाकर चोरी की जा रही है। दिन में बाईक उड़ाए जा रहे हैं।
सोमवार रात को अज्ञात चोरों ने जीटी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक स्थित पिंक मार्किट में इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान के ताले चटकाए। जबकि साथ लगती तीन अन्य दुकानों के ताले तोडऩे का प्रयास किया। रामू इलेक्ट्रेनिक्स के मालिक शिशुपाल (49) निवासी मण्डी किलियांवाली ने बताया कि मंगलवार सुबह उसके पड़ौसी दुकानदार जगमोहन ने उसे सूचना दी कि उसकी दुकान के शट्टर पर लगे ताले गायब हैं, शट्टर ऊपर उठा हुआ है। वह तत्काल दुकान पर आया। शिशुपाल के अनुसार अज्ञात चोर काऊंटर में रखी 30 किलोग्राम तांबे की तार चोरी करके ले गए हैं। जिसकी कीमत करीब पंद्रह हजार रूपए है। इसी दुकान के साथ स्थित जेएस इलेट्रिकल, शिव साईकिल स्टोर, सतनाम सिंह टीवी मैकेनिक की दुकान के भी ताले तोडऩे का प्रयास किया गया।
इसी रात को चौ. देवीलाल शॉपिंग कम्पलैक्स में स्थित बांसल डेयरी के ताले तोडऩे का प्रयास किया गया। डेयरी के मालिक राजकुमार बांसल के अनुसार रात को दूध की गाड़ी करीब दो बजे आ गई थी। संभव है कि गाड़ी को देखकर चोर वारदात को अंजाम न दे सके।
इधर मंगलवार दोपहर को गांधी चौक में छोले-भटूरे की रेहड़ी लगाने वाले जय नाथ उर्फ सागर निवासी वार्ड नं. 4 का बाईक (एचआर25बी/3153) उनके घर के आगे से अज्ञात व्यक्ति उठा ले गया। जय नाथ के अनुसार वह आर्य विद्या मंदिर के पास अपने घर में गया था। लेकिन पंद्रह मिनट बाद जब वह घर से बाहर निकला तो उसका सीडी डिलक्स बाईक घर के बाहर से गायब मिला।
15 मिनट में दो बाईक चोरी!
मंगलवार दोपहर करीब 12.45 पर पुलिस को सूचना मिली कि गोल बाजार क्षेत्र से एक बाईक चोरी हो गया है। दस मिनट बाद फिर थाना की घंटी बज उठी। कॉल थी कि अनाज मण्डी में दुकान नं. 3 के आगे खड़ा एक बाईक चोरी हो गया है। सूचना मिलते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। तुरंत पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई। क्षेत्र के तहत आने वाली सभी पुलिस चौकियों को अलर्ट जारी करके चौकसी बढ़ाने के आदेश दिए गए। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि अनाज मण्डी से गायब हुआ बाईक वापिस लौट आया है। गलती से कोई व्यक्ति उसे अपना बाईक समझकर उठा ले गया था। एक बाईक मिलने से पुलिस ने कुछ राहत की सांस ली।
डबवाली शहर में सांड़ों को जिन्दा जलाने का प्रयास!
डबवाली (लहू की लौ) दूध, दही की नदी कहे जाने वाले हरियाणा के छोटे से कस्बे डबवाली में गौधन पर तेजाब फेंककर जिन्दा जलाए जाने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। शहर के भीतर एक सप्ताह में तीन सांड़ों का शरीर तेजाब से फूंकने की तीन घटनाएं लगातार घटित हो गई हैं। जिससे गौ भक्तों में रोष फैल गया है। इस मामले को पुलिस के समक्ष भी उठाया गया है।
शहर में अवारा घूम रहे गौधन की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसकी संभाल न तो प्रशासन कर रहा है और न ही गौशाला। लोग अपने बचाव के लिए गौधन को भगाने के लिए डंडों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन सात दिनों में सांड़ों पर कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंककर उन्हें जलाने की घटनाएं होने लगी हैं।
गौशाला प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जवाहर कामरा, सचिव अनिल धारणियां ने बताया कि सात दिनों में लवकुश पार्क, मार्किट कमेटी तथा जीटी रोड़ क्षेत्र में सांडों पर ज्वलनशील पदार्थ फेंककर उन्हें जिंदा जलाने के प्रयास किए गए हैं। सूचना मिलने पर घायल सांडों को गौशाला में लाया गया। यहां उनका उपचार किया जा रहा है। गौशाला पदाधिकारियों ने बताया कि संभव है कि यह कार्य उन लोगों का हो सकता है जो सांड़ों से परेशान हैं। लेकिन वारदात का क्षेत्र अलग-अलग होने से यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह काम शरारतियों का भी हो सकता है।
गौशाला प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी के सदस्य गोवर्धन दास गोयल ने गौधन पर ज्वलनशील पदार्थ फेंककर जलाने की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इस मंदभागी बताया है। साथ में थाना शहर पुलिस को एक शिकायत पत्र सौंपकर गौधन की रक्षा करने तथा ज्वलनशील पदार्थ फेंककर गौधन को जलाने का प्रयास करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है।
गौशाला में गौधन का इलाज करने वाले डॉक्टर सूबे सिंह के अनुसार गौधन पर फेंका गया ज्वलनशील पदार्थ तेजाब हो सकता है। उनके अनुसार सांड की चमड़ी दो प्रकार की होती है। ऊपरी भाग को एपी डरमिस कहते हैं, जोकि शरीर पर दो से ढाई एमएम के बीच होती है। दूसरी चमड़ी डरमिस कही जाती है। चमड़ी की यह लेयर चार से साढ़े चार एमएम मोटी होती है। जोकि एपी डरमिस के नीचे होती है। डॉक्टर ने बताया कि ज्वलनशील पदार्थ ने सांड़ों की एपी डरमिस चमड़ी को खत्म कर दिया। यह पदार्थ इतना तेज था कि इससे डरमिस को भी कुछ नुक्सान पहुंचा। उनके अनुसार अगर इससे डरमिस लेयर समाप्त हो गई होती तो यह ज्वलनशील पदार्थ सांड़ों की मौत का कारण बन सकता था।
थाना शहर पुलिस प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि पुलिस के पास मामला आया है। शिकायत के आधार पर इसकी जांच की जाएगी।
05 जुलाई 2011
धधकती आग में कूदकर बचाई जान
डबवाली (लहू की लौ) मण्डी किलियांवाली के अजीत नगर में अपनी किराएदारनी को आग की लपटों से बचाने के लिए मकान मालकिन संकट मोचन बनकर आई। उसने अपनी जान पर खेलकर आग की लपटों के बीच बेहोश पड़ी किराएदारनी को बाहर निकाला।
सोमवार सुबह 7 बजे थे। अजीत नगर के सुभाष उर्फ शुभकरण के मकान के एक कमरे में अचानक आग लग उठी। आंगन में खेल रहे बच्चों पंकज (12), राजन (10) तथा पिंकी (14) ने कमरे में लगी आग को देखकर शोर मचा दिया। शोर सुनकर बच्चों की माता परमेश्वरी देवी (40) कमरे के पास आई। उसने देखा कि रविवार को उनके मकान में किराए पर रहने के लिए आई अमरजीत कौर (50) बेहोशी की हालत में पड़ी है। जबकि कुंकिंग गैस सिलेण्डर के पास आग की लपटे निकल रही हैं। उसने साहस बटोरा और कमरे के भीतर घुसी। बेहोश अमरजीत कौर को उठाकर आंगन में ले आई।
परमेश्वरी देवी ने बताया कि वह एकदम किराएदार के कमरे में गई और उसने बेहोश अमरजीत को पहले बाहर निकाला। फिर घर की मेन स्विच ऑफ कर दी, ताकि आग बिजली के उपकरणों को न पकड़ ले। उसने इसी दौरान कमरे का बाहरी दरवाजा भी खोला और एक लोहे की रॉड लेकर कुकिंग गैस सिलेण्डर को रॉड की सहायता से गली में निकालकर पटक दिया और गैस सिलेण्डर को लगी आग बुझ गई। इसी दौरान सूचना पाकर फायर ब्रिगेड भी पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने कमरे के भीतर सामान को लगी आग पर नियंत्रण स्थापित किया।
बेहोशी टूटने के बाद किराएदारनी अमरजीत कौर ने बताया कि उसने अपने कुकिंग गैस चूल्हे पर चाय बनाने के लिए नया सिलेण्डर लगाया था। दियासिलाई जलाते ही गैस सिलेण्डर को आग लग गई। आग को देखकर वह कमरे के भीतर ही गिरकर अपनी सुधबुध खो बैठी। उसके अनुसार परमेश्वरी देवी ने उसे आग की लपटों में गिरने के बावजूद बाहर निकालकर जो उसकी सहायता की है, वह उसके लिए भगवान की शुक्रगुजार है तथा परमेश्वरी देवी की ऋणी है। उसके अनुसार काश! प्रत्येक किराएदार को ऐसे ही मकान मालिक मिलें।
आग से सब राख
डबवाली (लहू की लौ) मण्डी किलियांवाली के अजीत नगर में कुकिंग गैस सिलेण्डर बदलते समय आग लगने से कमरे में पड़ा लाखों रूपए का सामान जलकर राख हो गया। मौका पर पहुंची मार्किट कमेटी डबवाली के दमकल केंद्र की गाड़ी ने एक घंटा के प्रयासों से आग पर काबू पाया।
कल ही आए थे यहां
गाड़ी चालक धन्ना राम का परिवार जिला बठिंडा के गांव जस्सी बागवाली से रविवार को ही मण्डी किलियांवाली के अजीतनगर में रह रहे पेट्रोल पंप कर्मचारी शुभकरण उर्फ सुभाष के मकान में किराए पर रहने के लिए आया था। रविवार को ही धन्ना राम तथा उसके बेटे हरविंद्र (19) तथा जसविंद्र (17) काम पर गए हुए थे। कमरे में धन्ना राम की पत्नी अमरजीत कौर (50) अकेली थी। इस बीच कुकिंग गैस सिलेण्डर खत्म हो गया। सोमवार सुबह करीब 7 बजे उसने नया गैस सिलेण्डर लगाकर चाय बनाने के लिए जैसे ही स्विच ऑन किया तो सिलेण्डर को आग लग गई।
आग ने कमरे में पड़े सामान को अपने आगोश में ले लिया। कुछ ही मिनटों में टीवी, फ्रिज, बैड तथा कमरें में पड़ा सारा सामान जलकर राख हो गया। सूचना पाकर मौका पर पहुंची मार्किट कमेटी डबवाली की फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।
कोल्ड ड्रिंक मिला दूध पीने से पांच बेहोश
डबवाली (लहू की लौ) कोल्ड ड्रिंक मिला दूध पीने से एक ही परिवार के 5 सदस्य बेहोश हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
डबवाली के टेलर मास्टर जावेद खान ने बताया कि वह वार्ड नं. 14 की गली गंगा वाली में स्थित अपने ससुर इन्द्र सिंह के घर रविवार रात को अपनी पत्नी उर्मिला के पास आया हुआ था। रात को करीब 9.30 बजे उसकी सास सावित्री देवी (45) ने सभी के लिए दूध में कोक मिला कर पेय तैयार करके स्वयं पीया और अपने बेटे ईशान (22), सुनील (12), रवि (18) तथा पुत्री ज्योति (15) के साथ उसे भी पिलाया। लेकिन सुबह 6 बजे जब वह उठा तो उसने देखा कि उसके अतिरिक्त उपरोक्त पांचों बेहोशी की हालत में हैं, उल्टियां कर रहें हैं, बोल कुछ नहीं रहे। उसने इसकी जानकारी गली वासियों को दी और गली वासियों के सहयोग से जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस से सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया।
डॉक्टर ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद दोपहर को उन्हें छुट्टी दे दी। डॉ. सरवन बांसल ने बताया कि दूध में कोक मिलाकर पीने से संभव है कि उपरोक्त को फूड प्वाईजन हुआ होगा। उन्हें उपचार देकर छुट्टी दे दी गई।
84 बोतल शराब पकड़ी
डबवाली (लहू की लौ) क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है। माईनरों के किनारे सूने पड़े घरों की आड़ में इस धंधे को चलाया जा रहा है। रविवार शाम को चौटाला पुलिस ने इसी प्रकार के एक धंधे पर छापा मारा। धंधा चला रहा व्यक्ति फरार हो गया। लेकिन मौका से पुलिस को 84 बोतल शराब बरामद हुई। पुलिस ने फरार हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है।
चौटाला पुलिस चौकी इंचार्ज जीत सिंह ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि गांव गिदडख़ेड़ा रकबा में चौटाला माईनर पर स्थित सूने पड़े एक घर के सामने एक व्यक्ति धड़ल्ले से अवैध शराब की बिक्री कर रहा है। मुखबर की सूचना पाते ही एएसआई महेंद्र कुमार ने अपनी टीम के साथ मौका पर छापा मारा। पुलिस को देखते ही आरोपी खेतों में भाग खड़ा हुआ। मौका से पुलिस को सात पेटी यानि 84 बोतल ठेका देसी शराब बरामद हुई। उन्होंने बताया कि फरार हुए आरोपी की पहचान जीत राम पुत्र भागीरथ निवासी आसाखेड़ा के रूप में हुई है। आरोपी के विरूद्ध मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी गई है।
विवादों के घेरे में डबवाली सीआईए तोड़ी
डबवाली (लहू की लौ) काफी समय से विवादों में घिरी डबवाली सीआईए को हटा दिया गया है। सीआईए डबवाली के प्रभारी एसआई हवा सिंह का तबादला सिटी थाना सिरसा में कर दिया गया है। जबकि अन्य स्टाफ को पुलिस लाईन सिरसा में भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि सीआईए डबवाली काफी लम्बे समय से चर्चा में चल रही है। इन दिनों गांव जोतांवाली में सीआईए की एक रेड काफी चर्चा का विषय बनी हुई थी। बताते हैं कि इस रेड की वजह से सीआईए की काफी किरकरी हुई। उसी दिन से जिला पुलिस के उच्च अधिकारी सीआईए पर टेढ़ी नजर बनाए हुए थे। रविवार को इसे हटाने के आदेश दे दिए गए।
एसपी सिरसा सतिंद्र गुप्ता ने सीआईए डबवाली तोडऩे की पुष्टि करते हुए बताया कि किसी आरोप की वजह से नहीं बल्कि सीआईए डबवाली को रूटीन में तोड़ा गया है। इसके प्रभारी एसआई हवा सिंह को सिटी थाना सिरसा तथा अन्य स्टॉफ को पुलिस लाईन सिरसा में लगाया गया है। एसपी के अनुसार स्टाफ को शीघ्र जिला के अन्य थानों में लगा दिया जाएगा।
गुप्तांग काटकर बना दिया हिजड़ा!
नकली हिजड़ा बनकर उगाही करने का सनसनीखेज आरोप, आरोपी ने कहा पहले लड़का था अब बना दिया हिजड़ा
डबवाली (लहू की लौ) शहर के एक युवक पर नकली हिजड़ा बनकर गांवों से बधाईयों के नाम पर उगाही इक्ट्ठी करने की शिकायत सिटी पुलिस के पास आई है। आरोपी का कहना है कि वह पहले लड़का था और उसे जबर्दस्ती हिजड़ा बनाकर इस कारोबार में उतारा गया है।
डबवाली की कबीर बस्ती निवासी मधु महंत ने थाना शहर पुलिस में एक शिकायत देकर घग्गड़ (पंजाब) हाल वार्ड नं. 17 निवासी राजा राम के बेटे प्रीति (20) पर आरोप लगाया कि प्रीति पिछले दो माह से हिजड़े के वेश में शेरगढ़, सकताखेड़ा, अबूबशहर, मटदादू, मौजगढ़ आदि गांवों में जाकर बधाईयां उगाह रहा है। जबकि वह लड़का है। मधु महंत ने बताया कि कुछ दिन पहले वे उपरोक्त गांवों में बधाई मांगने के लिए गई थी। लेकिन वहां के लोगों ने बताया कि उनका ही एक ग्रुप गांव से बधाईयां ले गया है। अब वे यहां क्या करने आए हैं?
इधर प्रीति ने बताया कि दस साल पूर्व मधु महंत उसे घर से ले गई थी। करीब पांच साल तक उसने उसे काम सीखाया। लालच देकर उसका गुप्तांग काट दिया और उसे हिजड़ा बना दिया गया। पांच साल तक वह मधु महंत के लिए उसके सहयोगी डूना तथा सरवी के साथ गांव मौजगढ़, लम्बी, अबूबशहर, सकताखेड़ा, शेरगढ़, आसाखेड़ा, भारूखेड़ा, रामपुरा बिश्नोईयां, झुट्टीखेड़ा में काम करता आ रहा है। उन्हें बधाईयों के रूप में जो भी राशि मिलती वह इसे मधु महंत के सुपुर्द कर देते थे। लेकिन पिछले कुछ माह से मधु महंत उसे अनावश्यक रूप से मारने पीटने लगा। जिस पर उसने उससे किनारा कर लिया। अपने स्तर पर गांवों में जाकर बधाईयां मांगने लगा।
थाना शहर में रविवार को इस मामले को सुलझाने के लिए एक पंचायत हुई। जिसमें भोला महंत, वार्ड नं. 10 के पार्षद टेकचंद छाबड़ा, वार्ड नं. 17 की पार्षद गीता चौहान आदि शामिल हुए। इस मौके पर प्रीति तथा उसके पिता राजा राम को भी बुलाया गया। प्रीति ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया। लेकिन पंचायत के सहयोग से दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया।
वार्ड नं. 17 की पार्षद गीता चौहान ने बताया कि प्रीति उनके वार्ड के हर्ष नगर में रह रहा है। वह पिछले काफी सालों से उसे हिजड़े के वेश में देखती आ रही है। इसी वेश में वह गांवों में बधाईयां मांगने भी अक्सर जाता है। पार्षद ने कहा कि प्रीति अब लड़का है या हिजड़ा इसके संबंध में वह कुछ नहीं कह सकती।
मामले के जांच अधिकारी सिटी पुलिस के एएसआई गोपाल राम ने बताया कि उनके पास मधु महंत की शिकायत आई थी। लेकिन पंचायत द्वारा समझौता करवा देने और मधु महंत द्वारा अपनी शिकायत वापिस लेने पर इस मामले को फाईल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजा राम ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा कि प्रीति उसका बेटा था। अब वह हिजड़ा है या नहीं इसकी जांच तो डॉक्टर ही कर सकता है।
04 जुलाई 2011
टेक्सटाईल इंडस्ट्री में आग से लाखों का नुक्सान, परिंदे भी जल मरे
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात किलियांवाली में स्थित मिढ़ा टेक्सटाईल इंडस्ट्री में आग लगने से लाखों रूपए का धागा, मशीनरी जलकर राख हो गई। इंडस्ट्री को जलता देख सदमे में आया इंडस्ट्री मालिक का पिता बेहोश हो गया। कड़ी मशक्कत के बाद रविवार अल सुबह करीब 3 बजे आग पर नियंत्रण पाया जा सका। वहीं इंडस्ट्री के शैड पर घर बनाए परिंदे भी आग में जल मरे।
धमाका के साथ उठा धुआं
इंडस्ट्री में कार्यरत पिंटू, रामप्रवेश, सूरज, विजय, संजू, गुरिया, विनय ने बताया कि रात करीब 11 बजे वह इंडस्ट्री के आंगन में अपनी-अपनी चारपाई पर लेटे हुए आपस में बातचीत कर रहे थे। इंडस्ट्री के भीतर स्थित एक बिजली के बोर्ड में अचानक धमाका हुआ और धुआं उठने लगा। आग ने वहां पड़ी बान (चारपाई के लिए प्रयुक्त होने वाला धागा) को पकड़ लिया। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल इंडस्ट्री मालिक अनिल मिढ़ा पुत्र नत्थू राम मिढ़ा निवासी वार्ड नं. 11, डबवाली को दी। इधर इसकी सूचना दमकल केंद्र डबवाली को दी गई।
सूचना पाकर इंडस्ट्री मालिक अनिल मिढ़ा, सुनील मिढ़ा तथा नत्थू राम मिढ़ा मौके पर पहुंचे। कर्मचारियों के सहयोग से बाल्टी में पानी भरकर आग आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। आग के विकराल रूप को देखकर सदमे में आए नत्थू राम मिढ़ा बेहोश होकर वहीं गिर पड़े। मौका पर पहुंचे अग्निश्मक दस्ते ने आग पर नियंत्रण स्थापित करने के प्रयास शुरू किए।
इंडस्ट्री के कर्मचारियों ने बताया कि इंडस्ट्री के जिस हिस्से में आग लगी हुई थी वह हिस्सा चारों तरफ से बंद था। धुआं निकलने का कहीं से मार्ग नहीं था। जिसके चलते मशीनरी रूम में गैस भर गई और उसमें प्रवेश करना मुश्किल हो गया। उन्होंने आग पर नियंत्रण पाने के लिए और गैस को रूम से बाहर निकालने के लिए रूम के चारों तरफ लगे शीश तोड़े। तब कहीं जाकर अग्निश्मक दस्ते ने रविवार सुबह करीब 3 बजे आग पर काबू पाया।
परिंदे भी जले
कर्मचारियों ने बताया कि आग की तपिश इतनी तेज थी कि इंडस्ट्री के ऊपर बनी शैड की छत भी क्षतिग्रस्त हो गई। इन शैड़ों में घौंसला बनाकर रहने वाले करीब बीस-पच्चीस कबूतर आग की भेंट चढ़ गए।
इंडस्ट्री मालिक अनिल मिढ़ा, सुनील मिढ़ा पुत्रान नत्थू राम ने बताया कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। आग से उसका करीब 8 लाख रूपए का नुक्सान हुआ। जिसमें मशीनरी, तैयार किया गया बान, बिल्डिंग, दरियां आदि का नुक्सान शामिल है।
करीब चार माह पहले इंडस्ट्री के मीटर रूम में आग लगने से इंडस्ट्री का ढाई लाख रूपए का नुक्सान हुआ। इसके बाद मशीनों के पास पड़े कुछ माल को आग लगी। जिसमें करीब 25 हजार रूपए का नुक्सान हुआ। करीब 20 दिन पूर्व मशीनरी रूम में आग लगने से डेढ़ लाख की मशीनरी जल गई। अब चौथी बार आग लगी।
कहां जाता है माल
मिढ़ा टेक्सटाईल इंडस्ट्री के मालिक ने बताया कि वे रूईं से धागा निर्मित करके सीतापुर, बम्बई, कानपुर, बरेली आदि जगहों में बेचते हैं। इससे वहां पर दरियां आदि बनती हैं।
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