09 जुलाई 2011

डबवाली शहर में गुपचुप तरीके से बंटी पेंशन

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने एक्सीस बैंक को पेंशन बांटने का नहीं, अपितु पेंशन धारकों से बदतमीजी करने का ठेका दिया है। अपनी गलत कार्यप्रणाली से बदनाम हो रहे एक्सीस बैंक तथा फिनो कंपनी के एजेंट शुक्रवार को बिना बताए ही डबवाली आ धमके। जिसकी सूचना संबंधित वार्ड पार्षद को भी नहीं दी थी। फिर भी किसी प्रकार सूचना पाकर पेंशन लेने के लिए पहुंचे अधिकांश पेंशन धारकों को बैरंग ही वापिस लौटना पड़ा।
वार्ड नं. 1 के निवासी रतन लाल (87), लाजवंती (85), संतोष रानी (65), सुमित्री देवी (65), भूपिंद्र कौर (65) पत्नी पिरथी सिंह, वार्ड नं. 3 निवासी बिमला विधवा ओमप्रकाश, पुष्पा देवी पत्नी मक्खन, वार्ड नं. 4 निवासी पुष्पा देवी, हरचरण सिंह, कौशल्या देवी ने बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला कि पेंशन वितरण के लिए श्री कलगीधर सिंह सभा गुरूद्वारा में पेंशन बांटने वाले आए हैं, तो वे तुरंत वहां पहुंचे। लेकिन उन्हें यह कहकर वहां से टरका दिया गया कि उनके स्मार्ट कार्ड नहीं बने हैं और न ही उनके पास आई सूची में उनका नाम है। उन्होंने फिनो कंपनी द्वारा उन्हें दी गई उन पर्चियों को भी दिखाया। जिन पर फोटोग्राफी करने के बाद उन्हें नंबर दिए गए थे और कहा गया था कि इस पर उन्हें पेंशन मिल जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीनियर सिटीजन होने के नाते उनका सम्मान करना तो दूर, बल्कि पेंशन वितरण करने आए लोगों ने उनकी पर्चियां भी उनके मुंह पर मारकर उन्हें वहां से चले जाने के लिए कहा। 75 वर्षीय बलवंत कौर विधवा अजैब सिंह ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वालों ने उसके राशन कार्ड में दो माह मार्च तथा अप्रैल की पेंशन दी हुई भर दी है। जबकि उसे मात्र 750 रूपए दिए हैं।
वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने बताया कि रात को करीब 10 बजे उसके पास फिनो कंपनी के मैनेजर का फोन आया कि कल पेंशन वितरण की जानी है। बांसल के अनुसार इतने कम समय में किसी को सूचित किया जाना भी मुश्किल है। इधर वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि उन्हें शुक्रवार सुबह 9.15 पर पेंशन वितरण किए जाने की सूचना दी। सूर्या के अनुसार अधिकांश स्मार्ट कार्ड धारकों और सूची में उपलब्ध नाम वालों को एक-एक माह की पेंशन ही नसीब हुई। जबकि वे चार-चार बार पेंशन के लिए चक्कर लगा चुके हैं। पहले दो बार फोटो के लिए, फिर पर्चियां देने के नाम पर और अब पेंशन लेने के लिए नाम पर बुलाया। उन्होंने यह भी बताया कि पेंशन धारकों की पांच माह की पेंशन सरकार की ओर बकाया है।
वार्ड नं. 3 के पार्षद सुभाष मित्तल ने बताया कि उन्हें पेंशन वितरण की सूचना दी ही नहीं गई। उनके अनुसार पेंशन वितरण की सूचना केवल सत्तारूढ़ पार्टी के पार्षदों को ही दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि जब अभी तक स्मार्ट कार्ड पूरे बने ही नहीं, तो फिर पेंशन का वितरण क्यूं। अगर पेंशन देनी भी दी थी तो पूरी पेंशन क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जब जिला समाज कल्याण विभाग सिरसा से बातचीत की गई तो उन्होंने सिर्फ यही जवाब दिया कि वे पेंशन वितरण कंपनी के अधिकारियों से इस संदर्भ में बात करेंगे।
मित्तल ने आरोप लगाया कि सरकार बार-बार पेंशन धारकों के साथ मजाक कर रही और वृद्धों को पेंशन न देकर उन्हें अपमानित कर रही है। उन्होंने मांग की कि नगरपालिका सूची के आधार पर पेंशन धारकों के स्मार्ट कार्ड बनाए जाएं और इसी सूची के आधार पर पेंशन वितरण किया जाए। पार्षद ने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण के लिए चार-चार वार्डों का एक ही स्थान निर्धारित किया गया। लेकिन बांटने वाला एक ही एजेंट नियुक्त किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पेंशन वितरण करने वाले शाम को साढ़े 3 बजे ही निर्धारित स्थल से नदारद मिले। जिसके चलते काफी पेंशन धारकों को बैरंग वापिस लौटना पड़ा।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि जितनी राशि सरकार ने भेजी थी, वह राशि बंट गई है। जिनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं है। उनके स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए नगरपालिका तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बीडीपीओ कार्यालय को अंकित किया गया है। वहां पर स्मार्ट कार्ड बनाने की मशीन है।

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