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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

25 फ़रवरी 2011

पैसे दोगुणा करने के आरोपी जेल गए


डबवाली (लहू की लौ) ऑनलाईन बिजनेस के तहत रूपए दोगुणे करने का झांसा देकर लाखों रूपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार डबवाली निवासी बलविंद्र सिंह तथा माखा निवासी अंग्रेज सिंह को दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद थाना शहर पुलिस ने गुरूवार को उपमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर के एएसआई सतबीर सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपी बलविंद्र सिंह ने स्वीकार किया है कि उसने डबवाली निवासी जसविंद्र सिंह राणा से मिलकर एक योजना के तहत गुरनाम सिंह से नगद और चैक द्वारा मैक्स फोरेक्स कंपनी में पैसा लगाने के नाम पर राशि ली थी। जोकि गुरनाम सिंह ने नकद और चैक द्वारा दी। उसने बीस प्रतिशत के हिसाब से अपना कमीशन काटकर बाकी राशि कंपनी को दे दी।
आरोपी ने यह भी बताया कि मैक्स फोरेक्स कंपनी के सीनियर एजेंट मास्टर बलविंद्र सिंह पुत्र तेजा सिंह निवासी गांव डबवाली, अविनाश खालसा पुत्र अजमेर सिंह निवासी गांव डबवाली तथा कुलदीप सिंह निवासी गंगानगर है।
दूसरी ओर अंग्रेज सिंह ने पुलिस को बताया कि मास्टर गुरनाम सिंह से उसकी मुलाकात जसविंद्र सिंह राणा ने करवाई थी। उसने फोरेक्स मैजिक कंपनी के लिए दो लाख रूपए गुरनाम सिंह से लिए थे। 20 प्रतिशत कमीशन काटकर यह राशि अपने सीनियर एजेंट मुकेश कुमार पुत्र शाम लाल निवासी कालांवाली के पास जमा करवा दी।
जांच अधिकारी ने बताया कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए इंवेस्टीगेशन जारी है। जिनके नाम लिए गए हैं, उन्हें पुलिस पूछताछ के लिए बुलाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कमीशन की काटी गई राशि में से बलविंद्र सिंह से छह हजार रूपए और अंग्रेज सिंह से चार हजार रूपए की नकदी बरामद हुई है।

।संदीप मिस्टर, सोनम मिस एनपीएस चुने गए



डबवाली (लहू की लौ) नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल स्कूल में दस जमा दो के विद्यार्थियों को जूनियर द्धारा रंगारंग कार्यक्रम पेश कर विदाई दी गई। जिसमें एनपीएस के निदेशक वेद भारती ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। मुख्यातिथि ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम का आगाज विद्यालय की प्राचार्या चन्द्रकांता भारती तथा मुख्यातिथि वेदप्रकाश भारती ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके किया। कार्यक्रम की शुरूआत में भारतीय संस्कृति से रूबरू करवाते हुए दस जमा एक के विद्यार्थियों ने सीनियर्स व अध्यापकों को तिलक लगाए। ये जंग नहीं आसां के टाईटल पर दस जमा दो के विद्यार्थियों ने मॉडलिंग की। मॉडलिंग के आधार पर कॉमर्स ग्रुप के संदीप मिस्टर एनपीएस व सोनम मिस एनपीएस का खिताब से नवाजे गए। जबकि कॉमर्स की जश्नदीप कौर, आर्टस की संदीप कौर एनपीएस सर्वश्रेष्ठ छात्रा, सुषमा बेस्ट सोशल वर्कर, दीक्षा सिम्पलीसिटी अवार्ड, राजवीर  बेस्ट डांसर, अमनदीप कौर बैस्ट ओबीडिएंट स्टूडेंट चुने गए।
इस मौके पर राजनीतिक शास्त्र प्रवक्ता बलजिन्द्र कौर व हिन्दी प्रवक्ता नवनीत कौर ने निर्णायक की भूमिका निभाई। प्राचार्या चन्द्रकांता ने विदा हो रहे विद्यार्थियों को नसीहत देते हुए कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, कड़े परिश्रम से सफलता का मार्ग खुलता है। उन्होंने बच्चों को देश और समाज के प्रति अपने दायित्व व कर्तव्यों का निर्वाहन करने के लिए प्रेरित किया। मंच का संचालन कक्षा दस जमा एक की हरप्रीत, मनप्रीत कौर तथा कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर रविन्द्र सिंह ने बखूबी किया

युवती ने लगाया मारपीट का आरोप


डबवाली (लहू की लौ) अढ़ाई साल पूर्व सामूहिक शादी कार्यक्रम में वैवाहिक बंधन में बंधे जोड़े में मामूली बात को लेकर तकरार पैदा होने से परिवार टूटने की नौबत आ गई है।
यहां की इंदिरा कलोनी में रहने वाले सुखदेव सिंह की 20 वर्षीय बेटी गुरमीत कौर की शादी ढाई साल पूर्व डबवाली में सामूहिक शादियां कार्यक्रम के दौरान गांव तिगड़ी निवासी बलवीर सिंह के बेटे तरसेम सिंह से हुई थी। दोनों का एक साल का बेटा भी है। बुधवार रात को दोनों पति-पत्नी में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिसमें गुरमीत घायल हो गई। उपचार के लिए उसके माता-पिता उसे डबवाली ले आए और यहां के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया।
गुरमीत कौर (20) ने बताया कि उसका पति तरसेम सिंह (22) निवासी तिगड़ी उसे मायके जाने से रोकता है। बुधवार रात को पहले तरसेम ने उससे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। बाद में बस अड्डा से जबर्दस्ती उसे घसीटते हुए घर ले आया। घर में उससे मारपीट की। जिसमें तरसेम का सहयोग उसके पिता बलवीर सिंह तथा माता निकम्मी देवी ने किया। यहीं नहीं उसकी शादी में संस्था द्वारा दिया गया सामान भी तोड़ दिया।
इधर तरसेम के पिता बलवीर सिंह ने बताया कि गुरमीत कौर तीन-चार दिनों बाद ही अपना बैग उठाकर डबवाली की ओर मुंह कर लेती है। जब उसे समझाया जाता है, तो वह झगड़े पर उतारू हो जाती है। बुधवार रात को भी कुछ ऐसा ही हुआ। तैश में आई गुरमीत कौर ने शादी में मिला सामान तोड़ दिया।

छीनने पड़ते हैं अधिकार


गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार आयोजित, वक्ता बोले
डबवाली (लहू की लौ) गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में बुधवार को राष्ट्रीय स्तरीय सेमिनार आयोजित किया गया। जिसका विषय था मानव अधिकारों की परिभाषा : परिप्रेक्ष्य, चुनौतियां और मौके। इस अवसर पर वक्ताओं ने मानव अधिकारों पर विस्तार से प्रकाश डाला और उपस्थित लोगों को इसके प्रति जागरूक किया। वहीं श्रोताओं द्वारा पूछे प्रश्नों के उत्तर दिए।
हम कमजोर राष्ट्र हैं?
सेमिनार के मुख्यातिथि पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ के एसोसिएट रीडर (कानूनी विभाग) डॉ. दविंद्र सिंह ने कहा कि हमें प्रारंभ से ही यह पढ़ाया जाता है कि हम कमजोर राष्ट्र हैं। हमारी जनता कमजोर, लाचार और गरीब है। जबकि यह बात कहने वाले स्वयं कमजोर नहीं है। इससे मानवाधिकारों की बात बेमानी हो जाती है। कागजों में मानवाधिकारों की बात तो की जाती है, लेकिन वास्तविकता में उन्हें लागू नहीं किया जाता। जिसके चलते मानव को किसी भी क्षेत्र में समानता के अवसर नहीं मिल पा रहे। जोकि मानव अधिकार का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि एक मजदूर आठ घंटे काम करता है और उसे सौ रूपए दिहाड़ी मिलती है। जबकि एक व्यक्ति को उसके ही विपरीत इतने ही समय की नौकरी करने पर डेढ़ लाख रूपए मिलता है। मानवाधिकारों के होते हुए यह असमानता क्यों? इसी प्रकार अध्यापक को पठन पाठन का कार्य शिक्षा के अधिकार के तहत सौंपा गया। लेकिन उसे जनगणना, चुनाव करवाने जैसे कार्य भी सौंप दिए गए। इसके चलते अध्यापक बच्चों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में न्याय नहीं कर पाता। चूंकि उसे शिक्षा देने का समय ही कहां बचता है।
मांगो मत छीनो
सेमिनार के गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. मुकेश अरोड़ा सीनेटर पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़ ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं, छीनने से मिलते है। हम मानव अधिकारों की बात तो करते हैं, लेकिन ये अधिकार हमें मिले कब हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उसका मोबाइल पांच व्यक्ति छीनकर ले गए। इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए जब वे थाने में गए तो पुलिस ने उससे कहा कि आप से बात तभी की जाएगी, जब आप रिपोर्ट मोबाइल छीनने की नहीं, गुम होने की दर्ज करवाओगे। उनके अनुसार पुलिस कर्मी ने यह भी कहा कि अगर हम छीनने की रिपोर्ट दर्ज करते हैं, तो कागजों में क्राईम बढ़ा हुआ आएगा। जिससे उनकी प्रमोशन रूक सकती है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करवाने का अधिकार तो हमें मिल गया है, लेकिन सच्चाई दर्ज करवाने का अधिकार हमारे पास नहीं है।
कंट्रोलर ऑफ इग्जामिनेशन पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला डॉ. पवन कुमार सिंगला ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति और व्यवस्था ही ऐसी रही है कि हमने समूह मानव की खुशहाली की बात कही है। हमारी सभ्यता में हमेशा ही मानवाधिकारों की बात होती रही है। लेकिन जब हम गुलाम हुए तब हमारी आजादी छिन गई, हमारे अधिकार छिन गए और जब हमने अधिकार मांगे तो हमें लाठी और गोली मिली। उन्होंने कहा कि आज जो देश (इंग्लैंड) मानवाधिकारों का अपने आपको सबसे बड़ा अलंबरदार कहता है, इसी देश ने हमें डेढ़ सौ वर्ष तक गुलाम बनाकर हमारे अधिकार छीने और जब हमने अधिकार मांगे तो हमें दबाया गया। उन्होंने कहा कि आज हम ब्रिटिश साम्राज्य से धरोहर के रूप में मिली शिक्षा और कानून को लागू किए हुए हैं। जिसके चलते हमें आज मानवाधिकारों की बात करनी पड़ रही है। आज अपने आपको बदलने की जरूरत है, विद्यार्थियों का भविष्य और चरित्र बनाकर उसे मानव बनाने की जरूरत है। व्यवस्था बदलने की आवश्यकता है।
सीनियर सीनेटर पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ डॉ. जगपाल सिंह ने कहा कि इस समय मानव अधिकारों की बात कब हुई यह कहने की बात नहीं है। बल्कि आम आदमी को उसी की भाषा में उसके के अधिकारों और कत्र्तव्यों की बात समझाने की जरूरत है। उनके अनुसार मानव अधिकार हमारे जन्मसिद्ध अधिकार हैं। जोकि समय के अनुसार बदलते रहे हैं। आज हमें उपभोक्ता कानून और आरटीए के अधिकार मिले हैं, जो कारगर साबित हो रहे हैं।
नवांशहर से आए डॉ. विनय सोफत ने कहा कि जब तक मानव के पास अपने विशेषाधिकार हैं और वह दूसरों के अधिकारों को नहीं समझता, तब तक मानव अधिकारों की बात नहीं की जा सकती। चूंकि एक अधिकार पाने के लिए दूसरों के अधिकार को कुचलता आया है। उन्होंने इस मौके पर स्वामी विवेकानंद के शब्दों को उदृत करते हुए कहा कि महिलाओं को किसी से अधिकार मांगने की जरूरत नहीं। अगर महिलाओं को पढ़ा-लिखाकर अपने फैसले खुद लेने के काबिल बना दिया जाए, तो महिलाएं अपना अधिकार स्वयं ले लेंगी।
मीडिया भी ध्यान दे
हिसार से आए डॉ. दिनेश चहल ने महिला अधिकारों पर सटीक बात कहकर खूब तालियां बटोरी। उन्होंने व्यंग्यत्मक शैली में कहा कि शीला और मुन्नी को ही बदनाम किया जाता है, लेकिन इसके लिए राम और शाम लाल को दोषी नहीं ठहराया जाता। मीडिया पर हम दोष देते हैं लेकिन जो समाज चाहता है, मीडिया वही परोसता है। यदि मानव अधिकारों की बात करनी है, तो समाज को अपना नजरिया बदलना होगा और मीडिया को अपनी सोच बदलनी होगी। इस अवसर पर डॉ. प्रितपाल कौर आरएनएनयूएल पटियाला, डॉ. आदिती शर्मा पीयूआरसी लुधियाना, डॉ. आशुतोष शर्मा एडवोकेट पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चण्डीगढ़, डॉ. संजीव, डॉ. प्रमोद, डॉ. सुखजीत, डॉ. जसपाल सिंह होशियारपुर, डॉ. संजीव डाबर नवांशहर ने भी मानव अधिकारों पर अपने विचार रखे। मंच का संचालन प्रियतोष ने बखूबी निभाया। इस मौके पर मेजर भूपिंद्र सिंह ढिल्लों ओएसडी सीएम पंजाब, कॉलेज प्राचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा, डॉ. आशा गर्ग प्रिंसीपल एमपी कॉलेज, प्रिंसिपल एसएम देवगुण, आयोजक डॉ. भारत भूषण, प्रेम गुप्ता शाखा प्रबंधक स्टेट बैंक ऑफ पटियाला किलियांवाली, मास्टर दीदार सिंह, केशव शर्मा, पवन गर्ग, हरीश सेठी रिंका आदि उपस्थित थे।

नाके पर तैनात कर्मियों पर उठी अंगुली!



डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ नाका के पास बुधवार सुबह करीब 4 बजे एक ट्रक की टक्कर से डिवाईडर पर लगा खंबा टूट गया। खंबा क्या टूटा नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों की बांछे खिल गई। कर्मियों ने झट से ट्रक ड्राईवर से ट्रक के कागज जब्त कर लिए और ट्रक को पास ही बनी एक मार्किट में लगा दिया।
ट्रक चालक बहादुरगढ़ निवासी दलीप कुमार (28) ने बताया कि वह साईट कटिंग लेकर ट्रक क्लीनर अखिलेश निवासी बहादुरगढ़ के साथ मुक्तसर (पंजाब) के लिए रवाना हुआ था। बुधवार सुबह करीब 4 बजे वह मलोट रोड़ पर नाका के पास पहुंचा। बैरियर समझकर वह जब ट्रक को साईड में लगाने लगा तो उसका ट्रक डिवाईडर पर लगे बिजली के खम्बे से टकरा गया। नाका पर तैनात कर्मचारियों उससे ट्रक के कागज छीन लिए और ट्रक को एक तरफ लगवा दिया।
हैरानी जनक तथ्य तो यह है कि घटना को करीब छह घंटे बीतने के बावजूद वहां तैनात कर्मियों ने इसकी सूचना किसी को नहीं दी। बल्कि यह बताते रहे कि एक अज्ञात ट्रक खम्बा में टक्कर मारकर सिरसा की ओर फरार हो गया है।
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे पत्रकारों को नाका पर तैनात एएसआई सागर राम तथा हवलदार राजेन्द्र कुमार ने बताया कि मलोट साईड से आया एक ट्रक खम्बे में टक्कर मारकर फरार हो गया है। उन्होंने पीछा भी किया लेकिन फाटक खुला होने का लाभ पाकर चालक ट्रक को भगा ले गया। पत्रकारों ने पास की मार्किट में खड़े एक ट्रक के बारे में जब उपरोक्त पुलिस कर्मियों से पूछा तो पुलिसकर्मी हड़बड़ा गए। ब्यान पलटते हुए बोले कि ट्रक वही है। उन्होनें स्वीकार किया कि ट्रक के कागज कब्जे में लिए गए हैं।
सूत्रों की माने तो ट्रक को साईड में लगा पुलिस कर्मचारी पैसे बनाने के चक्कर में थे। लेकिन ट्रक चालक के साथ उनका सौदा पट नहीं रहा था।
वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि ट्रक चालक से नगरपालिका ने नुक्सान के 1700 रूपए भरवा लिए गए हैं।
संदेह में खाकी!
ट्रक को एक साईड में खड़ा करके मीडिया कर्मियों से झूठ क्यों बोल रहे थे पुलिस कर्मचारी? घटना को हुए छह घंटे बाद भी किसी को सूचना क्यों नहीं दी? पत्रकारों के पहुंचने पर ही पुलिस कर्मियों ने नगरपालिका में सूचना क्यों दी, उससे पूर्व सूचना क्यों नहीं दी?

बदहाल सीवरेज व्यवस्था डीसी को घेरेंगे प्रेमनगर वासी


डबवाली (लहू की लौ) पिछले एक माह से बदहाल सीवरेज व्यवस्था का सामना कर रहे प्रेमनगर के लोगों ने 24 फरवरी को खुला दरबार आयोजित करने आ रहे डीसी के घेराव की चेतावनी दी है।
शहर के वार्ड नं. 7 के अंतर्गत आने वाले इस इलाके में सीवरेज चॉक पड़े हुए हैं। गंदा पानी गलियों में बह रहा है। हालात इतने बदत्तर हो गए हैं कि सीवरेज का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। इलाके के लोग कई दफा जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के चक्कर लगाकर समस्या का हल करवाने का अनुरोध कर चुके हैं। प्रेमनगर के रहने वाले एडवोकेट शविंद्र सिंह, जगतार सिंह मास्टर, कुलजीत सिंह, हरिराम, बलजीत कौर, रामलाल, आशा रानी, बिकर सिंह फौजी, सुखदेव सिंह आदि ने बताया कि वे एक माह से बदहाल सीवरेज व्यवस्था के बीच अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। विभाग के कार्यालय के रजिस्टर में कई बार शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। अब सीवरेज का गंदा पानी उनके घरों में प्रवेश करने लगा है।
कर्मचारियों के चक्कर में कॉलेज से ली छुट्टी
प्रेमनगर में रह रहा कुलदीप एमएससी (आईटी) का स्टूडेंट है। इसने भी उपरोक्त समस्या को लेकर विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शायद शिकायत पर कार्रवाई हो जाए इसी चक्कर में इसने मंगलवार को कॉलेज से छुट्टी लेकर पूरा दिन विभाग के कर्मचारियों की इंतजार में बिता दिया। लेकिन कर्मचारी नहीं आए।
घेराव की चेतावनी
इलाके के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर 24 फरवरी को खुला दरबार लगने से पूर्व इलाके की सीवरेज व्यवस्था ठीक नहीं हुई तो वे डीसी युद्धवीर सिंह ख्यालिया का घेराव करेंगे।
जल्द होगा समाधान
इधर जब इस संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वार्ड नं. 7 के अंतर्गत आने वाले प्रेमनगर की मेन सीवरेज पाईप बंद पड़ी हुई है। जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही इलाके में सीवरेज व्यवस्था दुरूस्त कर दी जाएगी।

एसडीएम की पहल से टिप-टॉप होगा शहर


डबवाली (लहू की लौ) नगर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए नगरपालिका ने इसके लिए आवश्यक सामान खरीदने का निर्णय लिया है।
बुधवार को सिटी मैजिस्ट्रेट सिरसा कार्यालय में डबवाली के उपमंडलाधीश तथा प्रचेज कमेटी के चेयरमैन डॉ. मुनीश नागपाल की अध्यक्षता में प्रचेज कमेटी सदस्यों की एक बैठक हुई। जिसमें एक रिफ्यूज कम्पेक्टर, 2 ट्रेक्टर-ट्राली, एक ट्रेक्टर माऊंटेड जेसीवी, 150 नग डस्टबीन एक क्यूबिक क्षमता वाले खरीदने का प्रस्ताव पारित किया गया।
उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस सामान सरकार की मंजूरशुदा एजेंसी की मार्फत और टैंडर मांग कर खरीदा जायेगा। उनके अनुसार इस सामान के नगरपालिका डबवाली में आने से डबवाली नगर की सफाई व्यवस्था में बड़े पैमाने पर सुधार होगा। नगर के सौंदर्यकरण में प्रशासन को मदद मिलेगी। पालिका के पास विकास कार्यों के लिए 69.71 लाख रूपये की राशि आई हुई है। इसी में से उपरोक्त सामान खरीदा जाना है।
इस बैठक में प्रचेज कमेटी सदस्य मनोज शर्मा वर्क मैनेजर हरियाणा रोड़वेज सिरसा, एनके गोयल महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र सिरसा, कुलदीप मलिक सचिव नगरपालिका डबवाली, एमई रमेश कम्बोज नगर सुधार मंडल डबवाली उपस्थित थे।

कालूआना में बनेगा ईबीबी मॉडल स्कूल


डबवाली (लहू की लौ) केन्द्र सरकार की योजना के अधीन 11वीं पंचवर्षीय योजना के प्रथम चरण में माध्यमिक शिक्षा को उच्चतम स्तर व गुणवत्ता से परिपूर्ण बनाने के लिए देशभर में 2500 मॉडल स्कूल ईबीबी (एजूकेशनली बैकवर्ड ब्लॉकस) में खोले जा रहे हैं जिसमें गांव कालूआना में भी एक विद्यालय खोला जाना है।
यह जानकारी देते हुए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालूआना के प्रिंसीपल सन्त कुमार ने बताया कि विद्यालय में इस सन्दर्भ में आज उनकी अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें गांव गंगा, मुन्नांवाली, दारेवाला, गोदीकां, बिज्जूवाली के प्रधानाचार्य व उच्च विद्यालय तथा ग्राम कालूआना विद्यालय प्रबंधन समिति और अध्यापक-अभिभावक संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में केन्द्रीय विद्यालय संगठन की पद्धति पर अंग्रेजी माध्यम सहशिक्षा के ईबीबी मॉडल स्कूल सीनियर सैकेंडरी स्तर के खोले जाने संबंधी जानकारी देते हुए बताया गया कि इन विद्यालयों में ग्रामीण बच्चे जो शहरों के अच्छे स्कूलों में महंगी शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते, दाखिला ले सकेंगे। लड़कियों के आधुनिक सुविधायुक्त 100 सीट का हॉस्टल, आधुनिक कंप्यूटर लैब, इंटरनेट सुविधा, विशाल सभागार, आवागमन सुविधा, पुस्तकालय, कला व संगीत शिक्षक, भाषा लैब, स्वास्थ्य परीक्षण सुविधा और बेहतर स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उनके अनुसार विद्यालय के बच्चों के लिए शैक्षणिक भ्रमण, शिक्षाप्रद मेलों, प्रदर्शनियों में भ्रमण का भी प्रावधान होगा। शिक्षा का मुख्य जोर लड़कियों, एससी तथा एसटी वर्ग के लड़कों की विज्ञान, वाणिज्य व व्यवसायिक शिक्षा पर होगा। विज्ञान, गणित व अंग्रेजी पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
विद्यालय प्राचार्य ने बताया कि इस विद्यालय के लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की सहायता से ग्राम कालूआना में लगभग तीन करोड़ 2 लाख रूपये की राशि से उच्च स्तरीय भवन का निर्माण करने की प्रक्रिया जारी है। इस विद्यालय की प्रबंधन समिति के चेयरमैन जिला उपायुक्त होंगे। लेकिन विद्यालय हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से संबंंधित होगा और इसी अप्रैल माह से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालूआना में इसकी कक्षाएं भी शुरू हो जायेंगी।

22 फ़रवरी 2011

लिव इन रिलेशन में सुसाईड


डबवाली (लहू की लौ) सोमवार सुबह गांव खुइयांमलकाना में अपनी पत्नी के जीवित रहते अन्य दो महिलाओं के साथ लिव इन रिलेशन के चलते एक राज मिस्त्री ने लोक लाज के भय से अपनी प्रेमिका के साथ जहरीला पदार्थ निगल कर जान दे दी।
राजमिस्त्री महिन्द्र सिंह (48) निवासी रानिया हाल खुइयांमलकाना की शादी 27 वर्ष पूर्व शीलाबाई पुत्री खान सिंह निवासी अबोहर के साथ हुई थी। लेकिन 15 वर्ष पूर्व उसकी जिन्दगी में पालो नामक महिला आई। वह अपनी पहली पत्नी को रानिया छोड़ कर यहां भी कहीं कोठियों का ठेका लेता तो वहां अपनी प्रेमिका के साथ रहता। एक वर्ष पूर्व ही इसकी जिन्दगी में संतोष नामक महिला भी आयी और अब वह संतोष के साथ डबवाली, सिरसा रहने लगा।  लेकिन बीच में अपनी पत्नी और अपनी पहली प्रेमिका के पास भी आता-जाता रहा।
इसी दौरान पालो ने 15 फरवरी को थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर कहा कि उसका पति महिन्द्र सिंह अपनी पे्रमिका संतोष के साथ सिरसा रहने लग गया है। उसे गुजारा भत्ता दिलवाया जाये। इस संबंध में सोमवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया था।
शीलाबाई (47) पत्नी महिन्द्र ङ्क्षसह ने बताया कि उसके 3 लड़के और तीन लड़कियां हैं। जिसमें दो लड़कियां भोली (25) तथा परमजीत कौर (20) की शादी हो चुकी है। भोली के एक लड़का तथा परमजीत कौर के एक लड़का और लड़की हैं। जबकि योगराज (22), गुलाब (16), अंग्रेज (14), संदीप कौर (10) उसके साथ रहे हैं। महिन्द्र सिंह कोठियों के ठेके लेता था और अक्सर एक माह बाद घर आता था। उसे पता चला कि उसके पति का संबंध उसके साथ मजदूरी करने वाली गांव डबवाली निवासी पालो के साथ हो गये हैं। इस पर उसने ऐतराज किया तो महिन्द्र ने उसे विश्वास दिलाया कि उसके बच्चों की शादी वह करेगा, इस पर उसने महिन्द्र को ज्यादा कुछ नहीं कहा। वह तीन वर्ष पूर्व लखुआना में और अब 4 माह पूर्व खुइयांमलकाना में रहने लगे। महिन्द्र ने इसी दौरान खुइयांमलकाना में उसके मकान में से पालो को भी कुछ हिस्सा दे दिया था।
शीला ने बताया कि सोमवार सुबह 10 बजे उसने देखा कि पालो के घर का गेट खुला पड़ा है तो वह अन्दर गई तो उसने देखा कि महिन्द्र और संतोष वहां पर बेहोशी की हालत में पड़े हुए हैं और उनके मुंह से झाग निकल रही है। उसने बाहर आकर शोर मचा दिया। मौका पर संतोष की लड़कियां वीरपाल, पूजा पहुंच गईं और इसकी सूचना महिन्द्र के छोटे भाई गुरदीप सिंह लखुआना को दी गई और दोनों को उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
मृतक के भाई गुरदीप सिंह (30) पुत्र राजा सिंह लखुआना ने बताया कि उसके भतीजे योगराज ने उसे फोन पर बताया कि उसके पिता महिन्द्र सिंह ने कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया है जिस पर वह खुइयांमलकाना पहुंचा और जीप से महिन्द्र व संतोष को अस्पताल लेकर आया।
मृतका संतोष की पुत्री पूजा (15) ने बताया कि वह उस सहित पांच बहन-भाई हैं। जिसमें वीरपाल (22), सुमन (20), रजनी (18), गुरप्रीत (10) हैं। उसका पिता सुखदयाल सिंह पहले हलवाई का काम करता था लेकिन पिछले कुछ वर्षों से दमें का मरीज बन जाने के कारण कोई काम नहीं कर रहा था। उसकी माता घरों का काम करके और मजदूरी करके परिवार का लालन पालन कर रही थी। उसकी बहन वीरपाल और सुमन की शादी हो चुकी है। उसके अनुसार पालो अक्सर मां को ताने मेहने देती कि वह महिन्द्र के साथ गलत है। इस बात को लेकर उनके घर में क्लेश रहता। इसी क्लेश के चलते उसकी माता डबवाली आकर उसके मामा मिट्ठू सिंह के पास आकर रहने लगी। इसी दौरान उसका मामा मानसा चला गया। अब उसकी मां महिन्द्र सिंह के साथ रह रही थी। उसने आरोप लगाया कि पालो के ताने मेहनों से तंग आकर उसकी मां ने लोक लाज के चलते जहरीला पदार्थ निगल कर अपनी जान दे दी।
सामान्य अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि महिला और पुरूष ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया हुआ था। जब दोनों को अस्पताल लाया गया तो उनके मुंह से झाग निकल रहा था। अस्पताल लाने से पूर्व महेन्द्र दम तोड़ चुका था। जबकि संतोष में कुछ सांसे बाकी थी। प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा रैफर करते समय उसने भी दम तोड़ दिया।
थाना सदर के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि शीलाबाई के ब्यान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए शवों का अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शवों को उनके वारिसों को सौंप दिया।

महकमे के लोगों को टूटी सड़क पर पैदल चलाया


एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने सरकारी अमले के साथ किया नगर का दौरा
डबवाली (लहू की लौ) सोमवार शाम को उपमंडलाधीश कार्यालय में उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया की अध्यक्षता में 24 फरवरी को सुबह 11 बजे प्रस्तावित खुले दरबार के संबंध में उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने उपमंडल के सभी अधिकारियों की एक बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
बैठक में उपमंडलाधीश ने उपमंडल के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि अपने स्तर पर अपने-अपने विभागों की जनसमस्याओं को निपटा कर मंगलवार शाम तक उन्हें रिपोर्ट दें और जो समस्याएं न सुलझ पायें उन्हें खुले दरबार में प्रस्तुत करें। बैठक सचिव नगरपालिका को आदेश दिये कि वह नगर में अवैध कब्जों को हटवाने के लिए एरिया वाईज लोगों की बैठक बुलाये और लोगों के सहयोग से अतिक्रमण को हटाये। नैशनल हाईवे तथा बीएण्डआर के अधिकारियों को खस्ता सड़कों की सुध ले। बैठक के बाद उपमंडलाधीश स्वयं अधिकारियों का नेतृत्व करते हुए गोल चौक में पहुंचे और उन्हें खस्ता हाल सड़कों की स्थिति अवगत करवाते हुए उन्हें पैदल चलाया ताकि वह लोगों की समस्याओं से रूबरू हो सकें। इस मौके पर पचंायती राज विभाग के एसडीओ शेषकरण बिश्नोई, नैशनल हाईवे के जेई बुधराम, बीएण्डआर के जेई प्रेम सिंह, जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल, नगरपालिका सचिव कुलदीप मलिक, नगर सुधार मंडल सचिव रामनिवास शर्मा, मार्किट कमेटी सचिव अजय संधू उपस्थित थे। इसी दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने कहा कि संबंधित विभागों को खस्ता हाल सड़कों का अस्टीमेट बना कर सड़कों की शीघ्र रिपेयर करवाने, अवैध कब्जों को हटाने के आदेश जारी किये गये हैं।

मेडिकल पर छापे, नशे का जखीरा मिला


डबवाली (लहू की लौ) जिला औषधि निरीक्षक ने सोमवार को पुलिस दल-बल के साथ नगर के दो मेडिकल स्टोरों पर अचानक दबिश देकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां पकड़ी।
सीआईए डबवाली प्रभारी एसआई हवा सिंह, गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार के साथ जिला औषधि निरीक्षक सिरसा रजनीश धानीवाल दोपहर को अचानक मलोट रोड़ पर स्थित अक्स मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। स्टोर पर मौका पर संदीप सिंह बैठा हुआ था। जबकि फार्मासिस्ट गायब था। इस टीम ने स्टोर का पूरा रिकॉर्ड खंगाला और साथ में उपलब्ध दवाईयों का निरीक्षण किया। जबकि इसी टीम ने मलोट रोड़ पर स्थित राजेश मेडिकोज पर भी छापामारी की। मौका पर दुकान मालिक और फार्मासिस्ट राजेश उपस्थित था।
जिला औषधि निरीक्षक रजनीश धानीवाल ने बताया कि अक्स मेडिकल स्टोर पर निरीक्षण के दौरान नशे प्रयुक्त होने वाली दवाई बी-कॉम 265 टेबलेट, केरीसोमा 78 टेबलेट, सपाजमोसिप 24 कैप्सूल, केरीसोमा टेबलेट के 30 खाली पत्ते, एक स्पाजमोसिप का खाली पत्ता, दो खाली रेक्सकोफ शीशी, एक कोरेक्स की बोतल मिली है। जबकि राजेश मेडिकोज पर निरीक्षण के दौरान एनाजिटिल 12 हजार 500 टेबलेट, प्रोक्सीवोन 108 कैप्सूल, सपाजमो प्रोक्सीवोन 72 कैप्सूल, पारवोन 200 कैप्सूल, एलपिक्स (.5) 900 टेबलेट, रोजीपाम 250 टेबलेट, टरेनेक्स 250 टेबलेट, पराजोलम 250 टेबलेट, ऐलनोक 230 टेबलेट, इक्यू ब्रोन 290 टेबलेट, केरीसोमा 124 टेबलेट, प्लेनोकफ सिरप 12 बोतल, एक्सट्रेंट 11 बोतल के अतिरिक्त रेक्सकोफ की 96 बोतल यूज की हुई बरामद हुई। जांच अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त दोनों मेडिकलों से मिली सभी दवाईयां शैड्यूल एच की दवाईयां हैं। बिना डॉक्टर की पर्ची के इन्हें बेचा नहीं जा सकता। लेकिन दोनों मेडिकल नियमों के विपरीत कार्य करते हुए धड़ल्ले से इन्हें बेच रहे हैं। दुकान मालिक इन दवाईयों से संबंधित खरीद-बेच का रिकॉर्ड नहीं दिखा सके। वे दोनों शॉप का लाईसेंस कैंसल करने की मांग सीनियर ड्रग कंट्रोल एनके आहूजा से करेंगे।
इधर राजेश मेडिकोज के मालिक राजेश कुमार ने बताया कि शॉप से मिली उक्त दवाईयों को बेच सकता है। रिटेल और होलसेल दोनों लाईसेंस उसके पास हैं। उसने इन दवाईयों को सिरसा मेडिकल एजेंसी, सिरसा से खरीदा था। वह इन दवाईयों की खरीद-बेच का रिकॉर्ड विभाग के समक्ष प्रस्तुत कर देगा।

20 फ़रवरी 2011

डेरा प्रेमियों और सिक्खों के वारंट जारी


डबवाली (लहू की लौ) गांव घुकांवाली में जुलाई 2008 में डेरा प्रेमियों और सिखों के बीच हुए झगड़े में दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस में वांछित 33 लोगों के अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करके 15 अप्रैल 2011 तक आरोपियों को अदालत में पेश करने के आदेश औढ़ां पुलिस को दिए हैं।
औढ़ां पुलिस ने 19 जुलाई 2008 को मुकद्दमा नं. 88 के तहत धमिन्द्र सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी घुकांवाली की शिकायत पर गांव के कई लोगों के खिलाफ धारा 323/324/188/149/285/435/436/427/452 आईपीसी तथा 25/54/59 शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। जिसमें धमेन्द्र पुत्र सुरजीत सिंह ने दिए ब्यान में कहा था कि 18.7.08 को डेरा सच्चा सौदा घुकांवाली में मौजूद था। उसके साथ डेरा प्रेमी वेदप्रकाश, देवीलाल, झण्डा राम, गुरदास, गुरलाल, बलजीत, हरनेक, पाला राम भी मौजूद थे। इतनी देर में गांव के काफी लोग जिनमें मेजर सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह बगैरा थे, ने लाठियों, डंडों व तलवारों और बंदूक, पिस्तोल आदि से डेरा पर हमला करके डेरा की चारदीवारी गिरा दी। डेरा के गेट और इमारत को आग लगा दी। जब उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्हें चोटें मारी गई।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने अभियोग अंकित करके तफ्तीश तत्कालीन थाना प्रभारी रणवीर सिंह को सौंप दी। दर्ज केस के आधार पर राजा सिंह पुत्र जीत सिंह, गुरदीप सिंह पुत्र हरदेव सिंह घुकांवाली का पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन अन्य आरोपी गिरफ्तारी से बच गए थे। पुलिस ने 14.12.2010 को आरोपियों को पकडऩे के लिए अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी करवा लिए। लेकिन आरोपी न पकड़े जाने पर पुलिस ने 24 जनवरी 2011 को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत के समक्ष पेश होकर पुन: आरोपियों के गिरफ्तारी वारंट की याचिका दायर की। इस याचिका पर अदालत ने 19 लोगों के गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए उन्हें पंद्रह अप्रैल तक गिरफ्तार करके अदालत में पेश करने के आदेश दिए। अदालत ने जिनके गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं उनमें मेजर सिंह, गुरशरण सिंह, जगतार सिंह उर्फ बगदू, सूरत सिंह, गुरदीप सिंह, दर्शन सिंह, हरनेक सिंह, बलकरण उर्फ जसकरण, सुखदेव सिंह उर्फ बनिया, जगराज सिंह, भगवाल सिंह, मेवा सिंह, जगरूप सिंह, जस्सा सिंह, हरबंस सिंह, जसवीर सिंह, सुखराज सिंह, हरनेक सिंह निवासीगण घुकांवाली और भोला सिंह आरेवाला औढ़ां के नाम शामिल हैं।
इसी तिथि को पुलिस ने दर्शन सिंह पुत्र संपूर्ण सिंह निवासी घुकांवाली की शिकायत पर 14 डेरा प्रेमियों के खिलाफ दफा 323/148/149/307 आईपीसी और 25/54/59 शस्त्र अधिनियम के तहत क्रॉस केस दर्ज किया था। जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा था कि 18.7.08 को वह अपने काम से फारिग होकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था, कि उनका मकान डेरा घुकांवाली के पास होने के कारण डेरा का दरवाजा के पास से गंदी-गंदी गालियों की आवाज सुनाई दी। उसने देखा कि डेरा प्रेमी डेरे के गेट के ऊपर खड़े गालियां दे रहे हैं। इतनी देर में आस-पड़ौस के दर्शन सिंह बगैरा मौका पर आ गए और उन्होंने गंदी गालियां देने से रोका, तो आरोपियों ने कहा कि डबवाली में तुमने हमारी दुकानों में आग लगाई है, उसका आज बदला लेंगे। जिस पर मंदर सिंह ने अपने हाथ में लिए पिस्तोल से सीधा फायर उसके ऊपर किया, जो उसकी गर्दन के पास लगा और वह गिर गया। जसवीर सिंह ने उसे उठाने की कोशिश की तो पप्पू और जग्गा सिंह के कहने पर मंदर ने एक ओर फायर किया। जो जस्सा सिंह की कमर में लगा। इसके बाद प्रेमियों ने उन पर ईंट-रोड़ मारने शुरू कर दिए। सिख समुदाय के लोगों के चोटें लगी। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस केस में पुलिस ने 14 लोगों को नामजद किया। जिनके 14-12-2010 को अदालत से गिरफ्तारी वारंट भी जारी करवाए। लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आए। पुलिस ने अब 24 जनवरी 2011 को उपमंडल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में याचिका दायर करके आरोपियों के फिर से गिरफ्तारी वारंट की मांग की। जिस पर अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए 15 अप्रैल तक आरोपियों को पकड़कर अदालत में पेश करने के आदेश दिए। जिनके गिरफ्तारी वारंट जारी हुए उनमें प्रेमी जग्गा सिंह, मंदर सिंह, गुरदास सिंह, बग्घड़ सिंह, बलजीत सिंह, ओमप्रकाश, इन्द्राज, धर्मेन्द्र सिंह, वेदप्रकाश, देवीलाल, झण्डा सिंह, हरनेक सिंह, पाला राम, गुरलाल निवासीगण घुकांवाली के नाम शामिल हैं।

कांग्रेस नेता और आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष को धक्के मारे


डबवाली (लहू की लौ) सीवरेज के गंदे पानी की निकासी के समाधान को लेकर मार्किट कमेटी कार्यालय में गए कांग्रेसी नेता तथा कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल कर्मचारियों से उलझ गए। आरोप है कि बांसल को धक्के मारकर ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया। कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान तथा कांग्रेसी नेता प्रकाश चन्द बांसल ने आरोप लगाया कि मार्किट कमेटी के मेन गेट के पास लगभग एक माह से ऊपर सीवरेज का गंदा पानी निकल रहा है। गेट के चारों और फेल जाने के कारण आने-जाने वाले को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में वे कई बार मार्किट कमेटी सचिव से मिल चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। मार्किटिंग बोर्ड पब्लिक हैल्थ के जेई कश्मीरा सिंह डबवाली आए हुए थे। उन्होंने उससे गंदे पानी की निकासी की बात कही। मौका पर उपस्थित मार्किट कमेटी के सचिव अजय कुमार उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अस्टीमेट बन रहा है, शीघ्र ही उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा। लेकिन जेई ने कहा कि वे मेन होल के बीच में प्रवेश करके इसकी सफाई थोड़ी करेगा। उसे धक्के मारकर बाहर निकालने के जेई और सचिव ने आदेश दिए।
इस संदर्भ में मार्किट कमेटी के सचिव अजय कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान को यही कहा गया था कि अस्टीमेट बनाया जा रहा है, गंदे पानी की समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। लेकिन प्रकाश चन्द बांसल मार्किटिंग बोर्ड के जेई कश्मीरा सिंह से अनावश्यक रूप से उलझ गए और वे कांग्रेसी नेता तथा आढ़ती एसोसिएशन का प्रधान होने का रौब झाडऩे लगे। उन्होंने कहा कि उसकी इसमें कोई भूमिका नहीं थी। जेई और बांसल के बीच में ही खटपट हुई है। उन्होंने केवल प्रकाश चन्द बांसल को आराम से बैठकर बात करने को कहा था। इधर मार्किटिंग बोर्ड पब्लिक हैल्थ सिरसा के जेई कश्मीरा सिंह ने उन पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि गुरूवार को वे डबवाली आए थे। इस दौरान वे मार्किट कमेटी कार्यालय में सचिव अजय कुमार से बिगड़ी सीवरेज व्यवस्था के संबंध में बातचीत कर रहे थे। अचानक वहां कांग्रेसी नेता तथा आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश चन्द बांसल आ धमके और सीवरेज व्यवस्था को दुरूस्त करने का कहते हुए रौब झाडऩे लगे। जब उन्होंने मेन होल की सफाई संबंधी तैयार किए गए विभाग के अस्टीमेट से उन्हें अवगत करवाया तो वे अनाप-शनाप बोलने लगे। इस दौरान मार्किट कमेटी सचिव ने प्रकाश चन्द बांसल को आराम से बात करने के लिए कहा। लेकिन वे धमकियां देते हुए कार्यालय से बाहर चले गए।

कबाड़ व्यापारी लूटा


डबवाली (लहू की लौ) दिल्ली और डबवाली के बीच अज्ञात लुटेरों ने चलती बस में एक कबाड़ व्यापारी को लूट लिया। व्यापारी अद्र्धबेहोशी की हालत में शनिवार सुबह गोल चौक के पास पड़ा मिला। उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद के गढग़ंगा निवासी मोहम्मद यासिन (60) पुत्र अब्दुल्ला हफिज ने बताया कि शुक्रवार रात को करीब 10 बजे वह दिल्ली से डबवाली के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुआ था। दिल्ली से ही उसके साथ सीट पर दो व्यक्ति बैठ गए। रास्ते में उन लोगों ने उसे पीने के लिए पेप्सी कहते हुए पाईप लगा एक डिब्बा दिया। उसे पीते ही वह अपनी सुध-बुध खो बैठा। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ, उसे कुछ मालूम नहीं। यासिन ने बताया कि उसकी जेब में दस हजार रूपए की नकदी थी। एक मोबाइल भी था। साथ में 32 किलो चावल भी थे। लेकिन उसे नहीं मालूम की यह सामान किसने उठा लिया और उसकी जेब में रखी नकदी और मोबाइल किसने निकाल लिए।
डबवाली के गोल चौक के पास फ्रिज रिपेयर का काम करने वाले मिस्त्री नरेश कुमार ने यासिन को अर्धबेहोशी की हालत में पुलिस एम्बुलैंस चालक सतीश कुमार तथा हवलदार जयप्रकाश के सहयोग से डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया। नरेश कुमार के अनुसार यासिन कबाड़ का व्यापारी है। वह पिछले 5-7 साल से डबवाली से कबाड़ खरीदकर अपने साथ लेजाता आ रहा है। यासिन कुछ दिन यहां रूकता है, इसलिए खाने-पीने का सामान भी अक्सर पीछे से अपने साथ लाता है। थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि इस घटना का स्थान स्पष्ट नहीं है। फिलहाल पुलिस ने रपट लिख ली है।

17 फ़रवरी 2011

मेंढक बना पांच सौ मीटर दौड़ाया


बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल मंडी किलियांवाली के बच्चों को कक्षा से बाहर आने की मिली सजा
डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल मंडी किलियांवाली के डीपीई द्वारा विद्यार्थियों को प्रताडि़त करने के आरोप में बुधवार सुबह विद्यालय के बाहर अभिभावकों ने हो-हल्ला किया तथा प्रिंसीपल के समक्ष अपना रोष जताया।
मंगलवार को 7वीं कक्षा के ए सैक्शन का अंग्रेजी का प्रथम पीरियड लगा हुआ था। अंग्रेजी की अध्यापिका पिंकी मैहता को लगा कि अगले पीरियड के लिए घंटी बज चुकी है, अध्यापिका ने कक्षा को छोड़ दिया। विद्यार्थी कक्षा से बाहर आ गये। प्रिंसीपल ने विद्यार्थियों का शोरगुल सुन कर उनको कार्यालय में बुला लिया और डीपीई मनमोहन सिंह को सौंप दिया।
अभिभावक मनीष गर्ग, राजीना, रोजी, रवि बांसल ने बताया कि उनके बच्चे असीम गर्ग, ललित, गुरजोत, निखिल ने मंगलवार शाम को छुट्टी के बाद घर आकर बताया कि डीपीई मनमोहन सिंह ने उन्हें आज बुरी तरह से प्रताडि़त किया। प्रताडऩा के तौर पर उन्हें मेंढ़क बना कर 500 मीटर दौड़ाया, 100 बार उठ-बैठ करवाई, 15 मिनट तक मुर्गा बना कर पिछले बच्चे से आगे वाले बच्चे के हाथ खिंचवाये। इसके बाद हाथ खड़े करवा कर डंडों से भी पीटा।
अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों का कोई कसूर नहीं था। इसके बावजूद भी उन्हें प्रताडि़त किया गया। इतनी बुरी सजा के चलते उनके बच्चे रात भर सो नहीं सके। इस मामले को लेकर बुधवार को वह स्कूल प्रिंसीपल से मिलने के आये। लेकिन पिं्रसीपल के स्कूल में न होने पर उन्होंने रोष स्वरूप स्कूल के गेट के आगे रोष प्रकट किया। इसके चलते पिं्रसीपल एमएस देवगुण भी पहुंच गये। उन्होंने उनसे इस संबंध में अपना रोष जताया। डीपीई के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की।
डीपीई मनमोहन ङ्क्षसह ने माना कि उसने बच्चों को 300 मीटर मेंढक रेस लगवाई, 10-10 पुशअप करवाये और एक-एक डंडा भी मारा। लेकिन उसने तो बच्चों को सुधारने के लिए यह पग उठाया था। अध्यापिका पिंकी मैहता ने बताया कि उसका अंग्रेजी का पीरियड था और कक्षा की घड़ी पर 10.05 होने पर उसे लगा कि अगला पीरियड शुरू हो चुका है इसलिए 3-4 बच्चे कक्षा से बाहर आ गये थे।
इस संबंध में स्कूल पिं्रसीपल एमएस देवगुण ने कहा कि बच्चों के कक्षा से बाहर आने पर अनुशासन भंग हुआ और उनके शोर से अन्य कक्षाएं प्रभावित हुईं, जो ठीक नहीं था। लेकिन डीपीई द्वारा बच्चों को शारीरिक सजा देना भी गुनाह है। इसकी पुनरावृत्ति न हो उन्होंने डीपीई से लिखित रूप में लेकर अन्य अध्यापकों के पास भी सर्कुलेट भेजा है कि वह किसी भी बच्चे को प्रताडि़त न करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को अभिभावकों द्वारा दिये जाने वाला ओवरप्रोटक्शन भी बच्चे के विकास में बाधा है। उनके अनुसार टीवी और कंप्यूटर बच्चों को शारीरिक रूप से दब्बू बना रहा है, बच्चों को शारीरिक एक्सरसाईज करवाई जानी जरूरी है इसके लिए विद्यालय में अलग से शारीरिक शिक्षा देकर बच्चों को फिट बनाया जायेगा।

14 फ़रवरी 2011

भाखड़ा में मिला साहिल


डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस को गांव खुईयांमलकाना में बहती भाखड़ा नहर से एक युवक का शव मिला है। जिसकी पहचान पटियाला निवासी साहिल गर्ग (22) पुत्र भूषण गर्ग के रूप में हुई है।
पटियाला के उपकार नगर निवासी भूषण गर्ग का बेटा साहिल 6 फरवरी 2011 को अचानक घर से लापता हो गया था। परिजनों को उसकी बाईक पटियाला से बहने वाली पीसी नहर (भाखड़ा) की पटरी पर मिला था। साहिल के चाचा नरेन्द्र पाल निवासी पटियाला ने बताया कि वह अपने भतीजे तथा साहिल के भाई दीपक गर्ग के साथ साहिल को ढूंढते हुए रविवार को खुईयांमलकाना पहुंचे। पुल के नीचे एक युवक का शव तैरता हुआ मिला। इसकी सूचना उन्होंने थाना सदर डबवाली पुलिस को दी। पुलिस ने मौका पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला, तो उसकी पहचान साहिल के रूप में हुई। उनके अनुसार संभव है कि पैर फिसलने से साहिल नहर में गिर गया होगा। मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि पुलिस को जो शव मिला वह पूर्णतय नग्न अवस्था में था। पुलिस ने नरेन्द्र पाल के उपरोक्त ब्यान दर्ज करते हुए इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। शव का डबवाली के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव को नरेन्द्र पाल तथा दीपक गर्ग के सुपुर्द कर दिया।
खाल में गिरने से मरा
डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित खेत में पानी लगा रहा एक खेत मजदूर खाल में पानी देखने गया और पैर फिसल जाने से खाल में गिर गया। करीब एक घंटा तक खाल में पड़ा रहने की वजह से उसकी मौत हो गई।
गांव डबवाली निवासी जसविंद्र सिंह (32) ने बताया कि उसका भाई लक्ष्मण सिंह उर्फ लच्छा (20) दिहाड़ी मजदूरी करता था। शनिवार को वह गांव के किसान बेअंत सिंह के ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित खेत में पानी लगाने के लिए गया था। लक्ष्मण खेत में पानी लगा रहा था। इसी बीच खेत से कुछ दूरी पर बने खाल में पानी देखने के लिए गया तो वहां पर पैर फिसल जाने से वह खाल में गिर गया। इधर खेतों में चारा लेने जा रहे तरसेम सिंह तथा हरविंद्र सिंह निवासी डबवाली की दृष्टि खाल पर पड़ी, तो उन्होंने देखा कि खाल में कोई व्यक्ति पड़ा हुआ है। उन्होंने खाल से युवक को बाहर निकाला। मामले की जांच कर रहे थाना शहर के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि जसविंद्र के उपरोक्त ब्यान के आधार पर पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का रविवार को सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
बुजुर्ग का शव मिला
डबवाली (लहू की लौ) रविवार सुबह गोरीवाला पुलिस चौकी को मुन्नांवाली गांव के पास बहने वाली माईनर से एक व्यक्ति का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला है। फिलहाल इसकी पहचान नहीं हो पायी है। लेकिन शव को पहचान के लिए डबवाली के डैड हाऊस में रखा गया है।
गांव गोरीवाला का सतबीर सिंह (19) पुत्र आत्मा राम रविवार सुबह अपने खेत में पानी लगाने के लिए गया। वह जैसे ही मुन्नांवाली माईनर के पास पहुंचा तो उसने देखा कि पानी में एक व्यक्ति की लाश तैर रही थी। इसकी सूचना उसने पुलिस को दी। मौका पर गोरीवाला पुलिस चौकी के एएसआई गोपाल चन्द पहुंचे।
एएसआई गोपाल चन्द ने बताया कि मृत व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष, रंग गेहुंआ, दाढ़ी व सिर के आधे बाल सफेद तथा आधे काले, कद साढ़े पांच फुट, दाहिने हाथ पर ओम छपा हुआ, सलेटी रंग की शर्ट तथा काले रंग की बनियान पहनी हुई है। पुलिस के अनुसार लाश 5 दिन पुरानी लगती है और संभव है कि मौत डूबने से हुई हो।

सीनियर सिटीजन ने दिखाया दमखम


डबवाली (लहू की लौ) चौ. गोपी राम वरिष्ठ नागरिक खेल मेला रविवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित हुआ। जिसमें 85 वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।
रिमझिम फुहारों के बीच प्रतिभागी वरिष्ठ नागरिकों ने अपना दमखम दिखाया। आयु वर्ग के मुताबिक प्रतिभागियों में छह खेल करवाए गए। 200 मी. दौड़ में वेदप्रकाश ने पहला, अमर सिंह ने दूसरा तथा सुमित जैन ने तीसरा, 150 मी. दौड़ में रमेश चन्द्र ने पहला, वेदप्रकाश ने दूसरा तथा गोरीशंकर ने तीसरा, 100 मी. दौड़ में गोबिंद राम बांसल ने पहला, भारत भूषण ने दूसरा तथा चिमन लाल ने तीसरा, 50 मी. दौड़ में रामलाल बागड़ी ने प्रथम, नत्थू राम ने द्वितीय तथा राजा राम प्रभाकर ने तृतीय स्थान अर्जित किया।
20 मी. स्लो साईकलिंग (आयु वर्ग 60-65 साल) में कृष्ण बांसल ने प्रथम, किरण कुमार ने द्वितीय तथा अमर सिंह तृतीय, 20मी. स्लो साईकलिंग (आयु वर्ग 66-70 साल) में रमेश चन्द्र शर्मा, राम सिंह, गौरीशंकर, 15 मी. (आयु वर्ग 71-75 साल) में हरनेक सिंह गरचा, ओमप्रकाश सचदेवा, भगत शाम लाल, 15 मी. (आयु वर्ग 76 साल से ऊपर) स्लो साईकलिंग में रामलाल बागड़ी, राजा राम प्रभारक ने क्रमश: प्रथम, दूसरा एवं तृतीय स्थान अर्जित किया।
1000 मी. साईकिल रेस में कृष्ण लाल बांसल, कृष्ण चावला, सुखमंदर, 800 मी. में गोरीशंकर, राम सिंह, रमेश चन्द्र शर्मा, 500 मी. में हरनेक सिंह, सुरजीत, भली राम ने क्रमश: पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया। उल्टी दौड़ 50 मी. में सुमित जैन, संतोष दुआ, सुखमंदर सिंह, 40 मी. में राम सिंह, रमेश शर्मा, गोरीशंकर, 30 मी. में गोबिंद राम, भगत शाम लाल, चिमन लाल सिंगला, 20 मी. में रामलाल बागड़ी, राजा राम प्रभारक क्रमश: पहले, दूसरे तथा तीसरे नंबर पर रहे।
जबकि लॉंग जम्प आयु वर्ग 60-65 साल में सुमित जैन (2.78 मी.), एसके दुआ (2.73 मी.), वेदप्रकाश (2.52 मी.), आयु वर्ग 66-70 साल में  राम सिंह (2.66 मी.), वेदप्रकाश (2.53मी.), गोरीशंकर (2.36 मी.), आयु वर्ग 71-75 साल गोबिंद राम (1.86 मी.), ओमप्रकाश (1.55 मी.), भली राम (1.14 मी.), आयु वर्ग 76 साल से ऊपर राम लाल बागड़ी (2.44 मी.), राजा राम (1.70 मी.) क्रमश: पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर रहे। रूक-रूकर हो रही बूंदाबांदी में वरिष्ठ नागरिकों ने रस्सा कस्सी में भी हाथ अजमाए। जिसमें राम सिंह सरां की पार्टी ने हरनेक सिंह गरचा की पार्टी को शिकस्त दी। प्रतियोगिता के दौरान निर्णायक की भूमिका कुलदीप सिंह डीपीई, राजन कुमार पीटीआई तथा राकेश शर्मा डीपीई ने निभाई।
इससे पूर्व श्री महावीर जैन संस्थान ट्रस्ट द्वारा चौ. गोपी मल जैन की याद में सरदार गुलाब सिंह को समर्पित इस खेल मेले का शुभारंभ सुरेन्द्र गुप्ता ने किया। जबकि पुरस्कार वितरण कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन डबवाली के अध्यक्ष प्रकाश चन्द बांसल तथा आत्मा राम अरोड़ा ने किया।

13 फ़रवरी 2011

इंडिका से मिली अफीम


डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान के जोधपुर से एक इंडिका कार में डबवाली लाई जा रही भारी मात्रा में अफीम पुलिस ने मुखबरी के आधार पर पकड़कर एक बहुत बड़ी सफलता अर्जित की है।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू को मुखबरी मिली थी कि जोधपुर से एक इंडिका कार में अफीम लेकर एक व्यक्ति डबवाली आ रहा है। मुखबरी के आधार पर चौटाला रोड़ पर पुलिस ने संदिग्ध कार को रूकने का इशारा किया। कार के रूकने पर उसकी तालाशी ली गई। कार की पिछली सीट के नीचे पॉलीथीन में छुपाई हुई अफीम बरामद हुई। मौका पर डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को बुलाया गया।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि अफीम का वजन कराने पर साढ़े छह किलो निकला। आरोपी ने अपनी पहचान नरपतदान (40) पुत्र भंवर दान निवासी सहंदा थाना शेरगढ़ जिला जोधपुर (राजस्थान) के रूप में करवाई है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह इस अफीम को 60 हजार रूपए प्रति किलो के हिसाब से जोधपुर से खरीदकर लाया है। उसने इसे एक लाख रूपए के हिसाब से डबवाली में सप्लाई करना था। वह पिछले दो सालों से इस काम में संलिप्त है। थाना शहर प्रभारी के अनुसार आरोपी को अदालत में पेश करके उसका रिमांड हासिल किया जाएगा।

रेप के बाद वृद्धा की हत्या


डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा में 73 साल की गुरदेव कौर के हत्या के आरोप में थाना शहर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या और बलात्कार का मामला दर्ज करने के बाद हत्यारे की खोज के प्रयास तेज कर दिए हैं। इधर शव का शनिवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया।
गांव सांवतखेड़ा के हरमीक सिंह (32) पुत्र छिन्द्र सिंह ने बताया कि उसके दादा मग्घर सिंह की बहन गुरदेव कौर (73) पिछले पंद्रह सालों से उनके पास रह रही थी। वह एसीडीटी की रोगी थी और डॉक्टर ने उसे सैर करने के लिए कहा हुआ था। जिस पर वह अक्सर सैर के लिए उनके मसीतां रोड़ पर स्थित खेतों तक जाया करती थी। शुक्रवार दोपहर बाद वह सैर को गई थी। लेकिन वापिस नहीं लौटी। काफी इंतजार के बाद उसने अपने भाई हरजीत सिंह (30), दादा जय सिंह, ग्रामीण महेन्द्र सिंह, बिन्द्र सिंह, मलकीत सिंह आदि के साथ करीब 4.15 बजे उसकी तालाश शुरू कर दी।
हरमीक के अनुसार खोजते समय उसे सरसों के एक खेत की बलियां टूटी दिखाई दी। जिस पर उसका माथा ठनका। उन्होंने खेत में जाकर देखा तो वहां पर गुरदेव कौर के हाथ उसकी सलवार से बांधकर सलवार को गले में डाला हुआ था, जबकि पैर लोई से बांधे हुए थे। वे तुरंत उसे इलाज के लिए डबवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में ले आए, वहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि हरमीक सिंह के ब्यान पर थाना शहर पुलिस डबवाली ने दफा 302/376 आईपीसी के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू को सौंपी गई है। उनके अनुसार आरोपी को ढूंढने के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। जिन्होंने अपना कार्य शुरू कर दिया  है। इन टीमों का नेतृत्व थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू के साथ-साथ सीआईए सिरसा प्रभारी किशोरी लाल, सीआईए डबवाली प्रभारी हवा सिंह, एसआई मंदरूप सिंह, एएसआई जगदीश चन्द्र कर रहे हैं। साथ में साईबर सैल, सीन ऑन क्राईम तथा डॉग स्कवॉयड की मदद ली जा रही है। शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया।
यह है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
मृतक गुरदेव कौर (73) का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के दो सदस्यीय पैनल ने किया। जिसमें डॉ. सुखवंत सिंह तथा लेडी डॉक्टर अमरदीप जस्सी शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद डॉ. सुखवंत सिंह ने बताया कि गुरदेव कौर की हत्या गला दबाने से हुई है। उसके गले पर हाथ की अंगुलियों के निशान पाए गए हैं।
इधर डॉ. अमरदीप जस्सी ने बताया कि वृद्ध महिला गुरदेव कौर की हत्या गला दबाने से हुई है। बलात्कार की पुष्टि के लिए दो स्वैब तैयार करके मधुबन स्थित प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
डॉग स्कवॉयड का क्या कहना
डॉग स्कवॉयड की टीम ने शनिवार को उक्त खेत का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद टीम के प्रभारी राममेहर ने बताया कि खेत में दो पैरों के निशान मिले हैं। जिनमें से एक पैर के कुछ नहीं पहना हुआ है, जबकि एक के जूते पहने हुए हैं। टीम के खोजी कुत्ते ने पैरों के दोनों निशानों को टोहा। खोजी कुत्ता सड़क से खेत की ओर करीब 40 कदम तक गया। खेत के इर्द-गिर्द दो दिशाओं में ही घूमता रहा। आशंका है कि वारदात को दो लोगों ने अंजाम दिया। यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि वारदात के बाद दोनों अलग-अलग दिशाओं में फरार हुए।
घटना की सूचना पाकर सीन ऑफ क्राईम के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र सिंह के अनुसार घटना स्थल से टीम को कान की बाली तथा बाल बरामद हुए हैं। ऐसा लगता है जैसे मृतका को घसीटा गया हो। यह पूर्णतय ब्लाईंड मर्डर है।

06 फ़रवरी 2011

केंद्रीय मंत्री के पीएसओ को धमकाने के आरोपी संदेह के लाभ में बरी


डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने 2005 में दर्ज एक केस में एक केन्द्रीय मंत्री के पीएसओ को गांव चौटाला में हथियार दिखाकर धमकाने के दो आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने के आदेश दिए हैं।
3 फरवरी 2005 को केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के तत्कालीन पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड रंगनाथन और धर्मवीर की शिकायत पर चौटाला पुलिस चौकी ने गांव चौटाला के कुलदीप पुत्र जगदीश, अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य के खिलाफ एफआईआर नं. 10 के अन्तर्गत धारा 506 आईपीसी तथा 25/54/59 आर्मज एक्ट तथा प्रतिनिधि एक्ट 1961 की धारा 131 के अन्तर्गत केस दर्ज किया था।
शिकातयकर्ता पीएसओ रंगनाथन ने अपनी शिकायत में कहा था कि  3 फरवरी 2005 को 9.45 पर केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा डबवाली विधानसभा का राऊंड ले रही थी और वह और उनका साथी पीएसओ धर्मवीर उनके साथ डयूटी पर थे। राऊंड लेते हुए जब वे गांव चौटाला में हरिजन चौपाल के बूथ नं. 109 पर पहुंची तो दो वाहनों पर सवार होकर  कुलदीप पुत्र जगदीश तथा अश्विनी पुत्र अजीत व 4-5 अन्य वहां आये। जोकि पोलिंग स्टेशन के 10 मीटर के घेरे में थे और उनके पास नाजायज असला था। उन्होंने नाजायज असला उन्हें दिखाया और धमकाया। जिस पर उन्होंने (पीसीओ) ने पीछा किया।  पुलिस ने तफ्तीश के दौरान आरोपियों के खिलाफ कार्य क्षेत्र में बाधा डालने के आरोप में धारा 188 भी जोड़ दी थी। पुलिस ने केस को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
बुधवार को अदालत ने दोनो पक्षों को सुनने और प्रोशिक्यूशन के सभी 8 गवाहों के ब्यान दर्ज करने के बाद आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का आदेश दिया।