डबवाली (लहू की लौ) भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हरियाणा के निर्देशानुसार 5 जनवरी को जिला की मतदाता सूची का सभी प्रकाशन स्थलों पर सफलतापूर्वक प्रकाशन कर दिया गया। इस मतदाता सूची में कुल 7 लाख 39 हजार 604 मतदाताओं को शामिल किया गया है। जिनमें 3 लाख 96 हजार 222 पुरुष तथा 3 लाख 43 हजार 382 महिला मतदाता है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि मतदाता सूची का आरंभिक प्रकाशन 10 नवम्बर 2010 को किया गया था। जिसमें 7 लाख 21 हजार 120 मतदाता शामिल थे। इस प्रकार अब 18 हजार 884 नए मतदाता शामिल किए गए है। इस प्रकार से इस बार पूरे जिला में 2.56 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई है जिनमें 18 से 20 आयु के 5427 नए मतदाता जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि 42-कालांवाली 4709, 43-डबवाली में 3032, 44-रानियां में 3448, 45-सिरसा में 5378 तथा 46-ऐलनाबाद में 1717 मतदाताओं की वृद्धि हुई है।
उनके अनुसार मतदाता संबंधित मतदान केंद्रों पर जाकर मतदाता सूची में अपने नामों की जांच कर ले। यदि किसी पात्र व्यक्ति का मतदाता सूची में दर्ज न हुआ हो तो वह अपना नाम दर्ज करवाने के लिए संबंधित निर्वाचक पंजीयन अधिकारी के पास किसी भी कार्य दिवस में फार्म नंबर-6 भरकर दर्ज करवा सकता है। इसी प्रकार किसी दर्ज नाम के बारे में आक्षेप हो तो वह फार्म नंबर-7 भरकर दे सकता है। किसी मतदाता के नाम में व अन्य दस्तावेज में त्रुटि हो तो वह फार्म नंबर-8 भरकर त्रुटि दूर करवा सकता है। फार्म नंबर-6, 7 व 8 संबंधित बूथ लैवल अधिकारियों से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते है।
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Lahoo Ki Lau
07 जनवरी 2011
चोर गिरोह का पर्दाफाश
डबवाली। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से हुई चोरी की करीब दो लाख रूपए की संपत्ति भी बरामद कर ली है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुछताछ कर शहर की कोर्ट कालोनी, तेलियान वाली गली व द्वारकापुरी में हुई चार चोरियों की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है। सीआईए सिरसा पुलिस ने आरोपियों से पुछताछ के दौरान उनके दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली है, जिन्हे शीध्र दबिश देकर गिरफ्तार किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि सिरसा के पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने शहर सिरसा में हुई चोरी की वारदातों का जांच करने का जिम्मा उन्हें सौंपा था। उन्होंने बताया कि घटनाओं की गुत्थी सुलझाने के लिए सहायक उपनिरीक्षक ओमप्रकाश, तरसेम लाल व रण ङ्क्षसह पर आधारित स्टाफ की कई टीमों का गठन कर महत्वपूर्ण सुराग जुटाए गए।
सीआईए प्रभारी ने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए सर्वप्रथम घटना के दो आरोपियों संजय उर्फ संजू पुत्र लोकनाथ निवासी प्रीतनगर सिरसा व शकीलखान पुत्र अमीनखान निवासी कीर्तीनगर को 2 जनवरी को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ पर इनके तीसरे साथी रवि पुत्र राजकुमार निवासी कीर्तिनगर की पहचान हुई, जिसे 3 जनवरी को सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 3 जनवरी को सिरसा अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एनके सिंघल की अदालत में पेश कर पूछताछ हेतू तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
उन्होने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर करीब दो लाख रूपए की चोरीशुदा संपत्ति बरामद कर ली है, जिसमें नकदी तथा सोने के जेवरात शामिल है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
सीआईए प्रभारी ने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए सर्वप्रथम घटना के दो आरोपियों संजय उर्फ संजू पुत्र लोकनाथ निवासी प्रीतनगर सिरसा व शकीलखान पुत्र अमीनखान निवासी कीर्तीनगर को 2 जनवरी को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ पर इनके तीसरे साथी रवि पुत्र राजकुमार निवासी कीर्तिनगर की पहचान हुई, जिसे 3 जनवरी को सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 3 जनवरी को सिरसा अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एनके सिंघल की अदालत में पेश कर पूछताछ हेतू तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
उन्होने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर करीब दो लाख रूपए की चोरीशुदा संपत्ति बरामद कर ली है, जिसमें नकदी तथा सोने के जेवरात शामिल है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
छेड़छाड़ की वारदातों को रोकने के लिए सादी वर्दी में तैनात होंगे पुलिस वाले
डबवाली (लहू की लौ) जिला पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र गुप्ता ने जिलाभर में गैर कानूनी धंधा करने वालों व असमाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान में तेजी लाने के आदेश दिए हैं। वे बुधवार सायं अपने कार्यालय में जिला के सभी उपपुलिस अधीक्षकों, थाना प्रभारियों एवं सैलों के इंचार्जों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ तस्करों, सट्टाखाईवाली करने वालों ,जुआ खेलने वालों, बेलजंपरों तथा संपत्ति विरूद्ध अपराधियों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनसहयोग से असमाजिक तत्वों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को और अधिक गति प्रदान करें। सभी पुलिस अधिकारी वैज्ञानिक तरीकों से मुकद्दमों की जांच करें, ताकि आरोपी किसी खामी का फायदा न उठा पाए। अदालत में विचाराधीन मुकद्दमों की सही ढंग से पैरवी की जाए ताकि कोई भी मुजरिम सजा से बच न पाए। गुप्ता ने राजस्थान से सटी सीमा पर स्थित इलाकों पर विशेष चैकिंग अभियान चलाकर मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसने के निर्देश भी दिए। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में दूसरे राज्यों के साथ लगते संदिग्ध रास्तों पर अचानक नाकेबंदी कर अपराधियों पर नकेल कसे। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र के गांवों में ठीकरी पहरा सुनिश्चित करवाए जाने के भी निर्देश दिए, ताकि किसी घटना की पुनरावृति न हो पाए।
इस अवसर पर उन्होंने यातायात थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे बिना नंबर वाले वाहनों, ट्रिपल राइडिंग तथा बिना अनुमति के काली फिल्म लगाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करें।
एसपी सत्येंद्र गुप्ता ने शिक्षण संस्थानों के आस-पास बिना नंबर वाले वाहनों पर घूमने वाले मनचले युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। ताकि छेडख़ानी व छीनाझपटी जैसी वारदातों पर नकेल कसी जा सकें। इसके लिए शिक्षण संस्थानों के आसपास सिविल वर्दी में कर्मचारी भी तैनात करने को कहा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनसहयोग से असमाजिक तत्वों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को और अधिक गति प्रदान करें। सभी पुलिस अधिकारी वैज्ञानिक तरीकों से मुकद्दमों की जांच करें, ताकि आरोपी किसी खामी का फायदा न उठा पाए। अदालत में विचाराधीन मुकद्दमों की सही ढंग से पैरवी की जाए ताकि कोई भी मुजरिम सजा से बच न पाए। गुप्ता ने राजस्थान से सटी सीमा पर स्थित इलाकों पर विशेष चैकिंग अभियान चलाकर मादक पदार्थ तस्करों पर शिकंजा कसने के निर्देश भी दिए। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में दूसरे राज्यों के साथ लगते संदिग्ध रास्तों पर अचानक नाकेबंदी कर अपराधियों पर नकेल कसे। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र के गांवों में ठीकरी पहरा सुनिश्चित करवाए जाने के भी निर्देश दिए, ताकि किसी घटना की पुनरावृति न हो पाए।
इस अवसर पर उन्होंने यातायात थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे बिना नंबर वाले वाहनों, ट्रिपल राइडिंग तथा बिना अनुमति के काली फिल्म लगाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करें।
एसपी सत्येंद्र गुप्ता ने शिक्षण संस्थानों के आस-पास बिना नंबर वाले वाहनों पर घूमने वाले मनचले युवकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। ताकि छेडख़ानी व छीनाझपटी जैसी वारदातों पर नकेल कसी जा सकें। इसके लिए शिक्षण संस्थानों के आसपास सिविल वर्दी में कर्मचारी भी तैनात करने को कहा।
06 जनवरी 2011
मेडिकोज पर छापा
डबवाली (लहू की लौ) क्षेत्र में मेडिकल शॉप की आड़ में चल रही नशे की दुकानों पर स्वास्थ्य सेवाओं के ड्रग विभाग की छापामारी डबवाली में लगातार जारी है। बावजूद इसके इलाके में नशा का धंधा बेखौफ जारी है।
बुधवार को ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने सरप्राईज विजिट करके मेडिकल स्टोर संचालकों को अचम्भे में डाल दिया। धानीवाल नशे की आपूर्ति के लिए प्रयुक्त होने वाले चोर मार्गों को तलाशते हुए पीरखाना के सामने स्थित मोंगा मेडिकोज पर पहुंचे। मौका पर उपस्थित दुकान मालिक नितिन मोंगा की उपस्थिति में दुकान का रिकॉर्ड खंगाला और दवाईयों की जांच की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि मोंगा मेडिकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां मिली हैं। जिनमें 14 बोतले रेकोडेक्स, ब्रो जेकोडेक्स, 2200 टेबलेट मोमोलिट, 26 टेबलेट केरीसोल, 13 टेबलेट अल्प्राजोलम, 100 टेबलेट लोमोटिल, छह बोतल ब्रो जेकोडेक्स शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रेकोडेक्स और ब्रो जेकोडेक्स शैड्यल एच की दवाईयां हैं। बिना डॉक्टर की पर्ची के इन्हें बेचा नहीं जा सकता। जबकि अन्य उपरोक्त दवाईयां मेडिकल नशे में प्रयोग की जाती हैं।
उनके अनुसार रेकोडेक्स और ब्रो जेकोडेक्स जैसे कफ सिरप बाजार में नकली भी बिक रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए मेडिकोज से लिए गए इनके नमूने जांच के लिए चण्डीगढ़ लैब में भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि मोंगा मेडिकोज पर फार्मासिस्ट भी उपलब्ध नहीं था। न ही दुकान मालिक खरीद और बेच का रिकॉर्ड दिखा सका। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इस दुकान का अनियमितताओं के चलते लाईसेंस सस्पेंड किया गया था। लेकिन अब दोबारा फिर उपरोक्त अनियमितताएं पाए जाने पर लाईसेंस कैंसल की सिफारिश वे उच्च अधिकारियों से करेंगे।
ड्रग इंस्पेक्टर ने इस बात को स्वीकार किया कि लगातार छापामारी के बावजूद भी डबवाली में मेडिकल नशे की बिक्री जारी है। उनके अनुसार उन्हें मुखबरी मिली है कि राजस्थान का कोई व्यक्ति डबवाली में बड़े पैमाने पर मेडिकल नशे की होम डिलीवरी दे रहा है। उसको पकडऩे के लिए ड्रग विभाग पुलिस के सहयोग से सक्रिय है। उनके अनुसार डबवाली क्षेत्र में छापामारी का क्रम एक माह तक लगातार जारी रहेगा।
बुधवार को ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने सरप्राईज विजिट करके मेडिकल स्टोर संचालकों को अचम्भे में डाल दिया। धानीवाल नशे की आपूर्ति के लिए प्रयुक्त होने वाले चोर मार्गों को तलाशते हुए पीरखाना के सामने स्थित मोंगा मेडिकोज पर पहुंचे। मौका पर उपस्थित दुकान मालिक नितिन मोंगा की उपस्थिति में दुकान का रिकॉर्ड खंगाला और दवाईयों की जांच की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि मोंगा मेडिकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां मिली हैं। जिनमें 14 बोतले रेकोडेक्स, ब्रो जेकोडेक्स, 2200 टेबलेट मोमोलिट, 26 टेबलेट केरीसोल, 13 टेबलेट अल्प्राजोलम, 100 टेबलेट लोमोटिल, छह बोतल ब्रो जेकोडेक्स शामिल हैं। उन्होंने बताया कि रेकोडेक्स और ब्रो जेकोडेक्स शैड्यल एच की दवाईयां हैं। बिना डॉक्टर की पर्ची के इन्हें बेचा नहीं जा सकता। जबकि अन्य उपरोक्त दवाईयां मेडिकल नशे में प्रयोग की जाती हैं।
उनके अनुसार रेकोडेक्स और ब्रो जेकोडेक्स जैसे कफ सिरप बाजार में नकली भी बिक रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए मेडिकोज से लिए गए इनके नमूने जांच के लिए चण्डीगढ़ लैब में भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि मोंगा मेडिकोज पर फार्मासिस्ट भी उपलब्ध नहीं था। न ही दुकान मालिक खरीद और बेच का रिकॉर्ड दिखा सका। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इस दुकान का अनियमितताओं के चलते लाईसेंस सस्पेंड किया गया था। लेकिन अब दोबारा फिर उपरोक्त अनियमितताएं पाए जाने पर लाईसेंस कैंसल की सिफारिश वे उच्च अधिकारियों से करेंगे।
ड्रग इंस्पेक्टर ने इस बात को स्वीकार किया कि लगातार छापामारी के बावजूद भी डबवाली में मेडिकल नशे की बिक्री जारी है। उनके अनुसार उन्हें मुखबरी मिली है कि राजस्थान का कोई व्यक्ति डबवाली में बड़े पैमाने पर मेडिकल नशे की होम डिलीवरी दे रहा है। उसको पकडऩे के लिए ड्रग विभाग पुलिस के सहयोग से सक्रिय है। उनके अनुसार डबवाली क्षेत्र में छापामारी का क्रम एक माह तक लगातार जारी रहेगा।
सर्दी से मौत
डबवाली (लहू की लौ) सर्दी के कारण गांव मसीतां के वृद्ध आश्रम में रहने वाले 35 वर्षीय व्यक्ति की मंगलवार शाम को मौत हो गई। जिसका बुधवार को पोस्टमार्टम डबवाली के सामान्य अस्पताल से करवा कर शव को वारिसों को सौंप दिया।
गांव मसीतां निवासी पूर्ण सिंह पुत्र दलीप सिंह ने बताया कि उसका साला सुरजीत सिंह (35) पुत्र जंगीर सिंह निवासी मणियांवाली (राजस्थान) पिछले 4-5 वर्षों से वृद्ध आश्रम मसीतां में अकेला रह रहा था और लक्कड़ मिस्त्री का काम करता था। लेकिन पिछले कुछ समय से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी और उसने दो दिन से कुछ खाया भी नहीं। अधिक सर्दी के कारण उसकी मंगलवार को मौत हो गई।
थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने पूर्ण सिंह के ब्यान पर 174सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए बुधवार को शव का पोस्टमार्टम डबवाली अस्पताल से करवाने के बाद शव को वारिसों को सौंप दिया।
सामान्य अस्पताल के डॉ. श्रवण बांसल ने बताया कि व्यक्ति की मौत ठंड से हुई है। लेकिन और जानकारी के लिए विसरा लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला मधुबन में भेजा गया है।
गांव मसीतां निवासी पूर्ण सिंह पुत्र दलीप सिंह ने बताया कि उसका साला सुरजीत सिंह (35) पुत्र जंगीर सिंह निवासी मणियांवाली (राजस्थान) पिछले 4-5 वर्षों से वृद्ध आश्रम मसीतां में अकेला रह रहा था और लक्कड़ मिस्त्री का काम करता था। लेकिन पिछले कुछ समय से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी और उसने दो दिन से कुछ खाया भी नहीं। अधिक सर्दी के कारण उसकी मंगलवार को मौत हो गई।
थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने पूर्ण सिंह के ब्यान पर 174सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए बुधवार को शव का पोस्टमार्टम डबवाली अस्पताल से करवाने के बाद शव को वारिसों को सौंप दिया।
सामान्य अस्पताल के डॉ. श्रवण बांसल ने बताया कि व्यक्ति की मौत ठंड से हुई है। लेकिन और जानकारी के लिए विसरा लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला मधुबन में भेजा गया है।
05 जनवरी 2011
किसान को लूटा
डबवाली (लहू की लौ) गांव अबूबशहर में पिस्तौल के बल पर एक किसान को लूटने का मामला सामने आया है। लूट के बाद लुटेरों ने किसान को नहर में फेंकने का प्रयास किया। घटना सोमवार देर रात की है। दोनों लुटेरे बाईक पर सवार थे।
सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन किसान बलदेव सिंह (62) निवासी अबूबशहर ने बताया कि रात को उनके खेत में पानी की बारी थी। उसका बेटा गुरप्रीत सिंह तथा भतीजा सुखदीप सिंह पानी लगा रहे थे। करीब साढ़े सात बजे वह खेत में गया। वहां उसके भतीजे सुखदीप ने पिछले दिनों धान की बिकवाली से प्राप्त हुई बारह हजार रूपए की नकदी उसे दी। जो उसे धान का एक व्यापारी उसे देकर गया था। रात करीब 9 बजे वह खेत से पैदल अपने घर जा रहा था। मार्ग में बाईक पर पीछे से आए दो युवकों ने उसे पिस्तौल के बल पर रोक लिया और अपने साथ काला तितर पर्यटन स्थल की ओर ले गए। यहां झाडिय़ों में उन्होंने उससे मारपीट करते हुए पिस्तौल के बटों से चोटें मारी।
इस दौरान लुटेरों ने उससे उसकी जेब में रखी बारह हजार रूपए की नकदी, सोने की अंगूठी, घड़ी भी छीन ली। लूट के बाद लुटेरों ने उसे राजस्थान कैनाल में फेंकने का प्रयास किया। लेकिन उसके शोर मचाने पर पास के खेतों में काम कर रहे युवकों को उसकी ओर आते हुए देखकर लुटेरे हवाई फायर करते हुए वहां से भाग खड़े हुए।
चौटाला पुलिस चौकी इंचार्ज जीत सिंह ने बताया कि शिकायत उनके पास पहुंची है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन किसान बलदेव सिंह (62) निवासी अबूबशहर ने बताया कि रात को उनके खेत में पानी की बारी थी। उसका बेटा गुरप्रीत सिंह तथा भतीजा सुखदीप सिंह पानी लगा रहे थे। करीब साढ़े सात बजे वह खेत में गया। वहां उसके भतीजे सुखदीप ने पिछले दिनों धान की बिकवाली से प्राप्त हुई बारह हजार रूपए की नकदी उसे दी। जो उसे धान का एक व्यापारी उसे देकर गया था। रात करीब 9 बजे वह खेत से पैदल अपने घर जा रहा था। मार्ग में बाईक पर पीछे से आए दो युवकों ने उसे पिस्तौल के बल पर रोक लिया और अपने साथ काला तितर पर्यटन स्थल की ओर ले गए। यहां झाडिय़ों में उन्होंने उससे मारपीट करते हुए पिस्तौल के बटों से चोटें मारी।
इस दौरान लुटेरों ने उससे उसकी जेब में रखी बारह हजार रूपए की नकदी, सोने की अंगूठी, घड़ी भी छीन ली। लूट के बाद लुटेरों ने उसे राजस्थान कैनाल में फेंकने का प्रयास किया। लेकिन उसके शोर मचाने पर पास के खेतों में काम कर रहे युवकों को उसकी ओर आते हुए देखकर लुटेरे हवाई फायर करते हुए वहां से भाग खड़े हुए।
चौटाला पुलिस चौकी इंचार्ज जीत सिंह ने बताया कि शिकायत उनके पास पहुंची है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
सरेबाजार युवती को बाहों में भरकर चुंबन लिया
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर के सामने एक युवक ने एक युवती को अपनी बाहों में भर कर उसका चुंबन ले लिया। युवती के चिल्लाने पर राह चलते लोगों ने युवक को दबोचकर उसकी अच्छी खातिरदारी की और थाना में पुलिस को सौंप दिया।
सोमवार दोपहर को थाना शहर के सामने एक ऑटो रिक्शा से एक महिला और उसकी बेटी उतरी। इसी दौरान एक युवक ने लड़की को अपनी बाहों में ले लिया और देखते-ही-देखते युवती का चुंबन ले लिया। युवक की इस हरकत से युवती भयभीत हो गई और चिल्लाने लगी। युवती की चिल्लाहट को सुनकर आस-पास के दुकानदार इक्ट्ठे हो गए। उन्होंने युवक को दबोच लिया। पहले तो युवक की अच्छी तरह धुनाई की और बाद में उसे थाना में लेजाकर पुलिस को सौंप दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक ने अपनी पहचान जसविंद्र निवासी कालझरानी के रूप में करवाई।
इधर जसविंद्र निवासी कालझरानी ने बताया कि वह अपने गांव से डबवाली के बस अड्डा पर अपनी माता नसीब कौर तथा पत्नी सुखबीर कौर को छोडऩे के लिए आया था। अचानक जैसे ही वह घूमा तो वह अनियंत्रित होकर उक्त लड़की से टकरा गया। लड़की के चिल्लाने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है।
सोमवार दोपहर को थाना शहर के सामने एक ऑटो रिक्शा से एक महिला और उसकी बेटी उतरी। इसी दौरान एक युवक ने लड़की को अपनी बाहों में ले लिया और देखते-ही-देखते युवती का चुंबन ले लिया। युवक की इस हरकत से युवती भयभीत हो गई और चिल्लाने लगी। युवती की चिल्लाहट को सुनकर आस-पास के दुकानदार इक्ट्ठे हो गए। उन्होंने युवक को दबोच लिया। पहले तो युवक की अच्छी तरह धुनाई की और बाद में उसे थाना में लेजाकर पुलिस को सौंप दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक ने अपनी पहचान जसविंद्र निवासी कालझरानी के रूप में करवाई।
इधर जसविंद्र निवासी कालझरानी ने बताया कि वह अपने गांव से डबवाली के बस अड्डा पर अपनी माता नसीब कौर तथा पत्नी सुखबीर कौर को छोडऩे के लिए आया था। अचानक जैसे ही वह घूमा तो वह अनियंत्रित होकर उक्त लड़की से टकरा गया। लड़की के चिल्लाने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है।
प्रकाशोत्सव की तिथि को लेकर सिक्ख संगतों में विवाद
डबवाली (लहू की लौ) सरबंस दानी श्री गुरूगोबिंद सिंह के प्रकाशोत्सव की तिथि को लेकर सिक्ख संगठन आमने-सामने आ गए हैं। सिक्खों के पांच संगठनों ने गुरूगोबिंद सिंह के प्रकाशोत्सव को नानकशाही कलेण्डर-2003 के अनुसार मनाने की घोषणा करते हुए आज से इस संदर्भ में श्री अखण्ड पाठ भी शुरू कर दिए हैं।
साल 2003 में सिक्खों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से नानकशाही कलेण्डर जारी किया गया था। इस कलेण्डर पर अकाल तख्त के जत्थेदार जोगिन्द्र सिंह वेदांती, जत्थेदार बलवंत सिंह नन्दगढ़, जत्थेदार इकबाल सिंह, जत्थेदार त्रिलोचन सिंह सहित श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के ग्रंथी गुरबचन सिंह के भी हस्ताक्षर थे। लेकिन साल 2010 में इस कलेण्डर में फेरबदल करके दोबारा इसे जारी कर दिया गया। कई सिक्ख संगठनों ने नए कलेण्डर को तुम्मा छाप कलेण्डर कहते हुए मानने से इंकार किया हुआ है। नए व पुराने कलेण्डर का विवाद अभी भी जारी है।
श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह ने बताया कि पुराने कलेण्डर के अनुसार साल 2011 में 5 जनवरी को श्री गुरू गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव की तिथि आती है। उन्होंने नए कलेण्डर को तुम्मा-बादल छाप कलेण्डर करार देते हुए कहा कि इस कलेण्डर के अनुसार प्रकाशोत्सव की एक तिथि 11 जनवरी, जबकि एक तिथि दिसंबर माह में आ रही है। साल 2012 में प्रकाशोत्सव दिखाया ही नहीं गया है। उन्होंने कहा कि उनका संगठन 2003 के नानकशाही कलेण्डर को ही असली कलेण्डर मानता है। जिसमें प्रकाशोत्सव सही ढंग से प्रदर्शित है।
नानकशाही कलेण्डर 2003 का समर्थन करने वाले सिक्ख संगठनों खालसा एक्शन कमेटी, अखाडा बाबा दीप सिंह गतका पार्टी, श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा, एचएसजीपीसी, गुरमत प्रचार सभा, शिरोमणि अकालीदल पंच प्रधानी के कार्यकर्ताओं ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के अंतर्गत आने वाले डबवाली के गुरूद्वारा कलगीधर सिंह सभा में 5 जनवरी को गुरू गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव मनाने की घोषणा करते हुए सोमवार श्री अखण्ड पाठ का प्रकाश कर दिया।
इस अवसर पर उपरोक्त संगठनों के बलकरण सिंह, कुलवंत सिंह, हरनेक सिंह, विचित्र सिंह, मनदीप कूका, राजेन्द्र सिंह, गुरदास सिंह, देवेन्द्र सिंह काला आदि उपस्थित थे।
साल 2003 में सिक्खों की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से नानकशाही कलेण्डर जारी किया गया था। इस कलेण्डर पर अकाल तख्त के जत्थेदार जोगिन्द्र सिंह वेदांती, जत्थेदार बलवंत सिंह नन्दगढ़, जत्थेदार इकबाल सिंह, जत्थेदार त्रिलोचन सिंह सहित श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के ग्रंथी गुरबचन सिंह के भी हस्ताक्षर थे। लेकिन साल 2010 में इस कलेण्डर में फेरबदल करके दोबारा इसे जारी कर दिया गया। कई सिक्ख संगठनों ने नए कलेण्डर को तुम्मा छाप कलेण्डर कहते हुए मानने से इंकार किया हुआ है। नए व पुराने कलेण्डर का विवाद अभी भी जारी है।
श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह ने बताया कि पुराने कलेण्डर के अनुसार साल 2011 में 5 जनवरी को श्री गुरू गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव की तिथि आती है। उन्होंने नए कलेण्डर को तुम्मा-बादल छाप कलेण्डर करार देते हुए कहा कि इस कलेण्डर के अनुसार प्रकाशोत्सव की एक तिथि 11 जनवरी, जबकि एक तिथि दिसंबर माह में आ रही है। साल 2012 में प्रकाशोत्सव दिखाया ही नहीं गया है। उन्होंने कहा कि उनका संगठन 2003 के नानकशाही कलेण्डर को ही असली कलेण्डर मानता है। जिसमें प्रकाशोत्सव सही ढंग से प्रदर्शित है।
नानकशाही कलेण्डर 2003 का समर्थन करने वाले सिक्ख संगठनों खालसा एक्शन कमेटी, अखाडा बाबा दीप सिंह गतका पार्टी, श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा, एचएसजीपीसी, गुरमत प्रचार सभा, शिरोमणि अकालीदल पंच प्रधानी के कार्यकर्ताओं ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के अंतर्गत आने वाले डबवाली के गुरूद्वारा कलगीधर सिंह सभा में 5 जनवरी को गुरू गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव मनाने की घोषणा करते हुए सोमवार श्री अखण्ड पाठ का प्रकाश कर दिया।
इस अवसर पर उपरोक्त संगठनों के बलकरण सिंह, कुलवंत सिंह, हरनेक सिंह, विचित्र सिंह, मनदीप कूका, राजेन्द्र सिंह, गुरदास सिंह, देवेन्द्र सिंह काला आदि उपस्थित थे।
04 जनवरी 2011
कंडोम के डिब्बों से मिली नशे की दवाईयां
डबवाली (लहू की लौ) इलाके में चल रहे नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी के तहत सोमवार को ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने शहर के दो मेडीकोज पर छापा मारकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां पकड़ी।
बठिंडा रोड़ पर स्थित सोनिया मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने अचानक छापामारी करके मेडीकोज का रिकॉर्ड खंगाला। छापामारी के दौरान कंडोम के डिब्बों से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाई मिली। यहां तक की मौका पर उपस्थित युवक दुकान का सेल-परचेज भी नहीं दिखा सका। मौका पर मिली दवाईयों के बिल भी प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद चौटाला रोड़ पर स्थित चावला मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर ने दस्तक दी। वहां पर भी भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि ड्रग विभाग को पिछले कई दिनों से डबवाली में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयों का धड़ल्ले से व्यापार होने की शिकायतें मिल रही थीं। इसी के मद्देनजर आज मेडीकल की दुकानों पर छापामारी की गई। उनके अनुसार सोनिया मेडीकोज से कंडोम के डिब्बों में छिपाकर रखी गई रेक्सकोफ की ११ बोतल, रेकोडेक्स की छह बोतल बरामद हुई। मौका पर फार्मासिस्ट नदारद मिला। मौका पर उपस्थित दीपक कुमार पकड़ी गई दवाईयों का सेल-परचेज का रिकॉर्ड भी नहीं दिखा सका।धानीवाल के अनुसार चावला मेडीकोज से छापामारी के दौरान नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां लोमोटिल के १९ डिब्बे, ११८ टेबलेट कैरीसोमा, अल्टो .५ के १० टेबलेट, एटी-टू २ एमजी के २० टेबलेट, यूनि जोलम.५ के १०० टेबलेट, माईक्रोलिट के १०० टेबलेट, ४५ टेबलेट ट्राईका .५ बरामद हुए। उन्होंने बताया कि दुकान मालिक फार्मासिस्ट राजेन्द्र कुमार संबंधित दवाईयों का सेल-परचेज रिकॉर्ड नहीं दिखा सका।
उनके अनुसार इन दुकानों का लाईसेंस कैंसल करने के लिए वे अपनी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर हिसार एनके आहूजा को भेजेंगे। दुकानों से भरे गए सैम्पल को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजेंगे और इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बठिंडा रोड़ पर स्थित सोनिया मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने अचानक छापामारी करके मेडीकोज का रिकॉर्ड खंगाला। छापामारी के दौरान कंडोम के डिब्बों से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाई मिली। यहां तक की मौका पर उपस्थित युवक दुकान का सेल-परचेज भी नहीं दिखा सका। मौका पर मिली दवाईयों के बिल भी प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद चौटाला रोड़ पर स्थित चावला मेडीकोज पर ड्रग इंस्पेक्टर ने दस्तक दी। वहां पर भी भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां बरामद की।
ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि ड्रग विभाग को पिछले कई दिनों से डबवाली में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयों का धड़ल्ले से व्यापार होने की शिकायतें मिल रही थीं। इसी के मद्देनजर आज मेडीकल की दुकानों पर छापामारी की गई। उनके अनुसार सोनिया मेडीकोज से कंडोम के डिब्बों में छिपाकर रखी गई रेक्सकोफ की ११ बोतल, रेकोडेक्स की छह बोतल बरामद हुई। मौका पर फार्मासिस्ट नदारद मिला। मौका पर उपस्थित दीपक कुमार पकड़ी गई दवाईयों का सेल-परचेज का रिकॉर्ड भी नहीं दिखा सका।धानीवाल के अनुसार चावला मेडीकोज से छापामारी के दौरान नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां लोमोटिल के १९ डिब्बे, ११८ टेबलेट कैरीसोमा, अल्टो .५ के १० टेबलेट, एटी-टू २ एमजी के २० टेबलेट, यूनि जोलम.५ के १०० टेबलेट, माईक्रोलिट के १०० टेबलेट, ४५ टेबलेट ट्राईका .५ बरामद हुए। उन्होंने बताया कि दुकान मालिक फार्मासिस्ट राजेन्द्र कुमार संबंधित दवाईयों का सेल-परचेज रिकॉर्ड नहीं दिखा सका।
उनके अनुसार इन दुकानों का लाईसेंस कैंसल करने के लिए वे अपनी रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर हिसार एनके आहूजा को भेजेंगे। दुकानों से भरे गए सैम्पल को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजेंगे और इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
भाषण से युवाओं ने की नशे पर चोट
डबवाली (लहू की लौ) वरच्युस क्लब के स्थापना दिवस पर सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नशे के कारण, निवारण और परिणाम पर स्कूली बच्चों की भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छह विद्यालयों के आठ बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि पूर्व प्रिंसीपल आत्मा राम अरोड़ा ने कहा कि नशा काम का होना चाहिए, न कि दवाईयों से शरीर खराब करने का नशा। विद्यालय के प्रिंसीपल बलजिन्द्र सिंह भंगू ने कहा कि युवा पीढ़ी के समक्ष इस समस्या सबसे बड़ी समस्या नशे की है। युवा पीढ़ी को नशे छोड़कर देश के रचनात्मक विकास की ओर ध्यान देना चाहिए।
इस मौके पर क्लब के संस्थापक केशव शर्मा ने क्लब के 28वें स्थापना दिवस पर पिछले सताईस सालों के कार्यों की जानकारी दी और आगामी प्रोजेक्टस के संबंध में बताया। मंच का संचालन नरेश शर्मा ने किया।
प्रतियोगिता में नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की जपिंदर गिन्नी प्रथम,क्राईस्ट मिशन स्कूल की छात्रा अलका ने दूसरा, सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय की शालिनीे ने तीसरा स्थान पाया। जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्मिक विद्यालय के छात्र तर्किश को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। निर्णायक मण्डल की भूमिका संजीव शाद, परमजीत कोचर तथा नवजोत शर्मा ने निभाई।
इस अवसर पर गेस्ट आईटम के तौर पर नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के बच्चों ने नशे पर चोट करने वाली कोरियाग्राफी देश होया परदेस पेश करके उपस्थित युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। कोरियाग्राफी के माध्यम से कलाकारों ने प्रत्येक व्यक्ति को इसे सांझी समस्या मानकर नशे की लत में फंसे युवा को बाहर निकालने के लिए भी प्रेरित किया।
इस अवसर पर जितेन्द्र शर्मा, वीरचन्द गुप्ता, मथरा दास चलाना, प्रवीण सिंगला, वेद कालडा, तरसेम जिन्दल,
दीदार सिंह, सुमित भारती आदि उपस्थित थे।
तीक्ष्ण,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए कल्याणकारी संस्थाओं को आगे आना होगा।
मंजू, खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा घर तबाह कर देता है। वर्तमान दौर में युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा प्रभावित है। देश को बचाने के लिए युवा पीढ़ी को इससे बचाना होगा।
मीनू,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल (गल्र्स)
नशा दीमक की भांति खोखला करता जा रहा है। नशीले पदार्थों की बिक्री हर गली की नुक्कड़ पर की जा रही है।
शालिनी,सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय
नशे से सदा भयभीत रहना, यह पाप तथा अनाचार की जननी है। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि वे देश में शराबी देखने की बजाए अनपढ़ देखना पंसद करेंगे।
लक्ष्मण,राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
घर में नशा, घर की दुर्दशा। नशे को जड़ से मिटाना होगा, स्वच्छ समाज बनाना होगा।
जपिंदर गिन्नी,नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
देसां में देस हरियाणा, यहां दूध-दही है खाना। लेकिन आज यहां जाम छिड़के जाते हैं। नशा स्टेटस का सिम्बल माना जाता है। पंजाब को पंज दरियांओं वाला राज्य कहा जाता था। लेकिन आज वहां 6वां दरिया नशे का है।
अलका,क्राईस्ट मिशन सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है। नशा करने वाले व्यक्ति का किसी काम में मन नहीं लगता। उसकी जिन्दगी नरक हो जाती है। हमें इस बुराई का खात्मा करना होगा।
रजनी,अरोड़वंश आदर्श हाई स्कूल
आज समाज के सामने सबसे बड़ी समस्या नशा आन पड़ी है। हम सबको मिलकर इसका मुकाबला करना होगा। वरना नशा हमारी युवा पीढ़ी को तहस-नहस करके रख देगा।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि पूर्व प्रिंसीपल आत्मा राम अरोड़ा ने कहा कि नशा काम का होना चाहिए, न कि दवाईयों से शरीर खराब करने का नशा। विद्यालय के प्रिंसीपल बलजिन्द्र सिंह भंगू ने कहा कि युवा पीढ़ी के समक्ष इस समस्या सबसे बड़ी समस्या नशे की है। युवा पीढ़ी को नशे छोड़कर देश के रचनात्मक विकास की ओर ध्यान देना चाहिए।
इस मौके पर क्लब के संस्थापक केशव शर्मा ने क्लब के 28वें स्थापना दिवस पर पिछले सताईस सालों के कार्यों की जानकारी दी और आगामी प्रोजेक्टस के संबंध में बताया। मंच का संचालन नरेश शर्मा ने किया।
प्रतियोगिता में नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की जपिंदर गिन्नी प्रथम,क्राईस्ट मिशन स्कूल की छात्रा अलका ने दूसरा, सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय की शालिनीे ने तीसरा स्थान पाया। जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्मिक विद्यालय के छात्र तर्किश को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। निर्णायक मण्डल की भूमिका संजीव शाद, परमजीत कोचर तथा नवजोत शर्मा ने निभाई।
इस अवसर पर गेस्ट आईटम के तौर पर नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के बच्चों ने नशे पर चोट करने वाली कोरियाग्राफी देश होया परदेस पेश करके उपस्थित युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। कोरियाग्राफी के माध्यम से कलाकारों ने प्रत्येक व्यक्ति को इसे सांझी समस्या मानकर नशे की लत में फंसे युवा को बाहर निकालने के लिए भी प्रेरित किया।
इस अवसर पर जितेन्द्र शर्मा, वीरचन्द गुप्ता, मथरा दास चलाना, प्रवीण सिंगला, वेद कालडा, तरसेम जिन्दल,
दीदार सिंह, सुमित भारती आदि उपस्थित थे।
तीक्ष्ण,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए कल्याणकारी संस्थाओं को आगे आना होगा।
मंजू, खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा घर तबाह कर देता है। वर्तमान दौर में युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा प्रभावित है। देश को बचाने के लिए युवा पीढ़ी को इससे बचाना होगा।
मीनू,राजकीय सीनियर सैकेण्डरी स्कूल (गल्र्स)
नशा दीमक की भांति खोखला करता जा रहा है। नशीले पदार्थों की बिक्री हर गली की नुक्कड़ पर की जा रही है।
शालिनी,सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय
नशे से सदा भयभीत रहना, यह पाप तथा अनाचार की जननी है। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि वे देश में शराबी देखने की बजाए अनपढ़ देखना पंसद करेंगे।
लक्ष्मण,राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय
घर में नशा, घर की दुर्दशा। नशे को जड़ से मिटाना होगा, स्वच्छ समाज बनाना होगा।
जपिंदर गिन्नी,नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
देसां में देस हरियाणा, यहां दूध-दही है खाना। लेकिन आज यहां जाम छिड़के जाते हैं। नशा स्टेटस का सिम्बल माना जाता है। पंजाब को पंज दरियांओं वाला राज्य कहा जाता था। लेकिन आज वहां 6वां दरिया नशे का है।
अलका,क्राईस्ट मिशन सीनियर सैकेण्डरी स्कूल
नशा व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है। नशा करने वाले व्यक्ति का किसी काम में मन नहीं लगता। उसकी जिन्दगी नरक हो जाती है। हमें इस बुराई का खात्मा करना होगा।
रजनी,अरोड़वंश आदर्श हाई स्कूल
आज समाज के सामने सबसे बड़ी समस्या नशा आन पड़ी है। हम सबको मिलकर इसका मुकाबला करना होगा। वरना नशा हमारी युवा पीढ़ी को तहस-नहस करके रख देगा।
03 जनवरी 2011
दुर्घटना में घायल युवक ने दम तोड़ा
डबवाली (लहू की लौ) डेरा मनसा दास के पास सिरसा रोड़ पर दुर्घटना में घायल हुए युवक अजीत बिश्नोई ने सिरसा के सामान्य अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने अज्ञात जिप्सी चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। वार्ड नं. 18 निवासी जगदीश बिश्नोई का बेटा अजीत शनिवार शाम को बाईक पर बाजार से घर वापिस जा रहा था। मनसा दास डेरा के पास पीछे से आई एक तेज रफ्तार जिप्सी ने उसमें टक्कर मार दी। दुर्घटना में अजीत बुरी तरह से घायल हो गया। घटना के बाद जिप्सी चालक मौका से फरार हो गया। घायल को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। यहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में उसे सिरसा रैफर कर दिया। सिरसा में उपचार के दौरान अजीत ने दम तोड़ दिया। मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस डबवाली के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि मृतक अजीत के पिता जगदीश बिश्नोई की शिकायत पर अज्ञात जिप्सी चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाकर दुर्घटना करने के आरोप में मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी गई है। अजीत के शव का सिरसा के सामान्य अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया।
एनपीएस का वार्षिक समारोह आयोजित
दूल्हे ने लालटेन लेकर खोजी दुल्हन
डबवाली (लहू की लौ) नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के वार्षिक समारोह महक में विद्यार्थियों ने सांस्कृति कार्यक्रम द्वारा नशे और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अपना संदेश दिया।
इस कार्यक्रम में बच्चों ने गीत के माध्यम से सेहत जरूरी है का संदेश दिया। जबकि कविता कश्मा के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या पर चोट करते हुए एक दूल्हे को लालटेन लेकर दुल्हन खोजते हुए दिखाया। मां बोली पंजाबी और देश हुआ परदेस कोरियाग्राफी द्वारा नशों के खिलाफ जागरूक किया। फैन्सी ड्रेस जुबी, डुबी.., बम-बम बोले, डांडियां के द्वारा श्रोताओं का मनोरंजन किया। राजस्थानी डांस आएओ रे म्हारो ढोलना... के माध्यम से देश की विभिन्न संस्कृतियों से दर्शकों को परिचित करवाया।
स्कूल प्रबंधक समिति के निदेशक वेद भारती ने मुख्यातिथि बीएस श्योकंद सीनियर को-ऑर्डिनेटर कृषि विज्ञान केन्द्र सिरसा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्राईमरी) कुमकुम गोवर का स्वागत किया। इस मौके पर कुमकुम ग्रोवर ने कहा कि बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करने के लिए सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बच्चों को जागरूक करना आज की आवश्यकता है। इस मौके पर विद्यालय की पिं्रंसीपल चन्द्रकांता ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। मुख्यातिथि बीएस श्योकंद ने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर सांवतखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह, मल्लिकपुरा के सरपंच इकबाल सिंह, ठेकेदार मंगतराय बांसल भी उपस्थित थे।
डबवाली (लहू की लौ) नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के वार्षिक समारोह महक में विद्यार्थियों ने सांस्कृति कार्यक्रम द्वारा नशे और कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अपना संदेश दिया।
इस कार्यक्रम में बच्चों ने गीत के माध्यम से सेहत जरूरी है का संदेश दिया। जबकि कविता कश्मा के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या पर चोट करते हुए एक दूल्हे को लालटेन लेकर दुल्हन खोजते हुए दिखाया। मां बोली पंजाबी और देश हुआ परदेस कोरियाग्राफी द्वारा नशों के खिलाफ जागरूक किया। फैन्सी ड्रेस जुबी, डुबी.., बम-बम बोले, डांडियां के द्वारा श्रोताओं का मनोरंजन किया। राजस्थानी डांस आएओ रे म्हारो ढोलना... के माध्यम से देश की विभिन्न संस्कृतियों से दर्शकों को परिचित करवाया।
स्कूल प्रबंधक समिति के निदेशक वेद भारती ने मुख्यातिथि बीएस श्योकंद सीनियर को-ऑर्डिनेटर कृषि विज्ञान केन्द्र सिरसा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्राईमरी) कुमकुम गोवर का स्वागत किया। इस मौके पर कुमकुम ग्रोवर ने कहा कि बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करने के लिए सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बच्चों को जागरूक करना आज की आवश्यकता है। इस मौके पर विद्यालय की पिं्रंसीपल चन्द्रकांता ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। मुख्यातिथि बीएस श्योकंद ने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर सांवतखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह, मल्लिकपुरा के सरपंच इकबाल सिंह, ठेकेदार मंगतराय बांसल भी उपस्थित थे।
बॉयोलोजी की प्रवक्ता का तबादला रोके जाने की मांग
डबवाली। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत बॉयोलोजी की प्रवक्ता को सिरसा स्थानांतरित किये जाने से विद्यार्थियों में रोष फैल गया है और उन्होंने मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री हरियाणा को फैक्स भेज कर तबादल तुरन्त प्रभाव से रद्द करने का अनुरोध किया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के +1, +2 की बॉयोलॉजी के विद्यार्थी जयप्रकाश, विजय कुमार, विनीत शर्मा, अजय अग्रवाल, नीतिश, हरप्रीत सिंह, पायल, सुमन बाला, डिम्पल सचदेवा, भागीरथ, अनिता रानी, लवदीप, प्रवीन कुमार बगैरा ने मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री को भेजे फैक्स में कहा है कि इन दिनों उनकी पढ़ाई पीक पर है और दो माह ही वार्षिक परीक्षा में बचे हैं। ऐसे मौके पर उनकी बॉयोलॉजी की अध्यापिका जयदीप कौर को एपीसी बना कर डेपुटेशन पर सिरसा भेजना उचित नहीं है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी। उन्होंने मांग की कि उनकी बॉयोलॉजी की अध्यापिका का तबादला रोका जाये। अन्यथा वह जिला शिक्षा अधिकारी सिरसा के कार्यालय पर धरना देने को मजबूर होंगे। इस सन्दर्भ में विद्यालय के प्रिंसीपल बलजिन्द्र सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि दो माह पूर्व नेट पर शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई सूची में जयदीप कौर को एपीसी बना कर सिरसा भेजा गया था। लेकिन इस दौरान अध्यापक संघ ने निदेशक स्कूल एजूकेशन हरियाणा से मिल कर डेपूटेशन रद्द करने का अनुरोध किया था जिस पर निदेशक ने एक बार डेपूटेशन को स्थगित करने का आश्वासन दिया था। उनके अनुसार उनके पास फिलहाल अधिकारिक रूप से कोई आदेश नहीं आये हैं। पिं्रसीपल ने कहा कि बच्चों के भविष्य के मद्देनजर जयदीप कौर को डेपूटेशन पर सिरसा नहीं भेजा जायेगा।
शराब तस्करी व सट्टा खाईवाली में काबू
सिरसा। सिरसा पुलिस द्वारा जिला भर में शराब तस्करों व सार्वजनिक स्थल पर सट्टा खाईवाली करने वालों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जा रहा है। जिला भर में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए बीते दिवस पुलिस ने 8 लोगों को शराब एवं सट्टाराशि के साथ काबू किया। पकड़े गए सभी आरोपियों के विरुद्ध संबंधित थानों में अभियोग दर्ज कर दिये गये हैं। जिला की डिंग पुलिस ने विश यादव पुत्र राधे यादव निवासी डिंग मोड़ को 10 बोतल देसी शराब के साथ डिंग मोड़ से काबू कर लिया है। वहीं शहर डबवाली पुलिस ने सट्टा खाईवाली करने के आरोप में अमृतपाल पुत्र कृष्णलाल निवासी वार्ड नंबर 17 मंडी डबवाली को 460 रुपये की सट्टा राशि सहित कस्बा डबवाली से काबू कर लिया है। शहर डबवाली पुलिस ने एक अन्य मामले में सट्टा खाईवाली करने के आरोप में सुरेन्द्र पुत्र प्रकाश चन्द्र निवासी वार्ड नंबर 4 मंडी डबवाली को 510 रुपये की सट्टा राशि के साथ मंडी डबवाली से काबू कर लिया है। जिला की कालांवाली पुलिस ने मोहन पुत्र जागर सिंह निवासी कालांवाली को सट््टाखाईवाली करने के आरोप में 210 रुपये की सट्टा राशि के साथ, जबकि शहर सरसा पुलिस ने रामू पुत्र बजरंगी निवासी फ्रैंडर्स कॉलोनी सिरसा को 505 रुपये की सट्टा राशि के साथ खैरपुर क्षेत्र से काबू कर लिया है। जिला की औढां पुलिस ने गुरनाम सिंह पुत्र हाकम सिंह निवासी टप्पी को 7 बोतल देसी शराब के साथ उसी के गांव से काबू कर लिया है। जिला की रानियां पुलिस ने सुरजाराम पुत्र इस्सर राम निवासी मत्तूवाला को 9 बोतल देसी शराब समेत उसी के गांव मत्तूवाला से जबकि मक्खन सिंह पुत्र रामप्रसाद निवासी मम्मडख़ेड़ा को 8 बोतल देसी शराब समेत उसी के गांव मम्मडख़ेड़ा से काबू कर लिया है।
इनेलो की राज्य कार्यकारिणी पुनर्गठित
डबवाली। इनेलो प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने पार्टी राज्य कार्यकारिणी का पुनर्गठन करते हुए नए पदाधिकारियों की घोषणा कर दी है। अशोक अरोडा की अध्यक्षता में गठित की गई नई राज्य कार्यकारिणी में पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधु (कुरूक्षेत्र), कांता देवी (झज्जर), बलवान सिंह मायना (रोहतक), सतवीर वर्मा (हिसार), रामभगत गुप्ता (हिसार), राव अजीत सिंह (रेवाड़ी), सुरजीत सिंह सौंढ़ा (अंबाला) को प्रदेश उपाध्यक्ष, डबवाली के विधायक डा. अजयसिंह चौटाला को प्रधान महासचिव नियुक्त किया है। प्रदेश के छह नए महासचिवों में पूर्व विधायक रामकुमार सैनी (सोनीपत), सुंदरलाल सेठी (रोहतक), अशोक शेरवाल (पंचकूला), डा. रामचंद्र जांगड़ा (जींद), डा. हरिचंद मिढ़ा विधायक (जींद), सुरेंद्र दहिया (सोनीपत) बनाए गए हैं।
इनके अलावा नए नियुक्त किए गए नौ प्रदेश सचिवों में श्रीमती सुमित्रा देवी (जींद), धर्मवीर बागोडिया (गुडगांव), अशोक कश्यप विधायक (करनाल), करतार सिंह सैनी (जींद), सरेश मित्तल (पानीपत), बलदेव सिंह घनघस (भिवानी), राव अमरसिंह (महेंद्रगढ़), लीलाराम गुज्र्जर (कैथल), रामकुमार ऐबला (करनाल) शामिल हैं। इसके अलावा कलायत के विधायक रामपाल माजरा को संगठन सचिव व डा. के सी बांगड़ को प्रदेश प्रवक्ता और राजकुमार रिढाउ को प्रचार सचिव, ईश्वर नारा को सहप्रचार सचिव व कृष्णगुप्ता (सोनीपत) को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
इनेलो के नए जिलाध्यक्षो में विधायक प्रदीप चौधरी को पंचकूला, बलविंद्र सिंह पूनियां को अंबाला, बुटासिंह लूखी को कुरूक्षेत्र, कैलाश भगत कैथल, पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह बरवाला को जींद, पदम जैन को सिरसा, पूर्व विधायक निशान सिंह को फतेहाबाद, लौहारू के विधायक धर्मपाल ओबरा को भिवानी, उम्मेद लोहान को हिसार, विधायक राव बहादुर सिंह को महेंद्रगढ़, पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत को गुडगांव, बलदेव अहलावलपुर को फरीदाबाद, धर्मपाल मकडौली को रोहतक, सतपाल पहलवान को झज्जर, पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया को सोनीपत, शुगनचंद रोड़ को पानीपत, यशवीर राणा को करनाल, विधायक बिशनलाल सैनी को यमुनानगर, पूर्व चेयरमैन बदरूद्दीन को मेवात, महेंद्र चौहान को पलवल व सुनील चौधरी एडवोकेट को रेवाडी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
पार्टी राज्य कार्यकारिणी के नए सदस्यों में यमुनानगर के पूर्व विधायक डा. मलिक चंद गंभीर, पूर्व विधायक कर्मसिंह डांगरा, पूर्व विधायक स्वतंत्र बाला चौधरी, पूर्व विधायक जिले सिंह जाखड, पूर्व विधायक पवन दिवान, पूर्व विधायक सूरजभान काजल, इंद्र सिंह ढुल, राव होशियार सिंह, अमीचंद सहरावत, बलवीर सिंह बहादुरगढ, कुलदीप सिंह शेखपुरा, जयप्रकाश कंबोज, धर्मवीर सिहाग, मायाराम, दरियावसिंह एडवोकेट, हरफुलखान भट्टी, जयभगवान कश्यप, रणबीर दहिया, बलवान सुहाग, भूपेंद्र सिंह जुलानी, पूर्व विधायक भागी राम, पूर्व विधायक राकेश कंबोज, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह कंबोज, पूर्व विधायक रणसिंह बैनिवाल, पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी, पूर्व विधायक बलवीर बाली, पूर्व विधायक शाहिदा खान, कंवरजीत सिंह प्रिंस, राजेंद्र धानक, महेंद्रसिंह लाकडा, पूर्व मंत्री कंवलसिंह, राजेंद्र गोयल, पूर्व विधायक डा.सीताराम, जगमाल सिंह, बलिंद्र सिंह लंडा, श्रीमती अनीता गोस्वामी, पूर्व चेयरमैन महेंद्रसिंह सैनी, जसवीर सिंह जस्सा, कृष्णगोपाल त्यागी, अशोक शर्मा व खिल्लाराम नरवाल के अलावा पार्टी के सभी मौजूदा सांसद व विधायक कार्यकारिणी के सदस्य होंगे।
राज्य कार्यकारिणी में नियुक्त किए गए विशेष आमंत्रित सदस्यों में सुरेश कांसल, राजवीर संतौडी, ईश्वरसिंह पूजम, कर्नल गजराज सिंह, अशोक भारद्वाज, ओमप्रकाश काला, सुंदर सिंह मलिक, बाबूराम गोयल, सतपाल चौहान, रविंद्र बतौड, राजकुमार सैनी, मेजर उमराव सिंह शेरगिल, रामसिंह कोडवा, रामराज मेहता, सज्जन सिंह ढुल्ल, ओमप्रकाश गुप्ता, नरेश जैन, प्रहलाद शर्मा, मास्टर महेंद्र मोर, राजेंद्र गोयल, शिव कुमार गुप्ता, बनारसी दास बाल्मिकी, बलदेव बाल्मिकी, सतीश यादव, धर्मपाल गुप्ता, श्रीमती रेखा राणा, रामपाल राणा, अशोक गोयल (लिलू), रामभगत शर्मा, श्रीमती पूनम सांगवान, पन्नालाल जैन, सूरतसिंह खटक, सतीश भल्लौट, भानाराम सैनी, डा. के सी काजल, जसवंत सिंह चीमा व पूर्व आईएएस अधिकारी ओमप्रकाश इंदौरा व हवा सिंह धनखड़ भी शामिल हैं।
इनके अलावा नए नियुक्त किए गए नौ प्रदेश सचिवों में श्रीमती सुमित्रा देवी (जींद), धर्मवीर बागोडिया (गुडगांव), अशोक कश्यप विधायक (करनाल), करतार सिंह सैनी (जींद), सरेश मित्तल (पानीपत), बलदेव सिंह घनघस (भिवानी), राव अमरसिंह (महेंद्रगढ़), लीलाराम गुज्र्जर (कैथल), रामकुमार ऐबला (करनाल) शामिल हैं। इसके अलावा कलायत के विधायक रामपाल माजरा को संगठन सचिव व डा. के सी बांगड़ को प्रदेश प्रवक्ता और राजकुमार रिढाउ को प्रचार सचिव, ईश्वर नारा को सहप्रचार सचिव व कृष्णगुप्ता (सोनीपत) को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
इनेलो के नए जिलाध्यक्षो में विधायक प्रदीप चौधरी को पंचकूला, बलविंद्र सिंह पूनियां को अंबाला, बुटासिंह लूखी को कुरूक्षेत्र, कैलाश भगत कैथल, पूर्व सांसद सुरेंद्र सिंह बरवाला को जींद, पदम जैन को सिरसा, पूर्व विधायक निशान सिंह को फतेहाबाद, लौहारू के विधायक धर्मपाल ओबरा को भिवानी, उम्मेद लोहान को हिसार, विधायक राव बहादुर सिंह को महेंद्रगढ़, पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत को गुडगांव, बलदेव अहलावलपुर को फरीदाबाद, धर्मपाल मकडौली को रोहतक, सतपाल पहलवान को झज्जर, पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया को सोनीपत, शुगनचंद रोड़ को पानीपत, यशवीर राणा को करनाल, विधायक बिशनलाल सैनी को यमुनानगर, पूर्व चेयरमैन बदरूद्दीन को मेवात, महेंद्र चौहान को पलवल व सुनील चौधरी एडवोकेट को रेवाडी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
पार्टी राज्य कार्यकारिणी के नए सदस्यों में यमुनानगर के पूर्व विधायक डा. मलिक चंद गंभीर, पूर्व विधायक कर्मसिंह डांगरा, पूर्व विधायक स्वतंत्र बाला चौधरी, पूर्व विधायक जिले सिंह जाखड, पूर्व विधायक पवन दिवान, पूर्व विधायक सूरजभान काजल, इंद्र सिंह ढुल, राव होशियार सिंह, अमीचंद सहरावत, बलवीर सिंह बहादुरगढ, कुलदीप सिंह शेखपुरा, जयप्रकाश कंबोज, धर्मवीर सिहाग, मायाराम, दरियावसिंह एडवोकेट, हरफुलखान भट्टी, जयभगवान कश्यप, रणबीर दहिया, बलवान सुहाग, भूपेंद्र सिंह जुलानी, पूर्व विधायक भागी राम, पूर्व विधायक राकेश कंबोज, पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह कंबोज, पूर्व विधायक रणसिंह बैनिवाल, पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी, पूर्व विधायक बलवीर बाली, पूर्व विधायक शाहिदा खान, कंवरजीत सिंह प्रिंस, राजेंद्र धानक, महेंद्रसिंह लाकडा, पूर्व मंत्री कंवलसिंह, राजेंद्र गोयल, पूर्व विधायक डा.सीताराम, जगमाल सिंह, बलिंद्र सिंह लंडा, श्रीमती अनीता गोस्वामी, पूर्व चेयरमैन महेंद्रसिंह सैनी, जसवीर सिंह जस्सा, कृष्णगोपाल त्यागी, अशोक शर्मा व खिल्लाराम नरवाल के अलावा पार्टी के सभी मौजूदा सांसद व विधायक कार्यकारिणी के सदस्य होंगे।
राज्य कार्यकारिणी में नियुक्त किए गए विशेष आमंत्रित सदस्यों में सुरेश कांसल, राजवीर संतौडी, ईश्वरसिंह पूजम, कर्नल गजराज सिंह, अशोक भारद्वाज, ओमप्रकाश काला, सुंदर सिंह मलिक, बाबूराम गोयल, सतपाल चौहान, रविंद्र बतौड, राजकुमार सैनी, मेजर उमराव सिंह शेरगिल, रामसिंह कोडवा, रामराज मेहता, सज्जन सिंह ढुल्ल, ओमप्रकाश गुप्ता, नरेश जैन, प्रहलाद शर्मा, मास्टर महेंद्र मोर, राजेंद्र गोयल, शिव कुमार गुप्ता, बनारसी दास बाल्मिकी, बलदेव बाल्मिकी, सतीश यादव, धर्मपाल गुप्ता, श्रीमती रेखा राणा, रामपाल राणा, अशोक गोयल (लिलू), रामभगत शर्मा, श्रीमती पूनम सांगवान, पन्नालाल जैन, सूरतसिंह खटक, सतीश भल्लौट, भानाराम सैनी, डा. के सी काजल, जसवंत सिंह चीमा व पूर्व आईएएस अधिकारी ओमप्रकाश इंदौरा व हवा सिंह धनखड़ भी शामिल हैं।
मासूमों के लिए आग में कूद गया था संजय ग्रोवर
डबवाली (डीडी गोयल) मेरे आंगन का चिराग बुझ गया, मुझे इसका गम नहीं है। बल्कि फक्र है इस बात का कि मेरे बेटे की शहादत से आज ओरों के आंगन के चिराग जगमगा रहे हैं।
ये शब्द हैं 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में करीब तीन दर्जन बच्चों को बचाने वाले डबवाली के शौर्य संजय ग्रोवर के पिता प्यारे लाल ग्रोवर के हैं। संजय ग्रोवर 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में बच्चों को बचाते समय बुरी तरह से झुलस गए थे। 1 जनवरी 1996 को उन्होंने संसार को अलविदा कह दिया था। एक ऐसा युवक जिसकी रग-रग में समाजसेवा बसी हुई थी। जरूरतमंदों की सहायता, जिसको वह अपना धर्म समझता था। ऐसा नौजवान जिसने मात्र 5वीं कक्षा में चिल्ड्रन क्लब बनाकर समाजसेवा करने का बीड़ा उठा लिया। 10वीं में उसने रोटरी इंट्रेक्ट नाम की संस्था खड़ी की। जिसने समाजसेवा में अग्रणि कार्य किए।
प्यारे लाल ग्रोवर के अनुसार संजय ग्रोवर को बचपन से ही समाजसेवा का बड़ा शौक था। अपने जेब खर्च को किसी जरूरतमंद पर लगा देना, उसने अपना कत्र्तव्य बना लिया था। संजय ग्रोवर की याद ताजा करते हुए उनके पिता ने बताया कि साल 1992 में उनके घर में धूमधाम से दीवाली मनाई जा रही थी। संजय के पास किसी का फोन आया कि एक गर्भवती महिला की हालत खराब है। फोन सुनते ही वह दौड़ चला। जब उसे रोका गया तो संजय का जवाब था कि यदि महिला का बच्चा या महिला मर गई, तो यह दीवाली उसके लिए काली दीवाली होगी। अगर उस घर में चिराग न जला तो दीवाली पर अपने घर में रोशनी का दीपक जलाने का क्या फायदा। ऐसी अनगिनत मिसाल हैं, जो केवल शब्दों में ब्यां नहीं की जा सकतीं।जरूरतमंद लड़कियों की शादी करने की बात हो या फिर मृत्यु शैय्या पर पड़े घायल को रक्त देने की बात हो। ऐसे कार्यों में संजय ग्रोवर हमेशा आगे रहता था।
संजय ग्रोवर ने जीवन और मौत के बीच संघर्ष करते हुए 1 जनवरी 1996 को सीएमसी लुधियाना में सुबह करीब 2.30 बजे प्राण त्याग दिये। इससे पूर्व उनके साथ उनके पिता प्यारे लाल ग्रोवर, माता मथरा देवी, भाई प्रवीण कुमार भी थे। बर्न यूनिट से इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट करते समय संजय ग्रोवर ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि अब मेरे जाने का समय हो गया है। मुझे खुशी-खुशी विदा करो। मेरे मरने के बाद रोना मत। बस! मेरी जिन्दगी इतनी ही थी। यदि मेरा बस चलता तो मैं और भी बच्चों को बचाता। मुझे अफसोस रहेगा कि मैं और बच्चे नहीं बचा पाया। इसके कुछ देर बाद संजय ने दम तोड़ दिया।
वे छात्र जीवन में मेधावी छात्र के रूप में जाने जाते थे। कालेज जीवन में यहां वे पढ़ाई में होशियार थे वहीं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय थे। उन्होंने 1991 में हरियाणा के बहादुर गढ़ में हरियाणा राज्य विज्ञान प्रर्दशनी में भाग लेकर दूसरा स्थान पाया। जबकि 1985 में गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली की तरफ से डल्हौजी में लगे यूथ लीडरशिप ट्रेनिंग शिविर में वैस्ट कैम्पर का पुरस्कार जीता था। 1984-85 में उन्हें कॉलेज के बेस्ट एक्टर का खिताब भी मिला। बीए की शिक्षा के बाद उन्होंने अपने व्यवसाय के साथ—साथ 19 बार रक्तदान करके कई जिंदगियों को बचाने का प्रयास किया।
उन्होंने अपने जीवन काल में जिला कांगड़ा में एक पहाड़ी पर बने माता जयंती मन्दिर के लिए सीढिय़ों के लिए सहयोग दिया और डबवाली में स्थित वैष्णों माता मन्दिर के निर्माण में अहम भूमिका निभाई और उसके सदस्य तथा मंदिर लंगर कमेटी के महासचिव रहे। 1992 और 1995 में सिरसा में घग्गर की बाढ़ के समय वहां जाकर पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की । यहीं नहीं वह अरोड़वंश हाईस्कूल, डीएवी स्कूल की स्थानीय कमेटी और डबवाली सिटीजन फोरम व रामबाग प्रबंधक कमेटी के सदस्य भी रहे। ग्रोवर रोट्रेक्ट क्लब के अध्यक्ष और महासचिव, रोटरी जिला 309 द्वारा 1992 में आयोजित रोटेशिया-92 कान्फ्रैंंस के अन्तर्गत कलकत्ता व नेपाल का 27 दिन के टूर पर रहे और जिला सिरसा से जाने वाले सदस्यों में बैस्ट सदस्य का पुरस्कार जीता।
नहीं मिला शौर्य पुरस्कार
डबवाली अग्निकांड के बाद अग्निकांड पीडि़त परिवारों से संवेदना व्यक्त करने आए उस समय के एमपी चन्द्रशेखर ने संजय ग्रोवर को शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए भारत सरकार को अपनी सिफारिश की थी। बाद में चन्द्रशेखर देश के प्रधानमंत्री भी रहे। लेकिन अपनी सिफारिश और संजय की बहादुरी उन्हें याद नहीं रही। अब समय है कि सरकार इस पर गौर करे और संजय ग्रोवर को मरणोपरांत शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करे। हालांकि ग्रोवर को मरणोपरांत उनके शौर्य के लिए 16 जनवरी 1996 को रेड एण्ड व्हाईट कम्पनी ने कोलकत्ता में आयोजित एक समारोह में छटे बहादुरी पुरस्कार तथा भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित किया।
पिता के नक्शेकदम पर बेटा
संजय ग्रोवर के दोनों बेटे पारूल ग्रोवर और नवनीत ग्रोवर अपने पिता के नक्शे कदम पर हैं। पारूल ग्रोवर अपने पिता की तरह रक्तदान के क्षेत्र में उतरा हुआ है। वहीं उसने अपने पिता संजय ग्रोवर के अधूरे रह गए सपने को पूरा करने का संकल्प लिया है। वह अपने पिता शहीद संजय ग्रोवर के नाम पर एक संस्था का निर्माण करने जा रहा है। जोकि गरीब कन्याओं की शादी और रक्तदान के क्षेत्र में अपना योगदान देगी। पारूल ग्रोवर के अनुसार ब्लड के बदले ब्लड की परम्परा तो ठीक है। लेकिन ब्लड के बदले पैसे मांगना यह ठीक नहीं। रक्तदान महादान है और मृत्यु शैय्या पर पड़े व्यक्ति से ब्लड के बदले पैसे मांगना उचित नहीं। इसी के कारण वह अपने पिता शहीद संजय ग्रोवर के नाम पर संस्था गठित करने जा रहा है, जिसका प्रत्येक सदस्य रक्त की जरूरत पडऩे पर रक्तदान के लिए तैयार खड़ा होगा।
ये शब्द हैं 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में करीब तीन दर्जन बच्चों को बचाने वाले डबवाली के शौर्य संजय ग्रोवर के पिता प्यारे लाल ग्रोवर के हैं। संजय ग्रोवर 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में बच्चों को बचाते समय बुरी तरह से झुलस गए थे। 1 जनवरी 1996 को उन्होंने संसार को अलविदा कह दिया था। एक ऐसा युवक जिसकी रग-रग में समाजसेवा बसी हुई थी। जरूरतमंदों की सहायता, जिसको वह अपना धर्म समझता था। ऐसा नौजवान जिसने मात्र 5वीं कक्षा में चिल्ड्रन क्लब बनाकर समाजसेवा करने का बीड़ा उठा लिया। 10वीं में उसने रोटरी इंट्रेक्ट नाम की संस्था खड़ी की। जिसने समाजसेवा में अग्रणि कार्य किए।
प्यारे लाल ग्रोवर के अनुसार संजय ग्रोवर को बचपन से ही समाजसेवा का बड़ा शौक था। अपने जेब खर्च को किसी जरूरतमंद पर लगा देना, उसने अपना कत्र्तव्य बना लिया था। संजय ग्रोवर की याद ताजा करते हुए उनके पिता ने बताया कि साल 1992 में उनके घर में धूमधाम से दीवाली मनाई जा रही थी। संजय के पास किसी का फोन आया कि एक गर्भवती महिला की हालत खराब है। फोन सुनते ही वह दौड़ चला। जब उसे रोका गया तो संजय का जवाब था कि यदि महिला का बच्चा या महिला मर गई, तो यह दीवाली उसके लिए काली दीवाली होगी। अगर उस घर में चिराग न जला तो दीवाली पर अपने घर में रोशनी का दीपक जलाने का क्या फायदा। ऐसी अनगिनत मिसाल हैं, जो केवल शब्दों में ब्यां नहीं की जा सकतीं।जरूरतमंद लड़कियों की शादी करने की बात हो या फिर मृत्यु शैय्या पर पड़े घायल को रक्त देने की बात हो। ऐसे कार्यों में संजय ग्रोवर हमेशा आगे रहता था।
संजय ग्रोवर ने जीवन और मौत के बीच संघर्ष करते हुए 1 जनवरी 1996 को सीएमसी लुधियाना में सुबह करीब 2.30 बजे प्राण त्याग दिये। इससे पूर्व उनके साथ उनके पिता प्यारे लाल ग्रोवर, माता मथरा देवी, भाई प्रवीण कुमार भी थे। बर्न यूनिट से इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट करते समय संजय ग्रोवर ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि अब मेरे जाने का समय हो गया है। मुझे खुशी-खुशी विदा करो। मेरे मरने के बाद रोना मत। बस! मेरी जिन्दगी इतनी ही थी। यदि मेरा बस चलता तो मैं और भी बच्चों को बचाता। मुझे अफसोस रहेगा कि मैं और बच्चे नहीं बचा पाया। इसके कुछ देर बाद संजय ने दम तोड़ दिया।
वे छात्र जीवन में मेधावी छात्र के रूप में जाने जाते थे। कालेज जीवन में यहां वे पढ़ाई में होशियार थे वहीं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय थे। उन्होंने 1991 में हरियाणा के बहादुर गढ़ में हरियाणा राज्य विज्ञान प्रर्दशनी में भाग लेकर दूसरा स्थान पाया। जबकि 1985 में गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली की तरफ से डल्हौजी में लगे यूथ लीडरशिप ट्रेनिंग शिविर में वैस्ट कैम्पर का पुरस्कार जीता था। 1984-85 में उन्हें कॉलेज के बेस्ट एक्टर का खिताब भी मिला। बीए की शिक्षा के बाद उन्होंने अपने व्यवसाय के साथ—साथ 19 बार रक्तदान करके कई जिंदगियों को बचाने का प्रयास किया।
उन्होंने अपने जीवन काल में जिला कांगड़ा में एक पहाड़ी पर बने माता जयंती मन्दिर के लिए सीढिय़ों के लिए सहयोग दिया और डबवाली में स्थित वैष्णों माता मन्दिर के निर्माण में अहम भूमिका निभाई और उसके सदस्य तथा मंदिर लंगर कमेटी के महासचिव रहे। 1992 और 1995 में सिरसा में घग्गर की बाढ़ के समय वहां जाकर पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की । यहीं नहीं वह अरोड़वंश हाईस्कूल, डीएवी स्कूल की स्थानीय कमेटी और डबवाली सिटीजन फोरम व रामबाग प्रबंधक कमेटी के सदस्य भी रहे। ग्रोवर रोट्रेक्ट क्लब के अध्यक्ष और महासचिव, रोटरी जिला 309 द्वारा 1992 में आयोजित रोटेशिया-92 कान्फ्रैंंस के अन्तर्गत कलकत्ता व नेपाल का 27 दिन के टूर पर रहे और जिला सिरसा से जाने वाले सदस्यों में बैस्ट सदस्य का पुरस्कार जीता।
नहीं मिला शौर्य पुरस्कार
डबवाली अग्निकांड के बाद अग्निकांड पीडि़त परिवारों से संवेदना व्यक्त करने आए उस समय के एमपी चन्द्रशेखर ने संजय ग्रोवर को शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए भारत सरकार को अपनी सिफारिश की थी। बाद में चन्द्रशेखर देश के प्रधानमंत्री भी रहे। लेकिन अपनी सिफारिश और संजय की बहादुरी उन्हें याद नहीं रही। अब समय है कि सरकार इस पर गौर करे और संजय ग्रोवर को मरणोपरांत शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करे। हालांकि ग्रोवर को मरणोपरांत उनके शौर्य के लिए 16 जनवरी 1996 को रेड एण्ड व्हाईट कम्पनी ने कोलकत्ता में आयोजित एक समारोह में छटे बहादुरी पुरस्कार तथा भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित किया।
पिता के नक्शेकदम पर बेटा
संजय ग्रोवर के दोनों बेटे पारूल ग्रोवर और नवनीत ग्रोवर अपने पिता के नक्शे कदम पर हैं। पारूल ग्रोवर अपने पिता की तरह रक्तदान के क्षेत्र में उतरा हुआ है। वहीं उसने अपने पिता संजय ग्रोवर के अधूरे रह गए सपने को पूरा करने का संकल्प लिया है। वह अपने पिता शहीद संजय ग्रोवर के नाम पर एक संस्था का निर्माण करने जा रहा है। जोकि गरीब कन्याओं की शादी और रक्तदान के क्षेत्र में अपना योगदान देगी। पारूल ग्रोवर के अनुसार ब्लड के बदले ब्लड की परम्परा तो ठीक है। लेकिन ब्लड के बदले पैसे मांगना यह ठीक नहीं। रक्तदान महादान है और मृत्यु शैय्या पर पड़े व्यक्ति से ब्लड के बदले पैसे मांगना उचित नहीं। इसी के कारण वह अपने पिता शहीद संजय ग्रोवर के नाम पर संस्था गठित करने जा रहा है, जिसका प्रत्येक सदस्य रक्त की जरूरत पडऩे पर रक्तदान के लिए तैयार खड़ा होगा।
26 दिसंबर 2010
पत्नी, दो बेटियों को भाखड़ा में फेंका
डबवाली (लहू की लौ) गांव मौजगढ़ में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी सहित दो बेटियों को भाखड़ा नहर में धकेल दिया। जबकि एक बच्ची जीवित बाहर निकाल ली गई और उसकी पत्नी तथा एक बेटी पानी में बह गई।
शनिवार सुबह 9 बजे भाखड़ा नहर मौजगढ़ पर तैनात कैनाल गार्ड अमित कुमार ने देखा कि नहर में डबवाली-रानिया रोड़ पर स्थित मौजगढ़ हैड बुर्जी नं. 401500 साईड से एक बालिका बहती हुई आ रही है। वह तुरन्त नहर में कूद गया उसे बाहर निकाल लाया। अमित कुमार (26) पुत्र हरबन्स लाल दीवानखेड़ा ने बताया कि जब बच्ची को बाहर निकाला गया तो बच्ची रो रही थी तथा सर्दी से कांप रही थी। उसने बच्ची के लिए आग जलाई और उसे आग सेंका कर सर्दी से राहत दिलाई और घटना की सूचना गांव वालों को दी। उसके अनुसार बच्ची इतनी घबराई हुई थी कि वह रोने के सिवाय कुछ भी नहीं बोल रही थी।
भाखड़ा नहर से बच्ची मिलने की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे ग्रामीणों को देख कर बच्ची में हौसला और उसने पूछने पर अपना नाम शबनप्रीत बताते हुए आपबीती बताई। शबनप्रीत (7) ने बताया कि उसके डैडी ने उसे, उसकी मां तथा उसकी बहन को नहर में फेंक दिया था। इस बच्ची को गांव वालों ने गांव की दाई भजनों पत्नी कौर सिंह के हवाले कर दिया ताकि इसको किसी प्रकार की परेशानी न हो और अपने बारे में सही ढंग से बता सके।
मौका पर पहुंचे थाना सदर प्रभारी एसआई रतन लाल ने भी शबनप्रीत से पूछताछ की जिसमें लड़की ने यहीं कहा कि उसके डैडी ने उसे, उसकी मां तथा बहन को नहर में फेंक दिया था। थाना प्रभारी ने बताया कि नहर में धकेली गई बच्ची की माता तथा बहन को निकालने के लिए गोताखोरों का प्रबंध किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार यह नहर लगभग 25 फुट गहरी है। इतनी गहराई में जाने के बाद संभव है कि नहर में धकेली गई महिला और उसकी बेटी का बचना मुश्किल है।
गांव दोदा जिला मुक्तसर के शेरा सिंह उर्फ काला (27) पुत्र टहल सिंह ने बताया कि वह गांव से पिछले अढ़ाई माह पूर्व ही गांव मौजगढ़ के एकाप्त फार्म हाऊस पर नौकरी के लिए आया है। खेत मजदूरी के साथ-साथ वहां रसोईए का काम भी करता है और पास ही ढाणी में वह अपने परिवार के साथ रह रहा है। उसकी पत्नी कुलदीप कौर (25) जब कभी बीमार होती तो वह गांव के आरएमपी डॉक्टर से उसे दवा दिला देता। लेकिन शुक्रवार रात को वह उल्टियां करने लगी तो शनिवार सुबह वह उसे लेकर गांव के डॉक्टर के पास पैदल ही आ रहा था कि रास्ते में मौजगढ़ हैड के पास आकर उसकी पत्नी ने कहा कि वह नहर में गिर कर मरेगी। चंूंकि वह उसे किसी अच्छे डॉक्टर को नहीं दिखाता। साथ में उसने यह भी कहा कि उसने चूहे मारने वाली गोलियां रात को निगल ली हैं और इससे तो वह मरी नहीं अब नहर में कूद कर जान देगी।
शेरा के अनुसार उसने उसे मनाने का प्रयास किया। वे नहर की पटरी-पटरी पर चलते गये। इसी दौरान उन्होंने नहर की पटरी के पास बैठ कर आग भी सेंकी। उसे लगा कि शायद वह इस दौरान अपनी पत्नी को मना लेगा। उसने उसे बताया कि उसकी मात्र 3000 रूपये प्रतिमाह पगार है और उनका खाता गांव के डॉक्टर के पास चल रहा है तो वह उसी से ही दवा ले ले। लेकिन बार-बार उसके कहने पर वह तो आज नहर में कूद कर मरेगी ही। इस पर वह तैश में आ गया और उसने उसे अपनी दो बेटियों सहित नहर में धक्का दे दिया। उसने यह भी बताया कि देर रात को काम से घर वापिस लौटने के कारण उसकी पत्नी उसके चरित्र पर संदेह करती थी और उससे इस बात को लेकर झगड़ती रहती थी।
शनिवार सुबह 9 बजे भाखड़ा नहर मौजगढ़ पर तैनात कैनाल गार्ड अमित कुमार ने देखा कि नहर में डबवाली-रानिया रोड़ पर स्थित मौजगढ़ हैड बुर्जी नं. 401500 साईड से एक बालिका बहती हुई आ रही है। वह तुरन्त नहर में कूद गया उसे बाहर निकाल लाया। अमित कुमार (26) पुत्र हरबन्स लाल दीवानखेड़ा ने बताया कि जब बच्ची को बाहर निकाला गया तो बच्ची रो रही थी तथा सर्दी से कांप रही थी। उसने बच्ची के लिए आग जलाई और उसे आग सेंका कर सर्दी से राहत दिलाई और घटना की सूचना गांव वालों को दी। उसके अनुसार बच्ची इतनी घबराई हुई थी कि वह रोने के सिवाय कुछ भी नहीं बोल रही थी।
भाखड़ा नहर से बच्ची मिलने की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे ग्रामीणों को देख कर बच्ची में हौसला और उसने पूछने पर अपना नाम शबनप्रीत बताते हुए आपबीती बताई। शबनप्रीत (7) ने बताया कि उसके डैडी ने उसे, उसकी मां तथा उसकी बहन को नहर में फेंक दिया था। इस बच्ची को गांव वालों ने गांव की दाई भजनों पत्नी कौर सिंह के हवाले कर दिया ताकि इसको किसी प्रकार की परेशानी न हो और अपने बारे में सही ढंग से बता सके।
मौका पर पहुंचे थाना सदर प्रभारी एसआई रतन लाल ने भी शबनप्रीत से पूछताछ की जिसमें लड़की ने यहीं कहा कि उसके डैडी ने उसे, उसकी मां तथा बहन को नहर में फेंक दिया था। थाना प्रभारी ने बताया कि नहर में धकेली गई बच्ची की माता तथा बहन को निकालने के लिए गोताखोरों का प्रबंध किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार यह नहर लगभग 25 फुट गहरी है। इतनी गहराई में जाने के बाद संभव है कि नहर में धकेली गई महिला और उसकी बेटी का बचना मुश्किल है।
गांव दोदा जिला मुक्तसर के शेरा सिंह उर्फ काला (27) पुत्र टहल सिंह ने बताया कि वह गांव से पिछले अढ़ाई माह पूर्व ही गांव मौजगढ़ के एकाप्त फार्म हाऊस पर नौकरी के लिए आया है। खेत मजदूरी के साथ-साथ वहां रसोईए का काम भी करता है और पास ही ढाणी में वह अपने परिवार के साथ रह रहा है। उसकी पत्नी कुलदीप कौर (25) जब कभी बीमार होती तो वह गांव के आरएमपी डॉक्टर से उसे दवा दिला देता। लेकिन शुक्रवार रात को वह उल्टियां करने लगी तो शनिवार सुबह वह उसे लेकर गांव के डॉक्टर के पास पैदल ही आ रहा था कि रास्ते में मौजगढ़ हैड के पास आकर उसकी पत्नी ने कहा कि वह नहर में गिर कर मरेगी। चंूंकि वह उसे किसी अच्छे डॉक्टर को नहीं दिखाता। साथ में उसने यह भी कहा कि उसने चूहे मारने वाली गोलियां रात को निगल ली हैं और इससे तो वह मरी नहीं अब नहर में कूद कर जान देगी।
शेरा के अनुसार उसने उसे मनाने का प्रयास किया। वे नहर की पटरी-पटरी पर चलते गये। इसी दौरान उन्होंने नहर की पटरी के पास बैठ कर आग भी सेंकी। उसे लगा कि शायद वह इस दौरान अपनी पत्नी को मना लेगा। उसने उसे बताया कि उसकी मात्र 3000 रूपये प्रतिमाह पगार है और उनका खाता गांव के डॉक्टर के पास चल रहा है तो वह उसी से ही दवा ले ले। लेकिन बार-बार उसके कहने पर वह तो आज नहर में कूद कर मरेगी ही। इस पर वह तैश में आ गया और उसने उसे अपनी दो बेटियों सहित नहर में धक्का दे दिया। उसने यह भी बताया कि देर रात को काम से घर वापिस लौटने के कारण उसकी पत्नी उसके चरित्र पर संदेह करती थी और उससे इस बात को लेकर झगड़ती रहती थी।
25 दिसंबर 2010
खाद्य वस्तुओं पर टैक्स समाप्त करे सरकार-गर्ग
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रदेशाध्यक्ष तथा कॉन्फेड के चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने कहा कि 1 अप्रैल 2010 को करों का सरलीकरण करते हुए सरकार ने जीएसटी नाम से कर लगाने की योजना बनाई है। जिसका व्यापारियों को कर अदा करने में सुविधा रहेगी। उन्हें अलग-अलग से कर अदा नहीं करने पड़ेंगे।
वे शुक्रवार को मण्डल के शाखा अध्यक्ष इन्द्र जैन के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को जीएसटी लागू करने से पूर्व सोच-विचार कर खाद्य वस्तुओं को कर मुक्त तथा आम प्रयोग वाली वस्तुओं पर न्यूनतम टैक्स घोषित कर देना चाहिए, ताकि आम व्यक्ति को राहत मिल सके। गर्ग ने कहा कि सरकार उद्योग नीति 2005 का सरलीकरण करने जा रही है। नीति के लागू होते ही सिंगल विंडो सिस्टम शुरू हो जाएगा। उद्योग स्थापित करने के लिए जरूरी एनओसी लेने के लिए पहले व्यापारी को विभिन्न विभागों के धक्के खाने पड़ते थे। लेकिन अब एक ही विंडो पर उसे किसी भी विभाग की एनओसी मिल सकेगी। नई उद्योग नीति जनवरी 2010 में लागू होने की उम्मीद है। नीति लागू होते ही शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्राम स्तर पर भी उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपने निजी फायदे के लिए व्यापारी को दबाने वाले किसी भी सरकारी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, सरकार की मदद से उसे खुड्डे लाईन लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार बनाने में प्रदेश के व्यापारियों ने अहम रोल अदा किया है। व्यापारियों की बदौलत ही हुड्डा दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। चौटाला सरकार में प्रदेश के किसान, व्यापारी तथा आम व्यक्ति पर जुल्म ढहाए जाते थे। प्रदेश में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं था। इसके चलते ही प्रदेश के कई व्यापारी पलायन करने को मजबूर हुए। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने सही मायने में प्रदेश में प्रजातंत्र की स्थापना की है। जिसके कारण व्यापारियों को उनका हक मिला।
व्यापारी नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान हितैषी होने का दम भरने वाले चौटाला ने आज तक एक भी कार्य किसानों के हित में नहीं किया। अलबत्ता वे आज हरियाणा की सबसे अहम योजना भूमि अधिग्रहण की आलोचना कर रहे हैं। जिसमें किसान को लाखों रूपए मुआवजा तथा वर्षों तक रॉयल्टी देने का प्रावधान है। हालांकि चौटाला के राज्यकाल में किसान को उसकी जमीन के अधिग्रहण के बदले दो-अढ़ाई लाख रूपए से ज्यादा राशि नहीं दी जाती थी।
इस अवसर पर व्यापारी नेता हीरा लाल शर्मा, इन्द्र जैन, प्रकाश चन्द बांसल, बख्तावर मल दर्दी, जगसीर सिंह मिठड़ी, प्रवीण सिंगला, दविन्द्र मित्तल, प्रेम सिंह सेठी, पवन गर्ग, जगदीप सूर्या, केके कामरा, सुरेंद्र सिंगला, मनीष जैन, आशू जैन आदि उपस्थित थे।
वे शुक्रवार को मण्डल के शाखा अध्यक्ष इन्द्र जैन के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को जीएसटी लागू करने से पूर्व सोच-विचार कर खाद्य वस्तुओं को कर मुक्त तथा आम प्रयोग वाली वस्तुओं पर न्यूनतम टैक्स घोषित कर देना चाहिए, ताकि आम व्यक्ति को राहत मिल सके। गर्ग ने कहा कि सरकार उद्योग नीति 2005 का सरलीकरण करने जा रही है। नीति के लागू होते ही सिंगल विंडो सिस्टम शुरू हो जाएगा। उद्योग स्थापित करने के लिए जरूरी एनओसी लेने के लिए पहले व्यापारी को विभिन्न विभागों के धक्के खाने पड़ते थे। लेकिन अब एक ही विंडो पर उसे किसी भी विभाग की एनओसी मिल सकेगी। नई उद्योग नीति जनवरी 2010 में लागू होने की उम्मीद है। नीति लागू होते ही शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्राम स्तर पर भी उद्योग स्थापित किए जाएंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपने निजी फायदे के लिए व्यापारी को दबाने वाले किसी भी सरकारी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, सरकार की मदद से उसे खुड्डे लाईन लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार बनाने में प्रदेश के व्यापारियों ने अहम रोल अदा किया है। व्यापारियों की बदौलत ही हुड्डा दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। चौटाला सरकार में प्रदेश के किसान, व्यापारी तथा आम व्यक्ति पर जुल्म ढहाए जाते थे। प्रदेश में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं था। इसके चलते ही प्रदेश के कई व्यापारी पलायन करने को मजबूर हुए। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने सही मायने में प्रदेश में प्रजातंत्र की स्थापना की है। जिसके कारण व्यापारियों को उनका हक मिला।
व्यापारी नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान हितैषी होने का दम भरने वाले चौटाला ने आज तक एक भी कार्य किसानों के हित में नहीं किया। अलबत्ता वे आज हरियाणा की सबसे अहम योजना भूमि अधिग्रहण की आलोचना कर रहे हैं। जिसमें किसान को लाखों रूपए मुआवजा तथा वर्षों तक रॉयल्टी देने का प्रावधान है। हालांकि चौटाला के राज्यकाल में किसान को उसकी जमीन के अधिग्रहण के बदले दो-अढ़ाई लाख रूपए से ज्यादा राशि नहीं दी जाती थी।
इस अवसर पर व्यापारी नेता हीरा लाल शर्मा, इन्द्र जैन, प्रकाश चन्द बांसल, बख्तावर मल दर्दी, जगसीर सिंह मिठड़ी, प्रवीण सिंगला, दविन्द्र मित्तल, प्रेम सिंह सेठी, पवन गर्ग, जगदीप सूर्या, केके कामरा, सुरेंद्र सिंगला, मनीष जैन, आशू जैन आदि उपस्थित थे।
खत्म हुई लव स्टोरी
घर से भागे प्रेमी जोड़े ने जहर निगला, मौत
डबवाली (लहू की लौ) रामा मंडी से भागे पे्रमी जोड़े ने जहर निगल कर मंडी किलियांवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में अपनी जान दे दी। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने घटना की तो पुष्टि की लेकिन अपनी परिसीमा में न होने की बात कह कर कार्यवाही से पल्ला झाड़ लिया।
बुधवार को रामा मंडी का एक प्रेमी जोड़ा भाग कर डबवाली में आ गया और रात को पे्रमी ने अपने जीजा को फोन करके बताया कि उन्होंने अपनी जो कार्यवाही डालनी थी वह डाल दी। अब वह उन्हें डबवाली के बठिंडा चौक से आकर ले जाये। प्रेमी का जीजा जब बठिंडा चौक डबवाली में पहुंचा तो उसने देखा कि उसका साला और साथ आयी लड़की उल्टियां कर रहे हैं। इसका कारण पूछने पर उसके साले ने बताया कि उन्होंने तो जहर निगल लिया है। वह तुरन्त उन्हें मंडी किलियांवाली स्थित राज अस्पताल में उपचार के लिए ले गये। लेकिन रात को करीब पौने 11 बजे प्रेमी जोड़े ने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना किलियांवाली पुलिस चौकी को अस्पताल के डॉक्टर ने दी।
किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल ने बताया कि उन्हें घटना की जैसे ही जानकारी मिली तो उसने मौका पर हवलदार गमदूर सिंह को भेजा। लेकिन दोनों गंभीर हालत में होने के कारण ब्यान देने के काबिल नहीं थे। इस मौके पर उन्हें बादल कलोनी, मंडी किलियांवाली निवासी सुरेन्द्र सिंह मिला। जिसने हवलदार को बताया कि गंभीर हालत में पड़ा हुआ युवक उसका जगजीत सिंह (15) पुत्र मेजर सिंह निवासी तिगड़ी है जो कि रामा मंडी की गैस एजेंसी पर नौकरी करता है। बुधवार को उसका साला एक लड़की को रामा मंडी से ही भगा कर डबवाली ले आया और उसे फोन पर इन लोगों ने बठिंडा चौक डबवाली आने के लिए कहा। वह वहां पहुंचा तो इन्होंने बताया कि उन दोनों में प्रेम चलता था लेकिन वह इक्_े नहीं हो सकते थे। जिसके चलते उन्होंने जहर निगल लिया है। वह इन्हें राज अस्पताल मंडी किलियांवाली में उपचार के लिए ले आया। उसने यह भी बताया कि उसके साले के साथ जो लड़की है उसका नाम सरोज (14) पुत्री हंसराज निवासी रामा मंडी है।
इसी दौरान मौका पर रामा मंडी का हंसराज भी पहुंच गया। जिसने बताया कि उसकी बेटी सरोज 8वीं कक्षा की छात्रा है। बुधवार सुबह वह स्कूल जाने का कह कर घर से गई थी। उसके बाद शाम को उन्होंने तालाश भी की लेकिन उन्हें पता नहीं चला। लेकिन उन्हें रात को जैसे ही फोन मिला कि उसकी बेटी अस्पताल में दाखिल है तो वह यहां चला आया। चौकी प्रभारी ने बताया कि जांच के बाद उन्होंने पाया कि रकबा हरियाणा की डबवाली पुलिस या रामा मंडी पुलिस की कार्यवाही है तो उन्होंने तुरन्त इसकी सूचना रामा मंडी पुलिस को दी।
मौका पर पहुंचे थाना रामा मंडी के एएसआई जगदीप सिंह ने बताया कि कार्यवाही क्षेत्र उनका नहीं बनता। किलियांवाली पुलिस या मंडी डबवाली पुलिस इस पर अपनी कार्यवाही कर सकती है। वैसे दोनों पक्षों में समझौता हो गया है और वह किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
थाना शहर डबवाली पुलिस के प्रभारी इंस्पेक्टर जसवन्त जस्सू से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना हमारे पास आई थी लेकिन घटनास्थल रामा मंडी का है इसलिए कार्यवाही का दायित्व रामा मंडी पुलिस का है।
राज अस्पताल के डॉक्टर मुकेश गोयल ने बताया कि बुधवार रात को लगभग 9 बले उनके पास सरोज तथा जगजीत को उपचार के लिए लाया गया था। इन दोनों ने सल्फास निगली हुई थी। उन्होंने उपचार का भरसक प्रयास किया लेकिन इन दोनों ने जहर के असर के चलते रात्रि पौने 11 बजे दम तोड़ दिया। वीरवार दोपहर बाद शवों को उनके अभिभावकों को रामा मंडी पुलिस के एएसआई जगदीप सिंह की उपस्थिति में सौंप दिया।
डबवाली (लहू की लौ) रामा मंडी से भागे पे्रमी जोड़े ने जहर निगल कर मंडी किलियांवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में अपनी जान दे दी। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने घटना की तो पुष्टि की लेकिन अपनी परिसीमा में न होने की बात कह कर कार्यवाही से पल्ला झाड़ लिया।
बुधवार को रामा मंडी का एक प्रेमी जोड़ा भाग कर डबवाली में आ गया और रात को पे्रमी ने अपने जीजा को फोन करके बताया कि उन्होंने अपनी जो कार्यवाही डालनी थी वह डाल दी। अब वह उन्हें डबवाली के बठिंडा चौक से आकर ले जाये। प्रेमी का जीजा जब बठिंडा चौक डबवाली में पहुंचा तो उसने देखा कि उसका साला और साथ आयी लड़की उल्टियां कर रहे हैं। इसका कारण पूछने पर उसके साले ने बताया कि उन्होंने तो जहर निगल लिया है। वह तुरन्त उन्हें मंडी किलियांवाली स्थित राज अस्पताल में उपचार के लिए ले गये। लेकिन रात को करीब पौने 11 बजे प्रेमी जोड़े ने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना किलियांवाली पुलिस चौकी को अस्पताल के डॉक्टर ने दी।
किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल ने बताया कि उन्हें घटना की जैसे ही जानकारी मिली तो उसने मौका पर हवलदार गमदूर सिंह को भेजा। लेकिन दोनों गंभीर हालत में होने के कारण ब्यान देने के काबिल नहीं थे। इस मौके पर उन्हें बादल कलोनी, मंडी किलियांवाली निवासी सुरेन्द्र सिंह मिला। जिसने हवलदार को बताया कि गंभीर हालत में पड़ा हुआ युवक उसका जगजीत सिंह (15) पुत्र मेजर सिंह निवासी तिगड़ी है जो कि रामा मंडी की गैस एजेंसी पर नौकरी करता है। बुधवार को उसका साला एक लड़की को रामा मंडी से ही भगा कर डबवाली ले आया और उसे फोन पर इन लोगों ने बठिंडा चौक डबवाली आने के लिए कहा। वह वहां पहुंचा तो इन्होंने बताया कि उन दोनों में प्रेम चलता था लेकिन वह इक्_े नहीं हो सकते थे। जिसके चलते उन्होंने जहर निगल लिया है। वह इन्हें राज अस्पताल मंडी किलियांवाली में उपचार के लिए ले आया। उसने यह भी बताया कि उसके साले के साथ जो लड़की है उसका नाम सरोज (14) पुत्री हंसराज निवासी रामा मंडी है।
इसी दौरान मौका पर रामा मंडी का हंसराज भी पहुंच गया। जिसने बताया कि उसकी बेटी सरोज 8वीं कक्षा की छात्रा है। बुधवार सुबह वह स्कूल जाने का कह कर घर से गई थी। उसके बाद शाम को उन्होंने तालाश भी की लेकिन उन्हें पता नहीं चला। लेकिन उन्हें रात को जैसे ही फोन मिला कि उसकी बेटी अस्पताल में दाखिल है तो वह यहां चला आया। चौकी प्रभारी ने बताया कि जांच के बाद उन्होंने पाया कि रकबा हरियाणा की डबवाली पुलिस या रामा मंडी पुलिस की कार्यवाही है तो उन्होंने तुरन्त इसकी सूचना रामा मंडी पुलिस को दी।
मौका पर पहुंचे थाना रामा मंडी के एएसआई जगदीप सिंह ने बताया कि कार्यवाही क्षेत्र उनका नहीं बनता। किलियांवाली पुलिस या मंडी डबवाली पुलिस इस पर अपनी कार्यवाही कर सकती है। वैसे दोनों पक्षों में समझौता हो गया है और वह किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
थाना शहर डबवाली पुलिस के प्रभारी इंस्पेक्टर जसवन्त जस्सू से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना हमारे पास आई थी लेकिन घटनास्थल रामा मंडी का है इसलिए कार्यवाही का दायित्व रामा मंडी पुलिस का है।
राज अस्पताल के डॉक्टर मुकेश गोयल ने बताया कि बुधवार रात को लगभग 9 बले उनके पास सरोज तथा जगजीत को उपचार के लिए लाया गया था। इन दोनों ने सल्फास निगली हुई थी। उन्होंने उपचार का भरसक प्रयास किया लेकिन इन दोनों ने जहर के असर के चलते रात्रि पौने 11 बजे दम तोड़ दिया। वीरवार दोपहर बाद शवों को उनके अभिभावकों को रामा मंडी पुलिस के एएसआई जगदीप सिंह की उपस्थिति में सौंप दिया।
माईनर से युवती का शव मिला
डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस को डबवाली माईनर में लखुआना रोड़ पर गोबिंदगढ़ गांव के पास एक युवती की लाश मिली है।
मामले को देख रहे थाना सदन के एसआई सीता राम ने बताया कि पुलिस को गांव मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह ने सूचना दी कि उनके गांव के पास गोबिंदगढ़ रकबा में लखुआना रोड़ पर डबवाली माईनर में युवती की लाश बह रही है। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने लाश को माईनर से निकलवाया। उनके अनुसार अज्ञात लड़की की आयु 20-22 वर्ष आंकी जा रही है। युवती ने नीली सलवार और नीला ही अण्डरवियर तथा सफेद रंग की पजामी पहनी हुई है। जबकि गले में सफेद रंग की ब्रा है। कान में झुमके डाले हुए हैं, एक कान का झुमका टूटा हुआ है, पैरों में नीले और सफेद रंग के स्पोट्र्स शू पहने हुए हैं और साथ में नीली जुराबें भी। उन्होंने बताया कि फिलहाल शव पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है। पुलिस का मानना है कि लाश एक-आध दिन पुरानी हो सकती है। मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो पाएगा।
लाश को पहचान के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में डैड हाऊस में रखा गया है। उनके अनुसार लगता है कि पीछे से यह लाश बहकर आई है।
शक पैदा करने वाले प्रश्न?
लड़की के शरीर पर कम कपड़े हैं। अगर लड़की ने आत्महत्या की होती, तो उसके शरीर पर कपड़े पूरे होते? पहने कपड़ों के रंग से लगता है कि युवती छात्रा या किसी भी संस्था की सदस्य हो सकती है।
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