डबवाली | लिव इन रिलेशनशिप में हमउम्र युवक दलीप सिंह के साथ रहने वाली एक महिला राधा की जहरीले पदार्थ के सेवन से मौत हो गई। घटना खुइयांमलकाना गांव में हुई। पुलिस ने महिला की मौत को इत्तफाकिया मानते हुए पोस्टमार्टम कराकर लाश युवक के हवाले कर दी।
फोन पर हुई थी दोस्ती
महिला की युवक से फोन पर दोस्ती हुई जिसके बाद वह उसके साथ रहने लगी। मगर वह कौन थी, कहां की थी और उसका क्या अतीत था, इन सवालों के जवाब दलीप ने पुलिस को नहीं दिए हैं। दलीप सिंह (30) पुत्र कृष्ण कुमार बिश्नोई नौवीं कक्षा तक पढ़ा है और खेती करता है। करीब पांच माह पहले हमउम्र महिला उसके संपर्क में आई। महिला ने खुद का नाम राधा बताया और दलीप के साथ रहने लगी।
दोनों की जान-पहचान मोबाइल फोन की मिस कॉल से हुई। दलीप के अनुसार करीब पांच महीने पहले उसके मोबाइल पर एक अन्य मोबाइल से मिस कॉल आई। उसने जवाब में फोन लगाया तो फोन महिला ने रिसीव किया और खुद का नाम राधा बताया। फोन पर बातचीत के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई। कुछ दिन बाद महिला गांव खुइयांमलकाना में उसके पास आ गई और साथ पत्नी के रूप में रहने लगी। दलीप के अनुसार महिला ने अपने अतीत के बारे में कभी कुछ भी नहीं बताया। यह भी नहीं कि वह किसी जाति की है। उसने यह पूछने की जरूरत भी नहीं समझी।
पुलिस को दिए बयान में दलीप ने बताया कि राधा पिछले कुछ दिनों से खांसी से पीड़ित थी और वह दवा भी ले रही थी। मंगलवार को खांसी की दवा के भ्रम में वह कीटनाशक दवा पी गई जिससे उसकी मौत हो गई। दलीप के अनुसार मंगलवार सुबह करीब सात बजे वह खेत से पशुओं के लिए हरा चारा लेने के लिए गया था। कुछ देर बाद ही उसके भतीजे नवीन कुमार (11) का फोन आया कि चाची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। घर पहुंच कर उसने देखा कि राधा उल्टियां कर रही थी। उसे बठिंडा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां से उसे लुधियाना रेफर कर दिया। बठिंडा से लुधियाना ले जाते समय रास्ते में राधा ने दम तोड़ दिया।
खेत में रहता है दलीप
दलीप सिंह की मां का करीब तीन साल पहले निधन हो गया था। उसके पिता कृष्ण कुमार साधु बने हैं। उसका भाई गांव में रहता है और वह खेत में ढाणी में रहता है। इसी ढाणी में राधा उसके साथ रह रही थी। मामले की जांच कर रहे थाना सदर के एएसआई धर्मपाल ने बताया कि पुलिस ने दलीप के बयान पर राधा की मौत को इत्तफाकिया मानते हुए कार्रवाई की है।
Adsense
Lahoo Ki Lau
02 दिसंबर 2010
01 दिसंबर 2010
यूं तो रोगों से लडऩे की शक्ति खो देंगे डबवाली वासी
डबवाली (लहू की लौ) विश्व के वैज्ञानिक धरती से मानव जीवन समाप्त होने की हर रोज नई-नई तारीख घोषित कर देते हैं। यह महज एक भविष्यवाणी होती है। लेकिन हम कोई भविष्यवाणी नहीं कर रहे, बल्कि आपको एक ऐसे 'खतरेÓ से परिचित करवाने जा रहे हैं, जो तीन प्रदेशों की त्रिवेणी कहे जाने वाले नगर डबवाली के लोगों के लिए सबसे ज्यादा नुक्सानदायक साबित हो सकता है।
एक ऐसा 'खतराÓ जिसका प्रभाव केवल एक व्यक्ति पर नहीं, लगभग एक लाख आबादी वाले नगर डबवाली पर पड़ेगा। 'खतराÓ किसी व्यक्ति या प्रलय से नहीं है। बल्कि लोगों द्वारा ही सीवरेजों में बहाए जाने वाले गंदे पानी से है। यही गंदा पानी अब लोगों के गले की फांस बनेगा। चूंकि सीवरेज के गंदे पानी को निकालने का स्थान लगभग खत्म हो चुका है। इसी के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। अब के बरस हुई बारिश के दिनों में नगर में फैला डायरिया रोग इस बात का जीता-जागता सबूत है। खैर इस 'खतरेÓ से प्रशासन भी अनजान नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह मसौदा तैयार करने में जुट गया है।
हरियाणा राज्य बनने से पूर्व डबवाली के रामबाग के पीछे गंदे पानी को निकालने के लिए डिस्पोजल स्थापित किया गया था। लेकिन साल 1965 में हरियाणा राज्य पंजाब से अलग हो गया। लेकिन जिस भूमि पर डिस्पोजल निर्मित है, वह जगह पंजाब की है। इसी के साथ हरियाणा क्षेत्र में पड़ती 11 एकड़ भूमि में गंदा पानी छोड़ा जाता था। डिस्पोजल का पूरा खर्च हरियाणा सरकार व्यय करती है। इस डिस्पोजल से शहर डबवाली का 70 फीसदी गंदा पानी निकलता है। लेकिन अब 11 एकड़ भूमि में से करीब आठ एकड़ भूमि पर नगरपालिका द्वारा गिराए गए शहर के कूड़े कचरे का कब्जा हो गया है। इसके अतिरिक्त एक अन्य डिस्पोजल चौटाला रोड़ पर बना हुआ है, जो शहर का 30 फीसदी गंदा पानी बाहर निकालता है।
यह है स्थिति
रामबाग के पीछे बने डिस्पोजल का गंदा पानी इन दिनों पंजाब के किसान प्रयोग में ला रहे हैं। सीवरेज के गंदे पानी से पंजाब के किसानों की करीब चार सौ एकड़ जमीन को फायदा पहुंच रहा है। लेकिन वे भी अपनी जरूरत तक ही पानी लगाएंगे। गौरतलब है कि बारिश के दिनों में पंजाब के किसानों ने गंदा पानी अपनी खेतों में निकालने पर रोक लगा दी थी। निकासी का कोई प्रबंध न होने के कारण और किसानों द्वारा अपने खेतों में गंदे पानी के प्रवेश को बंद करते ही यह गंदा पानी डबवाली नगर में लोगों के घरों में ही जाएगा। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अब भी नगर के अधिकतर भाग में गंदा पानी घरों में आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस बात से जनस्वास्थ्य विभाग भली भांति परिचित है। इस समस्या के हल के लिए गंदे पानी को पंजाब से होते हुए शेरगढ़ तक पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। योजना के मुताबिक करीब तीन किलोमीटर लम्बी नाली या पाईप बिछाकर गंदे पानी को गांव शेरगढ़ तक पहुंचाया जाएगा। सूत्रों की माने तो योजना लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। जिसे जल्द ही स्वीकृति के लिए मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा। लेकिन यह योजना सिरे चढऩे की उम्मीद कम है। चूंकि योजना को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार की भी मोहर लगानी होगी।
योजना तैयार
डिस्पोजल व्यवस्था देख रहे जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने समस्या को स्वीकार करते हुए बताया कि इसे दूर करने के लिए योजना बनाई गई है। जिसे जल्द मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा
सीवरेज का गंदा पानी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। इसके प्रयोग से ये रोग हो सकते हैं :-
1. डायरिया
2. हैजा
3. टाईफाईड
4. पीलिया
5. कैंसर
6. चमड़ी रोग
7. अनीमिया
8. हड्डी रोग
डबवाली के सरकारी अस्पताल के डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि सीवरेज युक्त पानी को उबालने के बावजूद भी पानी के कीटाणु नहीं मरते। इसे शुद्ध पानी नहीं कहा जा सकता। सीवरेज युक्त पानी पीने से कैंसल तथा हड्डी रोग हो सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति बीमारियों से लडऩे की भी शक्ति खो सकता है। चिकित्सक के अनुसार ऐसेी परिस्थिति में आरओ कारगार साबित हो सकते हैं। लेकिन कुछ समय के लिए। आरओ के पानी को भी इक्ट्ठा करके प्रयोग करने में ध्यान रखना आवश्यक होता है।
एक ऐसा 'खतराÓ जिसका प्रभाव केवल एक व्यक्ति पर नहीं, लगभग एक लाख आबादी वाले नगर डबवाली पर पड़ेगा। 'खतराÓ किसी व्यक्ति या प्रलय से नहीं है। बल्कि लोगों द्वारा ही सीवरेजों में बहाए जाने वाले गंदे पानी से है। यही गंदा पानी अब लोगों के गले की फांस बनेगा। चूंकि सीवरेज के गंदे पानी को निकालने का स्थान लगभग खत्म हो चुका है। इसी के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। अब के बरस हुई बारिश के दिनों में नगर में फैला डायरिया रोग इस बात का जीता-जागता सबूत है। खैर इस 'खतरेÓ से प्रशासन भी अनजान नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह मसौदा तैयार करने में जुट गया है।
हरियाणा राज्य बनने से पूर्व डबवाली के रामबाग के पीछे गंदे पानी को निकालने के लिए डिस्पोजल स्थापित किया गया था। लेकिन साल 1965 में हरियाणा राज्य पंजाब से अलग हो गया। लेकिन जिस भूमि पर डिस्पोजल निर्मित है, वह जगह पंजाब की है। इसी के साथ हरियाणा क्षेत्र में पड़ती 11 एकड़ भूमि में गंदा पानी छोड़ा जाता था। डिस्पोजल का पूरा खर्च हरियाणा सरकार व्यय करती है। इस डिस्पोजल से शहर डबवाली का 70 फीसदी गंदा पानी निकलता है। लेकिन अब 11 एकड़ भूमि में से करीब आठ एकड़ भूमि पर नगरपालिका द्वारा गिराए गए शहर के कूड़े कचरे का कब्जा हो गया है। इसके अतिरिक्त एक अन्य डिस्पोजल चौटाला रोड़ पर बना हुआ है, जो शहर का 30 फीसदी गंदा पानी बाहर निकालता है।
यह है स्थिति
रामबाग के पीछे बने डिस्पोजल का गंदा पानी इन दिनों पंजाब के किसान प्रयोग में ला रहे हैं। सीवरेज के गंदे पानी से पंजाब के किसानों की करीब चार सौ एकड़ जमीन को फायदा पहुंच रहा है। लेकिन वे भी अपनी जरूरत तक ही पानी लगाएंगे। गौरतलब है कि बारिश के दिनों में पंजाब के किसानों ने गंदा पानी अपनी खेतों में निकालने पर रोक लगा दी थी। निकासी का कोई प्रबंध न होने के कारण और किसानों द्वारा अपने खेतों में गंदे पानी के प्रवेश को बंद करते ही यह गंदा पानी डबवाली नगर में लोगों के घरों में ही जाएगा। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अब भी नगर के अधिकतर भाग में गंदा पानी घरों में आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस बात से जनस्वास्थ्य विभाग भली भांति परिचित है। इस समस्या के हल के लिए गंदे पानी को पंजाब से होते हुए शेरगढ़ तक पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। योजना के मुताबिक करीब तीन किलोमीटर लम्बी नाली या पाईप बिछाकर गंदे पानी को गांव शेरगढ़ तक पहुंचाया जाएगा। सूत्रों की माने तो योजना लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। जिसे जल्द ही स्वीकृति के लिए मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा। लेकिन यह योजना सिरे चढऩे की उम्मीद कम है। चूंकि योजना को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार की भी मोहर लगानी होगी।
योजना तैयार
डिस्पोजल व्यवस्था देख रहे जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने समस्या को स्वीकार करते हुए बताया कि इसे दूर करने के लिए योजना बनाई गई है। जिसे जल्द मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा
सीवरेज का गंदा पानी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। इसके प्रयोग से ये रोग हो सकते हैं :-
1. डायरिया
2. हैजा
3. टाईफाईड
4. पीलिया
5. कैंसर
6. चमड़ी रोग
7. अनीमिया
8. हड्डी रोग
डबवाली के सरकारी अस्पताल के डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि सीवरेज युक्त पानी को उबालने के बावजूद भी पानी के कीटाणु नहीं मरते। इसे शुद्ध पानी नहीं कहा जा सकता। सीवरेज युक्त पानी पीने से कैंसल तथा हड्डी रोग हो सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति बीमारियों से लडऩे की भी शक्ति खो सकता है। चिकित्सक के अनुसार ऐसेी परिस्थिति में आरओ कारगार साबित हो सकते हैं। लेकिन कुछ समय के लिए। आरओ के पानी को भी इक्ट्ठा करके प्रयोग करने में ध्यान रखना आवश्यक होता है।
7 साल के बाद फौजी विधवा को मिला इंसाफ
मलोट (लहू की लौ) अपने ही गांव के एक स्वर्ण जाति से संबंधित व्यक्ति के हाथों मानसिक और शारीरिक छेड़छाड़ का शिकार हुई फौजी की दलित विधवा की पुलिस द्वारा सुनवाई न किये जाने के बाद पीडि़ता ने अदालत में गुहार लगाई और उसे 7 साल के बाद इंसाफ मिल गया।
गांव किलियांवाली की एक दलित महिला रछपिन्द्र कौर उर्फ माया पत्नी पिरथी सिंह फौजी ने 6 अक्तूबर 2003 को मलोट के उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 354/380/382/323/506/452 आईपीसी और एससी व एसटी एक्ट के तहत इस्तगासा दायर करके इंसाफ की मांग की थी। अपनी शिकायत में पीडि़ता ने कहा था कि उनके ही गांव किलियांवाली के राजवीर सिंह उर्फ मक्खन ने 26 अगस्त 2003 को खेत जाते समय रास्ते में घेर लिया और बुरी नीयत से शारीरिक छेड़छाड़ की और उसे गांव के ही लोगों ने आकर बचाया। उसने इस संबंध में चौकी किलियांवाली में शिकायत की लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला।
उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मलोट कृष्णकांत की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद दोषी करार देते हुए आरोपी राजवीर सिंह को एक साल की कैद की सजा सुनाई।
गांव किलियांवाली की एक दलित महिला रछपिन्द्र कौर उर्फ माया पत्नी पिरथी सिंह फौजी ने 6 अक्तूबर 2003 को मलोट के उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 354/380/382/323/506/452 आईपीसी और एससी व एसटी एक्ट के तहत इस्तगासा दायर करके इंसाफ की मांग की थी। अपनी शिकायत में पीडि़ता ने कहा था कि उनके ही गांव किलियांवाली के राजवीर सिंह उर्फ मक्खन ने 26 अगस्त 2003 को खेत जाते समय रास्ते में घेर लिया और बुरी नीयत से शारीरिक छेड़छाड़ की और उसे गांव के ही लोगों ने आकर बचाया। उसने इस संबंध में चौकी किलियांवाली में शिकायत की लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला।
उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मलोट कृष्णकांत की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद दोषी करार देते हुए आरोपी राजवीर सिंह को एक साल की कैद की सजा सुनाई।
विवादित प्लाट के मामले ने तूल पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती में विवादित प्लाट को लेकर मामला तूल पकड़ गया है। प्लाट मालिक मंगत राए पुत्र हुक्म चन्द ने एक शिकायत पत्र नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल को देकर न्याय की गुहार लगाई है।
नायब तहसीलदार तथा डीएसपी को दी शिकायत में मंगत राए निवासी डबवाली ने कहा है कि उसके पास कबीर बस्ती में 18 मरले का प्लाट है। जोकि उसकी पत्नी उषा रानी व अन्य आशा रानी पत्नी प्रवीण कुमार, हरभजन कौर पत्नी नन्द लाल के बराबर हिस्से हैं। जिसे उन्होंने 1 सितंबर 2010 को विजय कुमार पुत्र वेदप्रकाश से खरीदा। जिसकी रजिस्ट्री भी उनके पास है और प्लाट खरीदने के बाद तीन-तीन फुट की चारदीवारी भी उन्होंने की हुई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार कबीर बस्ती निवासी देवीलाल, विक्की चोरा, ओमप्रकाश, किशोर चन्द व अन्य 15-20 नामालूम लोगों ने उनके प्लाट पर कब्जा करने की नियत से 29 नवंबर 2010 को धर्मशाला का रकबा दिखाते हुए उपमंडलाधीश को ज्ञापन दिया है। जबकि सच्चाई यह है कि प्लाट उनका है, दावा करने वालों के पास किसी प्रकार की कोई रजिस्टरी बगैरा नहीं है। धर्मशाला की आड़ में आरोपी उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर आरोप लगाया कि ये लोग कबीर बस्ती में पहले भी एक विधवा औरत के प्लाट को धर्मशाला का रकबा बताकर उस पर कब्जा कर चुके हैं और बाद में उस प्लाट को बेच भी चुके हैं।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिलाया कि इस प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। जो भी कोई दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर शिकायतकर्ता मंगत राए बगैरा के साथ काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
नायब तहसीलदार तथा डीएसपी को दी शिकायत में मंगत राए निवासी डबवाली ने कहा है कि उसके पास कबीर बस्ती में 18 मरले का प्लाट है। जोकि उसकी पत्नी उषा रानी व अन्य आशा रानी पत्नी प्रवीण कुमार, हरभजन कौर पत्नी नन्द लाल के बराबर हिस्से हैं। जिसे उन्होंने 1 सितंबर 2010 को विजय कुमार पुत्र वेदप्रकाश से खरीदा। जिसकी रजिस्ट्री भी उनके पास है और प्लाट खरीदने के बाद तीन-तीन फुट की चारदीवारी भी उन्होंने की हुई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार कबीर बस्ती निवासी देवीलाल, विक्की चोरा, ओमप्रकाश, किशोर चन्द व अन्य 15-20 नामालूम लोगों ने उनके प्लाट पर कब्जा करने की नियत से 29 नवंबर 2010 को धर्मशाला का रकबा दिखाते हुए उपमंडलाधीश को ज्ञापन दिया है। जबकि सच्चाई यह है कि प्लाट उनका है, दावा करने वालों के पास किसी प्रकार की कोई रजिस्टरी बगैरा नहीं है। धर्मशाला की आड़ में आरोपी उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर आरोप लगाया कि ये लोग कबीर बस्ती में पहले भी एक विधवा औरत के प्लाट को धर्मशाला का रकबा बताकर उस पर कब्जा कर चुके हैं और बाद में उस प्लाट को बेच भी चुके हैं।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिलाया कि इस प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। जो भी कोई दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर शिकायतकर्ता मंगत राए बगैरा के साथ काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
महिला पंचों ने कहा गांव में भी लगें प्रशिक्षण शिविर
डबवाली (लहू की लौ) यहां के खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय में पंचायती राज संस्थाओं का प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को समाप्त हो गया। शिविर हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी द्वारा आयोजित आयोजित किया गया था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग ने बताया कि खण्ड डबवाली में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 नवम्बर 2010 को शुरू किया गया था। जिसकी शुरूआत खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी रामसिंह ने की थी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तापूर्वक बताते हुए मैनपाल सिहाग ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से खण्ड डबवाली की सभी 48 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित पंच व सरपंचों को पंचायती राज के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंच सरपंचों को पंचायती राज की अवधारणा, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की शक्तियों, कार्यों, पंच व सरपंचों की शक्तियों व कत्र्तव्यों तथा ग्राम सचिव की भूमिका के बारे में बताया गया। इसके साथ-साथ पंच सरपंचों को सुचना के अधिकार 2005, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, पंचायतों के वित्तीय प्रबंधन, शामलात भूमि के प्रबंधन तथा अनेक सामाजिक मुद्दो के बारे में जानकारी दी गई। सिरसा जिला में पंच सरपंचों के प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 अगस्त 2010 को बड़ागुढ़ा खण्ड से शुरु होकर आज खण्ड डबवाली में सम्पन्न हुए हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिहाग ने बताया कि पंच सरपंचों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहे और इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में खण्ड तथा जिला स्तर पर सभी कर्मचारियों ने अह्म भूमिका निभाई। उन्होंने यह बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि नव निर्वाचित महिला पंच सरपंचों ने घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने अधिकार व कत्र्तव्यों के बारे में जानने के लिए जागरुकता दिखाई। पत्रकारों द्वारा महिला पंच सरपंचों से पूछे गये सवाल के जवाब में महिला पंच मनजीत कौर नीलियांवाली, सुखजीत कौर पाना, जसपाल कौर, परमिन्द्र कौर, सुखदीप कौर खुईयांमलकाना ने सुझाव दिया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम खण्ड स्तर की बजाय गांव स्तर पर करवाए जाने चाहिए ताकि गांव से शहर न पहुंचने वाली महिला पंचायत सदस्यों को उनके अधिकारों की पूर्ण जानकारी मिल सकें।
मंगलवार के अंतिम प्रशिक्षण कार्यक्रम में खुईयां मलकाना, सांवतखेड़ा, नीलांवाली, दीवानखेड़ा, हैबूआना तथा पाना गांव की पंचायतों के पंच सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी राम सिंह ने प्रशिक्षण के समापन समारोह पर नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग, प्रशिक्षक वजीर सिंह को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए बधाई दी व आशा की कि वह आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे और ग्राम पंचायतों को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा। इस मौके पर समाज शिक्षा अधिकारी राम प्रकाश, खण्ड लेखाकार रामकिशन, सहायक सामान्य संदीप शर्मा सहित खण्ड के अन्य कर्मचारी व अधिकारी भी उपस्थित थे।
2 नवंबर से खण्ड डबवाली में चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में खण्ड डबवाली की 48 गांव पंचायतों के 691 सदस्यों ने भाग लिया तथा अपने अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग ने बताया कि खण्ड डबवाली में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 नवम्बर 2010 को शुरू किया गया था। जिसकी शुरूआत खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी रामसिंह ने की थी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तापूर्वक बताते हुए मैनपाल सिहाग ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से खण्ड डबवाली की सभी 48 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित पंच व सरपंचों को पंचायती राज के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंच सरपंचों को पंचायती राज की अवधारणा, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की शक्तियों, कार्यों, पंच व सरपंचों की शक्तियों व कत्र्तव्यों तथा ग्राम सचिव की भूमिका के बारे में बताया गया। इसके साथ-साथ पंच सरपंचों को सुचना के अधिकार 2005, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, पंचायतों के वित्तीय प्रबंधन, शामलात भूमि के प्रबंधन तथा अनेक सामाजिक मुद्दो के बारे में जानकारी दी गई। सिरसा जिला में पंच सरपंचों के प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 अगस्त 2010 को बड़ागुढ़ा खण्ड से शुरु होकर आज खण्ड डबवाली में सम्पन्न हुए हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिहाग ने बताया कि पंच सरपंचों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहे और इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में खण्ड तथा जिला स्तर पर सभी कर्मचारियों ने अह्म भूमिका निभाई। उन्होंने यह बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि नव निर्वाचित महिला पंच सरपंचों ने घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने अधिकार व कत्र्तव्यों के बारे में जानने के लिए जागरुकता दिखाई। पत्रकारों द्वारा महिला पंच सरपंचों से पूछे गये सवाल के जवाब में महिला पंच मनजीत कौर नीलियांवाली, सुखजीत कौर पाना, जसपाल कौर, परमिन्द्र कौर, सुखदीप कौर खुईयांमलकाना ने सुझाव दिया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम खण्ड स्तर की बजाय गांव स्तर पर करवाए जाने चाहिए ताकि गांव से शहर न पहुंचने वाली महिला पंचायत सदस्यों को उनके अधिकारों की पूर्ण जानकारी मिल सकें।
मंगलवार के अंतिम प्रशिक्षण कार्यक्रम में खुईयां मलकाना, सांवतखेड़ा, नीलांवाली, दीवानखेड़ा, हैबूआना तथा पाना गांव की पंचायतों के पंच सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी राम सिंह ने प्रशिक्षण के समापन समारोह पर नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग, प्रशिक्षक वजीर सिंह को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए बधाई दी व आशा की कि वह आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे और ग्राम पंचायतों को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा। इस मौके पर समाज शिक्षा अधिकारी राम प्रकाश, खण्ड लेखाकार रामकिशन, सहायक सामान्य संदीप शर्मा सहित खण्ड के अन्य कर्मचारी व अधिकारी भी उपस्थित थे।
2 नवंबर से खण्ड डबवाली में चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में खण्ड डबवाली की 48 गांव पंचायतों के 691 सदस्यों ने भाग लिया तथा अपने अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
माशूका की जलती चिता में कूद गया आशिक
सिरसा। प्यार की कोई उम्र नहीं होती। जात -पात भी नहीं देखता प्रेमी और जब प्यार परवान नहीं चढ़ता तो दिल टूट जाता है। ऐसे में प्रेमी कुछ भी कर गुजरते हैं। ऐसा ही एक मामला रोड़ी में सामने आया है। यहां एक प्रेमी युगल ने आत्मदाह कर दिया। आत्मदाह करने वाला प्रेमी युगल नाबालिग है। हालांकि दोनों ही पक्षों ने इस सिलसिल में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन गांव में इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रोड़ी निवासी तेजराम की 14 वर्षीय पुत्री वीरपाल कौर उर्फ लाली रोड़ी में ही 8वीं कक्षा की छात्रा थी। लाली का मलसिंहवाला (पंजाब) निवासी बिट्टू से विगत दो वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक विगत 27 नवम्बर को लाली के भाई को दोनों के प्रेम-प्रसंग का पता चल गया। लाली को परिजनों ने समझाया लेकिन उसके सिर से बिट्टू के इश्क का भूत नहीं उतरा। परिजनों ने इस पर लाली को पीट भी डाला था। प्यार परवान न चढ़ते देखकर लाली ने स्वयं पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली। लाली द्वारा उठाए गए इस कदम से परिजन सक्ते में आ गए। झुलसी अवस्था में लाली को सिरसा के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। तीन दिनों तक लाली मौत से जूझती रही। सोमवार शाम उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लोकलाज के चलते पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। बिना पोस्टमार्टम के परिजन शव अपने साथ ले गए और आनन-फानन मं अंतिम संस्कार कर देना चाहा। इसी बीच लाली की मौत की खबर उसके प्रेमी बिट्टू को लग गई। बिट्टू भी शमशान घाट जा पहुंचा। वहां लाली के शव को आग की लपटों में देख बिट्टू ने आपा खो दिया। बिट्टू ने भी लाली की चिता में छलांग लगा दी। बुरी तरह झुलसे बिट्टू का मौके पर ही दम टूट गया। बिट्टू और लाली की इस प्रेम कथा के दुखद अंत से परिजनों के साथ-साथ गांव के लोग भी सक्ते में हैं।
दूसरी ओर पुलिस पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ रही है। रोड़ी थाना के कार्यकारी प्रभारी उपनिरीक्षक बचन सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी तो मिली है लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई। ऐसे में वे कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार रोड़ी निवासी तेजराम की 14 वर्षीय पुत्री वीरपाल कौर उर्फ लाली रोड़ी में ही 8वीं कक्षा की छात्रा थी। लाली का मलसिंहवाला (पंजाब) निवासी बिट्टू से विगत दो वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक विगत 27 नवम्बर को लाली के भाई को दोनों के प्रेम-प्रसंग का पता चल गया। लाली को परिजनों ने समझाया लेकिन उसके सिर से बिट्टू के इश्क का भूत नहीं उतरा। परिजनों ने इस पर लाली को पीट भी डाला था। प्यार परवान न चढ़ते देखकर लाली ने स्वयं पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली। लाली द्वारा उठाए गए इस कदम से परिजन सक्ते में आ गए। झुलसी अवस्था में लाली को सिरसा के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। तीन दिनों तक लाली मौत से जूझती रही। सोमवार शाम उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लोकलाज के चलते पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। बिना पोस्टमार्टम के परिजन शव अपने साथ ले गए और आनन-फानन मं अंतिम संस्कार कर देना चाहा। इसी बीच लाली की मौत की खबर उसके प्रेमी बिट्टू को लग गई। बिट्टू भी शमशान घाट जा पहुंचा। वहां लाली के शव को आग की लपटों में देख बिट्टू ने आपा खो दिया। बिट्टू ने भी लाली की चिता में छलांग लगा दी। बुरी तरह झुलसे बिट्टू का मौके पर ही दम टूट गया। बिट्टू और लाली की इस प्रेम कथा के दुखद अंत से परिजनों के साथ-साथ गांव के लोग भी सक्ते में हैं।
दूसरी ओर पुलिस पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ रही है। रोड़ी थाना के कार्यकारी प्रभारी उपनिरीक्षक बचन सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी तो मिली है लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई। ऐसे में वे कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है।
दुर्घटना में माली की मौत
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने गांव सांवतखेड़ा के पास मोटरसाईकिल दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति की बाद में मौत हो जाने पर अज्ञात मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ लापरवाही से मोटरसाईकिल चलाकर दुर्घटना को अंजाम देने के आरोप में मामला दर्ज करके आरोपी की तालाश शुरू कर दी है।
गांव सांवतखेड़ा निवासी जय राम (45) सोमवार रात को रिक्शा पर डबवाली से अपने घर लौट रहा था। मार्ग में रिक्शा चालक रिक्शा को रोड़ पर खड़ा करके स्वयं लघुशंका के लिए चला गया। जबकि जयराम उस पर बैठा रहा। अचानक डबवाली साईड से आए एक तेजगति मोटरसाईकिल ने रिक्शा में टक्कर मारी। रिक्शा पर बैठा जयराम नीचे गिर गया। उसे घायल अवस्था में पुलिस एम्बूलैंस के चालक हरपाल तथा जयप्रकाश ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद जयराम को उपचार के लिए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन वहां से भी उसे रोहतक के लिए रैफर कर दिया गया। रोहतक लेजाते समय मार्ग में ही उसने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली लाया गया। जयराम गांव सांवतखेड़ा में किसान जय सिंह दंदीवाल के खेत में सब्जी की बुआई करता था।
पता चला है कि मोटरसाईकिल पर सवार एक व्यक्ति भी घायल हुआ है। जिसकी पहचान स्वर्ण सिंह (45) पुत्र लाभ सिंह निवासी नीलियांवाली के रूप में हुई है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सुभाष ने बताया कि मृतक के भांजे दिनेश कुमार (25) पुत्र जसराम के ब्यान पर अज्ञात आरोपी मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके मोटरसाईकिल को कब्जे में ले लिया है।
गांव सांवतखेड़ा निवासी जय राम (45) सोमवार रात को रिक्शा पर डबवाली से अपने घर लौट रहा था। मार्ग में रिक्शा चालक रिक्शा को रोड़ पर खड़ा करके स्वयं लघुशंका के लिए चला गया। जबकि जयराम उस पर बैठा रहा। अचानक डबवाली साईड से आए एक तेजगति मोटरसाईकिल ने रिक्शा में टक्कर मारी। रिक्शा पर बैठा जयराम नीचे गिर गया। उसे घायल अवस्था में पुलिस एम्बूलैंस के चालक हरपाल तथा जयप्रकाश ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद जयराम को उपचार के लिए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन वहां से भी उसे रोहतक के लिए रैफर कर दिया गया। रोहतक लेजाते समय मार्ग में ही उसने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली लाया गया। जयराम गांव सांवतखेड़ा में किसान जय सिंह दंदीवाल के खेत में सब्जी की बुआई करता था।
पता चला है कि मोटरसाईकिल पर सवार एक व्यक्ति भी घायल हुआ है। जिसकी पहचान स्वर्ण सिंह (45) पुत्र लाभ सिंह निवासी नीलियांवाली के रूप में हुई है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सुभाष ने बताया कि मृतक के भांजे दिनेश कुमार (25) पुत्र जसराम के ब्यान पर अज्ञात आरोपी मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके मोटरसाईकिल को कब्जे में ले लिया है।
29 नवंबर 2010
गुंडों का निशाना बना व्यापारी
किडनैप करके 1 लाख 10 हजार रूपए की राशि लूटी, लूट के बाद नहर में फेंकने का प्रयास
डबवाली (लहू की लौ) एक गाड़ी पर सवार होकर आए चार गुंडों ने चौटाला रोड़ से एक व्यापारी को उसकी गाड़ी सहित किडनैप कर लिया। गांव अबूबशहर के पास 1 लाख 10 हजार रूपए लूटने के बाद व्यापारी को नहर में फेंकने की कोशिश की। घटना शनिवार रात करीब 12 बजे की बताई जाती है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 के निवासी कृष्ण अंगी (38) पुत्र दीवान चन्द अंगी अपने सहायक गुरजंट सिंह (30) पुत्र बनवारी लाल निवासी वाटर वक्र्स एरिया, मण्डी किलियांवाली (पंजाब) के साथ शनिवार सुबह करीब 11 बजे अपनी गाड़ी पर साबुन की 450 पेटी लादकर राजस्थान के पीलीबंगा तथा सूरतगढ़ गया था। वहां इन साबुन की पेटियों को व्यापारियों को बेचकर एक लाख तीन हजार रूपए की राशि लेकर हनुमानगढ़ आ गया। हनुमानगढ़ से उसने मूंगफली भरी और रात को करीब 10.30 बजे डबवाली के लिए रवाना हो गया।
व्यापारी कृष्ण अंगी ने बताया कि वह हनुमानगढ़ से डबवाली के लिए अपने कर्मचारी गुरजंट उर्फ जंटा के साथ रवाना हो गया। उनकी गाड़ी ने जैसे ही संगरिया बैरियर को क्रॉस किया तो वहां पर पहले से खड़ी टाटा सूमो उनके पीछे हो ली। उसने समझा कि टैक्स बैरियर की गाड़ी होगी। लेकिन कुछ समय बाद उसे ज्ञात हुआ कि गाड़ी में सवार लोग संदिग्ध हैं। उसने अपनी गाड़ी को चौटाला में पुलिस चौकी की ओर मोड़ लिया। लेकिन चौकी के दरवाजें बंद होने के कारण वह गाड़ी को डबवाली की ओर ले आया।
कृष्ण के अनुसार उसकी गाड़ी जैसे ही डबवाली में चौटाला रोड़ पर स्थित अग्निकांड स्थल के नजदीक बदमाशों ने टाटा सूमो उनकी गाड़ी के आगे लगा ली और एक बदमाश ने उसके साथ बैठे गुरजंट को नीचे फेंक दिया। गुरजंट मौका से भाग खड़ा हुआ। बदमाशों ने उस पर पत्थर भी बरसाए। इतने में एक बदमाश ने उसकी गाड़ी के शीशे पर हॉकी दे मारी और उससे मारपीट शुरू कर दी। उसे अद्र्धबेहोशी की अवस्था में बदमाशों ने अपनी गाड़ी में डाल लिया और उसकी गाड़ी को भी एक बदमाश ने थाम कर साथ ले लिया।
बदमाश उसे अबूबशहर में नहर के किनारे ले गए। वहां पर बदमाशों ने उससे एक लाख तीन हजार रूपए की नकदी और जेब में पड़ी करीब सात हजार रूपए की नकदी भी निकाल ली। इसके बाद बदमाशों ने उसे नहर में फेंकने की योजना बनाई। इस योजना को लेकर बदमाशों में आपस में विचार नहीं मिले। इतने में मौका पाकर वह उनकी गाड़ी से कूद गया। इसी दौरान वहां पर एक ट्रेक्टर-ट्राली आ गई। जिसे देखकर बदमाश भाग खड़े हुए। वह अपनी गाड़ी में सवार होकर वापिस डबवाली पहुंचा। कृष्ण के अनुसार बदमाश की संख्या चार थी जोकि मुंह पर रूमाल लिए हुए थे। वे हिन्दी में बातचीत कर रहे थे। एक-दूसरे को भईया कहकर पुकार रहे थे।
कृष्ण अंगी ने बताया कि वह पिछले करीब आठ सालों से कमीशन पर राजस्थान और पंजाब में सामान लाने और लेजाने का काम कर रहा है। राजस्थान में वह पंजाब की बनी साबुन और राजस्थान से मूंगफली, दालें आदि लाकर पंजाब में सप्लाई करता आ रहा है। करीब पंद्रह दिन पूर्व उसका हनुमानगढ़ टाऊन में एक व्यापारी के साथ साबुन की चार पेटियों को लेकर मनमुटाव हो गया था। व्यापारी ने उसे देख लेने की धमकी दी थी और कई बार उसका पीछा भी किया। उसने एक बार उसकी गाड़ी को भी टैक्स अधिकारियों को पकड़वा दिया था। उसे संदेह है कि इसके पीछे भी उसी का हाथ होगा। उसके अनुसार बदमाश नकदी के साथ उसका मोबाइल भी छीन ले गए।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी हे।
डबवाली (लहू की लौ) एक गाड़ी पर सवार होकर आए चार गुंडों ने चौटाला रोड़ से एक व्यापारी को उसकी गाड़ी सहित किडनैप कर लिया। गांव अबूबशहर के पास 1 लाख 10 हजार रूपए लूटने के बाद व्यापारी को नहर में फेंकने की कोशिश की। घटना शनिवार रात करीब 12 बजे की बताई जाती है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 के निवासी कृष्ण अंगी (38) पुत्र दीवान चन्द अंगी अपने सहायक गुरजंट सिंह (30) पुत्र बनवारी लाल निवासी वाटर वक्र्स एरिया, मण्डी किलियांवाली (पंजाब) के साथ शनिवार सुबह करीब 11 बजे अपनी गाड़ी पर साबुन की 450 पेटी लादकर राजस्थान के पीलीबंगा तथा सूरतगढ़ गया था। वहां इन साबुन की पेटियों को व्यापारियों को बेचकर एक लाख तीन हजार रूपए की राशि लेकर हनुमानगढ़ आ गया। हनुमानगढ़ से उसने मूंगफली भरी और रात को करीब 10.30 बजे डबवाली के लिए रवाना हो गया।
व्यापारी कृष्ण अंगी ने बताया कि वह हनुमानगढ़ से डबवाली के लिए अपने कर्मचारी गुरजंट उर्फ जंटा के साथ रवाना हो गया। उनकी गाड़ी ने जैसे ही संगरिया बैरियर को क्रॉस किया तो वहां पर पहले से खड़ी टाटा सूमो उनके पीछे हो ली। उसने समझा कि टैक्स बैरियर की गाड़ी होगी। लेकिन कुछ समय बाद उसे ज्ञात हुआ कि गाड़ी में सवार लोग संदिग्ध हैं। उसने अपनी गाड़ी को चौटाला में पुलिस चौकी की ओर मोड़ लिया। लेकिन चौकी के दरवाजें बंद होने के कारण वह गाड़ी को डबवाली की ओर ले आया।
कृष्ण के अनुसार उसकी गाड़ी जैसे ही डबवाली में चौटाला रोड़ पर स्थित अग्निकांड स्थल के नजदीक बदमाशों ने टाटा सूमो उनकी गाड़ी के आगे लगा ली और एक बदमाश ने उसके साथ बैठे गुरजंट को नीचे फेंक दिया। गुरजंट मौका से भाग खड़ा हुआ। बदमाशों ने उस पर पत्थर भी बरसाए। इतने में एक बदमाश ने उसकी गाड़ी के शीशे पर हॉकी दे मारी और उससे मारपीट शुरू कर दी। उसे अद्र्धबेहोशी की अवस्था में बदमाशों ने अपनी गाड़ी में डाल लिया और उसकी गाड़ी को भी एक बदमाश ने थाम कर साथ ले लिया।
बदमाश उसे अबूबशहर में नहर के किनारे ले गए। वहां पर बदमाशों ने उससे एक लाख तीन हजार रूपए की नकदी और जेब में पड़ी करीब सात हजार रूपए की नकदी भी निकाल ली। इसके बाद बदमाशों ने उसे नहर में फेंकने की योजना बनाई। इस योजना को लेकर बदमाशों में आपस में विचार नहीं मिले। इतने में मौका पाकर वह उनकी गाड़ी से कूद गया। इसी दौरान वहां पर एक ट्रेक्टर-ट्राली आ गई। जिसे देखकर बदमाश भाग खड़े हुए। वह अपनी गाड़ी में सवार होकर वापिस डबवाली पहुंचा। कृष्ण के अनुसार बदमाश की संख्या चार थी जोकि मुंह पर रूमाल लिए हुए थे। वे हिन्दी में बातचीत कर रहे थे। एक-दूसरे को भईया कहकर पुकार रहे थे।
कृष्ण अंगी ने बताया कि वह पिछले करीब आठ सालों से कमीशन पर राजस्थान और पंजाब में सामान लाने और लेजाने का काम कर रहा है। राजस्थान में वह पंजाब की बनी साबुन और राजस्थान से मूंगफली, दालें आदि लाकर पंजाब में सप्लाई करता आ रहा है। करीब पंद्रह दिन पूर्व उसका हनुमानगढ़ टाऊन में एक व्यापारी के साथ साबुन की चार पेटियों को लेकर मनमुटाव हो गया था। व्यापारी ने उसे देख लेने की धमकी दी थी और कई बार उसका पीछा भी किया। उसने एक बार उसकी गाड़ी को भी टैक्स अधिकारियों को पकड़वा दिया था। उसे संदेह है कि इसके पीछे भी उसी का हाथ होगा। उसके अनुसार बदमाश नकदी के साथ उसका मोबाइल भी छीन ले गए।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी हे।
कार पलटी, मियां-बीबी घायल
डबवाली (लहू की लौ) घायल पिता का पता लेने के लिए दिल्ली से अबोहर जा रहे नेटवर्क इंजीनियर अपनी पत्नी सहित अनियंत्रित हुई कार के रविवार सुबह करीब 7 बजे पलट जाने से घायल हो गये।
घायल अमित सक्सेना (26) ने बताया कि उसे पता चला कि उसका 60 वर्षीय पिता अरूण सक्सेना अबोहर शनिवार को एक दुर्घटना में घायल हो गया है। इस पर वह अपनी पत्नी रूपाली सक्सेना (25) के साथ शनिवार रात को लगभग 11 बजे दिल्ली से अबोहर के लिए अपनी जिन्न कार में रवाना हुआ। वह टाटा कम्युनिकेशन में नेटवर्क इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
घायल के अनुसार उनकी कार जैसे ही डबवाली के नजदीक गांव सांवतखेड़ा के पास पहुंची तो अचानक उसे नींद की झपकी आ जाने से कार अनियंत्रित होकर खेतों में जाकर पलट गई। जिससे उसे तथा उसकी पत्नी को चोटें आयीं। घायलों को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस के चालक कुलवन्त सिंह ने डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दम्पत्ति अस्पताल से छुट्टी लेकर अबोहर के लिए रवाना हो गये।
घायल अमित सक्सेना (26) ने बताया कि उसे पता चला कि उसका 60 वर्षीय पिता अरूण सक्सेना अबोहर शनिवार को एक दुर्घटना में घायल हो गया है। इस पर वह अपनी पत्नी रूपाली सक्सेना (25) के साथ शनिवार रात को लगभग 11 बजे दिल्ली से अबोहर के लिए अपनी जिन्न कार में रवाना हुआ। वह टाटा कम्युनिकेशन में नेटवर्क इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
घायल के अनुसार उनकी कार जैसे ही डबवाली के नजदीक गांव सांवतखेड़ा के पास पहुंची तो अचानक उसे नींद की झपकी आ जाने से कार अनियंत्रित होकर खेतों में जाकर पलट गई। जिससे उसे तथा उसकी पत्नी को चोटें आयीं। घायलों को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस के चालक कुलवन्त सिंह ने डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दम्पत्ति अस्पताल से छुट्टी लेकर अबोहर के लिए रवाना हो गये।
चोरों की गतिविधियां जारी, दो दुकानों के ताले चटकाए
डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर स्थित देवीलाल स्मारक के सामने की मार्किट से शनिवार रात को अज्ञात चोरों ने दो दुकानों में चोरी को अंजाम दिया और स्मारक से भी टूटी चुरा ले गये।
ग्रोवर मेडीकल स्टोर के मालिक रूपिन्द्र ्र्रग्रोवर पुत्र डॉ. अमरजीत ग्रोवर ने बताया कि वह रविवार सुबह सैर के लिए मलोट रोड़ पर जा रहा था उसने देखा कि उसकी दुकान का शैटर उठा हुआ है। उसका माथा ठनका और वह जैसे ही दुकान के पास गया तो देखा कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं और शैटर खुला पड़ा है। दुकान के भीतर काऊंटर में पड़ी 1500 रूपये की नकदी गायब है।
इसी दुकान के साथ स्थित बैल्डिंग वर्कशाप के मालिक देसराज ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति इसी रात को उसके बाहर पड़े लॉक किये बैल्डिंग सैट का हैंडल चुरा ले गये। जिसकी कीमत करीब 300 रूपये है। जबकि अज्ञात चोर देवीलाल स्मारक में लगी पानी की टूटी भी अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गये।
ग्रोवर मेडीकल स्टोर के मालिक रूपिन्द्र ्र्रग्रोवर पुत्र डॉ. अमरजीत ग्रोवर ने बताया कि वह रविवार सुबह सैर के लिए मलोट रोड़ पर जा रहा था उसने देखा कि उसकी दुकान का शैटर उठा हुआ है। उसका माथा ठनका और वह जैसे ही दुकान के पास गया तो देखा कि दुकान के ताले टूटे हुए हैं और शैटर खुला पड़ा है। दुकान के भीतर काऊंटर में पड़ी 1500 रूपये की नकदी गायब है।
इसी दुकान के साथ स्थित बैल्डिंग वर्कशाप के मालिक देसराज ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति इसी रात को उसके बाहर पड़े लॉक किये बैल्डिंग सैट का हैंडल चुरा ले गये। जिसकी कीमत करीब 300 रूपये है। जबकि अज्ञात चोर देवीलाल स्मारक में लगी पानी की टूटी भी अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गये।
शिविर में 36 यूनिट रक्त एकत्रित
डबवाली। वरच्युस क्लब इण्डिया रजि., डबवाली द्वारा नव प्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के प्रांगण में क्लब के उपप्रधान मंगत राय बंसल ठेकेदार के स्व. पिताश्री कौर चंद बंसल की प्रथम पुण्यतिथि पर हरियाणा रेडक्रॉस सोसायटी के सोजन्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का उद्घाटन क्लब के मुख्य सलाहकार आत्मा अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर मंगत राय बंसल के परिवार के सदस्यों, मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब के प्रधान रविंदर छाबड़ा, बाबा टहल दास स्पोर्ट्स क्लब के उपप्रधान मलकीत सिंह मीका, वरच्युस परिवार के सदस्यों ने रक्तदान करके स्व. कौर चंद बंसल को 36 यूनिट रक्तदान करके श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर नरेश बंसल ने 16 वी बार, उनकी धर्मपत्नी सुमन बंसल ने 13वीं बार रक्तदान करके रक्तदान के अभियान को नया आयाम दिया।
इस अवसर पर मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन मलकीत सिंह गंगा, डॉ. श्रवण कुमार के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्विनी शर्मा, डॉ. करनैल सिंह, डॉ. अश्विनी बत्तरा, प्रिंसिपल चंद्रकांता भारती, निर्देशक वेद भारती, प्रबंधक समिति के सदस्य परमजीत कोचर, जितेंद्र शर्मा, तरसेम गर्ग, वेद कालड़ा, राजेश हाकू, एडवोकेट जितेंद्र खैरा, सुमित भारती, ज्ञानी ज्ञान सिंह व संस्थापक केशव शर्मा, युवा रक्तदान सोसाइटी के संस्थापक सुरिंद्र सिंगला, शिविर के प्रोजेक्ट चेयरमैन डॉ. मथरा दास चलाना उपस्थित थे। जबकि मंच का संचालन संजीव शाद ने किया।
शिविर का उद्घाटन क्लब के मुख्य सलाहकार आत्मा अरोड़ा ने किया। इस अवसर पर मंगत राय बंसल के परिवार के सदस्यों, मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब के प्रधान रविंदर छाबड़ा, बाबा टहल दास स्पोर्ट्स क्लब के उपप्रधान मलकीत सिंह मीका, वरच्युस परिवार के सदस्यों ने रक्तदान करके स्व. कौर चंद बंसल को 36 यूनिट रक्तदान करके श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर नरेश बंसल ने 16 वी बार, उनकी धर्मपत्नी सुमन बंसल ने 13वीं बार रक्तदान करके रक्तदान के अभियान को नया आयाम दिया।
इस अवसर पर मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन मलकीत सिंह गंगा, डॉ. श्रवण कुमार के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्विनी शर्मा, डॉ. करनैल सिंह, डॉ. अश्विनी बत्तरा, प्रिंसिपल चंद्रकांता भारती, निर्देशक वेद भारती, प्रबंधक समिति के सदस्य परमजीत कोचर, जितेंद्र शर्मा, तरसेम गर्ग, वेद कालड़ा, राजेश हाकू, एडवोकेट जितेंद्र खैरा, सुमित भारती, ज्ञानी ज्ञान सिंह व संस्थापक केशव शर्मा, युवा रक्तदान सोसाइटी के संस्थापक सुरिंद्र सिंगला, शिविर के प्रोजेक्ट चेयरमैन डॉ. मथरा दास चलाना उपस्थित थे। जबकि मंच का संचालन संजीव शाद ने किया।
डरा धमका कर राज करने वालों का समय खत्म-केवी सिंह
डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा के विकास में कोई कौर कसर नहीं छोड़ी है तथा कांग्रेस पार्टी ने कार्यकत्र्ताओं तथा आम जनता को पूरा मान-सम्मान दिया है।
यह बात शनिवार रात को मुख्यमंत्री हरियाणा के पूर्व विशेष कार्यकारी अधिकारी डा. के.वी. सिंह ने आज वार्ड 16 में मास्टर जगदीश के घर में कायकत्र्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस पार्टी की जन हितेषी नीतियों का ही नतीजा है कि हरियाणा में विकास की हवा चल रही है तथा समाज के हर वर्ग को इन नीतियों का फायदा पहुंच रहा है। अब डरा-धमका कर वोट लेने वाले लोगों को जनता ने सबक सिखाना शुरु कर दिया है तथा लोग जात-पात से ऊपर उठकर विकास व शान्ति को तवज्जो देने लगे हैं। हम सभी को जागरुक होना होगा जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे और काम करने वाले लोग ही आगे आ सके।
डा. सिंह ने कहा कि एक मजबूत टीम हर वार्ड में बनानी होगी ताकि हम जनता में इनेलो पार्टी द्वारा बनाये गये डर के माहौल को खत्म कर सके और हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहितेषी नीतियों का प्रचार प्रचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी के राज में लोग डर के हालात में जीते थे जबकि कांगे्रस के राज में ऐसे हालात नहीं है। चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा की जनहितेषी नीतियों जैसे गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ वजीफा व कापी, किताबें, वर्दी व दोपहर का खाना देना और बुढ़ापा पैंशन में वृद्धि, गरीबों का निशुल्क इलाज, 100-100 गज के प्लाट, निशुल्क 200 लीटर की पानी की टंकी व निशुल्क कनेक्शन भी दिए गये। मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच के कारण ही आज बिजली की समस्या पर काफी हद तक काबू पा लिया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने नई खेल नीति लागू की जिससे कॉमनवैल्थ खेलों में सबसे ज्यादा पदक देश के लिए हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते हैं और अभी चीन में चल रहे एशियाई खेलों में भी हरियाणा के खिलाडिय़ों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर बलदेव राज शर्मा, केशव शर्मा, शहरी प्रधान पवन गर्ग, विनोद बांसल, सुरेन्द्र सिंह ठेकेदार, संदीप चौधरी, अमरजीत सिंह हवलदार, मास्टर जगदीश शर्मा, मलकीत सिंह मिस्त्री, गुरदयाल मिस्त्री, बलवीर मिस्त्री, सुनील जिन्दल, रविन्द्र बिन्दू, जगजीत सिंह, जसविन्द्र सिंह, मलकीत शर्मा, कमलजीत, शहरी युवा प्रधान अमन भारद्वाज, जितेन्द्र कुमार आदि कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
यह बात शनिवार रात को मुख्यमंत्री हरियाणा के पूर्व विशेष कार्यकारी अधिकारी डा. के.वी. सिंह ने आज वार्ड 16 में मास्टर जगदीश के घर में कायकत्र्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस पार्टी की जन हितेषी नीतियों का ही नतीजा है कि हरियाणा में विकास की हवा चल रही है तथा समाज के हर वर्ग को इन नीतियों का फायदा पहुंच रहा है। अब डरा-धमका कर वोट लेने वाले लोगों को जनता ने सबक सिखाना शुरु कर दिया है तथा लोग जात-पात से ऊपर उठकर विकास व शान्ति को तवज्जो देने लगे हैं। हम सभी को जागरुक होना होगा जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे और काम करने वाले लोग ही आगे आ सके।
डा. सिंह ने कहा कि एक मजबूत टीम हर वार्ड में बनानी होगी ताकि हम जनता में इनेलो पार्टी द्वारा बनाये गये डर के माहौल को खत्म कर सके और हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहितेषी नीतियों का प्रचार प्रचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि इनेलो पार्टी के राज में लोग डर के हालात में जीते थे जबकि कांगे्रस के राज में ऐसे हालात नहीं है। चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा की जनहितेषी नीतियों जैसे गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ वजीफा व कापी, किताबें, वर्दी व दोपहर का खाना देना और बुढ़ापा पैंशन में वृद्धि, गरीबों का निशुल्क इलाज, 100-100 गज के प्लाट, निशुल्क 200 लीटर की पानी की टंकी व निशुल्क कनेक्शन भी दिए गये। मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच के कारण ही आज बिजली की समस्या पर काफी हद तक काबू पा लिया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने नई खेल नीति लागू की जिससे कॉमनवैल्थ खेलों में सबसे ज्यादा पदक देश के लिए हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते हैं और अभी चीन में चल रहे एशियाई खेलों में भी हरियाणा के खिलाडिय़ों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर बलदेव राज शर्मा, केशव शर्मा, शहरी प्रधान पवन गर्ग, विनोद बांसल, सुरेन्द्र सिंह ठेकेदार, संदीप चौधरी, अमरजीत सिंह हवलदार, मास्टर जगदीश शर्मा, मलकीत सिंह मिस्त्री, गुरदयाल मिस्त्री, बलवीर मिस्त्री, सुनील जिन्दल, रविन्द्र बिन्दू, जगजीत सिंह, जसविन्द्र सिंह, मलकीत शर्मा, कमलजीत, शहरी युवा प्रधान अमन भारद्वाज, जितेन्द्र कुमार आदि कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
बैठक में मृत्यु भोज का किया विरोध
डबवाली (लहू की लौ) मेघवाल महासभा की एक बैठक रविवार को बाबा रामदेव मंदिर धर्मशाला में हुई। जिसकी अध्यक्षता हल्का मलोट के पूर्व एमएलए नत्थू राम ने की।
बैठक को मेघवाल सभा श्री गंगानगर के अध्यक्ष अभय सिंह, पूर्व अध्यक्ष कांशी राम चौहान, मेघवाल महासभा हरियाणा के धन्ना दास ऋषि, लीलू राम मेघवाल सदस्य अखिल भारतीय मेघवाल महासभा, बुध राम जिला परिषद सदस्य, मास्टर किशन चन्द्र गंगा, आत्मा राम सुढा चौटाला, चानन सिंह ब्लाक अध्यक्ष औढ़ां, राजेन्द्र राठी ब्लाक अध्यक्ष डबवाली, इन्द्राज सिंह मेघवाल, बलकौर सिंह, राजा राम आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में मेघवाल समाज के सदस्यों को संगठित होने का आह्वान किया। समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा खोरी तथा मृत्यु भोज जैसी बुराई को खत्म करने की शपथ दिलाई।
कौन हैं मेघवाल
इन्द्राज सिंह मेघवाल ने मेघवालों के संदर्भ में बताया कि मेघवालों के वंशज मेघ ऋषि हैं। जिन्होंने सर्वप्रथम कपड़ा तैयार किया। कुछ समय पूर्व इन्हें चमार (चमड़ा प्रयोग करने वाले) कहकर पुकारा जाता था। लेकिन मेघवालों का कार्य चमड़े का न होकर कपड़ा बनाना है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी चमार को अपमानित शब्द की संज्ञा दी है। इस प्रकार अब उनके जाति प्रमाण पत्रों में चमार की अपेक्षा मेघवाल शब्द का प्रयोग होने लगा है। मेघवाल अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं। पूरे भारत में इनकी संख्या तकरीबन 10 करोड़ है। जिनमें से करीब 15 लाख मेघवाल हरियाणा राज्य में रहते हैं।
बैठक को मेघवाल सभा श्री गंगानगर के अध्यक्ष अभय सिंह, पूर्व अध्यक्ष कांशी राम चौहान, मेघवाल महासभा हरियाणा के धन्ना दास ऋषि, लीलू राम मेघवाल सदस्य अखिल भारतीय मेघवाल महासभा, बुध राम जिला परिषद सदस्य, मास्टर किशन चन्द्र गंगा, आत्मा राम सुढा चौटाला, चानन सिंह ब्लाक अध्यक्ष औढ़ां, राजेन्द्र राठी ब्लाक अध्यक्ष डबवाली, इन्द्राज सिंह मेघवाल, बलकौर सिंह, राजा राम आदि ने संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में मेघवाल समाज के सदस्यों को संगठित होने का आह्वान किया। समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, नशा खोरी तथा मृत्यु भोज जैसी बुराई को खत्म करने की शपथ दिलाई।
कौन हैं मेघवाल
इन्द्राज सिंह मेघवाल ने मेघवालों के संदर्भ में बताया कि मेघवालों के वंशज मेघ ऋषि हैं। जिन्होंने सर्वप्रथम कपड़ा तैयार किया। कुछ समय पूर्व इन्हें चमार (चमड़ा प्रयोग करने वाले) कहकर पुकारा जाता था। लेकिन मेघवालों का कार्य चमड़े का न होकर कपड़ा बनाना है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी चमार को अपमानित शब्द की संज्ञा दी है। इस प्रकार अब उनके जाति प्रमाण पत्रों में चमार की अपेक्षा मेघवाल शब्द का प्रयोग होने लगा है। मेघवाल अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं। पूरे भारत में इनकी संख्या तकरीबन 10 करोड़ है। जिनमें से करीब 15 लाख मेघवाल हरियाणा राज्य में रहते हैं।
28 नवंबर 2010
रोमिंग फ्री हो सकते हैं बॉर्डर पर पडऩे वाले क्षेत्र!
डबवाली (लहू की लौ) बीएसएनल हिसार मण्डल महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल की मोबाइल सेवा को ओर लोकप्रिय बनाने के लिए हिसार मण्डल में पंजाब तथा राजस्थान के साथ पडऩे वाले क्षेत्रों को रोमिंग फ्री करने की योजना तैयार की जा रही है। जो शीघ्र ही कार्यरूप लेने की आशा है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।
रोमिंग फ्री हो सकते हैं बॉर्डर पर पडऩे वाले क्षेत्र!
डबवाली (लहू की लौ) बीएसएनल हिसार मण्डल महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल की मोबाइल सेवा को ओर लोकप्रिय बनाने के लिए हिसार मण्डल में पंजाब तथा राजस्थान के साथ पडऩे वाले क्षेत्रों को रोमिंग फ्री करने की योजना तैयार की जा रही है। जो शीघ्र ही कार्यरूप लेने की आशा है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।
वे डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में आयोजित खुला दरबार के बाद शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय दूरसंचार निगम का डाकघर से बिल वितरण के लिए हुआ टाईअप सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा, जिसके चलते दूरसंचार निगम शीघ्र ही अपने स्तर पर बिल वितरण करेगा। कुछ क्षेत्रों में यह सेवा शुरू भी हो चुकी है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि डाकघरों में उपभोक्ताओं को बिल अदा करते समय मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए निगम अपने स्तर पर ही बिल भरवाने के साथ-साथ बिल भरने का समय भी तीन बजे तक रखने पर विचार कर रही है। उन्होंने डबवाली में बिल भरवाने वाले कार्यालय का समय तीन बजे करने के आदेश भी जारी कर दिए।
उनसे यह पूछने पर की बीएसएनएल से सरकारी विभागों का मोहभंग हो रहा है और ये विभाग मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली प्राईवेट कम्पनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि बिजली निगम ने टैण्डर इनवाईट किए थे। लेकिन बीएसएनएल का रेट अन्य प्राईवेट कंपनियों से ज्यादा होने के कारण उन्हें यह टैण्डर नहीं मिल पाया। भविष्य में इसका ख्याल रखा जाएगा। लेकिन पुलिस विभाग द्वारा बीएसएनएल के मोबाइल फोन छोड़कर एयरटेल के प्रश्न को वे यह कहकर टाल गए कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना आईडी के बाजार में जो बीएनएलएल के मोबाइल कनेक्शन मिल रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जा रहा है। साथ में उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निगम के कानून इसके संबंध में काफी ढीले होने के कारण इन पर नकेल कसने में मुश्किल आ रही है।
लोगों की समस्याओं के आगे महाप्रबंधक मजबूर
डबवाली (लहू की लौ) भारत संचार निगम लि. द्वारा दूरभाष केन्द्र डबवाली में शनिवार को खुला दरबार आयोजित किया गया। शिकायतें सुनाने आए उपभोक्ताओं ने दरबार को 'निगम का खेलÓ करार देते हुए निगम के महाप्रबंधक को खूब खरी-खोटी सुनाई। बाद में निगम के महाप्रबंधक ने इसे अपनी 'मजबूरीÓ करार दिया।
शनिवार को बीएसएनएल की ओर से डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए खुला दरबार सजाया गया। लेकिन दरबार में शिकायती कम और दरबारी ज्यादा पहुंचे। लोगों की अधिकतर शिकायत बिल, एक्सचैंज के टेलीफोन कनेक्शन, मोबाईल सेवा, लैंडलाईन सेवा से संबंधित थी। आचार्य रमेश सचदेवा ने शिकायत की कि निगम द्वारा जब भी खुला दरबार आयोजित किया जाता है, वे अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं। लेकिन आज तक उनकी एक भी शिकायत का निपटान 'निगम के इस खेलÓ में नहीं हुआ। सचदेवा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि स्थानीय टेलीफोन एक्सचैंज में न तो कम्प्यूटर टेक्निकल है और न ही चैक के जरिए बिल पेमेंट करने का कोई प्रोसिजर बताया जाता। बीएसएनएल की कस्टमर केयर से फोन पर करीब पांच मिनट तक माथापच्ची करने के बाद बात होती है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे कम्प्यूटरों की कंफिरगेशन तक नहीं बताई जाती। यहां तक की निगम योजनाएं बनाता है, लेकिन डबवाली एक्सचैंज के अधिकारियों की इसकी जानकारी योजनाओं की समयावधि खत्म होने के बाद ही मिलती है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
कोच दीदार सिंह, मनीष कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने लैंडलाईन फोन के लिए अप्लाई किया हुआ है। लेकिन निगम के कर्मचारी बार-बार उन्हें टरका रहे हैं। इसी प्रकार मुकन्द लाल सेठी ने भी बिल की शिकायत दर्ज करवाई। गुरमेल सिंह लखेसर ने हरियाणा में रहते हुए रोमिंग पडऩे की शिकायत महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री से की।
उपभोक्ताओं की शिकायतें और खरी-खोटी सुनने के बाद महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल सरकारी डिपार्टमेंट है। निगम में स्टॉफ की कमी चल रही है। हिसार मण्डल की काफी प्रोपजलें उन्होंने उच्च अधिकारियों को मंजूरी के लिए भेजी हुई हैं। लेकिन पिछले तीन सालों से एक भी टैण्डर क्लीयर नहीं हुआ है। 15-20 टावर लगाए जा चुके हैं और सरकार पर उनका किराया भी पड़ गया है। लेकिन मंजूरी आज तक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट द्वारा उन पर टारगेट थोपा जाता है, इस टारगेट को पूरा करना उनके लिए आवश्यक होता है। जीएम अग्निहोत्री ने मजबूरी बताते हुए कहा कि बीएसएनएल वन मैन शो नहीं है। हर कार्य एक सिस्टम के तहत होता है। फाईलें कई टेबलों पर पहुंचकर पास की जाती हैं। हर कार्य उनकी खुद की पावर में नहीं है, ऑल इंडिया लेवल पर योजनाएं बनती हैं और लागू होती हैं। उन्होंने अपने स्तर की हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उपमहाप्रबंधक हिसार ओपी जांगिड़, एलसी सहारण एजीएम मार्केटिंग हिसार, मण्डल अभियंता सिरसा अमर सिंह, एसडीई मनमोहन सिंह, एसडीई भारत भूषण वधवा, जेई राकेश बांसल, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।
शनिवार को बीएसएनएल की ओर से डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए खुला दरबार सजाया गया। लेकिन दरबार में शिकायती कम और दरबारी ज्यादा पहुंचे। लोगों की अधिकतर शिकायत बिल, एक्सचैंज के टेलीफोन कनेक्शन, मोबाईल सेवा, लैंडलाईन सेवा से संबंधित थी। आचार्य रमेश सचदेवा ने शिकायत की कि निगम द्वारा जब भी खुला दरबार आयोजित किया जाता है, वे अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं। लेकिन आज तक उनकी एक भी शिकायत का निपटान 'निगम के इस खेलÓ में नहीं हुआ। सचदेवा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि स्थानीय टेलीफोन एक्सचैंज में न तो कम्प्यूटर टेक्निकल है और न ही चैक के जरिए बिल पेमेंट करने का कोई प्रोसिजर बताया जाता। बीएसएनएल की कस्टमर केयर से फोन पर करीब पांच मिनट तक माथापच्ची करने के बाद बात होती है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे कम्प्यूटरों की कंफिरगेशन तक नहीं बताई जाती। यहां तक की निगम योजनाएं बनाता है, लेकिन डबवाली एक्सचैंज के अधिकारियों की इसकी जानकारी योजनाओं की समयावधि खत्म होने के बाद ही मिलती है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
कोच दीदार सिंह, मनीष कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने लैंडलाईन फोन के लिए अप्लाई किया हुआ है। लेकिन निगम के कर्मचारी बार-बार उन्हें टरका रहे हैं। इसी प्रकार मुकन्द लाल सेठी ने भी बिल की शिकायत दर्ज करवाई। गुरमेल सिंह लखेसर ने हरियाणा में रहते हुए रोमिंग पडऩे की शिकायत महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री से की।
उपभोक्ताओं की शिकायतें और खरी-खोटी सुनने के बाद महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल सरकारी डिपार्टमेंट है। निगम में स्टॉफ की कमी चल रही है। हिसार मण्डल की काफी प्रोपजलें उन्होंने उच्च अधिकारियों को मंजूरी के लिए भेजी हुई हैं। लेकिन पिछले तीन सालों से एक भी टैण्डर क्लीयर नहीं हुआ है। 15-20 टावर लगाए जा चुके हैं और सरकार पर उनका किराया भी पड़ गया है। लेकिन मंजूरी आज तक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट द्वारा उन पर टारगेट थोपा जाता है, इस टारगेट को पूरा करना उनके लिए आवश्यक होता है। जीएम अग्निहोत्री ने मजबूरी बताते हुए कहा कि बीएसएनएल वन मैन शो नहीं है। हर कार्य एक सिस्टम के तहत होता है। फाईलें कई टेबलों पर पहुंचकर पास की जाती हैं। हर कार्य उनकी खुद की पावर में नहीं है, ऑल इंडिया लेवल पर योजनाएं बनती हैं और लागू होती हैं। उन्होंने अपने स्तर की हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उपमहाप्रबंधक हिसार ओपी जांगिड़, एलसी सहारण एजीएम मार्केटिंग हिसार, मण्डल अभियंता सिरसा अमर सिंह, एसडीई मनमोहन सिंह, एसडीई भारत भूषण वधवा, जेई राकेश बांसल, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।
16 साल की लड़की से बलात्कार
डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस ने एक नाबालिग लड़की की शिकायत पर गांव चौटाला के एक युवक के खिलाफ अपहरण करके बलात्कार करने के आरोप में केस दर्ज किया है।
गांव चौटाला निवासी रेणू देवी (16) पुत्री बलराम सोनी ने चौटाला पुलिस चौकी में दिये ब्यान में कहा है कि 24-25 नवम्बर की रात को उनके गांव का अमित पुत्र मंगतू राम उसके घर से उसका अपहरण करके अपने खेत में बने एक कोठे में ले गया और वहां पर आरोपी ने उसके साथ मुुंह काला किया और भाग गया। 25 नवम्बर को सुबह उसका ताऊ वीरू राम अमित के खेत में उसे ढूंढ़ता हुआ पहुंचा और उसे अपने साथ घर ले आया।
पीडि़ता के अनुसार उसने अपनी आपबीती अपने घर आकर अपने अभिभावकों को बताई। इसके बाद दोनों पक्षों की पंचायत हुई तथा मामला सुलझ गया। लेकिन इसके बाद 26 नवम्बर की रात को लगभग साढ़े बजे अमित अपने भाई विनोद व अन्य राजकुमार, बबलू बगैरा उनके घर आ धमके और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की। चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू ने बताया कि लड़की के उपरोक्त ब्यान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 363/366ए/376/342/147/149/323/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके पीडि़ता का चौटाला के सिविल अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाई। सिविल अस्पताल चौटाला की डॉ. कुलविन्द्र कौर ने बताया कि लड़की का स्वैब लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया।
गांव चौटाला निवासी रेणू देवी (16) पुत्री बलराम सोनी ने चौटाला पुलिस चौकी में दिये ब्यान में कहा है कि 24-25 नवम्बर की रात को उनके गांव का अमित पुत्र मंगतू राम उसके घर से उसका अपहरण करके अपने खेत में बने एक कोठे में ले गया और वहां पर आरोपी ने उसके साथ मुुंह काला किया और भाग गया। 25 नवम्बर को सुबह उसका ताऊ वीरू राम अमित के खेत में उसे ढूंढ़ता हुआ पहुंचा और उसे अपने साथ घर ले आया।
पीडि़ता के अनुसार उसने अपनी आपबीती अपने घर आकर अपने अभिभावकों को बताई। इसके बाद दोनों पक्षों की पंचायत हुई तथा मामला सुलझ गया। लेकिन इसके बाद 26 नवम्बर की रात को लगभग साढ़े बजे अमित अपने भाई विनोद व अन्य राजकुमार, बबलू बगैरा उनके घर आ धमके और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की। चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू ने बताया कि लड़की के उपरोक्त ब्यान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 363/366ए/376/342/147/149/323/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके पीडि़ता का चौटाला के सिविल अस्पताल से डॉक्टरी जांच करवाई। सिविल अस्पताल चौटाला की डॉ. कुलविन्द्र कौर ने बताया कि लड़की का स्वैब लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया।
लड़कियों के स्कूल के बाहर हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार देर शाम को राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के बाहर सड़क पर छात्राओं द्वारा साईकिलें खड़ी करने की मामला इतना तूल पकड़ गया कि विद्यालय के मुख्य अध्यापक और आसपास के परेशान लोग आमने-सामने आ गये।
भड़के लोगों ने प्रिंसीपल को शाम करीब साढ़े छह बजे विद्यालय के पास घेर लिया। उस पर नशे में होने का आरोप लगाते हुए उसे मारने को दौड़े लेकिन उसने भाग कर एक मकान में छुप कर जान बचाई। कांग्रेसी नेता इन्द्र जैन, मुनीष जैन, गुरबचन, सुनील कुमार आदि ने बताया कि स्कूल प्रिंसीपल ने साईकिलों को स्कूल के बाहर खड़े करने की उपमंडलाधीश को शिकायत करने के बाद उनसे दुव्र्यवहार किया और नशे में धुत्त होकर गाली-गलौच किया।
वार्ड नं. 2 के निवासी गुरबचन दास पुत्र प्रभु दयाल ने थाना शहर पुलिस डबवाली में एक दरख्वास्त देकर आरोप लगाया कि वह लोग उपमंडलाधीश डबवाली को स्कूल के सामने सड़क पर खड़ी साईकिलों को हटवाने के लिए मिले, इस पर स्कूल का मुख्य अध्यापक इन्द्रजीत सागवान उनको गाली-गलौच करने लगा तथा शराब पीकर जान से मारने की धमकियों पर उतर आया।
इधर विद्यालय के पिं्रंसीपल इन्द्रजीत सागवान ने इस बात को स्वीकार किया कि साईकिल खड़े करने को लेकर उनका कुछ लोगों से झगड़ा हुआ है लेकिन उन्होंने शराब पीये होने से इंकार किया। उन्होंने बताया कि उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने भी उनसे साईकिलों को खड़े करने संबंधी व्यवस्था करने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि साईकिलों का मामला आने पर उन्होंने गली में लगे जनरेटरों को भी हटवाने की मांग उपमंडलाधीश के समक्ष रखी थी। इसी मामले को लेकर कुछ लोग उसके पीछे पड़े हुए हैं। उसकी किसी के साथ लड़ाई नहीं है।
विद्यालय की शिक्षा समिति के सदस्य तथा वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि विद्यालय के बाहर छात्राओं द्वारा साईकिल खड़े करने से यातायात में बाधा आती है और इससे इस क्षेत्र के दुकानदार तथा निवासी परेशान होते हैं। इसको मद्देनजर रखते हुए मंगलवार से साईकिलों को विद्यालय के भीतर खड़े करने की व्यवस्था कर दी जायेगी।
थाना शहर पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है और दोनों पक्षों को थाना में बुलाया गया है। उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
भड़के लोगों ने प्रिंसीपल को शाम करीब साढ़े छह बजे विद्यालय के पास घेर लिया। उस पर नशे में होने का आरोप लगाते हुए उसे मारने को दौड़े लेकिन उसने भाग कर एक मकान में छुप कर जान बचाई। कांग्रेसी नेता इन्द्र जैन, मुनीष जैन, गुरबचन, सुनील कुमार आदि ने बताया कि स्कूल प्रिंसीपल ने साईकिलों को स्कूल के बाहर खड़े करने की उपमंडलाधीश को शिकायत करने के बाद उनसे दुव्र्यवहार किया और नशे में धुत्त होकर गाली-गलौच किया।
वार्ड नं. 2 के निवासी गुरबचन दास पुत्र प्रभु दयाल ने थाना शहर पुलिस डबवाली में एक दरख्वास्त देकर आरोप लगाया कि वह लोग उपमंडलाधीश डबवाली को स्कूल के सामने सड़क पर खड़ी साईकिलों को हटवाने के लिए मिले, इस पर स्कूल का मुख्य अध्यापक इन्द्रजीत सागवान उनको गाली-गलौच करने लगा तथा शराब पीकर जान से मारने की धमकियों पर उतर आया।
इधर विद्यालय के पिं्रंसीपल इन्द्रजीत सागवान ने इस बात को स्वीकार किया कि साईकिल खड़े करने को लेकर उनका कुछ लोगों से झगड़ा हुआ है लेकिन उन्होंने शराब पीये होने से इंकार किया। उन्होंने बताया कि उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने भी उनसे साईकिलों को खड़े करने संबंधी व्यवस्था करने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि साईकिलों का मामला आने पर उन्होंने गली में लगे जनरेटरों को भी हटवाने की मांग उपमंडलाधीश के समक्ष रखी थी। इसी मामले को लेकर कुछ लोग उसके पीछे पड़े हुए हैं। उसकी किसी के साथ लड़ाई नहीं है।
विद्यालय की शिक्षा समिति के सदस्य तथा वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि विद्यालय के बाहर छात्राओं द्वारा साईकिल खड़े करने से यातायात में बाधा आती है और इससे इस क्षेत्र के दुकानदार तथा निवासी परेशान होते हैं। इसको मद्देनजर रखते हुए मंगलवार से साईकिलों को विद्यालय के भीतर खड़े करने की व्यवस्था कर दी जायेगी।
थाना शहर पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है और दोनों पक्षों को थाना में बुलाया गया है। उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
27 नवंबर 2010
तीन दिनों में डबवाली बनी क्राईम सिटी
डबवाली (लहू की लौ) बदमाशों की बढ़ रही गतिविधियों ने आमजन को दहशत में डालते हुए पिछले तीन दिनों से डबवाली शहर को क्राईम सिटी बना डाला है। कभी चोरी, तो कभी सीनाजोरी, तो कभी सरे बाजार तेजधार हथियारों से हत्या। एक ही रात में नगर में अज्ञात चोरों ने तीन वारदातों को अंजाम दिया। कलोनी रोड़ पर स्थित श्री गणेश जूस बार से चोर हजारों रूपए के विद्युत उपकरण चुरा ले गए। न्यू बस स्टैण्ड रोड़ पर एक बाईक और साईकिल को उड़ा ले गए।
श्री गणेश जूस बार के मालिक अमर लाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह 6 बजे जब वह अपनी दुकान पर आया तो देखा कि दुकान का शट्टर उठा था और ताले गायब थे। दुकान के भीतर पडी दो बैटरी और एक इन्वर्टर गायब मिला। जिसकी कीमत करीब बीस हजार रूपए है। इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी गई।
डबवाली के आदर्श नगर निवासी भारत भूषण वधवा (40) ने बताया कि वह न्यू बस स्टैण्ड पर एकाऊंटैंट लवली सिंगला के पास एकाऊंट सीखने के लिए गुरूवार रात को गया था। करीब 9 बजे बैच समाप्त होने के बाद वह बाहर निकला तो देखा कि उसका ब्लैक रंग का स्पलेण्डर प्लस बाईक (नं. एचआर21बी/1125) गायब है। इसी रोड़ पर स्थित ब्रादर्ज टेलर के मालिक कुलविन्द्र सिंह का बाहर खड़ा साईकिल कोई अज्ञात व्यक्ति उठा ले गया।थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
श्री गणेश जूस बार के मालिक अमर लाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह 6 बजे जब वह अपनी दुकान पर आया तो देखा कि दुकान का शट्टर उठा था और ताले गायब थे। दुकान के भीतर पडी दो बैटरी और एक इन्वर्टर गायब मिला। जिसकी कीमत करीब बीस हजार रूपए है। इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी गई।
डबवाली के आदर्श नगर निवासी भारत भूषण वधवा (40) ने बताया कि वह न्यू बस स्टैण्ड पर एकाऊंटैंट लवली सिंगला के पास एकाऊंट सीखने के लिए गुरूवार रात को गया था। करीब 9 बजे बैच समाप्त होने के बाद वह बाहर निकला तो देखा कि उसका ब्लैक रंग का स्पलेण्डर प्लस बाईक (नं. एचआर21बी/1125) गायब है। इसी रोड़ पर स्थित ब्रादर्ज टेलर के मालिक कुलविन्द्र सिंह का बाहर खड़ा साईकिल कोई अज्ञात व्यक्ति उठा ले गया।थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बदमाशों ने किया व्यापारियों पर कापों से हमला
डबवाली (लहू की लौ) वीरवार की रात को लगभग 9.30 बजे कुएं वाली गली में चार अज्ञात मोंकी कैपधारी युवकों ने कापों से दो व्यापारियों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया और फरार हो गये।
डबवाली के गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा के सामने स्थित करियाना विक्रेता मै. बिशम्बर दास रूलदू राम फर्म के पार्टनर संजय बागड़ी (40) पुत्र श्री चन्द ने बताया कि उनके पास दिल्ली से हल्दी, मिर्च, मसाला का व्यापारी जीवन राम (55) पुत्र सूरज भान भुगतान लेने के लिए वीरवार दोपहर को आया हुआ था। रात को उसने जीवन राम को वार्ड नं. 2 की अमृतरियों वाली गली में स्थित अपने घर पर खाना खिलाया और बस स्टैंड छोडऩे के लिए अपनी बाईक पर रवाना हो गया। वह अभी घर से निकल कर कुएं वाली गली में गया ही था कि मास्टर लभू राम गोयल के घर के पास पहले से चार युवक खड़े थे। इन युवकों ने मोंकीकैप से अपने चेहरे ढांपे हुए थे।
बागड़ी के अनुसार इन चार युवकों में से दो मोटरसाईकिल को स्टार्ट किये हुए थे जबकि दो युवक खड़े थे। जैसे ही उनकी वाईक खड़े हुए युवकों के पास से गुजरने लगी तो इन युवकों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। वह और उसके साथ जा रहा व्यापारी वहीं गिर गये। उनका शोर सुन कर इक्_े हुए गली वासियों को देख कर युवक वहां से फरार हो गये। लेकिन एक युवक से भागते समय हथियार वहीं गिर गया। घायल अवस्था में गली वासियों ने उन्हें सरकारी अस्पताल पहुंचाया।
इसकी सूचना तत्काल गोल बाजार पुलिस चौकी को दी गई। सूचना पाकर मौका पर पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार दल बल के साथ पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। कृष्ण कुमार ने बताया कि घायल संजय कुमार तथा जीवन राम ने कार्यवाही करवाने से इंकार करते हुए अस्पताल से एमएलआर भी नहीं कटवाई है। लेकिन पुलिस ने इस एरिया में लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति को बनाये रखने के लिए गश्त बढ़ा दी है।
ज्ञातव्य रहे बुधवार शाम से लगातार गोल बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र में वारदातें हो रही हैं। जिससे पूरे नगर में दहशत का माहौल है।
डबवाली के गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा के सामने स्थित करियाना विक्रेता मै. बिशम्बर दास रूलदू राम फर्म के पार्टनर संजय बागड़ी (40) पुत्र श्री चन्द ने बताया कि उनके पास दिल्ली से हल्दी, मिर्च, मसाला का व्यापारी जीवन राम (55) पुत्र सूरज भान भुगतान लेने के लिए वीरवार दोपहर को आया हुआ था। रात को उसने जीवन राम को वार्ड नं. 2 की अमृतरियों वाली गली में स्थित अपने घर पर खाना खिलाया और बस स्टैंड छोडऩे के लिए अपनी बाईक पर रवाना हो गया। वह अभी घर से निकल कर कुएं वाली गली में गया ही था कि मास्टर लभू राम गोयल के घर के पास पहले से चार युवक खड़े थे। इन युवकों ने मोंकीकैप से अपने चेहरे ढांपे हुए थे।
बागड़ी के अनुसार इन चार युवकों में से दो मोटरसाईकिल को स्टार्ट किये हुए थे जबकि दो युवक खड़े थे। जैसे ही उनकी वाईक खड़े हुए युवकों के पास से गुजरने लगी तो इन युवकों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। वह और उसके साथ जा रहा व्यापारी वहीं गिर गये। उनका शोर सुन कर इक्_े हुए गली वासियों को देख कर युवक वहां से फरार हो गये। लेकिन एक युवक से भागते समय हथियार वहीं गिर गया। घायल अवस्था में गली वासियों ने उन्हें सरकारी अस्पताल पहुंचाया।
इसकी सूचना तत्काल गोल बाजार पुलिस चौकी को दी गई। सूचना पाकर मौका पर पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार दल बल के साथ पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। कृष्ण कुमार ने बताया कि घायल संजय कुमार तथा जीवन राम ने कार्यवाही करवाने से इंकार करते हुए अस्पताल से एमएलआर भी नहीं कटवाई है। लेकिन पुलिस ने इस एरिया में लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति को बनाये रखने के लिए गश्त बढ़ा दी है।
ज्ञातव्य रहे बुधवार शाम से लगातार गोल बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र में वारदातें हो रही हैं। जिससे पूरे नगर में दहशत का माहौल है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ (Atom)