28 नवंबर 2010

लोगों की समस्याओं के आगे महाप्रबंधक मजबूर

डबवाली (लहू की लौ) भारत संचार निगम लि. द्वारा दूरभाष केन्द्र डबवाली में शनिवार को खुला दरबार आयोजित किया गया। शिकायतें सुनाने आए उपभोक्ताओं ने दरबार को 'निगम का खेलÓ करार देते हुए निगम के महाप्रबंधक को खूब खरी-खोटी सुनाई। बाद में निगम के महाप्रबंधक ने इसे अपनी 'मजबूरीÓ करार दिया।
शनिवार को बीएसएनएल की ओर से डबवाली टेलीफोन एक्सचैंज में उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करने के लिए खुला दरबार सजाया गया। लेकिन दरबार में शिकायती कम और दरबारी ज्यादा पहुंचे। लोगों की अधिकतर शिकायत बिल, एक्सचैंज के टेलीफोन कनेक्शन, मोबाईल सेवा, लैंडलाईन सेवा से संबंधित थी। आचार्य रमेश सचदेवा ने शिकायत की कि निगम द्वारा जब भी खुला दरबार आयोजित किया जाता है, वे अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं। लेकिन आज तक उनकी एक भी शिकायत का निपटान 'निगम के इस खेलÓ में नहीं हुआ। सचदेवा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि स्थानीय टेलीफोन एक्सचैंज में न तो कम्प्यूटर टेक्निकल है और न ही चैक के जरिए बिल पेमेंट करने का कोई प्रोसिजर बताया जाता। बीएसएनएल की कस्टमर केयर से फोन पर करीब पांच मिनट तक माथापच्ची करने के बाद बात होती है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपलब्ध करवाए जा रहे कम्प्यूटरों की कंफिरगेशन तक नहीं बताई जाती। यहां तक की निगम योजनाएं बनाता है, लेकिन डबवाली एक्सचैंज के अधिकारियों की इसकी जानकारी योजनाओं की समयावधि खत्म होने के बाद ही मिलती है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
कोच दीदार सिंह, मनीष कुमार ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने लैंडलाईन फोन के लिए अप्लाई किया हुआ है। लेकिन निगम के कर्मचारी बार-बार उन्हें टरका रहे हैं। इसी प्रकार मुकन्द लाल सेठी ने भी बिल की शिकायत दर्ज करवाई। गुरमेल सिंह लखेसर ने हरियाणा में रहते हुए रोमिंग पडऩे की शिकायत महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री से की।
उपभोक्ताओं की शिकायतें और खरी-खोटी सुनने के बाद महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने कहा कि बीएसएनएल सरकारी डिपार्टमेंट है। निगम में स्टॉफ की कमी चल रही है। हिसार मण्डल की काफी प्रोपजलें उन्होंने उच्च अधिकारियों को मंजूरी के लिए भेजी हुई हैं। लेकिन पिछले तीन सालों से एक भी टैण्डर क्लीयर नहीं हुआ है। 15-20 टावर लगाए जा चुके हैं और सरकार पर उनका किराया भी पड़ गया है। लेकिन मंजूरी आज तक नहीं मिली। उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट द्वारा उन पर टारगेट थोपा जाता है, इस टारगेट को पूरा करना उनके लिए आवश्यक होता है। जीएम अग्निहोत्री ने मजबूरी बताते हुए कहा कि बीएसएनएल वन मैन शो नहीं है। हर कार्य एक सिस्टम के तहत होता है। फाईलें कई टेबलों पर पहुंचकर पास की जाती हैं। हर कार्य उनकी खुद की पावर में नहीं है, ऑल इंडिया लेवल पर योजनाएं बनती हैं और लागू होती हैं। उन्होंने अपने स्तर की हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उपमहाप्रबंधक हिसार ओपी जांगिड़, एलसी सहारण एजीएम मार्केटिंग हिसार, मण्डल अभियंता सिरसा अमर सिंह, एसडीई मनमोहन सिंह, एसडीई भारत भूषण वधवा, जेई राकेश बांसल, पवन कुमार आदि उपस्थित थे।

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