डबवाली (लहू की लौ) गांव मिड्डूखेड़ा में शुक्रवार देर रात को एक मजदूर ने चरित्र के संदेह में अपनी पत्नी की तेजधार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी और स्वयं गांव के नजदीक से गुजरने वाली राजस्थान कैनाल में कूद गया।
जानकारी अनुसार गांव मिड्डूखेड़ा निवासी रज्जा उर्फ राजा सिंह के बेटे जगसीर सिंह उर्फ सीरा सिंह की शादी करीब चौदह वर्ष पहले गांव दौला निवासी गोरा सिंह की बेटी संदीप कौर से हुई थी। पिछले कुछ सालों से दोनों में मनमुटाव चला आ रहा था। सीरा के भाई मोहन सिंह के अनुसार संदीप कौर उनके घर के पास स्थित शराब के ठेके के करिंदों से अक्सर मिलती-जुलती रहती थी। जिस पर सीरा एतराज करता था। बार-बार समझाने के बावजूद भी संदीप कौर नहीं मानी और सीरा इसे सामाजिक तौर पर अपनी बेइज्जती मानता था। मौका मिलते ही संदीप कौर को उसने तेजधार हथियारों से काट डाला।
घटना की सूचना मिलने पर लम्बी थाना प्रमुख हरिन्द्र सिंह चमेली मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटना का निरीक्षण किया। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मलोट भेज दिया। पुलिस ने मृतका के पिता गोरा सिंह पुत्र काला सिंह के ब्यान पर सीरा सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह चमेली ने बताया कि मृतका के पिता गोरा सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी से सीरा सिंह अक्सर उससे मारपीट करता रहता था। वह उसे कई बार समझा चुके थे। पांच दिन पूर्व सीरा अपनी पत्नी संदीप कौर को मायके से ले गया था। शुक्रवार को उन्हें पता चला कि दोनों में फिर तनाव पैदा हो गया है। जिस पर समझाने-बुझाने के लिए वह गांव मिड्डूखेड़ा में आ गया। जब वह समझा-बुझा रहा था तो उस समय सीरा तैश में आ गया और उसने उसके सामने ही कापे से संदीप कौर को काट डाला और फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें बताया है कि हत्या के बाद जगसीर सिंह उर्फ सीरा राजस्थान कैनाल में कूद गया। लेकिन अभी तक उसकी लाश नहीं मिली है। फिलहाल पुलिस ने सीरा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
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Lahoo Ki Lau
15 अगस्त 2010
मूर्ति स्थापना को लेकर दिन-भर रहा तनाव
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वाल्मीकि चौक के पास गन्दगी के डिपू को उठवाने के लिए हनुमान के श्रद्धालुओं ने रामसेवक हनुमान की मूर्ति स्थापित कर दी। जिसको लेकर बवाल खड़ा हो गया। प्रशासन के अधिकारी मौका पर पहुंचे। लेकिन काफी देर तक माथापच्ची करने के बाद भी श्रद्धालु अपनी बात से टस से मस नहीं हुए।
रामसेवक हनुमान की मूर्ति की स्थापना के पक्ष और विरोध में दो ग्रुप खड़े हो गये। एक ग्रुप का नेतृत्व प्रवीन सिंगला तथा दूसरे ग्रुप का नेतृत्व कामरेड गणपत राम कर रहे थे। प्रवीन सिंगला ने बताया कि उनके घरों के आगे नगरपालिका ने डिपू बना रखा है और गन्दगी के ढेर यहां लगे रहते हैं, जिसके चलते उनके बच्चे रोगी हो गये हैं। कई बार नगरपालिका को डिपू हटवाने के लिए कहा गया। लेकिन नगरपालिका टस से मस नहीं हुई बल्कि लोगों ने यहां पर मांस तक फेंकना शुरू कर दिया। यहीं नहीं बल्कि लोग इस स्थान पर खड़े होकर पेशाब करते हैं जिसका दुष्प्रभाव उनके परिवारों पर पड़ रहा है। जिसके चलते आसपास के सभी लोगों ने साफ-सफाई करके हनुमान की मूर्ति स्थापित करके इसे पावन स्थान बनाने का प्रयास किया।
इधर दूसरे पक्ष के कामरेड गणपत राम बगैरा का आरोप है कि वह गन्दगी कहां फेंके। जबकि पिछले 25 सालों से यहां कूड़े का डिपू बना हुआ है। इस मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। यहां तक कि दोनों पक्षों की महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं। तनाव की स्थिति और मंदिर के अवैध निर्माण को लेकर मौका पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल तथा नायब तहसीलदार हरि ओम बिश्नोई दल बल के साथ मौका पर पहुंचे। लेकिन जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने हनुमान की मूर्ति को हटवाने का प्रयास किया तो श्रद्धालु महिलाएं वहां डट गईं और उन्होंने मूर्ति को चारों ओर से घेर लिया और साथ में चेतावनी दी कि मूर्ति उनकी लाशों के ऊपर से ही उठेगी। मामले को सुलझाने के लिए उपमंडलाधीश ने अग्रवाल पीरखाना में वार्ड नं. 13, 14, 15 के लोगों की एक बैठक बुलाई और उसमें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के नवम्बर 2009 के निर्णय अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से मंदिर का निर्माण करवाना गैरकानूनी है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्पष्ट रूप से हिदायतें दी गई हैं कि इस अवैध निर्माण को तुरन्त प्रभाव से गिरा दिया जाये वरना वह सभी लोग दोषी होंगे जो इस अवैध निर्माण को देखेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बठिंडा रोड़ पर स्थित रामभक्त हनुमान मंदिर को भी तोडऩे के आदेश आ चुके हैं। इसे भी कुछ दिनों में गिराया जा सकता है। राम भक्त हनुमान मंदिर प्रबंधक समिति को स्वयं ही मंदिर को हटवा लेेने के लिए कहा गया है। इस मौके पर उन्होंने वार्ड नं. 14 में ताजा स्थापित की गई मूर्ति को हटवाने के लिए 14 मैम्बरी कमेटी का गठन किया। जिसमें पार्षद विनोद बांसल, पार्षद मधु बागड़ी, पार्षद सुरजीत चावला के साथ-साथ सीता राम सिंगला, साहब राम पुहाल, रामरख, चित्रगुप्त छाबड़ा, प्रवीन सिंगला, डॉ. भारत भूषण छाबड़ा, विजय छाबड़ा, संजय कुमार, गणपत राम, आशा वाल्मीकि और कृष्ण कुमार को मनोनित किया गया। लेकिन जब मूर्ति को हटाने का समय आया तो इस क मेटी के अधिकांश सदस्य मौका से फरार हो गये और कहने लगे कि वह अपने हाथों से स्थापित की गई मूर्ति को किसी भी कीमत पर हटा कर पाप नहीं लेंगे। इस मौके पर तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई कि उपमंडलाधीश तो इस मामले को बीच में ही छोड़ कर चले गये। लेकिन दोनों पक्षों की महिलाएं आमने-सामने आ गईं। समय रहते थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा, थाना सदर प्रभारी भगवान दास और उनके साथियों ने स्थिति को नियंत्रण मेें कर लिया। अन्तत: काफी लम्बे विवाद के बाद करीब 2 बजे दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गये कि मूर्ति को सम्मान सहित हटा कर वाल्मीकि मंदिर में पहुंचा दिया जाये। इस स्थान पर कोई भी कूड़ा नहीं फेंकेगा। बल्कि यहां खड़ी की गई रेहडिय़ों में कूड़ा डाल देगा। पुन: उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने मामले को अपने हाथ में लिया और दोनों पक्षों में अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पर मामले को सुलझाने के बाद नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल के नेतृत्व में मूर्ति को वहां से हटा कर सम्मानपूर्वक वाल्मीकि मंदिर में भेज दिया। वाल्मीकि समाज के साहब राम पुहाल ने कहा कि इस मूर्ति को यहां स्थापित करवायेंगे।
रामसेवक हनुमान की मूर्ति की स्थापना के पक्ष और विरोध में दो ग्रुप खड़े हो गये। एक ग्रुप का नेतृत्व प्रवीन सिंगला तथा दूसरे ग्रुप का नेतृत्व कामरेड गणपत राम कर रहे थे। प्रवीन सिंगला ने बताया कि उनके घरों के आगे नगरपालिका ने डिपू बना रखा है और गन्दगी के ढेर यहां लगे रहते हैं, जिसके चलते उनके बच्चे रोगी हो गये हैं। कई बार नगरपालिका को डिपू हटवाने के लिए कहा गया। लेकिन नगरपालिका टस से मस नहीं हुई बल्कि लोगों ने यहां पर मांस तक फेंकना शुरू कर दिया। यहीं नहीं बल्कि लोग इस स्थान पर खड़े होकर पेशाब करते हैं जिसका दुष्प्रभाव उनके परिवारों पर पड़ रहा है। जिसके चलते आसपास के सभी लोगों ने साफ-सफाई करके हनुमान की मूर्ति स्थापित करके इसे पावन स्थान बनाने का प्रयास किया।
इधर दूसरे पक्ष के कामरेड गणपत राम बगैरा का आरोप है कि वह गन्दगी कहां फेंके। जबकि पिछले 25 सालों से यहां कूड़े का डिपू बना हुआ है। इस मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। यहां तक कि दोनों पक्षों की महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं। तनाव की स्थिति और मंदिर के अवैध निर्माण को लेकर मौका पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल तथा नायब तहसीलदार हरि ओम बिश्नोई दल बल के साथ मौका पर पहुंचे। लेकिन जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने हनुमान की मूर्ति को हटवाने का प्रयास किया तो श्रद्धालु महिलाएं वहां डट गईं और उन्होंने मूर्ति को चारों ओर से घेर लिया और साथ में चेतावनी दी कि मूर्ति उनकी लाशों के ऊपर से ही उठेगी। मामले को सुलझाने के लिए उपमंडलाधीश ने अग्रवाल पीरखाना में वार्ड नं. 13, 14, 15 के लोगों की एक बैठक बुलाई और उसमें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के नवम्बर 2009 के निर्णय अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से मंदिर का निर्माण करवाना गैरकानूनी है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्पष्ट रूप से हिदायतें दी गई हैं कि इस अवैध निर्माण को तुरन्त प्रभाव से गिरा दिया जाये वरना वह सभी लोग दोषी होंगे जो इस अवैध निर्माण को देखेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बठिंडा रोड़ पर स्थित रामभक्त हनुमान मंदिर को भी तोडऩे के आदेश आ चुके हैं। इसे भी कुछ दिनों में गिराया जा सकता है। राम भक्त हनुमान मंदिर प्रबंधक समिति को स्वयं ही मंदिर को हटवा लेेने के लिए कहा गया है। इस मौके पर उन्होंने वार्ड नं. 14 में ताजा स्थापित की गई मूर्ति को हटवाने के लिए 14 मैम्बरी कमेटी का गठन किया। जिसमें पार्षद विनोद बांसल, पार्षद मधु बागड़ी, पार्षद सुरजीत चावला के साथ-साथ सीता राम सिंगला, साहब राम पुहाल, रामरख, चित्रगुप्त छाबड़ा, प्रवीन सिंगला, डॉ. भारत भूषण छाबड़ा, विजय छाबड़ा, संजय कुमार, गणपत राम, आशा वाल्मीकि और कृष्ण कुमार को मनोनित किया गया। लेकिन जब मूर्ति को हटाने का समय आया तो इस क मेटी के अधिकांश सदस्य मौका से फरार हो गये और कहने लगे कि वह अपने हाथों से स्थापित की गई मूर्ति को किसी भी कीमत पर हटा कर पाप नहीं लेंगे। इस मौके पर तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई कि उपमंडलाधीश तो इस मामले को बीच में ही छोड़ कर चले गये। लेकिन दोनों पक्षों की महिलाएं आमने-सामने आ गईं। समय रहते थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा, थाना सदर प्रभारी भगवान दास और उनके साथियों ने स्थिति को नियंत्रण मेें कर लिया। अन्तत: काफी लम्बे विवाद के बाद करीब 2 बजे दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गये कि मूर्ति को सम्मान सहित हटा कर वाल्मीकि मंदिर में पहुंचा दिया जाये। इस स्थान पर कोई भी कूड़ा नहीं फेंकेगा। बल्कि यहां खड़ी की गई रेहडिय़ों में कूड़ा डाल देगा। पुन: उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने मामले को अपने हाथ में लिया और दोनों पक्षों में अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पर मामले को सुलझाने के बाद नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल के नेतृत्व में मूर्ति को वहां से हटा कर सम्मानपूर्वक वाल्मीकि मंदिर में भेज दिया। वाल्मीकि समाज के साहब राम पुहाल ने कहा कि इस मूर्ति को यहां स्थापित करवायेंगे।
हिल गई डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार रात को एक सीनेटरी शॉप में जोरदार विस्फोट हुआ। विस्फोट से उठी आग की लपटों की चपेट में आकर दो जनें घायल हो गए। दुकान का सामान और एक बाईक जल गया। आस-पास की दुकानों को भी नुक्सान पहुंचा। पुलिस ने सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। फिलहाल विस्फोट में प्रयुक्त किए गए पदार्थ का पता नहीं चल सका है।
राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में सीनेटरी शॉप मै. हंसराज भूषण कुमार पर गुरूवार रात करीब 10.55 पर जोरदार धमाका हुआ। जिससे दुकान के परखच्चे उड़ गए। दो दुकानों पर लगे शट्टर दुकान से करीब पंद्रह फुट की दूरी पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दीवार के पास जाकर गिरे। दुकानों के भीतर की दीवारें तहस-नहस हो गई। मौका पर पहुंची दमकल गाडिय़ों ने धमाके बाद उठी आग पर काबू पाया। विस्फोट से साथ पड़ती दुकानों में भी दरारें आ गई। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा, गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार अपने दलबल सहित पहुंचे।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार ने बताया कि गुरूवार रात को उन्हें सूचना मिली कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी शॉप पर धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। दो लोग खून से लथपथ सड़क पर पड़े हैं। वे मौका पर पहुंचे उस समय दुकान के भीतर पड़े सामान और सड़क पर गिरी पड़ी एक बाईक को आग लगी हुई थी। दो दुकानों के शट्टर करीब पंद्रह फुट की दूरी गिर पड़े मिले। जबकि घायल वहां से गायब थे।
जांच अधिकारी के अनुसार दुकान मालिक राकेश कुमार (31) निवासी डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रात को करीब 8.30 बजे दुकान मंगल करके घर गया था। रात को करीब 11 बजे उसे पता चला कि उसकी दुकान में विस्फोट हुआ है और दुकान में पड़े सामान को आग लगी हुई है तथा साथ में वहां खड़ी एक बाईक भी जल रही है। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए ब्यान में यह भी बताया पिछले दो वर्षों से दुकान के कब्जे को लेकर उनका वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली से झगड़ा चल रहा है और यह विवाद अदालत में विचाराधीन है। ये लोग उसे कई बार धमकियां दे चुके हैं और करीब चार-पांच माह पूर्व उनकी दुकान पर आकर कब्जे का प्रयास भी कर चुके हैं। उसे संदेह है कि इन्हीं लोगों ने रात को विस्फोट करके उसकी दुकान को उड़ाने का प्रयास किया।
थाना शहर पुलिस डबवाली ने राकेश के ब्यान पर वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली तथा एक अन्य युवक सोनू के खिलाफ धारा 436/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
एएसआई के अनुसार विस्फोट में घायल होने वाले के नाम अमित तथा सोनू बताया जाता है। पुलिस को मालूम हुआ है कि घायलों को बठिण्डा लेजाया गया है।
इधर घायलों को बठिण्डा लेजाने वाले मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब डबवाली की एम्बूलैंस के चालक राजू ने मोबाइल पर बताया कि इस समय वह चण्डीगढ़ में है। वह शुक्रवार सुबह 4.30 बजे राज अस्पताल, किलियांवाली से मोटरसाईकिल को आग लगने से घायल हुए युवकों को लेकर बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के अस्पताल में दाखिल करवाकर आया है।
बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के पास दाखिल अमित उर्फ धन्ना (40) पुत्र वेदप्रकाश निवासी नजदीक पुराना पोस्ट ऑफिस, डबवाली ने संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि उसकी टांग में फ्रेक्चर आया है। उसके चाचा दर्शन कुमार ने पहले उसे राज अस्पताल, मण्डी किलियांवाली में दाखिल करवाया था। बारिश की वजह से रात को 10.30 बजे उसका मोटरसाईकिल पुराना बस स्टैण्ड के निकट गिर जाने से उसे चोट लगी। जबकि इसी अस्पताल में उपचाराधीन सोनू (19) पुत्र गोरीशंकर निवासी डबवाली ने बताया कि वह धनराज की करियाणा की दुकान पर काम करता है। डबवाली के पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर मोटरसाईकिल को आग लगने का हादसा होने के कारण वह घायल हो गया। आग कैसे लगी उसे मालूम नहीं।
राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में सीनेटरी शॉप मै. हंसराज भूषण कुमार पर गुरूवार रात करीब 10.55 पर जोरदार धमाका हुआ। जिससे दुकान के परखच्चे उड़ गए। दो दुकानों पर लगे शट्टर दुकान से करीब पंद्रह फुट की दूरी पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दीवार के पास जाकर गिरे। दुकानों के भीतर की दीवारें तहस-नहस हो गई। मौका पर पहुंची दमकल गाडिय़ों ने धमाके बाद उठी आग पर काबू पाया। विस्फोट से साथ पड़ती दुकानों में भी दरारें आ गई। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा, गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार अपने दलबल सहित पहुंचे।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार ने बताया कि गुरूवार रात को उन्हें सूचना मिली कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी शॉप पर धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। दो लोग खून से लथपथ सड़क पर पड़े हैं। वे मौका पर पहुंचे उस समय दुकान के भीतर पड़े सामान और सड़क पर गिरी पड़ी एक बाईक को आग लगी हुई थी। दो दुकानों के शट्टर करीब पंद्रह फुट की दूरी गिर पड़े मिले। जबकि घायल वहां से गायब थे।
जांच अधिकारी के अनुसार दुकान मालिक राकेश कुमार (31) निवासी डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रात को करीब 8.30 बजे दुकान मंगल करके घर गया था। रात को करीब 11 बजे उसे पता चला कि उसकी दुकान में विस्फोट हुआ है और दुकान में पड़े सामान को आग लगी हुई है तथा साथ में वहां खड़ी एक बाईक भी जल रही है। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए ब्यान में यह भी बताया पिछले दो वर्षों से दुकान के कब्जे को लेकर उनका वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली से झगड़ा चल रहा है और यह विवाद अदालत में विचाराधीन है। ये लोग उसे कई बार धमकियां दे चुके हैं और करीब चार-पांच माह पूर्व उनकी दुकान पर आकर कब्जे का प्रयास भी कर चुके हैं। उसे संदेह है कि इन्हीं लोगों ने रात को विस्फोट करके उसकी दुकान को उड़ाने का प्रयास किया।
थाना शहर पुलिस डबवाली ने राकेश के ब्यान पर वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली तथा एक अन्य युवक सोनू के खिलाफ धारा 436/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
एएसआई के अनुसार विस्फोट में घायल होने वाले के नाम अमित तथा सोनू बताया जाता है। पुलिस को मालूम हुआ है कि घायलों को बठिण्डा लेजाया गया है।
इधर घायलों को बठिण्डा लेजाने वाले मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब डबवाली की एम्बूलैंस के चालक राजू ने मोबाइल पर बताया कि इस समय वह चण्डीगढ़ में है। वह शुक्रवार सुबह 4.30 बजे राज अस्पताल, किलियांवाली से मोटरसाईकिल को आग लगने से घायल हुए युवकों को लेकर बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के अस्पताल में दाखिल करवाकर आया है।
बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के पास दाखिल अमित उर्फ धन्ना (40) पुत्र वेदप्रकाश निवासी नजदीक पुराना पोस्ट ऑफिस, डबवाली ने संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि उसकी टांग में फ्रेक्चर आया है। उसके चाचा दर्शन कुमार ने पहले उसे राज अस्पताल, मण्डी किलियांवाली में दाखिल करवाया था। बारिश की वजह से रात को 10.30 बजे उसका मोटरसाईकिल पुराना बस स्टैण्ड के निकट गिर जाने से उसे चोट लगी। जबकि इसी अस्पताल में उपचाराधीन सोनू (19) पुत्र गोरीशंकर निवासी डबवाली ने बताया कि वह धनराज की करियाणा की दुकान पर काम करता है। डबवाली के पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर मोटरसाईकिल को आग लगने का हादसा होने के कारण वह घायल हो गया। आग कैसे लगी उसे मालूम नहीं।
धमाके की गूंज पंजाब में भी
डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी की दुकान में विस्फोट की सूचना जैसे ही शुक्रवार सुबह नगर के लोगों को मिली तो इस घटना को देखने के लिए लोगों का हजूम सुबह से ही जमा हो गया। विस्फोट की जांच के लिए सीन ऑफ क्राईम तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम मौका पर पहुंची। सीन ऑफ क्राईम के प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र सिंह ने अपनी टीम के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन विस्फोट में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग किया गया जिससे धमाके के साथ दुकान में आग लगी। फिलहाल इसकी जांच चल रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घटना स्थल से जले हुए मोटरसाईकिल, आरओ, दुकान के भीतर पड़े जले हुए गत्ते सहित चार नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट रोशन लाल भी उपस्थित थे।
हादसे से यहां डबवाली शहर हिला, वहीं इसकी गूंज पंजाब में भी सुनाई दी। घटना पंजाब राज्य की सीमा तथा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल के नजदीक होने के कारण पंजाब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी भी मौका पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी जुटाई। बीते शनिवार को बठिण्डा के जोगीनगर इलाके में भी इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था। नछत्तर सिंह के दो मंजिला मकान में हुए विस्फोट में नछत्तर सिंह, उसकी माता सदावंती, बेटियों रजनी और गगनदीप, किराएदार नफीस अहमद की चार वर्षीय बेटी अर्शला और गली से गुजरती सुरभि की मौत हो गई थी। पंजाब गुप्तचर विभाग बठिण्डा विस्फोट और डबवाली विस्फोट दोनों को एक जैसा मानकर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन विस्फोट में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग किया गया जिससे धमाके के साथ दुकान में आग लगी। फिलहाल इसकी जांच चल रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घटना स्थल से जले हुए मोटरसाईकिल, आरओ, दुकान के भीतर पड़े जले हुए गत्ते सहित चार नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट रोशन लाल भी उपस्थित थे।
हादसे से यहां डबवाली शहर हिला, वहीं इसकी गूंज पंजाब में भी सुनाई दी। घटना पंजाब राज्य की सीमा तथा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल के नजदीक होने के कारण पंजाब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी भी मौका पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी जुटाई। बीते शनिवार को बठिण्डा के जोगीनगर इलाके में भी इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था। नछत्तर सिंह के दो मंजिला मकान में हुए विस्फोट में नछत्तर सिंह, उसकी माता सदावंती, बेटियों रजनी और गगनदीप, किराएदार नफीस अहमद की चार वर्षीय बेटी अर्शला और गली से गुजरती सुरभि की मौत हो गई थी। पंजाब गुप्तचर विभाग बठिण्डा विस्फोट और डबवाली विस्फोट दोनों को एक जैसा मानकर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है।
विस्फोट से दहशत का माहौल
डबवाली (लहू की लौ) स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए हरियाणा में रेड अलर्ट चल रहा है। लेकिन 12 अगस्त की रात को पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर हुए धमाके ने नगर में दहशत फैला दी। धमाका इतना जोरदार था कि एक किलोमीटर वर्ग क्षेत्र में इसकी गूंज सुनाई दी।
धमाका स्थल मै. हंसराज भूषण कुमार की सीनेटरी दुकान के पड़ौसी और पुराना बंस स्टैण्ड रोड़ के निवासी रिशव (26) ने बताया कि जैसे ही उन्होंने विस्फोट को सुना, तो उनके घर के सभी लोग दहल उठे और एकदम बाहर निकले। देखा कि सीनेटरी की दुकान में आग लगी हुई है और दुकान के बाहर खड़ी एक बाईक जल रही है। इसकी जानकारी देने के लिए वह स्वयं दुकान के मालिक राकेश कुमार के घर गया और उसे बुलाकर लाया। उसके अनुसार घटना करीब 10.55 मिनट की है।
घटना के दूसरे प्रत्यक्षदर्शी सोहन सिंह (57) ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वह अपने घर से बाहर आया, तो देखा कि दो युवक राकेश की दुकान के पास से उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। ये युवक एक-दूसरे को सहारा देकर उसके पास पहुंचे। जोकि खून से लथपथ थे। एक घायल युवक ने उससे कपड़ा मांगा। इसी दौरान एक व्यक्ति सफेद रंग के वाहन पर आया और दोनों घायलों को ले गया। दुकान के बिल्कुल पीछे स्थित कुएं वाली गली के निवासी रेशम सिंह (57) ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ सो रहा था। रात को करीब 10.55 पर धमाका हुआ। उसे लगा जैसे उसके घर में धमाका हुआ है। वह घर की छत पर गया तो देखा कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली की एक दुकान से आग की लपटें निकल रही हैं।
घटना स्थल के पड़ौसी मनियारी के दुकानदार गुरनाम सिंह (55) ने बताया कि पड़ौसी सोहन सिंह से सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी दुकान का शट्टर भी उखड़ा हुआ है। दुकान के भीतर दरारें आई हुई हैं।कुएं वाली गली के निवासी बलजिन्द्र सिंह (45) ने बताया कि धमाका बड़ा जबर्दस्त था। यूं लगा जैसे भूकंप आया है। वह अपने घर की छत्त पर जा चढ़ा। वैद्य उत्तम चंद वाली गली में आग की लपटें देखी। वह मौका पर गया तो देखा कि फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लगी हुई है।
धमाका स्थल मै. हंसराज भूषण कुमार की सीनेटरी दुकान के पड़ौसी और पुराना बंस स्टैण्ड रोड़ के निवासी रिशव (26) ने बताया कि जैसे ही उन्होंने विस्फोट को सुना, तो उनके घर के सभी लोग दहल उठे और एकदम बाहर निकले। देखा कि सीनेटरी की दुकान में आग लगी हुई है और दुकान के बाहर खड़ी एक बाईक जल रही है। इसकी जानकारी देने के लिए वह स्वयं दुकान के मालिक राकेश कुमार के घर गया और उसे बुलाकर लाया। उसके अनुसार घटना करीब 10.55 मिनट की है।
घटना के दूसरे प्रत्यक्षदर्शी सोहन सिंह (57) ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वह अपने घर से बाहर आया, तो देखा कि दो युवक राकेश की दुकान के पास से उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। ये युवक एक-दूसरे को सहारा देकर उसके पास पहुंचे। जोकि खून से लथपथ थे। एक घायल युवक ने उससे कपड़ा मांगा। इसी दौरान एक व्यक्ति सफेद रंग के वाहन पर आया और दोनों घायलों को ले गया। दुकान के बिल्कुल पीछे स्थित कुएं वाली गली के निवासी रेशम सिंह (57) ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ सो रहा था। रात को करीब 10.55 पर धमाका हुआ। उसे लगा जैसे उसके घर में धमाका हुआ है। वह घर की छत पर गया तो देखा कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली की एक दुकान से आग की लपटें निकल रही हैं।
घटना स्थल के पड़ौसी मनियारी के दुकानदार गुरनाम सिंह (55) ने बताया कि पड़ौसी सोहन सिंह से सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी दुकान का शट्टर भी उखड़ा हुआ है। दुकान के भीतर दरारें आई हुई हैं।कुएं वाली गली के निवासी बलजिन्द्र सिंह (45) ने बताया कि धमाका बड़ा जबर्दस्त था। यूं लगा जैसे भूकंप आया है। वह अपने घर की छत्त पर जा चढ़ा। वैद्य उत्तम चंद वाली गली में आग की लपटें देखी। वह मौका पर गया तो देखा कि फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लगी हुई है।
पुलिस की नजर में व्यक्तिगत रंजिश का मामला
डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चंद वाली गली में हुए धमाके को पुलिस व्यक्तिगत रंजिश मानकर चल रही है। लेकिन धमाके में प्रयुक्त किए गए पदार्थ के बारे में मौन है। लोग धमाके को लेकर सहमे हुए हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश कुमार (31) पुत्र हंसराज निवासी वार्ड नं. 3, नजदीक श्री वैष्णों माता मंदिर ने बताया कि वह मै. हंसराज भूषण कुमार के नाम से सीनेटरी फिटिंग, पाईप फिटिंग आदि की दुकान करता है। यह दुकान काफी समय से उनके पास एमएन शर्मा सोलन हिमाचल प्रदेश से किराए पर ली हुई है। अब यह दुकान वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल निवासी डबवाली ने खरीद ली थी। करीब दो वर्ष पहले वेदप्रकाश बगैरा ने उन्हें दुकान खाली करने के लिए कहा था। जिस पर उसने अदालत में दावा कर दिया। दुकान का स्टे अदालत से उसे मिला हुआ है। डबवाली अदालत में उसका केस विचाराधीन है।
उसने आगे बताया कि 12 अगस्त 2010 की रात को करीब 8.30 बजे वह अपनी दुकान बंद करके ताले लगाकर अपने घर चला गया था और रात को करीब 11 बजे पड़ौसियों ने आकर बताया कि उसकी दुकान में धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। इस पर वह और लीला पुत्र रतन लाल मौका पर आए तो देखा कि उसकी दुकान के दोनों शट्टर बाहर पड़े हैं, सामान बिखरा हुआ है। दुकान के पीछे के शट्टर व छत्त भी उड़ी हुई है और आग लगी हुई है। इतनी देर में दमकल विभाग की गाड़ी आ गई और आग को बुझाया। उनके अनुसार उनकी दुकान के बाहर सामने गली में दूसरे किनारे पर एक मोटरसाईकिल हीरो होंडा बुरी तरह जली हुई हालत में पड़ा है और दुकान के आगे चप्पल पड़ी है। उसे पता चला कि इस हादसे में अमित कुमार पुत्र वेदप्रकाश गुप्ता और अमित का नौकर सोनी उर्फ सोनू को चोटें लगी हैं। घायल अवस्था में वह राज अस्पताल डबवाली में दाखिल है। उसने कहा कि उसे संदेह है कि अमित गुप्ता व उसके नौकर सोनी ने उसकी दुकान को किसी विस्फोटक पदार्थ से धमाका करके आग लगाकर उसे नुक्सान पहुंचाया है। इस हादसे में वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, नरेन्द्र कुमार उर्फ लीला पुत्र वेदप्रकाश का भी हाथ है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है और उसने पुलिस ने आरोपियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा भी मांगी है।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि वेदप्रकाश बगैरा से राकेश कुमार बगैरा का दुकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है और फिलहाल मामला दर्ज करके इस पूरे प्रकरण की जांच एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा की जा रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश कुमार (31) पुत्र हंसराज निवासी वार्ड नं. 3, नजदीक श्री वैष्णों माता मंदिर ने बताया कि वह मै. हंसराज भूषण कुमार के नाम से सीनेटरी फिटिंग, पाईप फिटिंग आदि की दुकान करता है। यह दुकान काफी समय से उनके पास एमएन शर्मा सोलन हिमाचल प्रदेश से किराए पर ली हुई है। अब यह दुकान वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल निवासी डबवाली ने खरीद ली थी। करीब दो वर्ष पहले वेदप्रकाश बगैरा ने उन्हें दुकान खाली करने के लिए कहा था। जिस पर उसने अदालत में दावा कर दिया। दुकान का स्टे अदालत से उसे मिला हुआ है। डबवाली अदालत में उसका केस विचाराधीन है।
उसने आगे बताया कि 12 अगस्त 2010 की रात को करीब 8.30 बजे वह अपनी दुकान बंद करके ताले लगाकर अपने घर चला गया था और रात को करीब 11 बजे पड़ौसियों ने आकर बताया कि उसकी दुकान में धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। इस पर वह और लीला पुत्र रतन लाल मौका पर आए तो देखा कि उसकी दुकान के दोनों शट्टर बाहर पड़े हैं, सामान बिखरा हुआ है। दुकान के पीछे के शट्टर व छत्त भी उड़ी हुई है और आग लगी हुई है। इतनी देर में दमकल विभाग की गाड़ी आ गई और आग को बुझाया। उनके अनुसार उनकी दुकान के बाहर सामने गली में दूसरे किनारे पर एक मोटरसाईकिल हीरो होंडा बुरी तरह जली हुई हालत में पड़ा है और दुकान के आगे चप्पल पड़ी है। उसे पता चला कि इस हादसे में अमित कुमार पुत्र वेदप्रकाश गुप्ता और अमित का नौकर सोनी उर्फ सोनू को चोटें लगी हैं। घायल अवस्था में वह राज अस्पताल डबवाली में दाखिल है। उसने कहा कि उसे संदेह है कि अमित गुप्ता व उसके नौकर सोनी ने उसकी दुकान को किसी विस्फोटक पदार्थ से धमाका करके आग लगाकर उसे नुक्सान पहुंचाया है। इस हादसे में वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, नरेन्द्र कुमार उर्फ लीला पुत्र वेदप्रकाश का भी हाथ है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है और उसने पुलिस ने आरोपियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा भी मांगी है।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि वेदप्रकाश बगैरा से राकेश कुमार बगैरा का दुकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है और फिलहाल मामला दर्ज करके इस पूरे प्रकरण की जांच एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा की जा रही है।
11 अगस्त 2010
तूड़ी में छुपा रखी थी चोरी की गेहूं
डबवाली (लहू की लौ) पांच माह पूर्व डबवाली की दो आढ़ती फर्मों के गोदामों से हजारों रूपए की सरसों व गेहूं चोरी करने के मामलों की परतें पुलिस ने उधेडऩी शुरू कर दी हैं। पुलिस ने चोर गिरोह का केवल सुराग ही नहीं लगाया, बल्कि इस गिरोह के एक और सदस्य को काबू करके उससे 27 गट्टे गेहूं तथा तीन गट्टे सरसों के बरामद करने में सफलता अर्जित की है।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
सरे बाजार लड़की ने नोटों से भरा थैला उड़ाया
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर से कुछ दूरी पर ही स्थित एक पेस्टीसाईडस की दुकान के बाहर खड़े किसान के मोटरसाईकिल पर लटक रहे हजारों रूपए से भरे थैले अप-टू-डेट लड़की उड़ा ले गई। किसान को इसकी जानकारी दस मिनट बाद मिली। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे की है।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
विस्फोट मामले की होगी जांच-बादल
बठिंडा (सिगला/शर्मा) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मंगलवार को जोगीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने शनिवार को हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को ढांढस बंधाया। पीडि़त परिवारों को सहायता राशि के चैक भी दिए। मुख्यमंत्री बादल ने विस्फोट वाली जगह का जायजा लिया। बाद में उन्होंने विस्फोट में मारे गए नछत्तर सिंह की पत्नी कर्मजीत को चार लाख, बलवंत सिंह को पच्चीस हजार, विजय कुमार को एक लाख, नफीस अहमद को एक लाख पच्चीस हजार, सुरेश कुमार को पचास हजार, सुरमान सिंह को पचास हजार की सहायता राशि का चैक दिया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने मृतकों के बच्चों की पढ़ाई नि:शुल्क करवाए जाने की भी घोषणा की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बादल ने कहा कि यह बहुत दु:खदायी घटना है। विस्फोट मामले की जांच कराई जाएगी। मानसा रोड़ के पुल का उद्घाटन 16 अगस्त को किया जाएगा। इस अवसर पर सरूप चंद सिंगला, उपायुक्त गुरू किरतकृपाल सिंह, एसडीएम केपीएस माही, एसएसपी सुखचैन सिंह गिल व जगदीश बिश्नोई मौजूद थे।
10 अगस्त 2010
सफाई कर्मचारियों ने15 अगस्त को दी हड़ताल पर जाने की धमकी
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाने की धमकी दी है। आरोप है कि सफाई कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं मिला और न समय उनका पीएफ जमा होता है।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
कांग्रेसियों ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा अन्य स्वतन्त्रता सेनानियों को याद करते हुए ब्लाक कांग्रेस शहरी द्वारा अग्रवाल धर्मशाला मे एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक मे ब्लाक कांग्रेस ग्रामीण, कांग्रेस सेवादल, हल्का युवा कांग्रेस, शहर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। इस बैठक मे सभी कार्यकर्ताओ ने गांधीजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा वक्ताओ ने भारत छोड़ो आन्दोलन के बारे मे जानकारी दी। इस सभा को बख्तावरमल दर्दी, प्रकाश चन्द बांसल, महाशा कुन्दनलाल, डा.भारत भूषण छाबड़ा, कर्मचन्द शर्मा, सन्दीप चौधरी, साहबराम पुहाल, केशव शर्मा, डा.सुरेन्द्र मदान आदि वक्ताओ ने सभी स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। मंच संचालन विनोद बांसल ने किया। इस मौके पर ब्लाक शहरी प्रधान पवन गर्ग, ब्लाक ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, पूर्व प्रधान रामजी लाल, नवरतन बांसल, बलदेव राज शर्मा, बिशम्बर दयाल मैहता, जिला महासचिव मदन भांभू, गुरतेज सोनी, हेमराज जिन्दल, सुरेन्द्र सिंह ठेकेदार, ओमप्रकाश वधवा, ईश्वर दयाल गांधी, रमेश बागड़ी, गीता चौहान, बिन्दिया महन्त, हरनेक सिंह, जगदीप सूर्या, ओमप्रकाश बागड़ी, राकेश बब्बर,राजेन्द्र जैन, रविन्द्र गर्ग, संजय मिढा, चित्रगुप्त छाबड़ा, युवा हल्का प्रधान कुलदीप सिंह, शहरी युवा प्रधान अमन भारद्वाज, रविन्द्र बिन्दु, दीपक बाबा, डा.संतोष अरोड़ा, शिव नारायण मोटन, भारत भूषण सिंगला, बिमला महाशा, पवन रेगर, दर्शन गोयल, मनवीर मान, कुलदीप सूर्या, चंचल कम्बोज, सतपाल सिंह, विजय बांसल, सुखमन्दर प्रधान, रघुवीर सिंह, सन्नी बत्तरा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भू-माफिया के खिलाफ बिफरे लोग
डबवाली (लहू की लौ) प्लाटो पर अवैध कब्जे को लेकर प्लाट बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने सोमवार को उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी की। समिति के सदस्यों ने उपमण्डलाधीश को एक ज्ञापन भी दिया।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारे के साथ सर्वकर्मचारी संघ का जत्था रोहतक रवाना
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की ओर से बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारों के साथ जनजागरण अभियान शुरू किया गया। सोमवार को इस अभियान की शुरूआत उपमण्डल डबवाली के गांव अबूबशहर से की गई। जत्थे का नेतृत्व संघ के वरिष्ठ उपप्रधान सरबत सिंह पूनियां, कोषाध्यक्ष सीएन भारती एवं राज्य कमेटी के सदस्य अशोक कुमार कर रहे हैं। अभियान की शुरूआत से पूर्व जनसभा की गई। जिसमें कच्चे-पक्के कर्मचारियों के अतिरिक्त सैंकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। जनसभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने सरकार की नीतियों को विस्तार से खोल कर रखा। जनता से आह्वान किया कि वे राजनेताओं से पूछें कि जनता की सेवा के लिए खड़े किए गए सार्वजनिक क्षेत्र के महकमे शिक्षा, परिवहन, बिजली, स्वास्थ्य व जनस्वास्थ्य आदि के बारे में विस्तार की बजाए सिकुड़ क्यों रहे हैं। सीएन भारती ने कहा कि तीस हजार के लगभग अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं। शिक्षा अधिकार कानून लागू होने से बीस हजार नए अध्यापकों के पद बनते हैं, उनके अतिरिक्त विद्यालयों में हजारों की संख्या में लिपिक व चतुर्थ श्रेणी के पद खाली पड़े हैं। पूनियां के अनुसार हरियाणा की सवा दो करोड़ जनता व पौने सात हजार गांवों को देखते हुए परिवहन बेड़े में कम से कम आठ हजार बसों की आवश्यकता है। इन बसों के आने से जहां जनता को परिवहन की पूरी सुविधा मिलेगी। वहीं पचास हजार नवयुवकों को ड्राईवर, कंडक्टर, मैकेनिक आदि के रूप में रोजगार मिलेगा। कर्मचारी नेता ने कहा कि सरकार की योजना पानी तक को बेचने की है। सरकार ग्रामीण वाटर वक्र्स को धन्ना सेठों को बेचने जा रही है।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
महिला को शराबी से लिफ्ट लेनी महंगी पड़ी
डबवाली (लहू की लौ) एक महिला को शराबी से लिफ्ट लेना उस समय महंगा पड़ा जब मोटरसाईकिल चालक ने मोटरसाईकिल को एक बैलगाड़ी की बीच दे मारा और महिला को मुंह तुड़वा कर अस्पताल जाना पड़ा। घायल रानी (45) पत्नी प्रकाश निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी बेटी सोमा पत्नी सुक्खा कंगड़खेड़ा (सिरसा) को मिल कर रविवार रात को डबवाली लौटी थी। लेकिन उसे डबवाली बस अड्डा से गंगा के लिए कोई बस न मिली तो उसने एक मोटरसाईकिल को हाथ देकर रूकवा लिया और गांव गंगा तक के लिए लिफ्ट मांगी। लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि वह तो जलालआना जा रहा है तो उसने कहा कि कि वह उसे डबवाली गांव तक छोड़ दे।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
पति और सास से तंग आकर विवाहिता ने फांसी खाई
डबवाली (लहू की लौ) पति और सास से तंग आकर एक विवाहिता ने फांसी खा कर जान दे दी। थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि डबवाली उपमंडल के गांव शेरगढ़ निवासी मनफूल राम ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी सुखप्रीत कौर (26) की शादी 6 वर्ष पूर्व गांव घुमियारा निवासी हंसराज पुत्र लाल चन्द के साथ सम्पन्न हुई थी। उन्होंने इस शादी में अपनी हैसियत से बढ़ कर दान दहेज दिया था। उसकी बेटी के दो लड़के भी हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
09 अगस्त 2010
अब लेह पहुंचेगी डेरे की टीम
कहा, इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बनना होगी गौरव की बात
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां ने कहा कि डेरे का उद्देश्य कोई रिकार्ड बनाना नहीं, बल्कि मानवता की ज्यादा से ज्यादा सेवा करनालक्ष्य है। अगर इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बने तो इससे गौरवमयी बात क्या हो सकती है? वे रविवार को डेरा सच्चा सौदा के सचखंड हॉल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि हाल ही में लेह में बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग द्वारा सोमवार को राहत सामग्री भेजी जाएगी। मानवता भलाई कार्यों के लिए गठित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग में करीब 35 हजार सेवादार हर समय प्राकृतिक आपदा, दुर्घटनाआें और मुसीबत के समय फंसे लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि वेश्यावृति उन्मूलन अभियान के तहत बुराइयां त्याग कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाली लड़कियों को वे अपनी बेटी का दर्जा देते है और उनका संपूर्ण इलाज करवाने के बाद उनकी शादियां करवाई जाती हैं। अब तक डेरा सच्चा सौदा में आठ शादियां हो चुकी हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जो अपनी बेटियों को गर्भ में मरवा देते हैं, भू्रण हत्या करवाते हैं।
वे अपनी कन्याआें को मारे नहीं, बल्कि उन्हें दें। वे उन बच्चियों को अपनी बेटी बनाकर रखेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को बढ़-चढ़कर रक्तदान में भाग लेना चाहिए। इससे किसी को जीवन प्रदान किया जा सकता है। इसी मकसद से रविवार को रक्तदान शिविर लगाया गया।
रक्तदान का बनाया नया रिकार्ड
एक दिन में 40 हजार डेरा प्रेमियों ने किया महादान
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा ने रविवार को रक्तदान के खुद के बनाए रिकार्ड को तोड़ दिया। डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां के जन्म माह पर डेरा सच्चा सौदा में आयोजित रक्तदान शिविर में 40 हजार लोगों ने रक्तदान किया।
एक दिन में सर्वाधिक यूनिट रक्तदान करने का गिनीज रिकार्ड डेरा सच्चा सौदा के ही नाम है।
सात दिसंबर 2003 को शाह सतनाम जी धाम में आयोजित रक्तदान शिविर में एक दिन में 15432 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था, जिसके लिए पहली बार डेरा सच्चा सौदा का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ। इसके बाद श्रीगंगानगर के श्री गुरुसर मोडिया गांव में 10 अक्तूबर 2004 को आयोजित रक्तदान शिविर में 17921 यूनिट रक्त एकत्रित किया और डेरा ने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा। अब रविवार को 40 हजार यूनिट रक्त एकत्र कर डेरा ने फिर से रिकार्ड तोड़ दिया है।
रविवार सुबह शाह सतनाम जी धाम के सचखंड हॉल में डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम ने रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। उनके साथ उनकी माता नसीब कौर भी मौजूद थीं। रक्तदान कार्य में देशभर से आए चिकित्सकों के साथ-साथ अन्य 50 चिकित्सक और पांच सौ पैरा मेडिकल के सदस्य जुटे थे।
शिविर में शाही परिवार के सदस्यों ने भी किया रक्तदान किया, जिसमें प्रमुख रूप से डेरा प्रमुख के पुत्र एवं शाह सतनाम जी क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष जसमीत सिंह इंसां, दामाद एवं शाह सतनाम जी हेल्थ केयर विंग के अध्यक्ष डा. शान ए मीत इंसां, छोटे दामाद एवं शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष रूह-ए-मीत इंसां, पुत्री हनीप्रीत इंसां शामिल थीं।
इनके अलावा शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान से जुडे़ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों, पुलिस व सेना के जवानों ने भी रक्तदान किया।
08 अगस्त 2010
सेल्स टैक्स अफसर और पुलिसवालों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा
डबवाली | पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर बुधवार रात टैक्स चोरी के संदेह में इंपाउंड किए गए माल से भरे एक कैंटर को अज्ञात हथियारबंद लोग उठा ले गए। तलवारों से लैस व्यक्तियों ने सेल्सटैक्स अधिकारी और पुलिस बल के जवानों को दौड़ दौड़ कर पीटा और उनको उठा ले जाने की कोशिश भी की।
पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर ड्यूटी पर तैनात सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर अशोक बांसल ने बताया कि बुधवार रात लगभग 10 बजे मलोट की दिशा से आए परचून के सामान से भरे एक कैंटर को रोका गया और जब उससे कागजात मांगे गए तो वह कैंटर छोड़ भाग गया। अशोक बंसल ने बताया कि इसके बाद कैंटर को इंपाउंड कर बैरियर की सीमा रेखा में खड़ा करवा दिया गया। कुछ समय बाद ही करीब तीस लोग तलवार लेकर गाडिय़ों से आए और उन्होंने बैरियर पर तैनात सेल्स विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिसवालों पर भी हमला बोल दिया। हथियारबंदों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके अपहरण करने का भी प्रयास किया। बकौल अशोक बंसल: मैं खुद बैरियर कार्यालय में घुस गया और भीतर से दरवाजा बंदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच हथियारबंद इंपाउंड किए गए केंटर को ले भागे।
अशोक बंसल ने बताया कि उन्होंने इस घटना की जानकारी थोड़ी देर बाद अपने विभाग के आला अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने किलियांवाली पुलिस चौकी को भी इसकी सूचना देेने का प्रयास किया गया लेकिन फोन पर चौकी में संपर्क नहीं हो सका। इस घटना में पुलिस के सिपाही जगजीत सिंह की उंगली पर मामूली चोट आई है।
गुरुवार को सेल्स टैक्स विभाग बठिंडा जोन के एटीसी (मोबाइल टीम) लाजपाल जाखड़ मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने मुक्तसर के एसएसपी से घटना के सिलसिले में बात की। एसएसपी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अवश्य की जाएगी। वहीं थाना लंबी पुलिस के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आ चुकी है और मामले की जांच कर रहे हैं।
पंजाब के किलियांवाली बैरियर पर ड्यूटी पर तैनात सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर अशोक बांसल ने बताया कि बुधवार रात लगभग 10 बजे मलोट की दिशा से आए परचून के सामान से भरे एक कैंटर को रोका गया और जब उससे कागजात मांगे गए तो वह कैंटर छोड़ भाग गया। अशोक बंसल ने बताया कि इसके बाद कैंटर को इंपाउंड कर बैरियर की सीमा रेखा में खड़ा करवा दिया गया। कुछ समय बाद ही करीब तीस लोग तलवार लेकर गाडिय़ों से आए और उन्होंने बैरियर पर तैनात सेल्स विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पुलिसवालों पर भी हमला बोल दिया। हथियारबंदों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके अपहरण करने का भी प्रयास किया। बकौल अशोक बंसल: मैं खुद बैरियर कार्यालय में घुस गया और भीतर से दरवाजा बंदकर अपनी जान बचाई। इसी बीच हथियारबंद इंपाउंड किए गए केंटर को ले भागे।
अशोक बंसल ने बताया कि उन्होंने इस घटना की जानकारी थोड़ी देर बाद अपने विभाग के आला अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने किलियांवाली पुलिस चौकी को भी इसकी सूचना देेने का प्रयास किया गया लेकिन फोन पर चौकी में संपर्क नहीं हो सका। इस घटना में पुलिस के सिपाही जगजीत सिंह की उंगली पर मामूली चोट आई है।
गुरुवार को सेल्स टैक्स विभाग बठिंडा जोन के एटीसी (मोबाइल टीम) लाजपाल जाखड़ मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उसके बाद उन्होंने मुक्तसर के एसएसपी से घटना के सिलसिले में बात की। एसएसपी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अवश्य की जाएगी। वहीं थाना लंबी पुलिस के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत आ चुकी है और मामले की जांच कर रहे हैं।
डेरा प्रमुख को धमकी,सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल पर आज डेरा व डेरा प्रमुख को उड़ा दिए जाने का संदेश मिलने के बाद डेरा के अनुयाइयों व सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक होने व डेरा प्रमुख की लगातार पेशियों के दौरान मिले इस ई-मेल संदेश के बाद सुरक्षा घेरा बेहद मजबूत कर दिया गया है लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसके बावजूद आशंकित हैं। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल एड्रेस पर कल शाम मेल संदेश आया जिसमें डेरा सच्चा सौदा व डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हमला करके उड़ा दिए जाने की बात लिखी थी। इस बात की सूचना डेरा प्रबंधकों ने तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा के उपप्रबंधक अभिजीत की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के उपाध्यक्ष अभिजीत भगत ने सदर सिरसा पुलिस थाने में शिकायत दी है जिसमें कहा गया है कि 31 जुलाई को डेरा की मेल आईडी पर एक ई मेल मिला था जिसमें भेजने वाले ने अपना नाम मदन लिखा है। ई मेल में धमकी दी गई है कि डेरा के गढ़ी स्थित प्रेमपुरा धाम को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ा दिया जाएगा। ई-मेल भेजने वाले ने अपना मोबाइल नंबर 9416589588 लिखा है। सदर सिरसा पुलिस ने अभिजीत भगत की शिकायत पर गत दिवस जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उधर जब से डेरा को ई-मेल मिला है, तब से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। जिस व्यक्ति का ई-मेल पर नाम व मोबाइल नंबर है उसे सिरसा एसपी ने बुलाकर पूछताछ भी की है। इससे पहले भी डेरा प्रमुख को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है वहीं स्टपनी बम से उनके काफिले पर हमला भी हो चुका है जिसमें बख्शीश सिंह नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। यह मुकदमा अभी लंबित है। डेरा प्रमुख की आज साध्वी यौन शोषण मामले में पेशी थी।
शाम 4 बजे डेरा प्रमुख कोर्ट में पेश हुए और मात्र 25 मिनट की पेशी के बाद ही उन्हें कड़ी सुरक्षा व जेड प्लस के घेरे में वापस डेरा में ले जाया गया। धमकी के बाद आज अदालत परिसर में पुलिस का बंदोबस्त पहले के मुकाबले काफी कड़ा था। आगामी 13 व 14 अगस्त को रणजीत सिंह हत्याकांड में सुनवाई होनी है। इसी 14 अगस्त को ही बाबा की जमानत रद्द किए जाने संबंधी फैसला भी होना है।
उधर डेरा को ई-मेल भेजने का आरोपी मदन हांसी के पास स्थित गांव मेहंदा का रहने वाला है। मदन ने बताया कि उसने किसी को मेल नहीं किया है। मेल पर उसका नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उसे फंसाया जा रहा है। वह प्रेमपुरा धाम में भी लिखित में इस बाबत शपथ पत्र दे चुका है। सिरसा एसपी से भी वह मिलकर स्पष्टीकरण दे चुका है। मदन ने बताया कि 18 जून को उसे भी किसी ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी थी। लगता है किसी साजिश के तहत उसे फंसाया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बेहद तगड़ा कर दिया गया है।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक होने व डेरा प्रमुख की लगातार पेशियों के दौरान मिले इस ई-मेल संदेश के बाद सुरक्षा घेरा बेहद मजबूत कर दिया गया है लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसके बावजूद आशंकित हैं। डेरा सच्चा सौदा के ई-मेल एड्रेस पर कल शाम मेल संदेश आया जिसमें डेरा सच्चा सौदा व डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हमला करके उड़ा दिए जाने की बात लिखी थी। इस बात की सूचना डेरा प्रबंधकों ने तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा के उपप्रबंधक अभिजीत की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के उपाध्यक्ष अभिजीत भगत ने सदर सिरसा पुलिस थाने में शिकायत दी है जिसमें कहा गया है कि 31 जुलाई को डेरा की मेल आईडी पर एक ई मेल मिला था जिसमें भेजने वाले ने अपना नाम मदन लिखा है। ई मेल में धमकी दी गई है कि डेरा के गढ़ी स्थित प्रेमपुरा धाम को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ा दिया जाएगा। ई-मेल भेजने वाले ने अपना मोबाइल नंबर 9416589588 लिखा है। सदर सिरसा पुलिस ने अभिजीत भगत की शिकायत पर गत दिवस जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उधर जब से डेरा को ई-मेल मिला है, तब से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। जिस व्यक्ति का ई-मेल पर नाम व मोबाइल नंबर है उसे सिरसा एसपी ने बुलाकर पूछताछ भी की है। इससे पहले भी डेरा प्रमुख को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है वहीं स्टपनी बम से उनके काफिले पर हमला भी हो चुका है जिसमें बख्शीश सिंह नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। यह मुकदमा अभी लंबित है। डेरा प्रमुख की आज साध्वी यौन शोषण मामले में पेशी थी।
शाम 4 बजे डेरा प्रमुख कोर्ट में पेश हुए और मात्र 25 मिनट की पेशी के बाद ही उन्हें कड़ी सुरक्षा व जेड प्लस के घेरे में वापस डेरा में ले जाया गया। धमकी के बाद आज अदालत परिसर में पुलिस का बंदोबस्त पहले के मुकाबले काफी कड़ा था। आगामी 13 व 14 अगस्त को रणजीत सिंह हत्याकांड में सुनवाई होनी है। इसी 14 अगस्त को ही बाबा की जमानत रद्द किए जाने संबंधी फैसला भी होना है।
उधर डेरा को ई-मेल भेजने का आरोपी मदन हांसी के पास स्थित गांव मेहंदा का रहने वाला है। मदन ने बताया कि उसने किसी को मेल नहीं किया है। मेल पर उसका नाम व मोबाइल नंबर लिखकर उसे फंसाया जा रहा है। वह प्रेमपुरा धाम में भी लिखित में इस बाबत शपथ पत्र दे चुका है। सिरसा एसपी से भी वह मिलकर स्पष्टीकरण दे चुका है। मदन ने बताया कि 18 जून को उसे भी किसी ने मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी थी। लगता है किसी साजिश के तहत उसे फंसाया जा रहा है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को बेहद तगड़ा कर दिया गया है।
डबवाली नगरपालिका पर वित्तीय संकट, कर्मचारियों को वेतन नहीं
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका में वित्तीय संकट के चलते पिछले दो माह का वेतन कर्मचारियों को न मिलने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
नगरपालिका के सफाई कर्मचारी सत्यवान और चत्तर सिंह ने बताया कि उन्हें मई माह का वेतन कड़े संघर्ष के बाद गुरूवार और शुक्रवार को मिला है। जबकि जून और जुलाई माह का वेतन अभी तक नगरपालिका की ओर पेंडिंग पड़ा है। इन कर्मचारियों के अनुसार वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं। वेतन समय पर न मिलने से उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। चत्तर सिंह के अनुसार उसकी 11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। इन कर्मचारियों के अनुसार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का नगरपालिका को आदेश है कि वे हर माह की पांच से दस तारीख तक उनका वेतन अदा करे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा।
इस संबंध में जब नगरपालिका के लेखाकार देसराज चालिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पालिका की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। वह भी इसी के चलते अपना तबादला रानियां करवा गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल माह से सरकार की अनुदान राशि भी वेतन के लिए नगरपालिका को नहीं मिली है। मई माह का वेतन भी कर्मचारियों को पालिका के आय के स्त्रोत से ही दिया गया है। जिसमें हाऊस टैक्स, नगरपालिका दुकानों का किराया, ड्राईविंग लाईसेंस और स्टॉम्प डियूटी से प्राप्त आय शामिल है। उनके अनुसार नगरपालिका के पास आय के स्त्रोत तो पहले ही छीने जा चुके हैं, जिसमें सीवरेज और वाटर तथा चुंगी कर शामिल हैं।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि नगरपालिका पर इस समय पालिका के कर्मचारियों का दो माह का वेतन तो बकाया है ही, इसके साथ ही तीस लाख रूपए की देनदारियां भी हैं।
नगरपालिका के सफाई कर्मचारी सत्यवान और चत्तर सिंह ने बताया कि उन्हें मई माह का वेतन कड़े संघर्ष के बाद गुरूवार और शुक्रवार को मिला है। जबकि जून और जुलाई माह का वेतन अभी तक नगरपालिका की ओर पेंडिंग पड़ा है। इन कर्मचारियों के अनुसार वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं। वेतन समय पर न मिलने से उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
इन कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। चत्तर सिंह के अनुसार उसकी 11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। इन कर्मचारियों के अनुसार पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का नगरपालिका को आदेश है कि वे हर माह की पांच से दस तारीख तक उनका वेतन अदा करे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा।
इस संबंध में जब नगरपालिका के लेखाकार देसराज चालिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पालिका की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। वह भी इसी के चलते अपना तबादला रानियां करवा गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अप्रैल माह से सरकार की अनुदान राशि भी वेतन के लिए नगरपालिका को नहीं मिली है। मई माह का वेतन भी कर्मचारियों को पालिका के आय के स्त्रोत से ही दिया गया है। जिसमें हाऊस टैक्स, नगरपालिका दुकानों का किराया, ड्राईविंग लाईसेंस और स्टॉम्प डियूटी से प्राप्त आय शामिल है। उनके अनुसार नगरपालिका के पास आय के स्त्रोत तो पहले ही छीने जा चुके हैं, जिसमें सीवरेज और वाटर तथा चुंगी कर शामिल हैं।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि नगरपालिका पर इस समय पालिका के कर्मचारियों का दो माह का वेतन तो बकाया है ही, इसके साथ ही तीस लाख रूपए की देनदारियां भी हैं।
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