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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

29 जुलाई 2010

हथियारों समेत लुटेरा गिरोह के तीन सदस्य काबू

सिरसा। जिला पुलिस ने एक लूट व डकैती करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों  को हथियारों समेत गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए युवकों में राजकुमार उर्फ राजू पुत्र सतबीर सिंह निवासी अस्थलबोहर रोहतक, हरपाल सिंह उर्फ हैप्पी पुत्र लाभ ङ्क्षसह ढाणी हिसार रोड़ दिल्ली पुल सिरसा तथा सतीश उर्फ सत्तु पुत्र औमप्रकाश निवासी जोधकां के नाम शामिल है। पुलिस ने युवकों के कब्जे से तीन पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। आरोपियों के विरूद्ध भादंसं की धारा 398, 401 के तहत थाना शहर सिरसा में अभियोग दर्ज किया गया है।
इस संबध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिरसा सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि एंटी थेफ्ट स्टाफ का इंचार्ज उपनिरीक्षक औमप्रकाश पर आधारित पुलिस टीम शहर सिरसा क्षेत्र में रात्रि गश्त पर थी। उन्होने बताया कि इसी दौरान पुलिस पार्टी को किसी मुखबिर से सूचना मिली कि टी प्वाइंट खाजाखेड़ा रोड सिरसा क्षेत्र में कुछ हथियारों से लैस युवक आने जाने वाले राहगीरों को लूटने की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सूचना को पाकर पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर सभी युवकों को हथियारों सहित काबू कर लिया।
इस गिरोह का सरगना 22 वर्षीय राजकुमार उर्फ राजू है, जो कि एमए पास है, इसने रोहतक में झज्जर चुंगी रोड पर एसी व कुलर की दुकान कर रखी है, तथा वहां अपने दो नौकरों को रखा हुआ है। खुद अपने साथियों के साथ मिलकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है। राजू ने पुलिस पुछताछ में बताया है कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2009 व 10 की अवधि के दौरान दिल्ली में चार लूट व डकैती की वारदातें कर लाखों रूपये लूटे है तथा पुलिस से बचने के लिए फिलहाल सिरसा क्षेत्र में रह रहा था तथा अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी हरपाल ङ्क्षसह गिरोह के सरगना राजू के साथ बारहबीं कक्षा तक पढा हुआ है। जबकि तीसरा आरोपी सतीश हरपाल का नजदीकी दोस्त है। पुछताछ के दौरान तीनों आरोपियों में से एक आरोपी सतीश उर्फ सत्तू ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 18 अगस्त 2009 को सिरसा क्षेत्र में लूटपाट की वारदात की और 2 लाख 10 हजार रूपये लूटे। इसके अलावा उसने यह भी बताया कि थाना सदर के गंाव सलारपुर में जानलेवा हमला करने की एक वारदात में भी शामिल था।
पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों से पुछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में व गिरोह द्वारा अंजाम दी गई अन्य अपराधिक वारदातों का खुलासा होने की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता। उन्होने बताया कि इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को उचित ईनाम व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।

28 जुलाई 2010

अब की बार हरे कार्ड पर नहीं मिलेगा पीला सोना!

डबवाली (लहू की लौ) सरकार की घोषणा पर हरे कार्डों पर पीला सोना पाने वाले जिला सिरसा के लोगों को इस बार सोना नसीब नहीं होगा। इसका कारण एपीएल कार्ड पर दी जाने वाली गेहूं में गोलमाल होना बताया गया है। हालांकि दबी जुबान से अधिकारी इसे स्वीकारते हैं। फिलहाल एक-दूसरे पर आरोप लगाकर अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार सरकार के निर्देशानुसार एपीएल कार्ड धारकों को 9.29 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से 10 किलोग्राम गेहूं प्रति कार्ड दिया जाता है। लेकिन अब की बार सरकार की यह योजना जिला सिरसा में दम तोड़ रही है। योजना के अधीन जिला सिरसा के विभिन्न केन्द्रों पर एपीएल कार्ड धारकों को कुल 15530 क्विंटल गेहूं का वितरण होता है। जिसमें सिरसा में 4524, डबवाली में 2792, कालांवाली में 1246, ऐलनाबाद में 1533, रानियां में 847, जीवननगर में 809, खारियां में 332, औढ़ां में 549, रोड़ी में 402, नाथूसरी चौपटा में 987, सूचान कोटली में 387, डींग में 571 तथा मल्लेकां में 551 क्विंटल गेहूं का वितरण किया जाता है।इस संबंध में जब कन्फेड के जिला प्रबंधक महासिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डीएफएससी सिरसा ने आरओ देने से इंकार कर दिया। जिसके कारण डिपुओं पर गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई। भविष्य में भी एपीएल पर गेहूं मिलना मुश्किल है। चूंकि डीएफएससी सिरसा ने यह कहकर आरओ देने से इंकार किया है कि एपीएल में गेहूं का वितरण सही ढंग से नहीं होता। इसलिए इसे बंद किया जाता है। डीएफएससी सुल्तान सिंह ने बताया कि पूरे जिला में ही एपीएल गेहूं की आपूर्ति नहीं हो पाई है। चूंकि कन्फेड के जिला स्टोर कीपर की पांच दिन पूर्व मौत हो गई और इसके चलते आरओ में विलम्ब हुआ है। उनके अनुसार जिला का आरओ वहीं बनवाता था। उन्होंने कन्फेड के जिला प्रबंधक के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कन्फेड का कोई कर्मचारी उनके पास आरओ लेने नहीं आया। उन्होंने सवाल किया कि आरओ देने में उन्हें क्यों एतराज हो सकता है।

युवक का सिर फोड़ा

डबवाली (लहू की लौ) सैर करके घर लौट रहे एक युवक के सिर पर कांच की बोतल मार कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने घायल कर दिया और फरार हो गए। घायल ललित बतरा (16) पुत्र अशोक बतरा निवासी वार्ड नं. 11, डबवाली ने बताया कि वह सोमवार रात को करीब 9.30 बजे रेलवे प्लेटफार्म से सैर करके अपने घर वापिस लौट रहा था कि मीना बाजार के बाहर उसके आगे मोटरसाईकिल लगा कर पांच अज्ञात नकाबपोश युवकों ने रोक लिया और उनमें से दो ने हाथ में रखी दारू की खाली बोतलें उसके सिर बारी-बारी से दे मारी और फरार हो गये। उसे घायल अवस्था में लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
बतरा ने बताया कि हमला करने वालों में शरीफ, राहूल, अमित के नाम शामिल हैं। जबकि दो अन्य की उसे पहचान नहीं है। लड़ाई का कारण करीब अढ़ाई माह पूर्व इन युवकों को लवकुश पार्क में शोर करने से रोकना था।
थाना शहर पुलिस के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि घायल ललित के ब्यान पर उपरोक्त तीन व दो अन्य नामालूम के खिलाफ धारा 323 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।

कार-ट्रक टक्कर में दो घायल

डबवाली (लहू की लौ) किलियांवाली में नैशनल हाईवे नं. 10 पर एक कार और ट्रक के आपस में टकरा जाने से कार सवार दो लोगों के चोटें आयीं। जिन्हें इलाज के लिए लम्बी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
घायल तेजा सिंह (35) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी सिंघेवाला फतूहीवाला ने बताया कि वह रात को अपने गांव से डबवाली के लिए मारूति कार में उन्हीं के गांव के भूपिन्द्र सिंह ढिल्लों (40) पुत्र जोगिन्द्र सिंह के साथ जा रहे थे। इस कार को भूपिन्द्र सिंह चला रहा था। उनकी कार जैसे ही डबवाली-मलोट रोड़ किलियांवाली में स्थित ईंट-भट्ठा के पास पहुंची तो डबवाली साईड से आ रहे तेजगति ट्रक ने उनकी कार में टक्कर मार दी। जिससे उसके नाक पर चोट आयी है जबकि भूपिन्द्र के बाजू में फ्रेक्चरर आया है। गांव सिंघेवाला फतूहीवाला के बलविन्द्र सिंह ढिल्लों (35) पुत्र सुखदेव सिंह ने बताया कि जब उक्त घटना घटित हुई तो वह उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था। उसी ने शोर मचा कर घायलों को लोगों के सहयोग से लम्बी के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।उसके अनुसार प्राथमिक चिकित्सा के बाद घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सिविल अस्पताल मुक्तसर रैफर कर दिया। किलियांवाली पुलिस चौकी के हवलदार तथा जांच अधिकारी गुरलाल सिंह ने बताया कि दोनो पक्षों में समझौता हो जाने पर मामले को फाईल कर दिया गया है।

विद्यार्थियों ने रोकी बसें

बनवाला (जसवन्त जाखड़) मंगलवार सुबह स्कूली छात्र-छात्राओं ने गांव बनवाला में शराब के ठेके के निकट स्थित बस अड्डे पर जाम लगाकर सिरसा से संगरिया जा रही बस को रोक लिया। जाम लगने की सूचना पाकर थाना औढ़ां से उपनिरीक्षक धर्मवीर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और इतने में गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी व अन्य गांववासी भी मौका पर आग गए। सुबह सात बजे लगाया गया जाम दो घंटे बाद नौ बजे खोला गया। छात्रा कमला, किरण, सरोज, कमलेश, पूनम, कमल, रूकमणी, छात्र सुनील, सतबीर, संदीप, अजय, गुरमीत व प्रेम आदि ने बताया कि वे 30 छात्र और 40 छात्राएं रिसालियाखेड़ा में कक्षा दस जमा एक और दो में पढ़ते हैं और कोई साधन न होने के कारण उन्हें प्रतिदिन पैदल जाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि उनके लिए पहले सुबह सात बजे रिसालियाखेड़ा के लिए एक बस जाती थी जिसे छुट्टियों के दौरान बंद कर दिया गया है, छुट्टियां बीतने के बाद बस पुन: शुरू नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में पहले भी जाम लगाया था और जीएम ने मौके पर पहुंचकर बस शुरू करवा दी थी लेकिन वही बस अब छ़ट्टियों के बाद नहीं चलाई गई जिसके कारण उन्हें पैदल स्कूल जाना पड़ता है। अभिभावकों मनफूल, महेंद्र जाखड़, साहिब राम नंबरदार, छात्र नेता सुरेंद्र जाखड़ आदि ने विद्यार्थियों का समर्थन करते हुए कहा कि बस बंद हो जाने के कारण बच्चों को प्रतिदिन एक घंटा पहले जाना पड़ता है और वे एक घंटा बाद में आते हैं जिससे समय खराब होता है, उन्हें पैदल जाना पड़ता है, गर्मी का मौसम है बच्चे बीमार हो सकते हैं या किसी दुघर्टना के शिकार हो सकते हैं। जाम के दौरान विद्यार्थियों ने रोडवेज के खिलाफ नारेबाजी भी की। उपनिरीक्षक धर्मबीर और सरपंच भरत सिंह ने विद्यार्थियों को समझाया और आश्वासन दिया कि उनकी जायज समस्या को देखते हुए ग्राम पंचायत शीघ्र ही रोडवेज के जीएम से मिलेगी और विद्यार्थियों के लिए पहले वाली बस सेवा दोबारा शुरू करवा दी जाएगी। आश्वासन के बाद जाम खोल दिया गया।

दो वर्षों से टयूब्बैल कनेक्शन के लिए धक्के खा रहा है किसान

डबवाली (लहू की लौ) टयूब्बैल कनेक्शन के लिए एक किसान पिछले दो सालों से बिजली निगम कार्यालयों के धक्के खा रहा है। हालांकि इसके लिए किसान ने बिजली निगम को सिक्योरिटी भी जमा करवा रखी है। किसान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर अपनी समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया है।
गांव खुईयांमलकाना के किसान रघुवीर सिंह के पुत्र श्री कृष्ण ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनकी जमीन गांव मसीतां में है। जमीन में टयूब्बैल का कनेक्शन लेने लिए उसने 1500 रूपए दिनांक 15.03.2008 को सिक्योरिटी स्वरूप तथा 11.05.2009 को पोल के खर्चे के रूप में 21 हजार रूपए की राशि जमा करवा दी थी। इसके अतिरिक्त 11.05.2009 को ही ट्रांस्फार्मर के खर्चे के तौर पर 20,000 रूपए की राशि जमा करवाई। लेकिन अभी तक उसे टयूब्बैल का कनेक्शन नहीं मिला है। जबकि इसके लिए वह बिजली विभाग के अनगिनित चक्कर काट चुका है।
किसान के ने मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में आरोप लगाया है कि 42 हजार 500 रूपए की राशि विभाग के कार्यालय में जमा करवाए जाने और चक्कर लगाने के बावजूद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। किसान ने सीएम से न्याय दिलाए जाने की मांग की है।
इस संबंध में दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि निगम ने 30-3-09 तक के सभी आवेदकों को टयूब्बैल कनेक्शन मुहैया करवा दिए हैं। अगले माह पुन: टैण्डर होंगे। आशा है कि निगम द्वारा शिकायतकर्ता का आवेदन पास कर लिया जाएगा।

27 जुलाई 2010

382 बाढ़ पीडि़त परिवार पहुंचे नथौर

रानियां (लहू की लौ) बाढ़ प्रभावित गांव बणी के जो परिवार आसपास के गांवों के स्कूलों व इधर उधर रह रहे थे उन सभी 382 परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा नथौर गांव में बनाए गए शिविर में शिफट कर दिया है। इस शिविर में 300 से भी अधिक वाटर प्रफू तिरपाल टैंट लगाए गए है। जिसमें यह परिवार सुविधा पूर्वक रह रहे हैं। शिविर में जुटाई गई सभी सुविधाओं का आज उपायुक्त सीजी रजिंनी कांथन ने स्वय जाकर जायजा लिया और शिविर मे ंरह रहे परिवारों से बातचीत की और उनका हाल जाना। उन्होंने अधिकारियों को भी और अधिक सुविधाएं मुहेया करवाने के निर्देश दिए । इस शिविर में 382 परिवारों के हजार से अधिक व्यक्ति रह रहे हैं। इन सभी को जिला प्रशासन व स्वंय सेवी संस्थाओं के सहयोग से सभी प्रकार की खाद्य सामग्री जुटाई जा रही है। खाद्य सामग्री के लिए एक अलग टैंट लगाया गया है जिसमें 60 से भी अधिक बोरी आटा, चीनी, दाल, चाय पती बिस्कुट पैकेट मोमबती आदि रखे गए हैं। इस सारे समान का वितरण करने के लिए शिविर में रहे परिवारों की ही 11 सदस्यीय कमेटी द्वारा किया जा रहा है। इस कमेटी के सदस्य हैं सतबीर ङ्क्षसह, सतपाल, जसवंत ङ्क्षसह, प्रताप, राजाराम, सीताराम, लखबीर ङ्क्षसह जो शिविर में रह रहे परिवारों को उनके सदस्यों अनुसार राशन वितरित कर रहैं। जिला उपायुक्त रजिनी कांथन ने शिविर का दौरा करते हुए बताया कि इस शिविर में जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सुलभ शौचालय आदि की व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से शिविर में रैफरल टार्सपोर्ट सिस्टम की एम्बूलैस को रखा गया है जिसमे एक प्रशिक्षित चिकित्सक,, फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स व अन्य मेडिकल स्टाफ को रखा गया है, जहां पर सभी प्रकार की दवाईयां है स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित जरूरी उपकरण भी रखे गए हैं इसी प्रकार से शिविर में रह रहे परिवारों के पशुओं की बीमारियों से देखभाल के लिए पशु चिकित्सक की डयूटी लगाई गई, जो इन्ही टैंटों में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि खाना आदि पकाने के लिए इन परिवारों के लिए मिट्टी का तेल व लकड़ी आदि की व्यवस्था की गई है। पशुओं के चारे की व्यवस्था भी की गई है। कांथन ने आगे  बताया कि शिविर में रह रहे लोगों के लिए बिजली की सुविधा जरनेटर का भी प्रबंध किया गया है। इसी प्रकार से बिजली कें अलावा मोमबती और टार्च आदि भी दिए गए हैं। शिविर में रह रहे मंगतराम नामक व्यक्ति से उपायुक्त ने बातचीत की और उनके लिए प्रदान की गई सभी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। जिस पर मंगतराम ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा सभी सुविधाएं दी जा रही है। मंगतराम ने उपायुक्त के सामने मच्छरदानी उपलबध करवाने की मांग रखी जिस पर उपायुक्त  रजिंनी कांथन ने तुरन्त जिला राजस्व अधिकारी और बाढ़़ बचाव कार्यों के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी को सभी परिवारों को मच्छरदानी उपलब्ध करवाने के आदेश दिए। उनहोंने बताया कि इस शिविर में दो नोडल अधिकारियों को भी यहां नियुक्त किया गया है जिनमें एक कंवर ङ्क्षसह मंडी सुपरवाईजर, अमर ङ्क्षसह जो निरंतर कैंप मे परिवारों के संपर्क मे रहते है तथा जरूरत अनुसार इन परिवारों को सुविधा मुहैया करवाते हैं। इसके साथ-साथ डबवाली के तहसीलदार राजेन्द्र कुमार को सैक्टर इंर्चाज भी लगाया है जो समय-समय पर इस शिविर का दौरा कर लोगों को मिल रहे है और उनका हाल चाल जान रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से सभी परिवारों को 20-20 किलोग्राम आटा व राशन के पैकेट एक एक राशन का पैकेट दिया गया है। इस राशन के पैकेट  में चीनी, चाय पती, मोमबती व अन्य प्रकार की दाल, सुखे दूध का पैकेट रखा गया है इसी प्रकार से शिविर में अभी तक 60 क्विंटल से अधिक आटा पहुंचाया जा चुका है। शिविर में रह रहे सतबीर ङ्क्षसह, लखबीर ङ्क्षसह, सतपाल व राजा ने बताया कि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रहे है उन्हें शिविर में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नही है सिफ कठिनाई है तो उनके गांव बणी में पानी सूखने की कठिनाई। इस बारे उपायुक्त ने लोगों को आश्वासन दिया कि कृषि विभाग द्वारा बोर लगाए जा रहे है इन बोरों को माध्यम से पानी डिस्चार्ज हो सकेगा। इसके साथ-साथ उन्होंने किसानों से यह भी कहा है कि अपने-अपने टयूबबैलों के बोर खोलें ताकि ज्यादा से ज्यादा पानी जमीन में जा सके।

डायरिया रोग फैला, आक्रोशित लोग जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पहुंचे

डबवाली (लहू की लौ) गन्दे पेयजल की आपूर्ति के कारण न्यू बस स्टैण्ड क्षेत्र की गली बाबा रामदेव वाली में डायरिया रोग फैल गया है। सोमवार को इस क्षेत्र के लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंचकर रोष प्रकट किया। विभाग के एसडीओ से आश्वासन पाने के बाद लोग शांत हुए।
कामरेड गणपत राम, सीता राम सिंगला, कृष्ण कनवाडिय़ा, प्रहलाद कुमार, तरसेम लाल, प्यारे लाल, रामदेवी, बबली, सारती, संतोष, इंदरो देवी आदि ने बताया कि उनके क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से गन्दे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इस बारे में विभाग को बार-बार अवगत करवाए जाने के बावजूद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। गन्दे पेयजल के कारण क्षेत्र में डायरिया रोग ने पांव पसार लिए हैं।
गुस्साए लोगों ने गन्दे पानी को जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल को भी दिखाया। एसडीओ ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। जिस पर लोग शांत हुए।
बाद में एसडीओ कंवर लाल ने बताया कि गन्दे पेयजल की आपूर्ति की समस्या लीकेज है। उन्होंने विभाग की पाईप को चैक करवाया है, लेकिन वह बिल्कुल सही है। लोगों द्वारा लिए गए पेयजल कनेक्शनों की पाईपें करीब 20-20 साल पुरानी हो चुकी हैं। कुछ पाईपें तो टूट चुकी हैं। जिसके कारण गन्दे पेयजल की समस्या सामने आ रही है। उन्होंने सम्बन्धित क्षेत्र के लोगों को अपनी पेयजल पाईप चैक करने के लिए कहा है।

25 जुलाई 2010

ब्रि‍टि‍श सांसद ने उठायी भारत को कोहि‍नूर लौटाने की मांग

लंदन | भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज चाहते हैं कि कोहिनूर हीरे को भारत को लौटा दिया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से आग्रह किया है कि वह अगले सप्ताह अपनी भारत यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा करें।
वाज ने कहा, "मेरा मानना है कि कोहिनूर मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री के पास यह सही मौका है। जिस देश से 161 साल पहले यह कोहिनूर यहां आया था, उसे यह लौटा देना उपयुक्त होगा।"
उन्होंने कहा कि इस बहुमूल्य रत्न को भारत को लौटाने से यह संदेश जाएगा कि नई गठबंधन सरकार भारत के साथ सहयोग के नए युग में प्रवेश करने की इच्छुक है।
वाज ने कहा, "यह कदम भारत-ब्रिटेन संबंधों को निश्चित रूप से एक नए युग में पहुंचा देगा। कोहिनूर को भारत में प्रदर्शित करने या हमेशा के लिए लौटा देने पर यदि प्रधानमंत्री चर्चा के लिए तैयार हैं तो वह निश्चित रूप से सभी भारतीयों का दिल जीत लेंगे।"
वर्ष 1849 में पंजाब क्षेत्र के शासक दलीप सिह की हार के बाद कोहिनूर को इंग्लैण्ड ले जाया गया था। लाहौर समझौता संधि के रूप में इस रत्न को महारानी विक्टोरिया को समर्पित कर दिया गया था।
आजादी के बाद इसे भारत लौटाने के लिए कई बार आग्रह किया गया। सबसे हालिया आग्रह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पिछले महीने किया। इसके लिए यूनेस्को और इस क्षेत्र के अन्य देशों के समर्थन से एक संयुक्त अभियान चलाने की भी योजना है।
ब्रिटिश सरकार ने हालांकि इस मांग को खारिज करते हुए तर्क दिया है कि इस हीरे को 'वैध तरीके से अधिग्रहित' किया गया था। इसके पक्ष में ब्रिटिश संग्रहालय अधिनियम 1963 का उल्लेख किया जाता है, जो सरकार को इसे वापस करने से रोकती है।

मुझ पर लगे सभी आरोप झूठे : शाह


अहमदाबाद, 25 जुलाई | सोहराबुद्दीन कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आरोप पत्र दाखिल किए जाने के बाद गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री अमित शाह रविवार दोपहर अचानक मीडिया के सामने उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि वह सीधे सीबीआई कार्यालय जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप गलत, मनगढ़ंत और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के निर्देश पर सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप-पत्र तैयार किया है।
शाह ने सीबीआई को दिए जाने वाले अपने बयान की वीडियो रिकार्डिग कराने और उसे आवश्यकता होने पर न्यायालय में पेश किए जाने की मांग की।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि न्यायपालिक में उनका पूरा भरोसा है और सीबीआई ने अगर उन्हें गिरफ्तार किया तो उनके लिए सभी कानूनी रास्ते खुले हैं।
शाह ने मीडिया को तथ्यों की पड़ताल के बाद रिपोर्टिग करने की सलाह देते हुए कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को फर्जी मुठभेड़ का आरोपी बनाकर जेल भेजा गया है, उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करीब 400 लोगों को पकड़कर जेल भेजा है। मीडिया ने इस तथ्य की अनदेखी की।
शाह ने आरोप लगाया कि उनसे पूछताछ से पहले ही सीबीआई ने उनके खिलाफ आरोप पत्र तैयार कर लिया था। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच अपनी बात रखेंगे। शाह ने गुजरात की जनता के नाम एक पत्र भी जारी किया।

जुआरियों ने पुलिस को पीटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में एक ढाणी पर जुआ खेल रहे लोगों को पकडऩे गई आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस पर ढाणी के निवासियों और जुआ खेल रहे लोगों ने हमला कर दिया। जिसके चलते पुलिस को अपनी जान-बचाकर वहां से भागना पड़ा। लेकिन इसके बावजूद भी पांच जुआरी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस को मुखबरी मिली थी कि गांव चौटाला की ढाणी झण्डू राम में शाम को हर रोज हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के जुआरी जुआ खेलते हैं। जिसमें लाखों रूपए के दांव लगाए जाते हैं। ये लोग असर-रसूख वाले हैं। ढाणी का मालिक झण्डू राम जुआ खेलाने की एवज में जुआरियों से मोटी रकम वसूलता है। मुखबरी के आधार पर उनके नेतृत्व में आईजी स्टाफ तथा जिला सिरसा की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने दल-बल के साथ शुक्रवार की शाम को झण्डू राम की ढाणी पर दबिश दी और मौका पर करीब 14 लोगों को ताश पर जुआ खेलते हुए पाया।
एसआई ने आगे बताया कि पुलिस को देखकर जुआ खेल रहे लोगों में भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस ने जुआ खेल रहे लोगों को हिरासत में लेकर उनकी तालाशी लेनी शुरू कर दी। मौका पर पुलिस को ताश और 39 हजार 900 रूपए प्राप्त हुए। पुलिस का तालाशी अभियान चल रही रहा था कि जुआरियों ने पुलिस दल पर हल्ला बोल दिया। पुलिस आने की सूचना पाकर ढाणी के अन्य लोग भी लाठियों और तेजधार हथियारों से लैस होकर वहां आ गए। उन्होंने भी हमला कर रहे जुआरियों का साथ देते हुए पकड़े गए पांच साथियों को पुलिस से छुड़वाने का प्रयास किया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने अपनी पहचान बलदेव (32) पुत्र मनोहर लाल वार्ड नंबर 18, संगरिया (राजस्थान), सतपाल (38) पुत्र बाबू लाल निवासी पिपली, इन्द्रपाल (45) पुत्र लीलाधर निवासी चौटाला, गोरीशंकर (40) पुत्र दीनानाथ निवासी पिपली व सुरजीत (32) पुत्र ठाकर सिंह निवासी संगरिया राजस्थान के रूप करवाई। इन लोगों पर थाना सदर पुलिस डबवाली ने एसआई बैनीवाल की शिकायत पर जुआ अधिनियम के तहत केस दर्ज करके शनिवार को डबवाली की अदालत में पेश किया।
इधर पुलिस ने पुलिस पार्टी से हाथापाई करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने आदि धाराओं के तहत ढाणी मालिक झण्डू राम पुत्र वीरू राम, तारा चन्द पुत्र वीरू राम, राजू पुत्र झण्डू राम, रणजीत पुत्र झण्डू राम, लाल चन्द पुत्र झण्डू राम, झण्डू राम की पत्नी व दो-तीन अन्य नामालूम महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त मौका पर जुआ खेल रहे और पुलिस पार्टी पर हमला करने के बाद फरार हो गए राजू पुत्र बनवारी लाल निवासी चौटाला, काली पुत्र ट्टिटी अरोड़ा निवासी चौटाला, स्वर्ण बिश्नोई निवासी जण्डवाला बिश्नोईयां, बिट्टू निवासी सिक्खवाली, प्रधान गट्टू यूनियन मटीली, दाना राम उपसरपंच नीलांवाली, तारा चन्द, मास्टर जी कुरंगावाली, सुरेन्द्र पूनियां निवासी अबूबशहर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त महिला से बलात्कार करने के आरोपी दो भाईयों को थाना शहर पुलिस ने शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। इधर अदालत ने पीडि़त महिला के 164 सीआरपीसी के तहत ब्यान भी दर्ज कर लिए।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि पीडि़त सिरसा की प्रेम सिंह ढाणी से बाढ़ के कारण उजड़ कर आए परमिन्द्र सिंह के मजदूर परिवार को गांव शेरगढ़ में पिरथी सिंह ने शरण दी थी। लेकिन उसके दो बेटों ने शरण को कलंकित करते हुए परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी की अस्मत लूट ली और रजनी ने ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस तक अपनी पहुंच बनाई। पुलिस ने पीडि़ता के ब्यान पर शुक्रवार को मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी थी। आज शाम को आरोपी हरदीप सिंह तथा सोनू  पुत्रान पिरथी सिंह निवासी शेरगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि पीडि़ता ने अदालत में प्रस्तुत होकर 164सीआरपीसी के तहत उसके साथ हुए बलात्कार के ब्यान भी कलमबद्ध करवाए।

अब तक पकड़े 11 भगौड़े

डबवाली। जिला पुलिस द्वारा माह जुलाई की अवधि के दौरान उद्घोषित अपराधियों, पैरोल जम्परों, पुलिस हिरासत से भगौड़ों तथा बेलजम्परों के विरुद्ध जोरदार अभियान चलाया गया। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस को सार्थक परिणाम मिले। जिला पुलिस द्वारा जुलाई माह की अवधि में अब तक के दौरान 11 भगौड़ों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों में से दो पुलिस हिरासत से भागे भगौड़े भी शामिल हैं, जिनको महत्वपूर्ण सुराग जुटाकर गिरफ्तार कर संबंधित अदालतों में पेश कर पुन: जेल भेजा गया। इस अवधि के दौरान तीन उद्घोषित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें से एक कुख्यात तस्कर मेजर सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी बुर्ज कर्मगढ़ जिला सिरसा का नाम भी शामिल है। जुलाई माह में अब तक की अवधि के दौरान जिला जेल से पैरोल छुट्टी बीत जाने के बाद फरार हुए तीन लोगों को जिला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, जिनमें जिला के गांव अरनियांवाली का रामचन्द्र, रघुआना का अवतार सिंह तथा मिठनपुरा के अंग्रेज सिंह का नाम शामिल है। इस अवधि के दौरान जिला पुलिस द्वारा अपने मुखबिरों का जाल फैलाकर पांच बेलजम्परों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किये गये 11 भगौड़ों के विरुद्ध जिला के विभिन्न थानों में विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत अभियोग दर्ज थे तथा इनके नाम जिला की उद्घोषित व बेलजम्पर सूची में शामिल थे।

ग्रामीण लोक अदालत आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गांव मौजगढ़ के राजकीय विद्यालय में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह तथा न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी एवं सचिव उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति अमरजीत सिंह ने की।
इस मौके पर महावीर सिंह की अदालत के कुल 54 केस प्रस्तुत हुए। जिसमें से 31 का मौका पर निपटारा कर दिया गया। जबकि अमरजीत सिंह की अदालत के 56 केस प्रस्तुत हुए जिसमें से 30 का निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर राजेन्द्र कुमार तहसीलदार की प्रशासनिक अदालत में कुल 34 इंतकाल प्रस्तुत हुए। सभी को मौका पर निपटारा कर दिया गया।
एडवोकेट कुलवन्त सिंह, सुखबीर बराड़ ने उपस्थित ग्रामीणों को लोक अदालतों के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एडवोकेट एसके गर्ग ने घरेलू हिंसा से स्त्रियों की सुरक्षा अधिनियम 2005 तथा मनरेगा के बारे में अपने विचार रखे। इस मौके पर मंच का संचालन एडवोकेअ युधीष्ठिर शर्मा, इन्द्रपाल बिश्नोइ्र, हंसा सिंह कानूनगो, हरमेश पटवारी, रामसरूप मैहता, जितेन्द्र दंदीवाल, महिपाल सिंह, ओपी गांधी, विनोद बिश्नोई, बलजीत सिंह, रमेश बिश्नोई, इन्द्रजीत, गुरप्रीत बराड़, बीएस सूर्या, राजेश यादव, चरणजीत सिधू, कंवलजीत कम्बोज, जसविन्द्र सिंह, राधेश्याम, एससी शर्मा, वाईके शर्मा, शविन्द्र सिंह, गांव मौजगढ़ के हनुमान नम्बरदार, हरदम पटवारी, अमरीक बैनीवाल आदि उपस्थित थे।

लूट की योजना बनाते तीन गिरफ्तार

सिरसा। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने गत रात्रि सदर थाना के खाजाखेड़ा गांव क्षेत्र से लूट की योजना बनाते तीन युवकों को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किये गये युवकों की पहचान मोहित पुत्र देवेन्द्र कुमार, मोनू पुत्र रूड़की सिंह व ललित पुत्र हरी चंद निवासी हरनाथपुर जिला गाजियाबाद (यूपी) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक 38 बोर का रिवाल्वर तथा एक कारतूस, एक लोहे की पाईप, एक लोहे की राड़ व एक बैटरी  भी बरामद की है। आरोपियों के विरुद्ध थाना सदर सिरसा में भादसं की धारा 398/401 के तहत अभियोग दर्ज कर दिया गया है।
सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान सीआईए सिरसा की एक पुलिस टीम जिसमें सहायक उपनिरीक्षक रमेश, ओमप्रकाश, रणसिंह, त्रिलोक सिंह व सिपाही रतन सिंह शहर के रानियां रोड क्षेत्र में मौजूद थे। इसी दौरान सीआईए की टीम को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि कुछ युवक रात के अंधेरे में खाजाखेड़ा क्षेत्र में सड़क के किनारे बने एक मकान के पास खड़े होकर आने-जाने वाले वाहनों को लूटने की फिराक में हैं। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर सीआईए की पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर आरोपियों को हथियारों समेत काबू कर लिया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा उनसे पूछताछ के दौरान चोरी की कई अन्य वारदातों की परतें खुलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

24 जुलाई 2010

सद्भावनानगर गोलियों से गूंजा, हिस्ट्रीशीटर माणासिंह घायल

दिनदहाड़े बदमाशों में गोलीबारी से दहशत
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर का सद्भावनानगर आज दोपहर एकाएक गोलियों की आवाजों से गूंज उठा, जब दो बदमाश आमने-सामने हो गए। इनमें कुख्यात अपराधी एवं हिस्ट्रीशीटर माणासिंह  गोलियों के छर्रे लगने से जख्मी हो गया, जबकि उस पर गोलियां चलाने वाला बदमाश प्रवृत्ति का गुरचरणसिंह व उसका एक साथी माणासिंह का मोटरसाइकिल लेकर ही फरार हो गए। इन दोनों को पकडऩे के लिए पूरे शहर में तत्काल नाकाबंदी करवा दी गई। घायल माणासिंह के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस हत्या का प्रयास किए जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माणासिंह पुत्र सज्जनसिंह दोपहर करीब एक बजे मोटरसाइकिल (आरजे 13 एसबी 1653) पर सवार होकर अपने घर सद्भावनानगर जा रहा था। घर के समीप वह ताराचंद की दुकान के पास पहुंचा ही था कि इतने में स्कूटर पर आए गुरचरणसिंह व उसके एक साथी ने माणासिंह को रोक लिया। इन तीनों में हाथापाई हुई। तभी गुरचरणसिंह व उसके साथी ने देसी कट्टे निकाल लिए। तब माणासिंह भाग खड़ा हुआ। वह अपने घर की तरफ भागा। उस पर गुरचरणसिंह और उसके साथी ने दो-तीन फायर कर दिए। हालांकि अपुष्ट सूत्रों के अनुसार माणासिंह के पास भी कोई हथियार था। उसने इसका उपयोग किया या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस सूत्र बताते हैं कि भागते हुए माणासिंह को अपना बचाव करने का मौका ही नहीं मिला। उधर गुरचरणसिंह व उसका साथी स्कूटर छोड़कर माणासिंह द्वारा वहीं छोड़े गए मोटरसाइकिल को लेकर भाग गए।
दिनदहाड़े गोलियां चलने की आवाजों से सद्भावनानगर में दहशत फैल गई। कुछ ही देर में पुलिस की गाडिय़ां दनदनाते हुए पहुंचीं। घटनाक्रम की जानकारी लेकर शहर की नाकाबंदी करवा दी गई। बताया गया कि दोनों हमलावर किस नंबर के मोटरसाइकिल पर सवार हैं। इसी बीच माणासिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके एक कान तथा पेट पर गोलियों के छर्रे लगे हैं। उसकी हालत खतरे से बाहर है। सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी प्रभारी गुरूभूपेन्द्र सिंह ने बताया कि माणासिंह ने बयान दर्ज करवा दिए हैं, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए हमले का कोई कारण नहीं बताया। इस बारे में तफ्तीश करने पर ही पता चलेगा। हमलावरों पर हत्या का प्रयास करने के आरोप में धारा 307 और आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
कुख्यात अपराधी माणासिंह पर हत्या, लूटपाट, डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी, छीना-झपटी और मारपीट के अनगिनत मामले हैं। वर्ष 2008 के बहुचर्चित बाबा निर्वाण कुटिया के एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में माणासिंह के गिरफ्तार होने पर उसके घर से काफी मात्रा में मादक पदार्थ भी बरामद हुए थे। अभी कुछ दिन पहले ही माणासिंह मादक पदार्थ रखने के इस मामले में पुलिस अनुसंधान में कमियों के चलते अदालत से बरी हो गया था। एचएस दुखिया हत्याकाण्ड में वह हाल ही जमानत पर रिहा हुआ था।

अपहृत पिता की हत्या, लाश सड़क पर फैंकी

हत्यारे पुत्रों, भतीजे व अन्यों अपहरणकर्ताओं की तलाश में छापे
श्रीगंगानगर। घरेलू विवाद के चलते अपहृत किए गए अधेड़ की हत्या कर दी गई है। इस अधेड़ की लाश आज सुबह जिले के श्रीबिजयनगर थानांतर्गत जैतसर मार्ग पर चक 22 जीबी में तिराहे से चक 13 जीबी को जाने वाली रोड पर पड़ी हुई मिली। इस अधेड़ का शुक्रवार को दिनदहाड़े उसकी पहली पत्नी के दो पुत्रों, भतीजों व अन्य जनों ने अपहरण कर लिया था। तभी से पुलिस इस अधेड़ को सकुशल बरामद करने के लिए भाग-दौड़ कर रही थी। आज सुबह लाश मिलने पर अपहरण के इस मामले में हत्या की धारा भी लगा दी गई है। अधेड़ के शरीर पर चोटों के अनगिनत निशान हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 7.30 बजे किसी व्यक्ति ने श्रीबिजयनगर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह को बताया कि एक व्यक्ति की चौटिल अवस्था में लाश चक 13 जीबी को जाने वाले मार्ग पर एक साइड में पड़ी है। थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस को एक अधेड़ व्यक्ति की पहले से ही तलाश थी। संदेह होने पर थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह ने मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर को इस लाश के बारे में बताया। कुछ ही देर में महावीर दलबल सहित तथा अपहृत किए गए गुरचरण सिंह जटसिख (55) की दूसरी पत्नी व अन्य परिचितों को लेकर चक 13 जीबी पहुंच गए। वहां लाश की शिनाख्त गुरचरण सिंह के रूप में हुई। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर पंचनामा की कार्रवाई कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए दोपहर को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में लाया गया है। यहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को चक 18 जैड से गुरचरण सिंह को अगुवा कर लिए जाने के बाद से ही पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। आज जब लाश मिली, तो उसके शरीर पर चोटों के काफी निशान थे। उसे लाठियों से बेतहाशा पीटा गया। उन्होंने बताया कि गुरचरण सिंह की दूसरी पत्नी जसवीर कौर ने शुक्रवार देर शाम को मटीली राठान थाने में रिपोर्ट देते हुए पहली पत्नी के दो पुत्रों अमरजीत सिंह व इन्द्रजीत सिंह, गुरचरण सिंह के भाई हरबंस सिंह व उसके पुत्र कुलदीप सिंह के अलावा मीता सिंह संतपुरा, कांता सिंह व जगतार सिंह दलियांवाली आदि पर अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। धारा 364, 323, 447, 147, 148 व 149 में यह मामला दर्ज किया गया। रात को भी गुरचरण सिंह और इन आरोपितों की तलाश की जाती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। गुरचरणसिंह का मोबाइल फोन बंद आ रहा था, जबकि आरोपितों के मोबाइल फोन भी बंद थे। टावर लॉकेशन से इनका पीछा किया गया और कई गांवों में छापे भी मारे गए।

घात-प्रतिघात
श्रीगंगानगर। अपहरण करके नृशंसतापूर्वक मौत के घाट उतारे गए किसान गुरचरणसिंह जटसिख का अपनी पहली पत्नी के पुत्रों और अपने भाई-भतीजों के साथ पिछले एक-डेढ़ वर्ष से घात-प्रतिघात की आंख-मिचौली चल रही थी। मटीली राठान थाना प्रभारी के अनुसार दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की ताक में थे कि कब उन्हें मौका मिले और किसी को सलटा दिया जाए। पहले मौका पहली पत्नी के पुत्रों को कल शुक्रवार को मिल गया, जब उन्होंने अकेले चक 18 जैड आए हुए पिता को दबोच लिया। अन्यथा दोनों ही पक्षों का कोई भी सदस्य अकेले कहीं भी नहीं जाता था। हमेशा दो-तीन आदमी उनके साथ चलते थे। दूसरी पत्नी के साथ श्रीगंगानगर की चक 3 ई छोटी की गली नंबर 4 में रह रहा गुरचरण सिंह शुक्रवार सुबह 10-10.30 बजे अपनी जीप लेकर अकेले चक 18 जैड जमीन संभालने के लिए गया था। वहां उसे पहली पत्नी के पुत्रों, भाई, भतीजे और इनके साथियों ने घेर लिया। अधमरा तो गुरचरण सिंह को इन दोनों नहीं वहीं लाठियों से पीट-पीटकर कर दिया था। गुरचरण सिंह की जीप वहीं रह गई। अपहरणकर्ता उसे हरियाणा के नंबरों वाली अपनी जीप में डालकर ले गए। उसे न जाने कहां-कहां घूमाते रहे। चोटें लगी हुई थीं और इलाज न हो पाने के कारण गुरचरण की मौत हो गई।

पंचायत में हुआ था फैसला
श्रीगंगानगर। गुरचरण सिंह पहली पत्नी के साथ रहेगा या दूसरी पत्नी के साथ, इसका फैसला एक-डेढ़ वर्ष पहले दोनों पक्षों द्वारा बुलाई गई बिरादरी की एक बड़ी पंचायत में हुआ था। तब भी इन दोनों पक्षों के बीच चल रही तनातनी का मामला तत्कालीन डीएसपी (ग्रामीण) राजेश मील के समक्ष पहुंचा। उन्होंने ही पंचायत के जरिए विवाद सुलझाने का सुझाव दिया। तब बड़ी पंचायत बुलाई गई। इसमें गुरचरण सिंह को समझाया-बुझाया गया, लेकिन उसने दो टूक शब्दों में कहा दिया कि वह पहली पत्नी और उसके बच्चों को छोडऩे के लिए तैयार है। दूसरी पत्नी के साथ ही रहेगा। गुरचरण सिंह के पास कुल 39 बीघा कृषि भूमि थी। मटीली राठान थाना प्रभारी महावीर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 9 बीघा भूमि गुरचरण सिंह ने बेच दी थी। शेष 30 बीघा जमीन में से 6 बीघा जमीन उसने अपने पास रख ली। बाकी भूमि पहली पत्नी और उससे हुए बच्चों के नाम कर दी। दूसरी पत्नी जसवीर कौर से गुरचरण सिंह की जान-पहचान काफी समय से थी, लेकिन अब एक-डेढ़ वर्ष से वह जसवीर कौर के साथ यहां 3 ई छोटी में रह रहा था। दूसरी तरफ पहली पत्नी के पुत्र, भाई व भतीजे दिल में रड़क रखे हुए थे कि गुरचरण सिंह ने दूसरी औरत के लिए अपने घर-परिवार को छोड़ दिया। इनकी रंजिश लगातार बढ़ती ही चली गई। नतीजतन गुरचरण सिंह की हत्या हो गई। उन्होंने बताया कि आरोपितों को पकडऩे के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इनमें से गुरचरण सिंह का भाई हरबंस को पुलिस ने कल ही चक 18 जैड से पकड़ लिया था। उसी से पता चला था कि गुरचरण सिंह को जीप में डालकर ले जाने वालों में कौन-कौन हैं।

बाढ़ पीडि़त महिला से रेप

बाप ने शरण दी, बेटों ने लूट ली अस्मत
डबवाली (लहू की लौ) बाढ़ पीडि़त दम्पत्ति को आश्रय देने वाले एक व्यक्ति के बेटों ने आश्रय पाने वाले परिवार की महिला की अस्मत लूट ली। पुलिस ने पीडि़त महिला की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।
बलात्कार की शिकार महिला रजनी (23) के पति परमिन्द्र सिंह (25) पुत्र रीठा सिंह निवासी सिवियां (कोटकपूरा) हाल ढाणी प्रेम सिंह, सिरसा ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व वह अपनी पत्नी रजनी, साले गोरा तथा भाभी भिन्द्र कौर पत्नी गोरा के साथ गांव सिवियां तह. कोटकपूरा (पंजाब) से सिरसा में रोजगार की तालाश में आया था। सिरसा से कुछ दूरी पर स्थित ढाणी प्रेम सिंह में उसे एक जमींदार के खेत में काम मिल गया। वह दिहाड़ी-मजदूरी करके अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने लगा।
पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण ढाणी में पानी भर गया। उसका बसा-बसाया आशियाना भी बाढ़ के पानी में बह गया। वह घर से बेघर हो गया। उसके साले का परिवार भी उससे बिछड़ गया। अपना तथा अपने परिवार का पेट पालने की खातिर काम की तालाश में अपनी पत्नी और एक वर्षीय बच्चे के साथ मारा-मारा घूमने लगा। बुधवार शाम को वह डबवाली पहुंचा। उसने उपमण्डल डबवाली के गांव लखुआना जाना था। बस द्वारा वह अपने परिवार सहित गांव शेरगढ़ पहुंचा। यहां से वह पैदल ही लखुआना के लिए चल दिया। शाम के करीब 7.30 बजे मार्ग में उसे गांव शेरगढ़ निवासी पिरथी सिंह मिला।
परमिन्द्र सिंह के अनुसार पिरथी सिंह ने उसके परिवार पर दया दिखाते हुए अपने घर पर रूकने के लिए कहा। गांव में काम दिलाए जाने की गारंटी ली। अनुरोध करने पर वह पिरथी सिंह के घर पर रूक गया। गुरूवार सुबह पिरथी सिंह उसे अपने साथ काम पर ले गया। दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे उसकी पत्नी रजनी उसके पास आई और उसे आप-बीती बताई। उसने इस मामले को थाना शहर डबवाली पुलिस के समक्ष रखा।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस को दिए ब्यान में परमिन्द्र सिंह की पत्नी रजनी ने कहा है कि उसको घर में अपने एक वर्षीय बच्चे के साथ अकेला पाकर पिरथी सिंह के बेटे हरदीप सिंह ने उससे मुंह काला किया और सोनू ने अपने भाई का इस काम में साथ दिया। उसने आरोपियों के चंगुल से छूटकर इसकी जानकारी अपने पति को दी। वह ग्रामीणों के सहयोग से उसे न्याय के लिए थाना ले आया। रजनी के ब्यान पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 376/120-बी आईपीसी के तहत केस दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है।

23 जुलाई 2010

लूट की वारदात का चौथा आरोपी गिरफ्तार

सिरसा। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने 31 जनवरी 2010 को शहर के पालिका बाजार में हुई लूट की घटना के चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान तरसेम पुत्र सतीश कुमार निवासी गली नंबर 7 पटेल नगर मलोट पंजाब के रूप में हुई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि शहर के पालिका बाजार में स्थित बूट हाऊस के संचालक सुरेन्द्र पुत्र जगदीश के साथ बीती 31 जनवरी को लूट की वारदात हुई, जिसमें आरोपियों ने सुरेन्द्र से 40 हजार रुपये की नकदी व मोबाईल लूट लिया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में शहर थाना सिरसा में अभियोग दर्ज कर जांच का जिम्मा सीआईए स्टाफ सिरसा को सौंपा गया। प्रभारी ने बताया कि गुत्थी को सुलझाने के लिए स्टाफ की कई टीमों का गठन किया गया। सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह पर आधारित पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए 31 मई व 1 जून को घटना के तीन आरोपियों बलविन्द्र निवासी शमशाबाद पट्टी, हरजिन्द्र निवासी भंभूर, नानक सिंह निवासी झोरडऩाली को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर लूटी गई 12 हजार रुपये की राशि व एक मोबाईल फोन बरामद किया था।
उन्होंने बताया कि कल सीआईए के सहायक उपनिरीक्षक रणसिंह ने घटना के चौथे आरोपी तरसेम को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू कर लिया तथा पूछताछ कर उसकी निशानदेही पर लूटी गई 6 हजार रुपये की राशि बरामद कर ली है। प्रभारी ने बताया कि इस घटना के पांचवें आरोपी की भी पहचान कर ली गई है।

फरार हुआ कैदी गिरफ्तार

डबवाली। जिला की बडागुढ़ पुलिस ने पैरोल छुट्टी बीत जाने के बाद फरार हुए कैदी को पुन: गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये कैदी जग्गी उर्फ करतार सिंह पुत्र गुरदीप सिंह गांव रघुआना का निवासी है। आरोपी को आज सिरसा अदालत में पेश किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए बडागुढ़ा के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रामकिशन ने बताया कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह निवासी रघुआना के विरुद्ध 20 मई 1996 को सदर डबवाली थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज हुआ था तथा आरोपी को सन 2005 में 15 साल की कैद की सजा सुनाई गई। उन्होंने बताया कि अवतार सिंह 18 मई 2010 को सिरसा जेल से 6 सप्ताह की पैरोल छुट्टी पर गांव रघुआना में आया तथा उसको 30 जून 2010 को सिरसा जेल वापिस जाना था।  परंतु वह जेल न जाकर फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि जेल अधीक्षक सिरसा ने इस संबंध में अवतार सिंह के खिलाफ जेल न पहुंचने के संबंध में शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर अवतार सिंह के विरुद्ध थाना बडागुढ़ा में अभियोग दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई। बडागुढ़ा थाना प्रभारी ने बताया कि अभियोग दर्ज करने के बाद अवतार सिंह की लगातार तलाश की जा रही थी तथा उसके छुपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि कल उन्हें सूचना मिली कि जग्गी उर्फ अवतार सिंह गांव झोरडऱोही में विवाहित अपनी बेटी सुरजीत कौर के घर आया हुआ है। सूचना को पाकर उन्होंने पुलिस पार्टी के साथ गांव झोरडऱोही में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को आज सिरसा अदालत में पेश कर पुन: जेल भेजा जाएगा।