29 जुलाई 2010

हथियारों समेत लुटेरा गिरोह के तीन सदस्य काबू

सिरसा। जिला पुलिस ने एक लूट व डकैती करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों  को हथियारों समेत गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार किए गए युवकों में राजकुमार उर्फ राजू पुत्र सतबीर सिंह निवासी अस्थलबोहर रोहतक, हरपाल सिंह उर्फ हैप्पी पुत्र लाभ ङ्क्षसह ढाणी हिसार रोड़ दिल्ली पुल सिरसा तथा सतीश उर्फ सत्तु पुत्र औमप्रकाश निवासी जोधकां के नाम शामिल है। पुलिस ने युवकों के कब्जे से तीन पिस्तौल, आठ जिंदा कारतूस भी बरामद किए है। आरोपियों के विरूद्ध भादंसं की धारा 398, 401 के तहत थाना शहर सिरसा में अभियोग दर्ज किया गया है।
इस संबध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिरसा सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि एंटी थेफ्ट स्टाफ का इंचार्ज उपनिरीक्षक औमप्रकाश पर आधारित पुलिस टीम शहर सिरसा क्षेत्र में रात्रि गश्त पर थी। उन्होने बताया कि इसी दौरान पुलिस पार्टी को किसी मुखबिर से सूचना मिली कि टी प्वाइंट खाजाखेड़ा रोड सिरसा क्षेत्र में कुछ हथियारों से लैस युवक आने जाने वाले राहगीरों को लूटने की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस सूचना को पाकर पुलिस टीम ने उक्त स्थान पर दबिश देकर सभी युवकों को हथियारों सहित काबू कर लिया।
इस गिरोह का सरगना 22 वर्षीय राजकुमार उर्फ राजू है, जो कि एमए पास है, इसने रोहतक में झज्जर चुंगी रोड पर एसी व कुलर की दुकान कर रखी है, तथा वहां अपने दो नौकरों को रखा हुआ है। खुद अपने साथियों के साथ मिलकर अपराधिक वारदातों को अंजाम देता है। राजू ने पुलिस पुछताछ में बताया है कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2009 व 10 की अवधि के दौरान दिल्ली में चार लूट व डकैती की वारदातें कर लाखों रूपये लूटे है तथा पुलिस से बचने के लिए फिलहाल सिरसा क्षेत्र में रह रहा था तथा अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
गिरफ्तार किए गए दूसरे आरोपी हरपाल ङ्क्षसह गिरोह के सरगना राजू के साथ बारहबीं कक्षा तक पढा हुआ है। जबकि तीसरा आरोपी सतीश हरपाल का नजदीकी दोस्त है। पुछताछ के दौरान तीनों आरोपियों में से एक आरोपी सतीश उर्फ सत्तू ने बताया कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 18 अगस्त 2009 को सिरसा क्षेत्र में लूटपाट की वारदात की और 2 लाख 10 हजार रूपये लूटे। इसके अलावा उसने यह भी बताया कि थाना सदर के गंाव सलारपुर में जानलेवा हमला करने की एक वारदात में भी शामिल था।
पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपियों से पुछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में व गिरोह द्वारा अंजाम दी गई अन्य अपराधिक वारदातों का खुलासा होने की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता। उन्होने बताया कि इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को उचित ईनाम व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।

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