औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) साक्षरता मिशन सिरसा की एक बैठक आज ओढ़ां में बुलाई गई जिसमें अनेक अक्षर सैनिकों व नवसाक्षरों ने भाग लिया। खंड सयोजक निर्मलजीत कौर की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिला परियोजना संयोजक अंजू भाटिया ने मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया।
बैठक में उपस्थित अक्षर सैनिकों व नवसाक्षरों को संबोधित करते हुए जिला परियोजना संयोजक अंजू भाटिया ने कहा कि निरक्षरता के कलंक को मिटाने हेतु साक्षरता मिशन के तहत निरक्षरों को साक्षर बनाने हेतु कक्षाओं को फिर से शुरू किया जाए क्योंकि इससे बड़ा पुण्य कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि अक्षर सैनिक कक्षाओं को शीघ्र शुरू करके निरक्षरों व नवसाक्षरों को कक्षाओं में लाएं ताकि सभी को प्रमाणपत्र दिए जा सकें।
बैठक को संबोधित करते हुए खंड संयोजक निर्मलजीत कौर ने अक्षर सैनिकों से दोबारा कक्षाएं शुरू करने का आह्वान करते हुए साक्षरता की अलख जगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि निरक्षरता के अंधेरे को मिटाकर हम समाज की सच्ची सेवा कर सकते हैं। यह एक निरक्षर रूपी अंधे को अक्षर ज्ञान रूपी आंखें देने के समान है। निरक्षरों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में कक्षाएं ज्वाईन करने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि शीघ्र ही कक्षाएं आरंभ कर दी जाएंगी।
इस बैठक में उपखंड संयोजक बलवंत सिंह, ग्राम संयोजक आरके सारस्वत व रणवीर जाखड़, एसएमएस की सचिव जीवी रानी, अक्षर सैनिक व नवसाक्षर गीता रानी, पूजा रानी, बाधो देवी, मंदीप कौर, ममनजीत कौर, निर्मला, मीरां, हैप्पी, कुलदीप, सुखपाल, संतोष कुमारी, सिमरन कौर, गणवीर कौर, सुखजीत कौर, चरणजीत कौर, गुरप्रीत कौर, कविता रानी, सुखपाल कौर व मंगल सिंह सहित अनेक अक्षर सैनिक, नवसाक्षर व निरक्षर उपस्थित थे।
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Lahoo Ki Lau
04 सितंबर 2009
आखिर कांग्रेसियों को याद आई कन्या विद्यालय की
डबवाली (लहू की लौ) विधानसभा चुनाव आते ही कांग्रेसियों को यहां के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के भवन की भी याद आ गई। जबकि इससे पूर्व आज तक इस खस्ताहाल भवन की सुध लेना तो दूर इसके लिए आई राशि इसी स्थान पर लगवाने के लिए आज तक इन लोगों ने किसी भी अधिकारी से बातचीत तक नहीं की।
वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि उन्होंने नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन के साथ वीरवार को अचानक राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तो पाया कि विद्यालय की हालत खस्ता है। सूर्या के अनुसार पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के पास 82 लाख रूपये की राशि स्कूल में बनने वाले 15 नये कमरों के लिए आई हुई है। लेकिन विभाग पौने दो वर्ष से इस राशि को खर्च नहीं कर रहा। पार्षद के अनुसार स्थिति यह है कि कड़कड़ती धूप और बरसात में खस्ताहाल कमरों को गिराने के बाद वहां नये कमरे न बनने से छात्राएं बाहर बैठने को मजबूर हैं। जब जगदीप सूर्या से यह पूछा गया कि इसका निर्माण क्या नगरपालिका करवाएगी तो उन्होंने कहा कि नहीं, निर्माण कार्य तो बीएण्डआर ही करवाएगा।
इधर जब इस संदर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से सम्पर्क किया गया तो वे तो फोन पर नहीं मिलीं। लेकिन उनके पति राजेन्द्र जैन ने बताया कि वे निरीक्षण पर गये थे। उन्होंने देखा कि भवन खस्ता हालत में है और उन्हें विद्यालय के प्रिंसीपल ने बताया कि खस्ता हाल कमरों को गिरा दिया गया है और पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के पास 82 लाख रूपये की राशि आई हुई है। उनके अनुसार जब उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उसका फोन स्विच ऑफ आया।
इधर विद्यालय के प्रिंसीपल इन्द्रजीत सांगवान ने इस संवाददाता को बताया कि जो कक्षाएं बाहर लग रही हैँ, फिलहाल अस्थाई रूप से इन कक्षाओं को विद्यालय के सामने स्थित जैन स्थानिक में शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन इन दिनों जैन स्थानिक में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है। जिसके चलते कक्षाओं को फिर से विद्यालय में बाहर लगाया जा रहा है।
वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने बताया कि उन्होंने नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन के साथ वीरवार को अचानक राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तो पाया कि विद्यालय की हालत खस्ता है। सूर्या के अनुसार पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के पास 82 लाख रूपये की राशि स्कूल में बनने वाले 15 नये कमरों के लिए आई हुई है। लेकिन विभाग पौने दो वर्ष से इस राशि को खर्च नहीं कर रहा। पार्षद के अनुसार स्थिति यह है कि कड़कड़ती धूप और बरसात में खस्ताहाल कमरों को गिराने के बाद वहां नये कमरे न बनने से छात्राएं बाहर बैठने को मजबूर हैं। जब जगदीप सूर्या से यह पूछा गया कि इसका निर्माण क्या नगरपालिका करवाएगी तो उन्होंने कहा कि नहीं, निर्माण कार्य तो बीएण्डआर ही करवाएगा।
इधर जब इस संदर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से सम्पर्क किया गया तो वे तो फोन पर नहीं मिलीं। लेकिन उनके पति राजेन्द्र जैन ने बताया कि वे निरीक्षण पर गये थे। उन्होंने देखा कि भवन खस्ता हालत में है और उन्हें विद्यालय के प्रिंसीपल ने बताया कि खस्ता हाल कमरों को गिरा दिया गया है और पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के पास 82 लाख रूपये की राशि आई हुई है। उनके अनुसार जब उन्होंने सम्बन्धित अधिकारी से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उसका फोन स्विच ऑफ आया।
इधर विद्यालय के प्रिंसीपल इन्द्रजीत सांगवान ने इस संवाददाता को बताया कि जो कक्षाएं बाहर लग रही हैँ, फिलहाल अस्थाई रूप से इन कक्षाओं को विद्यालय के सामने स्थित जैन स्थानिक में शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन इन दिनों जैन स्थानिक में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है। जिसके चलते कक्षाओं को फिर से विद्यालय में बाहर लगाया जा रहा है।
कोर्ट कम्पलैक्स में मनाया गया वन महोत्सव
मोबाइल ढूंढऩे गये युवकों की धुनाई
डबवाली (लहू की लौ) यहां की इन्दिरा नगरी में दो पक्षों में झगड़ा हो जाने से दो लोगों को चोटें आई हैं।
घायल सुल्तान और बज्जा राम ने बताया कि वे इन्दिरा नगरी के निवासी हैं और वे वहीं पर झुग्गी-झोंपडिय़ों में रहते हैं। बुधवार की रात को उनका मोबाइल गुम हो गया था और वे मोबाइल की तालाश में इधर-उधर गये थे। लेकिन गोकुल नामक महिला ने उनसे झगड़ा कर लिया और उन्हें चोर कहकर शोर मचा दिया। गोकुल के साथियों ने उनकी धुनाई की दी। पता चला है कि इस मामले को लेकर सुल्तान बगैरा ने पुलिस में भी शिकायत की है।
घायल सुल्तान और बज्जा राम ने बताया कि वे इन्दिरा नगरी के निवासी हैं और वे वहीं पर झुग्गी-झोंपडिय़ों में रहते हैं। बुधवार की रात को उनका मोबाइल गुम हो गया था और वे मोबाइल की तालाश में इधर-उधर गये थे। लेकिन गोकुल नामक महिला ने उनसे झगड़ा कर लिया और उन्हें चोर कहकर शोर मचा दिया। गोकुल के साथियों ने उनकी धुनाई की दी। पता चला है कि इस मामले को लेकर सुल्तान बगैरा ने पुलिस में भी शिकायत की है।
चालक और परिचालक की हॉकियों से पिटाई
डबवाली (लहू की लौ) बुधवार शाम को गांव बिज्जूवाली के पास कुछ युवकों ने डबवाली फ्रेण्डस सहकारी परिवहन की बस को घेर लिया और उसके चालक और परिचालक की पिटाई करके चोटें मारी।
घायल बस चालक भोला सिंह तथा परिचालक नरेश कुमार ने बताया कि उनकी बस कालूआना से कालांवाली बाया औढ़ां आती-जाती है। बुधवार को दोपहर करीब 1.30 बजे बस के सहायक हरबन्स सिंह के साथ टिकट लेने को लेकर गांव रिसालियाखेड़ा के शीशपाल का झगड़ा हो गया। उस समय तो मामला निपट गया। लेकिन शीशपाल ने शाम को करीब पौने सात बजे गांव बिज्जूवाली के पास बस को घेर लिया।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार आरोपी अपने साथियों के साथ कार और मोटरसाईकिलों पर सवार होकर आया था। उसके साथियों ने उनको हॉकी और चैनों से पीटा और शरीर के विभिन्न अंगों पर चोटें पहुंचाई। मौका पर सवारियों के दखल के बाद शीशपाल के साथ आये उसके साथी तो भाग खड़े हुए। लेकिन शीशपाल को पकड़कर गोरीवाला पुलिस चौकी के हवाले कर दिया गया।
शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि शीशपाल कालांवाली के एक संस्थान का विद्यार्थी है। ग्रीन, जम्बो, गुरूनानक, असीर, सिधू बस के चालकों ने बताया कि वह कई बार उपरोक्त संस्थान की प्रबन्धक समिति को इस संदर्भ में शिकायत कर चुके हैं कि उनके विद्यार्थी उन्हें परेशान करते हैं। विद्यार्थियों के पास बनवाये जायें और इनके आने-जाने का समय निर्धारित किया जाये। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। घायल चालक और परिचालक को डबवाली के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया।
घायल बस चालक भोला सिंह तथा परिचालक नरेश कुमार ने बताया कि उनकी बस कालूआना से कालांवाली बाया औढ़ां आती-जाती है। बुधवार को दोपहर करीब 1.30 बजे बस के सहायक हरबन्स सिंह के साथ टिकट लेने को लेकर गांव रिसालियाखेड़ा के शीशपाल का झगड़ा हो गया। उस समय तो मामला निपट गया। लेकिन शीशपाल ने शाम को करीब पौने सात बजे गांव बिज्जूवाली के पास बस को घेर लिया।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार आरोपी अपने साथियों के साथ कार और मोटरसाईकिलों पर सवार होकर आया था। उसके साथियों ने उनको हॉकी और चैनों से पीटा और शरीर के विभिन्न अंगों पर चोटें पहुंचाई। मौका पर सवारियों के दखल के बाद शीशपाल के साथ आये उसके साथी तो भाग खड़े हुए। लेकिन शीशपाल को पकड़कर गोरीवाला पुलिस चौकी के हवाले कर दिया गया।
शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि शीशपाल कालांवाली के एक संस्थान का विद्यार्थी है। ग्रीन, जम्बो, गुरूनानक, असीर, सिधू बस के चालकों ने बताया कि वह कई बार उपरोक्त संस्थान की प्रबन्धक समिति को इस संदर्भ में शिकायत कर चुके हैं कि उनके विद्यार्थी उन्हें परेशान करते हैं। विद्यार्थियों के पास बनवाये जायें और इनके आने-जाने का समय निर्धारित किया जाये। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। घायल चालक और परिचालक को डबवाली के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया।
गणेश स्वरूप मेकिंग प्रतियोगिता में टॉप-10
डबवाली (लहू की लौ) यहां के एम.एम. पब्लिक स्कूल में गणपति विसर्जन के अवसर पर अभिभावकों की गणेश जी के किसी भी स्वरूप को बनाकर उसमें रंग भरने की प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें अभिभावकों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
स्वरूपों में से टॉप-10 स्वरूप चुने गये। जिनमें संजीव कुमार, अनिल, पवन सोनी, विनय शर्मा, सुनील मोंगा, कर्मजीत सिंह, रविन्द्र जांगिड़, सुभाष सोनी, सतपाल मिढ़ा, महिन्द्र सिंह, केवल चुघ ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ आदि स्थान प्राप्त किया।
इसके साथ ही 10 सांत्वना पुरस्कार भी निकाले गये। जिनमें गणेश के स्वरूप विनोद कुमार, नरेश कुमार, केवल चुघ, सुभाष चन्द्र, विवेक गर्ग, सतीश कुमार, नरेन्द्र गर्ग, पूर्ण चन्द्र, सत्यपाल आदि द्वारा बनाये गये थे। निर्णायक मण्डल की भूमिका विनोद धमीजा, हंसराज ने निभाई। इस मौके पर विद्यालय की प्रिंसीपल डिम्पल मिढ़ा ने अपने विचार रखे तथा आये हुए मेहमानों का धन्यवाद किया।
स्वरूपों में से टॉप-10 स्वरूप चुने गये। जिनमें संजीव कुमार, अनिल, पवन सोनी, विनय शर्मा, सुनील मोंगा, कर्मजीत सिंह, रविन्द्र जांगिड़, सुभाष सोनी, सतपाल मिढ़ा, महिन्द्र सिंह, केवल चुघ ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ आदि स्थान प्राप्त किया।
इसके साथ ही 10 सांत्वना पुरस्कार भी निकाले गये। जिनमें गणेश के स्वरूप विनोद कुमार, नरेश कुमार, केवल चुघ, सुभाष चन्द्र, विवेक गर्ग, सतीश कुमार, नरेन्द्र गर्ग, पूर्ण चन्द्र, सत्यपाल आदि द्वारा बनाये गये थे। निर्णायक मण्डल की भूमिका विनोद धमीजा, हंसराज ने निभाई। इस मौके पर विद्यालय की प्रिंसीपल डिम्पल मिढ़ा ने अपने विचार रखे तथा आये हुए मेहमानों का धन्यवाद किया।
आरोपी न्यायिक हिरासत में
ओढ़ां (जितेंद्र गर्ग) औढ़ां पुलिस ने देवेंद्र उर्फ काका निवासी कंदुखेड़ा को 4 दिन के रिमांड के बाद आज अदालत में पेश कर दिया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि डकैती के आरोपी देवेंद्र उर्फ काका को ओढ़ां पुलिस ने 4 दिन के रिमांड पर लिया था जिस दौरान उससे डकैती में प्रयुक्त कार और छीनी गई नकदी व मोबाइल बरामद करके आज उसे डबवाली स्थित अमरजीत सिंह की अदालत में पेश कर दिया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गत 25 जुलाई को देवेंद्र सिंह ने अपने दो साथियों के साथ गांव रोहिडांवाली के निकट ट्रक को रोककर उसके चालक से 2 हजार रुपए की नकदी व मोबाइल फोन छीन लिया था।
पेड़ चोरी में आत्मसमर्पण
औढ़ां (जितेंद्र गर्ग) पेड़ चोरी के मामले में जंडवाला जाटान निवासी जगतार सिंह पुत्र सीता सिंह ने न्यायाधीश अमरजीत सिंह की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि कुछ माह पहले जगतार सिंह व उसके साथियों ने राजपुरा माइनर से कुछ पेड़ चोरी कर लिए थे और पेड चोरी का दूसरा आरोपी जगतार सिंह काफी दिनों से फरार था। पुलिस ने उसके निवास पर कई बार दबिश दी थी लेकिन वो हाथ नहीं आया था फिर भी पुलिस की दबिश जारी थी जिससे घवराकर उसने आत्मसमर्पन कर दिया।
डीएवी में प्रतियोगिता आयोजित
डबवाली (लहू की लौ) यहां के डीएवी स्कूल में बच्चों के बौद्धिक एवं मानसिक विकास के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। हिन्दी कविता गायन प्रतियोगिता में एलकेजी की सुनिधि और ताशू, कक्षा यूकेजी की आरूणिका बत्तरा, कक्षा प्रथम से अतुल कपूर, दूसरी से मानिक मिढ़ा ने प्रथम स्थान पाया। इस मौके पर मुख्याध्यापिका सरिता गोयल ने विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये। इस मौके पर निर्णायक की भूमिका मधु गंभीर और भारती गिल ने निभाई। जबकि मंच का संचालन अनिता मिढ़ा ने बखूबी किया। प्रतियोगिता का संचालन आशा मिढ़ा और संजोली की देखरेख में हुआ।
03 सितंबर 2009
दिल का दौरा पडऩे से बिजली कर्मी की मौत
सिरसा (लहू की लौ) विद्युत विभाग में लाईनमैन पद पर कार्यरत भाल सिंह की गुरुवार को दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार गांव छतरियां वाली निवासी भाल सिंह पुत्र मोमन राम विद्युत विभाग में लाईनमैन के पद पर कार्यरत था। गुरुवार को भाल सिंह किसी कार्यवश गांव झोंपड़ा गया हुइा था। वापिस में लौटते समय रेलवे फाटक के समीप भाल सिंह के सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश होकर वहीं गिर गया। राहगीरों ने इस बारे में भाल सिंह के परिजनों को सूचित किया। परिजन मौके पर पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मिली जानकारी के अनुसार गांव छतरियां वाली निवासी भाल सिंह पुत्र मोमन राम विद्युत विभाग में लाईनमैन के पद पर कार्यरत था। गुरुवार को भाल सिंह किसी कार्यवश गांव झोंपड़ा गया हुइा था। वापिस में लौटते समय रेलवे फाटक के समीप भाल सिंह के सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश होकर वहीं गिर गया। राहगीरों ने इस बारे में भाल सिंह के परिजनों को सूचित किया। परिजन मौके पर पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
ससुरालजनों पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज
सिरसा (लहू की लौ) बड़ागुढ़ा थाना पुलिस ने अदालत के आदेश पर ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताडऩा और जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
पुलिस सुत्रों के अनुसार गांव रघुआना निवासी मल सिंह की पुत्री अमनदीप कौर का विवाह कुछ समय पूर्व गांव जंडवाला जाटान निवासी मंगू सिंह पुत्र जंटा सिंह के साथ हुआ था। विवाह के बाद अमनदीप कौर को ससुराल पक्ष के द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाने लगा। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से परेशान अमनदीप कौर ने अदालत की शरण ली। अदालत ने बड़ागुढ़ा थाना पुलिस को पति मंगू सिंह, ससुर जंटा सिंह, सास जगतार कौर व जेठानी संत कौर के खिलाफ जान से मारने की धमकी तथा मारपीट करने का मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
पुलिस सुत्रों के अनुसार गांव रघुआना निवासी मल सिंह की पुत्री अमनदीप कौर का विवाह कुछ समय पूर्व गांव जंडवाला जाटान निवासी मंगू सिंह पुत्र जंटा सिंह के साथ हुआ था। विवाह के बाद अमनदीप कौर को ससुराल पक्ष के द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाने लगा। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने से परेशान अमनदीप कौर ने अदालत की शरण ली। अदालत ने बड़ागुढ़ा थाना पुलिस को पति मंगू सिंह, ससुर जंटा सिंह, सास जगतार कौर व जेठानी संत कौर के खिलाफ जान से मारने की धमकी तथा मारपीट करने का मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
एलआईसी चण्डीगढ़ ने हांगकांग इलेवन को दी मात
सिरसा (लहू की लौ) जननायक चौ. देवीलाल विद्यापीठ के क्रिकेट ग्राउंड में प्रात: एलआईसी चंडीगढ़ व हांगकांग इलेवन के बीच मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में एलआईसी चंडीगढ़ ने अपनी विरोधी टीम को 43 रनों से पराजित किया।
एलआईसी चंडीगढ़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया और निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर हांगकांग की टीम के समक्ष 138 रन का लक्ष्य रखा। एलआईसी टीम के ओपनर शिवकांत व गुरिन्द्र सैनी ने अपनी टीम को ठोस शुरूआत दी और दोनों ने चारों ओर दर्शनीय शॉट लगाए। पहली विकेट शिवकांत के रूप गिरा जब वह 20 के निजी स्कोर पर था। शिवकांत ने चार चौकों की मदद से तेजी से 20 गेंदों में 20 रन बनाए और वह नजीब अमर की गेंद की गेंद पर गच्चा खाकर क्लीनबोल्ड हो गए। इसके बाद गुरिंद्र का साथ निभाने हरप्रीत सिंह आए और मध्यम गति के गेंदबाजों की धमकर धुनाई की। पर हरप्रीत सिंह ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके और 12 गेंदों में 10 रन बना कर मुन्नीर अहमद की गेंद्र पर कॉट बिहाइंड हो गए। हांगकांग के कप्तान ने मध्यम गति के गेंदबाजों को पीटता देख स्पिनर को गेंद थमाई। स्पिनर कप्तान की अपेक्षाओं पर खरा उतरे और रनों पर अंकुश लगाने में कामयाब रहे। कप्तान अमित उनियाल अपनी टीम के लिए कुछ खास नहीं कर सके और वह मात्र 5 रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद पांचवे बल्लेबाज राजेश पाठा भी दो रन बना कर चलते बने। उन्हें जावेद इकबाल ने आउट किया। गुरेंद्र सैनी ने तेजी से रन बटोरते रहे और उन्होंने 37 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर लिया और 49 गेंदों पर 64 शानदार रन बनाए। वह टीम के कुल 120 रनों के स्कोर पर नजीब अमर के हाथों आउट हुए। गुरिंद्र सैनी ने अपनी पारी में 10 चौके जमाए। नवनीत सिंह ने 14 रन, रोहित चौधरी ने 2 रन व अविनाश यादव ने अविजित 8 रनों का योगदान दिया। हरप्रीत सिंह जूनियन व गुरविवेक सिंह अपना खाता ही नही ंखोल सके। नजीब अमर ने 4, नदीम अहमद व मुनीर अहमद ने दो-दो विकेट झटके।
138 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हांगकांग की टीम के ओपनर तबरक दार व जावेद इकबाल ने अपनी टीम को मजबूती प्रदान करने का प्रयास किया मगर रोहित चौधरी ने तबरक दार को 12 रन पर आउट किया वहीं जावेद इकबाल भी ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं रहे और केवल 2 रन बनाकर चलते बने। उनके बाद बल्लेबाजी करने आए नाजिब अमर ने अभी केवल अपने खाते में महज 1 रन ही जोड़ा था कि उन्हें अमित उन्याल ने पैवेलियन की राह दिखाई। बट हुसैन भी केवल 6 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए उनका विकेट मनीष नैन ने लिया। उसके बाद क्रीज पर आए एम. अहमद व हासिब अमजद ने कुछ संभल कर खेलना शुरु किया मगर नवनीत सिंह ने एम अहमद को 8 रनों के निजी स्कोर पर आउट कर दिया। हासिब अमजद ने एक छोर पर खड़े रह कर कुछ अच्छे शॉट्स खेले और उन्होंने 29 गेंदों में 35 रन बनाए। इसमें 4 चौके व 1 छक्का शामिल था। दूसरे छोर पर नदीम अहमद ने कुछ हद तक हासिब अमजद का साथ दिया और उन्होंने 15 गेंदों में 16 रन बनाएं जिसमें 2 चौके शामिल थे। हासिब अमजद को गुरेंद्र सैनी ने जबकि नादिम अहमद को अविनाश यादव ने आउट किया। पुछल्ले बल्लेबाज बाबर हयात 4, अजहर इलाई 2 व आदिल खान व सईद ने 1-1 रन बनाया। हांगकांग की पूरी टीम 18.1 ओवर में कुल 94 के स्कोर पर सिमट गई। इस मुकाबले के समापन पर वैज्ञानिक व जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक प्रो. कुलदीप सिंह ढींड़सा ने बतौर मुख्यातिथि विजेता टीम को पुरस्कार दिए। उन्होंने गुरिंद्र सैनी को मैन ऑफ दि मैच के रूप में 21 हजार रुपए व हासिब अमजद को सर्वाधिक छक्के लगाने के लिए 2 हजार रुपए का चैक प्रदान किया। इस अवसर पर विद्यापीठ के रजिस्ट्रार मेजर के.के. सिरोही, विद्यापीठ के स्पोट्र्स इंचार्ज मनमोहन सिंह व डॉ. जयप्रकाश मौजूद थे।
असमय काल के गाल में समा गए रेड्डी
नई दिल्ली। भारत में हादसों के कारण कई प्रतिभाशाली नेताओं की राजनैतिक पारी का असमय अंत हो गया, जिसमें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी भी है। आम जनता के नेता रेड्डी ने समाज में दबे कुचले और समाज के उपेक्षित तबके के सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के जरिए राजनीतिक में अलग स्थान बनाया था।
भारतीय राजनीति के इतिहास पर अगर नजर डाला जाएं तो कई दिग्गज नेताओं संजय गांधी, राजेश पायलट, माधव राव सिंधिया, जी एम सी बालयोगी, ओ पी जिंदल, साहिब सिंह वर्मा, सुरेंद्र सिंह जैसे कई प्रतिभाशाली राजनेता हादसों के चलते असमय काल के गाल में समा गए। इसी कड़ी में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, ललित नारायण मिश्र, दीन दयाल उपाध्याय का नाम भी आता है जिनकी आतंकी हिंसा या रहस्यमय स्थिति में मौत हुई।
दुर्घटना का शिकार होने वाले नेताओं में महत्वपूर्ण नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र एवं कांग्रेस नेता संजय गांधी का है जिनकी 29 वर्ष पहले दिल्ली के सफदरजंग हवाईअड्डे पर ग्लाइडर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रतिभाशाली नेता राजेश पायलट आते है जिनकी 11 जून 2000 को जयपुर के पास सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पेशे से पायलट राजेश ने अपने मित्र राजीव गांधी की प्रेरणा से राजनीति में कदम रखा और राजस्थान के दौसा लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए। पालयट एक महत्वपूर्ण गुर्जर नेता के रूप में उभर कर सामने आए थे। उनके नरसिंह राव सरकार में गृह राज्य मंत्री रहते हुए तांत्रिक चंद्रास्वामी को जेल भेजा गया था।
माधव राव सिंधिया एक और महत्वपूर्ण नाम है, जो असमय दुर्घटना का शिकार हुए। सिंधिया ने अपने राजनैतिक करियर की शुरूआत 1971 में की थी जब उन्होंने जनसंघ के सहयोग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गुना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में जीत दर्ज की थी।
बहरहाल, 1997 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और 1984 में उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से पराजित किया। सिंधिया ने विभिन्न सरकारों में रेलमंत्री, नागर विमानन मंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री का दायित्व संभाला, लेकिन 30 सितंबर 2001 को विमान दुर्घटना में उनकी असमय मौत हो गई। तेदेपा नेता जी एम सी बालयोगी भी असमय दुर्घटना का शिकार हुए जब तीन मार्च 2002 को आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के कैकालूर इलाके में उनका हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बालयोगी सबसे पहले 10वीं लोकसभा में तेदेपा के टिकट पर चुन कर आए। उन्हें 12वीं और 13वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया।
उद्योगपति तथा राजनेता ओ पी जिंदल भी दुर्घटना का शिकार होने से असमय भारतीय राजनीति के पटल से ओझल हो गए। जिंदल आर्गेनाइजेशन को उद्योग जगत की बुलंदियों पर पहुंचाने वाले ओ पी जिंदल हरियाणा के हिसार क्षेत्र से तीन बार विधानसभा के लिए चुने गए और उन्होंने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री का दायित्व भी संभाला। 31 मार्च 2005 को हेलीकाप्टर दुर्घटना में उनकी असमय मौत हो गई। भाजपा के प्रतिभावान नेता साहिब सिंह वर्मा का नाम भी इसी कड़ी में आता है। वर्ष 1996 से 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले वर्मा 1999 से 2004 तक लोकसभा के सदस्य और केंद्रीय मंत्री भी रहे। भाजपा के उपाध्यक्ष पद का दायित्व संभालने वाले साहिब सिंह वर्मा की 30 जून 2007 को अलवर-दिल्ली राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
इसी कड़ी में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, ललित नारायण मिश्रा, दीन दयाल उपाध्याय का नाम भी आता है जिनकी आतंकी हिंसा या रहस्यमय परिस्थिति में मौत हुई। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की अपने ही सुरक्षाकर्मियों ने हत्या कर दी थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी आतंकी हमले के शिकार हुए जब श्रीपेरम्बदूर में चुनावी सभा के दौरान लिट्टे आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी। हालांकि उधर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और शैलजा उस समय बाल-बाल बच गए थे जब 2004 में गुजरात में खाणवेल के पास उन्हें ले जा रहे हेलीकाप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
भारतीय राजनीति के इतिहास पर अगर नजर डाला जाएं तो कई दिग्गज नेताओं संजय गांधी, राजेश पायलट, माधव राव सिंधिया, जी एम सी बालयोगी, ओ पी जिंदल, साहिब सिंह वर्मा, सुरेंद्र सिंह जैसे कई प्रतिभाशाली राजनेता हादसों के चलते असमय काल के गाल में समा गए। इसी कड़ी में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, ललित नारायण मिश्र, दीन दयाल उपाध्याय का नाम भी आता है जिनकी आतंकी हिंसा या रहस्यमय स्थिति में मौत हुई।
दुर्घटना का शिकार होने वाले नेताओं में महत्वपूर्ण नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र एवं कांग्रेस नेता संजय गांधी का है जिनकी 29 वर्ष पहले दिल्ली के सफदरजंग हवाईअड्डे पर ग्लाइडर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रतिभाशाली नेता राजेश पायलट आते है जिनकी 11 जून 2000 को जयपुर के पास सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पेशे से पायलट राजेश ने अपने मित्र राजीव गांधी की प्रेरणा से राजनीति में कदम रखा और राजस्थान के दौसा लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए। पालयट एक महत्वपूर्ण गुर्जर नेता के रूप में उभर कर सामने आए थे। उनके नरसिंह राव सरकार में गृह राज्य मंत्री रहते हुए तांत्रिक चंद्रास्वामी को जेल भेजा गया था।
माधव राव सिंधिया एक और महत्वपूर्ण नाम है, जो असमय दुर्घटना का शिकार हुए। सिंधिया ने अपने राजनैतिक करियर की शुरूआत 1971 में की थी जब उन्होंने जनसंघ के सहयोग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गुना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव में जीत दर्ज की थी।
बहरहाल, 1997 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और 1984 में उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से पराजित किया। सिंधिया ने विभिन्न सरकारों में रेलमंत्री, नागर विमानन मंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री का दायित्व संभाला, लेकिन 30 सितंबर 2001 को विमान दुर्घटना में उनकी असमय मौत हो गई। तेदेपा नेता जी एम सी बालयोगी भी असमय दुर्घटना का शिकार हुए जब तीन मार्च 2002 को आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले के कैकालूर इलाके में उनका हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बालयोगी सबसे पहले 10वीं लोकसभा में तेदेपा के टिकट पर चुन कर आए। उन्हें 12वीं और 13वीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया।
उद्योगपति तथा राजनेता ओ पी जिंदल भी दुर्घटना का शिकार होने से असमय भारतीय राजनीति के पटल से ओझल हो गए। जिंदल आर्गेनाइजेशन को उद्योग जगत की बुलंदियों पर पहुंचाने वाले ओ पी जिंदल हरियाणा के हिसार क्षेत्र से तीन बार विधानसभा के लिए चुने गए और उन्होंने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री का दायित्व भी संभाला। 31 मार्च 2005 को हेलीकाप्टर दुर्घटना में उनकी असमय मौत हो गई। भाजपा के प्रतिभावान नेता साहिब सिंह वर्मा का नाम भी इसी कड़ी में आता है। वर्ष 1996 से 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले वर्मा 1999 से 2004 तक लोकसभा के सदस्य और केंद्रीय मंत्री भी रहे। भाजपा के उपाध्यक्ष पद का दायित्व संभालने वाले साहिब सिंह वर्मा की 30 जून 2007 को अलवर-दिल्ली राजमार्ग पर सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
इसी कड़ी में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, ललित नारायण मिश्रा, दीन दयाल उपाध्याय का नाम भी आता है जिनकी आतंकी हिंसा या रहस्यमय परिस्थिति में मौत हुई। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की अपने ही सुरक्षाकर्मियों ने हत्या कर दी थी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी आतंकी हमले के शिकार हुए जब श्रीपेरम्बदूर में चुनावी सभा के दौरान लिट्टे आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी। हालांकि उधर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और शैलजा उस समय बाल-बाल बच गए थे जब 2004 में गुजरात में खाणवेल के पास उन्हें ले जा रहे हेलीकाप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
रेड्डी का हेलीकाप्टर क्रैश में निधन
कुरनूल। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी और चार अन्य लोगों की हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। बुधवार की सुबह से लापता उनका हेलीकाप्टर खराब मौसम के कारण नल्ला-माला पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हैदराबाद से चित्तूर के लिए उड़ान भरने के एक घंटे बाद ही मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर का रेडियो संपर्क टूट गया था।
राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपने दम पर कांग्रेस को राज्य में शानदार विजय दिलाने वाले 60 वर्षीय राजशेखर रेड्डी की मौत की खबर आते ही राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में लगा राष्ट्रीय ध्वज झुका दिया गया।
क्रैश हेलीकाप्टर के मलबे मिलने के साथ ही राजशेखर रेड्डी, उनके विशेष सचिव पी सुब्रह्माण्यम, मुख्य सुरक्षा अधिकारी एएससी वेस्ली, पायलट ग्रुप कैप्टन एसके भाटिया और सह पायलट एमएस रेड्डी के शव रूद्रकोंडा पहाड़ी से मिल गए हैं। यह इलाका यहां से 40 नाटिकल मील पूर्व में है।
आधिकारिक तौर पर उनकी मौत की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन दिल्ली स्थित कांग्रेस के आला सूत्रों ने बताया है कि हेलीकाप्टर में सवार लोगों के शव मिल गए हैं। एक सरकारी बयान जल्द ही जारी किए जाने की संभावना है। हादसे की वजह से केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक रद्द कर दी गई है।
उधर, राज्य के वित्तमंत्री के रोसैया कार्यवाहक मुख्यमंत्री होंगे इसकी जानकारी दी गई है।
प्रधानमंत्री आवास पर गुरुवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक के बाद हादसे के बारे में जानकारी दी गई, लेकिन इस संबंध में बुधवार रात से ही आशंका बढ़ने लगी थी, जब हेलीकाप्टर का पता लगाने के लिए चलाए गए खोज अभियान असफल हो गए।
हेलीकाप्टर के लापता होने के ठीक 24 घंटे बाद वायु सेना के बेंगलूर से रवाना हुए हेलीकाप्टरों ने कुरनूल के 70 किलोमीटर पूर्व में रूद्रकोंडा पहाड़ी पर हेलीकाप्टर का मलबा ढूंढ निकाला। गौरतलब है कि हेलीकाप्टर का कल साढ़े नौ बजे रेडियो संपर्क टूट गया था।
हेलीकाप्टर बुधवार को हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे से चित्तूर के लिए रवाना हुआ था और इसे 10 बजकर 40 मिनट पर अपने गंतव्य पर पहुंचना था।
उधर, बेंगलूर एयर कमान के एयर कोमोडोर सागर भारती ने हेलीकाप्टर के मिलने की जगह के बारे में तो बताया, लेकिन उसमें सवार लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं दी। उन्होंने कहा कि दो हेलीकाप्टर उस जगह उतरने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लई ने संकेत दिया कि 11 वर्ष पुराना बेल 430 हेलीकाप्टर शायद दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। वायु सेना का बचाव दल इलाके तक पहुंचने के लिए पैरा कमांडोज को रस्सी के सहारे मौके पर उतारने की कोशिश कर रहा है।
कोर ग्रुप की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ मंत्री प्रणव मुखर्जी, एके एंटोनी, पी चिदंबरम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आंध्र प्रदेश में पार्टी के कद्दावर नेता की मौत के बाद उत्पन्न हालात पर चर्चा की।
राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपने दम पर कांग्रेस को राज्य में शानदार विजय दिलाने वाले 60 वर्षीय राजशेखर रेड्डी की मौत की खबर आते ही राजधानी दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में लगा राष्ट्रीय ध्वज झुका दिया गया।
क्रैश हेलीकाप्टर के मलबे मिलने के साथ ही राजशेखर रेड्डी, उनके विशेष सचिव पी सुब्रह्माण्यम, मुख्य सुरक्षा अधिकारी एएससी वेस्ली, पायलट ग्रुप कैप्टन एसके भाटिया और सह पायलट एमएस रेड्डी के शव रूद्रकोंडा पहाड़ी से मिल गए हैं। यह इलाका यहां से 40 नाटिकल मील पूर्व में है।
आधिकारिक तौर पर उनकी मौत की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन दिल्ली स्थित कांग्रेस के आला सूत्रों ने बताया है कि हेलीकाप्टर में सवार लोगों के शव मिल गए हैं। एक सरकारी बयान जल्द ही जारी किए जाने की संभावना है। हादसे की वजह से केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक रद्द कर दी गई है।
उधर, राज्य के वित्तमंत्री के रोसैया कार्यवाहक मुख्यमंत्री होंगे इसकी जानकारी दी गई है।
प्रधानमंत्री आवास पर गुरुवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक के बाद हादसे के बारे में जानकारी दी गई, लेकिन इस संबंध में बुधवार रात से ही आशंका बढ़ने लगी थी, जब हेलीकाप्टर का पता लगाने के लिए चलाए गए खोज अभियान असफल हो गए।
हेलीकाप्टर के लापता होने के ठीक 24 घंटे बाद वायु सेना के बेंगलूर से रवाना हुए हेलीकाप्टरों ने कुरनूल के 70 किलोमीटर पूर्व में रूद्रकोंडा पहाड़ी पर हेलीकाप्टर का मलबा ढूंढ निकाला। गौरतलब है कि हेलीकाप्टर का कल साढ़े नौ बजे रेडियो संपर्क टूट गया था।
हेलीकाप्टर बुधवार को हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे से चित्तूर के लिए रवाना हुआ था और इसे 10 बजकर 40 मिनट पर अपने गंतव्य पर पहुंचना था।
उधर, बेंगलूर एयर कमान के एयर कोमोडोर सागर भारती ने हेलीकाप्टर के मिलने की जगह के बारे में तो बताया, लेकिन उसमें सवार लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं दी। उन्होंने कहा कि दो हेलीकाप्टर उस जगह उतरने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लई ने संकेत दिया कि 11 वर्ष पुराना बेल 430 हेलीकाप्टर शायद दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। वायु सेना का बचाव दल इलाके तक पहुंचने के लिए पैरा कमांडोज को रस्सी के सहारे मौके पर उतारने की कोशिश कर रहा है।
कोर ग्रुप की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ मंत्री प्रणव मुखर्जी, एके एंटोनी, पी चिदंबरम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आंध्र प्रदेश में पार्टी के कद्दावर नेता की मौत के बाद उत्पन्न हालात पर चर्चा की।
रणजीत सिंह मान ने किया शक्ति प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के पूर्व सरपंच एवं कांग्रेसी नेता रणजीत सिंह मान ने कहा कि हुड्डा ने हरियाणा को भय मुक्त शासन देकर चौटाला परिवार की ज्यादतियों के कारण जो भय पैदा डबवाली क्षेत्र में हुआ था, उससे निजात दिलाई है। अब भी समय है कि इनेलो के कफन में आखिरी कील ठोक दिया जाये और पुन: चौटाला की तानाशाही सरकार न आ सकें।
वे बुधवार को यहां कम्युनिटी हाल में आयोजित पंजाबी सम्मेलन में लोगों की उमड़ी भीड़ को सम्बोधित कर रहे थे। उनके अनुसार इनेलो के शासन के दौरान व्यापारी डबवाली में व्यापार करना भूल ही नहीं गये थे, बल्कि यहां से अपने काम धंधे समेट कर चौटाला सरकार के भय से पलायन कर गये थे। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के सिपाही हैं और लोगों के पहरेदार हैं। पार्टी जिस भी व्यक्ति को टिकट देगी उसका समर्थन करेंगे। लेकिन उनकी इच्छा है कि किसी पंजाबी को कांग्रेस टिकट दे।
इस मौके पर सिक्ख नेता मलकीत सिंह पन्नीवाला मोरिका ने कहा कि कांग्रेस सिक्ख हितैषी है। जबकि पड़ौसी राज्य पंजाब के कुछ स्वार्थी लोग आपके पास आयेंगे और चिकनी-चोपडिय़ां बातें करके वोट हथियाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रहने को कहा। इस मौके पर उन्होंने चौटाला एण्ड कम्पनी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने यह भी कहा कि हल्का डबवाली के पंजाबी कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन अगर कांग्रेस ने कोई बाहरी व्यक्ति को हल्का डबवाली से प्रत्याशी बनाया तो यह संदेहजनक होगा।
इस अवसर पर मार्किट कमेटी डबवाली के चेयरमैन जसवन्त सिंह बराड़, सतपाल सिंह सत्ता, जगपाल सिंह, डॉ. आर.के. वर्मा, जयचन्द रहेजा, रणजीत सिंह सांवतखेड़ा, चित्रगुप्त छाबड़ा, सुन्दर सिंह कण्डा, भोला सिंह सकताखेड़ा आदि उपस्थित थे।
वे बुधवार को यहां कम्युनिटी हाल में आयोजित पंजाबी सम्मेलन में लोगों की उमड़ी भीड़ को सम्बोधित कर रहे थे। उनके अनुसार इनेलो के शासन के दौरान व्यापारी डबवाली में व्यापार करना भूल ही नहीं गये थे, बल्कि यहां से अपने काम धंधे समेट कर चौटाला सरकार के भय से पलायन कर गये थे। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के सिपाही हैं और लोगों के पहरेदार हैं। पार्टी जिस भी व्यक्ति को टिकट देगी उसका समर्थन करेंगे। लेकिन उनकी इच्छा है कि किसी पंजाबी को कांग्रेस टिकट दे।
इस मौके पर सिक्ख नेता मलकीत सिंह पन्नीवाला मोरिका ने कहा कि कांग्रेस सिक्ख हितैषी है। जबकि पड़ौसी राज्य पंजाब के कुछ स्वार्थी लोग आपके पास आयेंगे और चिकनी-चोपडिय़ां बातें करके वोट हथियाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रहने को कहा। इस मौके पर उन्होंने चौटाला एण्ड कम्पनी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने यह भी कहा कि हल्का डबवाली के पंजाबी कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन अगर कांग्रेस ने कोई बाहरी व्यक्ति को हल्का डबवाली से प्रत्याशी बनाया तो यह संदेहजनक होगा।
इस अवसर पर मार्किट कमेटी डबवाली के चेयरमैन जसवन्त सिंह बराड़, सतपाल सिंह सत्ता, जगपाल सिंह, डॉ. आर.के. वर्मा, जयचन्द रहेजा, रणजीत सिंह सांवतखेड़ा, चित्रगुप्त छाबड़ा, सुन्दर सिंह कण्डा, भोला सिंह सकताखेड़ा आदि उपस्थित थे।
डिग्गी में डूबने से बालक की मौत
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) खण्ड के गांव ख्योवाली में एक 13 वर्षीय कक्षा छह के छात्र की खेत में बनी डिग्गी में डूबने से मृत्यु हो गई। ओढ़ां पुलिस ने बच्चे के पिता के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ख्योवाली निवासी ओमप्रकाश का 13 वर्षीय पुत्र दीपक उर्फ दीपू अपने साथियों के साथ खेलते समय पानी हेतु जब खेत में बनी डिग्गी पर गया तो पानी पीते समय उसका पांव फिसल गया और वो डिग्गी में गिर गया। उसके साथियों के शोर मचाने पर आसपास से महिलाएं आ गई और उन्होंने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर की आवाज सुनकर आसपास के खतों में काम कर रहे लोग जब वहां पहुंचे तो काफी देर हो चुकी थी और बच्चे ने दम तोड़ दिया था।
दीपू 5 बहनों का इकलौता भाई था जिसके निधन से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ख्योवाली निवासी ओमप्रकाश का 13 वर्षीय पुत्र दीपक उर्फ दीपू अपने साथियों के साथ खेलते समय पानी हेतु जब खेत में बनी डिग्गी पर गया तो पानी पीते समय उसका पांव फिसल गया और वो डिग्गी में गिर गया। उसके साथियों के शोर मचाने पर आसपास से महिलाएं आ गई और उन्होंने भी शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर की आवाज सुनकर आसपास के खतों में काम कर रहे लोग जब वहां पहुंचे तो काफी देर हो चुकी थी और बच्चे ने दम तोड़ दिया था।
दीपू 5 बहनों का इकलौता भाई था जिसके निधन से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
क्षेत्रीय दलों का भविष्य अधर में!
डबवाली (लहू की लौ) लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्रीय राजनीतिक दलों में जिस प्रकार से विघटन की शुरूआत हुई है, उसको लेकर राष्ट्रीय राजनीतिक दल खुश हैं। जबकि क्षेत्रीय दल मायूस।
पिछले करीब दो दशकों से भारत में क्षेत्रीय दल तीव्र गति से फले-फूले हैं। इन्हीं दलों का सहारा लेकर राष्ट्रीय राजनीतिक दल गठजोड़ों के माध्यम से सत्ता में आते रहे हैं। जिनमें यूपीए और राजग शामिल हैँ। भले ही यूपीए में प्रमुख पार्टी कांग्रेस रही हो और राजग में भाजपा। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि ये राष्ट्रीय पार्टियां क्षेत्रीय दलों के सहारे सत्ता में तो आई। लेकिन सत्ता में रहते हुए क्षेत्रीय दलों से परेशान भी रहीं। इसी के चलते राष्ट्रीय दलों की इच्छा ठीक इसी प्रकार रही जिस प्रकार से विश्वासघाती की रहती है। इन पार्टियों का एक ही ध्येय रहा कि किसी प्रकार क्षेत्रीय दलों का प्रभाव कम हो और इसके लिए क्षेत्रीय दलों में विघटन जरूरी था।
राष्ट्रीय दलों की इच्छा के चलते बिहार में लालू और पासवान जैसे दिग्गज क्षेत्रीय पार्टियों के चलते लोकसभा चुनाव में धराशायी हो गये और इधर यूपी में मुलायम सिंह यादव की पार्टी पर भी असर पड़ा। हरियाणा में इनेलो और हजकां भी बिखराव की ओर चली गई। समय रहते इनेलो ने तो अपने आपको काफी हद तक बचा लिया। राष्ट्रीय पार्टियां क्षेत्रीय दलों को प्रजातंत्र के लिए खतरनाक मानती आ रही हैँ। उनका हमेशा ही इन दलों पर आरोप रहा है कि ये दल गठजोड़ के बाद ब्लैकमेल पर उतर आते हैं, यहीं नहीं बल्कि इन्हीं दलों के प्रमुख प्रधानमंत्री बनने का स्वप्न तक देखने लगते हैं।
लेकिन इसके विपरीत क्षेत्रीय दलों का हमेशा ही नजरिया यह रहा है कि प्रजातंत्र में उनका होना बहुत जरूरी है। अन्यथा राष्ट्रीय दल छोटे दलों को उसी प्रकार से निगल जाएंगे। जिस प्रकार से बड़ी मछली छोटी मछली को निगलती है। क्षेत्रीय दलों का राष्ट्रीय पार्टियों पर यह भी आरोप रहा है कि सत्ता में आने के बाद ये पार्टियां उनका शोषण करती रही हैं और उन्हें उनके अधिकार के अनुसार सत्ता में भागीदार न बनाकर उनमें फूट डालने का ही काम करती रही हैं।
चाहे आरोप-प्रत्यारोप कुछ भी हों। तीन राज्यों में हेोने जा रहे विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय दल कितने मजबूत होकर निकलते हैं या फिर कमजोर इसी पर ही क्षेत्रीय दलों का भविष्य निर्भर है। लेकिन उनमें चले बिखराव के बहाव ने अवश्य ही उनके भविष्य को खतरे में डाला हुआ है।
पिछले करीब दो दशकों से भारत में क्षेत्रीय दल तीव्र गति से फले-फूले हैं। इन्हीं दलों का सहारा लेकर राष्ट्रीय राजनीतिक दल गठजोड़ों के माध्यम से सत्ता में आते रहे हैं। जिनमें यूपीए और राजग शामिल हैँ। भले ही यूपीए में प्रमुख पार्टी कांग्रेस रही हो और राजग में भाजपा। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि ये राष्ट्रीय पार्टियां क्षेत्रीय दलों के सहारे सत्ता में तो आई। लेकिन सत्ता में रहते हुए क्षेत्रीय दलों से परेशान भी रहीं। इसी के चलते राष्ट्रीय दलों की इच्छा ठीक इसी प्रकार रही जिस प्रकार से विश्वासघाती की रहती है। इन पार्टियों का एक ही ध्येय रहा कि किसी प्रकार क्षेत्रीय दलों का प्रभाव कम हो और इसके लिए क्षेत्रीय दलों में विघटन जरूरी था।
राष्ट्रीय दलों की इच्छा के चलते बिहार में लालू और पासवान जैसे दिग्गज क्षेत्रीय पार्टियों के चलते लोकसभा चुनाव में धराशायी हो गये और इधर यूपी में मुलायम सिंह यादव की पार्टी पर भी असर पड़ा। हरियाणा में इनेलो और हजकां भी बिखराव की ओर चली गई। समय रहते इनेलो ने तो अपने आपको काफी हद तक बचा लिया। राष्ट्रीय पार्टियां क्षेत्रीय दलों को प्रजातंत्र के लिए खतरनाक मानती आ रही हैँ। उनका हमेशा ही इन दलों पर आरोप रहा है कि ये दल गठजोड़ के बाद ब्लैकमेल पर उतर आते हैं, यहीं नहीं बल्कि इन्हीं दलों के प्रमुख प्रधानमंत्री बनने का स्वप्न तक देखने लगते हैं।
लेकिन इसके विपरीत क्षेत्रीय दलों का हमेशा ही नजरिया यह रहा है कि प्रजातंत्र में उनका होना बहुत जरूरी है। अन्यथा राष्ट्रीय दल छोटे दलों को उसी प्रकार से निगल जाएंगे। जिस प्रकार से बड़ी मछली छोटी मछली को निगलती है। क्षेत्रीय दलों का राष्ट्रीय पार्टियों पर यह भी आरोप रहा है कि सत्ता में आने के बाद ये पार्टियां उनका शोषण करती रही हैं और उन्हें उनके अधिकार के अनुसार सत्ता में भागीदार न बनाकर उनमें फूट डालने का ही काम करती रही हैं।
चाहे आरोप-प्रत्यारोप कुछ भी हों। तीन राज्यों में हेोने जा रहे विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय दल कितने मजबूत होकर निकलते हैं या फिर कमजोर इसी पर ही क्षेत्रीय दलों का भविष्य निर्भर है। लेकिन उनमें चले बिखराव के बहाव ने अवश्य ही उनके भविष्य को खतरे में डाला हुआ है।
पैक्स चुनाव में इनेलो का दबदबा
डबवाली (लहू की लौ) दि डबवाली प्राथमिक कृषि सहकारी समिति लि. डबवाली (तह. डबवाली) के प्रबन्धक कमेटी पद के चुनाव में 7 सदस्य चुने गये। जिनमें 5 सदस्य इनेलो समर्थित हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार इस चुनाव में कुल 14 प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 1716 मतदाताओं ने भाग लिया। जिनमें 1714 मत वैध पाये गये। कुल पांच बूथ बनाये गये थे। विजयी सदस्यों की घोषणा पीठासीन अधिकारी मनफूल सिंह ने की।
इन चुनावों में सात में से पांच स्थानों पर इनेलो ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर यह अहसास दिला दिया है कि डबवाली क्षेत्र में अभी भी इनेलो का वर्चस्व है। बताया जाता है कि इन चुनावों में इनेलो के गुरनाम सिंह खुईयांमलकाना, महिला रिजर्व पर गुरदेव कौर शेरगढ़, जगतार सिंह पन्नीवाला रूलदू, मनोहर सिंह दीवानखेड़ा, शिवचरण सिंह डबवाली, कांग्रेस के दरबारा सिंह शेरगढ़, बेअन्त सिंह पन्नीवाला रूलदू विजेताओं में शामिल हैं। इस चुनाव क्षेत्र गांव नीलियांवाली, पन्नीवाला रूलदू, खुईयांमलकाना, सांवतखेड़ा, दीवानखेड़ा और शेरगढ़ गांव आते हैं और उन्हीं के सहकारी समिति मतदाताओं ने भाग लिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार इस चुनाव में कुल 14 प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 1716 मतदाताओं ने भाग लिया। जिनमें 1714 मत वैध पाये गये। कुल पांच बूथ बनाये गये थे। विजयी सदस्यों की घोषणा पीठासीन अधिकारी मनफूल सिंह ने की।
इन चुनावों में सात में से पांच स्थानों पर इनेलो ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर यह अहसास दिला दिया है कि डबवाली क्षेत्र में अभी भी इनेलो का वर्चस्व है। बताया जाता है कि इन चुनावों में इनेलो के गुरनाम सिंह खुईयांमलकाना, महिला रिजर्व पर गुरदेव कौर शेरगढ़, जगतार सिंह पन्नीवाला रूलदू, मनोहर सिंह दीवानखेड़ा, शिवचरण सिंह डबवाली, कांग्रेस के दरबारा सिंह शेरगढ़, बेअन्त सिंह पन्नीवाला रूलदू विजेताओं में शामिल हैं। इस चुनाव क्षेत्र गांव नीलियांवाली, पन्नीवाला रूलदू, खुईयांमलकाना, सांवतखेड़ा, दीवानखेड़ा और शेरगढ़ गांव आते हैं और उन्हीं के सहकारी समिति मतदाताओं ने भाग लिया।
02 सितंबर 2009
लुभावने वायदों के साथ इनेलो का घोषणा पत्र जारी
डबवाली (लहू की लौ) इनेलो ने बुधवार को चण्डीगढ़ में पार्टी का चुनाव घोषणापत्र जारी करते हुए प्रदेश में इनेलो सरकार बनने पर समाज के सभी वर्गों व समुदायों को भारी राहत व विशेष सुविधाएं प्रदान करने का भरोसा दिलाया है। पार्टी के प्रधान महासचिव व राज्यसभा सांसद अजय सिंह चौटाला और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में इनेलो सरकार बनने पर समाज के सभी वर्गों के एक लाख रुपए तक के कर्जे माफ किए जाएंगे, जमा दो अथवा उससे ज्यादा शिक्षा प्राप्त बेरोजगार युवकों को तीन हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता और जरूरतमंद लड़कियों को बारहवीं की शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा हेतु कॉलेज जाने के लिए सरकार द्वारा मुफ्त स्कूटी दी जाएगी।
इनेलो ने किसानों को गेहूं का न्यूनतम भाव 1400 रुपए, गन्ने का 250 रुपए प्रति क्विंटल देने और धान पर 50 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने के अलावा कृषि यन्त्रों पर 50 फीसदी सबसिडी देने की भी घोषणा की है। इसके अलावा बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि व पाला इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं से किसानों की फसलें नष्ट होने पर 25 हजार रुपए प्रति एकड़ तक मुआवजा देने का भी ऐलान किया है। सवालों के जवाब में इनेलो नेताओं ने कहा कि हुड्डा सरकार द्वारा एक व्यक्ति विशेष के यशोगान में सरकारी खजाने से की जा रही बर्बादी और कांग्रेसी मन्त्रियों व मुख्यमन्त्री द्वारा मचाई जा रही खुली लूट को बंद करके इस पैसे से होने वाली बचत को प्रदेश के लोगों को राहत पहुंचाने में खर्च किया जाएगा।
सांसद अजय सिंह चौटाला व अशोक अरोड़ा ने कहा कि महंगाई की मार झेल रहे गरीब परिवारों को हर महीने 25 किलो अनाज मुफ्त दिया जाएगा और हर परिवार को गैस कनेक्शन सिलेंडर व चुल्हे सहित मुफ्त उपलब्ध कराने के साथ ही पीने का पानी भी मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पार्टी की सरकार आने पर एनसीआर क्षेत्र में सरकार द्वारा अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का मुआवजा कम से कम एक करोड़ रुपए और अन्य हिस्सों में 50 लाख रुपए प्रति एकड़ दिया जाएगा। छठे वेतन आयोग की सिफारिशें ज्यों की त्यों लागू की जाएंगी। मेडिकल, इंजीनियरिंग व तकनीकी प्रबन्धन सहित स्नातक स्तर की हर प्रकार की शिक्षा मुफ्त दी जाएगी और प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए निजी क्षेत्रों में 50 फीसदी नौकरियां आरक्षित करने के साथ ही सरकारी नौकरी के लिए अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 45 साल की जाएगी। प्रदेश में 60 साल से ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्गों को एकसमान 700 रुपए महीना सम्मान पेंशन दी जाएगी। सरकार द्वारा काटे गए बीपीएल कार्ड फिर से बनाए जाएंगे और सवा लाख तीर्थ यात्रियों को ननकाना साहब व कटासराज की यात्रा सरकारी खर्चे पर कराने के साथ ही हज यात्रा का केन्द्रीय अनुदान के बाद शेष खर्चा प्रदेश सरकार द्वारा उठाए जाने की घोषणा की।
इनेलो नेताओं ने बताया कि सरकारी महिला कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह साल में 13 महीने का वेतन दिया जाएगा और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 फीसदी पद आरक्षित किए जाएंगे। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले अनुसार एसवाईएल का अधूरा निर्माण तुरन्त पूरा करवाकर प्रदेश के हिस्से का पानी राज्य में लाया जाएगा। प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 175 रुपए रोजाना की जाएगी और महंगाई दर बढऩे पर इसमें और भी बढ़ौतरी की जाएगी। पापुलर, सफेदा व आलू-प्याज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार द्वारा निर्धारित किया जाएगा और किसानों, काश्तकारों, दस्तकारों, गैर काश्तकारों व गांवों में छोटे-छोटे कारोबार करने वालों को दो फीसदी वार्षिक ब्याज दर पर कर्ज देने के अलावा सहकारी समितियों में कर्ज की सीमा एक लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपए और ब्याज दर दो फीसदी वार्षिक की जाएगी। टै्रक्टर के लिए कर्ज लेने वाले किसान से अब जमीन गिरवी नहीं रखी जाएगी और ट्रैक्टर गिरवी रखने पर ही ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। मौजूदा अपेक्स प्रणाली बंद करके फिर से मिनी बैंक शुरू किए जाएंगे और कृषि सम्बन्धित कार्यों के लिए कर्ज लेने पर स्टाम्प ड्यूटी की छूट मिलेगी। किसानों को मुफ्त ट्यूबवैल कनेक्शन देने के साथ ही ट्यूबवैल का बीमा भी सरकार द्वारा मुफ्त करवाया जाएगा। इस अवसर पर पार्टी नेता आरएस चौधरी, डॉ. केसी बांगड़ व बीडी ढालिया भी मौजूद थे।
इनेलो नेताओं ने व्यापारी वर्ग को अनेक प्रकार की सुविधाएं व रियायतें देने की घोषणा करते हुए कहा कि व्यापारी वर्ग के लिए फार्म एसटी-38 समाप्त किया जाएगा और व्यापारियों द्वारा सरकारी खजाने में वैट के जरिए जमा करवाए जाने वाली राशि पर पांच फीसदी राशि व्यापारियों को प्रोत्साहन स्वरूप वापिस लौटाई जाएगी और कच्चे आढ़तियों की आढ़त ढाई फीसदी से बढ़ाकर तीन फीसदी की जाएगी और नरमा कपास पर मार्केट फीस चार फीसदी से घटाकर एक फीसदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन व्यापारियों की सेल टैक्स रिटर्न पिछले तीन सालों के औसत अनुसार होगी उनकी रिटर्न को सही माना जाएगा और उन्हें सेल टैक्स दफ्तर नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा हुड्डा सरकार द्वारा 20 मार्च, 2009 की व्यापारी विरोधी अधिसूचना जिसके अनुसार क्लोजिंग स्टॉक पर कर लगाया गया है उसे वापिस लिया जाएगा और सेल टैक्स रिटर्न समय पर दाखिल न होने पर लगाए गए दण्डनीय प्रावधान समाप्त किए जाएंगे। इनेलो नेताओं ने बताया कि आग, बाढ़, चोरी व प्राकृतिक आपदा से छोटे दुकानदारों व व्यापारियों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए दुकानदारों का दो लाख रुपए तक मुफ्त बीमा सरकार द्वारा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेहड़ी-फड़ी वालों, नाई, मोची, धोबी व सिगलीगर के लिए पक्के निर्मित बूथ उपलब्ध करवाए जाएंगे और जब तक लकड़ी की मण्डी स्थापित नहीं होती तब तक टिम्बर लकड़ी पर मार्केट फीस नहीं ली जाएगी। इसके अलावा व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश स्तर के साथ-साथ जिलास्तर पर भी व्यापारिक कल्याण समितियां गठित की जाएंगी।
इनेलो ने प्रदेश के सभी कृषि, उद्योगों व घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घण्टे नियमित बिजली देने और अगले पांच वर्षों के दौरान प्रदेश में पांच हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली पैदा करने का भरोसा दिलाया। पार्टी ने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को पीजीआई का दर्जा दिलाने, करनाल में कल्पना चावला के नाम पर मेडिकल कॉलेज स्थापित करने, अहीरवाल में मेडिकल कॉलेज बनाने और प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सभी नागरिकों को नि:शुल्क व बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा किया। पार्टी ने महिलाओं को सत्ता में पूरी भागीदारी देने, छात्राओं के लिए अलग से बस सुविधाएं उपलब्ध कराने, मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर व आंगनबाड़ी वर्करों को वर्दी भत्ता देने, कामकाजी महिलाओं के लिए हर शहर में होस्टल बनाने का भी भरोसा दिलाया। पार्टी नेताओं ने बताया कि दलित, पिछड़े व अन्य वर्गों की नई चौपालें सरकार द्वारा बनाई जाएंगी जिनमें तख्त और मूढ़े भी सरकारी खर्च पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इनेलो ने अपने घोषणा पत्र में पिछड़ा वर्ग समुदाय को पंचायत से लेकर लोकसभा तक भागीदारी देने का भी वायदा किया है।
इनेलो नेताओं ने बताया कि दस हजार की आबादी वाले सभी गांवों में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे और गांवों में भी शहरों की तरह रिहायशी आवासीय क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। हर गांव में स्वच्छ पेयजल के लिए अलग से जलघर बनाया जाएगा जिसमें जल शुद्धिकरण यन्त्र लगाया जाएगा और हर घर में पानी की टूंटी का मुफ्त कनेक्शन दिया जाएगा। बागवानी में ड्रिप सिंचाई प्रणाली पर शत-प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा और नहरी पानी के लिए वसूले जा रहे आबियाना को समाप्त किया जाएगा। शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा और हर गांव व ढाणी को पक्की सड़कों से जोडऩे के साथ ही गांवों में डेरों व ढाणियों को घरेलू बिजली कनेक्शन सरकारी खर्च पर देने के साथ ही इन कनेक्शनों को घरेलू का ही दर्जा दिया जाएगा। आधी-अधूरी चौपालों को पूरा कराने के साथ ही उनकी मरम्मत भी प्राथमिकता के आधार पर कराई जाएगी।
अजय सिंह चौटाला व अशोक अरोड़ा ने बताया कि नहरी पानी आखिरी छोर तक पहुंचाने के लिए समय पर नहरों की साफ-सफाई कराई जाएगी। उन्होंने गिरते हुए भूमि जलस्तर को सुधारने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने और आधे-अधूरे कार्यों को पूरा करने व टूटे खालों की मरम्मत कराने का भी भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए नई औद्योगिक नीति बनाने के साथ ही ढांचागत संरचना को सुदृढ किया जाएगा और महिला श्रमिकों के लिए विशेष पैकेज देने के साथ ही औद्योगिक श्रमिकों के लिए प्रभावशाली बीमा योजनाएं व आवासीय कॉलोनियां स्थापित की जाएंगी। सफाई कर्मचारियों की ठेका प्रथा बन्द करके नए सर्जित पदों पर नियमित भर्ती की जाएगी। शहर के आसपास मौजूद अनियमित कॉलोनियों को नियमित करके उन्हें सभी नागरिक सुविधाएं दी जाएंगी और रजिस्ट्रियों पर लगे प्रतिबन्ध हटाए जाएंगे। प्रदेश के विभिन्न शहरों में सुन्दर व विश्वस्तरीय पार्क स्थापित किए जाएंगे।
इनेलो नेताओं ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में विश्वविद्यालय अथवा सम्बन्धित विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर बनाने के साथ-साथ अहीरवाल में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कॉलेज व विश्वविद्यालय छात्र संगठनों के चुनाव करवाए जाने, पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा देकर इसे बढ़ावा देने के लिए दस हजार अध्यापकों की नई भर्ती किए जाने और राज्य के सभी विश्वविद्यालयों सरकारी व सहायता प्राप्त निजी कॉलेजों के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सिफारिशों को पूरी तरह से लागू किए जाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इनेलो सरकार बनने पर जिस विद्यालय में उर्दू शिक्षा प्राप्त करने वाले 30 या इससे ज्यादा छात्र होंगे वहां उर्दू पढ़ाने वाले शिक्षक की नियुक्ति करने, मदरसा शिक्षा का आधुनिकीकरण करने और इस शिक्षा को अन्य मान्यता प्राप्त योग्यताओं के समतुल्य दर्जा देने, मेवात क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा युवा पुलिस में भर्ती करने, मेवात में जिलास्तर पर सरकारी डिग्री कॉलेज स्थापित करने और मेवात जिले में पानी की समस्या का स्थायी समाधान किए जाने का भी भरोसा दिलाया।
इनेलो नेताओं ने बताया कि यात्रियों को बस सुविधा उपलब्ध कराने के लिए परिवहन विभाग द्वारा छह हजार नई बसें खरीदी जाएंगी और सरकारी, सहकारी व पर्यटन बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बीमा योजना लागू करने के साथ ही गांवों में यात्री शैड बनाए जाएंगे। इनेलो नेताओं ने कहा कि प्रदेश में कर्मचारियों की नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर पुरानी एक्सग्रेसिया नीति का लाभ देने, कर्मचारियों के घटाए गए वेतनमान पुन: बहाल करने, कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीतिक दुर्भावना से बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को वापिस नौकरी पर लेने, कर्मचारियों के लिए अन्तर जिला तबादला नीति बनाने, सीवरेज साफ करने वाले कर्मचारियों को सरकारी खर्च पर बीमा सुविधा उपलब्ध कराने और प्रत्येक सरकारी कर्मचारी को उसके गृह जिले में प्रमुख स्थानों पर सरकारी जमीन पर कॉलोनी बनाकर उसे फ्लैट देने व फ्लैट का मालिकाना हक दिया जाएगा। झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले गरीब लोगों के लिए प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की तरफ से दस लाख रुपए तक का मुफ्त बीमा कराने, अनुसूचित जाति के हितों की रक्षा के लिए राज्यस्तर पर आयोग बनाने, समाज के जिन वर्गों के पास जमीन व अन्य साधन नहीं है उन सभी के बीपीएल कार्ड बनाने व बीपीएल परिवारों का पुन: निरीक्षण करवाकर वंचित पात्र परिवारों को इसमें शामिल किए जाने का भरोसा दिलाया।
इनेलो नेताओं ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिन्ता जताते हुए लोगों की जानमाल की पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने, नागरिक सुरक्षा योजना लागू करने, भ्रष्टाचार व आर्थिक अपराधों को रोकने व अपराधियों को दण्डित करने के लिए फास्ट टै्रक अदालतें स्थापित करने और अपराधों व अन्याय से पीडि़त नागरिकों के लिए विशेष बीमा योजना के तहत राहत देने, नौकरियों में ठेेकेदारी प्रथा समाप्त करने, हरियाणा लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग व विभागीय समितियों द्वारा किए जाने वाले इंटरव्यू की वीडियोग्राफी कराने, उसके परिणाम इंटरनेट पर तुरन्त दर्शाने व नौकरियों में पारदर्शिता बरते जाने का भी ऐलान किया। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति के हितों की रक्षा के लिए राज्यस्तर पर आयोग बनाया जाएगा और व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा प्राप्त बेरोजगार युवाओं को तुरन्त रोजगार दिलाने हेतु राज्यस्तर पर एक निगरानी समिति बनाई जाएगी।
इनेलो ने पुरानी खेल नीति के अनुसार खेलों को बढ़ावा देने, प्राइमरी स्तर से ही खेलों को पाठ्यक्रम में शामिल करने, जिलास्तर पर स्टेडियम में खिलाडिय़ों के लिए डॉक्टर व खेल मनोवैज्ञानिक की सेवाएं उपलब्ध कराने, ग्रामीण आंचल में खेल अकेडमी स्थापित करने, राज्य, राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों व कोच और डॉक्टर का डाइट भत्ता 500 रुपए रोजाना देने और इस स्तर के खिलाडिय़ों को स्थायी रोजगार प्रदान करने का भी भरोसा दिलाया। पार्टी ने दूध व दूध उत्पादों में मिलावट को सख्ती से रोकने, गौ रक्षा अधिनियम को सख्ती से लागू करने व डेयरी उत्पादन को बढ़ावा देने व पशुओं को बीमारियों से बचाने के लिए विशेष कदम उठाने का भरोसा दिलाया। पार्टी ने प्रदेश में कला, साहित्य व संस्कृति को बढ़ावा देने, लेखकों, साहित्यकारों व कलाकारों के लिए लेखक गृह स्थापित करने, सीही में सूर स्मारक व शोध संस्थान, कुरुक्षेत्र में हर्ष व बाणभट्ट, गुडिय़ानी (रेवाड़ी) में बाबू बालमुकुंद गुप्त, भिवानी में पं. माधव प्रसाद मिश्र व सोनीपत में पं. लख्मीचन्द का स्मारक स्थापित किए जाने का भी भारोसा दिलाया।
इनेलो ने टपरीवास व विमुक्त जातियों को राजनीति व सत्ता में भागीदारी देने, बालकृष्ण रेंके की रिपोर्ट पूर्ण रूप से लागू करने, टपरीवास विमुक्त जातियों को अलग सूची में रखने, उनके आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक उत्थान के लिए विशेष पैकेज देने, अलग से आयोग गठित करने और उन्हें अनुसूचित जन-जाति की सूची में शामिल करवाने के प्रयास करने का भरोसा दिलाया। इनेलो ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में पत्रकारों के लिए जिला मुख्यालयों पर प्रे्रस क्लब स्थापित करने, पत्रकारों की सहकारी आवास समितियों को भूमि उपलब्ध करवाने और मान्यता प्रदान करने में उदारवादी नीति अपनाने का भी भरोसा दिलाया।
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