21 नवंबर 2014

सुबह खिसके, शाम को आया गुस्सा

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने आई नगर परिषद टीम को विरोध का सामना करना पड़ा। नगर परिषद की टीम को देखकर खिसकने वाले रेहड़ी मालिक शाम ढलते ही पुन: बाजार में आ गये। नगर परिषद टीम ने फिर हल्ला बोला तो मामला उलझ गया। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क के बीचों-बीच बैठ गये। मौका पर पहुंची पुलिस ने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर सड़क से हटाया।
सुबह करीब साढ़े 9 बजे नगर परिषद एमई जयवीर डुडी, भवन निरीक्षक सुमित ढांडा, जेई सुरेंद्र कुमार सब्जी मंडी के बाहर लगने वाली रेहडिय़ां हटाने के लिये पहुंचे। टीम ने एक रेहड़ी मालिक से रेहड़ी को गौशाला के लिये निर्धारित भूमि पर लेजाने के लिये कहा। लेकिन वह नहीं माना। नप टीम ने रेहड़ी उठवाने के लिये जैसे ही ट्रेक्टर-ट्राली तथा पुलिस बल मंगवाया तो रेहड़ी मालिकों में हाहाकार मच गया। रेहड़ी वाले तुरंत तितर-बितर हो गये। कुछ रेहड़ी मालिकों ने विरोध जताया। रेहड़ी मालिक रमेश कुमार, सुभाष, संजय, रिंकू, विनोद भुराडिय़ा, रामपाल, संजू, सोनू, दीपू ने कहा कि वे तब तक रेहडिय़ां नहीं हटाएंगे, जब तक सब्जी मंडी के भीतर लगने वाली रेहडिय़ां नहीं हटेंगी। जिस पर नप टीम ने भीतर लगी रेहडिय़ों पर कार्रवाई शुरू की तो सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता के बेटे वीरेंद्र गुप्ता विरोध में उतर आये। उन्होंने नप टीम को स्पष्ट लफ्जों में कहा कि एक भी सब्जी या फल विक्रेता मंडी से नहीं जाएगा। जिस पर एकबारगी नप टीम चलती बनी।
दोपहर को फिर आ गई टीम
नप के उपरोक्त कर्मचारियों के साथ इस बार सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला आ गये। उनकी रेहड़ी मालिकों के साथ तीखी नोंक-झोंक हुई। टीम ने सब्जी मंडी में सभी रेहड़ी चालकों को खदेड़ दिया। किसी ने विरोध तक नहीं किया। लेकिन शाम को रेहड़ी मालिक फिर आ गये। सूचना मिलते ही नप टीम दोबारा पहुंच गई। लेकिन इस बार रेहड़ी मालिक भागे नहीं। हाथ जोडऩे के बाद टीम सदस्यों ने जबरदस्ती करने का प्रयास किया। जिस पर रेहड़ी मालिक आग बबूला हो उठे। नप टीम के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। रेहड़ी मालिक हरियाणा सरकार तथा एसडीएम डबवाली के खिलाफ नारेबाजी करते हुये सड़क पर जा बैठे।
रेहड़ी मालिकों के विरोध में उतरते ही एमई जयवीर डुडी ने एसडीएम को फोन लगा लिया। उपरोक्त हालातों के बारे में जानकारी देते हुये पूछा, क्या करें सर, गड़बड़ हो गई है। जिस पर एसडीएम ने विरोध करने वाले लोगों की वीडियोग्राफी करने के आदेश दिये। बाद में सफाई निरीक्षक वीडियोग्राफी करने लगे। सूचना मिलते ही शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने रेहड़ी मालिकों को समझा-बुझाकर शांत किया और सड़क से हटाया।
शहर थाना प्रभारी ने रेहड़ी मालिकों को निर्धारित जमीन खाली करने की सलाह दी। लेकिन रेहड़ी मालिक ने इसे दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि साहब हमने बच्चे पालने हैं। सुबह से एक पाई भी नहीं कमाई। शाम को मुश्किल से खाने लायक कमाया है, आप ही बतायें हम कहां जायें। जिस पर शहर थाना प्रभारी निकल गये।

लोग प्रशासन का सहयोग करें
रेहड़ी मालिकों के लिये गौशाला के नजदीक जगह निर्धारित की गई है। सभी रेहडिय़ों को वहीं शिफ्ट किया जाना है। शहर के लोग इस कार्य में सहयोग करें। निर्धारित जगह से ही खरीददारी करें। रेहड़ी मालिक जाने को तैयार हैं। कुछ नेता लोग ही विरोध कर रहे हैं। जिन पर कानूनी कार्रवाई करवाई जायेगी।
-जयवीर डुडी, एमई, नगर परिषद, डबवाली

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