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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

11 दिसंबर 2009

गेहूं भिगोने के मामले पर कहानियां गढ़ कर की जा रही है लीपापोती

डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन की गेहूं की हजारों बोरियों पर पानी स्प्रे करने का मामला अभी तक सुलग रहा है। हालांकि इस मामले से उठी आग पर पानी डालने का प्रयास विभाग के डीएम से लेकर पुलिस के जांच अधिकारी तक कर चुके हैं।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।

बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल कर पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) टेक्निकल सर्विस यूनियन के सर्कल मुक्तसर के अन्तर्गत आने वाली 25 सब यूनिटों में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को एक दिवसीय कलम छोड़-औजार छोड़ हड़ताल करके अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई तथा पंजाब सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।

10 दिसंबर 2009

वित्तीय संकट के लिए हुड्डा सरकार जिम्मेवार-अजय

डबवाली। इनेलो ने हुड्डा सरकार को प्रदेश में गंभीर वित्तिय संकट व खराब आर्थिक हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से इस मामले में तुरन्त श्वेतपत्र जारी किए जाने की मांग की है। इनेलो ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों अनुसार कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन व भत्तों का बकाया राशि का सरकार द्वारा भुगतान करने में की जा रही आनाकानी की भी कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार से अपने वायदे अनुसार कर्मचारियों को बकाया राशि का भुगतान तुरन्त किए जाने की मांग की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत नीतियों व सरकारी भ्रष्टाचार के कारण आज प्रदेश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो गई है और सरकार रोजमर्रा का कामकाज चलाने के लिए भी कर्जा ले रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।

साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश

पंचकूला। जिला पंचकूला के मजिस्ट्रेट पंकज यादव ने अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जिला के सभी साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के लिए तुरंत प्रभाव से आदेश जारी किए है, जो आगामी 4 फरवरी 2010 तक लागू रहेगें।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।

30 साल बाद हरियाणा रोड़वेज के ड्राईवरों को मिलेगा पदोन्नति का तोहफा

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार 30 साल के बाद रोडवेज के ड्राइवरों को पदोन्नति का तोहफा देने जा रही है। प्रदेश के विभिन्न डिपुओं में कार्यरत्त 35 ड्राइवरों को यह लाभ मिलेगा। वरिष्ठता के आधार पर दी जाने वाली इस सुविधा के लिए परिवहन के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय द्वारा डिपुओं से ड्राइवरों की सूचि मंगवा ली गई है। ड्राइवरों की शैक्षणिक योग्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।

05 दिसंबर 2009

वेश्यावृति से जुड़ी लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध-अकाली दल

डबवाली (लहू की लौ) शिरोमणि अकाली दल (अ) धार्मिक विंग पंचप्रधानी जिला सिरसा, खालसा एक्शन कमेटी हरियाणा सिरसा ने उपमण्डलाधीश की मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा और उपायुक्त सिरसा को एक ज्ञापन भेजकर डेरा में आने वाली वेश्या लड़कियों की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।

25 नवंबर 2009

कांग्रेस बैठक में उछली पगडिय़ां

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान सिरसा लोकसभाई चुनाव क्षेत्र के आठ विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में से सात विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद आज स्थानीय बेगू रोड़ पर स्थित कांग्र्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करने के लिए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना मुख्य रूप से उपस्थित थे।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

मैक्स पेड़ से टकराई, 3 की मौत

डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आज सुबह साहुवाला प्रथम के पास हुई एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें सरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ये घटना सुबह साढे पांच बजे घटित हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची बडागुढ़ा पुलिस ने एक घायल के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। गाड़ी सवार लोग वेटर का कार्य करते थे और एक शादी में अपनी सेवा देकर वापिस लौट रहे थे।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

झगड़ों में 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।

गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।

झगड़ों में 7 घायल

डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।

गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।

बेटी ने लगाया माता-पिता पर बेचने का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) यहां के रेलवे स्टेशन के पीछे उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब एक पुरूष एक महिला को बुरी तरह पीटने लगा और लोगों ने हस्तक्षेप करके महिला को पुरूष के चंगुल से आजाद करवाकर पुलिस को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।

इंटरनेट उपभोक्ताओं को ठगने के प्रयास

डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगर में कुछ दिनों से विदेशों से मोबाइल पर ईनाम निकलने की सूचना देकर लोगों को ठगने का प्रयास किये जाने का मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ है कि अब इंटरनेट से ई-मेल द्वारा इस प्रकार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व इस प्रकार की ठगी का शिकार डबवाली के कुछ लोग हो चुके हैं।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।

24 नवंबर 2009

उठी आवाज कुडी चंगी के मुंडा चंगा


डबवाली (लहू की लौ) यूथ वैल्फेयर फेडरेशन महिला विंग के तत्वाधान में नशा उन्मूलन, कन्या भ्रूण हत्या विरोधी और वेश्यावृति उन्मूलन को लेकर सोमवार को जागरूकता रैली निकाली गई। जिसको एसएमओ डॉ. राजकुमार तथा थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने हरी झण्डी देकर रवाना किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।

रॉड मारकर सरपंच की कार क्षतिग्रस्त की

बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा के सरपंच दलीप सिंह की कार को उसी गांव के एक व्यक्ति ने राड से प्रहार करके क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।

झगड़ों में वृद्ध महिलाओं सहित तीन घायल

डबवाली (लहू की लौ) यहां के इन्दिरा नगर में रविवार रात को ऊंची आवाज में अश्लील गीत लगाने को रोकने पर तेजधार हथियार चले। जिसमें एक पक्ष के वृद्ध महिला सहित दो जने घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
परमजीत कौर पत्नी प्रितपाल सिंह ने बताया कि रविवार रात को उनके पड़ौसी बलदेव के लड़के सतपाल ने ऊंची आवाज में अपने मोबाइल पर अश्लील गीत लगाये हुए थे। जिस पर उसके पति प्रितपाल सिंह ने एतराज किया और उसे उलाहना देने के लिए वह गली में सतपाल के पास गया। लेकिन सतपाल नहीं माना और उसने अपने पिता बलदेव सिंह के साथ तेजधार हथियारों से प्रितपाल सिंह व उसकी सास सुरजीत कौर पत्नी मुख्तियार सिंह पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
इधर गांव हैबूआना में सोमवार सुबह पानी की मोटर को लेकर हुए एक झगड़े में एक महिला घायल हो गई। डबवाली के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन अमरजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक उनके पड़ौसी अजमेर सिंह पुत्र हजूर सिंह, सेवक सिंह, गाशी सिंह पुत्रान राज सिंह, बलकरण, बलविन्द्र सिंह पुत्रान इकबाल सिंह बगैरा ने उनके घर में घुसकर उसके पुत्र गुरदीप पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन जब उसने अपने पुत्र को आरोपियों से छुड़वाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसके चोटें मारी।

बस अड्डा पर धूम्रपान, भुगतना पड़ा जुर्माना

डबवाली (लहू की लौ) बस अड्डा पर धुम्रपान करने वालों पर जैसे-जैसे स्वास्थ्य विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। वैसे उसके कारगर परिणाम भी सामने आने लगे हैं। धुम्रपान करने वाले लोगों की संख्या कम होने लगी है।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोड़वेज डबवाली के बस अड्डा इंचार्ज जगदीश बिश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हिसार के रविन्द्र मोंगा के नेतृत्व में बस अड्डा पर अचानक तीन बार धुम्रपान के खिलाफ छेड़े गये अभियान के तहत अब तक करीब 85 लोगों को 9000 रूपये जुर्माना किया जा चुका है जो उनसे मौका पर ही वसूल लिया गया।
बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को तीसरी बार बस स्टैंड पर धुम्रपान करते हुए 20 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने 1500 रूपये जुर्माना किया।

कॉटन फैक्ट्री में आग से 4.50 लाख का नरमा जला

डबवाली(लहू की लौ) गांव शेरगढ़ के बडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित डबवाली राईस एण्ड कॉटन फैक्टरी में अचानक आग लग जाने से करीब 150 क्विंटल नरमे को नुक्सान हुआ।

फैक्टरी में तैनात महावीर ने बताया कि सुबह नरमा की बिलाई का काम चल रहा था कि अचानक रोलर जीन के सपरेटर से चिंगारी निकलने से नरमा रूई में आग लग गई। इसकी सूचना फायरब्रिगेड को दी गई और मौका पर पहुंचे लीडिंग फायर मैन श्याम सुन्दर, अग्निशमक कर्म सिंह, कर्ण सिंह, नन्द राम, चालक इन्द्रजीत और राजवीर ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मशीनों के प्लेटफार्म पर पड़ी नरमा की आग पर काबू पाया।
फैक्टरी ठेकेदार दीपक गोयल ने बताया कि इस आग से करीब साढ़े 4 लाख रूपये की कीमत का 150 क्विंटल नरमा जल गया।

नरेगा में धांधली को लेकर सरपंच को कारण बताओ नोटिस

डबवाली (लहू की लौ) उपायुक्त सिरसा ने ग्राम पंचायत सुकेराखेड़ा की सरपंच को एक पत्र भेजकर जांच रिपोर्ट में सरपंच पद का दुरूपयोग करने का प्रथम दृष्टि में दोषी ठहराया है और कारण बताओ नोटिस जारी करके सरपंच से 7 दिन के भीतर जवाब मांगा है।

जानकार सूत्रों के अनुसार गांव की सरपंच पार्वती देवी को भेजे गये अपने पत्र में उपायुक्त ने कहा है कि नरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2008 में पंचायत द्वारा भूमि विकास का कार्य करवाया गया था। जिसमें इस कार्य स्थल पर सुनीता पत्नी पृथ्वी, सुमन पत्नी वेदप्रकाश आया का कार्य करती थीं। लेकिन उसे पैसे कम दिये गये और हस्ताक्षर अधिक रूपयों पर करवाये गये हैं। जांच में रिकॉर्ड के अवलोकन के बाद पाया गया कि उसने आया को दिये गये 6862 रूपये पर हस्ताक्षर करवाये हैं, जबकि वास्तव में उनको 1400 और 700 रूपये की राशि का भुगतान किया गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि गांव के मजदूरों द्वारा कार्य की मांग करने पर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, डबवाली के कार्यालय ने 18 सितम्बर को कार्य के लिए 1 लाख 71 हजार 500 रूपये की राशि जारी की थी और इस राशि को जारी करते हुए पंचायत को लिखा गया था कि मजदूरों को शीघ्र-अतिशीघ्र कार्य दिया जाये। लेकिन मजदूरों को कार्य नहीं दिया गया। 29 सितम्बर को मौका पर जाकर निरीक्षण करने पर उस जमीन पर ज्वार की फसल की बिजाई पाई गई। जिसकी सूचना खण्ड कार्यालय को नहीं दी गई थी।
हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 (1) (बी) के तहत सरपंच को नोटिस भेजकर उपरोक्त जांच रिपोर्ट में सरपंच पद का दुरूपयोग करने का उत्तर 7 दिन के भीतर देने के लिए कहा गया है।

1 लाख की अफीम के साथ गिरफ्तार

डबवाली(लहू की लौ) किलियांवाली पुलिस ने रविवार सुबह एक व्यक्ति को दो किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। जिसकी बाजार कीमत करीब एक लाख रूपये आंकी जा रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला मुक्तसर के एसएसपी गुरप्रीत सिंह गिल द्वारा चलाये गये नशा विरोधी अभियान और डीएसपी मलोट मुखविन्द्र सिंह भुल्लर की हिदायतों पर एएसआई गुरमेज सिंह ने अपने साथी हवलदार हरबन्स सिंह, अमरीक सिंह के साथ किलियांवाली-बडिंगखेड़ा रोड़ पर गश्त चल रही थी कि अचानक शेरगढ़ से लौहारा कच्चा रास्ते पर एक व्यक्ति पैदल आता हुआ दिखाई दिया जिसके कंधे पर थैला था। पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर रोक लिया और इधर इस संबंध में डीएसपी जगजीत सिंह भगताना गिदड़बाहा को सूचित किया और वह मौका पर पहुंचे। थैला की तालाशी लेने पर उसमें दो किलोग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार अफीम के साथ पकड़े गये व्यक्ति ने अपनी पहचान मदन लाल पुत्र फकीर चन्द निवासी खजूरी बड़ा तेल्ला थाना 22बी, जिला मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में करवाई। पकड़ी गई इस अफीम कीमत एक लाख रूपये आंकी जा रही है। आरोपी ने इस अफीम को पंजाब के विभिन्न गांवों में 70 हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से सप्लाई करना था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।

21 नवंबर 2009

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाना चाहते हैं गुप्ता

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) विश्व में सुखशांति व स्मृद्धि की मंगल कामना हेतु बठिंडा के 49 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता गत 21 वर्षों से अनेक धार्मिक तीर्थ स्थानों की लगभग साढ़े तीन लाख किलोमीटर यात्रा साइकिल पर कर चुके हैं।
आज बठिंडा से मेहंदीपुर धाम जाते समय राजेंद्र गुप्ता ने ओढ़ां में पत्रकारों को बताया कि वे अब तक 65 बार माता वैष्णों देवी की यात्रा कर चुके हैं और छह बार बर्फानी बाबा अमरनाथ की यात्रा के अलावा बाबा रामदेव, जैसलमेर, बाडमेर, खाटूजी श्याम, सालासर, कर्मी माता मंदिर, माता मनसा देवी, चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, मां चामूंडा व माता कांगड़ा सहित अनेक दर्शनीय स्थानों की साइकिल पर यात्रा कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान रास्ते में कई भक्तजन व श्रद्धालु उन्हें सहयोग देते रहते हैं। उनकी धर्म के प्रति इतनी आस्था है कि उन्होंने शादी नहीं करवाई और वे हर जगह धर्म का प्रचार करते हुए भाईचारे का संदेश देते हैं। राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि वे एक साल में नौ महीने साइकिल पर यात्रा करते हैं और एक दिन में 60—70 किलोमीटर के लगभग यात्रा करने के बाद रात्रि विश्राम करते हैं। वे जहां भी जाते हैं वहां के अधिकारी व उनके बड़े भाई एडवोकेट अशोक गुप्ता उन्हें समय समय पर सहयोग देकर प्रोत्साहित करते रहते हैं।
अपने लक्ष्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वे अपना नाम गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड में दर्ज करवाना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि उन्हें साइकिल यात्रा पर पाकीस्तान जाने की अनुमति दी जाए ताकि वे शांति का संदेश लेकर पाकिस्तान जा सकें। उनका कहना है कि गिनीज बुक आफ बल्र्ड रिकार्ड व लिम्का बुक आफ रिकार्ड में अभी तक 4 लाख किलोमीटर तक साइकिल यात्रा का रिकार्ड दर्ज है जिसे तोडऩे की इच्छा उनके मन में है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि वे मरते दम तक साइकिल यात्रा करते हुए शांति का पैगाम देने का अभियान जारी रखेंगे।