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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

29 अप्रैल 2010

बेटी के बर्थ-डे पर लगाया खूनदान कैम्प

डबवाली (लहू की लौ) बदलते परिवेश में जहां लिंग अनुपात का भेदभाव समाप्त करने के प्रयास चल रहे हैं, वहीं इसी कड़ी में जागरूक अभिभावक लड़कियां, लड़कों से कम नहीं के कथन पर पर चलते हुए लड़की के जन्म दिन पर सामाजिक कार्यों का आयोजन करके नई मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण रविवार को निकटवर्ती गांव डूमवाली में देखने को मिला। पेशे से पेन्टर अमरनाथ पुत्र बख्तावर सिंह ने अपनी बेटी निशा रानी जोकि 12वीं की कॉमर्स की छात्रा है, के जन्म दिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन करके कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को सचेत किया कि नारी जन्म अनमोल है।
रक्तदान शिविर में 18 महानुभावों ने रक्तदान किया। जिनमें 4 महिलाएं और 14 पुरूष शामिल हैं। सिविल अस्पताल रामपुराफूल के ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. गोबिन्द सिंह ने बताया कि डूमवाली गांव की महिलाओं में इतना जोश था कि गांव के ही पूर्व सरपंच हरपाल सिंह टोनी की पत्नी अमरजीत कौर ने भी रक्तदान करने की इच्छा प्रकट की। लेकिन उनमें रक्त की मात्रा 7 ग्राम होने के कारण उनका रक्त नहीं लिया जा सका।
रक्तदान करने वाली महिलाओं में रानी पत्नी दौलत राम, कर्मजीत कौर पत्नी जरनैल सिंह, नाजमा पत्नी बूटा खां, मनदीप कौर पत्नी अमरनाथ शामिल हैं।
12वीं कॉमर्स की परीक्षा दे चुकी निशा को परीक्षा परिणाम का इंतजार है। वह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करके सीए बनना चाहती है और साथ में लोगों को रक्तदान करने के लिए समय-समय पर प्रेरित करने की मुहिम चलाना चाहती है। खास तौर पर महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागृति लाना चाहती है। निशा का मानना है कि लड़कियों के जन्म दिन पर होने वाले सामाजिक कार्य ही महिलाओं में कुछ कर दिखाने का जज्बा पैदा कर सकते हैं।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने कहा धमकियों से डरने वाली नहीं है न्यायपालिका

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस हरबन्स लाल ने कहा कि यदि धमकियों से जज डरने लगे तो फिर लोगों को न्याय कैसे मिल सकेगा। अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं कि जज को धमकी मिलती है, लेकिन इसके बावजूद भी जज न्याय देने से नहीं हिचकिचाते।
वे शनिवार को यहां के कोर्ट परिसर में वार्षिक निरीक्षण के बाद खाप पंचायतों के सम्बन्ध में पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों पर वे किसी प्रकार का कमेंट नहीं करेंगे। खाप पंचायतों के सम्बन्ध में जो भी कदम उठाने हैं या उनके सम्बन्ध में निर्णय लेना है। वह प्रशासन ने लेना है। अदालत के पास जो भी मामला आएगा उस पर विचार करेगी और सभी पक्षों को सुनेगी।
उन्होंने ग्राम अदालतों की सफलता के सम्बन्ध में कहा कि ग्राम न्यायालय ने इस मिथक को तोड़ा है कि अदालतों में केवल अमीर ही न्याय मांग सकते हैं। उनके अनुसार अदालतें, ग्राम न्यायालयों की मार्फत गरीबों को भी न्याय दे रही हैं और साथ में उसके घर के द्वार पर जाकर उसे न्याय देने का प्रयास कर रही हैं। जोकि उसका अधिकार है। अब गरीब भी यह सोचने लगा है कि उसे भी न्याय प्राप्त होगा और न्याय प्राप्त हो रहा है। वे अपने अधिकार के लिए अमीर के खिलाफ अपील कर सकता है।
जस्टिस ने कहा कि हाल ही में पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और हरियाणा के करनाल, हिसार और गुडगांव में शुरू की गई संध्या अदालतों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। लोगों को त्वरित न्याय मिल रहा है। इस अवसर पर जिला सिरसा के सैशन जज डॉ. शिवा शर्मा, उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली महावीर सिंह, न्यायिक दण्डाधिकारी अमरजीत सिंह भी उपस्थित थे।

तीन महिलाओं ने उड़ाई महिला के गले से चैन

डबवाली (लहू की लौ) गांव पथराला के पास तीन महिलाओं ने रहस्यमय ढंग से एक महिला के गले में डाली चैन उतार ली और कार में फरार हो गईं।
मंडी डबवाली के वार्ड नं. 2 की निवासी कान्ता देवी पत्नी उमा शंकर ने बताया कि वीरवार को लगभग 11 बजे एक टैम्पू में सवार होकर जस्सी बागवाली में मां सिद्धेश्वरी महाकाली के दर्शनों के लिए घर से निकली थीं। उसके साथ उसकी गली की अन्य 10-12 महिलाएं भी थीं। रास्ते में गांव पथराला के पास खीर का लंगर लगा हुआ था। वह वहां पर खीर का लंगर लेने के लिए उतर गयीं।
पीडि़ता के अनुसार इसी दौरान उनके खाली खड़े टैम्पू में तीन अन्य महिलाएं भी आकर बैठ गयीं। जो कि किसी अच्छे घराने की लग रही थीं। लंगर लेने के बाद वह सभी महिलाएं टैम्पू में सवार हुईं तो उन्होंने बाद में सवार हुई तीन महिलाओं पर ऐतराज किया। बहस के बाद अन्तत: वह तीन महिलाएं उतर कर सामने खड़ी एक कार में सवार होकर फरार हो गयीं। इसी दौरान उसका हाथ जैसे ही गले पर गया तो उसने पाया कि गले में पहनी चैन गायब है। पीडि़ता ने बताया कि संयोग से उसके गले में पहनी चैन सोने की न होकर आर्टीफिशल थी।
इस सन्दर्भ में संगत थाना प्रभारी संदीप भाटी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि दुर्गा अष्टमी पर डबवाली-जस्सी मार्ग पर पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जायेगा।

22 अप्रैल 2010

गौशाला ने दी आंदोलन की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) गौशाला प्रबन्धक समिति के प्रधान जवाहर कामरा के नेतृत्व में गौशाला सदस्यों का एक शिष्टमंडल बुधवार को उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने मृत पशुओं के लिए भूमि व ठेकेदार उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ में चेतावनी भी दी कि अगर समस्या का तुरन्त हल न किया गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों ने मृत पशुओं को दबाने आये गौशाला के प्रबन्धकों को खदेड़ दिया था। इस मौके पर दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी भी हुई। मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष जवाहर कामरा ने 4 दिन के भीतर समस्या का हल होने का आश्वासन दिया था। जिससे उग्र लोग शान्त हुए। बुधवार सुबह जवाहर कामरा, कमलेश गोयल, बलवन्त तायल, सतीश गर्ग उपप्रधान, रमेश झालरिया, पवन शारदा, गोवर्धन दास गोयल पर आधारित एक शिष्टमंडल उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने उन्हें मुख्यमंत्री हुड्डा के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से गौशाला प्रबन्धकों ने मृत पशुओं के लिए भूमि तथा ठेकेदार उपलब्ध करवाये जाने की मांग की है। गौशाला प्रबन्धकों के अनुसार मृत पशुओं को समय पर न उठाये जाने के कारण आस-पास के क्षेत्र में दुर्गन्ध फैलनी शुरू हो जाती है, जिससे बीमारियां फैलने का भय बना रहता है। करीब 10 माह पूर्व भी प्रशासन को इस समस्या से चेताया गया। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। अगर प्रशासन समस्या का जल्द स्थायी हल नहीं करता तो उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। इस अवसर पर उपमण्डलाधीश ने समस्या को हल करने का आश्वासन दिलाया।
ज्ञापन लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल ने बताया कि ग्राम पंचायत डबवाली ने प्रस्ताव पारित करके हड्डारोड़ी के लिए जगह मुहैया करवा दी है। जिस पर नगरपालिका डबवाली चारदीवारी करवाएगी। इस प्रस्ताव को उपायुक्त सिरसा ने भी मंजूरी दे दी है। नगरपालिका सचिव तथा बीडीपीओ को कार्य शुरू करने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं। मृत पशुओं को उठाने का ठेका देने सम्बन्धी आदेश भी नगरपालिका सचिव को दिये गये हैं। उपमण्डलाधीश के अनुसार गौशाला में मृत पड़े 6 पशुओं को डबवाली की निकटवर्ती हड्डारोड़ी पर भेजा जाएगा। ताकि लोगों को इससे कोई मुश्किल न हो।
उपमण्डलाधीश ने गौशाला में मृत पशुओं की खाल पाये जाने सम्बन्धी लहू की लौ में छपे समाचार पर संज्ञान लेते हुए नगरपालिका सचिव को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिये हैं।

शिक्षा पर 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है सरकार-बादल

डबवाली-मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है। मोहाली में नोलेज सिटी खोलने के साथ-साथ ऐसी संस्था का भी निर्माण करवाने जा रही है, जिसमें विद्यार्थी फौज की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे। वे बुधवार को गांव बादल स्थित दशमेश कॉलेज ऑफ एजूकेशन के 5वें वार्षिक कोनवोकेशन के अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। बादल ने कहा कि पढ़ाई के बिना कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता। अकाली-भाजपा सरकार ने अपने तीन साल के कार्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी उपलब्धियां हासिल की हैं। उनके अनुसार राज्य में तीन नई यूनिवर्सिटीयां स्थापित की जा रही हैं। इसके साथ 14 नयें डिग्री कॉलेज के भवनों के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। ग्रामीण आंचल में गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने के लिए 21 आदर्श स्कूल खोले जा रहे हैं। मोहाली में स्थापित किये जा रहे शिक्षण संस्थान में विद्यार्थी दोपहर से पहले शिक्षा प्राप्त करेंगे तथा बाद में आर्मी अफसरों से फौज की ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री बादल ने बीएड में राज्य में प्रथम आने वाली कॉलेज की छात्रा नवकिरण शर्मा को माता जसवन्त कौर मैमोरियल अवार्ड एवं 50 हजार रूपये नकद देकर सम्मानित किया तथा कॉलेज के 350 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी। इससे पूर्व कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. एसएस संघा ने मुख्यंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला मुक्तसर के उपायुक्त वरूण रूजम, एनएस ढिल्लों डीआईजी पुलिस रेंज बठिण्डा, इन्द्रमोहन सिंह एसएसपी मुक्तसर आदि उपस्थित थे।

एक रात में चार घरों में चोरियां

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग)गत रात्रि चोरों ने गांव जड़वाला जाटान में 4 घरों में चोरी करके ग्रामीणों में भय पैदा कर दिया। ओढ़ां पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज करके छरनबीन शुरू कर दिया है। पुलिस चौकी जंडवाला जाटान के इंचार्ज रघुवीर सिंह ने बताया कि गत रात्रि तीन-चार चोर नायब सिंह के घर में जा घुसे और उनके घर से अलमारी को खोलकर 21 तोले सोना, छह तोले चांदी और दो मोबाईल चोरी करके ले जाने लगे तो उसके भाई अजायब सिंह की आंख खुल गई और उन्होंने उसे पकडऩे की कोशिश की। इस पर वे उसे डंडा मारकर फरार हो गए। इससे पूर्व रघुवीर सिंह पुत्र महेंद्र सिंह के घर से  तीन तोले सोना और पांच हजार रुपए की नकदी घर में रखी अटेची का ताला तोड़कर ले गए। इसी प्रकार जीत सिंह पुत्र मंदर सिंह के घर से साढ़े तीन तोले सोना और 50-60 चांदी के सिक्के, बलजिंद्र सिंह पुत्र मल सिंह के घर में रखी गोदरेज की अलमारी से 12 तोले सोना, छह तोले चांदी और 25 हजार रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने इन चारों के बयान पर चोरी का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डॉग स्क्वायड भी पहुंचे। सूचना मिलते ही डबवाली के डीएसपी बाबू लाल, सीआईए इंस्पैक्टर किशोरी लाल और हवा सिंह डबवाली, एसएचओ ओढ़ां हीरा सिंह सहित अनेक पुलिस अधिकारी पहुंचे। जांच अधिकारी उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह कार्य किसी गिरोह के सदस्यासें द्वारा किया गया लगता है, जिन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा ।

मृत पशुओं को दबाने पर बवाल

डबवाली (लहू की लौ) यहां की गौशाला में मृत पशुओं को दबाने और उनकी चमड़ी उतारे जाने का आरोप लगाते हुए गौशाला के पीछे क्षेत्र के लोगों ने आज गौशाला को घेर लिया और तीन पशुओं को वहां दबाने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला प्रबंधक समिति के आदेश पर गौशाला प्रबंधक कमेटी का सदस्य गोवर्धन दास गोयल स्वयं ट्रैक्टर चला कर बैरग में डाले तीन मृत पशुओं को दबाने के लिए गौशाला प्रांगण की ओर जा रहा था कि इसकी भनक गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों को मिल गई। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने मृत पशुओं की यह कहते हुए घेराबन्दी कर ली कि इन पशुओं के दबाने से जो बदबू फैलती है उससे उनका अपने घरों में रहना मुश्किल हो रहा है। इन लोगों का नेतृत्व  बलवन्त सिंह भाऊ पुत्र ठाकुर सिंह, रेशमा देवी पूर्व सरपंच कंदूखेड़ा, कमल यादव पुत्र दौलत राम यादव, सुखजिन्द्र पुत्र बहादुर सिंह, रामजी भाटी, मास्टर मान सिंह कर रहे थे। इन लोगों ने गली की महिलाओं के साथ मिल कर मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबंधक समिति के प्रधान जवाहर कामरा से भी ऐतराज किया और प्रशासन को शिकायत करने की धमकी दी।
मौका पर पहुंचे इस संवाददाता को उपरोक्त पीडि़तों ने बताया कि केवल गौशाला के मृत पशुओं को दबाया ही नहीं जाता बल्कि उनकी खाल भी उतार बाहर बेची जा रही है। वह लोग गौशाला प्रबंधक समिति की इन हरकतों से पिछले 10 माह से परेशान हैं।
इस सन्दर्भ में मौका पर उपस्थित गौशाला प्रबंधक कमेटी के प्रधान जवाहर कामरा ने बताया कि हड्डा रोड़ी के लिए नगर में कोई स्थान नहीं है। जिसके चलते उन्हें मजबूरी में गौशाला की जमीन में ही मृत पशुओं को दबाना पड़ रहा है। 15 दिन पूर्व ही गौशाला ने मृत पशुओं को उठाने के लिए सिरसा के अतर सिंह पुत्र लाला राम को 31 हजार रूपये में ठेका दिया था। लेकिन उसके पास जमीन न होने पर उसको गौशाला ने अलीकां रोड़ पर गांव डबवाली के जसविन्द्र सिंह पुत्र काका सिंह की जगह 10 हजार रूपये ठेका पर लेकर दे दी थी। जब वह मृत पशुओं को लेकर वहां गया तो उसे पड़ौसियों ने न तो वहां दबाने दिया और न ही उसकी खाल उतारने दी। वह वापिस उतारी गई खाल को गौशाला ले आया। आज गौशाला के पीछे रहने वाले लोगों ने जो खाल दिखाई है वह वहीं खाल है। मरे हुए पशुओं के संबंध में उन्होंने कहा कि यह वह तीन पशु हैं जो बाजार से एक्सीडैंट हालत में उठा कर लाये थे। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि वह इस समस्या को लेकर प्रशासन के पास न जायें, गौशाला प्रबंधक समिति ही उनका 4 दिनों में समाधान कर देगी।

पानी को लेकर कोहराम

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली नगर में इस समय पेयजल को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है। पंजाब और हरियाणा की नहरों में बन्दी के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। हालांकि जनस्वास्थ्य विभाग ने जमीनी टयूब्बैलों के द्वारा पेयजल आपूर्ति का प्रयास किया। लेकिन दो टयूब्बैल काम करना बन्द कर जाने से विभाग की आशाओं पर पानी फिर गया।
वार्ड नं. 1 के जोगिन्द्र गोयल, दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, वार्ड नं. 2 के विजय बांसल, कैशो राम गुप्ता, वार्ड नं. 4 के पूर्व पार्षद पवन बांसल, पेमा राम, अंजू बांसल, प्रीतम ज्ञानी, वार्ड नं. 5 के सुखविन्द्र सिंह, शिवजी राम बागड़ी, वार्ड नं. 11 के बख्तावर मल दर्दी ने आरोप लगाया कि उनके वार्डों में पिछले कई दिनों से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही। जिसके चलते उन्हें पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हो रही और पेयजल के लिए जमीनी पानी का सहारा लेना पड़ रहा है।
वार्ड नं. 4 में तो लोगों का रोष इस कद्र फूट पड़ा कि सोमवार देर रात को लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को घेर लिया और पेयजल की आपूर्ति करवाने की मांग की। मौका पर पहुंचे वार्ड नं. 4 की पार्षद तथा नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन के पति राजेन्द्र जैन ने लोगों को आश्वासन दिया कि मंगलवार को उन्हें पेयजल की आपूर्ति करवा दी जाएगी। तब कहीं जाकर वार्ड वासियों ने जेई का घेराव तोड़ा।
मंगलवार सुबह राजेन्द्र जैन ने वार्ड नं. 4 की गांधी बस्ती की गली नं. 4 के लिए स्पैशल पानी का टैंकर भेजा। लेकिन इसकी सूचना पाकर अन्य गलियों के लोग भी पेयजल के लिए इस टैंकर पर टूट पड़े।
इस संदर्भ में जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली नगर के 19 वार्डों में विभाग द्वारा 80 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति दो वाटर वक्र्सों से की जा रही है। लेकिन पुराना जलघर जोकि अकेला 50 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति करता है, उसमें 3 टयूब्बैल भी लगे हुए हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से इनमें से दो टयूब्बैल भी जवाब दे गये हैं।
इसके चलते अब एक टयूब्बैल के सहारे हर रोज 25 लाख लीटर पानी की आपूर्ति केवल पुराने जलघर से ही डबवाली की 65 प्रतिशत आबादी को हो रही है। चूंकि डिग्गियां पहले ही नहर बंदी के चलते नहरी पानी के अभाव में सूख गई हैं और इन डिग्गियों के सूख जाने पर पेयजल की आपूर्ति जमीनी पानी से की जा रही है। इसी प्रकार लाईन पार की आबादी को नये जलघर से 30 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है। लेकिन हरियाणा में भी नहर बंदी होने के कारण इस जलघर में भी पानी काफी कम रह गया है। एसडीओ कंवर लाल के अनुसार विभाग ने उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के आदेशों पर लोगों से अपील की थी कि नहर बंदी को देखते हुए लोग उनका सहयोग दें और पानी का दुरूपयोग न करें। न ही छिड़काव आदि के लिए पानी बहायें। लेकिन लोगों ने इस अपील को अनसुना कर दिया और विभाग को मजबूरन कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। इन्हीं कदमों के तहत डबवाली के चौहान नगर और जवाहर नगर से दो पाईपे तथा जीटी रोड़ क्षेत्र से एक पानी की मोटर को जब्त किया गया है।

69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है-गुरू

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री पंजाब के प्रमुख सचिव दरबारा सिंह गुरू ने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और गेहूं उठाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
वे मंगलवार को जिला मुक्तसर की अनाज मण्डियों बादल, लम्बी, मलोट, गिदड़बाहा, मधीर और मुक्तसर का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 71 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है। जिसमें अलग-अलग खरीद एजेंसियों द्वारा कुल 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मण्डियों में 110 लाख मीट्रिक टन गेहूं आने की संभावना है। उनके अनुसार 18 अप्रैल को पंजाब की मण्डियों में 7 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई। जिसमें 5 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। आज भी इससे अधिक गेहूं आने की संभावना है। गुरू ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की दिली इच्छा है कि किसानों को मण्डियों में कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी और उनकी जिनस को मण्डियों में पहुंचने से अगले दिन के बाद खरीद करके फारग कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की अदायगी 48 घण्टों में देने के वायदे को निभाते हुए खरीद एजेंसियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि किसानों को उनकी जिनस की कीमत की अदायगी निश्चित समय में की जाये। उनके अनुसार पंजाब में 10 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि बैंकों में भुगताने के लिए सुरक्षित रखी गई है। अब तक किसानों को 5200 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने स्वीकार किया कि शुरू में मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग की समस्या आई थी और अब सरकार ने सारा ध्यान मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग पर दे दिया है। आगामी दो दिनों तक मण्डियों में गेहूं की सारी लिफ्टिंग कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब ने प्रत्येक जिला के डिप्टी कमीश्नर को आदेश जारी किये हैं कि वे रोजाना मण्डियों का दौरा करें। गेहूं की खरीद और लिफ्टिंग पर पूरी नजर रखें। उन्होंने कहा कि पंजाब कैबिनेट मंत्रीमण्डल ने पिछले दिनों बैठक के दौरान यह फैसला लिया कि अगर कोई ठेकेदार मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग में कोताही करता है, तो इसके बदले में जिला के डिप्टी कमीश्नर को गेहूं की लिफ्टिंग के दूसरे विकल्प करने के पूरे अधिकार दिये गये हैं। बारदाना सम्बन्धी जिक्र करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि पंजाब की मण्डियों में 4 लाख 60 हजार गांठों की जरूरत है। जबकि सरकार के पास 4 लाख 90 हजार गांठों का स्टॉक मौजूद है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं ही पूरे पंजाब का दौरा करके खरीद प्रबन्धों का जायजा ले रहे हैं और इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री पंजाब को दे रहे हैं। इस मौके पर डिप्टी कमीश्नर मुक्तसर वरूण रूजम, एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह, एमडी मार्कफेड एसएस धालीवाल, एडीसी दिप्रभा लाकड़ा, एसडीएम मलोट प्रवीण थिंद, एसडीएम गिदड़बाहा भूपिन्द्र मोहन सिंह, एसडीएम मुक्तसर दलविन्द्रजीत सिंह उपस्थित थे।

चार बच्चों की मां प्रेमी संग फुर्र

डबवाली (लहू की लौ) यहां के हर्ष नगर निवासी चार बच्चों की मां अपने प्रेमी संग फरार हो गई। न्याय की गुहार लगाते हुए महिला के पति और पिता ने अपनी बिरादरी की पंचायत के साथ डीएसपी डबवाली के पास लिखित दरख्वास्त देकर न्याय की गुहार लगाई है। हर्ष नगर निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि उसकी पुत्री रेखा पत्नी बलदेव रविवार दोपहर को कागज बीनने के लिए घर से निकली थी लेकिन शाम तक घर वापिस नहीं लौटी। उसके साथ उसका 3 वर्षीय बेटा रोहित भी था। महिला के पिता के अनुसार वह तथा उसका दामाद बलदेव उसकी तालाश में जगह-जगह गये तो सोमवार सुबह इन्दिरा नगरी के लोगों ने उन्हें बताया कि उसे तो उनकी नगरी का रिक्शा चालक मोनू  भगा ले गया है। सुरेश और बलदेव ने बताया कि आज वह लोग अपनी बिरादरी की पंचायत को लेकर डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें अपनी दास्तां सुनाई। उनके अनुसार पंचायत को डीएसपी ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। सुरेश के अनुसार बलदेव बूट पॉलिश का काम करता है और उसके रेखा से चार बच्चे हैं जिसमें तीन लड़के और एक लड़की है। इस सन्दर्भ में जब डीएसपी बाबू लाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें सुरेश की ओर से इस बारे में शिकायत मिली है और थाना शहर पुलिस को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है।

सरोबर में डूबने से किशोर की मृत्यु

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव चोरमार में स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब के सरोबर में डूबने से एक 16 वर्षीय किशोर की मृत्यु हो गई है। थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि मनिंद्र सिंह नामक किशोर पंजाब के गांव फत्ताकेरा से कुछ दिन पूर्व अपनी रिश्तेदारी में चोरमार आया था। सोमवार की दोपहर वो कपड़े उतारकर जब सरोबर में स्नान करने लगा तो अचानक उसका पांव फिसल गया और तैरना नहीं जानने के कारण वो डूब गया। गुरुद्वारा के श्रद्धालुओं ने जब सरोबर के किनारे कपड़े पड़े देखे गए तो उन्हें शक हुआ कि कोई सरोबर में डूब गया है। गांववासियों ने उसे ढूंढने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मिला तो गांव नुहियांवाली से गोताखोर चंद्र सिंह को बुलाया गया और उसने किशोर का शव सरोबर में से निकाला। थाना प्रभारी ने बताया कि सरोबर में रेलिंग न होने के कारण ये दुघर्टना हुई है। उन्होंने बताया कि यहां पहले भी हादसा हो चुका है इसलिए सरोबर में रेलिंग लगाई जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि किशोर का शव पोस्टमार्टम हेतु सिरसा भेजा गया है।

बेस्ट सिंगर अवार्डी हैं राही

डबवाली (लहू की लौ) प्रतिभा के समक्ष परिस्थितियां भी नत-मस्तक हो जाती हैं। प्रतिभाशाली भले ही किसी भी पद पर पहुंच जायें, लेकिन उनकी प्रतिभा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमेशा ही तत्पर रहती है। ऐसी ही प्रतिभा गुरबन्स सिंह राही पुत्र गुरजंट सिंह निवासी तख्त हजारा (सादूलशहर) हाल डबवाली में विद्यमान है। 30 वर्ष की छोटी सी आयु में वह अब तक कई पुरस्कार पा चुका है। जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय से बेस्ट सिंगर और अन्तर्राष्ट्रीय फॉक पुरस्कार तक शामिल हैं। राही संगीत विशाद तक की परीक्षा पास कर चुके हैं और इन दिनों एजूकेशन में पीएचडी कर रहे हैं।
गुरबन्स राही का जन्म डबवाली के निकटवर्ती गांव हाकूवाला जिला मुक्तसर में 7 अप्रैल 1979 में हुआ। राही का बचपन पिता गुरजंट सिंह, माता अंग्रेज कौर, बड़े भाई कुलवन्त सिंह और बड़ी बहन परमजीत कौर, दादा श्रवण सिंह के प्यार-दुलार में राजस्थान के मटीली के गांव तख्तहजारा में बीता। प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त करने के बाद हायर सैकेण्डरी शिक्षा सादूलशहर के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। बीएससी खालसा कॉलेज श्री गंगानगर, एमएससी एमडी कॉलेज श्री गंगानगर, बीएड और एमएड की डिग्री पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ से प्राप्त की। इन दिनों वे बीकानेर विश्वविद्यालय से एजूकेशन विषय पर पीएचडी में अध्ययनरत हैं और इसके साथ ही बठिण्डा जिला के गांव कालझराणी के राजकीय विद्यालय में विज्ञान अध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
राही के अनुसार बचपन से ही उन्हें संगीत का शौक है। सत्संग में जाना, भजन बोलना और हरमोनियम बजाना, उसकी हॉबी रही है। 1995 में एकल संगीत गायन प्रतियोगिता में उन्होंने मंच का सहारा लिया और गीत गाते हुए द्वितीय स्थान पाया। मास्टर फकीर चन्द और रामकुमार से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मंच संचालन सम्बन्धी मार्गदर्शन उन्हें एच.बी. मनचन्दा से प्राप्त हुआ। वे पंजाबी और हिन्दी भाषा में जागरण तथा बाबा के दीवान में व्यवसायिक रूप से गाते हैं। जागरण के लिए उनका आदर्श उनके गुरू गोपाल भारद्वाज हैं। राही के अनुसार वर्ष 2000 के पश्चात वे व्यवसायिक तौर पर मंच पर आये और प्रथम वीसीडी पंजाबी गीतों पर आधारित सरूर निकाली। इसके बाद आजा बाला, चल सालासर नूं, धाम रूणेचे जाना, धाम रूणेचा, लंगर बाबे दा, इन्द्रपाल आहूजा व अशोक आहूजा के निर्देशन में और सुक्खा 38 वाला के सहयोग से पेश की।
इस समय उनकी चर्चित वीसीडी पीरां दर लड्डू वंडणे कुछ समय पूर्व ही रिलीज हुई है। जिसने उसे केवल ख्याति नहीं दी। बल्कि उसे आर्थिक सहयोग भी दिया और इस वीसीडी को निगाहे वाले बाबा के श्रद्धालुओं ने खूब खरीदा। वे अब तक पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई नगरों व गांवों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे भगवान शिव, बाबा रामदेव, मां भगवती, खाटू श्याम, हनुमान जी, बाबा बालकनाथ, बाबा लालजी, शनिदेव आदि के जागरण बखूबी कर चुके हैं। वे केवल पंजाबी और हिन्दी में ही नहीं, बल्कि राजस्थानी में भी सहजता से गा लेते हैं।
गुरबन्स राही ने कहा कि उसका सबसे बड़ा सम्मान श्रोताओं का प्यार है। परन्तु बीएड के दौरान पंजाब विश्वविद्यालय से मिला बेस्ट सिंगर अवार्ड, एमएड के दौरान मिला इन्टरनेशनल फॉक अवार्ड उनके लिए सबसे बड़ी यादगार है। उनकी इच्छा है कि वे अध्यापन के जरिये बच्चों की सेवा तो करें ही, लेकिन इसके साथ ही अनाथ बच्चों के लिए स्टेज शो करके जितनी समाजसेवा कर सकते हैं, उतनी समाजसेवा करें।

लिफ्टिंग जल्दी करने के आदेश

डबवाली (लहू की लौ) अनाज मण्डी में खरीद एजेंसियों द्वारा लिफ्टिंग में बरती जा रही ढिलाई को लेकर आढ़तियों ने मार्किट कमेटी के प्रशासक तथा उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से शिकायत की। जिस पर उन्होंने सोमवार शाम को आढ़तियों, खरीद एजेंसियों तथा ठेकेदारों की बैठक बुलाई।
इस मौके पर आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल तथा आढ़तिया रमेश मिढ़ा ने उपमण्डलाधीश से शिकायत की कि अनाज मण्डी से मुश्किल से हर रोज 25 हजार गट्टा गेहूं उठाया जा रहा है। जबकि एक ही फर्म के दो लाख गट्टे लिफ्टिंग का मण्डी में इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आढ़तियों की शिकायत सुनने के बाद खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि हर हालत में लिफ्टिंग तैयार की जाये। खरीद एजेंसियों ने विश्वास दिलाया कि हर रोज 50 हजार गट्टा गेहूं अनाज मण्डी से उठाया जाएगा।
इस मौके पर मार्किट कमेटी डबवाली के कार्यकारी सचिव सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अब तक डबवाली अनाज मण्डी से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दो लाख 73 हजार, स्टेट वेयर हाऊस ने 1 लाख 80 हजार, कनफेड ने 3 लाख 20 हजार, एग्रो ने 2 लाख 50 हजार, एफसीआई ने 60 हजार, हैफेड ने 32 हजार गेहूं के गट्टों की खरीद की है। जिसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 65 हजार, स्टेट वेयर हाऊस ने 67 हजार, कनफेड ने 75 हजार, एग्रो ने 1 लाख 20 हजार, हैफेड ने 32 हजार गट्टे उठा लिये हैं। जबकि एफसीआई ने एक भी गट्टा नहीं उठाया है।
इस मौके पर उपस्थित ठेकेदार रमेश बागड़ी और भारत भूषण निरंकारी ने बताया कि ट्रकों की कमी है और लेबर भी कम मिल रही है। एफसीआई की चावलों की स्पैशल लगी हुई है। जिसके चलते लिफ्टिंग में कमजोरी आई है। लेकिन लिफ्टिंग तेज कर दी जाएगी। बैठक में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां, स्टेट वेयर हाऊस के मदन सेठी, एग्रो के बिशन, हैफेड के लीलाधर, कनफेड के बूहड़ सिंह उपस्थित थे।

डेढ़ किलो अफीम सहित काबू

डबवाली (लहू की लौ) संंगत पुलिस ने रविवार शाम को नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाये गये चैकिंग अभियान के दौरान अफीम स्मगलिंग के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
डीएसपी (आर) बठिंडा बलजीत सिंह ने बताया कि थाना संगत के एएसआई कौर सिंह पुलिस पार्टी के साथ चैकिंग पर थे। यह दल गांव गुरथरी टी प्वाईंट रिफाईनरी रोड़ पर पहुंचा तो दल ने एक व्यक्ति को संदिग्ध हालतों में पुलिस को देख कर छिपते हुए देखा। लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस व्यक्ति ने अपनी पहचान कुलविन्द्र सिंह उर्फ बिल्लू पुत्र तारा सिंह निवासी सरहाली कलां (तरनतारन)के रूप में करवाई और पुलिस को बताया कि इस रोड़ से जा रहे ट्रकों में शरण लेने की ताक में था।
उन्होंने बताया कि एएसआई कौर सिंह ने उन्हें सूचना दी कि एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में पकड़ा गया है उसके पास भारी मात्रा में नशीले पदार्थ होने का संदेह है। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने आरोपी की तालाशी ली तो जांघ के साथ बांधी हुई अफीम मिली। जिसका वजन करने पर डेढ़ किलोग्राम निकला।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसने इस अफीम को 48 हजार रूपये में राजस्थान के जिला बीकानेर के नगर तलवाड़ा से खरीदा था और इसे तरनतारन और अमृतसर ले जाकर बेचना था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी पर केस दर्ज करके सोमवार को बठिंडा में एसडीजेएम केके सिंगला की अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया। पुलिस रिमांड के दौरान यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि आरोपी इस कार्य में कितने समय से जुड़ा हुआ है और उसके अन्य साथी कौन हैं।

18 अप्रैल 2010

प्रेम प्रसंगों के चलते युवक को जहर दिया

डबवाली (लहू की लौ) प्रेम प्रसंगों को लेकर एक युवक की जहरीला पदार्थ देकर हत्या करने के आरोप में गांव घुमियारा की एक महिला के खिलाफ लम्बी पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि पुलिस ने मृतक बलजीत सिंह (20)पुत्र हरदेव सिंह प्रजापत की मौसी छिन्द्र कौर पत्नी बलदेव सिंह निवासी घुमियारा ने पुलिस को शुक्रवार को शिकायत देकर गांव घुमियारा सन्तरो  पत्नी गुरनाम सिंह पर आरोप लगाया कि उसने उसके भांजे बलजीत सिंह को अपने घर में बुला कर कोई जहरीला पदार्थ देकर उसकी हत्या कर दी है। शिकायतकात्री के अनुसार बलजीत सिंह का सन्तरो के घर आना-जाना था और उसके बेटी के साथ उसके प्रेम प्रसंग चल रहे थे। लेकिन सन्तरो को यह अच्छा नहीं लग रहा था। सन्तरो ने बहाना करके बलजीत सिंह को शुक्रवार दोपहर को अपने घर बुला लिया और उसे कोई जहरीला पदार्थ दे दिया। उसे गंभीर हालत में बठिंडा ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। शनिवार को मलोट के सिविल अस्पताल में शव के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सन्तरो के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

हादसे में मजदूर की मौत, मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) गांव सुकेराखेड़ा के पास शुक्रवार देर शाम को मोटरसाईकिल-साईकिल भिड़न्त में साईकिल चालक की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी की तालाश शुरू कर दी है।
चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई रोशन लाल ने बताया कि मृतक की पहचान खेत मजदूर सतपाल (45) निवासी सुकेराखेड़ा के रूप में हुई है। मृतक के भाई सोमनाथ (35) ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि वे दोनों भाई दिहाड़ी करके वापिस घर लौट रहे थे। गांव के निकट स्थित गुरमेज सिंह की ढाणी के पास सामने से आ रहे एक तेज गति मोटरसाईकिल ने उसके भाई सतपाल के साईकिल में टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी मोटरसाईकिल चालक नत्था सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी सुकेराखेड़ा मोटरसाईकिल को वहीं छोड़ भाग गया। घायल अवस्था में सतपाल को अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एएसआई रोशन लाल के अनुसार पुलिस ने मृतक सतपाल के भाई सोमनाथ के ब्यान पर नत्था सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। शनिवार को पुलिस ने सतपाल के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

सिर कटी लाशें मिलने से पुलिस में हड़कम्प

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली क्षेत्र में एक युवती और एक युवक की अलग-अलग स्थानों पर सिर कटी लाशें मिलने से पुलिस में हड़कम्प मच गया है। पुलिस इस मामले को प्रेम सम्बन्ध या फिर अवैध सम्बन्ध के कारण की गई हत्या मानकर जांच कर रही है।
पुलिस को शुक्रवार देर शाम को रामपुरा बिश्नोईयां क्षेत्र में कालूआना माईनर से एक युवक का नग्न अवस्था में सिर कटा शव प्राप्त हुआ। इससे पूर्व पुलिस को चौटाला रकबा में आसाखेड़ा माईनर से भी नग्न अवस्था में सिर कटी लाश मिली थी। जोकि किसी युवती की थी। लेकिन यह लाश एक गठरी में बंधी हुई मिली थी। अलग-अलग स्थानों पर लेकिन एक ही प्रकार से हत्या करके फेंके गये युवक और युवती के शव पुलिस को इस संदेह की ओर ले जा रहे हैं कि ये हत्याएं प्रेम सम्बन्ध और अवैध सम्बन्धों के कारण हो सकती हैं।
दोनों मामलों की जांच कर रहे थाना सदर प्रभारी भगवान दास ने बताया कि गांव रामपुरा बिश्नोईयां रकबा तथा चौटाला रकबा में मिले युवक और युवती के शवों की उम्र लगभग समान है। दोनों की हत्याएं भी एक ही तरीके से की लगती हैं। पुलिस ने इन दोनों मामलों में हत्या करके सबूतों को रफा-दफा करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
इस संदर्भ में डीएसपी बाबू लाल का कहना है कि दोनों शवों को देखने से लगता है कि हत्या एक ही ढंग से की गई है। संभव है कि मामला प्रेम संबंधों का हो। उन्होंने यह भी आशंका प्रकट की कि अवैध सम्बन्ध भी हत्या का कारण हो सकता है। असलियत तो जांच के बाद ही सामने आएगी। फिलहाल पुलिस तत्परता से अपने कार्य में जुटी हुई है। आस-पास के थानों में इसकी सूचना दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि इन शवों को 72 घण्टे के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में रखा गया है। रविवार को पोस्टमार्टम के लिए इन शवों को रोहतक लेजाया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि संभव है कि लाशें पंजाब के क्षेत्र से पानी के साथ बहकर आई हों। इसकी भी जांच चल रही है। फिलहाल शिनाख्त के लिए प्रयास जारी हैं।

एफसीआई का प्रबन्धक घूस लेता काबू

डबवाली (लहू की लौ) किलियांवाली की एक राईस मिल्ज के पार्टनर की शिकायत पर सीबीआई चण्डीगढ़ की डबवाली पहुंची टीम ने 50 हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल)को रंगे हाथों काबू कर लिया।
शिकायतकर्ता सुशील कुमार सिंगला पुत्र मनोहर लाल पार्टनर गुरू नानक राईस मिल्ज किलियांवाली ने बताया कि उसने चावलों की 175 गाड़ी मार्कफैड और 32 गाड़ी एफसीआई को मिलिंग करवानी थी। इसके तहत 36 मार्कफेड को और 32 गाडिय़ा एफसीआई को मिलिंग करवा चुका था। लेकिन तीन गाडिय़ां एफसीआई के गोदाम में डम्प पड़ी हैं। जिनका नम्बर 696, 1140, 1173 है। लेकिन 14 अप्रैल 2010 को गाडिय़ों को पास करने की एवज में भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल)ने उससे एक लाख रूपये की मांग की। लेकिन 50 हजार रूपये में सौदा तय हो गया। उसने इसकी सूचना 15 अप्रैल को सीबीआई चण्डीगढ़ को दी। शिकायतकर्ता के अनुसार एक योजना के तहत 500-500 रूपये के 100 नोट रंग लगा कर सीबीआई के अधिकारियों ने उसे दे दिये। तय समय अनुसार आज शुक्रवार को वह भारतीय खाद्य निगम डबवाली के गोदाम में पहुंचा और प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल) मूल चन्द बैरवा को 50 हजार रूपये की राशि अपनी डम्प गाडिय़ों को निकालने के लिए दे दी। मौका पर सीबीआई की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों काबू कर लिया।
बताया जाता है कि सीबीआई टीम ने इसके बाद प्रबंधक के वार्ड नं. 5 में पब्लिक क्लब क्षेत्र में स्थित मकान पर पहुंच कर तालाशी ली और कुछ जरूरी कागजात बरामद किये। सीबीआई की टीम दो प्राईवेट गाडिय़ों में भर कर लगभग सुबह 10.30 बजे डबवाली पहुंची और 3.30 बजे तक यहां रही।  इस टीम ने आते ही मौका पर उपस्थित निगम स्टाफ के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिये।
सीबीआई अधिकारी ने पत्रकारों को अपना नाम तो बताने से इंकार कर दिया। लेकिन बताया कि उन्होंने सुशील कुमार सिंगला गुरूनानक राईस मिल्ज किलियांवाली की शिकायत पर छापामारी की और 50 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए मूल चन्द बैरवा को काबू कर लिया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि आवश्यक कागजात उन्होंने अपने कब्जे में कर लिये हैं। एफसीआई के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व ही बतौर प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल) मूल चन्द बैरवा ने डबवाली में अपना कार्यभार संभाला था। वह मूल रूप से जयपुर के निवासी हैं। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई टीम अपने साथ गाडिय़ों के आने-जाने के खरीद संबंधी रजिस्टर भी ले गई है। ज्ञातव्य रहे कि भारतीय खाद्य निगम डबवाली को 22 शैलर चावल मिलिंग करते हैं। जिनमें 4 डबवाली और 18 पंजाब के किलियांवाली, गिदड़बाहा, मुक्तसर से संबंंधित शैलर हैं।

15 अप्रैल 2010

सायरन बजते ही सिहर उठे लोग

डबवाली (लहू की लौ) दिन बुधवार। घड़ी पर समय था सुबह के 9 बजकर 32 मिनट। सब्जी मण्डी में अचानक फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों के सायरन बजने लगे। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ों के क्षेत्र में दाखिल होते ही लोग घटना का अंदेशा पाकर दुकानों के शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सूचना पाकर पुलिस भी मौका पर पहुंची। परिस्थितियों को काबू करते ही सब कुछ सामान्य हो गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सब्जी मण्डी क्षेत्र से मोहित नामक एक युवक ने सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर अग्निश्मन सेवा केन्द्र में फोन करके क्षेत्र में स्थित एक कपड़ा के शोरूम में आग लगने की सूचना दी। सूचना पाकर 9 बजकर 32 मिनट पर फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां मौका पर पहुंची। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां क्षेत्र में पहुंचते ही मुख्य बाजार तथा सब्जी मण्डी क्षेत्र के लोगों में हड़कम्प मच गया। कोई अप्रिय घटना घटित होने का अंदेशा लगाकर कई दुकानदार शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सब्जी विक्रेताओं में भी खलबली मच गई।
महज 3 मिनट के अन्तराल में नगरपालिका फायर ब्रिगेड की दो  तथा मार्किट कमेटी की एक गाड़ी मौका पर पहुंची। इन तीनों गाडिय़ों पर 12 कर्मचारी तैनात थे। कर्मचारियों ने फूर्ती दिखाते हुए कुछ ही पलों में स्थिति को अपने नियंत्रण में कर लिया।
खैर यह एक मॉक ड्रिल रूपी अग्निश्मन विभाग के कर्मचारियों का इम्तिहान था। जिसमें वे पास हुए। जब लोगों को इसकी समझ आई तो सबकुछ सामान्य हो गया। इधर इसकी सूचना पाकर थाना शहर पुलिस के एएसआई शिवरतन भी मौका पर पहुंचे।
मॉक ड्रिल के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को अग्निश्मक विभाग द्वारा पूरे भारत में अग्निश्मन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस बार डबवाली के अग्निश्मक केन्द्र की ओर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। सब्जी मण्डी क्षेत्र में एक कपड़ा के शोरूम में आग की सूचना पाकर उनके लड़ाके बिना देरी किये 3 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय अग्निश्मक केन्द्र कर्मचारियों के अभाव से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी उसकी कार्यक्षमता में कोई कमी नहीं है।
फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह के अनुसार 14 से 20 अप्रैल तक फायर सप्ताह मनाया जाता है। जिसमें लोगों को आग लगने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत करवाया जाता है। 14 अप्रैल 1944 को बॉम्बे डक यार्ड में खड़े एक समुन्द्री जहाज में अचानक आग लग गई थी। आग पर नियंत्रण पाते समय अग्निश्मक दस्ते के काफी जवान शहीद हो गये थे। उन जवानों की याद में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को फायर सर्विस-डे मनाया जाता है।

सिलेण्डरों में गैस कम होने का भण्डाफोड़

डबवाली (लहू की लौ) इण्डेन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के कुकिंग गैस सिलेंडरों में आपूर्ति के दौरान गैस कम पाये जाने का भंडाफोड़ उस समय हो गया जब उपभोक्ताओं की शिकायत पाकर मौका पर पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी ने चार गैस सिलेंडर तोल में कम पाये जाने पर जब्त करके सीलबन्द कर दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पास बुधवार सुबह डबवाली गैस सर्विस का कैंटर इंडैन गैस उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति करवाने के लिए आया था। जब गैस उपभोक्ता नं. 4307 को दी गई तो आपूर्ति ले रहे 20 वर्षीय राजू ने पाया कि सिलेंडर (9363) से बदबू आ रही है तो संदेह होने पर गैस सिलेंडर का तोल करवा लिया जो कि अढ़ाई किलोग्राम वजन में कम पाया गया। उपभोक्ताओं में हड़कम्प मच गया। उपभोक्ताओं की सूचना पाकर मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द कुमार पूनिया भी मौका पर पहुंचे।
मौका पर पहुंचे अरविन्द कुमार पूनिया को राजू ने बताया कि उसको जो रिफिल दिया गया है उसकी सील टूटी हुई है और वजन में भी अढ़ाई किलो कम है। इस पर अन्य उपभोक्ताओं ने भी उनसे कहा कि कैंटर में जितने भी रिफलिंग हैं उनको तोला जाये। इस पर पूनिया ने डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल को फोन किया और स्थिति से अवगत करवाया।
मौका पर पहुंचे डबवाली गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर की उपस्थिति में कैंटर में से 10 सिलेंडरों का तोल करवाया गया तो उनमें से 3 और सिलेंडर का वजन कम पाया गया। इसकी पुष्टि करते हुए खाद्य एवं विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनिया ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 में अढ़ाई किलोग्राम गैस कम और लीकेज पायी गई। इसके अतिरिक्त सिलेंडर नं. 388004 में एक किलोग्राम, 427152 में 2 किलोग्राम, 606140 में 2 किलोग्राम गैस वजन कम पाया गया।
पूनिया ने बताया कि कम वजन वाले इन 4 गैस सिलेंडरों को जब्त करके खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय के एक कमरे में सील करके इसकी सूचना मापतोल विभाग सिरसा को दे दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर ने भी उपरोक्त चार गैस सिलेंडरों में गैस का वजन कम पाये जाने की लिखित पुष्टि की है।
इस संबंध में मौका पर उपस्थित गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर पुत्र राजा राम निवासी रेवाड़ी ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 डिफेक्टिव है और इसकी शिकायत वह कम्पनी को कर चुके हैं। यह सिलेंडर गलती से इस कैंटर में गोदाम से आ गया।
इंडैन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां का संदेश मिला था जिस पर उन्होंने स्वयं बाहर होने के कारण गैस एजेंसी के मैनेजर उमाशंकर को मौका पर भेज दिया था। उन्होंने कहा कि उनके गोदाम में इस समय लगभग 600 गैस सिलेंडर का स्टॉक पड़ा है। जिसे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, मापतोल विभाग एवं जिला अधिकारी चैक कर सकते हैं। लेकिन जो आज हुआ है वह तकनीकी लीकेज हो सकती है।