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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

09 अप्रैल 2010

फिल्मां विच कुड़ियां नाल जफियां पानियां छड्ड दित्तियां ने ...

डबवाली। पंजाबी फिल्मों के प्रसिद्ध हास्य अभिनेता मेहर मित्तल ने कहा कि अब उन्होंने फिल्मां विच कुड़ियां नाल जफियां पानियां छड्ड दित्तियां ने। वे अब अपना सारा जीवन धार्मिक व्यक्ति के रूप में जीना चाहते हैं। वे बुधवार को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा गीता पाठशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
करीब दो सौ पंजाबी फिल्मों में बतौर हास्य अभिनेता के रूप मंे काम कर चुके मेहर मित्तल ने कहा कि उन्होंने फिल्मी जिंदगी की शुरुआत इंद्रजीत हंसपुरी की फिल्म ‘तेरी मेरी इक जिंदडी’ से की थी और अपनी जिंदगी का एक अहम हिस्सा पंजाबी फिल्मों मंे गुजारने के बाद अब उन्होंने किनारा कर लिया। वे अपना सौ फीसदी सहयोग पंजाबी फिल्म जगत को नहीं दे पाए।
मित्तल के अनुसार ‘गुड़ खा के मर जाना’ नामक पंजाबी फिल्म में अपना किरदार पूरा करने के बाद फिल्म इंडस्ट्री से संन्यास ले लिया है। यह फिल्म कुछ ही दिनों में रिलीज होने वाली है। मेहर मित्तल ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि आज का पंजाबी फिल्म जगत एनआरआई के हाथों में खेल रहा है। स्क्रिप्ट को ध्यान में रखे बिना ही किसी विशेष एनआरआई की ख्वाहिश पर फिल्म तैयार कर ली जाती है।
उन्होंने इस बात पर भी दुःख जताया कि पश्चिमी सभ्यता के चलते पंजाबी फिल्म जगत के साथ-साथ हिंदी फिल्म जगत भी अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। भारतीय सिनेमा के पिटने का मुख्य कारण भारतीय फिल्मों में पश्चिमी संस्कृति का प्रभावी होना है।
उन्होंने कहा कि बिना हास्य किरदार के पंजाबी फिल्मों का चल पाना मुश्किल है, लेकिन खाली पेट रहकर यह किरदार भी नहीं निभाया जा सकता। उन्होंने राजनीति में आने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वे इससे दूर रहना ही पसंद करते हैं। वे जय माता शेरावाली, विलायती बाबू, मां दा लाडला, अंबे मां-जगदंबे मां का फिल्मों का निर्देशन भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब वे अपना जीवन धर्म के प्रति समर्पित कर चुके हैं। जो अब जिंदगी बची है, वह इसे धर्म प्रचार में ही लगाएंगे।
इससे पूर्व गीता पाठशाला में पधारने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर आशा देवी और ब्रह्मकुमार सूर्य प्रकाश, ज्ञान प्रकाश, कमलेश, वेदप्रकाश, मिट्ठू राम, विजय कुमार आदि उपस्थित थे।

02 अप्रैल 2010

बन्द सरकार को चेतावनी-अभय चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 3 अप्रैल का जिला सिरसा बन्द सरकार को एक चेतावनी के रूप में किया जा रहा है। अगर सरकार ने अपनी जन विरोधी नीतियां न त्यागी तो लोग सड़कों पर आकर अधिकारियों का घेराव करने से भी नहीं चूकेंगे।
वे वीरवार शाम को नई अनाज मण्डी में डबवाली हल्का के इनेलो कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला सिरसा में बिजली, पानी की किल्लत चल रही है और महंगाई पहले ही लोगों की कमर तोड़ रही है। उनके अनुसार यह मुद्दे पार्टी से ऊपर उठकर आम व्यक्ति के मुद्दे हैं, इसलिए सभी को इन मुद्दों के लिए सरकार को चेताना चाहिए। उन्होंने कहा कि डबवाली में बन्द का नेतृत्व डबवाली से विधायक अजय सिंह चौटाला करेंगे। उन्होंने बस सेवा को निजीकरण के दायरे में लाने का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि वह नई बसें डाले और सवारियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने की सुविधाएं दे।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, कुलदीप जम्मू, डॉ. गिरधारी लाल, रणवीर सिंह राणा, राधेराम गोदारा, नरेन्द्र बराड़, जगरूप सिंह, टेकचन्द छाबड़ा, गुलजिन्द्र सोना, परमजीत बराड़, आशा वाल्मीकि, पुष्पा दैड़ान, ईश्वर देवी कटारिया, राजा पेन्टर, जग्गा बराड़, एसएस गिल सेवानिवृत्त ईटीओ, कुलदीप सिंह एडवोकेट, प्रिन्स जुनेजा, बिल्लू जुनेजा, प्रहलाद चौटाला, महेन्द्र डूडी, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, विक्की शर्मा, जगदीश अरोड़ा, बलराम जाखड़ अबूबशहर आदि उपस्थित थे।

केस दर्ज करने पर बिजली कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) पंचकूला के एसपी को सस्पेंड करने की मांग को लेकर एचएसईबी वर्कर यूनियन शाखा डबवाली के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को गांव डबवाली स्थित 132केवी सबस्टेशन के समक्ष गेट मीटिंग की। बिजली कर्मचारियों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी भी की।
एचएसईबी वर्कर यूनियन जिला सिरसा के सर्कल सचिव ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि बुधवार को पंचकूला में बिजली कर्मचारी बिजली चोरी की सूचना पाकर सम्बन्धित जगह पर दबिश देने के लिए गये थे। लेकिन सम्बन्धित व्यक्तियों ने उनके साथ मारपीट की। शर्मा ने आरोप लगाया कि बिजली कर्मचारियों से मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बजाये एसपी पंचकूला ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए बिजली कर्मचारियों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर डाली। जो सरासर अन्याय है। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की कि उपरोक्त एसपी को तुरन्त प्रभाव से सस्पेंड करके मामले की जांच करवाई जाये। दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
इस अवसर पर चन्द्रभान नेहरा, प्रेम कुमार, जगदीश कुमार, रामकिशन, गुरबख्श सिंह, तरसेम कुमार, जसविन्द्र कुमार, विजय पांडे, जोगिन्द्र सैनी सहित यूनियन के अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

30 मार्च 2010

विद्यार्थी को रोल नम्बर न देने पर प्रिंसीपल तलब

डबवाली (लहू की लौ) सिविल जज कनिष्ठ मंडल (जूनियर डिविजन) डबवाली अमरजीत सिंह की अदालत ने राजकीय महाविद्यालय मंडी डबवाली के बीए फाईनल के एक विद्यार्थी को वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए रोल नम्बर देने से इंकार करने पर 30 मार्च को अपनी अदालत में तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय महाविद्यालय डबवाली के बीए फाईनल के विद्यार्थी आशीष सरदाना पुत्र नानक चन्द सरदाना ने सोमवार को अदालत में एक सिविल शूट दायर करके गुहार लगाई कि वह बीए फाईनल का विद्यार्थी है, वार्षिक परीक्षा में बैठने के लिए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय ने उसका रोल नम्बर जारी कर दिया है। उसकी वार्षिक परीक्षा 2010 से शुरू होने जा रही है। राजकीय महाविद्यालय के प्रिंसीपल ने उसे यह कहकर रोल नम्बर देने से इंकार कर दिया कि वह एक पेपर से फेल है, उस द्वारा वार्षिक परीक्षा में बैठने पर कॉलेज का परीक्षा परिणाम खराब हो सकता है।
प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाई कि यह उसकी फाईनल परीक्षा है और उसका भविष्य दांव पर है। परीक्षा से वंचित होने पर उसे भारी नुक्सान हो सकता है। उसे रोल नम्बर दिलाया जाये। अदालत ने विद्यार्थी की गुहार सुनने के बाद अपना पक्ष रखने के लिए महाविद्यालय के पिं्रंसीपल को सम्मन भेज कर 30 मार्च को अदालत में प्रस्तुत होने के आदेश दिये हैं।

हादसों में 12 घायल

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब तथा उपमण्डल डबवाली क्षेत्र में हुए सड़क हादसों में 12 जनें घायल हो गये। घायलों में दो महिलाएं तथा दो बच्चे भी शामिल हैं। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
पंजाब क्षेत्र के निकटवर्ती गांव पथराला के पास सोमवार सुबह करीब 4 बजे एक जेन कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। कार में सवार सात जनें घायल हो गये। बताते हैं राजस्थान के जिला गंगानगर के गांव बींज बेला निवासी विक्की राकेश कुमार, उसकी पत्नी रिया तथा बेटा पीयूष, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी वतनभूषण, उसकी पत्नी प्रेरणा तथा बेटी गुडिया माता मनसा देवी के दर्शन करके वापिस घर लौट रहे थे। कार को विक्की चला रहा था। गांव पथराला के पास सामने से आ रहे एक वाहन की तेज लाईट पडऩे के कारण अनियंत्रित हुई कार सड़क किनारे लगे पेड़ से टकराकर पलट गई। घायल कार सवारों को डबवाली जन-सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आर.के.नीना तथा कार्यकर्ता कुलवन्त, बबलू ने सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
उधर उपमण्डल डबवाली के गांव गोरीवाला के पास रविवार देर रात को डबवाली से जीवननगर जा रही एक कार आगे जा रही ट्रेक्टर-ट्राली के अचानक ब्रेक लगा देने से ट्राली में जा भिड़ी। परिणामस्वरूप कार में सवार करनैल सिंह निवासी बठिण्डा, गुरदेव सिंह, बलजिन्द्र सिंह, इकबाल सिंह निवासी कोटली जिला सिरसा, जगसीर निवासी खुईयांमलकाना जिला सिरसा घायल हो गये। कार को खुईयांमलकाना निवासी जगसीर सिंह चला रहा था।

एसडीएम द्वारा कार्य अधूरा छोडऩे पर जाम लगाया

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सोमवार की दोपहर उपमंडल अधिकारी डा. मुनीष नागपाल द्वारा खंड कार्यालय ओढ़ां में नए वोट बनाने का कार्य अधूरा छोड़कर अचानक डबवाली चले जाने के कारण उपस्थित लोगों में रोष फैल गया और उन्होंने एसडीएम और प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आकर जाम लगा दिया जिसका नेतृत्व देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह कर रहे थे।
जाम के कारण आने जाने वाले वाहनों की लंबी लाइन लग गई तथा कुछ गांववासी भी उनके समर्थन में आ गए तथा सड़क के बीचोंबीच बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह तुरंत दल बल सहित मौके पर पहुंचे। इस दौरान देसू मलकाना के पूर्व सरपंच जगतार सिंह, जलालआना के प्रीतम सिंह, सेवा सिंह, ख्योवाली के रामनाथ गोदारा, दलीप सिंह, अटलवीर सिंह और गांव केवल के मनजीत सिंह आदि ने पत्रकारों को बताया कि नए वोट बनाने हेतु आवेदनपत्रों की जांच का कार्य सुचारू ढंग से न होने के कारण 20 गांवों के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। खंड कार्यालय में न तो ग्रामीणों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही पीने के पानी का कोई प्रबंध है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
इस संबंध में एसडीएम मुनीश नागपाल से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि एडीसी सिरसा पंकज चौधरी का डबवाली में एक उद्घाटन कार्यक्रम था जिस कारण कुछ समय के लिए उन्हें उनके साथ जाना पड़ा। लोगों को परेशान करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी।

मनरेगा मजदूर भड़के

डबवाली (लहू की लौ) मनरेगा में धांधली और काम न दिये जाने का आरोप लगाते हुए गांव अबूबशहर के सैंकड़ों मजदूरों ने सोमवार को बीडीपीओ डबवाली के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिला मजदूर भी शामिल थीं। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी से आश्वासन मिलने के बाद उग्र मनरेगा मजदूर शांत हुए।
मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल, रमेश, सतपाल, जगवन्त, काला सिंह, जग्गा सिंह, रघुवीर, मिट्ठू, बलवीर, प्रीतो देवी, रूकमणि, रणजीत कौर, जीतो देवी, पारो आदि ने बताया कि मनरेगा योजना शुरू होने से आज तक उन्हें केवल तीन माह ही काम मिला है। मनरेगा मजदूरों ने सहायक पर खाली रजिस्टर पर अंगूठे लगावाये जाने का भी आरोप लगाया। मनरेगा मजदूरों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। सहायक को हटाये जाने की मांग की।
आरोपों सम्बन्धी जब खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी डबवाली राम सिंह से पूछा गया तो उन्होंने उपरोक्त आरोपों को निराधार करार दिया। राम सिंह के अनुसार वे करीब एक वर्ष से डबवाली में बतौर बीडीपीओ कार्यरत हैं। इस अवधि के दौरान मनरेगा मजदूरों ने 5 जोहड़ों की सफाई की। जिस पर 3 लाख 78 हजार रूपये खर्च हुए। योजना के तहत तेजाखेड़ा माईनर की सफाई के लिए तीन दिन पूर्व ही 2 लाख 21 हजार रूपये जारी किये गये हैं। वाटर टैंकों की सफाई के लिए 2 लाख 50 हजार रूपये का अस्टीमेट तैयार किया गया है। जिस पर कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। मनरेगा मजदूरों की मांग के अनुसार जल्द ही ग्राम सभा की बैठक आमंत्रित की जाएगी। जिसमें सहायक को हटाने सम्बन्धी फैसला लिया जाएगा। मनरेगा का रिकॉर्ड ऑनलाईन है, जो कभी भी किसी भी व्यक्ति द्वारा चैक किया जा सकता है।

शरारती तत्व ने तोड़ा उद्घाटन पत्थर

डबवाली (लहू की लौ) यहां की रामनगर कलोनी में हाल ही मेें कायाकल्प करके नये सिरे से विकसित किये गये लवकुश पार्क के उद्घाटन के संबंध में रविवार शाम को लगाये गये पत्थर को उद्घाटन के पूर्व ही किसी शरारती ने तोड़ डाला। प्रशासन ने इस मामले की जांच के आदेश देकर शरारती के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में हाल ही में 9 लाख रूपये की लागत से तैयार करवाये गये लवकुश और राम पार्क का 29 मार्च को उद्घाटन करना था। इस संबंध में दोनों ही पार्कों में  उद्घाटन पत्थर लगाये थे। लेकिन लवकुश पार्क में रविवार शाम को लगाये गये उद्घाटन पत्थर को किसी शरारती ने रात को तोड़ दिया। इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो उनमें हड़कम्प मच गया। आनन फानन में सोमवार सुबह नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, एमई रमेश कम्बोज, टैक्स सुपरीडैन्ट रामनिवास मौका पर पहुंचे और उन्होंने टूटे हुए पत्थर को मिस्त्री से फिर से जुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली तो नये पत्थर के ऊपर कंप्यूटर से स्टीकर निकलवा कर उद्घाटन की रस्म पूरी की गई।
इस सन्दर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि रात को 11 बजे इस शरारतपूर्ण कार्यवाही की जानकारी मिल गई थी। अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करवा दिया गया। उन्होंने इस कार्यवाही को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि यह वार्ड नं. 11 में पार्क आता है। इस वार्ड में लवकुश पार्क को बने 36 वर्ष हो चुके हैं और इस दौरान कई पार्षद आये हैं लेकिन किसी ने भी पार्क की सुध नहीं ली। अब जबकि कांग्रेस की सरकार ने इन पार्कों की सुध ली तो कुछ शरारतियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उद्घाटन के समय एडीसी पंकज चौधरी से इस संवाददाता ने उद्घाटन पत्थर को तोडऩे वाले शरारतियों पर कार्यवाही के संबंध में पूछा तो उन्होंने हंस कर यह कहते हुए इस प्रश्न के उत्तर को टाल दिया कि अब पत्थर जुड़ चुका है।
वहीं पर मौजूद उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने इस प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह मामले की जांच करवायेंगे और जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
एमई रमेेश कम्बोज ने बताया कि लवकुश और राम पार्क में 5-5 प्रकार के झूले बच्चों के लिए लगाये गये हैं। जिन पर करीब 9 लाख रूपये खर्च आया है। जबकि 5 लाख रूपये और पार्क के बीच सीमेंट कंकरीट प्रीकास्ट टाईल व घास लगाने, लवकुश पार्क में शौचालय बनाने आदि पर खर्च किया जाना है यह राशि भी एडीसी कार्यालय से नगरपालिका के पास पहुंच चुकी है।

एडीसी ने किया पार्कों का उद्घाटन

डबवाली (लहू की लौ) एडीसी पंकज चौधरी ने डबवाली की रामनगर कलोनी में 9 लाख रूपये की लागत से लवकुश तथा राम पार्क का सोमवार को कायाकल्प करते हुए इसे जनता को समर्पित कर दिया।
इस मौके पर पंकज चौधरी ने उपस्थित लोगों से कहा कि इन पार्कों के रखरखाव और संभाल की जिम्मेवारी पार्कों के पास रहने वाले लोगों की है। प्रशासन ने तो पार्कों का कायाकल्प करके इन्हें उन्हें सौंप दिया है।
इस मौके पर वार्ड नं. 11 के पार्षद लवली मेहता तथा वार्ड नं. 12 के रमेश बागड़ी ने  एडीसी को पार्क संबंधी समस्याओं से अवगत करवाते हुए कहा कि पार्क  में पानी के लिए मोटर नहीं है और न  ही बिजली की व्यवस्था है। न ही माली व चौकीदार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्क की चारदीवारी को ऊंचा करवा कर जाली लगवाई जाये। एडीसी ने पार्क में समर्सिबल पम्प लगवाने, माली की व्यवस्था करवाये जाने को तुरन्त सहमति देते हुए दीवार को ऊंचा करने, फब्बारा लगवाये जाने और बैठने के लिए बैंच बनाये जाने जैसे कार्यों का बजट बना कर भेजने के लिए कहा।
इस मौके पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल, पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन, उपाध्यक्ष हरनेक सिंह, पार्षद गीता चौहान, ओमप्रकाश बागड़ी, मधु बागड़ी, सुरजीत चावला, पूर्व पार्षद काली मिढ़़ा, बख्तावर मल दर्दी, राजेन्द्र जैन, रमेश बागड़ी, सन्नी बतरा, राकेश बब्बर उपस्थित थे।

28 मार्च 2010

दहेज की बलि चढ़ी कमलेश

डबवाली (लहू की लौ) गांव मोढ़ी में एक विवाहिता को उसके ससुरालजनों ने दहेज की बलि चढ़ा दिया। थाना सदर पुलिस ने विवाहिता के पिता की शिकायत पर ससुरालियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गांव बणी थाना रानिया के निवासी सरदूल सिंह पुत्र मेहरन राम बाल्मीकि ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी दो बेटियां 22 वर्षीय कमलेश और 20 वर्षीय रजनी की शादी जुलाई 2009 में गांव मोढ़ी के सुजान सिंह के बेटे गुरदास और नवीन के साथ सम्पन्न हुई थी। जिसमें उसने अपनी हैसियत से बढ़ कर दान-दहेज दिया था लेकिन शादी के 3-4 माह बीतने के बाद उनके पति गुरदास, नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा ने उन्हें दहेज कम लाने के ताने मेहने देने शुरू कर दिये।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि यह सारी कहानी उसकी बेटी रजनी ने उसे बताई। लेकिन उसने समझा-बुझा कर ससुराल में रहने के लिए कहा। लेकिन कुछ दिन पूर्व तो रजनी के पति नवीन और ससुर सुजान सिंह ने हद ही कर दी कि उसकी बेटी रजनी को जबरदस्ती उठा कर पानी की टैंकी में फेंक दिया। सरदूल सिंह के अनुसार इसकी शिकायत उसने बिचौलिए कालू राम पुत्र मि_ू सिंह निवासी खाराखेड़ा थाना संगरिया राजस्थान से की। इस पर कालू राम ने उसे बताया कि इसके बाद उन्हें शिकायत का मौका नहीं मिलेगा।
पुलिस को दिये ब्यान में शिकायतकर्ता ने कहा कि शनिवार सुबह उसे सूचना मिली कि उसकी बेटी कमलेश ने फांसी खा ली है। इसकी सूचना पाकर वह तुरन्त गांव मोढ़ी पहुंचा तो उसने देखा कि कमलेश की लाश बैड पर पड़ी है और उसकी छोटी बेटी रजनी बेहोश पड़ी है।
इस संबंध में थाना सदर डबवाली के प्रभारी भगवान दास से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कमलेश ने घर में पड़ी पेटी पर चढ़ कर छत के सरिये में चुनरी डाल कर फांसी ली है। पुलिस ने मृतका के पिता सरदूल ङ्क्षसह निवासी बणी की शिकायत पर मृतका के पति गुरदास, देवर नवीन, ससुर सुजान सिंह और सास प्रीतो उर्फ चिडिय़ा के खिलाफ दहेज के लिए तंग करके मरने के लिए मजबूर करने के आरोप में धारा 304बी/498ए/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 26-27 मार्च रात की है।
मौका पर डीएसपी डबवाली बाबू लाल, एफएसएल के जिला प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र कुमार पहुंचे और घटना का निरीक्षण किया।

27 मार्च 2010

पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई की नजर अब हरियाणा पर!

- आईएसआई ने डबवाली के तस्करों को बनाया अपना गुर्गा
- सिरसा और प्रदेश की पुलिस ले रही है केन्द्रीय खुफिया एजेन्सियों से मदद
डबवाली (लहू की लौ) कश्मीर और पंजाब के बाद अब आईएसआई के निशाने पर हरियाणा भी शामिल हो गया है। इस सम्बन्ध में सिरसा पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। जिस पर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्रीय सतर्कता ब्यूरो के सहयोग से हरियाणा पुलिस आईएसआई के लिए काम करने वाले एक ऐसे गिरोह के गिरेबां तक पहुंच चुकी है। जो राज्य को तबाही की कगार पर लेजाने के मंसूबे बना रहा था। यह राज भी फिल्मी ढंग से खुला और पुलिस अपने सूत्रों के द्वारा ऐसे लोगों तक पहुंच करने में सफल रही। इस पूरे मामले को अभी तक भी गोपनीय रखा जा रहा है। हालांकि यह मामला करीब एक सप्ताह पूर्व उजागर हो चुका है। गुप्त सूचना के अनुसार हरियाणा पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को सिरसा क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जो आईएसआई के लिए काम करने वाले लोगों को जाली आईडी पर सिम कार्ड मुहैया करवाता था। इस सिम कार्ड को भी पकडऩे में पुलिस सफल रही है। यह भी पता चला है कि आईएसआई अपने काम को अंजाम देने के लिए तस्करों का सहारा ले रही है। इस तस्कर गिरोह का क्षेत्र केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि पंजाब, चण्डीगढ़ भी है। सूचना के अनुसार जाली आईडी पर सिम लेने वाले इन तथाकथित तस्करों का सम्बन्ध आईएसआई से सीधे ही जुड़ा हुआ है। इस बात की पुष्टि पुलिस को सिम कार्ड से किये गये फोन नम्बरों से मिल चुकी है। यह भी बताया जा रहा है कि हरियाणा को बर्बाद करने के प्रयास की साजिश रचने वाले इस गिरोह के साथ हरियाणा के एक बड़े राजनेता का भी नाम सामने आ रहा है। यहीं कारण है कि गहराई से मामले की जांच की जा रही है और पुलिस का कोई भी अधिकारी इस सम्बन्ध में मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
उम्मीद है कि शीघ्र ही इस गिरोह का सार्वजनिक पर्दाफाश हो जाएगा और अपनी काली करतूतों की वजह से पूरे विश्व में बदनाम पाकिस्तान की खुफिया एजेन्सी आईएसआई का भेद फिर से संसार के समक्ष होगा। यहीं नहीं बल्कि वे राजनेता भी सामने आ सकते हैं, जो इस गिरोह को सरंक्षण दे रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईएसआई से सम्बन्ध रखने वाले इस तस्कर गिरोह का सम्बन्ध डबवाली क्षेत्र के कई तस्करों से है।
बताया जा रहा है कि आईएसआई ने इस क्षेत्र को इसलिए भी अपना केन्द्र बनाया है कि पिछले करीब दो वर्षों से यह क्षेत्र डेरा-सिक्ख विवाद का केन्द्र बना हुआ है। इसी विवाद की आड़ में आईएसआई भी हरियाणा में अस्थिरता पैदा करना चाहती है। आईएसआई के नापाक मंसूबों के उजागर होने के बाद हरियाणा पुलिस अलर्ट हो गई है और भारत की केन्द्रीय एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।

26 मार्च 2010

जनहित स्टे याचिका पर हरियाणा सरकार तलब

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली उपमण्डल के पांच जनों ने सिविल जज (कनिष्ठ मण्डल)  अमरजीत सिंह की अदालत में एक जनहित स्टे याचिका दायर करके अदालत से पुराने बीडीपीओ कार्यालय में सरकार द्वारा निर्धारित पार्क का निर्माण किये जाने और वहां पर हो रहे निर्माण को रोकने की गुहार लगाई है। अदालत ने इस याचिका को स्वीकार करके अपना पक्ष 26 मार्च को रखने के लिए उपायुक्त सिरसा की मार्फत हरियाणा सरकार, बीडीपीओ डबवाली, पंचायत समिति डबवाली मार्फत चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन शिवराज सिंह को समन जारी करके तलब किया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिला परिषद सिरसा के पूर्व चेयरमैन और जिला परिषद सिरसा के वर्तमान सदस्य राधेराम शेरगढ़, गुरपाल सिंह पंच शेरगढ़, रणवीर सिंह राणा पूर्व चेयरमैन नगरसुधार मण्डल मण्डी डबवाली, टेकचन्द छाबड़ा पार्षद वार्ड नं. 8 डबवाली, सुखविन्द्र सिंह पार्षद वार्ड नं. 18 मण्डी डबवाली ने 23 मार्च 2010 को एक जनहित याचिका दायर करके अदालत से अनुरोध किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 64 पर तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला की घोषणा के अनुरूप जनहित में पुराने बीडीपीओ कार्यालय मण्डी डबवाली के स्थान पर लोगों के अनुरोध पर एक शॉप कम्पलैक्स तथा एक पार्क बनाया जाना था। जिसे तत्कालीन उपायुक्त सिरसा ने पत्रांक नं. 919, दिनांक 13/4/2003 में एसडीओ सिविल डबवाली को आदेश दिये थे कि वहां पर शॉप कम्पलैक्स और पार्क बनाया जाये। इन्हीं आदेशों को एसडीओ सिविल डबवाली ने पत्रांक नं. 200, दिनांक 15/4/2003 को पंचायत समिति को भेजा था। जिस पर पंचायत समिति डबवाली ने प्रस्ताव नं. 3, दिनांक 16/4/2003 के तहत नेशनल हाईवे नं. 10 पर पार्क के निर्माण और प्रस्ताव नं. 4, दिनांक 21/4/2003 के तहत वहां बनी दुकानों को हटाकर पार्क बनाये जाने को स्वीकृति दे दी थी।
याचियों के अनुसार प्रतिवादियों ने दुर्भावना के तहत भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र के तहत पुराने बीडीपीओ कार्यालय में बठिण्डा रोड़ पर सवा 52 फुट गुणा 52 फुट क्षेत्र में बीडीपीओ कार्यालय बनाने के लिए जगह को चिन्हित किया है और पार्क की ओर इसका रास्ता बनाने का प्रयास किया है। जोकि पार्क के सौन्दर्य के लिए उचित नहीं है।
याचियों ने अदालत से अनुरोध किया है कि पार्क को, पार्क ही बनाया जाना चाहिए और इसमें से किसी प्रकार का अन्य कार्यालय के लिए कोई रास्ता न बनाया जाये। पार्क में बनाये जाने वाले रास्ते पर फिलहाल रोक लगाई जाये।
अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सम्बन्धित पक्षों को समन भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए 26 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा है।

ड्रग विभाग की मेडीकोज पर छापामारी

डबवाली (लहू की लौ) ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने एसपी स्पैशल स्टॉफ सिरसा के प्रभारी एसआई अमित बैनीवाल के साथ अचानक वीरवार को डबवाली के मेडीकोज पर छापामारी की। उनके डबवाली में प्रवेश करते ही कई कैमिस्ट अपनी दुकानें बन्द करके इधर-उधर हो गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार दवा निर्माता कम्पनी मेडन फार्मा ने स्वास्थ्य विभाग हरियाणा को एक पत्र जारी करके शिकायत की थी कि उसके उत्पाद मोमोलिट की नकल करके बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। कम्पनी ने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक सूची भी जारी की थी। जिसमें संदिग्ध कैमिस्टों के नाम लिखे हुए थे। इसी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर ने कम्पनी की शिकायत पर कार्यवाही करने के लिए कम्पनी द्वारा प्रस्तुत सूची के साथ अपने दिशा-निर्देश जारी करते हुए हरियाणा के विभिन्न जिलों के ड्रग इंस्पेक्टरों को फैक्स द्वारा जांच के आदेश दिये।
इसकी पुष्टि करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल ने बताया कि उनके अन्तर्गत आने वाले क्षेत्र के सम्बन्ध में ड्रग कंट्रोलर ने जिन कैमिस्टों के नाम संदेह के आधार पर भेजे थे, आज वहीं पर उन्होंने छापामारी की। जिसमें जिन्दल मेडीकोज का नाम था। लेकिन छापामारी के दौरान उन्हें इस मेडीकोज पर नकली मोमोलिट नहीं मिली। बल्कि नशे में प्रयुक्त होने वाली 6 प्रकार की दवाईयां मिली। जिनमें सपाजमा प्रोक्सीवोन, बायरोरेक्स कफ सिरप, केरीसोमा, ओक्सीन-टोक्सीन इंजेक्शन शामिल है। जिन्हें सील कर दिया गया। धानीवाल के अनुसार आरोपी कैमिस्ट राकेश जिन्दल उन्हें इन दवाईयों के सम्बन्ध में सेल-परचेज का रिकॉर्ड नहीं दिखा सका। उन्होंने यह भी बताया कि कैमिस्ट शॉप से कुछ दवाईयों के नमूने भी भरे गये हैं।
इसके बाद इस छापामार दल ने चावला मेडीकोज पर दस्तक दी। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार उक्त मेडीकोज से नशे में प्रयुक्त होने वाले प्रीम स्पास के 9 डिब्बे , 3 रेकोडेक्स कफ सिरप मिली और मेडीकोज मालिक से उक्त दवाईयों का खरीद-बेच का रिकॉर्ड मांगा गया है। धानीवाल ने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि वे नशे के सौदागरों पर नकेल कसना चाहते हैं। उनके अनुसार वे इन कैमिस्टों से इस बात की भी पूछताछ कर रहे हैं, कि उन्हें कौन नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाईयां सप्लाई करता है। लेकिन कैमिस्ट इसे बताने के लिए तैयार नहीं है। इधर जिन्दल मेडीकोज के मालिक राकेश जिन्दल ने ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धानीवाल के समक्ष राज खोलते हुए बताया कि सिरसा से बड़ी मात्रा में नशा मैक्सी कैब और कारों में भरकर डबवाली में आ रहा है। उसने यह भी बताया कि करोड़ों रूपये की इस प्रकार की दवाई डबवाली में पड़ी है। उसने आरोप लगाया कि नगर में दो कैमिस्ट इस काम में लगे हुए हैं। लेकिन विभाग उन पर नकेल कसने में असफल साबित हो रहा है। परंतु हर बार उन्हें निशाना बनाया जाता है। इस मौके पर एसआई रमेश चन्द्र भ्ी उपस्थित थे।

25 मार्च 2010

गूंगी लड़की से छेड़छाड़

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव खाईशेरगढ़ में एक नाबालिग गूंगी लड़की के साथ छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया है। ओढ़ां पुलिस ने लड़की के पिता बलबीर राम की शिकायत पर उसी गांव के रवींद्र कुमार पुत्र महावीर के खिलाफ बुरी नीयत से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। बलबीर राम ने अपने बयान में बताया कि उसकी 15 वर्षीय लड़की विनोद कुमारी जो कि बोल नहीं सकती वो अपनी छोटी बहन मलकीत कौर के साथ घास लेने गई थी। जब वो घास काट रही थी तो सरसों के खेत से निकलकर रवींद्र उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा और विनोद कुमारी का हाथ पकड़कर उसे सरसों के खेत में ले जाने लगा कि उसकी छोटी बहन मलकीत ने देख लिया और शोर मचा दिया। शोर सुनकर पड़ोसी खेत वाले किसान मदन लाल व उसके साथी भागकर आए तो उन्हें देखकर रवींद्र कुमार फरार हो गया। दोनों बहनों ने घर आकर यह बात अपने माता पिता को बताई तथा उसके पिता ने ओढ़ां थाना में आकर उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। इस विषय में पूछे जाने पर राजमल एसआई ने बताया कि रवींद्र की तलाश जारी है और उसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बच्चों ने उड़ाये हजारों, रिक्शा चालक की आई शामत

डबवाली (लहू की लौ) भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा के बाहर खड़ी एक महिला के पर्स से मंगलवार दोपहर को अज्ञात बच्चे 10 हजार रूपये की राशि उड़ा ले गये। इसकी सूचना पुलिस को दी गई और साथ में रिक्शा चालक को संदेह के आधार पर पुलिस को सौंप दिया गया।
30 वर्षीय आंचल नैय्यर पत्नी राजकुमार नैय्यर निवासी गली सिटी हाई स्कूल वाली मंडी डबवाली ने बताया कि उसका 73 वर्षीय ससुर कुन्दन लाल नैय्यर नहरी विभाग से बतौर तार बाबू सेवानिवृत्त है। वह अपने ससुर के वृद्ध होने के कारण उसके साथ भारतीय स्टेट बैंक की स्थानीय शाखा में पेंशन लेने के लिए गई थी। उस दौरान उसे करीब दो घंटे बैंक के अन्य काम निपटाते हुए बीत गये और बैंक से निकलवाई उसके ससुर की 10 हजार रूपये की पेंशन उसने अपने पास रखे पर्स में डाल ली। वह जैसे ही बैंक से बाहर आई तो उसने एक संंदिग्ध लड़की को रिक्शा चालक से बात करते हुए देखा लेकिन मौका पर कोई रिक्शा न पाकर उसे अपने ससुर के साथ उस रिक्शा पर सवार होना पड़ा। जब वह रिक्शा चालक से किराये के संबंध में बातचीत कर रही थी तो इसी दौरान रिक्शा के पास अन्य 4-5 बच्चे भी आ गये। किराया तय होने के बाद वह रिक्शा से अपने घर की ओर रवाना हो गई। घर पहुंच कर जैसे ही उसने अपना पर्स संभाला तो उपरोक्त राशि गायब थी। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी और साथ में संदेह के आधार पर रिक्शा चालक को भी पुलिस को सौंप दिया।
पीडि़ता ने बताया कि जब वह लोग बैंक में थे तो उस समय भी उनके इर्दगिर्द दो लड़कियां मंडरा रही थीं। जब बैंक से बाहर आ रहे थे तो भी एक बच्चे ने उनसे टकराने का प्रयास किया। आंचल ने बैंक पर आरोप लगाया कि बैंक के अधिकारी बैंक व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। उनकी लापरवाही के चलते अनावश्यक रूप से बच्चे बिना किसी कारण के बैंक में घूमते रहते हैं और इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।
इस संबंध में बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक बीएस सरपाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस घटना की जानकारी उन्हें आप से ही मिली है। यदि समय पर ही उन्हें इसकी सूचना दी होती तो वह तत्काल बैंक में लगे कैमरों से उन बच्चों को पहचान उन्हें करवा देते। उन्होंने कहा कि अगर घटना के समय की जानकारी पीडि़त उन्हें दें तो अगर घटना भीतर घटी होगी तो उसकी पूरी वीडियोग्राफी बैंक के कैमरा में मिल जायेगी। इस संबंध में पुलिस भी उनसे कोई सहयोग चाहेगी तो उसे पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि स्टाफ को इस प्रकार की घटनाओं के संबंध में सतर्क किया हुआ है। शाखा प्रबंधक ने कहा कि बैंक के बाहर होने वाली घटनाओं पर भी निगाह रखने के लिए बैंक ने बैंक के बाहर जासूसी कैमरा लगाने का निर्णय लिया है।
थाना शहर के एएसआई सत्यनारायण ने इस संबंध में बताया कि पीडि़त शिकायत लेकर उनके पास आये थे और रिक्शा चालक को उन्हें सौंप दिया गया था। पुलिस ने रिक्शा चालक से पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। दूसरा यह कि मुद्दई ने कार्यवाही करवाने से ही इंकार कर दिया।

भाई ने बहन पर गोली चलाई

डबवाली (लहू की लौ) गांव गिदडख़ेड़ा में एक भाई ने गोली चला कर अपनी बहन को घायल कर दिया। जिसे घायल अवस्था में उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
घायल 26 वर्षीय शुगना देवी पत्नी राजेन्द्र कुमार निवासी जण्डवाला बिश्नोइयां ने बताया कि उसकी ननद 25 वर्षीय राज बाला गांव गिदडख़ेड़ा में उसके भाई धर्मपाल के साथ शादीशुदा है। मंगलवार की रात को धर्मपाल और राजबाला के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसकी सूचना पाकर वह तथा उसका पति राजेन्द्र कुमार गांव गिदड़खेड़ा बुधवार सुबह पहुंच गये।
उन्होंने धर्मपाल को समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन गुस्से में आये धर्मपाल ने अपने माता-पिता पर ईंटें फेंकी और बाद में मकान की छत पर चढ़ गया और पिस्तौल से फायर कर दिया। पिस्तौल की गोली से निकले छर्रे उसकी छाती और आंख के निचले भाग पर लगे।
इस संबंध में चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई सूरजभान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें घटना की शिकायत मिली है और वह मामले की जांच कर रहे हैं।
इस सन्दर्भ में घायल का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. राजकुमार ने बताया कि शुगना देवी के छर्रा लगा है या नहीं इसको जानने के लिए पीडि़ता का स्वेब लेकर मधुबन प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया है।

सड़क हादसे में युवक की मौत

डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर पंजाब क्षेत्र के समीपवर्ती गांव मैहना के नजदीक बुधवार सुबह ट्रक-कैंटर टक्कर में एक युवक की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गये। पुलिस सूत्रों के अनुसार एक ट्रक रोपड़ से बजरी लेकर गांव सिंघेवाला आ रहा था। जबकि कैंटर दिल्ली से सब्जी लेकर मलोट की ओर जा रहा था। जैसे ही गांव मैहना के पास उपरोक्त दोनों वाहन पहुंचे तो आमने-सामने टकरा गये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ट्रक के परखच्चे उड़ गये। दुर्घटना की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे पंजाब पुलिस की हाईव पेट्रोलिंग पार्टी चैक पोस्ट आदनियां के एएसआई गुरमिन्द्र सिंह ने बताया कि दुर्घटना में ट्रक चालक के पांव कट गये और उसे ट्रक के अगले भाग को काटकर निकाला गया। लेकिन उसके साथ बैठे अन्य युवक के मामूली खरोंचे आई। कैंटर में सवार दो जनों को भी चोटें आई। उपरोक्त तीनों घायलों को डबवाली के सामान्य अस्पताल में लाया गया।
मिली जानकारी अनुसार डबवाली सिविल अस्पताल से ट्रक चालक 22 वर्षीय मनजिन्द्र सिंह पुत्र गुरनैब सिंह निवासी गांव मैहता थाना तपामण्डी को गंभीर हालत में बठिण्डा रैफर कर दिया गया। लेकिन जख्मों का ताप न सहते हुए बठिण्डा पहुंचते ही उसने दम तोड़ दिया। जबकि कैंटर मालिक घायल 31 वर्षीय विजय कुमार पुत्र चिमन लाल, 25 वर्षीय चालक सुनील पुत्र हंसराज निवासीगण जलालबाद (फिरोजपुर) को सिरसा रैफर कर दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार ट्रक चालक के साथ उसका चचेरा भाई कुलविन्द्र पुत्र बिकर सिंह निवासी मैहता भी बैठा हुआ था। जिसके मामूली खरोचें आई हैं।
मामले की जांच कर रहे लम्बी पुलिस के एसआई बन्ता सिंह ने बताया कि घटना के प्रत्यक्षदर्शी मैहना निवासी छिन्द्रपाल पुत्र गुरजंग सिंह की शिकायत पर कैंटर चालक के खिलाफ धारा 304ए/338/337/427/279आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस ने शव का बठिण्डा के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके वारिसों को सौंप दिया है।

24 मार्च 2010

सिरसा पुलिस को लेने के देने पड़े

श्रीगंगानगर। सिरसा जिला पुलिस के एक दल को स्थानीय पुलिस का सहयोग लिए बिना एक मुल्जिम की धरपकड़ हेतु छापामारी करने पर लेने के देने पड़ गए। इस पुलिस दल को करीब आधा दर्जन अज्ञात व्यक्तियों ने घेर लिया और डंडों से हमला कर दिया। इसमें सिरसा पुलिस दल का नेतृत्व कर रहा सब इंस्पेक्टर घायल हो गए, जबकि उसके साथी पुलिस कर्मियों को भागकर जान बचानी पड़ी। हमलावर अज्ञात व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस दल की सरकारी टवेरा गाड़ी को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस हरकत में आई, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका। हमला करने वालों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
यह घटनाक्रम सोमवार देर रात को हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाना क्षेत्र के डोबी-भागवां गांव के रास्ते में हुआ, जब सिरसा में ट्रैफिक पुलिस के सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह दल-बल सहित एक मुल्जिम को पकडऩे के लिए छापा मारने जा रहे थे। भादरा पुलिस के मुताबिक सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा थाना में 18 मार्च को धारा 147, 148, 323 व 504 में दर्ज मुकदमे (नं. 38/10) में जांच अधिकारी एसआई विक्रमसिंह को एक अभियुक्त की तलाश थी। उन्हें पता चला कि यह अभियुक्त डोबी या भागवां गांवों में रणवीरसिंह नामक व्यक्ति के किसी ठिकाने पर शरण लिये हुए हैं। जब यह मुल्जिम डोबी गांव में नहीं मिला तो पुलिस दल भागवां के लिए रवाना हो गया। रात्रि करीब 10 बजे भागवां गांव पहुंचने से कुछ पहले सफेद रंग की सैंटरो कार में आये 5-6 व्यक्तियों ने सिरसा पुलिस की टवेरा (एचआर 57-3345) को रोक लिया। यह व्यक्ति बेसबॉल के बैट व डंडों आदि से लैस थे, जिन्होंने टवेरा के रूकते ही उसमें सवार पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। सब इंस्पेक्टर विक्रमसिंह हमलावरों के हत्थे चढ़ गया, जबकि उसके साथी पुलिसकर्मी भाग छूटे। इन पुलिस कर्मियों के शोर मचाने पर आसपास की ढाणियों के लोग भागकर आये, जिन्हें आते देखकर हमलावर भाग खड़े हुए।
भादरा पुलिस के अनुसार एसआई विक्रमसिंह ने अपने ऊपर हुए हमले की सूचना सिरसा पुलिस के अधिकारियों को दी। सिरसा पुलिस अधीक्षक ने इस बारे में हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक को बताया, तब भादरा थाने में इस घटनाक्रम की जानकारी मिली। भादरा थाने से पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना हो ही रहा था, तभी घायल एसआई विक्रमसिंह अपने दल सहित थाने में पहुंच गया। इसी बीच नोहर से डीएसपी नैविल क्लार्क भी आ गए। एसआई विक्रमसिंह की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात हमलावरों पर धारा 332, 353, 382 और पीडीपीपी एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा (138/10) किया गया। डीएसपी नैविल क्लार्क ने भादरा थाना के सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण को साथ लेकर दल बल सहित डोबी एवं भागवां गांवों और आसपास की ढाणियों में रात भर छापे मारे, लेकिन हमलावरों को पकड़ा नहीं जा सका।
एसआई विक्रमसिंह द्वारा दर्ज करवाये गए मुकदमे की जांच कर रहे एसआई सत्यनारायण ने बताया कि रात को अंधेरा होने के कारण सिरसा पुलिस दल हमलावरों की कार के नंबर नहीं देख पाया। अलबत्ता पता चला है कि सफेद सैंटरो के नंबर डीएल से शुरू होते हैं। दिल्ली के नंबरों वाली सैंटरों की इस क्षेत्र में तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज विक्रमसिंह का उपचार करवाया गया और एक्सरे करवाये जाने पर पता चला कि उनके एक हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। इस हाथ पर डंडे से प्रहार किया गया था। उन्होंने बताया कि विक्रमसिंह के साथ आये सिपाही राजेंद्र (1021), टवेरा चालक विनोद (947), सिपाही जगदीश (513), सुरेश (413) के चोट नहीं लगी। यह सभी सुरक्षित हैं। हमलावरों ने टवेरा को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। उसकी लाइटें और शीशे तोड़ दिये।
सब इंस्पेक्टर सत्यनारायण ने बताया कि सिरसा पुलिस के इस दल ने इस क्षेत्र में मुल्जिम की गिरफ्तारी करने के लिए छापामारी करने की पूर्व सूचना न तो भादरा थाने में दी और न ही भिरानी थाने को। अगर यह पुलिस दल इन दोनों थानों में से किसी एक में पूर्व सूचना देकर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर जाती, तो शायद यह घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि पूर्व सूचना न देकर और स्थानीय पुलिस को साथ न ले जाकर इस पुलिस दल ने बहुत बड़ी गलती की है।

सीएम ने कहा, लोगों को गुमराह कर रहे विपक्षी नेता

डबवाली (सिरसा)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को विपक्ष की भूमिका पर ही सवाल खड़ कर दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं है। जो स्वयं को विपक्षी पार्टी के नेता कह रहे हैं, वे वास्तव में विपक्ष की भूमिका अदा न कर सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री मंगलवार को पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह के पुत्र अमित सिहाग की शादी क े प्रीति भोज में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की।
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने विधानसभा सत्र के दौरान बेतुका सवाल उठाकर विधानसभा का समय बर्बाद करने के साथ-साथ लोगों को भी गुमराह करने का प्रयास किया है। डबवाली में अग्निकांड के बाद घोषणा के अनुरूप सिविल अस्पताल में अभी तक बर्न यूनिट स्थापित न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घोषणा केंद्र सरकार की थी न कि हरियाणा सरकार की। इसलिए इस घोषणा के तहत काम भी केंद्र सरकार ही कराएगी। विधायक अजय सिंह चौटाला द्वारा उन पर क्षेत्रवाद को बढ़वा देने के आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने क्षेत्रवाद और परिवारवाद को बढ़वा दिया है, वही इस तरह के आरोप लगाते हैं।
पंजाबी भाषा के अध्यापकों की नियुक्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय के 10 विद्यार्थी उन्हें यह लिखकर दे देंगे कि वे पंजाबी पढ़ना चाहते हैं, उस विद्यालय में तत्काल पंजाबी अध्यापक की नियुक्ति की जाएगी। चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि हालांकि, यह काम राज्यपाल का है, फिर भी वे इसके लिए प्रयास करेंगे। एचएसजीपीसी के बारे में उन्होंने कहा कि हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा की रिपोर्ट आ चुकी है, लेकिन कुछ कानूनी अड़चने हैं। इन अड़चनों के दूर होते ही एचएसजीपीसी का रास्ता साफ हो जाएगा।
बिजली की किल्लत के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए बाहर से आठ रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीदी जा रही है। अगर किसानों को उनकी खरीदी गई जिंस का 72 घंटे के भीतर भुगतान नहीं होता है तो संबंधित खरीद एजेंसी के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा में नगर परिषद और पंचायत चुनावों के संबंध में उन्होंने कहा कि ये चुनाव पार्टी के चुनाव चिह्न पर ही लड़ जाएंगे या बिना पार्टी चुनाव चिह्न के, इस पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर प्रो. संपत सिंह भी मौजूद थे

22 मार्च 2010

बिजली को लेकर मसीतांवासी भड़के

डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के किसान रविवार को अचानक हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लि. के गांव डबवाली स्थित कार्यालय में आ धमके। चल रही बिजली में बार-बार ट्रिपिंग की समस्या और निगम के एक अधिकारी पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए किसानों ने नारेबाजी भी की। जबकि बिजली विभाग के सम्बन्धित अधिकारी ने किसी प्रकार की अभद्रता से इंकार किया है।
गांव मसीतां के किसान सर्वजीत सिंह, मनजीत सिंह दलहे पूर्व सरपंच, गमदूर सिंह नम्बरदार, दर्शन सिंह, वीरेन्द्र सिंह, कुलविन्द्र सिंह, पिरती सिंह, मेजर सरां, काकू सरां आदि ने बताया कि बिजली निगम द्वारा उनको जो लाईट दी जा रही है, वह भी शैड्यूल मुताबिक नहीं दी जा रही। शैड्यूल अनुसार उनको मिलने वाली बिजली में भी एक-दो घण्टे का कट लगा दिया जाता है। इसके अतिरिक्त ट्रिपिंग अलग से होती है। जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने आरोप लगाया कि जब इस सम्बन्धी उन्होंने निगम के एसडीओ जी.डी. मैहता से सम्पर्क किया तो उन्होंने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। किसानों ने मैहता तथा बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी भी की। हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लि. के एसडीओ जी.डी. मैहता ने किसी भी ग्रामीण के साथ अभद्र व्यवहार किये जाने से साफ इंकार करते हुए कहा कि ट्रिपिंग को लेकर उनके पास फोन अवश्य आया था। जिसका उन्होंने उचित उत्तर दिया। उनके अनुसार ट्रिपिंग का लोड अधिक या कम होने से कोई सम्बन्ध नहीं होता। बल्कि लाईन में अचानक फाल्ट आने से ऐसा होता है। मैहता के अनुसार गांव मसीतां को बिना किसी समस्या के बिजली मिले इसके लिए सम्बन्धित फीडर को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है। इस अवसर पर दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के एसडीओ गुलशन वधवा भी उपस्थित थे।