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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

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01 जनवरी 2015

सीआईडी ने पकड़ा पोर्टेबल मशीन से लिंग जांच करने वाला गिरोह

योजना विफल होते-होते बची, सीआईडी जवान को बनना पड़ा ग्राहक

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश में पहली दफा पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन के जरिये लिंग जांच करने का मामला सामने आया है। हरियाणा तथा पंजाब में मशीन की सहायता से यह गोरखधंधा मोबाइल वैन के जरिये चलाया जा रहा था। बुधवार को गुप्तचर विभाग ने भंड़ाफोड़ करते हुये सीआईए की मदद से गांव मांगेआना से मशीन सहित पूरे गैंग को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीएनडीएनटी एक्ट की धारा 3,4,5 के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पकड़े गये आरोपियों ने अपनी पहचान गांव पट्टी जिला तरनतारण हाल मोगा निवासी डॉ. जितेंद्र उर्फ सोनू, गांव घुकांवाली (औढ़ां) निवासी जगदीश, डबवाली के वार्ड नं. 18 निवासी लखवीर उर्फ लक्खा, मंडी किलियांवाली निवासी आशा तथा धर्मकोट (पंजाब) निवासी गुरविंद्र उर्फ गुरजिंद्र सिंह के रूप में करवाई है।
यूं बना प्लान : पिछले करीब छह माह से गुप्तचर विभाग (सीआईडी) को सूचना मिल रही थी कि जिला सिरसा क्षेत्र में एक ऐसा गैंग सक्रिय है, जो घर द्वार पर ही लिंग जांच करता है। इस गैंग के पास एक पोर्टेबल मशीन है। लिंग जांच के लिये मोटी रकम वसूल करता है। सीआईडी ने अपनी योजना के अनुसार कार्य शुरू किया। पहली बार सफलता नहीं मिली। कुछ दिन पूर्व एक नकली ग्राहक बनाकर गिरोह से संपर्क साधा। गिरोह को सिरसा बुलाया। लेकिन गिरोह नहीं आया। दो बार चूकने के बाद करीब एक हफ्ता पूर्व तीसरी दफा सीआईडी ने प्लान बनाया। प्लान के तहत एक बार फिर फर्जी ग्राहक तैयार किया गया। ग्राहक को गिरोह में शामिल डबवाली निवासी लखवीर से मिलाया गया। सेटिंग होने के बाद 31 दिसंबर 2014 का दिन निर्धारित किया गया।
जब सीआईडी जवान को बनना पड़ा फर्जी ग्राहक
तय कार्यक्रम अनुसार बुधवार को सुबह करीब 11 बजे डॉ. जितेंद्र अपनी इनोवा गाड़ी के चालक गुरविंद्र सिंह के साथ डबवाली पहुंचा। डबवाली में पहले से गाड़ी में सोनोग्राफी मशीन लेकर तैयार खड़े घुकांवाली निवासी जगदीश के साथ सवार हो गया। अपनी इनोवा गाड़ी को सिरसा के नजदीक स्थित गांव पंजुआना भेज दिया। वहीं दूसरी गाड़ी में सवार डबवाली निवासी लखवीर उर्फ लक्खा कालांवाली टी प्वाईंट पर इक्ट्ठी हुई ऐलनाबाद, संगरिया तथा डबवाली निवासी चार महिलाओं को लेने के लिये पहुंच गया। उसके साथ आशा रानी भी मौजूद थी। जैसे ही डॉ. जितेंद्र की गाड़ी पास पहुंची तो लक्खा ने गाड़ी आगे लगा ली। दोनों गाडिय़ां गांव मांगेआना पहुंची। इसी बीच सीआईडी का फर्जी ग्राहक नहीं आया। सीआईडी ने योजना को अमलीजामा पहनाने के लिये अपने ही एक मुलाजिम को कंबल देकर खड़ा कर दिया। लक्खा ने कंबल लिये मुलाजिम से लिंग जांच के लिये मकान का पता पूछा। सीआईडी जवान का इशारा पाते ही लिंग जांच करने वाला गिरोह पुलिस के जाल में फंस गया। जैसे ही दोनों गाडिय़ों को ब्रेक लगे। वहां पहले से मौजूद सीआईए तथा सीआईडी जवानों ने आरोपियों को काबू कर लिया। पुलिस को देखकर लिंग जांच करवाने के लिये गांव मांगेआना में आई महिलाएं भागकर खेतों में जा छुपी और पुलिस से बचने के लिये सरसों की ओट में छिप गई। पुलिस ने महिलाओं को काबू कर लिया। कार की तालाशी लेने पर पुलिस को पोर्टेबल मशीन तथा अन्य औजार बरामद हुये।
सीआईडी जवान के गांव में दिया अंजाम : गांव मांगेआना सीआईडी जवान भोला सिंह का गांव है। अपनी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिये भोला सिंह ने अपने अधीन जवान गुरमीत सिंह तथा जग्गा सिंह को विश्वास में लिया। जग्गा सिंह को ही ग्राहक बनाया गया। आरोपियों ने जग्गा सिंह से लिंग परीक्षण के लिये 20 हजार रूपये मांगे थे। दो बेटियां होने की दुहाई देते हुये आरोपियों ने जग्गा सिंह से 14 हजार 500 रूपये में लिंग जांच की सेटिंग की थी। पकड़े जाने से पहले की लिंग जांच : यह बात सामने आ रही कि पोर्टेबल मशीन के जरिये लिंग जांच करने वाले आरोपी बुधवार सुबह करीब 9.30 बजे ही उपमंडल डबवाली के गांव अलीकां पहुंच गये थे। अलीकां में दो महिलाओं की लिंग जांच करने के बाद डबवाली पहुंच गये। जिसके बाद आगे की कार्रवाई को अंजाम देने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। पूरा गिरोह पकड़ में आने के बाद सीआईए डबवाली ने गांव पंजुआना से डॉ. जितेंद्र की कार तथा उसके चालक को भी काबू कर लिया।
संबंधित खबरें पृष्ठ 4 पर

अब तक होता था चाईनिज मशीन का प्रयोग
मौका पर डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार, एसएमओ एमके भादू, जिला औषधि नियंत्रक दिनेश राणा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पकड़ी गई पोर्टेबल मशीन को सील कर दिया। जांच टीम ने बताया कि अब तक लिंग जांच में चाईनिज मशीनों का प्रयोग होता था। लेकिन यह पहला मौका है जब मेडिकल लाईन में प्रयोग होने वाली किसी पोर्टेबल मशीन को लिंग जांच के गोरखधंधे में उतारा गया है।

आगामी कार्रवाई शुरू
सीआईए प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

खुद की बेटियों पर नाज, दूसरों की बेटियां छीन रहे

हर माह 30 से 45 लिंग जांच करते थे। संभव है कि लिंग जांच के बाद गर्भपात भी करते हो। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

डबवाली (लहू की लौ) लिंग जांच का कार्य करीब एक वर्ष से किया जा रहा था। लिंग जांच करके दूसरों के घरों की बेटियां छीन रहे आरोपियों के खुद बेटियों की चहचहाट है। आरोपी बेटियों के जन्म पर आलीशान पैलेसों में जश्न तक मना चुके हैं। पकड़े जाने पर एक आरोपी ने कहा कि दौलत की लालच में ऐसा कुकर्म कर रहा था, जो क्षमा योग्य नहीं।
बेटे ने जांच करवाने से मना किया
गांव घुकांवाली निवासी जगदीश ने पुलिस को बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व पोर्टेबल मशीन को उसने चंडीगढ़ निवासी गुरविंद्र सिंह से दो लाख रूपये में खरीदा था। उसकी फौरन बाद उसने डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ मिलकर कार्य शुरू कर दिया। उसके एक बेटा है। उसके चार माह की पौती हुई है। घर में जांच मशीन होने पर उसने बहू का लिंग जांच करने का प्रयास किया था। लेकिन उसके बेटे ने उसे मना कर दिया। घर में बेटी आने पर मैंने पूरे गांव का मुंह मीठा करवाया था। जब पुलिस ने उससे सवाल किया कि अन्य घरों में बेटियां क्यों नहीं आने दी? सवाल सुनते ही जगदीश का मुंह नीचे गिर गया। उसने अपने किये पर पछतावा करते हुये कहा कि उसने ऐसे जघन्य अपराध किये हैं, सजा के रूप में उसे मौत मिलनी चाहिये।
गांव नुईया में सीखा लिंग जांच करना
पंजाब के जिला तरणतारण निवासी जितेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि मैं डॉक्टर नहीं हूं। न ही कोई अस्पताल या क्लीनिक चलाता हूं। करीब पांच साल पूर्व गांव नुईयां में अस्पताल में कार्यरत था। वहां लिंग जांच बड़े पैमाने पर होती थी। वहीं से लिंग जांच का गुर सीखा। करीब एक साल पूर्व जगदीश से संपर्क होने पर पैसे के खातिर लिंग जांच करने लगा। 10 हजार से 20 हजार रूपये तक एक लिंग जांच में मिलते थे। जिसे वे लोग आपस में बांट लेते। उसके एक बेटा तथा एक बेटी है। बेटी के जन्म पर एक मैरिज पैलेस में शानदार कार्यक्रम किया था। मैं समझता हूं कि बेटियां किसी से कम नहीं है। लेकिन लोगों को बेटियों से नफरत है। इसलिये उन लोगों ने लोगों की भावनाओं को भुनाने के लिये इसे पैसे कमाने का जरिया बना लिया।
बाजार में बहुत से लोग
डबवाली के चौहान नगर निवासी लखवीर उर्फ लक्खा ने बताया कि उसके घर बेटी है। उसे अपनी बेटी पर नाज है। लेकिन पैसों के लालच में इस गोरखधंधे में उतरना पड़। बाजार में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो इस धंधे में संलिप्त है। पकड़े जाने पर उन्हें अपने किये पर शर्मिंदा होना पड़ रहा है।

जिला में 49 अल्ट्रासाऊंड केंद्र, निगरानी तंत्र फेल

डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की ओर से जिला सिरसा में मंजूरशुदा 49 अल्ट्रासाऊंड केंद्र चल रहे हैं। लेकिन इन केंद्रों पर निगरानी रखने के लिये बना तंत्र फेल है। हालांकि तकनीक का प्रयोग करते हुये करीब एक साल पहले स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी कंपनी से समझौता किया था। यह योजना भी सिरे नहीं चढ़ सकी। उपरोक्त मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के निगरानी तंत्र पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर पोर्टेबल मशीन के जरिये पिछले एक वर्ष से चल रहा लिंग जांच का गोरखधंधा आज तक स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में क्यों नहीं आया। करीब एक वर्ष पहले स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी कंपनी से समझौता करके जिला के सभी अल्ट्रासाऊंड केंद्रों पर ट्रेकर लगवाये थे। जिसकी सीधी कनेक्टिविटी जिला मुख्यालय पर थी। करीब एक साल में स्वास्थ्य विभाग एक भी केस नहीं पकड़ पाया। कंपनी से समझौता रद्द करने के बाद अब विभाग पूरी तरह से मेनुअल निगरानी पर कायम है।

महिला से दुष्कर्म, केस दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) सदर थाना पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। सदर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि क्षेत्र के एक गांव की महिला ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ौस में रहने वाला एक लड़का रात करीब साढ़े 8 बजे उनके घर में घुस आया। उससे जबरदस्ती करते हुये उससे दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उससे मारपीट की। युवक के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

इंडैन गैस न मिलने पर उपभोक्ताओं ने किया हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) बुकिंग के बावजूद कुकिंग गैस सिलेंडर न मिलने पर गैस उपभोक्ताओं ने बुधवार को इंडेन की डबवाली गैस सर्विस एजेंसी पर हंगामा खड़ा कर दिया। उपभोक्ता मुकेश कुमार, कालू राम, राजकुमार, वेदप्रकाश, राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने 20 दिसंबर 2015 को रिफिल बुक करवाई थी। जिसकी डिलीवरी आज तक नहीं हुई है। वहीं आधार कार्ड जमा करवाने को बीस दिनों से ज्यादा का समय बीत गया है। उसे भी उनके खाता से नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में सब्सिडी उन्हें नहीं मिलेगी। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि वर्ष के आखिरी दिन 31 दिसंबर 2015 को एजेंसी में बोर्ड लगा दिया कि आज 2.30 बजे तक ही कार्य होगा।
गैस एजेंसी मालिक श्याम सुंदर सभ्रवाल ने बताया कि 18 दिसंबर की आपूर्ति कर दी गई है। यहां तक बोर्ड का सवाल है तो उसे रात 9 बजे लगाया गया था।

1 Jan. 2015





31 Dec. 2014





30 Dec. 2014





29 दिसंबर 2014

मैं मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया

रणजीत मर्डर केस में पत्नी का कबूलनामा
डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा में अपने पति को मौत के घाट उतारने वाली महिला का कबूलनामा सुन पुलिस के रोंगटे खड़े हो गये। आरोपी ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूलते हुये कहा कि साहब, मैंने ही अपने पति का कत्ल किया है। अगर मैं उसे न मारती तो उस दिन वह मुझे जान से मार देता। दोनों में से किसी एक ने मरना था। मुझे अपने किये पर पछतावा नहीं।
यूं शुरू हुआ विवाद
अपने पति रणजीत सिंह की हत्या के आरोप में पकड़ी गई हरदीप कौर ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि करीब एक वर्ष पूर्व उसके बेटे काला ने जहरीला पदार्थ गटकर अपनी जान दे दी थी। जिसके बाद उसका पति शराबी हो गया। शराब के नशे में वह उससे लड़ाई-झगड़ा करने लगा। उसके एतराज करने पर वह उसे पीटता था। लेकिन वह अपनी पंद्रह वर्षीय निशक्त बेटी अमन के खातिर सबकुछ सह रही थी।
शराब के नशे में आकर पीटना शुरू किया
हरदीप कौर ने बताया कि 25/26 दिसंबर की रात को करीब 11 बजे रणजीत सिंह घर आया। उसने शराब पी रखी थी। नशे में वह उससे गाली-गलौज करने लगा। नशे में उसने लकड़ी का घोटा उठा लिया। उसकी बाजू पर दे मारा। बाद में उसकी पीठ पर मारा। वह बोला आज मैं तुझे मार दूंगा।
तब तक मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि जान से मारने की धमकी सुनकर उसने रणजीत सिंह से घोटा छीन लिया। रोजाना के विवाद से तंग आकर उसने अपने पति के सिर पर घोटा दे मारा। वह वहीं गिर गया। उसे डर था कि अगर उसने रणजीत सिंह को छोड़ दिया तो वह उसे जान से मार देगा। वह तब तक उसके गले पर घोटा से वार करती रही, जब तक वह मर नहीं गया। उसके मरने के बाद खून से सन चुके कपड़ों को उतारकर संदूक में रख दिया। साथ में वारदात में प्रयुक्त घोटा भी रख दिया। कपड़े बदलने के बाद वह उसे खींचकर चारपाई तक ले आई। अपने पति के शव को बिस्तर में छुपा दिया। सुबह होते उसकी मौत की सूचना दे दी।
पुलिस ने बरामद किये कपड़े तथा घोटा
हरदीप कौर की निशानदेही पर सदर थाना पुलिस ने घर में रखे संदूक से वारदात में प्रयुक्त किया गया घोटा तथा मृतक रणजीत सिंह के खून से सने कपड़े बरामद किये। आरोपी महिला को डयूटी मजिस्ट्रेट परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने महिला से कबूलनामा के संबंध में प्रश्न किये। जिस पर महिला ने अपना उपरोक्त ब्यान दोहाराया।

क्या था मामला
25/26 दिसंबर 2014 की रात को गांव गंगा निवासी हरदीप कौर ने अपने पति रणजीत सिंह की हत्या कर दी थी। अपने जुर्म को छुपाने के लिये उसने सबूत गायब करने का प्रयास किया। मृतक के बड़े भाई जगजीत सिंह ने हत्या का संदेह होने पर शिकायत पुलिस में दी थी। अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान पुलिस शव को उठा ले आई थी। पुलिस ने हरदीप कौर के खिलाफ दफा 302 के तहत मामला दर्ज किया था।

अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा
हरदीप कौर ने अपने पति की हत्या का जुर्म कबूला है। हरदीप कौर ने स्वीकारा है कि उसने लकड़ी के घोटा से अपने पति की हत्या की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घोटा बरामद कर लिया है। महिला को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 14 दिनों के लिये उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, थाना सदर, डबवाली

जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से टूट रहा हाईवे

नेशनल हाईवे ने दी एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) जनस्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते नेशनल हाईवे नं. 9 टूटकर आधी रह गई है। जिससे हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी हो रही हैं। नेशनल हाईवे ने पब्लिक प्रॉपर्टी के नुक्सान के मामले में जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी दी है। डबवाली-सिरसा रोड़ (नेशनल हाईवे नं. 9) पर चौहान नगर के नजदीक जनस्वास्थ्य विभाग का बूस्टिंग स्टेशन बना हुआ है। बूस्टिंग के मुख्य द्वार के ठीक सामने पाईप लीकेज के कारण नेशनल हाईवे आधे से भी कम रह गई है। सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण यह जगह हादसों का भी कारण बन रही है। रोजाना तीन से चार हादसे हो रहे हैं। मुख्य गेट के सामने होने के बावजूद भी जनस्वास्थ्य विभाग लीकेज को ठीक करने में लापरवाही बरत रहा है। जबकि हाईवे लगातार टूट रही है। अब राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने ही जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ सख्त रूख अपनाने का फैसला लिया है।

ठीक करवाएंगे लीकेज
मैं मानता हूं कि पाईप लीकेज हो रही है। कई बार इसे ठीक करवाया जा चुका है। बूस्टिंग के नजदीक अनलोडिंग प्वाईंट बना हुआ है। भारी वाहनों की वजह से यह समस्या पुन: पैदा हो जाती है। इसे ठीक करवा दिया जायेगा। नई पाईप डालने की भी योजना है।
-संकेत शर्मा, एसडीई, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

नोटिस जारी करेंगे
जनस्वास्थ्य विभाग की पाईप लीकेज की वजह से नेशनल हाईवे टूटना गंभीर मसला है। सीधा पब्लिक प्रॉपर्टी का नुक्सान हो रहा है। संबंधित विभाग को लीकेज बंद करने के लिये लिखा जायेगा। अगर विभाग न माना तो एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी।
-रवि मोंगा,एसडीई,
नेशनल हाईवे, सिरसा

दो राज्य, 31 किलोमीटर एरिया, हाईवे पर बेखौफ दौड़ती पोस्तियों की बारात

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा और पंजाब के तीन थाने। 31 किलोमीटर क्षेत्र। फिर भी राजस्थान से पोस्त की स्मगलिंग। बसों के जरिये नेशनल हाईवे नं. 54 पर वर्षों से यहीं चल रहा है। ऐसा साल में एक आध बार नहीं होता। बल्कि के 365 दिन ऐसा चलता है। ऊपर से आदेशों का डंडा चलने पर पोस्तियों की बारात को पकडऩे के लिये दोनों राज्यों की पुलिस दौड़ लगाती है। साल भर में महज एक कार्रवाई करके अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर लेती है। सवाल है कि क्या ऐसा ही चलता रहेगा?, क्या राजस्थान से पंजाब, हरियाणा में यूं ही पोस्त तस्करी होती रहेगी।
यूं शुरू होता है तस्करी का सफर
डबवाली से हनुमानगढ़ के लिये करीब 10 से 12 निजी बसें चलती हैं। इसके अतिरिक्त पीआरटीसी, राजस्थान रोड़वेज तथा हरियाणा रोड़वेज की बसें चलती हैं। इन बसों में अस्सी से नब्बे प्रतिशत पोस्त तस्कर सफर करते हैं। बसों में सुबह से ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। जोकि संगरिया में खुले पोस्त के ठेकों पर कतार में जमा हो जाती है। बारी-बारी से इन्हें पोस्त मिलता है। आराम से बस में बैठकर ये लोग डबवाली तक पहुंच जाते हैं और फिर डबवाली से आसानी से अपने गंतव्य की ओर। हालांकि गांव चौटाला सीमा से आरंभ होकर डबवाली से गोल चौक तक की दूरी 31.52 किलोमीटर है। इसमें सदर थाना डबवाली के अंतर्गत राजस्थान सीमा से सटे गांव चौटाला में बनी चौकी का करीब 20 किलोमीटर एरिया आता है। गांव सकताखेड़ा के नजदीक स्थित पंजाब के गांव वडिंगखेड़ा का ढाई किलोमीटर क्षेत्र मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृहक्षेत्र लंबी में स्थित थाना के अधीन है। शेष एरिया शहर थाना डबवाली में आता है। सवाल है कि दो राज्यों के तीन थानों की पुलिस आज तक इस बीमारी का इलाज नहीं ढूंढ़ पाई है। यहां तक की इंटर स्टेट बैठकों में भी यह मुद्दा नहीं बना है। इस मामले में पुलिस के उदासीन रवैये के चलते दिन-ब-दिन पोस्तियों की बारात लंबी हो रही है। अब तो इस धंधे में महिलाओं ने भी बढ़चढ़कर भाग लेना शुरू कर दिया है।
पंजाब, राजस्थान के लोग तस्करी से जुड़े
पिछले दिनों शहर थाना डबवाली पुलिस ने गांव शेरगढ़ के पास नाका लगाकर एक निजी बस को पकड़ा। जिसमें सभी यात्रियों के पास चूरा पोस्त थी। सबसे खास बात कि हरियाणा के एक पोस्ती को छोड़कर सभी पंजाब तथा राजस्थान से संबंधित थे। पकड़े गये आरोपियों में पंजाब के थाना मोड मंडी, बठिंडा, संगत, लंबी, जैतो, गोनियाना, रामामंडी, भुच्चो मंडी, बल्लुआना, नथाना, नईयांवाली, बालियांवाली, कोटफता, मानसा, गिदड़बाहा, कोटभाई, मोड कलां के साथ-साथ राजस्थान के संगरिया, हनुमानगढ़ तथा झुंझनू थाना क्षेत्र के लोग थे। आरोपियों में चार महिलाएं शामिल थीं।
सवारियों को उतार रहे बस वाले
बस सर्विस से जुड़े एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डबवाली-संगरिया-हनुमानगढ़ के लिये चलने वाली बसों में अस्सी से नब्बे फीसदी पोस्ती होते हैं। प्रतिदिन करीबन दो हजार पोस्ती राजस्थान के ठेकों से पोस्त लेकर डबवाली पहुंचते हैं। अपने धंधे को बढ़ाने के लिये निशक्त लोगों को हथियार बनाना शुरू कर दिया है। शहर थाना पुलिस की एक कार्रवाई से पिछले दस दिनों में सवारियों की संख्या प्रति बस मात्र 15 से 20 रह गई है। कई बस ऑपरेटरों का धंधा मंदा हो गया है। जिसके चलते वे कम सवारियों का बहाना करके सवारियों को नीचे उतार रहे हैं।
संयुक्त कार्रवाई की जरूरत
उपरोक्त मामले में हरियाणा-पंजाब पुलिस के साथ-साथ जीआरपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की जरूरत है। चूंकि सड़क मार्ग पर कार्रवाई होने के बाद पोस्त तस्कर बठिंडा-हनुमानगढ़ रेलवे ट्रेक पर दौडऩे वाली ट्रेनों में सवार हो जाते हैं। बिना संयुक्त कार्रवाई के इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है।
क्या है सजा का प्रावधान
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि एक किलोग्राम से कम चूरा पोस्त पकडऩे पर छह माह की कैद या 10 हजार रूपये जुर्माना का प्रावधान है। एक किलोग्राम से 49 किलोग्राम चूरा पोस्त पकड़े जाने पर 10 साल तक की सजा तथा एक लाख रूपये तक के जुर्माना हो सकता है। यहीं नहीं इससे ज्यादा पोस्त की मात्रा होने पर 10 साल की सजा तथा एक लाख रूपये जुर्माना या दोनों सजाएं एक साथ हो सकती हैं।
ट्रेनों में स्पैशल चैकिंग
ट्रेनों में पोस्त तस्करों पर लगाम लगाने के लिये हर रोज चैकिंग की जाती है। इसके लिये स्पैशल चैकिंग टीम बनाई गई है।
-रणवीर सिंह, प्रभारी, जीआरपी, डबवाली


चौटाला में नाका लगाएगी पुलिस, बनेगी संयुक्त ऑपरेशन की योजना
मैं मानता हूं कि गांव चौटाला से डबवाली के गोल चौक तक की सीमा लगभग 31 किलोमीटर है। गांव चौटाला राजस्थान के संगरिया से सटा हुआ है। अब तक चौटाला में स्थाई नाका नहीं था, जिसकी वजह से पोस्ती बस में सवार होकर आराम से डबवाली पहुंच जाते और निकल जाते। चौटाला में स्थाई नाका लगाया जायेगा। राजस्थान से आने वाली प्रत्येक बस की चैकिंग की जायेगी। अगर कोई बस चालक या परिचालक इसमें संलिप्त पाया गया, उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई की जायेगी। तस्करी पर लगाम लगाने के लिये हरियाणा, पंजाब पुलिस तथा जीआरपी के संयुक्त ऑपरेशन की जरूरत है। संयुक्त ऑपरेशन चलाने की योजना बनाई जायेगी।
-सत्यपाल यादव, डीएसपी, डबवाली

ठंड पर भारी आस्था धूमधाम से मना गुरूपर्व

डबवाली (लहू की लौ) कंपकंपाती ठंड पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा में सिखों के 10वें गुरू गुरूगोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। लुधियाना तथा सिरसा से आये सिख इतिहास के विद्वानों ने संगतों को गुरू गोबिंद सिंह के जीवन परिचय से अवगत करवाते हुये त्याग का मार्ग अपनाने के लिये प्रेरित किया।
प्रकाशोत्सव के मौके पर गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा को फूलों से सजाया गया था। श्री अखंड पाठ के भोग के बाद धार्मिक दीवान सजाये गये। जिसमें सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना से आये प्रचारक हरजिंद्र सिंह जम्मू ने सिख इतिहास से संगतों को परिचित करवाया। सिरसा से आये रणजीत सिंह के रागी जत्थे ने भी सिख इतिहास सांझा किया।
इस मौके पर गुरू का लंगर अटूट बरता। इस अवसर पर गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जगरूप सिंह, बघेल सिंह, उपप्रधान ज्ञानी गुरबचन सिंह, जगदेव सिंह मटदादू, एसजीपीसी सदस्य जगसीर सिंह मांगेआना, एडवोकेट रणजीत सिंह, एडवोकेट सुखबीर सिंह बराड़ उपस्थित थे।

थानों में नजर नहीं आयेगा वाहनों, असलों का कबाड़

डबवाली (लहू की लौ) सालों बाद हिसार रेंज से संबंधित थानों में स्वच्छता अभियान चलने जा रहा है। जिसके तहत अब थानों में कबाड़ के रूप में असला तथा वाहन नजर नहीं आएंगे। पुलिस संबंधित मालिकों को नोटिस जारी करके सामान लेजाने के लिये बाध्य कर रही है। इसके लिये सात दिनों का समय दिया गया है। निश्चित अवधि में कोई नहीं आया तो उपरोक्त सामान को नीलामी के लिये भेज दिया जायेगा।
हिसार रेंज के आईजी की पहल
हिसार रेंज के तहत जिला सिरसा, भिवानी, फतेहाबाद, हिसार तथा जींद के पुलिस थाने तथा चौकियां आती हैं। सभी जगहों पर करीब पच्चीस वर्षों से कबाड़ के रूप में वाहन तथा मृत लोगों का असला पड़ा है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद भी उपरोक्त वस्तुओं को लेने के लिये कोई नहीं आया। जिसके चलते थाने कबाड़ घर नजर आने लगे हैं। लेकिन अब पुलिस ने इस कबाड़ को नीलाम करने का मन बनाया है। हिसार रेंज के आईजी अनिल राव ने इसे स्वच्छता अभियान का नाम देते हुये पहल की है। जिसके चलते हिसार में एक सप्ताह में दो बार बैठकें हो चुकी हैं। बैठकों के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि आखिर एक बार लोगों को अपना असला या फिर वाहन लेजाने का मौका दिया जायेगा। निर्णय के फलस्वरूप पुलिस ने लोगों को एक सप्ताह का समय दिया है।
कैसे चलेगी कार्रवाई
अकेले सदर थाना डबवाली की बात की जाये तो इसमें 42 असला ऐसे पड़े हैं, जिनके मालिक अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके परिजनों ने भी इसकी सुध नहीं ली। वर्षों से जंग खा रहा असला कबाड़ बन गया है। इस असला को अंबाला स्थित सैंटर मालाखाना में नीलामी के लिये भेजा जायेगा। इसी तरह वर्ष 1990 से ऐसे वाहन खड़े हैं, जो बिल्कुल ही खस्ता हो चुके हैं। अदालतों में मामले खत्म होने के बावजूद भी इन वाहनों को लेने कोई नहीं आया। मामलों में हो रही तीव्र गति के कारण वाहनों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है। इन्हें रखने के लिये जगह छोटी पड़ रही है। पुलिस नोटिस जारी करके वाहन मालिकों को अपना वाहन लेजाने के लिये मैसेज दे रही है। अगर कोई मालिक वाहन लेने थाना नहीं पहुंचा तो वाहनों को नीलामी के लिये सिरसा भेज दिया जायेगा।

आदेशों के बाद नोटिस की प्रक्रिया शुरू
आईजी हिसार ने थानों की स्वच्छता के लिये रेंज में आने वाले सभी थानों के लिये आदेश दिये है। उनके आदेश पर वाहन तथा असला मालिकों को नोटिस जारी किये गये हैं। एक सप्ताह के भीतर संबंधित व्यक्ति अपना वाहन लेजा सकता है। अन्यथा उपरोक्त सामान को नीलाम कर दिया जायेगा।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, सदर थाना, डबवाली

सीवरेज डाले जाने की मांग

डबवाली (लहू की लो) इन्दिरा नगरी के लोगों ने मुख्यमंत्री हरियाणा से सीवरेज डाले जाने की मांग की है।
इन्दिरा नगरी निवासी भोले राम ठेकेदार ने कहा कि नगरी के लोगों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से अनुरोध किया है कि उनकी नगरी में अधिकांश गरीब लोग रहते हैं और उनसे समय समय पर बनने वाली सरकारें भेदभाव करती आ रही हैं। जनस्वास्थ्य विभाग ने उनकी नगरी में सीवरेज डालने के लिए एस्टीमेंट बनाकर भेजा हुआ है। जो मंजूर भी हो चुका है। केवल ग्रांट आने की कमी है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि उनके जहां सीवरेज डालने के लिए तीन करोड़ रूपये की ग्रांट भोजी जाये। ताकि लोगों को खुले में शौच से मुक्ति मिल सके।

घर में बल्ब एक बिल 10,000 रूपये

डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 15 निवासी पिंकी रानी पुत्री दाताराम ने बिजली निगम के उपमण्डल बिजली अधिकारी को एक पत्र भेजकर मीटर तेज चलने और 10 हजार 191 रूपये बिल आने की शिकायत की है।
पिंकी रानी ने बताया कि उसके घर पर  खाता नं. 2869111111 के अन्तर्गत मीटर नं. एसडी-56/5555 लगा हुआ है। उसके घर में न तो फ्रिज है और न ही बिजली पर चलने पर कोई अन्य उपकरण है। केवल एक बल्ब है। इसके बावजूद उसका बिल 10 हजार रूपये से ऊपर आया है।
शिकायतकात्री के अनुसार उसके मीटर की जांच करवाकर तथा घर में लाईट चैक करके उसे न्याय दिलाया जाये तथा  तेज चल रहा मीटर बदल कर नया मीटर लगवाया जाये।