30 मई 2020

संदिग्ध परिस्थितियों में प्रवासी मजदूर की मौत, तीसरी मंजिल

शहर थाना से सटी मिठाई की दुकान पर छह माह से कार्यरत था उत्तर प्रदेश निवासी मजदूर

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में मिठाई की दुकान पर कार्यरत उत्तर प्रदेश के जिला कौशाम्बी तहसील मंझनपुर के गांव सैदनपुर निवासी जितेंद्र (27) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव दुकान की तीसरी मंजिल पर बने एक कमरे में मिला। मृतक करीब छह माह पहले डबवाली आया था। इससे पहले दक्षिण दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन इलाके में रहता था।
चौटाला हाईवे पर शहर थाना से सटी दुकान आशीर्वाद स्वीट्स पर मृतक का भाई मान सिंह मुख्य हलवाई के तौर पर करीब 12 वर्षों से कार्यरत है। उसने जितेंद्र को सहायक के तौर पर रख लिया था। दोनों भाईयों के लिए अलावा दुकान पर बिहार के जिला कटिहार निवासी छोटू कार्यरत है। तीनों दुकान की दूसरी तथा तीसरी मंजिल पर ही सोते थे। रात को तीसरी मंजिल पर दो चारपाई पर जितेंद्र तथा छोटू सोए हुए थे। जबकि मान सिंह दूसरी मंजिल पर सोया हुआ था। बताया जाता है कि रात 2 बजे छोटू ने जितेंद्र को छत पर टहलते हुए देखकर, उसे सोने के लिए कहा था। शुक्रवार सुबह करीब 6.15 बजे भाई को उठाने के लिए मान सिंह ऊपर आया तो वह चारपाई पर नहीं मिला। एक कमरे के भीतर गया तो उसने भाई के गले में रस्सी देखी। जिस पर दो गांठे लगी हुई थी। उसकी नाक तथा कान से खून बह रहा था। उसकी मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना उसने दुकान मालिक को दी। जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने शव कब्जे में करके पोस्टमार्टम के लिए उपमंडल नागरिक अस्पताल में पहुंचाया।

फांसी खाने से जान गई
चिकित्सक प्रकृति तथा उनके सहयोगी अर्चित ने पोस्टमार्टम किया है। सामने आया है कि फांसी खाने से जान गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस को सौंप दिया गया है।
-एमके भादू, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, डबवाली


मृतक के भाई मान सिंह के बयान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। उसका कहना है कि जितेंद्र दो-तीन दिन से परेशान चला आ रहा था। इसी परेशानी में उसने जान दे दी। कमरे में लगी खूंटी पर रस्सी डालकर उसने फंदा बनाया था। पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव उसके वारिसों को सौंप दिया गया है।
-एसएचओ सत्यवान, शहर थाना डबवाली

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