19 नवंबर 2014

लापरवाही की सजा भुगत रहे कबीर बस्ती के लोग, एसडीएम भी गुजरे गंदे पानी से

डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती में स्वच्छता अभियान के दौरान एसडीएम सतीश कुमार को गली में बह रहे सीवरेज के गंदे पानी में से गुजरना पड़ा। एसडीएम ने कहा कि सीवरेज बंद होने के जिम्मेवार गली वासी हैं, जो पॉलीथीन सीवरेज में फेंकते हैं। जिस पर गली वासियों ने जवाब दिया कि पॉलीथीन के कारण सीवरेज बंद नहीं, ये तो जब से बने हैं, तब से बंद है। गली वासियों का जवाब सुन एसडीएम भी हैरान रह गये। साथ चल रहे जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सफाई देते-देते थक गये।
स्वच्छता अभियान के तहत मंगलवार को एसडीएम सतीश कुमार नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी, सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला, भवन निरीक्षक सुमित ढांड़ा, जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल रोज़ के साथ कबीर बस्ती में पहुंचे थे। इस दौरान एसडीएम बस्ती की गली नं. 12 में पहुंचे। चॉक सीवरेज से गंदा पानी निकलता देख दंग रह गये। गली वासियों ने इसका उलाहना एसडीएम को दिया। जिस पर एसडीएम ने सीवरेज में पॉलीथीन फेंकने पर गली वासियों को लताड़ लगाई। गली वासियों ने कहा कि करीब 2009-10 में सीवरेज का निर्माण हुआ था। तब से वे गंदगी में रहने को मजबूर हैं। कई बार शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग को कर चुके हैं। समस्या का समाधान नहीं हो रहा। गली वासियों ने एसडीएम से सवाल किया कि आखिर वे ही बतायें, हम क्या करें। एसडीएम ने समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। एसडीएम अन्य प्रशासनिक कर्मचारियों के साथ गंदे पानी से होकर गुजर गये।
ठेकेदार को नहीं किया भुगतान
करीब पांच साल पूर्व करीब 200 फुट क्षेत्र में सीवरेज का निर्माण हुआ था। निर्माण जनस्वास्थ्य विभाग ने निजी ठेकेदार से करवाया था। लेकिन सीवरेज सहीं न डाले जाने के कारण विभाग ने उसी समय से ठेकेदार की पेमेंट रोक रखी है। ठेकेदार पुन: सीवरेज सही नहीं करने आया और विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिससे समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। कुछ दिनों बाद ही सीवरेज ओवरफ्लो होकर बाहर बहना शुरू हो जाता है। ठेकेदार तथा विभाग की लापरवाही का खामियाजा कबीर बस्ती के लोग भुगत रहे हैं।

ठेकेदार ने बरती लापरवाही
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि सीवरेज लाईन बिछाने में ठेकेदार ने लापरवाही बरती है। मिट्टी की भराई उचित मात्रा में नहीं की गई है। इस लापरवाही के चलते ठेकेदार की पेमेंट रोकी गई है। गली में वाहन गुजरने के समय बिछाई गई पाईप टूट जाती है। जिससे सीवरेज चॉक होकर गली में बहना शुरू हो जाता है। समस्या के समाधान के लिये जल्द उच्च अधिकारियों से बात की जायेगी।

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