17 नवंबर 2014

45 दिन में साढ़े छह करोड़, कैसे लायेगा बिजली बोर्ड

सिरसा सर्कल गोद लेने के बाद पहली बार डबवाली पहुंचे एमडी
डबवाली (लहू की लौ) दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम हिसार के प्रबंध निदेशक ने सिरसा सर्कल को गोद लिया है। जिसके बाद रविवार को पहली बार वे गांव डबवाली स्थित 132केवी सबस्टेशन में पहुंचे। मंडल डबवाली के तहत आने वाले सभी उपमंडल के एसडीई तथा जेई के साथ बैठक करके बिल रिकवरी करने के आदेश दिये। 31 दिसंबर तक की डेड लाईन जारी की।
रविवार सुबह दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अरूण कुमार वर्मा डबवाली पहुंचे। उनके साथ वीके चौधरी, डीएल हांसु तथा एसडीई आरके वर्मा भी थे। वे शाम तक डबवाली में ही रहे। इस दौरान एमडी ने 132 केवी बिजलीघर का निरीक्षण किया। वे स्टोर रूम में भी गये। डबवाली मंडल के तहत आने वाले कालांवाली, चौटाला तथा डबवाली उपमंडल के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में एमडी ने बिजली चोरी रोकने तथा बिल रिकवरी करने पर जोर दिया। उन्होंने बिजली चोरी पकड़े जाने पर तुरंत एफआईआर करवाने के आदेश दिये। साथ में बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के मीटर उखाडऩे के लिये कहा।
15 दिसंबर को करेंगे रिव्यू
एमडी ने कर्मचारियों को अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिये कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी जायज कार्य के लिये जनता को परेशान करेगा तो उसे सबक सिखाया जायेगा। उन्होंने 15 दिसंबर को बैठक करके रिव्यू लेने के लिये कहा। साथ में मंडल डबवाली से संबंधित रिकवरी 31 दिसंबर तक करने के लिये डेड लाईन घोषित की। बैठक में मंडल अभियंता अशोक भनोट, एसडीई सुखबीर कंबोज, एसडीई मोहन लाल, एसडीई बीआर वर्मा उपस्थित सहित मंडल डबवाली से संबंधित सभी 11 जेई उपस्थित थे।
45 दिन में साढ़े छह करोड़ का टारगेट
मंडल अभियंता अशोक भनोट ने बताया कि डबवाली मंडल की साढ़े छह करोड़ रूपये की रिकवरी बकाया है। जिसे 31 दिसंबर तक हर हाल में जीरो करने का प्रयास किया जायेगा। एमडी ने डिफाल्टरों के मीटर उखाडऩे के लिये कहा है। बिजली चोरी वाले इलाकों में इंसूलेटर कंडक्टर लगाये जाएंगे। ताकि चोरी रोकी जा सके। एमडी अरूण कुमार वर्मा ने स्पष्ट किया है कि कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी, संबंधित कर्मचारी को दंड दिया जायेगा।
एमडी ने याद ताजा की
बिजली निगम के कर्मचारियों के साथ बैठक में एमडी अरूण कुमार वर्मा ने अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुये कहा कि उनके पिता डबवाली में एसडीई रह चुके हैं। उन्होंने डबवाली के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की है। डबवाली से उनका पुराना नाता है। इसलिये सिरसा सर्कल को गोद लेने के बाद वे सर्वप्रथम डबवाली में ही पहुंचे हैं।

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