12 सितंबर 2009

पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देंगे: बीएसएफ


अमृतसर। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में 107 एमएम रॉकेट दागे जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि वे पड़ोसी देश की ओर से होने वाली किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं। पाकिस्तान ने हालांकि अपनी सीमा की ओर से रॉकेट दागे जाने से इंकार किया है।
बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार सुबह उन स्थानों का मुआयना किया, जहां रॉकेट दागे गए थे। अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार रात अटारी-वाघा सीमा चौकी पर 107 एमएम के तीन रॉकेट दागे गए थे। पंजाब सीमा के पुलिस उपमहानिरीक्षक जागीर सिंह ने आईएएनएस को बताया, “दुनिया भर में 107 एमएम रॉकेट का इस्तेमाल सेना द्वारा किया जाता है। कुछ आतंकवादी संगठन भी इनका इस्तेमाल करते हैं। जुलाई में भी इस क्षेत्र में ऐसे ही रॉकेट दागे गए थे। हम घटना की जांच कर रहे हैं।”
सिंह ने कहा, “हमने शुक्रवार रात पाकिस्तानी रेंजरों के साथ बैठक की थी हालांकि रेंजरों ने पाकिस्तान की ओर से रॉकेट दागे जाने से इंकार किया है। हमने उन्हें मामले की जांच के लिए वक्त दिया है। उन्होंने हमसे कहा कि वे मामले की जांच करेंगे। इस संबंध में हम उनसे फिर मुलाकात करेंगे।” पाकिस्तान की ओर से शुक्रवार रात भारतीय सीमा में अमृतसर सेक्टर पर रॉकेट दागे जाने के बाद बीएसएफ के जवानों ने भी मशीनगन से जवाबी गोलीबारी की थी। रॉकेट अटारी संयुक्त सीमा चौकी के समीप पुल कंजारी क्षेत्र के गांवों में आकर गिरे थे। घटना के बाद यहां तनाव है हालांकि बीएसएफ ने गश्त बढ़ा दी है।
पंजाब सीमा पर बीएसएफ के पुलिस महानिरीक्षक हिम्मत सिंह ने बताया कि अटारी- वाघा सीमा के समीपवर्ती गांवों के लोगों ने खेतों में रॉकेट गिरने के बारे में बीएसएफ के अधिकारियों को सूचित किया था। बाद में बीएसएफ ने इलाके की घेराबंदी कर जवाब में मशीनगनों से गोलीबारी की थी। बीएसएफ के कमांडेंट्स और पाकिस्तान रेंजर्स ने मामले की जांच के लिए शनिवार तड़के बैठक की। बैठक में भारतीय पक्ष ने सीमा पार से बार-बार होने वाली गोलाबारी पर कड़ा ऐतराज जताया। इससे पहले भी जुलाई में पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा पर तीन रॉकेट दागे गए थे।
शुक्रवार को इस सीमा पर पहली बार महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के कुछ घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से ये रॉकेट दागे गए। अधिकारी ने कहा, “इस घटना से महिला सुरक्षाकर्मियों के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्हें सीमा से हटाने का कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।” बीएसएफ की 118 महिला सुरक्षाकर्मियों को शुक्रवार को यहां तैनात किया गया था।

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