डबवाली (लहू की लौ) गाड़ी तले आने से एक युवक की मौत हो गई। मरने वाला युवक कौन है, इसका पता नहीं चल पाया। फिहाल युवक के शव को बठिंडा के सरकारी अस्पताल के डैड रूम में पहचान के लिए रखा गया है।
रेलवे का की-मैन कन्हैया लाल प्रतिदिन की तरह सोमवार सुबह गश्त पर था। किलोमीटर 38/12-13 के निकट किलियांवाली (पंजाब) क्षेत्र में उसे रेल लाईन में एक शव पड़ा हुई दिखाई दिया। उसने इसकी जानकारी तुरंत डबवाली रेलवे स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन को दी। हालांकि युवक किस गाड़ी तले आया इसका पता नहीं चल पाया।
काफी दूर तक घसीटा
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के अध्यक्ष आरके नीना तथा एम्बूलैंस चालक कुलवंत सिंह पथराला ने बताया कि रेलगाड़ी ने युवक को काफी दूर तक घसीटा। बाद में अवारा कुत्ते शव को रेलवे लाईन से घसीटकर काफी दूर ले गए। उन्होंने मौका पर पहुंचकर कुत्तों को हटाया और शव को कब्जे में लिया।
बठिंडा जीआरपी पहुंची
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे बठिंडा जीआरपी के हैंड कांस्टेबल परमजीत सिंह ने बताया कि मृतक युवक की पहचान नहीं हो पाई है। युवक की आयु 24-25 साल है। उसने लाईट ब्लू रंग का लॉअर, पीले रंग की नीली धारी वाली टी-शर्ट, जामनी कलर की लाल धारीदार शर्ट तथा ग्रे रंग की जॉकेट पहनी हुई है। युवक की दाईं बाजू पर अंग्रेजी में जीएसडी खुदा हुआ है। दाईं बाजू के हाथ की एक अंगुली में छल्ला भी पहना हुआ है। पुलिस ने स्टेशन मास्टर महेश सरीन के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई है। युवक के शव को पहचान के लिए 72 घण्टे के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के डैड रूम में रखा गया है।
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Lahoo Ki Lau
21 दिसंबर 2010
कांग्रेस का होगा नपा अध्यक्ष-काण्डा
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य तथा हरियाणा राज्य गृहमंत्री गोपाल कांडा के अनुज गोबिन्द कांडा ने कहा कि डबवाली नगरपालिका का अध्यक्ष कांग्रेस का ही बनेगा। लेकिन इस पद पर किसका चयन होगा यह अभी निश्चित नहीं है।
वे शनिवार को नगरपालिका की पूर्व अध्यक्षा सिम्पा जैन के निवास स्थान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह 25 दिसम्बर को सिरसा में होने जा रही मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा की बढ़ते कदम रैली के लिए कांग्रेस जनों को न्यौता देने के लिए आये थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पालिका का अध्यक्ष कांग्रेस का हो इसके लिए वह अपनी पूरी भूमिका निभायेंगे और जो पार्षद रूठे हुए हैं उन्हें मनायेंगे। उनकी शिकायतों को दूर करते हुए उन्हें जो मान सम्मान मिलना चाहिए वह मान सम्मान भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में कांगे्रस कार्यकर्ताओं की भरमार है लेकिन नेताओं ने पार्टी में ही अपने आदमी बना रखे हैं। जिसके चलते आम वर्कर का नुक्सान हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नेता चाहे बड़ा है या छोटा वह अपना काम निकाल ही लेता है। लेकिन अगर कहीं नुक्सान होता है वर्कर का होता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह नेताओं के चंगुल में फंसने की अपेक्षा पार्टी के लिए काम करें और पार्टी के ही बनकर रहें। यदि कार्यकर्ताओं में एकता रहेगी तो नेता भी उनके काम भाग कर करेंगे।
डबवाली के विकास के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विकास के काम तो हो रहे हैं, कहीं मैटीरियल की कमी के कारण ऐसा हो रहा है। लेकिन कांग्रेस में कमी है तो केवल यहीं है कि उनमें कोई भी कार्यकर्ताओं को जगाने वाला नहीं है।
उनके अनुसार 25 दिसम्बर की रैली केवल जिला की रैली नहीं होगी बल्कि यह प्रदेश स्तर की रैली होगी जिसमें डबवाली की कॉलेज भवन बनाने, ओवरब्रिज के निर्माण तथा कलोनियों को मंजूरी दिलवाने की मांग भी रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि हुड्डा की खेल नीति और जमीन अधिग्रहण नीति श्रेष्ठ होने के कारण उनकी देश विदेश में प्रशंसा हो रही है। जिसके चलते सिरसा जिला के लोग भी हुड्डा को सुनना पसन्द करते हैं।
इस मौके पर राजेन्द्र जैन तथा उसकी धर्मपत्नी सिम्पा जैन ने गोबिन्द कांडा को दोशाला देकर सम्मानित किया। गोपाल मित्तल और नवरतन बांसल ने भगवान कृष्ण की बाल-गोपाल मूर्ति देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रेम कुमार सिरसा, कुलदीप गदराना, जग्ग सिंह बराड़, संजय हिटलर, मलकीत सिंह गंगा, छोटू सहारण, गुरजन्ट सिंह बराड़, जसवन्त सिंह बराड़, वेदपाल नेहरा, पार्षद बिन्दिया महंत, हरनेक सिंह, पूर्व पार्षद इन्द्रजीत सिंह, आरके वर्मा, सुखविन्द्र सूर्या, संतोष अरोड़ा, भीम सिहाग, महिन्द्रपाल सुथार, चौटाला के पूर्व सरपंच कृष्ण लाल बिश्नोई उपस्थित थे।
वे शनिवार को नगरपालिका की पूर्व अध्यक्षा सिम्पा जैन के निवास स्थान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह 25 दिसम्बर को सिरसा में होने जा रही मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा की बढ़ते कदम रैली के लिए कांग्रेस जनों को न्यौता देने के लिए आये थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पालिका का अध्यक्ष कांग्रेस का हो इसके लिए वह अपनी पूरी भूमिका निभायेंगे और जो पार्षद रूठे हुए हैं उन्हें मनायेंगे। उनकी शिकायतों को दूर करते हुए उन्हें जो मान सम्मान मिलना चाहिए वह मान सम्मान भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में कांगे्रस कार्यकर्ताओं की भरमार है लेकिन नेताओं ने पार्टी में ही अपने आदमी बना रखे हैं। जिसके चलते आम वर्कर का नुक्सान हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नेता चाहे बड़ा है या छोटा वह अपना काम निकाल ही लेता है। लेकिन अगर कहीं नुक्सान होता है वर्कर का होता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह नेताओं के चंगुल में फंसने की अपेक्षा पार्टी के लिए काम करें और पार्टी के ही बनकर रहें। यदि कार्यकर्ताओं में एकता रहेगी तो नेता भी उनके काम भाग कर करेंगे।
डबवाली के विकास के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विकास के काम तो हो रहे हैं, कहीं मैटीरियल की कमी के कारण ऐसा हो रहा है। लेकिन कांग्रेस में कमी है तो केवल यहीं है कि उनमें कोई भी कार्यकर्ताओं को जगाने वाला नहीं है।
उनके अनुसार 25 दिसम्बर की रैली केवल जिला की रैली नहीं होगी बल्कि यह प्रदेश स्तर की रैली होगी जिसमें डबवाली की कॉलेज भवन बनाने, ओवरब्रिज के निर्माण तथा कलोनियों को मंजूरी दिलवाने की मांग भी रखी जायेगी। उन्होंने कहा कि हुड्डा की खेल नीति और जमीन अधिग्रहण नीति श्रेष्ठ होने के कारण उनकी देश विदेश में प्रशंसा हो रही है। जिसके चलते सिरसा जिला के लोग भी हुड्डा को सुनना पसन्द करते हैं।
इस मौके पर राजेन्द्र जैन तथा उसकी धर्मपत्नी सिम्पा जैन ने गोबिन्द कांडा को दोशाला देकर सम्मानित किया। गोपाल मित्तल और नवरतन बांसल ने भगवान कृष्ण की बाल-गोपाल मूर्ति देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रेम कुमार सिरसा, कुलदीप गदराना, जग्ग सिंह बराड़, संजय हिटलर, मलकीत सिंह गंगा, छोटू सहारण, गुरजन्ट सिंह बराड़, जसवन्त सिंह बराड़, वेदपाल नेहरा, पार्षद बिन्दिया महंत, हरनेक सिंह, पूर्व पार्षद इन्द्रजीत सिंह, आरके वर्मा, सुखविन्द्र सूर्या, संतोष अरोड़ा, भीम सिहाग, महिन्द्रपाल सुथार, चौटाला के पूर्व सरपंच कृष्ण लाल बिश्नोई उपस्थित थे।
खस्ता हाल है कालांवाली की मुख्य सड़कें
कालांवाली (नरेश सिंगला) मण्डी कालांवाली में मुख्य सड़क मार्गों की हालत खस्ता होने के कारण सैंकड़ों पैदल व वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
डबवाली व ओढ़ां से आकर मण्डी कालांवाली में प्रवेश करने वाले लोगों का स्वागत करने के लिए टूटी-फूटी सड़क हमेशा तैयार रहती है। इस सड़क की दयनीय स्थिति को देखते हुए वाहन चालक धीमी गति से वाहन चलाने में ही अपनी भलाई समझते हैं। यहीं नहीं अधिकारियों व नेताओं के वाहन भी प्रतिदिन यहां से होकर गुजरते हैं लेकिन शायद इस सड़क मार्ग को दुरूस्त करना जरूरी नहीं समझा गया। मण्डी कालांवाली में पंजाब बस स्टैंड वाला सड़क मार्ग कहने को ही सड़क मार्ग है और यह मार्ग वर्षों से अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहा है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। काफी समय पूर्व जब ये सड़क मार्ग बनाया गया था उसके कुछ माह बाद ही इस मार्ग की हालत पहले जैसे हो गई थी और अब यहां सड़क की बजाय यहां सिर्फ पत्थर ही दिखाई देते हैं। सड़क नीची होने के कारण बरसात के दिनों में यहां पानी भर जाता है जो कि कई दिन तक खड़ा रहता है। इसी प्रकार रोड़ी रोड़ भी अपनी अत्यंत जर्जर हालत के कारण वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
मण्डी का मुख्य सड़क मार्ग होने के कारण यहां पर वाहन चालकों को परेशानियों से जूझते आसानी से देखा जा सकता है। इसके अलावा रेलवे फाटक रोड़, देसू रोड़ व सहारा क्लब के पास वाली रोड़ का बीचों बीच से टूटा होना भी अक्सर दुर्घटनाओं को निमन्त्रण देता रहता है। मण्डी वासियों की मांग है कि इन टूटे हुए सड़क मार्गों की रिपेयर करवाकर मण्डी वासियों की परेशानियों को विराम दिया जाए।
डबवाली व ओढ़ां से आकर मण्डी कालांवाली में प्रवेश करने वाले लोगों का स्वागत करने के लिए टूटी-फूटी सड़क हमेशा तैयार रहती है। इस सड़क की दयनीय स्थिति को देखते हुए वाहन चालक धीमी गति से वाहन चलाने में ही अपनी भलाई समझते हैं। यहीं नहीं अधिकारियों व नेताओं के वाहन भी प्रतिदिन यहां से होकर गुजरते हैं लेकिन शायद इस सड़क मार्ग को दुरूस्त करना जरूरी नहीं समझा गया। मण्डी कालांवाली में पंजाब बस स्टैंड वाला सड़क मार्ग कहने को ही सड़क मार्ग है और यह मार्ग वर्षों से अपनी बेबसी पर आंसू बहा रहा है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। काफी समय पूर्व जब ये सड़क मार्ग बनाया गया था उसके कुछ माह बाद ही इस मार्ग की हालत पहले जैसे हो गई थी और अब यहां सड़क की बजाय यहां सिर्फ पत्थर ही दिखाई देते हैं। सड़क नीची होने के कारण बरसात के दिनों में यहां पानी भर जाता है जो कि कई दिन तक खड़ा रहता है। इसी प्रकार रोड़ी रोड़ भी अपनी अत्यंत जर्जर हालत के कारण वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बनी हुई है।
मण्डी का मुख्य सड़क मार्ग होने के कारण यहां पर वाहन चालकों को परेशानियों से जूझते आसानी से देखा जा सकता है। इसके अलावा रेलवे फाटक रोड़, देसू रोड़ व सहारा क्लब के पास वाली रोड़ का बीचों बीच से टूटा होना भी अक्सर दुर्घटनाओं को निमन्त्रण देता रहता है। मण्डी वासियों की मांग है कि इन टूटे हुए सड़क मार्गों की रिपेयर करवाकर मण्डी वासियों की परेशानियों को विराम दिया जाए।
गुण्डागर्दी : रेहड़ी पलटाई, पुलिस वाले को जड़ा थप्पड़
डबवाली (लहू की लौ) एक महिला द्वारा रेहड़ी से मूंगफली उठाने पर शुक्रवार रात को पंजाब बस अड्डा के सामने बवाल खड़ा हो गया। महिला के तामीरदारों ने नंगी किरपानों, कापों तथा डंडों से एक रेहड़ी चालक पर धावा बोल दिया। सूचना पाकर मौका पर आए पंजाब पुलिस के कर्मचारियों को थप्पड़ तक जड़ दिया।
पंजाब बस अड्डा के सामने बजरंग नाम का एक व्यक्ति मूंगफली, गज्जक बेचता है। शुक्रवार शाम को उसके पास एक महिला आई और मूंगफली उठा ली। महिला और बजरंग में कहासुनी हो गई। महिला ने इसे अपनी बेईज्जती समझा और उपरोक्त मामले की जानकारी अड्डा के पास ही खड़े अपने किसी परिचित को दी। रोजमर्रा की तरह बजरंग अपनी दुकान बंद कर चलता बना। कुछ देर बाद महिला सात-आठ व्यक्तियों के साथ दोबारा वहां आ धमकी और आस-पास के दुकानदारों से बजरंग का पता पूछा। लेकिन दुकानदारों ने बजरंग के बारे में पता होने से अनभिज्ञता जताई।
बजरंग का पता न मिलने से तिलमिलाए ये लोग बस अड्डा के सामने मूंगफली की रेहड़ी लगाने वाले राजेन्द्र कुमार (40) निवासी डबवाली के पास पहुंचे। उससे बजरंग का पता पूछा। लेकिन राजेन्द्र ने भी पता मालूम न होने की बात कही। राजेन्द्र के अनुसार गुस्से से लाल हुए इन लोगों ने उस पर नंगी तलवारों, कापो तथा डंडों से हमला कर दिया। वह तो बाल-बाल बच गया। लेकिन उसकी रेहड़ी पलट दी। जिससे उसका करीब बारह हजार रूपए का नुक्सान हुआ।
इधर बस अड्डा पर खड़े पंजाब पुलिस के सुखमन्दर नामक हवलदार ने इसकी सूचना पुलिस चौकी में दी। भनक पाकर आरोपी उससे भी जा भिड़े। उसका मोबाइल छीन लिया और थप्पड़ जड़ दिया। सूचना पाकर मौका पर पहुंचे किलियांवाली पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल तथा एक अन्य हवलदार लक्खा से भी इन लोगों ने बदसलूकी की।
पंजाब बस अड्डा के सामने बजरंग नाम का एक व्यक्ति मूंगफली, गज्जक बेचता है। शुक्रवार शाम को उसके पास एक महिला आई और मूंगफली उठा ली। महिला और बजरंग में कहासुनी हो गई। महिला ने इसे अपनी बेईज्जती समझा और उपरोक्त मामले की जानकारी अड्डा के पास ही खड़े अपने किसी परिचित को दी। रोजमर्रा की तरह बजरंग अपनी दुकान बंद कर चलता बना। कुछ देर बाद महिला सात-आठ व्यक्तियों के साथ दोबारा वहां आ धमकी और आस-पास के दुकानदारों से बजरंग का पता पूछा। लेकिन दुकानदारों ने बजरंग के बारे में पता होने से अनभिज्ञता जताई।
बजरंग का पता न मिलने से तिलमिलाए ये लोग बस अड्डा के सामने मूंगफली की रेहड़ी लगाने वाले राजेन्द्र कुमार (40) निवासी डबवाली के पास पहुंचे। उससे बजरंग का पता पूछा। लेकिन राजेन्द्र ने भी पता मालूम न होने की बात कही। राजेन्द्र के अनुसार गुस्से से लाल हुए इन लोगों ने उस पर नंगी तलवारों, कापो तथा डंडों से हमला कर दिया। वह तो बाल-बाल बच गया। लेकिन उसकी रेहड़ी पलट दी। जिससे उसका करीब बारह हजार रूपए का नुक्सान हुआ।
इधर बस अड्डा पर खड़े पंजाब पुलिस के सुखमन्दर नामक हवलदार ने इसकी सूचना पुलिस चौकी में दी। भनक पाकर आरोपी उससे भी जा भिड़े। उसका मोबाइल छीन लिया और थप्पड़ जड़ दिया। सूचना पाकर मौका पर पहुंचे किलियांवाली पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कश्मीरी लाल तथा एक अन्य हवलदार लक्खा से भी इन लोगों ने बदसलूकी की।
अग्निकांड पीडि़तों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए अभी बहुत कुछ करना बाकी
डबवाली (लहू की लौ) करीब पंद्रह साल पूर्व डबवाली में घटित अग्निकांड की दुखद छाया अभी भी नगर का पीछा नहीं छोड़ रही है। पीडि़तों में इस कांड का दर्द भले ही छुप गया है। लेकिन भीतर ही भीतर मधुमेह की तरह उन्हें खा रहा है। पीडि़तों को सरकारों से बड़ी आशाएं थी। लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला। अगर कहीं से कुछ मिला, तो वह न्याय अदालत से ही मिला। जिससे पीडि़तों के जख्म कुछ शांत हुए, लेकिन अभी भी जख्मों पर मरहम लगाने के लिए काफी कुछ किया जाना बाकी है।
23 दिसंबर 1995 को 1 बजकर 47 मिनट पर डबवाली के डीएवी स्कूल द्वारा आयोजित वार्षिक समारोह में अचानक आग लगने से 442 दर्शक काल का ग्रास बन गए। जिसमें 136 महिलाएं, 258 बच्चे शामिल थे। जबकि 150 से भी अधिक घायल हुए। विश्व में अब तक का यह सबसे बड़ा अग्निकांड है। जिसमें इतनी भारी संख्या में जीवित लोग झुलस कर शहीद हो गए और घायल हुए। घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चला और कुछ घायल हो ऐसे भी हैं, जिनका आज भी इलाज चल रहा है।
अग्निकांड पीडि़त एसोसिएशन डबवाली के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा।
आदेश के बावजूद भी करना पड़ा संघर्ष
अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो इसकी भनक पाकर इनेलो से डबवाली के विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला को अग्निकांड पीडि़तों को साथ लेकर संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया।
डीएवी को भरना पड़ा 10 करोड़
सुप्रीम कोर्ट में मुआवजा से राहत पाने के लिए गए डीएवी संस्थान को उच्चतम न्यायालय ने 10 करोड़ रूपए की राशि पीडि़तों को देने के आदेश दिए और इसके बाद सुनवाई करने की बात कही। इससे मजबूर होकर 15 मार्च 2010 को डीएवी संस्थान ने 10 करोड़ रूपए की राशि अदालत में जमा करवाई। अब 5 जनवरी 2011 को इस याचिका पर सुनवाई होनी है। पीडि़तों को अदालत से न्याय की आशा है, जिसके चलते पीडि़तों को उम्मीद बंधी है कि उच्चतम न्यायालय केवल पीडि़तों के पक्ष में ही निर्णय नहीं करेगी, बल्कि उन्हें जो मुआवजा कम मिला है, उसे भी बढ़ाकर देगी।
अग्निकांड पीडि़तों को उच्च न्यायालय ने मुआवजा राशि अदा करने के आदेश देकर उनके जख्मों पर मरहम तो लगाई है। लेकिन जख्मों की टीस अभी भी पीडि़तों के बदन और मन पर कायम है। जिसको समय के साथ-साथ उनके रिहबेलीटेशन के लिए और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है। जिसमें बेरोजगारों के लिए रोजगार, पीडि़तों के बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा और जब तक उन्हें रोजगार नहीं मिलता, तब तक उन्हें आर्थिक सहायता।
23 दिसंबर 1995 को 1 बजकर 47 मिनट पर डबवाली के डीएवी स्कूल द्वारा आयोजित वार्षिक समारोह में अचानक आग लगने से 442 दर्शक काल का ग्रास बन गए। जिसमें 136 महिलाएं, 258 बच्चे शामिल थे। जबकि 150 से भी अधिक घायल हुए। विश्व में अब तक का यह सबसे बड़ा अग्निकांड है। जिसमें इतनी भारी संख्या में जीवित लोग झुलस कर शहीद हो गए और घायल हुए। घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चला और कुछ घायल हो ऐसे भी हैं, जिनका आज भी इलाज चल रहा है।
अग्निकांड पीडि़त एसोसिएशन डबवाली के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि साल 1996 में न्याय पाने के लिए एसोसिएशन को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में जाना पड़ा। अदालत ने एसोसिएशन की याचिका पर साल 2003 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश टीपी गर्ग पर आधारित एक सदस्यीय आयोग का गठन करके उन्हें संबंधित पक्षों पर मुआवजा निर्धारित करने का अधिकार दिया। मार्च 2009 को आयोग ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में अपनी रिपोर्ट दी। नवंबर 2009 में हाईकोर्ट ने मुआवजा के संबंध में अपना फैसला सुनाते हुए हरियाणा सरकार को 45 प्रतिशत और डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत मुआवजा राशि पीडि़तों को अदा करने के आदेश दिए। अदालत ने सरकार को 45 प्रतिशत मुआवजा के रूप में 21 करोड़, 26 लाख, 11 हजार 828 रूपए और 30 लाख रूपए ब्याज के रूप में अदा करने के आदेश दिए। जबकि डीएवी संस्थान को 55 प्रतिशत के रूप में 30 करोड़ रूपए की राशि अदा करने के लिए कहा।
आदेश के बावजूद भी करना पड़ा संघर्ष
अग्निकांड पीडि़तों को अदालत द्वारा मुआवजा दिए जाने के आदेश जारी करने के बावजूद भी जब सरकार ने इसके विरूद्ध अपील करने की ठानी तो इसकी भनक पाकर इनेलो से डबवाली के विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला को अग्निकांड पीडि़तों को साथ लेकर संघर्ष करना पड़ा। जिसके चलते सरकार ने तो अपने हाथ पीछे खींच लिए। लेकिन डीएवी मुआवजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चला गया।
डीएवी को भरना पड़ा 10 करोड़
सुप्रीम कोर्ट में मुआवजा से राहत पाने के लिए गए डीएवी संस्थान को उच्चतम न्यायालय ने 10 करोड़ रूपए की राशि पीडि़तों को देने के आदेश दिए और इसके बाद सुनवाई करने की बात कही। इससे मजबूर होकर 15 मार्च 2010 को डीएवी संस्थान ने 10 करोड़ रूपए की राशि अदालत में जमा करवाई। अब 5 जनवरी 2011 को इस याचिका पर सुनवाई होनी है। पीडि़तों को अदालत से न्याय की आशा है, जिसके चलते पीडि़तों को उम्मीद बंधी है कि उच्चतम न्यायालय केवल पीडि़तों के पक्ष में ही निर्णय नहीं करेगी, बल्कि उन्हें जो मुआवजा कम मिला है, उसे भी बढ़ाकर देगी।
अग्निकांड पीडि़तों को उच्च न्यायालय ने मुआवजा राशि अदा करने के आदेश देकर उनके जख्मों पर मरहम तो लगाई है। लेकिन जख्मों की टीस अभी भी पीडि़तों के बदन और मन पर कायम है। जिसको समय के साथ-साथ उनके रिहबेलीटेशन के लिए और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है। जिसमें बेरोजगारों के लिए रोजगार, पीडि़तों के बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा और जब तक उन्हें रोजगार नहीं मिलता, तब तक उन्हें आर्थिक सहायता।
विशेष बच्चे सर्वजीत ने बनाई सबसे सुन्दर पेंटिंग
डबवाली (लहू की लौ) सैंट जोसफ हाई स्कूल डबवाली के प्रबंधक फादर रोसेरियो ने कहा कि समाज में हम सभी किसी न किसी कमी के चलते विकलांग हैं। विकलांगता को दूर करने के लिए दो ही रास्ते हैं एक डाक्टर का और दूसरा विकलांग बच्चों को प्यार और सेवा करके।
वे विश्व विकलांग दिवस के संबंध में प्रैजिनटेशन सिस्टर्ज संस्था शाखा डबवाली द्वारा विकलांगों की आयोजित एक दिवसीय प्रतियोगिताओं के समापन पर उपस्थित विकलांग बच्चों तथा उनके अभिभावकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मां के लिए बच्चे में कभी भी कोई कमी नहीं होती, क्योकि बच्चे और मां के बीच प्यार होता है, जो कमी की अनदेखी कर देता है। यदि हम सभी को प्यार करेंगे तो कमियां नहीं रहेंगी। समाज से विकलांगता भी दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मदर टरेसा ने ईसा मसीह से सभी से प्यार करने की शिक्षा ली और संसार की सेवा की। इसी प्रकार हमें भी मदर टरेसा से शिक्षा लेते हुए एक दूसरे से प्यार करना चाहिए।
इस मौके पर मुख्यातिथि तथा सरकारी अस्पताल डबवाली में तैनात डॉ. अमरदीप जस्सी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विकलांग बच्चों को भले ही किस्मत ने धोखा देकर विकलांग बना दिया। लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने खेलों का प्रदर्शन किया है, उससे उन्होंने यह दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं है। वातावरण, अभिभावकों या बीमारियों के चलते विकलांग होने के बावजूद भी यदि व्यक्ति दृढ निश्चयी है, तो विकलांगता उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। उन्होंने बताया कि न देखने वाली और न सुनने वाली महिला हैलन ने इस बात को साबित कर दिया कि वह इस प्रकार की विकलांगता होते हुए भी बहुत कुछ कर सकती है।
उन्होंने कहा कि शारीरिक या मानसिक रूप से विकलांग होना ही विकलांगता नहीं, बल्कि उसकी राय में जो नास्तिक हैं और काम करना नहीं चाहते, ऐसे लोग ही वास्तव में विकलांग हैं। हमें जीने का नजरिया बदलना होगा, हमेशा खुश रहकर काम करना होगा। जो हिम्मत से काम करते हैं और भगवान का नाम लेकर अपने मार्ग पर चलते हैं, विकलांगता उनके आड़े नहीं आ सकती।
प्रैजिनटेशन सिस्टर्ज की स्थानीय प्रभारी निशा ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान तेईस विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि मटर गेम्स में गुरप्रीत कौर प्रथम, आकाश द्वितीय, बलविंद्र तृतीय रहा। जबकि कैंडल गेम में आकाश ने बाजी मारी। गुरप्रीत, बलविंद्र, किरण, ममता, वीरपाल और मेघा ने भी विजय पाई। पेंटिंग प्रतियोगिता में सर्वजीत कौर प्रथम रही। जबकि अजय और गुरप्रीत द्वितीय, भूषण और किरणजीत कौर ने तृतीय स्थान पाया। इस मौके पर विशेष बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। संस्था की सिस्टर सलमा और रोजी भी उपस्थित थी। जबकि मंच का संचालन रविंद्र कौर ने बखूबी निभाया।
वे विश्व विकलांग दिवस के संबंध में प्रैजिनटेशन सिस्टर्ज संस्था शाखा डबवाली द्वारा विकलांगों की आयोजित एक दिवसीय प्रतियोगिताओं के समापन पर उपस्थित विकलांग बच्चों तथा उनके अभिभावकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मां के लिए बच्चे में कभी भी कोई कमी नहीं होती, क्योकि बच्चे और मां के बीच प्यार होता है, जो कमी की अनदेखी कर देता है। यदि हम सभी को प्यार करेंगे तो कमियां नहीं रहेंगी। समाज से विकलांगता भी दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मदर टरेसा ने ईसा मसीह से सभी से प्यार करने की शिक्षा ली और संसार की सेवा की। इसी प्रकार हमें भी मदर टरेसा से शिक्षा लेते हुए एक दूसरे से प्यार करना चाहिए।
इस मौके पर मुख्यातिथि तथा सरकारी अस्पताल डबवाली में तैनात डॉ. अमरदीप जस्सी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विकलांग बच्चों को भले ही किस्मत ने धोखा देकर विकलांग बना दिया। लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने खेलों का प्रदर्शन किया है, उससे उन्होंने यह दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं है। वातावरण, अभिभावकों या बीमारियों के चलते विकलांग होने के बावजूद भी यदि व्यक्ति दृढ निश्चयी है, तो विकलांगता उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। उन्होंने बताया कि न देखने वाली और न सुनने वाली महिला हैलन ने इस बात को साबित कर दिया कि वह इस प्रकार की विकलांगता होते हुए भी बहुत कुछ कर सकती है।
उन्होंने कहा कि शारीरिक या मानसिक रूप से विकलांग होना ही विकलांगता नहीं, बल्कि उसकी राय में जो नास्तिक हैं और काम करना नहीं चाहते, ऐसे लोग ही वास्तव में विकलांग हैं। हमें जीने का नजरिया बदलना होगा, हमेशा खुश रहकर काम करना होगा। जो हिम्मत से काम करते हैं और भगवान का नाम लेकर अपने मार्ग पर चलते हैं, विकलांगता उनके आड़े नहीं आ सकती।
प्रैजिनटेशन सिस्टर्ज की स्थानीय प्रभारी निशा ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान तेईस विशेष बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि मटर गेम्स में गुरप्रीत कौर प्रथम, आकाश द्वितीय, बलविंद्र तृतीय रहा। जबकि कैंडल गेम में आकाश ने बाजी मारी। गुरप्रीत, बलविंद्र, किरण, ममता, वीरपाल और मेघा ने भी विजय पाई। पेंटिंग प्रतियोगिता में सर्वजीत कौर प्रथम रही। जबकि अजय और गुरप्रीत द्वितीय, भूषण और किरणजीत कौर ने तृतीय स्थान पाया। इस मौके पर विशेष बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। संस्था की सिस्टर सलमा और रोजी भी उपस्थित थी। जबकि मंच का संचालन रविंद्र कौर ने बखूबी निभाया।
'ऐट पीएमÓ पर भावुक हुए केवी
डबवाली (लहू की लौ) बढ़ते कदम रैली में अधिक से अधिक भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेसी नेता जनता के सामने तेवर बदलकर आ रहे हैं। कोई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में नेता के नाम पर फूट डालने की बात करता है, तो कोई बेचारा अपना दर्द जनता के समक्ष रखकर लोगों के जज्बात कांग्रेस के साथ जोडऩे का प्रयास करता है। शनिवार को डबवाली में जनता को रिझाने के लिए कांग्रेसी नेता मक्खियों की तरह भिनभिनाते रहे। तरह-तरह के प्रलोभन और आश्वासन देते रहे। लोगों का विश्वास जीतने के लिए कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस की ही आलोचना करनी शुरू कर दी। गोबिंद कांडा ने वर्करों की सहानुभूति के लिए नेताओं को रौंदा, तो शाम की ऐट पीएम पर डॉ. केवी सिंह ने अपने दर्द लोगों को सुनाए, सुनाते-सुनाते इतने भावुक हो गए कि उन्होंने अपने आकाओं पर यह आरोप जड़ दिया कि वह यहां भी कहीं विकास करवाते हैं, तो उन्हें पुरस्कार के रूप में हल्का से बनवास दे दिया जाता है। लेकिन इस बार वह किसी भी कीमत पर बनवाास पर नहीं जाएंगे। भले ही उन्हें हल्का बदलने के लिए कहा जा रहा है। वे डबवाली में ही अपने भाग्य को अजमाएंगे। डबवाली उनका अपना घर है।
शनिवार को ऐट पीएम का समय था। वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल के निवास स्थान पर डॉ. केवी सिंह की सभा चल रही थी। लोगों को 25 दिसंबर की बढ़ते कदम रैली में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा था। न्यौता देते-देते केवी सिंह एकदम भावुक हो उठे और बोल पड़े कि ओएसडी रहते समय करीब साढ़े तीन साल तक उन्होंने रानियां हल्के में विकास की गंगा बहाई। करीब 16 स्कूल अपग्रेड करवाए। यहीं नहीं गलियां व सड़कें पक्की करवाई। चूंकि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने उन्हें वहां से टिकट देने का आश्वासन दिया था। जब हुड्डा को सीआईडी रिपोर्ट मिली कि डबवाली और ऐलनाबाद से चौटाला परिवार का सदस्य चुनाव मैदान में उतर रहा है, तो उन्हें वहां से डबवाली भेज दिया गया। डबवाली में उन्होंने 10 माह के भीतर कांग्रेस को डबवाली नगरपालिका की सत्ता, फिर लोकसभा चुनाव में विजय दिलाई। यहीं नहीं बल्कि कई करोड़ रूपए खर्च करके क्षेत्र की गलियां, सड़कें बनवाई। लेकिन अब उस पर हल्का बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इस बार उसने ठान ली है, कि वह अपना हल्का नहीं बदलेंगे। डबवाली में रहेंगे, डबवाली के लोगों के काम करवाएंगे, डबवाली के लोगों के लिए लड़ेंगे और स्वयं भी डबवाली में ही अपना भाग्य अजमाएंगे।
उन्होंने लोगों को भी उलाहना दिया कि कांग्रेस ने तो उन्हें डबवाली से टिकट दी लेकिन अगर लोग मेरा साथ देते और मुझे जीता देते, आज डबवाली का नक्शा ओर होता। जीते हुए व्यक्ति को सरकार में जितना सम्मान मिलता है, हारे हुए को उतना सम्मान नहीं मिलता। यही वजह है कि आज उनके काम करवाने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। अन्यथा चुटकी में उनके काम हो जाते।
शनिवार को ऐट पीएम का समय था। वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल के निवास स्थान पर डॉ. केवी सिंह की सभा चल रही थी। लोगों को 25 दिसंबर की बढ़ते कदम रैली में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा था। न्यौता देते-देते केवी सिंह एकदम भावुक हो उठे और बोल पड़े कि ओएसडी रहते समय करीब साढ़े तीन साल तक उन्होंने रानियां हल्के में विकास की गंगा बहाई। करीब 16 स्कूल अपग्रेड करवाए। यहीं नहीं गलियां व सड़कें पक्की करवाई। चूंकि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने उन्हें वहां से टिकट देने का आश्वासन दिया था। जब हुड्डा को सीआईडी रिपोर्ट मिली कि डबवाली और ऐलनाबाद से चौटाला परिवार का सदस्य चुनाव मैदान में उतर रहा है, तो उन्हें वहां से डबवाली भेज दिया गया। डबवाली में उन्होंने 10 माह के भीतर कांग्रेस को डबवाली नगरपालिका की सत्ता, फिर लोकसभा चुनाव में विजय दिलाई। यहीं नहीं बल्कि कई करोड़ रूपए खर्च करके क्षेत्र की गलियां, सड़कें बनवाई। लेकिन अब उस पर हल्का बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इस बार उसने ठान ली है, कि वह अपना हल्का नहीं बदलेंगे। डबवाली में रहेंगे, डबवाली के लोगों के काम करवाएंगे, डबवाली के लोगों के लिए लड़ेंगे और स्वयं भी डबवाली में ही अपना भाग्य अजमाएंगे।
उन्होंने लोगों को भी उलाहना दिया कि कांग्रेस ने तो उन्हें डबवाली से टिकट दी लेकिन अगर लोग मेरा साथ देते और मुझे जीता देते, आज डबवाली का नक्शा ओर होता। जीते हुए व्यक्ति को सरकार में जितना सम्मान मिलता है, हारे हुए को उतना सम्मान नहीं मिलता। यही वजह है कि आज उनके काम करवाने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। अन्यथा चुटकी में उनके काम हो जाते।
तारे आसमां से धरती पे किसने उतारे..
डबवाली (लहू की लौ) बाल वाटिका मॉडल स्कूल मंडी किलियांवाली का वार्षिक अभिभावक एवं पारितोषिक वितरण समारोह रविवार को डबवाली के भगवान श्रीकृष्णा कॉलेज ऑफ एजूकेशन में स्थित मदन मैमोरियल हाल में सम्पन्न हुआ। जिसमें विद्यालय के एलकेजी से लेकर द्वितीय कक्षा तक के 198 बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि रणवीर सिंह राणा जिला प्रधान महासचिव इंडियन नैशनल लोकदल ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके की। द्वितीय कक्षा के दिव्यांश ने हम तकदीर हैं कल के हिन्दुस्तान की कविता सुनाई। यूकेजी के दिव्यांश ने चाचा नेहरू के जीवन पर प्रकाश डाला। एलकेजी के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने फिल्मी गीत मैं इधर चला, मैं उधर चला, न जाने मैं किधर चला पर नृत्य किया। जबकि द्वितीय कक्षा के विद्यार्थियों ने मइया यशोदा तेरा कन्हैया गाकर माहौल भक्तिमय बना दिया।
यहां यूकेजी के विद्यार्थियों ने तारे आसमां से धरती पे किसने उतारे...., प्रथम कक्षा के विद्यार्थियों ने जूबी डूबी... पर डांस करके दर्शकों की वाहवाही लूटी वहीं द्वितीय कक्षा की रेणुका ने घर को जन्नत सा बना देती हैं बेटियां, पर कविता सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया। वाटिका की प्रिंसीपल वन्दना मैहता ने स्कूल की प्रगति रिपोर्ट पढ़ी और आये हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। जबकि मंच संचालन अध्यापिका राज वधवा ने किया।
मुख्य अतिथि रणवीर सिंह राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ रहे हैं। समाज के लिए यह अच्छा संकेत है। इससे देश के विकास को नई दिशा मिलेगी।
इस मौके पर सुभाष गुप्ता एडवोकेट, वेदप्रकाश जिन्दल, अरूण जिन्दल, नीरज जिन्दल, एसके दुआ, प्रिंसीपल बाल मंदिर स्कूल किलियांवाली एमएस देवगुन, भगवान श्रीकृष्ण कॉलेज ऑफ एजूकेशन की प्रिंसीपल पूनम गुप्ता, रिटायर्ड बैंक अधिकारी राजकुमार गर्ग, रविन्द्र गर्ग मैनेजर हरियाणा ग्रामीण बैंक रोहतक, आढ़तिया सुरेन्द्र बांसल, विजय गुप्ता एडवोकेट, अनिल गोयल एडवोकेट उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि रणवीर सिंह राणा जिला प्रधान महासचिव इंडियन नैशनल लोकदल ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके की। द्वितीय कक्षा के दिव्यांश ने हम तकदीर हैं कल के हिन्दुस्तान की कविता सुनाई। यूकेजी के दिव्यांश ने चाचा नेहरू के जीवन पर प्रकाश डाला। एलकेजी के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने फिल्मी गीत मैं इधर चला, मैं उधर चला, न जाने मैं किधर चला पर नृत्य किया। जबकि द्वितीय कक्षा के विद्यार्थियों ने मइया यशोदा तेरा कन्हैया गाकर माहौल भक्तिमय बना दिया।
यहां यूकेजी के विद्यार्थियों ने तारे आसमां से धरती पे किसने उतारे...., प्रथम कक्षा के विद्यार्थियों ने जूबी डूबी... पर डांस करके दर्शकों की वाहवाही लूटी वहीं द्वितीय कक्षा की रेणुका ने घर को जन्नत सा बना देती हैं बेटियां, पर कविता सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया। वाटिका की प्रिंसीपल वन्दना मैहता ने स्कूल की प्रगति रिपोर्ट पढ़ी और आये हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। जबकि मंच संचालन अध्यापिका राज वधवा ने किया।
मुख्य अतिथि रणवीर सिंह राणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ रहे हैं। समाज के लिए यह अच्छा संकेत है। इससे देश के विकास को नई दिशा मिलेगी।
इस मौके पर सुभाष गुप्ता एडवोकेट, वेदप्रकाश जिन्दल, अरूण जिन्दल, नीरज जिन्दल, एसके दुआ, प्रिंसीपल बाल मंदिर स्कूल किलियांवाली एमएस देवगुन, भगवान श्रीकृष्ण कॉलेज ऑफ एजूकेशन की प्रिंसीपल पूनम गुप्ता, रिटायर्ड बैंक अधिकारी राजकुमार गर्ग, रविन्द्र गर्ग मैनेजर हरियाणा ग्रामीण बैंक रोहतक, आढ़तिया सुरेन्द्र बांसल, विजय गुप्ता एडवोकेट, अनिल गोयल एडवोकेट उपस्थित थे।
18 दिसंबर 2010
बाल-बाल बचे डीएसपी
डबवाली (लहू की लौ) जीटी रोड़ रेलवे फाटक पर वीरवार शाम को एक ट्रक डीएसपी डबवाली की गाड़ी से टकरा गया। गाड़ी मामूली नुक्सान हुआ लेकिन चालक इसमें सवार डीएसपी बाल-बाल बच गये।
जीटी रोड़ रेलवे फाटक वीरवार शाम को बन्द था। लगभग आधा घंटे के बाद जैसे ही फाटक खुला तो दोनों साईडों के वाहनों को एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लग गई। इसी दौरान बाजार साईड से सायरन बजाती हुई डीएसपी बाबू लाल की गाड़ी भी इस जाम की लपेट में आ गई। इसी दौरान फाटक क्रॉस करता एक ट्रक इस गाड़ी से जा टकराया।
डीएसपी गाड़ी के चालक बघेल सिंह ने बताया कि उसने साईड से आ रहे ट्रक को रूकने का इशारा किया, ट्रक रूक भी गया। लेकिन जैसे ही उनकी गाड़ी क्रॉस करने लगी तो ट्रक चालक ने अचानक ट्रक चला दिया जो गाड़ी में आ लगा। जिससे वे बाल-बाल बच गये। उसने कहा कि ट्रक चालक ने शराब पी रखी थी।
ट्रक चालक सुखजिन्द्र सिंह निवासी सुखदेव सिंह निवासी मलेरकोटला ने बताया कि उसके ट्रक में मूंगफली भरी हुई है। लेकिन व्यापारियों ने उन्हें सुरक्षित मूंगफली पहुंचाने की खुशी में शराब पिलाई। लेकिन वह इस गाड़ी को जल्दबाजी में निकाल कर किलियांवाली बैरियर पर ले जा रहे थे कि फाटक के पास यह हादसा हो गया। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू अपने दल बल के साथ पहुंच गये।
जीटी रोड़ रेलवे फाटक वीरवार शाम को बन्द था। लगभग आधा घंटे के बाद जैसे ही फाटक खुला तो दोनों साईडों के वाहनों को एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लग गई। इसी दौरान बाजार साईड से सायरन बजाती हुई डीएसपी बाबू लाल की गाड़ी भी इस जाम की लपेट में आ गई। इसी दौरान फाटक क्रॉस करता एक ट्रक इस गाड़ी से जा टकराया।
डीएसपी गाड़ी के चालक बघेल सिंह ने बताया कि उसने साईड से आ रहे ट्रक को रूकने का इशारा किया, ट्रक रूक भी गया। लेकिन जैसे ही उनकी गाड़ी क्रॉस करने लगी तो ट्रक चालक ने अचानक ट्रक चला दिया जो गाड़ी में आ लगा। जिससे वे बाल-बाल बच गये। उसने कहा कि ट्रक चालक ने शराब पी रखी थी।
ट्रक चालक सुखजिन्द्र सिंह निवासी सुखदेव सिंह निवासी मलेरकोटला ने बताया कि उसके ट्रक में मूंगफली भरी हुई है। लेकिन व्यापारियों ने उन्हें सुरक्षित मूंगफली पहुंचाने की खुशी में शराब पिलाई। लेकिन वह इस गाड़ी को जल्दबाजी में निकाल कर किलियांवाली बैरियर पर ले जा रहे थे कि फाटक के पास यह हादसा हो गया। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू अपने दल बल के साथ पहुंच गये।
जन्म प्रमाण पत्र के बदले मांगी रिश्वत
डबवाली (लहू की लौ) गांव अलीकां के युवक ने डबवाली के सामान्य अस्पताल के हैल्थ सुपरवाईजर पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की एवज में सुविधा शुल्क का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत एएमओ डबवाली को की है।
गांव अलीकां के शुकरपाल सिंह पुत्र दलौर सिंह ने बताया कि उसने अपने बड़े भाई गुरपाल सिंह, भांजे गुरमेल सिंह पुत्र जगसीर का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना था। इसके लिए उसने सभी आवश्यक कार्यवाही पूरी करके फाईलों को डबवाली सामान्य अस्पताल के हैल्थ सुपरवाईजर दर्शन सेठी को प्रमाण पत्र बनाने के लिए दे दी। लेकिन सेठी पहले तो चक्कर लगवाता रहा। लेकिन बाद में बुधवार को 500 रूपये प्रति जन्म प्रमाण पऋ की मांग करने लगा और कहने लगा कि इसमें सभी प्रकार की फीस आ जायेगी। इस संबंध में शुक्रवार को शिकायतकर्ता ने डबवाली सामान्य अस्पताल के एसएमओ विनोद महिपाल को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है। इस सन्दर्भ में दर्शन सेठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले उनके पास शुकरपाल सिंह दो फाईलें लेकर आया था। लेकिन व्यस्तता के चलते उसका काम समय पर नहीं हो सका। उसने मात्र 35 रूपये प्रति फाईल सरकारी फीस ही मांगी थी न कि 500 रूपये प्रति फाईल।
एसएमओ विनोद महिपाल ने बताया कि उपरोक्त शिकायत के आधार पर 7 दिन के भीतर हैल्थ सुपरवाईजर दर्शन सेठी से जवाब मांगा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सेठी की उनके पास मौखिक रूप से पहले भी काफी शिकायतें आयी हैं लेकिन इसे समझाने पर भी इसमें कोई सुधार नहीं हुआ।
गांव अलीकां के शुकरपाल सिंह पुत्र दलौर सिंह ने बताया कि उसने अपने बड़े भाई गुरपाल सिंह, भांजे गुरमेल सिंह पुत्र जगसीर का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना था। इसके लिए उसने सभी आवश्यक कार्यवाही पूरी करके फाईलों को डबवाली सामान्य अस्पताल के हैल्थ सुपरवाईजर दर्शन सेठी को प्रमाण पत्र बनाने के लिए दे दी। लेकिन सेठी पहले तो चक्कर लगवाता रहा। लेकिन बाद में बुधवार को 500 रूपये प्रति जन्म प्रमाण पऋ की मांग करने लगा और कहने लगा कि इसमें सभी प्रकार की फीस आ जायेगी। इस संबंध में शुक्रवार को शिकायतकर्ता ने डबवाली सामान्य अस्पताल के एसएमओ विनोद महिपाल को शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई है। इस सन्दर्भ में दर्शन सेठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 5 दिन पहले उनके पास शुकरपाल सिंह दो फाईलें लेकर आया था। लेकिन व्यस्तता के चलते उसका काम समय पर नहीं हो सका। उसने मात्र 35 रूपये प्रति फाईल सरकारी फीस ही मांगी थी न कि 500 रूपये प्रति फाईल।
एसएमओ विनोद महिपाल ने बताया कि उपरोक्त शिकायत के आधार पर 7 दिन के भीतर हैल्थ सुपरवाईजर दर्शन सेठी से जवाब मांगा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सेठी की उनके पास मौखिक रूप से पहले भी काफी शिकायतें आयी हैं लेकिन इसे समझाने पर भी इसमें कोई सुधार नहीं हुआ।
लुटेरों को पकडऩे के लिए स्कैच तैयार करेगी पुलिस
डबवाली (लहू की लौ) पेट्रोल पम्प लुटेरों को पकडऩे के लिए पुलिस ने चार टीमें गठित करके संदिग्ध स्थानों पर छापमारी शुरू कर दी है और कुछ युवकों से संदेह के आधार पर पूछताछ भी की जा रही है।
पुलिस को लुटेरों द्वारा प्रयुक्त की गई स्विफ्ट कार का एचआर25ई/2971 नम्बर मिला। पुलिस ने इस नम्बर के आधार पर जांच शुरू कर दी। प्रारम्भ में पुलिस को लगा कि बाजी जीत जायेंगे और जल्द ही पुलिस के हाथ लुटेरों की गर्दन तक होंगे। लेकिन पुलिस को उस समय निराशा हाथ लगी जब नम्बर के बारे में उपमंडल अधिकारी नागरिक कार्यालय डबवाली से जांच पड़ताल की गई तो यह नम्बर फै क पाया गया।
पुलिस ने जांच का ढंग बदलते हुए अब ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले युवाओं की सूची बनानी शुरू कर दी है और इस सन्दर्भ में पंजाब तथा राजस्थान की पुलिस से भी सम्पर्क साधा जा रहा है। लुटेरों की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच आंकी जा रही है।
थाना शहर प्रभारी इंंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि लुटेरों की तालाश में चार टीमें गठित की गई हैं। जिनका नेतृत्व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर किशोरी लाल, सीआईए डबवाली प्रभारी एसआई हवा सिंह, थाना शहर के एसआई मंदरूप सिंह तथा एक टीम का नेतृत्व वह स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लुटेरों द्वारा प्रयुक्त गाड़ी का नम्बर फैक पाये जाने पर अब लुटेरों के स्कैच तैयार करवाये जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि लुटेरों को शीघ्र ही काबू कर लिया जायेगा।
पुलिस को लुटेरों द्वारा प्रयुक्त की गई स्विफ्ट कार का एचआर25ई/2971 नम्बर मिला। पुलिस ने इस नम्बर के आधार पर जांच शुरू कर दी। प्रारम्भ में पुलिस को लगा कि बाजी जीत जायेंगे और जल्द ही पुलिस के हाथ लुटेरों की गर्दन तक होंगे। लेकिन पुलिस को उस समय निराशा हाथ लगी जब नम्बर के बारे में उपमंडल अधिकारी नागरिक कार्यालय डबवाली से जांच पड़ताल की गई तो यह नम्बर फै क पाया गया।
पुलिस ने जांच का ढंग बदलते हुए अब ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले युवाओं की सूची बनानी शुरू कर दी है और इस सन्दर्भ में पंजाब तथा राजस्थान की पुलिस से भी सम्पर्क साधा जा रहा है। लुटेरों की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच आंकी जा रही है।
थाना शहर प्रभारी इंंस्पेक्टर बलवन्त जस्सू ने बताया कि लुटेरों की तालाश में चार टीमें गठित की गई हैं। जिनका नेतृत्व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर किशोरी लाल, सीआईए डबवाली प्रभारी एसआई हवा सिंह, थाना शहर के एसआई मंदरूप सिंह तथा एक टीम का नेतृत्व वह स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लुटेरों द्वारा प्रयुक्त गाड़ी का नम्बर फैक पाये जाने पर अब लुटेरों के स्कैच तैयार करवाये जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि लुटेरों को शीघ्र ही काबू कर लिया जायेगा।
पिस्तौल की नोक पर पेट्रोल पम्प लूटा
डबवाली (लहू की लौ) चौटाला रोड़ पर गांव शेरगढ़ में स्थित एसआर पेट्रोल पम्प से तीन अज्ञात कार सवार पिस्तौल की नोक पर पम्प के करिंदे से 70 हजार रूपये की नकदी लूट कर फरार हो गये।
मित्तल पेट्रो सर्विस शेरगढ़ पर शुक्रवार सुबह पौने चार पम्प पर करिंदे सतिन्द्र और मोहन लाल कार्यरत थे। इसी दौरान वहां पर स्विफ्ट गाड़ी आकर रूकी जिसमें तीन लोग सवार थे। उन्होंने 300 रूपये देकर करिंदे मोहन को गाड़ी में पेट्रोल डालने के लिए कहा। मोहन लाल पेट्रोल डालने लगा जबकि सतिन्द्र 300 रूपये की राशि लेकर पम्प के कार्यालय में चला गया। कार से इसी समय तीन व्यक्ति उतरे जिसमें से एक ने मोहन की कनपटी पर बन्दूक लगा दी। जबकि दो अन्य कार्यालय में चले गये। उनमें से एक ने सतिन्द्र की ओर पिस्तौल तान कर कहा कि उसके पास जितनी भी नकदी है वह उनके हवाले कर दे, वरना वह उसे गोली से उड़ा देंगे। सतिन्द्र ने गल्ले को खोल दिया और पिस्तौल धारक के साथी ने गल्ले में पड़ी नकदी निकाल ली और कार में बैठ कर फरार हो गये। पेट्रोल पम्प के करिंदे सतिन्द्र (32) पुत्र जगदीश निवासी मैनासर (चुरू), मोहन लाल (23) पुत्र सेवा राम निवासी नांगल की ढाणी (सीकर) ने बताया कि रात को पम्प पर उनकी डयूटी थी और शुक्रवार सुबह पौने चार बजे चौटाला गांव की ओर से एक स्विफ्ट गाड़ी पम्प पर आई और वारदात को अंजाम देकर चौटाला साईड की ओर निकल गई। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना मोबाइल से पम्प मालिक अमित मित्तल को दी।
अमित मित्तल ने बताया कि उसने इसकी सूचना तुरन्त थाना शहर डबवाली पुलिस को दी और स्वयं मौका पर पहुंचा। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू अपने दल बल के साथ पहुंचे और घटना का निरीक्षण करने के बाद दोनों कर्मचारियों के ब्यान दर्ज किये।
थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू ने बताया कि पेट्रोल पम्प मालिक अमित मित्तल के ब्यान पर तीन अज्ञात कार सवार लुटेरों के खिलाफ दफा 392/34 आईपीसी तथा आर्मज एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके लुटेरों की तालाश सरगर्मी से शुरू कर दी है।
मित्तल पेट्रो सर्विस शेरगढ़ पर शुक्रवार सुबह पौने चार पम्प पर करिंदे सतिन्द्र और मोहन लाल कार्यरत थे। इसी दौरान वहां पर स्विफ्ट गाड़ी आकर रूकी जिसमें तीन लोग सवार थे। उन्होंने 300 रूपये देकर करिंदे मोहन को गाड़ी में पेट्रोल डालने के लिए कहा। मोहन लाल पेट्रोल डालने लगा जबकि सतिन्द्र 300 रूपये की राशि लेकर पम्प के कार्यालय में चला गया। कार से इसी समय तीन व्यक्ति उतरे जिसमें से एक ने मोहन की कनपटी पर बन्दूक लगा दी। जबकि दो अन्य कार्यालय में चले गये। उनमें से एक ने सतिन्द्र की ओर पिस्तौल तान कर कहा कि उसके पास जितनी भी नकदी है वह उनके हवाले कर दे, वरना वह उसे गोली से उड़ा देंगे। सतिन्द्र ने गल्ले को खोल दिया और पिस्तौल धारक के साथी ने गल्ले में पड़ी नकदी निकाल ली और कार में बैठ कर फरार हो गये। पेट्रोल पम्प के करिंदे सतिन्द्र (32) पुत्र जगदीश निवासी मैनासर (चुरू), मोहन लाल (23) पुत्र सेवा राम निवासी नांगल की ढाणी (सीकर) ने बताया कि रात को पम्प पर उनकी डयूटी थी और शुक्रवार सुबह पौने चार बजे चौटाला गांव की ओर से एक स्विफ्ट गाड़ी पम्प पर आई और वारदात को अंजाम देकर चौटाला साईड की ओर निकल गई। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना मोबाइल से पम्प मालिक अमित मित्तल को दी।
अमित मित्तल ने बताया कि उसने इसकी सूचना तुरन्त थाना शहर डबवाली पुलिस को दी और स्वयं मौका पर पहुंचा। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू अपने दल बल के साथ पहुंचे और घटना का निरीक्षण करने के बाद दोनों कर्मचारियों के ब्यान दर्ज किये।
थाना शहर प्रभारी बलवन्त जस्सू ने बताया कि पेट्रोल पम्प मालिक अमित मित्तल के ब्यान पर तीन अज्ञात कार सवार लुटेरों के खिलाफ दफा 392/34 आईपीसी तथा आर्मज एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके लुटेरों की तालाश सरगर्मी से शुरू कर दी है।
'जिसको तेरी बुद्धि से प्रकाश मिल गया, धरा मिल गई आकाश मिल गयाÓ
डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज द्वारा करवाए जा रहे वाॢषक उत्सव के अंतर्गत पांच दिवसीय सामवेदीय यज्ञ महोत्सव की पारिवारिक श्रृंखला का शुभारम्भ प्रात: जगदीश राय पेंटर व जगरूप राय के निवास पर हवन यज्ञ से हुआ। ''जिसको तेरी बुद्धि से प्रकाश मिल गया, धरा मिल गई आकाश मिल गयाÓÓ भजन से वातावरण भक्तिमय हो गया।
द्रोणस्थली आर्य कन्या गुरूकुल की ब्रह्मचारिणीयों श्रद्धा, शान्ति, श्रीदेवी एवं मनीषा ने परमात्मा का गुणगान किया। राजवीर शास्त्री दिल्लीवाले ने अपने चिरपरिचित अन्दाज में यज्ञ महिमा का गुणगान करते हुए ''होता है सारे विश्व का कल्याण यज्ञ से, जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ सेÓÓ गाया तो उपस्थित श्रद्धालु झूमने पर मजबूर हो गए। आर्य जगत की प्रकाण्ड विदुषी डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने वचनों के माध्यम से श्रोताओं को अपनी वाणी पर नियन्त्रण रखने के लिए प्रेरित किया।
मंच का संचालन प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. एनडी वधवा, मास्टर नत्थू राम अग्रवाल, हरि ग्रोवर, विकास, रामधन, सावित्री देवी, सुदेश आर्य उपस्थित थे।
द्रोणस्थली आर्य कन्या गुरूकुल की ब्रह्मचारिणीयों श्रद्धा, शान्ति, श्रीदेवी एवं मनीषा ने परमात्मा का गुणगान किया। राजवीर शास्त्री दिल्लीवाले ने अपने चिरपरिचित अन्दाज में यज्ञ महिमा का गुणगान करते हुए ''होता है सारे विश्व का कल्याण यज्ञ से, जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ सेÓÓ गाया तो उपस्थित श्रद्धालु झूमने पर मजबूर हो गए। आर्य जगत की प्रकाण्ड विदुषी डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने वचनों के माध्यम से श्रोताओं को अपनी वाणी पर नियन्त्रण रखने के लिए प्रेरित किया।
मंच का संचालन प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. एनडी वधवा, मास्टर नत्थू राम अग्रवाल, हरि ग्रोवर, विकास, रामधन, सावित्री देवी, सुदेश आर्य उपस्थित थे।
अपने हक के लिए एसडीएम कार्यालय के आगे लगाया तम्बू
डबवाली (लहू की लौ) पिछले सात सालों से नीलामी पर खरीदी गई जमीन पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के बाद शुक्रवार को भक्त शाम लाल पुत्र दीनदयाल उपमंडल अधिकारी (ना.) कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने के लिए मजबूर हुआ है।
आप बीती सुनाते हुए भक्त शाम लाल ने बताया कि उसने हरियाणा सरकार से सात साल पूर्व नीलामी पर गांव डबवाली में सात कैनाल सत्तरह मरले भूमि खरीदी थी। लेकिन उसे खरीदी गई जमीन का रकबा नहीं दिया गया और उसने अपनी जमीन पूरी करवाने के लिए कई बार निशानदेही करवाई और हर बार उसे यह कहकर टरकाया जाता रहा कि उसकी जमीन जीटी रोड़ में आ चुकी है। शाम लाल के अनुसार सड़क महकमा के लोग कहते हैं कि यह जमीन जीटी रोड़ में नहीं आई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार वे इस संबंध में उपायुक्त सिरसा तथा चेयरमैन कष्ट निवारण समिति सिरसा को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगा चुका है। लेकिन इसके बावजूद आज तक उसकी सुनवाई नहीं हुई और न ही उसकी जमीन पूरी करवाई गई है। इस संदर्भ में उसने आज उपमण्डल अधिकारी (ना.) की अनुपस्थिति में अपनी शिकायत उपमण्डल अधिकारी (ना.) के सुपरिडेण्ट दविन्द्र गिल को देकर न्याय की गुहार लगाई है। शाम लाल ने इस संवाददाता को बताया कि वह तब तक यहां से नहीं उठेगा जब तक उसे इंसाफ नहीं मिल जाता।
इस संदर्भ में तहसीलदार राजेन्द्र कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त जमीन की दो बार निशादेही करवाई जा चुकी है। एक बार उनसे पूर्व तहसीलदार अमरजीत सिंह ने और एक बार वे स्वयं निशानदेही कर चुके हैं। उनके अनुसार भक्त शाम लाल उनसे यह लिखवाना चाह रहा है कि उसकी जमीन जीटी रोड़ में आ गई है।
आप बीती सुनाते हुए भक्त शाम लाल ने बताया कि उसने हरियाणा सरकार से सात साल पूर्व नीलामी पर गांव डबवाली में सात कैनाल सत्तरह मरले भूमि खरीदी थी। लेकिन उसे खरीदी गई जमीन का रकबा नहीं दिया गया और उसने अपनी जमीन पूरी करवाने के लिए कई बार निशानदेही करवाई और हर बार उसे यह कहकर टरकाया जाता रहा कि उसकी जमीन जीटी रोड़ में आ चुकी है। शाम लाल के अनुसार सड़क महकमा के लोग कहते हैं कि यह जमीन जीटी रोड़ में नहीं आई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार वे इस संबंध में उपायुक्त सिरसा तथा चेयरमैन कष्ट निवारण समिति सिरसा को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगा चुका है। लेकिन इसके बावजूद आज तक उसकी सुनवाई नहीं हुई और न ही उसकी जमीन पूरी करवाई गई है। इस संदर्भ में उसने आज उपमण्डल अधिकारी (ना.) की अनुपस्थिति में अपनी शिकायत उपमण्डल अधिकारी (ना.) के सुपरिडेण्ट दविन्द्र गिल को देकर न्याय की गुहार लगाई है। शाम लाल ने इस संवाददाता को बताया कि वह तब तक यहां से नहीं उठेगा जब तक उसे इंसाफ नहीं मिल जाता।
इस संदर्भ में तहसीलदार राजेन्द्र कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त जमीन की दो बार निशादेही करवाई जा चुकी है। एक बार उनसे पूर्व तहसीलदार अमरजीत सिंह ने और एक बार वे स्वयं निशानदेही कर चुके हैं। उनके अनुसार भक्त शाम लाल उनसे यह लिखवाना चाह रहा है कि उसकी जमीन जीटी रोड़ में आ गई है।
क्रिसमिस-डे पर सांता कलॉज ने बांटी टॉफियां
डबवाली (लहू की लौ) सेंट जोसफ हाई स्कूल में शुक्रवार को केक काटकर क्रिसमिस-डे मनाया गया। इस मौके पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विद्यालय के बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सांता क्लोज प्रेम का संदेश देने विद्यालय प्रांगण में उतरे। उन्होंने नन्हें-मुन्नों को टॉफियां बांटी।
शब्द गायन प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की गई। प्रथम वर्ग में 6वीं बी प्रथम, 5वीं ए द्वितीय, 6वीं ए तृतीय रही। दूसरे वर्ग में 7वीं बी + 8वीं बी प्रथम, 7वीं एक द्वितीय तथा 8वीं ए+8वीं सी तृतीय रही। तीसरे वर्ग में 9वीं ए, 9वीं बी ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान पाया।
आकर्षक परिधान पहने नन्हे-मुन्नों में खेल मुकाबले भी करवाए गए। गुब्बारा फोडऩे में एलकेजी का गुरकीरत सिंह प्रथम, यूकेजी का आकाश द्वितीय रहा। पत्थर इक्ट्ठा करके डिब्बा भरने में पहली क्लास के पवनदीप ने बाजी मारी। जबकि दूसरा का गुरप्यास द्वितीय रहा। पूंछ नोचना प्रतियोगिता में दूसरी का असीम प्रथम, तीसरी का बलकार दूसरे स्थान पर रहा। कॉक एण्ड हेन कम्पीटीशन लड़कों में 6वीं का गुरिन्द्र प्रथम, हरजोत द्वितीय, लड़कियों में 5वीं की चेष्ठा ने पहला, चौथी की तानिया ने दूसरा स्थान अर्जित किया। मटका तोडऩे में 7वीं ए का राहुल प्रथम, 7वीं बी का नवप्रीत द्वितीय रहा। इसी प्रकार तम्बोला में 6वीं से पुनीत, 7वीं से आजादवीर और 6वीं से प्रियंका बिश्नोई प्रथम रहे। प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका फादर नोमन, सिस्टर सलमा तथा ब्रदर डेविड ने निभाई।
इससे पूर्व कार्यक्रम की मुख्यातिथि सिस्टर निशा अध्यक्षा दीपांजलि ट्रस्ट, प्रिंसीपल फादर पाशो गोनजालविस ने संयुक्त रूप से केक काटा। इस मौके पर फादर मैनेजर रोजारिया भी उपस्थित थे।
शब्द गायन प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की गई। प्रथम वर्ग में 6वीं बी प्रथम, 5वीं ए द्वितीय, 6वीं ए तृतीय रही। दूसरे वर्ग में 7वीं बी + 8वीं बी प्रथम, 7वीं एक द्वितीय तथा 8वीं ए+8वीं सी तृतीय रही। तीसरे वर्ग में 9वीं ए, 9वीं बी ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान पाया।
आकर्षक परिधान पहने नन्हे-मुन्नों में खेल मुकाबले भी करवाए गए। गुब्बारा फोडऩे में एलकेजी का गुरकीरत सिंह प्रथम, यूकेजी का आकाश द्वितीय रहा। पत्थर इक्ट्ठा करके डिब्बा भरने में पहली क्लास के पवनदीप ने बाजी मारी। जबकि दूसरा का गुरप्यास द्वितीय रहा। पूंछ नोचना प्रतियोगिता में दूसरी का असीम प्रथम, तीसरी का बलकार दूसरे स्थान पर रहा। कॉक एण्ड हेन कम्पीटीशन लड़कों में 6वीं का गुरिन्द्र प्रथम, हरजोत द्वितीय, लड़कियों में 5वीं की चेष्ठा ने पहला, चौथी की तानिया ने दूसरा स्थान अर्जित किया। मटका तोडऩे में 7वीं ए का राहुल प्रथम, 7वीं बी का नवप्रीत द्वितीय रहा। इसी प्रकार तम्बोला में 6वीं से पुनीत, 7वीं से आजादवीर और 6वीं से प्रियंका बिश्नोई प्रथम रहे। प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका फादर नोमन, सिस्टर सलमा तथा ब्रदर डेविड ने निभाई।
इससे पूर्व कार्यक्रम की मुख्यातिथि सिस्टर निशा अध्यक्षा दीपांजलि ट्रस्ट, प्रिंसीपल फादर पाशो गोनजालविस ने संयुक्त रूप से केक काटा। इस मौके पर फादर मैनेजर रोजारिया भी उपस्थित थे।
मोनिका को सर्वोत्तम माता पुरस्कार
डबवाली (लहू की लौ) बाल विकास परियोजना अधिकारी डबवाली कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित ब्लाक स्तरीय सर्वोत्तम माता प्रतियोगिता में गांव खुईयांमलकाना की मोनिका पत्नी फतेह चंद ने बाजी मारते हुए सर्वोत्तम माता का पुरस्कार जीता।
यह जानकारी देते हुए सुपरवाईजर सतिन्द्र कौर ने बताया कि इस प्रतियोगिता से पूर्व आंगनवाड़ी वर्करों की एक बैठक सीडीपीओ दर्शना सिंह ने ली। इस मौके पर दर्शना सिंह ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से 400 रूपए वर्दी के लिए और एक हजार रूपए आवश्यक सामान खरीदने के लिए तथा एक हजार रूपए आपातकाल खर्चे के लिए दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गैस कनेक्शन के लिए आवश्यक राशि बीआरजीएफ स्कीम के तहत एडीसी सिरसा ने जमा करवा दी है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें जल्द ही प्रेशर कुकर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
दर्शना सिंह के अनुसार अपने बच्चे के लिए सभी माताएं अच्छी होती हैं। लेकिन जो माता सही ढंग से अपने बच्चे की परवरिश करती है और छह माह तक उसे अपना दूध पीलाती है और पोषण संबंधी हर प्रकार की देखरेख करती है, वह माता सर्वोत्तम होती है। इस मौके पर कार्यकर्ताओं को उन्होंने लाडली, देवी रूपक, जननी सुरक्षा व अन्य बाल विकास सामकेतिक योजनाओं की जानकारी दी।
इस मौके पर उपस्थित महिलाओं से उन्होंने कहा कि वे अपने घरेलू कामकाज के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा के लिए गांव स्तर पर और इसके बाद ब्लाक स्तर पर आयोजित की जाने वाली खेलों में बढ़चढ़कर भाग लें। उनके अनुसार ग्रामीण महिलाओं को खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर भी मिलता है। जिसका उन्हें भरपूर लाभ उठाना चाहिए।
इस मौके पर ब्लाक स्तरीय प्रतियोगिता में डबवाली ब्लाक के 6 सर्कलों से चयनित 18 सर्वोत्तम माताओं ने भाग लिया। जिसमें से ब्लाक स्तर पर डबवाली वन सर्कल से मोनिका पत्नी फतेह चन्द खुईयांमलकाना को सर्वोत्तम माता का पुरस्कार मिला। इसके अतिरिक्त दूसरे स्थान पर गंगा सर्कल से सरोज रानी पत्नी सुरेन्द्र भारूखेड़ा रही। जबकि तीसरा स्थान अबूबशहर सर्कल की राज रानी पत्नी सोनू लोहगढ़ ने पाया।
इस मौके पर चयनित ब्लाक स्तरीय सर्वोत्तम माता को सीडीपीओ दर्शना सिंह ने एक हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया। जबकि अन्य दो चयनित माताओं को क्रमश: 750 और 500 रूपए का पुरस्कार दिया।
यह जानकारी देते हुए सुपरवाईजर सतिन्द्र कौर ने बताया कि इस प्रतियोगिता से पूर्व आंगनवाड़ी वर्करों की एक बैठक सीडीपीओ दर्शना सिंह ने ली। इस मौके पर दर्शना सिंह ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से 400 रूपए वर्दी के लिए और एक हजार रूपए आवश्यक सामान खरीदने के लिए तथा एक हजार रूपए आपातकाल खर्चे के लिए दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गैस कनेक्शन के लिए आवश्यक राशि बीआरजीएफ स्कीम के तहत एडीसी सिरसा ने जमा करवा दी है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें जल्द ही प्रेशर कुकर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
दर्शना सिंह के अनुसार अपने बच्चे के लिए सभी माताएं अच्छी होती हैं। लेकिन जो माता सही ढंग से अपने बच्चे की परवरिश करती है और छह माह तक उसे अपना दूध पीलाती है और पोषण संबंधी हर प्रकार की देखरेख करती है, वह माता सर्वोत्तम होती है। इस मौके पर कार्यकर्ताओं को उन्होंने लाडली, देवी रूपक, जननी सुरक्षा व अन्य बाल विकास सामकेतिक योजनाओं की जानकारी दी।
इस मौके पर उपस्थित महिलाओं से उन्होंने कहा कि वे अपने घरेलू कामकाज के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा के लिए गांव स्तर पर और इसके बाद ब्लाक स्तर पर आयोजित की जाने वाली खेलों में बढ़चढ़कर भाग लें। उनके अनुसार ग्रामीण महिलाओं को खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर भी मिलता है। जिसका उन्हें भरपूर लाभ उठाना चाहिए।
इस मौके पर ब्लाक स्तरीय प्रतियोगिता में डबवाली ब्लाक के 6 सर्कलों से चयनित 18 सर्वोत्तम माताओं ने भाग लिया। जिसमें से ब्लाक स्तर पर डबवाली वन सर्कल से मोनिका पत्नी फतेह चन्द खुईयांमलकाना को सर्वोत्तम माता का पुरस्कार मिला। इसके अतिरिक्त दूसरे स्थान पर गंगा सर्कल से सरोज रानी पत्नी सुरेन्द्र भारूखेड़ा रही। जबकि तीसरा स्थान अबूबशहर सर्कल की राज रानी पत्नी सोनू लोहगढ़ ने पाया।
इस मौके पर चयनित ब्लाक स्तरीय सर्वोत्तम माता को सीडीपीओ दर्शना सिंह ने एक हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया। जबकि अन्य दो चयनित माताओं को क्रमश: 750 और 500 रूपए का पुरस्कार दिया।
17 दिसंबर 2010
होया की ये नच्च दी, दी तेरी बांह फड लई...
डबवाली (लहू की लौ) गांव आसाखेड़ा के राजकीय मिडिल स्कूल में खण्ड स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता से पूर्व गुरूवार को बीडीपीओ कार्यालय डबवाली द्वारा सांसद तथा मुख्यातिथि अशोक तंवर के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में खूब ठुमके लगे तथा द्विआर्थी गीतों पर बच्चों से नृत्य करवाया गया।
गांव आसाखेड़ा में गुरूवार को बीडीपीओ कार्यालय द्वारा खण्ड स्तरीय तीन दिवसीय ग्रामीण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इससे पूर्व इस प्रतियोगिता के मुख्यातिथि तथा सिरसा के सांसद अशोक तंवर के सम्मान में गाने-बजाने का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। अभी सांसद आए नहीं थे, लेकिन शिक्षा के इस मंदिर में बैठे दूसरी, तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों, अध्यापिकाओं, ग्रामीणों को बांधकर रखने के लिए गाने-बजाने के कार्यक्रम में ऐसे द्विआर्थी रखे गए, जिनको सुनकर ग्रामीणों के सिर तो झुके ही साथ में अध्यापकों को भी शर्मसार होना पड़ा। इस मौके पर परोसे गए गीतों में होया की ये नच्च दी, दी तेरी बांह फड लई....., पट्टा ते हाथ मार के कहना गल सुन जा मुटियारे...., तेरा क्या होगा जानब ए आली......, छल्ला-छल्ला...., तेरा-तेरा सरूर..... शामिल थे।
इस संदर्भ में स्कूल के मुख्याध्यापक रमेश कुमार बांसल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस प्रकार के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। बल्कि यह कार्यक्रम बीडीपीओ कार्यालय द्वारा अचानक ही प्रस्तुत किया गया। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि इस प्रकार के गाने शिक्षा के मंदिर में नहीं बजाए जाने चाहिए थे। इसका प्रभाव बच्चों की कच्ची मानसिकता पर बुरा पड़ेगा। उसे भी गीत सुनकर इतनी शर्म आई कि उसे अपना सिर छुपाने के लिए इस कार्यक्रम को छोड़कर कार्यालय में आना पड़ा।
सांसद अशोक तंवर से पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह घटना उसके आने से पूर्व हुई है, इस प्रकार के गीत स्कूल के मंच पर प्रस्तुत नहीं किए जाने चाहिए थे। इस बारे में कार्यक्रम के आयोजकों से पूछताछ की जाएगी।
उपरोक्त मामले के संबंध में बीडीपीओ राम सिंह ने कहा कि स्कूल में बजाए गए उपरोक्त गीत जायज हैं। इस प्रकार के गीत मनोरंजन के लिए गाए ही जाने चाहिए।
गांव आसाखेड़ा में गुरूवार को बीडीपीओ कार्यालय द्वारा खण्ड स्तरीय तीन दिवसीय ग्रामीण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इससे पूर्व इस प्रतियोगिता के मुख्यातिथि तथा सिरसा के सांसद अशोक तंवर के सम्मान में गाने-बजाने का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। अभी सांसद आए नहीं थे, लेकिन शिक्षा के इस मंदिर में बैठे दूसरी, तीसरी कक्षा के विद्यार्थियों, अध्यापिकाओं, ग्रामीणों को बांधकर रखने के लिए गाने-बजाने के कार्यक्रम में ऐसे द्विआर्थी रखे गए, जिनको सुनकर ग्रामीणों के सिर तो झुके ही साथ में अध्यापकों को भी शर्मसार होना पड़ा। इस मौके पर परोसे गए गीतों में होया की ये नच्च दी, दी तेरी बांह फड लई....., पट्टा ते हाथ मार के कहना गल सुन जा मुटियारे...., तेरा क्या होगा जानब ए आली......, छल्ला-छल्ला...., तेरा-तेरा सरूर..... शामिल थे।
इस संदर्भ में स्कूल के मुख्याध्यापक रमेश कुमार बांसल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस प्रकार के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। बल्कि यह कार्यक्रम बीडीपीओ कार्यालय द्वारा अचानक ही प्रस्तुत किया गया। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि इस प्रकार के गाने शिक्षा के मंदिर में नहीं बजाए जाने चाहिए थे। इसका प्रभाव बच्चों की कच्ची मानसिकता पर बुरा पड़ेगा। उसे भी गीत सुनकर इतनी शर्म आई कि उसे अपना सिर छुपाने के लिए इस कार्यक्रम को छोड़कर कार्यालय में आना पड़ा।
सांसद अशोक तंवर से पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह घटना उसके आने से पूर्व हुई है, इस प्रकार के गीत स्कूल के मंच पर प्रस्तुत नहीं किए जाने चाहिए थे। इस बारे में कार्यक्रम के आयोजकों से पूछताछ की जाएगी।
उपरोक्त मामले के संबंध में बीडीपीओ राम सिंह ने कहा कि स्कूल में बजाए गए उपरोक्त गीत जायज हैं। इस प्रकार के गीत मनोरंजन के लिए गाए ही जाने चाहिए।
18 महिलाएं सर्वोत्तम माताएं चुनी गई
डबवाली (लहू की लौ) सीडीपीओ कार्यालय में ब्लाक डबवाली के छह सर्कलों, 44 गांवों और 144 आंनगवाडिय़ों में से 200 प्रतिभागियों ने सर्वोत्त माता प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता सर्कल वाईज थी। जिसकी अध्यक्षता सीडीपीओ दर्शना सिंह ने की। इस मौके पर डॉ. सुखवन्त सिंह भी उपस्थित थे।
इस प्रतियोगिता में 22 से 42 वर्ष तक की माताओं ने हिस्सा लिया। सर्वोत्तम माता प्रतियोगिता में चयन इंटरव्यू के आधार पर किया गया। इस मौके पर सर्कल डबवाली-1 से मोनिका पत्नी फतेहचन्द खुइयांमलकाना प्रथम, हरविन्द्र पत्नी यादविन्द्र गांव डबवाली द्वितीय, वीरपाल कौर पत्नी मौजू मसीतां तृतीय रही। डबवाली द्वितीय सर्कल से जसवीर पत्नी राजेन्द्र पन्नीवाला रूलदू प्रथम, वीरपाल पत्नी बलवीर सिंह देसूजोधा द्वितीय, राजवीर पत्नी प्रकाश जोगेवाला तृतीय रही।
इसी प्रकार गोरीवाला सर्कल से रजनी पत्नी बन्ता राम गोरीवाला प्रथम, सरोज बाला पत्नी विजय कुमार मौजगढ़ द्वितीय, अंग्रेज पत्नी प्रेम कुमार लखुआना तृतीय, अबूबशहर सर्कल से विमलेश पत्नी रमेश राजपुरा माजरा प्रथम, राज रानी पत्नी सोनू लोहगढ़ द्वितीय, रीना पत्नी बिट्टू अबूबशहर तृतीय, गंगा सर्कल से मनप्रीत पत्नी महिन्द्र पाल गंगा प्रथम, सरोज रानी पत्नी सुरेन्द्र भारूखेड़ा द्वितीय, सर्वजीत पत्नी सुखपाल चौटाला तृतीय रही। सर्कल बिज्जूवाली से कविता पत्नी राजेश कालूआना प्रथम, कृष्णा पत्नी सुरेन्द्र रिसालियाखेड़ा द्वितीय, सुनीता पत्नी ओमप्रकाश दारेवाला तृतीय रही।
यह जानकारी देते हुए सुपरवाईजर सतिन्द्र कौर ने बताया कि इन चयनित माताओं में से सर्वोत्तम माता को 500, द्वितीय रहने वाली माता को 300 और तीसरे स्थान पर रहने वाली माता को 200 रूपया बतौर पुरस्कार दिया गया। अब इनमें से खण्ड स्तर पर माता का चयन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में महिलाएं अपने बच्चों के साथ इंटरव्यू के लिए आई।
इस प्रतियोगिता में 22 से 42 वर्ष तक की माताओं ने हिस्सा लिया। सर्वोत्तम माता प्रतियोगिता में चयन इंटरव्यू के आधार पर किया गया। इस मौके पर सर्कल डबवाली-1 से मोनिका पत्नी फतेहचन्द खुइयांमलकाना प्रथम, हरविन्द्र पत्नी यादविन्द्र गांव डबवाली द्वितीय, वीरपाल कौर पत्नी मौजू मसीतां तृतीय रही। डबवाली द्वितीय सर्कल से जसवीर पत्नी राजेन्द्र पन्नीवाला रूलदू प्रथम, वीरपाल पत्नी बलवीर सिंह देसूजोधा द्वितीय, राजवीर पत्नी प्रकाश जोगेवाला तृतीय रही।
इसी प्रकार गोरीवाला सर्कल से रजनी पत्नी बन्ता राम गोरीवाला प्रथम, सरोज बाला पत्नी विजय कुमार मौजगढ़ द्वितीय, अंग्रेज पत्नी प्रेम कुमार लखुआना तृतीय, अबूबशहर सर्कल से विमलेश पत्नी रमेश राजपुरा माजरा प्रथम, राज रानी पत्नी सोनू लोहगढ़ द्वितीय, रीना पत्नी बिट्टू अबूबशहर तृतीय, गंगा सर्कल से मनप्रीत पत्नी महिन्द्र पाल गंगा प्रथम, सरोज रानी पत्नी सुरेन्द्र भारूखेड़ा द्वितीय, सर्वजीत पत्नी सुखपाल चौटाला तृतीय रही। सर्कल बिज्जूवाली से कविता पत्नी राजेश कालूआना प्रथम, कृष्णा पत्नी सुरेन्द्र रिसालियाखेड़ा द्वितीय, सुनीता पत्नी ओमप्रकाश दारेवाला तृतीय रही।
यह जानकारी देते हुए सुपरवाईजर सतिन्द्र कौर ने बताया कि इन चयनित माताओं में से सर्वोत्तम माता को 500, द्वितीय रहने वाली माता को 300 और तीसरे स्थान पर रहने वाली माता को 200 रूपया बतौर पुरस्कार दिया गया। अब इनमें से खण्ड स्तर पर माता का चयन किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में महिलाएं अपने बच्चों के साथ इंटरव्यू के लिए आई।
पशु चोर गिरोह का सरगना चोरी की पिकअप के साथ गिरफ्तार
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए डबवाली पुलिस ने 23 दिन पूर्व जलालाबाद पंजाब के दशमेश नगर क्षेत्र से चोरी हुई टाटा पिकअप गाड़ी को बरामद कर लिया है। पुलिस ने चोरीशुदा गाडी के साथ आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के विरूद्ध थाना शहर डबवाली में अभियोग दर्ज कर दिया गया है।
मामले की जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली के उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि उनके नेतृत्व में मलोट रोड़ डबवाली में पुलिस ने नाकेबंदी की हुई थी। इसी दौरान आरोपी चैकिंग के दौरान चोरीशुदा टाटा पिकअप गाडी के साथ पकड़ा गया। उन्होने बताया कि गिरफ्तार किए आरोपी की पहचान सुक्खा उर्फ सुखचैन पुत्र रूलदू सिंह निवासी साहबचंद जिला मुक्तसर के रूप में हुई है।
उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि सदर डबवाली पुलिस को सुक्खा की पशु चोरी के एक मामले में भी तलाश थी। उन्होने बताया कि सदर डबवाली पुलिस ने पशु चोरी के मामले में कुछ रोज पूर्व गांव जोतांवाली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने पुछताछ के दौरान चोरी की वारदात में सुक्खा की संलिप्तता बतलाई थी। उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि सुक्खा से पूछताछ के दौरान चोरी की अन्य वारदातों के सुलझने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होने बताया कि चोरीशुदा पिकअप गाड़ी जलालाबाद के दशमेश नगर निवासी जगदीश कुमार पुत्र शाम लाल की थी। जिसे वहां से 22 नवंबर की रात को आरोपी ने चोरी किया था। सीआईए ने गुरूवार को आरोपी सुक्खा को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़ा गया सुक्खा अन्तर्राज्यीय पशु चोर गिरोह का सरगना है। पुलिस से शातिर चोर मानकर चल रही है। पुलिस पूछताछ में चोरियों की कई अहम कडिय़ां खुलने की संभावना है।
मामले की जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली के उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि उनके नेतृत्व में मलोट रोड़ डबवाली में पुलिस ने नाकेबंदी की हुई थी। इसी दौरान आरोपी चैकिंग के दौरान चोरीशुदा टाटा पिकअप गाडी के साथ पकड़ा गया। उन्होने बताया कि गिरफ्तार किए आरोपी की पहचान सुक्खा उर्फ सुखचैन पुत्र रूलदू सिंह निवासी साहबचंद जिला मुक्तसर के रूप में हुई है।
उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि सदर डबवाली पुलिस को सुक्खा की पशु चोरी के एक मामले में भी तलाश थी। उन्होने बताया कि सदर डबवाली पुलिस ने पशु चोरी के मामले में कुछ रोज पूर्व गांव जोतांवाली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने पुछताछ के दौरान चोरी की वारदात में सुक्खा की संलिप्तता बतलाई थी। उपनिरीक्षक अमरनाथ ने बताया कि सुक्खा से पूछताछ के दौरान चोरी की अन्य वारदातों के सुलझने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होने बताया कि चोरीशुदा पिकअप गाड़ी जलालाबाद के दशमेश नगर निवासी जगदीश कुमार पुत्र शाम लाल की थी। जिसे वहां से 22 नवंबर की रात को आरोपी ने चोरी किया था। सीआईए ने गुरूवार को आरोपी सुक्खा को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़ा गया सुक्खा अन्तर्राज्यीय पशु चोर गिरोह का सरगना है। पुलिस से शातिर चोर मानकर चल रही है। पुलिस पूछताछ में चोरियों की कई अहम कडिय़ां खुलने की संभावना है।
डबवाली हलके में भय पैदा करती थी चौटाला सरकार की राजनीति-तंवर
डबवाली (लहू की लौ) सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि पिछली चौटाला सरकार ने इस हलके का विकास न करके भय पैदा करने की राजनीति की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज ही देश व प्रदेश को नई दिशा दिखा सकता है। अब हलका डबवाली को विकास के मामले में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा।
वे गुरूवार को हल्का डबवाली के सकताखेड़ा, लोहगढ़, जोतांवाली, आसाखेड़ा, भारुखेड़ा, जण्डवाला बिश्नोईयां, गंगा, कालूआना, गोदिकां व मोडी के गांवों में लोगों को 25 दिसम्बर को सिरसा में रैली में भारी तादाद में पहुचने का आह्वान करते हुए संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर डा. सिंह ने कहा कि पिछले 6 वर्ष में जितना विकास जिला सिरसा का किया गया है, उतना विकास पहले कभी नहीं हुआ। यदि हम इनेलो सरकार के समय के तथा चौधरी भूपिन्द्र सिंह के समय में किए गये विकास कार्यों की तुलना करें तो गत 6 वर्ष में पहले से दो गुणा धनराशि खर्च की गई है। चौ. ओमप्रकाश चौटाला किसान हितैषी न होकर किसान विरोधी है। गांव लोहगढ़ व जोतांवाली में जब सेम की समस्या से किसान खेतीहर मजदूर बन रहा था तो लोगों ने चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से सेम की समस्या हल करने की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्होंने एक भी नहीं सुनी। हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने के बाद भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने किसान हितेषी होने का परिचय देते हुए यहां के किसानों को सेम की समस्या से निजात दिलाई।
इस अवसर पर डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, भालईन्द्र सिंह, कीरत सिंह सरपंच, प्रेम सरपंच, रामकुमार सरपंच, संदीप भारुखेड़ा, भीमसैन, राजेन्द्र सिंह गंगा, गुरादित्ता सरपंच, रामकुमार बिश्रोई, कशमीरा सरपंच, जगदेव सरपंच, साहबराम गोदिकां, लालचंद मुन्नावाली, राजीव सिहाग सहित अनेक कांग्रेस कार्यकत्र्ता मौजूद थे।
वे गुरूवार को हल्का डबवाली के सकताखेड़ा, लोहगढ़, जोतांवाली, आसाखेड़ा, भारुखेड़ा, जण्डवाला बिश्नोईयां, गंगा, कालूआना, गोदिकां व मोडी के गांवों में लोगों को 25 दिसम्बर को सिरसा में रैली में भारी तादाद में पहुचने का आह्वान करते हुए संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर डा. सिंह ने कहा कि पिछले 6 वर्ष में जितना विकास जिला सिरसा का किया गया है, उतना विकास पहले कभी नहीं हुआ। यदि हम इनेलो सरकार के समय के तथा चौधरी भूपिन्द्र सिंह के समय में किए गये विकास कार्यों की तुलना करें तो गत 6 वर्ष में पहले से दो गुणा धनराशि खर्च की गई है। चौ. ओमप्रकाश चौटाला किसान हितैषी न होकर किसान विरोधी है। गांव लोहगढ़ व जोतांवाली में जब सेम की समस्या से किसान खेतीहर मजदूर बन रहा था तो लोगों ने चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से सेम की समस्या हल करने की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्होंने एक भी नहीं सुनी। हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने के बाद भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने किसान हितेषी होने का परिचय देते हुए यहां के किसानों को सेम की समस्या से निजात दिलाई।
इस अवसर पर डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, भालईन्द्र सिंह, कीरत सिंह सरपंच, प्रेम सरपंच, रामकुमार सरपंच, संदीप भारुखेड़ा, भीमसैन, राजेन्द्र सिंह गंगा, गुरादित्ता सरपंच, रामकुमार बिश्रोई, कशमीरा सरपंच, जगदेव सरपंच, साहबराम गोदिकां, लालचंद मुन्नावाली, राजीव सिहाग सहित अनेक कांग्रेस कार्यकत्र्ता मौजूद थे।
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