18 दिसंबर 2010

मोनिका को सर्वोत्तम माता पुरस्कार

डबवाली (लहू की लौ) बाल विकास परियोजना अधिकारी डबवाली कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित ब्लाक स्तरीय सर्वोत्तम माता प्रतियोगिता में गांव खुईयांमलकाना की मोनिका पत्नी फतेह चंद ने बाजी मारते हुए सर्वोत्तम माता का पुरस्कार जीता।
यह जानकारी देते हुए सुपरवाईजर सतिन्द्र कौर ने बताया कि इस प्रतियोगिता से पूर्व आंगनवाड़ी वर्करों की एक बैठक सीडीपीओ दर्शना सिंह ने ली। इस मौके पर दर्शना सिंह ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से 400 रूपए वर्दी के लिए और एक हजार रूपए आवश्यक सामान खरीदने के लिए तथा एक हजार रूपए आपातकाल खर्चे के लिए दिए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गैस कनेक्शन के लिए आवश्यक राशि बीआरजीएफ स्कीम के तहत एडीसी सिरसा ने जमा करवा दी है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें जल्द ही प्रेशर कुकर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।
दर्शना सिंह के अनुसार अपने बच्चे के लिए सभी माताएं अच्छी होती हैं। लेकिन जो माता सही ढंग से अपने बच्चे की परवरिश करती है और छह माह तक उसे अपना दूध पीलाती है और पोषण संबंधी हर प्रकार की देखरेख करती है, वह माता सर्वोत्तम होती है। इस मौके पर कार्यकर्ताओं को उन्होंने लाडली, देवी रूपक, जननी सुरक्षा व अन्य बाल विकास सामकेतिक योजनाओं की जानकारी दी।
इस मौके पर उपस्थित महिलाओं से उन्होंने कहा कि वे अपने घरेलू कामकाज के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा के लिए गांव स्तर पर और इसके बाद ब्लाक स्तर पर आयोजित की जाने वाली खेलों में बढ़चढ़कर भाग लें। उनके अनुसार ग्रामीण महिलाओं को खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर भी मिलता है। जिसका उन्हें भरपूर लाभ उठाना चाहिए।
इस मौके पर ब्लाक स्तरीय प्रतियोगिता में डबवाली ब्लाक के 6 सर्कलों से चयनित 18 सर्वोत्तम माताओं ने भाग लिया। जिसमें से ब्लाक स्तर पर डबवाली वन सर्कल से मोनिका पत्नी फतेह चन्द खुईयांमलकाना को सर्वोत्तम माता का पुरस्कार मिला। इसके अतिरिक्त दूसरे स्थान पर गंगा सर्कल से सरोज रानी पत्नी सुरेन्द्र भारूखेड़ा रही। जबकि तीसरा स्थान अबूबशहर सर्कल की राज रानी पत्नी सोनू लोहगढ़ ने पाया।
इस मौके पर चयनित ब्लाक स्तरीय सर्वोत्तम माता को सीडीपीओ दर्शना सिंह ने एक हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया। जबकि अन्य दो चयनित माताओं को क्रमश: 750 और 500 रूपए का पुरस्कार दिया।

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