17 दिसंबर 2010

डबवाली हलके में भय पैदा करती थी चौटाला सरकार की राजनीति-तंवर

डबवाली (लहू की लौ) सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि पिछली चौटाला सरकार ने इस हलके का विकास न करके भय पैदा करने की राजनीति की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज ही देश व प्रदेश को नई दिशा दिखा सकता है। अब हलका डबवाली को विकास के मामले में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा।
वे गुरूवार को हल्का डबवाली के सकताखेड़ा, लोहगढ़, जोतांवाली, आसाखेड़ा, भारुखेड़ा, जण्डवाला बिश्नोईयां, गंगा, कालूआना, गोदिकां व मोडी के गांवों में लोगों को 25 दिसम्बर को सिरसा में रैली में भारी तादाद में पहुचने का आह्वान करते हुए संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर डा. सिंह ने कहा कि पिछले 6 वर्ष में जितना विकास जिला सिरसा का किया गया है, उतना विकास पहले कभी नहीं हुआ। यदि हम इनेलो सरकार के समय के तथा चौधरी भूपिन्द्र सिंह के समय में किए गये विकास कार्यों की तुलना करें तो गत 6 वर्ष में पहले से दो गुणा धनराशि खर्च की गई है। चौ. ओमप्रकाश चौटाला किसान हितैषी न होकर किसान विरोधी है। गांव लोहगढ़ व जोतांवाली में जब सेम की समस्या से किसान खेतीहर मजदूर बन रहा था तो लोगों ने चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से सेम की समस्या हल करने की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्होंने एक भी नहीं सुनी। हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने के बाद भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने किसान हितेषी होने का परिचय देते हुए यहां के किसानों को सेम की समस्या से निजात दिलाई।
इस अवसर पर डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, भालईन्द्र सिंह, कीरत सिंह सरपंच, प्रेम सरपंच, रामकुमार सरपंच, संदीप भारुखेड़ा, भीमसैन, राजेन्द्र सिंह गंगा, गुरादित्ता सरपंच, रामकुमार बिश्रोई, कशमीरा सरपंच, जगदेव सरपंच, साहबराम गोदिकां, लालचंद मुन्नावाली, राजीव सिहाग सहित अनेक कांग्रेस कार्यकत्र्ता मौजूद थे।

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