मुख्य आरोपित को पकडऩे के लिए राजस्थान रवाना हुई चौटाला पुलिस
डबवाली(लहू की लौ)अफीम तस्करी में पकड़े गए चौटाला गांव के कांकरिया वास निवासी रामचंद्र बिश्नोई (35) तथा संगरिया के वार्ड नं. 23 निवासी वेदप्रकाश (30) ने तीन दिन की रिमांड अवधि के पहले दिन पुलिस को जोधपुर से चौटाला तक के चोर रास्तों की पहचान करवा दी है। बताया है कि वे इन रास्तों के जरिए ही 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध लाए थे। इसके साथ ही मुख्य अफीम तस्कर की पहचान करवाई है। उसे पकडऩे के लिए पुलिस टीम जोधपुर के कस्बा ओशिया रवाना हो गई है। आरोपितों ने यह भी बताया कि मुख्य तस्कर ने अफीम की डिलीवरी घर के नजदीक एक जगह पर दी थी। डेढ़ लाख रुपये में अफीम का सौदा करके 80 हजार रुपये दिए थे। शेष रकम बाद में देने की बात कही थी। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने सच कहा है या झूठ इसका खुलासा मुख्य आरोपित के पकड़े जाने के बाद ही होगा।
बता दें, एसटीएफ हिसार के एसआइ महेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने शनिवार शाम को चौटाला गांव में संगरिया रोड पर रामचंद्र बिश्नेाई तथा वेदप्रकाश को इटियोस गाड़ी में अफीम दूध समेत पकड़ा था। रामचंद्र चौटाला आइटीआइ में माली के पद पर कार्यरत है, वह पूर्व सरपंच कृष्ण बिश्नोई का बेटा है। जबकि वेदप्रकाश खुद कार चालक है, उसके पिता राजस्थान में निजी बस पर चालक की नौकरी करते हैं।
आरोपितों ने पहले दिन काफी कुछ बताया है। पुलिस से बचने के लिए चौटाला से जोधपुर के बीच आने वाले चोर रास्तों की पहचान करवाई है। हम मुख्य आरोपित को पकडऩे का प्रयास कर रहे हैं।
-शैलेंद्र कुमार, प्रभारी, पुलिस चौकी चौटाला
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