23 जून 2020

बहन का वाट्स एॅप हैक करके भाई ने खोला जीजा की हत्या का राज



  • भाई का खुलासा-प्रेमी के साथ मिलकर अपनी बेटी को भी मारने की साजिश रच रही थी बहन
  • सब्जी में नशा मिलाकर किया था पति को बेहोश,बेहोश होने पर प्रेमी तथा उसके दोस्त को सौंप दिया
  • बेहोश संदीप को श्री मुक्तसर साहिब के गांव लंबी-पंजावा रोड पर स्थित राजस्थान कैनाल में फेंका गया था


डबवाली (लहू की लौ) वो पति को मरवाने के बाद बेटी को मारने का षडयंत्र रचने लगी थी। उसकी गतिविधियों पर भाई को शक हुआ तो उसका वाट्स एॅप हैक कर लिया। बहन की करतूतों का काला चिट्ठा वाट्स एॅप पर खुला तो भाई के पैरों तले से जमीन खिसक गई। भाई की इतलाह पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो महिला ने पति की हत्या की सच्चाई बयां कर दी। सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने डबवाली के वार्ड नं. 20 निवासी 33 वर्षीय संदीप की हत्या के जुर्म में उसकी पत्नी ममता, गांव सिंघेवाला निवासी राम सिंह तथा कप्तान सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार राम सिंह मृतक की पत्नी ममता का प्रेमी है। दोनों ने संदीप को ठिकाने लगाने की साजिश रची थी। 23 मई की रात करीब 9.30 बजे ममता ने नशे में प्रयोग होने वाली छह गोलियां पीसकर आलू-शिमला मिर्च में मिला दी थीं। बाद में रोटी के साथ सब्जी पति को परोस दी। पति बेहोश हो गया तो प्रेमी को कॉल कर दी। कुछ देर बाद ही राम सिंह तथा कप्तान जीप पर आए। ममता तथा राम सिंह ने बेहोश संदीप को उठाकर जीप में डाल दिया। उस दिन लॉकडाऊन था, तो राम सिंह तथा उसका दोस्त जीप में पेशेंट होने की बात कहकर हरियाणा तथा पंजाब पुलिस का नाका क्रॉस कर गए। गांव लंबी-पंजावा मार्ग पर राजस्थान नहर के पुल पर पहुंचकर जिंदा ही उसे नहर में फेंक दिया। इधर 24 मई को सुबह होते ही ममता ने गुमशुदगी का ड्रामा रच दिया। इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना में दर्ज करवाई थी।

भाई ने वेब वाट्स एॅप से पकड़ी बहन की काली करतूत
पति को ठिकाने लगाने के बाद ममता डिप्रेशन का बहाना करने लगी थी। हालांकि उसके ड्रामे पर विश्वास करते हुए उसका भाई अरुण उर्फ मंगू तथा अन्य रिश्तेदार घर पर आते-जाते रहते थे। रात को सभी सो जाते तो वह रात 2 बजे उठती तथा अपने प्रेमी के साथ वाट्स एॅप पर बातचीत करने लगती। मंगू को बहन की हरकतों पर संदेह होने लगा था। उसने बहन का मोबाइल लेकर उसके वाट्स एॅप को वेब वाट्स एॅप के जरिए हैक कर लिया। देर रात को उसे पता चला कि बहन का प्रेमी है। दोनों वॉटस एॅप पर चैटिंग नहीं, बल्कि स्टेटस पर मैसेज लिखकर बातचीत करते हैं। दोनों ने प्राइवेसी लगाई हुई थी कि कोई दूसरा उनका मैसेज नहीं पढ़ सकता। वेब वाट्स एॅप के जरिए वह स्क्रीन शॉट लेता रहा। उसकी बहन प्रेमी से मिलकर अपनी 12 वर्षीय बेटी को मारने की योजना बनाने लगी तो भाई ने पुलिस के आगे बहन की करतूत का चिट्ठा खोल दिया।

बाबे कहते रहे तेरा बहनोई जीवित है, हिमाचल घूम रहा है
बहन का सच उजागर करने वाले अरुण गर्ग ने बताया कि उसका जीजा संदीप मलोट के शराब ठेके पर कार्यरत था। जब भी वह डबवाली में घर लौटता तो उसकी बहन उससे झगड़ा करना शुरु कर देती थी। 22 मई को वह घर आया था, उस दिन उसके साथ झगड़ा किया। फिर अगले दिन झगड़ा किया था। करीब एक माह तक वे अलग-अलग जगहों पर बाबों के पास जाते रहे। किसी ने एक हजार, तो किसी ने पांच हजार रुपये लिए। सभी ने बताया कि संदीप जीवित है। वह हिमाचल, पटना या किसी अन्य जगह घूम रहा है। वह घर लौट आएगा।


हत्या का खुलासा होने के बाद ममता को गिरफ्तार करके रिमांड लिया गया था। उसने बताया कि उसका पति उसे पसंद नहीं करता था। वह हमेशा कहता था कि वह उसे लाइक नहीं करता। इसलिए उसने अपने प्रेमी राम सिंह तथा एक अन्य कप्तान सिंह के साथ मिलकर संदीप को ठिकाने लगा दिया। महिला को सोमवार को पुन: अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपिता को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। अन्य दोनों आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। जिन्हें मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
-सत्यवान, प्रभारी, शहर थाना डबवाली

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