27 जुलाई 2011

राजस्थान में बिकते थे डबवाली से चोरी हुए बाईक


डबवाली (लहू की लौ) सिटी में चोरी होने वाले बाईक सीधे राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशिया बस्ती में जाते थे। वहां बाईकों की बिकवाली होती। जोकि मात्र 2000 रूपए से शुरू होकर 10,000 रूपए तक होती। बाईक चोर गिरोह का मास्टरमाईंड डबवाली शहर के पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र में रहने वाला एक युवक है। उपरोक्त खुलासा पकड़े गए बाईक चोर गिरोह के सदस्य 23 वर्षीय राहुल पुत्र हुक्म चंद निवासी खनौरी मण्डी (संगरूर) हाल सुरेशिया बस्ती (हनुमानगढ़) ने पुलिस के समक्ष किया है। राहुल पेशे से चिनाई मिस्त्री है। वह पंजाब की खनौरी मण्डी का बाशिंदा है। लेकिन पिछले करीब साढ़े तीन बरसों से अपने चचेरे भाई मुकेश के पास हनुमानगढ़ में सुरेशिया बस्ती में रह रहा था।  मुकेश भी पेशे से चिनाई मिस्त्री है। यहीं उसकी मुलाकात उसके चचेरे भाई को चोरी के बाईक सप्लाई करने वाले डबवाली निवासी मुकेश से हुई। वह भी इस गिरोह का सदस्य बन गया। यह गिरोह बाईक चोरी करता और उसे आगे बेचता।
राहुल के अनुसार उसका चचेरा भाई मुकेश काफी लम्बे समय से डबवाली के मुकेश से चोरी के बाईक खरीद रहा है। डबवाली का मुकेश शहर से बाईक चोरी करके महज 1500 रूपए में उन्हें देता था। जिसे वे आगे मनमर्जी के दामों में बिना कागजात के सरका देते। उसके अनुसार चोरी के बाईक की वे 3000 से 10 हजार रूपए तक की कीमत वसूलते। उसका चचेरा भाई नोहरा भादरा में इन बाईकों को बेच देता।
उसने यह भी बताया कि मुकेश उनके घर में लगभग हर रोज आता-जाता था। चूंकि वह गांजा का नशा करने का शौकीन है। उनकी बस्ती में गांजा आसानी से मिल जाता। उसका चचेरा भाई जब भी मुकेश को फोन करता तो वह बाईक चोरी करके उसी दिन हनुमानगढ़ में उनकी बस्ती में आ जाता। राहुल ने यह भी बताया कि मुकेश हर समय अपने पास एक बैग रखता। जिसमें अलग-अलग बाईक की मास्टर की होती। मुकेश के पास मास्टर की का खजाना है। सिटी पुलिस ने राहुल को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को पुलिस की याचिका पर दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि रिमांड के दौरान इस गिरोह से डबवाली शहर में चोरी हुए बाईकों का एक बहुत बड़ा सुराग लग सकता है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से बाकी साथियों के ठिकानों का पता लगाने का प्रयास करेगी।

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