Adsense

Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

29 दिसंबर 2014

मित्तल युवा रक्तदान सोसायटी के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त

डबवाली (लहू की लौ) युवा रक्तदान सोसायटी की एक आवश्यक बैठक संस्था के अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला की अध्यक्षता में एक निजी होटल में हुई। जिसमें आगामी वर्ष में आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविरों में 97वां विशाल रक्तदान शिविर शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू के शहीदी दिवस पर 23 मार्च को आयोजित करने का निर्णय लिया गया।  सामान्य अस्पताल में चल रहे ब्लड स्टोरेज सेंटर को संपूर्ण ब्लड बैंक चलाने के लिए हो रही देरी के संदर्भ में हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एवं स्वास्थय विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखने का फैसला लिया गया।
बैठक में आगामी दो वर्ष के लिए संस्था की नईं कार्यकारिणी का गठन किया गया। अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला द्वारा कार्यकारिणी भंग करने उपरांत संस्था के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला ने सुभाष मित्तल कार्यकारी अध्यक्ष, तरसेम गर्ग वरिष्ठ उपाध्यक्ष, हरदेव गर्ग उपाध्यक्ष चरणकमल गोयल सचिव, केवल कृष्ण चलाना उपसचिव, सुनीत ग्रोवर संगठन सचिव, राम गोपाल मित्तल कार्यालय सचिव एवं पंकज गोयल को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। सलाहकार समिति में पूर्व अध्यक्ष राकेश गर्ग भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, दविंद्र मित्तल, विशेष आमंत्रित सदस्यों मे संतोष शर्मा, मुरारी लाल शर्मा, वरूण सिंगला के अलावा कार्यसमिति सदस्यों में नवीन नागपाल, गौतम गोयल, रूपिंद्र गोयल किंगरा, सतीश बांसल गोगी, हरीश सचदेवा, जितेंद्र गुप्ता लवली एवं मनीष सचदेवा को शामिल किया।

ढाबे की आड़ में बेच रहा था चूरापोस्त, धरा

डबवाली (लहू की लौ)ओढां पुलिस ने सालमखेड़ा नहर पर स्थित एक ढाबे पर छापामारी करते हुए एक व्यक्ति को चूरा पोस्त सहित काबू किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नहर पुल पर बने एक ढाबे की आड़ में चूरा पोस्त का धंधा हो रहा है। जिस पर एएसआई खुर्शीद आलम ने ढाबे पर छापेमारी कर वहां पर काम कर रहे एक युवक से डेढ़ किलोग्राम चूरापोस्त बरामद किया है। आरोपी युवक की पहचान अशोक उर्फ गोपी पुत्र कश्मीरी लाल निवासी मलोट के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

सात दिवसीय एनएसएस शिविर शुरू

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ओढां  में एनएसएस प्रभारी रामस्वरूप की देखरेख एवं प्राचार्य सुभाष फुटेला की अध्यक्षता में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का शुभारंभ एसएमसी प्रधान पम्मी कौर ने रविवार को किया।
 एनएसएस प्रभारी रामस्वरूप ने बताया कि शिविर के सभी सातों दिनों के लिए अलग-अलग रूपरेखा बनाई है जिसमें प्रथम दिन स्कूल के कमरों, बरामदों और सड़क की सफाई करना, पेड़ पौधों को सफेदी करना, दूसरे दिन विद्यालय प्रांगण की सफाई व लॉन को समतल करना, तीसरे दिन पेड़ पौधों की कटाई छंटाई कर उन्हें खाद देना, चौथे दिन खेल मैदान की सफाई व पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता रैली निकालना, पांचवें दिन खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पेड़ पौधों की देखभाल करना, छठे दिन बीईओ कार्यालय के आसपास स्लम बस्ती की सफाई करना तथा वहां के लोगों को स्वच्छता का महत्व बताकर उन्हें इस विषय में जागृति प्रदान करना व शिविर के अंतिम दिन संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 

प्रधानाचार्या ने योग साधना पर दिया बल

डबवाली (लहू की लौ) सीएमडीएवी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में चल रहे एनएसएस शिविर के छठे दिन की शुरूआत योग साधना से हुई। स्वयंसेवकों  ने प्रधानाचार्या सरिता गोयल  के दिशा निर्देश में विभिन्न योग  क्रियाएं सीखी।
प्रधानाचार्या सरिता गोयल ने स्वयंसेवियों से कहा कि योग साधना को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। कार्य करते समय मुद्राओं को किया जा सकता है। उन्होंने बताया की मुद्राओं से माईग्रेन, हाईपर टेंशन और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।  इस मौके पर उन्होंने आंवला के गुण भी स्वयंसेवियों को बताये।
एनएसएस प्रभारी शकुंतला चुघ ने बताया कि स्वयंसेवियों ने योगा के बाद खेल मैदान की सफाई की। इसके बाद बेटी बचाओं पर सुन्दर-सुन्दर स्लोगन लिखे। जिसमें उन्होंने कन्या भ्रूण हत्य पर कटाक्ष करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की। 

29 Dec. 2014





28 Dec. 2014







27 Dec. 2014





26 Dec. 2014





25 Dec. 2014





24 दिसंबर 2014

अग्निकांड पीडि़तों ने सीएम तथा पीएम को कोसा

दर्द सुनने नहीं आ सकते हमें ऐसे नेता नहीं चाहिये

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर नेता अग्निकांड पीडि़तों के निशाने पर रहे। श्रद्धांजलि सभा में पीडि़तों ने राजनीतिकों को जमकर कोसते हुये सवाल खड़े किये। सभा में बैठे इनेलो, कांग्रेस तथा भाजपा नेताओं से सीधा संवाद करते हुये पूछा घटना हो गई, कानून बन गये। क्या कभी कानूनों की पालना हुई? दूसरा सवाल किया कि अदालत से मुआवजा मिल गया, क्या पीडि़तों का दु:ख-दर्द जानने के लिये कोई नेता आया? राजनीतिकों से तीसरा सवाल पूछते हुये कहा कि 19 वर्षों से सरकारों ने नहीं सुनी, अब ओर कितना लंबा इंतजार करना पड़ेगा?। अग्निकांड पीडि़तों का दर्द जानने के बाद राजनीतिकों ने भी स्वीकारा कि जिस स्तर पर कार्य होने चाहिये थे, वे अभी तक नहीं हुये हैं। वे अग्निकांड पीडि़तों के लिये एकजुट होकर प्रयास करेंगे।
हमें ऐसा पीएम और सीएम नहीं चाहिये
अग्निकांड पीडि़तों ने कहा कि जो सरकारें उनका दर्द बांटने के लिये नहीं आ सकती। उनका दर्द सुनने के लिये तैयार नहीं। डबवाली अग्निकांड में कितने डॉक्टर, इंजीनियर, दुकानदार, शिक्षाविद्, बच्चों की मौत हुई, कोई यह जानने के लिये प्रयासरत नहीं। अग्निकांड पीडि़तों ने पीएम नरेंद्र मोदी तथा हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर अंगुली उठाते हुये कहा कि सिरसा की चुनावी जनसभा में पीएम डबवाली अग्निकांड का जिक्र करते हैं। वहीं सीएम भी सिरसा में कार्यकर्ता सम्मेलन में डबवाली अग्निकांड का जिक्र कर सकते हैं। लेकिन जब डबवाली आये तो अग्निकांड स्मारक पर दो मिनट के लिये रूकने का समय नहीं। अग्निकांड पीडि़तों का दर्द सुनने का समय नहीं। ऐसी सरकारों पर लानत है, हमें ऐसी सरकारें और नेता हरगिज नहीं चाहिये।
पीडि़तों को नौकरी क्यों नहीं
अग्निकांड पीडि़तों ने उन्नीस वर्ष पूर्व किया नौकरी का वायदा याद दिलाते हुये कहा कि पीडि़त परिवारों के बच्चों ने अपनी प्रतिभा के बल पर मुकाम हासिल किया है। अभी भी सुमन जैसे अग्निकांड पीडि़त बच्चे हैं, जिन्हें नौकरी की सख्त जरूरत है। उसे महज इसलिये नौकरी नहीं दी जा रही, चूंकि अग्निकांड में वह बदसूरत हो चुकी है। जबकि वह अच्छे अंकों के साथ बीएड कर चुकी है। सरकार को जल्द उसका इलाज करवाने के साथ-साथ उसे नौकरी देनी चाहिये।

मुआवजा मिलने में हुई देरी
23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड के समय मैं अहमदनगर में पढ़ाई कर रहा था। रात को लौटा तो टीवी ऑन करने पर पता चला कि डबवाली में हादसा हुआ है। देश की न्यायिक व्यवस्था के चलते पीडि़तों को मुआवजा मिलने में लंबा समय लग गया। अगर समय अनुसार मुआवजा मिल जाता तो पीडि़त इसका फायदा उठा सकते थे। सरकार के स्तर पर भी व्यवस्था करने में कुछ खामियां अवश्य रहीं। श्रद्धांजलि सभा में विधायिका नैना सिंह चौटाला ने आना था। लेकिन उनकी बुआ का आकस्मिक निधन हो गया।
-डॉ. सीता राम, वरिष्ठ इनेलो नेता


शासन-प्रशासन की मदद से पूरे करेंगे कार्य
23 दिसंबर 1995 का डबवाली अग्निकांड दिल दहला देने वाली घटना है। मैंने अपने परिवार के चार सदस्यों को खोया था। उस समय शहर वासियों ने जो एकजुटता दिखाई, वह काबिले तारीफ है। जो कार्य अधूरे रह गये हैं, हम शासन-प्रशासन की मदद से पूरे करेंगे। -डॉ. केवी सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता

आधार के लिये ठंड में लगी कतार, बीच सड़क बैठ गये मासूम

डबवाली (लहू की लौ) आधार कार्ड बनाने के लिये गांव गंगा की रणजीत कौर अपने चार बच्चों को साथ लेकर सुबह 8 बजे डबवाली आ गई। केंद्र के बाहर लंबी कतार लगी देख ठंडी के बीच सड़क पर बैठ गई। दो साल का दलजीत गोद में रो रहा था। चार साल का मासूम जसनदीप कतार में खड़ा-खड़ा थककर वहीं बैठ गया। बेटी 5 वर्षीय नीरू तथा सात वर्षीय ज्योति कतार में खड़ी अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रही थीं।
ऐसे हालात थे मंगलवार को कलोनी रोड़ पर स्थित एक केंद्र पर। आधार के लिये मासूम बच्चे, महिलाएं, नौजवान, तथा बुजुर्ग एक ही कतार में खड़े थे। लेकिन केंद्र प्रभारी 11 बजे तक नहीं आया था। जिससे लोगों में रोष पैदा हो गया। लक्ष्मी देवी, संतराम, लाजवंती, राजदेवी कमल कुमार ने बताया कि वे सुबह 7 बजे ही लाईन में आकर खड़े हो गये थे। लेकिन अभी तक आधार कार्ड का केंद्र नहीं खुला है। वे कई दफा संबंधित केंद्र इंचार्ज से फोन पर बातचीत कर चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं।
जाम की स्थिति
कलोनी रोड़ पर बने आधार कार्ड केंद्र के बाहर लोगों का हजूम उमडऩे के कारण राहगीरों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। स्थिति जाम जैसी हो गई। वाहन चालक आधार कार्ड बनाने के लिये आये लोगों से उलझते नजर आये। नौबत मारपीट तक जा पहुंची। यहीं नहीं ठंड के बीच कतार में खड़े बच्चों का स्वास्थ्य गड़बड़ा गया।
नहीं आने दी जायेगी परेशानी
डबवाली में आधार कार्ड बनाने के लिये तीन केंद्र हैं। व्यवस्था बनाये रखने के लिये तहसीलदार से बात करूंगा। लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जायेगी।
-धरिंद्र कुमार, कार्यकारी एसडीएम, डबवाली

बरसी पर घोषणा, डबवाली में दिया जायेगा डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण

शहर में आने वाले प्रत्येक मंत्री-संतरी को जाना होगा अग्निकांड स्मारक पर

डबवाली (लहू की लौ) अब डबवाली में उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह घोषणा अग्निकांड की 19वीं बरसी पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे कार्यकारी एसडीएम ने की। वहीं भाजपा सरकार या फिर भाजपा संगठन का नुमाईंदा डबवाली में आयेगा तो सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर नत मस्तक होगा। यह घोषणा भाजपा के डबवाली प्रतिनिधि ने की। डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर बच्चों, महिलाओं, समाजसेवियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में अग्निकांड पीडि़तों ने प्रशासनिक अधिकारियों तथा सरकार के समक्ष कुछ मांगें रखी।
मंच का संचालन करते हुये रमेश सचदेवा ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी के कहने पर स्वच्छता के लिये पूरा देश खड़ा हो सकता है। उसी तरीके से नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर 1995 को अग्नि सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करें, ताकि भारत ही नहीं पूरा विश्व डबवाली अग्निकांड से सीख ले सके। मानवीय गलती न दोहराई जाये। उन्होंने स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने, उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण देने, मेडिकल कॉलेज बनाने, सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित करने की मांग की। पीडि़तों ने मांग की कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली में आये। वह कार्य शुरू करने से पहले अग्निकांड स्मारक पर नत्मस्तक हो।
भाजपा नेता को मांग मनवाने के लिये दोबारा मंच पर बुलाया
अग्निकांड पीडि़तों की मांग सुनने के बाद भाजपा नेता देवकुमार शर्मा यह कहते हुये अपना स्थान लेने लगे कि अग्निकांड पीडि़त जो भी उनसे सहयोग की अपेक्षा करेंगे वे उसके लिये तैयार हैं। सीएम ही नहीं अगर पीएम के पास भी जाना पड़ा तो वे जरूर चलेंगे। इसी बीच अग्निकांड पीडि़तों ने उन्हें एक मांग के लिये दोबारा मंच पर खड़ा कर लिया। जिस पर देवकुमार शर्मा ने कहा कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली आयेगा, वह सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा।
इससे पूर्व अग्निकांड स्मारक पर हवन यज्ञ हुआ। श्री रामायण पाठ तथा श्री अखंड पाठ का भोग डाला गया। इस मौके पर तहसीलदार मातू राम नेहरा, डीएसपी सत्यपाल यादव, शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह, बीईओ संत कुमार बिश्नोई, नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई संकेत शर्मा, अग्निकांड पीडि़त संघ के शमशेर सिंह, विनोद बांसल, सुच्चा सिंह भुल्लर, संचालक कमेटी के अध्यक्ष जयमुनी गोयल, प्रकाश चंद बांसल उपस्थित थे।

....जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये केवल मात्र हरियाणा के नहीं बल्कि सीमाओं के बंधन तोड़कर पंजाब तथा राजस्थान के लोग तथा राजनीतिक भी पहुंचे। वहीं सोशल मीडिया में भी अग्निकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला लगातार जारी रहा। पंजाब पुलिस के फाजिल्कां तथा मोगा शहरों से आये पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अकाली नेता अवतार सिंह बनवाला ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर देश-विदेश के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। रंगकर्मी संजीव शाद ने श्रद्धांजलि देते हुये लिखा कि दीवार पे लटके कलंडर पे आज 23 दिसंबर है। 19 वर्ष पहले भी 23 दिसंबर था, उस दिन रंगमंच पे उतरा था नन्हें कलाकारों का इक काफिला सपने ले के...मेरे शहर डबवाली में तालियों और संगीत के महारंग महोत्सव में आग ने तांडव मचा दिया, जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया। कैसा निर्देशक है तू कभी कभी तेरी पटकथा समझ में नहीं आती, हम तो मात्र कठपुतलियां हैं तेरे हाथ की। लेकिन शब्द नहीं है मेरे पास कुछ भी लिखने को हिम्मत नहीं है, बस है तो मौन और तेज चलती सांसें और नम आंखें...वो तो आज भी जिंदा हैं..। इसके साथ-साथ पिछले 19 वर्षों में डबवाली में विभिन्न पदों पर नौकरी कर चुके अधिकारियों ने वट्स ऐप के जरिये श्रद्धांजलि दी। तत्कालीन एसडीएम सतीश कुमार ने मृतक बच्चों को याद करते हुये दुखदायी घटना करार दिया।

मुझे लिखकर दो, आगे पहुंचाऊंगा
23 दिसंबर का दिन डबवाली के इतिहास में आंसुओं से लिखा जाता है। अग्निकांड के समय मैं 13 साल का था। एक बच्चे की पीड़ा, एक बच्चा ही समझ सकता है। उस समय आंखों से आंसू निकल आये थे। उस समय सोचा था कि एक बार उस जगह अवश्य जाऊंगा, यहां यह भीषण अग्निकांड हुआ। यह नहीं सोचा था कि डबवाली में आज ही के दिन अतिरिक्त कार्यभार संभालूंगा और स्मारक पर आने का मौका मिलेगा। डिस्जास्टर मैनेजमेंट उपमंडल स्तर पर शुरू होगा। राष्ट्रीय स्मारक बनाने या फिर अन्य जो मांग हैं, वे अग्निकांड पीडि़त लिखित में दें। उपायुक्त के माध्यम से मांगों को सरकार के आगे रखा जायेगा।
-धीरेंद्र कुमार, कार्यकारी उपमंडलाधीश, डबवाली

बस में जा रही थी पोस्तियों की बारात, पुलिस ने पकड़ लिया

डबवाली (लहू की लौ) शहर थाना पुलिस तथा नारकोटिकस सैल सिरसा ने संयुक्त कार्रवाई करते हुये बस में चल रही चूरा पोस्त तस्करों की बारात को गिरफ्तार किया है। चार महिलाओं सहित कुल 44 लोग पकड़े गये हैं। बस के चालक तथा परिचालक पर भी मामला दर्ज करके बस को इंपाऊंड कर लिया गया है।
मंगलवार दोपहर को शहर थाना के एसआई इंद्राज सिंह ने पुलिस बल के साथ गांव शेरगढ़ के नजदीक नाका लगाया हुआ था। इसी दौरान संगरिया साईड से एक निजी बस डबवाली की ओर आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने बस में पोस्त के संदेह में तालाशी शुरू की। एक-एक करके प्रत्येक की तालाशी ली। बस में सवार सभी 44 सवारियों के पास चूरा पोस्त के पैकेट बरामद हुये। पुलिस बस को कब्जे में करके थाना ले आई।
महिलाएं भी पोस्त खाती हैं
पकड़े गये 44 आरोपियों में एक आरोपी खंड डबवाली के गांव मौजगढ़ का है। शेष सभी आरोपी पंजाब के थाना संगत, रामा मंडी, मोड़ मंडी के गांवों से हैं। महिलाओं में सबसे कम उम्र की आरोपी 30 वर्ष की है। जबकि सबसे उम्रदाज महिला करीब 60 वर्ष की। ऐसे ही पुरूष आरोपियों में 40 से 75 वर्ष की आयु तक के वृद्ध शामिल हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे सभी पोस्त खाने के आदी हैं।
40 बिस्तरों का प्रबंध
पोस्तियों की बारात पर कार्रवाई करने के लिये पुलिस ने शहर थाना के साथ-साथ गोल बाजार पुलिस चौकी, सीआईए का स्टॉफ लगा दिया। वहीं शहर थाना में पोस्तियों के रहने के इंतजाम के साथ-साथ रात को सोने के लिये 40 बिस्तरों का प्रबंध किया गया। बुधवार को सभी को अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से करीब 40 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुई है। आरोपियों के विरूद्ध नशीले पदार्थ की तस्करी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। बस चालक महेंद्र सिंह तथा परिचालक मक्खन सिंह को मिलीभगत करके तस्करी में सहयोग करने के जुर्म में दफा 120बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।

मायके से ससुराल जा रही युवती ने जहरीला पदार्थ निगला, हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को बस अड्डा पर एक युवती ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। युवती अपने पति के साथ मायके से ससुराल जा रही थी।
गांव पन्नीवाला मोटा निवासी शंकर लाल ने बताया कि उसकी शादी करीब एक माह पूर्व छत्तरगढ़ (राजस्थान) निवासी जाटी रानी के साथ हुई है। 10 दिसंबर को वह उसे लेकर छत्तरगढ़ गया था। 13 दिनों बाद आज वापिस अपने गांव लौट रहा था तो डबवाली के बस अड्डा पर उसकी पत्नी ने चिचड़ मारने की दवा निगल ली। उसके पास यह दवा कैसे आई, उसे ज्ञात नहीं। उल्टियां करने पर वह उसे अस्पताल ले आया।

मांगेआना में शुरू हुआ दो दिवसीय फल मेला


-प्रदेश भर से 2500 किसानों ने 2230 फलों को मेले में उतारा
-फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर होगा पुरस्कार का चयन

डबवाली (लहू की लौ) इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत गांव मांगेआना में बने फल उत्कृष्टता केंद्र में दो दिवसीय फल मेला शुरू हुआ। पहले दिन करीब 2500 किसानों ने 2230 फल मेले में रखे। चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय की बारह सदस्यीय टीम बुधवार को अपना निर्णय सुनाएगी। पहले तीन स्थानों पर आने वाले किसानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा। पुरस्कार फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर मिलेगा।
मेले का शुभारंभ उद्यान विभाग हरियाणा के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने किया। डॉ. सैनी द्वारा केन्द्र पर प्रदर्शन तकनीकी व फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि इस प्रकार के मेलों से बागवानी की नवीनतम तकनीकियों की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाती है व किसान भाईयों को बागवानी में ज्यादा से ज्यादा नई तकनीकों को अपनाना चाहिए जिससे ज्यादा पैदावार के साथ-साथ अच्छी गुणवत्ता के फल व सब्जी प्राप्त होती हैं। जिसका बाजार भाव अच्छा मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि फल उत्कृष्टता केन्द्र, मांगेआना, सिरसा की तर्ज पर भारतवर्ष के अन्य राज्यो में भी फल उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किये गये है। किसानों को उत्कृष्टता केन्द्र पर लगाई गई विभिन्न प्रकार की फसलों जैसे, नींबू वर्गीय पौधें, अनार, अमरूद, खजूर, बेर आदि को विभिन्न प्रयोगों द्वारा दिखाया गया।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।