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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

12 मार्च 2010

मोटरसाईकिल चालक ने वृद्ध को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव घुमियारा में बुधवार सुबह एक वृद्ध को एक मोटरसाईकिल सवार युवक ने गांव खुम्बन पहुंचाने के बहाने लूट लिया और फरार हो गया। पीडि़त वृद्ध महंगा सिंह ने किलियांवाली पुलिस चौकी को एक शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया है कि वह अपने गांव घुमियारा बस स्टेंड पर खुम्बन जाने के लिए खड़ा था और उसके पास अचानक मोटरसाईकिल आकर रूका। मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि उसने खुम्बन जाना है और वह उसे साथ ले चलता है। जिस पर वह मोटरसाईकिल पर बैठ गया और युवक ने मोटरसाईकिल को खुम्बन लेजाने की अपेक्षा लौहारा गांव के साथ बहती कस्सी की तरफ ले गया और वहां उसने उसके हाथ में पहनी छाप, कड़ा व जेब में रखी नकदी छीन ली और फरार हो गया।

सेतिया कॉलोनी में बरामद हुई लापता छात्रा

श्रीगंगानगर। एक महीने से मारी-मारी फिर रही पुलिस को आज अपराह्न राहत की सांस मिली, जब कथित रूप से अपहृत एक स्कूली छात्रा को स्थानीय सेतिया कॉलोनी में पुलिस चौकी के समीप एक घर से बरामद कर लिया गया। पूजा नाम की बारहवीं कक्षा की यह छात्रा हनुमानगढ़ जंक्शन के समीप चक 20 एलएलडब्लयू से विगत 7-8 फरवरी की रात को लापता हो गई थी। उसके पिता बनवारीलाल सहारण ने दस फरवरी को महिला थाने में अज्ञात व्यक्तियों पर पूजा का अपहरण कर लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया था। हनुमानगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यादराम फासल ने पूजा को बरामद कर लिये जाने की जानकारी देते बताया कि कल उसे जोधपुर हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। पूजा की बरामदगी के लिए उसके पिता ने पिछले सप्ताह जोधुपर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट में पूजा द्वारा बयान दिये जाने पर उसी के अनुरूप आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पूजा के लापता और उसके बरामद होने के पीछे एक सनसनीखेज, दिलचस्प और रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां सामने आई है। यह दास्तां श्रीगंगानगर शहर के एक ऐसे घिनौने सच को बेनकाब करती है, जिसमें घर से निकली और राह भटकी हुई लड़कियों को किस तरह बरगलाकर उन्हें अपने घरवालों के विरूद्ध ही कर दिया जाता है। इस मामले में सेतिया कॉलोनी की एक संदिग्ध चरित्र की महिला की भूमिका की पुलिस ने गहन छानबीन करने की ठानी है, जबकि एक टैम्पू चालक भी संदेह के घेरे में है।
हनुमानगढ़ पुलिस के अनुसार पूजा के बरामद होने पर उससे फिलहाल शुरूआती पूछताछ हो पाई है, लेकिन उसने जो कुछ बताया है, उस पर सहज रूप से शायद ही कोई विश्वास कर पायेगा। जांच में पता चला है कि पूजा के पास एक मोबाइल फोन था, जिस पर अकसर फोन कॉल तथा एसएमएस आते रहते थे। इस मोबाइल के लिए नरसी नामक युवक ने अपने नाम से सिमकार्ड लेकर दे रखा था। जिनके फोन इस नंबर आते थे, उनमें जितेंद्र सिहाग नामक एक युवक भी था, जो श्रीगंगानगर में शेयरों के एक कारोबारी के दफ्तर में काम करता था। पूजा के अपहरण का मुकदमा दर्ज होने के बाद सबसे पहले उसके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकाली गई। यह फोन पूजा घर में ही छोड़ गई थी। कॉल डिटेल से पता चला कि डेढ़ दर्जन ऐसे नंबर हैं, जिनसे सबसे अधिक कॉलें आई थीं। इन सब नंबरों की पड़ताल करने पर नरसी तथा जितेंद्र सिहाग को गिरफ्तार किया गया। यह दोनों आठ फरवरी के बाद पूजा से मिलने से इंकार करते रहे। अलबत्ता नरसी ने बताया कि आठ फरवरी को पूजा ने किसी नये नंबर से उसे फोन किया तथा गांव से गंगानगर मिलने के लिये बुलाया। उसने इंकार कर दिया। इसके बाद पूजा का फोन नहीं आया।
पुलिस के मुताबिक अब खुलासा हुआ है कि सात-आठ फरवरी की रात को घर से निकलकर पूजा पक्का सहारण के समीप गुरूनानकनगर के अड्डे पर आई, जहां तड़के उसे एक अखबार सप्लाई करने की जीप मिली। इस जीप से बस अड्डे पर पहुंची। उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह कहां जाये। अड्डे से बाहर आकर वह इधर-उधर गलियों में घूम रही थी, तभी एक टैम्पू चालक की उस पर नजर पड़ गई। टैम्पू चालक ने उसे बातों में लगाया तो पूजा ने अंध विद्यालय चलने के लिए कहा। रास्ते में पूजा ने टैम्पू चालक के मोबाइल फोन से नरसी को कॉल की थी। इतने में टैम्पू चालक समझ गया कि पूजा घर से भागी हुई है। उसने रास्ते में टैम्पू अपना मोबाइल रिचार्ज करने के बहाने से रूकवाया और साईड में जाकर किसी को पूजा के बारे में बताया। बाद में अंध विद्यालय जाते समय टैम्पू चालक से पूछने पर बता दिया कि वहां उसका कोई नहीं रहता। वह तो अंध विद्यालय में रहने के लिए किसी ठिकाने का पता करने जा रही है। चालक ने उसे बताया कि अंध विद्यालय में इस तरह लड़कियों को नहीं रखा जाता। तब असमंजस की स्थिति में देखते हुए टैम्पू चालक ने पूजा को अपने जाल में फांसा और सीधे सेतिया कॉलोनी में अपनी एक परिचित महिला निर्मला (नाम तब्दील) के घर ले गया। इसी निर्मला के घर में पूजा एक महीने से टिकी हुई थी।
पुलिस के अनुसार निर्मला के यहां से बरामद होने के बाद से पूजा उसी के गुण गा रही है। वह अपने मां-बाप के पास जाने से इंकार कर रही है। यही नहीं उसका कथित रूप से यह भी कहना है कि मां-बाप उसे प्रताडि़त करते थे, इसलिए वह घर छोडऩे को मजबूर हुई है। दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी निर्मला के चरित्र को संदिग्ध बता रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता पूजा को कल हाईकोर्ट में पेश करने की है। इसके बा निर्मला और टैम्पू चालक की भूमिका की छानबीन की जाएगी। पुलिस ने मुताबिक निर्मला के सेतिया कॉलोनी इलाके में दो मकान है। उसकी एक पुत्री इन दिनों सिरसा के यहां आई हुई थी। निर्मला दिन में पूजा को अपनी पुत्री के साथ दूसरे मकान में रखती थी और रात को सोने के लिए अपने घर बुला लेती थी। पूजा का कहना है कि निर्मला के यहां रहते हुए उसे कोई तकलीफ नहीं हुई। वह उसे बड़े अच्छे-सलीके से अपने पास रख रही थी। यहां तक कि पूजा अब निर्मला को मम्मी कहती है।
पूजा के गायब होने के बाद से हनुमानगढ़ महिला थाना पुलिस का सारा ध्यान श्रीगंगानगर पर केंद्रित था। यहां आने के बाद आठ फरवरी को उसने एक एसटीडीपीसीओ से अपने घर फोन कर खुद के श्रीगंगानगर में होने की जानकारी दी थी। पिछले एक सप्ताह थानाप्रभारी जगदीश हुड्डा और एएसआई लेखराम श्रीगंगानगर में दल-बल सहित डेरा डाले हुए थे। स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा था। पूजा के इश्तिहार पूरे शहर में जारी किये गए। बावजूद इसके किसी को भनक नहीं लग रही थी कि पूजा सेतिया कॉलोनी पुलिस चौकी के समीप के एक मकान में ही रह रही थी।

बम धमाकों-गोलियों से गूंज उठी पुलिस लाईन

श्रीगंगानगर। स्थानीय पुलिस लाईन आज सुबह आतंकी हमले से गूंज उठी। आतंकवादियों ने हमला करते हुए बम छोड़े और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस की इमरजेंसी रेसक्यू टीम (ईआरटी) ने अदम्य साहस दिखाते हुए आतंकवादियों में से तीन को मार गिराया। इस कार्यवाही में ईआरटी का एक जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत एंबुलैंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रात: 8 बजे बम धमाकों और गोलियां की आवाजों ने पुलिस लाईन के आसपास रहने वाले लोगों को चांैकाया। लाईन के दोनों मुख्य द्वारों पर काफी भीड़ लग गई। लोग बाउंडरी वाल पर लाईन के मैदान पर हो रही इस मुठभेड़ को देखने के लिए चढ़ गये। दरअसल यह कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि सिर्फ इसका प्रदर्शन (डैमो) किया गया था। आतंकी हमले से निपटने का यह प्रदर्शन जिला पुलिस के आज से शुरू हुए वार्षिक निरीक्षण का एक हिस्सा था। इसमें स्मोक कैंडल शैल, वैरी लाईट गन से बमों और बंदूकों से खाली कारतूसों का इस्तेमाल किया गया। धुएं से उठते गुब्बार, ईआरटी के पॉजीशन लेते हुए जवान और बमों-गोलियों की आवाजें बिल्कुल आतंकवादियों से मुठभेड़ के दृश्य को जीवंत कर रही थी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) आरएस ढिल्लो ने इस प्रदर्शन को बारीकी से देखा और इसकी खामियों को नोट किया।
आतंकी हमले के बाद बलवईयों (प्रदर्शनकारियों) को खदेडऩे की कार्यवाही का प्रदर्शन किया गया। महंगाई, बेरोजगारी, सिंचाई-पानी आदि के मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ को पुलिस बल ने उनको चेतावनी दी। भीड़ द्वारा पुतला फूंके जाने के बाद पथराव कर दिये जाने पर मौजूद ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर पुलिस की गैस पार्टी ने आंसू गैस के गोले छोड़े और सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायरिंग किये। भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी पार्टी ने उनका पीछा किया। इस प्रदर्शन को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इसकी खामियां भी एडीजीपी ढिल्लो की नजर से बच नहीं पाईं। इन खामियों से उन्होंने पुलिस अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों को अवगत करवाते हुए इसे सुधारने के निर्देश दिये।
प्रदर्शन का अगला हिस्सा क्राईम सीन को प्रस्तुत करने का था, जिसमें पुलिस लाईन स्थित पेट्रोल पंप को लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया। मोटरसाइकिल पर सवार दो नकाबपोश पंप कर्मचारी को गोली मारकर लूट ले गए। अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस पार्टी को उसके पीछे लगाया, जबकि दूसरी पुलिस पार्टी ने मौके पर जांच-पड़ताल की कार्यवाही को पूर्ण किया। घटनास्थल को सुरक्षा घेरे में लेने के बाद घायल पंप कर्मी को एंबुलैंस से अस्पताल भिजवाया गया। अपराधियों के फिंगर एवं फुट प्रिंट उठाने की कार्यवाही एमओबी पार्टी द्वारा की गई। लुटेरों का पता लगाने के लिए डॉग स्कवायड की भी मदद ली गई। मौके की जांच का काम सब इंस्पेक्टर गुरूभूपेंद्रसिंह ने किया। उधर पीछा कर रही पुलिस पार्टी ने लाईन के मैदान में नाकाबंदी के सहयोग से नकाबपोश लुटेरों को धर दबोचा। लुटेरों को पकडऩे की कार्यवाही का नेतृत्व सब इंस्पेक्टर धीरेंद्र शेखावत ने किया। अपराधियों के पकड़े जाने के बाद मौके पर मिले उनके पिस्तौल व मोटरसाइकिल को बिना फोटोग्राफी किये जब्त करने की गलती को एडीजीपी ढिल्लो ने पकड़ा और हिदायत दी कि ऐसी कार्यवाही में मौके की फोटोग्राफी किये बिना किसी वस्तु से छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
इस वार्षिक निरीक्षण की शुरूआत प्रात: 7 बजे से सलामी परेड़ से हुई। परेड़ का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक उमेशचंद्र दत्ता ने किया। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और अनूपगढ़ के डीएसपी दशरथसिंह भी थे। यह परेड़ काफी शानदार रही। प्रदर्शनों के बाद एडीजीपी ढिल्लो ने पुलिस लाईन की तमाम शाखाओं- मोटर वाहन, क्वार्टर गार्ड, ट्रेजरी, मालखाना, मैस, वायरलैस सैंटर, पोलनेट रूम, आवासीय भवनों तथा जल सप्लाई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने लाईन में रहने वाले पुलिस कर्मियों की सुविधाओं के लिए इन व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिये।

रिश्ते में भाई-बहन लगते प्रेमी युगल ने आत्महत्या की

चूरू। दूर के रिश्ते में बहन-भाई लगते युवक-युवती ने प्रेम संबंध परवान न होते देखकर मौत को गले लगा लिया। युवक ने कीटनाशक दवा पी ली और युवती ने पानी के कुंड में छलांग लगा दी। दोनों के शव मिलने से सनसनी फैल गई और गांव शोक में डूब गया। पुलिस ने गांव में आकर जांच-पड़ताल की और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिये। आज शाम इनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
यह घटना चूरू जिले के भालेरी थानांतर्गत बूचास गांव में हुई। भालेरी के थानाप्रभारी महेंद्र कुमार ने बताया कि बुधवार रात को सूचना आई कि बूचास गांव के समीप जंगल-बीहड़ में एक युवक मृत पड़ा है। वहां जाकर जांच करने पर इस युवक की शिनाख्त फूलाराम (25) पुत्र गुरदयाल मेघवाल के रूप में हुई। इसी दौरान पता चला कि गांव की एक लड़की भी गायब है। रातभर तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। आज सुबह होने पर तलाश पुन: शुरू की गई। लड़की के घर से उसके पांव के निशान नजदीक के एक खेत में बने पानी के कुंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिये। कुंड में लड़की की लाश बरामद हुई। यह मृतका 18 वर्षीय लिछमा पुत्री मेघाराम मेघवाल थी।
थानाप्रभारी के अनुसार जांच-पड़ताल में पता चला कि फूलाराम और लिछमा में प्रणय संबंध थे, लेकिन ये दोनों दूर के रिश्ते में चचेरे भाई-बहन भी थे। इनके प्रणय संबंध की भनक करीब 6 महीने पहले परिवारवालों को हो गई, तब इन्हें मिलने-जुलने से रोका जाने लगा था। इससे निराश होकर दोनों ने आत्महत्या कर ली। आज अलग-अलग मरग रिपोर्टें दर्ज की गईं। दोनों के परिवारवालों ने शवों का देर शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।

डॉ. बाहरी के बैंक लॉकर ने लाखों का माल उगला

हनुमानगढ़। महज 500 रूपये की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल के मैडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. सुरेंद्र बाहरी की पत्नी के बैंक लॉकर ने लाखों रूपये का माल उगला है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा आज हनुमानगढ़ में सैंट्रल बैंक की शाखा में इस लॉकर को खुलवाये जाने के समय डॉ. बाहरी तथा उनकी पत्नी मौजूद थे। कार्यवाही मुकम्मल होने के बाद ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दलीप जाखड़ ने बताया कि लॉकर में से लगभग 10 लाख रूपये मूल्य के आभूषण, 2 लाख 19 हजार रूपये नगद तथा करीब 15 लाख के राष्ट्रीय बचत पत्र, पर्सनल प्रोविडेंड फंड, किसान विकास पत्र और एफडीआर के कागजात बरामद हुए। आभूषण मूल्यांकन के बाद डॉ. बाहरी की पत्नी के सुपुर्द कर दिये गए। बाकी सब कागजात और नगदी जांच के लिए कब्जे में कर ली गई है। आज बरामद हुए इस माल से डॉ. बाहरी की कुल चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। हनुमानगढ़ टाउन के सिविल अस्पताल में झगड़े में घायल होकर भर्ती हुई नेठराना गांव की एक महिला की इंजरी रिपोर्ट बढिय़ा तरीके से बनाकर देने की एवज में उसके पुत्र तथा भाई से विगत शनिवार को 500 रूपये की रिश्वत लेते पकड़े जाने पर ब्यूरो ने डॉ. बाहरी के घर की सर्चिंग की तो करीब 34 लाख रूपये के पूंजी निवेश के कागजात, सात बैंक पासबुकें, चार भूखंडों की खरीद के कागजात और 16 हजार रूपये नगद बरामद किये थे। इनमें एक भूखंड बेनामी खरीदा हुआ था। ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित डॉ. बाहरी के आवास के मूल्यांकन को भी शामिल किया जाये तो उनकी कुल मिलाकर चल-अचल संपत्तियां लगभग एक करोड़ रूपये की आंकी जा रही हैं। अब ब्यूरो जांच में जुटेगा कि डॉ. बाहरी के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला बनता है या नहीं? उल्लेखनीय है कि डॉ. बाहरी को विगत सोमवार जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश

श्रीगंगानगर। राजस्थान और पंजाब के विभिन्न शहरों में वाहन चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के लिए चोरी के वाहन फर्जी नंबरों से आगे बेचने वाले एक शख्स की पुलिस को तलाश है, जो छापे की कार्यवाही के कुछ देर पहले निकल गया था। पकड़े गए वाहन चोरों का अदालत ने पूछताछ के लिए 15 मार्च तक का पुलिस रिमांड मंजूर किया है।
सादुलशहर पुलिस के मुताबिक बुधवार देर रात को मुखबिर से सूचना मिली कि कस्बे में एक चोरी का टाटा फोर व्हीलर टैम्पू को दो जने बेचने के प्रयास में घूम रहे हैं। इन व्यक्तियों ने एक जने की 80 हजार रूपये में टैम्पू बेचने का सौदा लगभग कर लिया है। सूचना मिलने पर थानाप्रभारी राजेंद्र बेनीवाल ने दल-बल सहित इन व्यक्तियों की तलाश की तो कस्बे में गैस एजेंसी के पास टैम्पू सहित यह व्यक्ति पकड़े गए। पूछताछ में पता चला कि हरजिंद्रसिंह नामक जिस व्यक्ति को टैम्पू बेचा जा रहा था, वह रूपयों को इंतजाम करने का कहकर कुछ देर पहले ही वहां से निकला था। यह हरजिंद्रसिंह सादुलशहर के समीप पतली गांव का निवासी है।
पुलिस के अनुसार पकड़े गए व्यक्तियों में पंजाब के बठिंडा जिले के तलवंडी थानांतर्गत कुब्बे गांव का निवासी सरजीतसिंह पुत्र जंगसिंह मजबी तथा राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थानांतर्गत बीजवां गांव निवासी दर्शन पुत्र आशुसिंह रायसिख हैं। प्रारंभिक पूछताछ में इन दोनों ने फोर व्हीलर टैम्पू तीन-चार दिन पहले जयपुर से ट्रांसपोर्टनगर थाना क्षेत्र से चोरी करना बताया। इस टैम्पू पर आरजे 11 जीसी 4761 की नंबर प्लेट लगी थी। टैम्पू के कैबिन में से एक आरसी बरामद हुई, जिसके अनुसार इस टैम्पू के वास्तविक नंबर आरजे 14 जीसी 4864 हैं।
पुलिस ने बताया कि सरजीतसिंह और दर्शनसिंह ने लगभग दो महीने पहले अमृतसर में स्वर्ण मंदिर गुरूद्वारा के पास से एक मारूति वैगनार कार और जयपुर के समीप बगरू से विगत 20 फरवरी को एक इंडिका कार चोरी करना कबूल किया है। चुराये हुए वाहन यह दोनों सादुलशहर लेकर आते थे और हरजिंद्रसिंह को आगे बेच देने के लिए सौंप देते थे। वैगनार तथा इंडिका भी इन्होंने हरजिंद्रसिंह को देना बताया है। हरजिंद्रसिंह के घर पर छापा मारा गया, लेकिन वह नहीं मिला। वैगनार तथा इंडिका को पुलिस ने शीघ्र ही बरामद कर लेने के संकेत दिये हैं।
पुलिस के अनुसार सरजीतसिंह पंजाब से इस क्षेत्र में खेतों में दिहाड़ी-मजदूरी करने के लिए आया करता था, जबकि दर्शनसिंह पहले ट्रक चलाता था। ट्रक का एक्सीडेंट हो जाने के बाद उसके पास कोई काम नहीं रहा तो वह वाहन चोरी करने लग गया। सादुलशहर में उसकी मुलाकात सरजीतसिंह से हुई तो बाद में सरजीतसिंह भी उसके साथ मिलकर वाहनों की चोरियां करने लगा। हरजिंद्रसिंह को पकडऩे के लिए छापे मारे जा रहे हैं। सरजीतसिंह व दर्शनसिंह को आज अपराह्न मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर पुलिस को इन दोनों का 15 मार्च तक पूछताछ एवं बरामदगियां करने के लिए रिमांड मिला है।

फरार प्रेमी जोड़ा गिरफ्त में

सिरसा। गांव रोड़ी से फरार हुए प्रेमी जोड़े को पुलिस ने काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आज दोनों को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने युवक को जिला कारागार व युवती को हिसार स्थित नारी निकेतन भेजे जाने के आदेश दिए। ज्ञातव्य हो कि गांव रोड़ी निवासी बेअंत सिंह ने रोड़ी थाना में 12 फरवरी को शिकायत दर्ज करवाई थी कि गांव का ही श्रेयांंश जैन उर्फ हेमू पुत्र दयाल चंद जैन उसकी पुत्री को बहला-फुसला कर ले गया है। आरोप था कि हेमू के साथ उसके पिता दयाल, मां राजरानी, भाई सौरव तथा चाचा फूलचंद भी इस मामले में शामिल हैं। पुलिस ने भारतीय दंड संहिंता की धारा 363, 366 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। गत दिवस पुलिस को मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी उपरोक्त युवक-युवती सरदूलगढ़ में हैं। पुलिस ने दबिश देते हुए दोनों को काबू कर लिया। चिकित्सीय जांच के लिए दोनों को सामान्य अस्पताल लाया। जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई। पुलिस ने दोनों को प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी सुखप्रीत सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने युवक को जिला कारागार तथा युवती को नारी निकेतन भेजने का आदेश दिया।

रेलगाड़ी के आगे कूदकर जान दी

कालांवाली। स्थानीय रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलो मीटर की दूरी पर एक व्यक्ति ने रेल गाड़ी के आगे कूदकर अपनी जीवन लीला सामप्त कर ली। इस घटना की सूचना मिलते ही राजकीय रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब के जिला बठिंडा थाना तलवंडी के गांव गोलावाला निवासी 45 वर्षीय बोगा सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह आज प्रात: साईकिल पर सवार होकर कालांवाली की तरफ आया और रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पहले ही पंजाब की ओर जाने वाली सवारी गाड़ी के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण पिछले लंबे समय से बीमारी से परेशान बताया गया है।

दो जनों को 8 माह की कैद

डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत ने लड़ाई-झगड़े के एक मामले में दोषी करार दिये गये गांव तख्तमल के दो व्यक्तियों को 8 माह की कैद और कुल 500 रूपये अर्थदंड प्रत्येक को सुनाया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव तख्तमल निवासी रणजीत सिंह पुत्र गुरदेव सिंह ने अप्रैल 2004 में पुलिस को दिये ब्यान में कहा था कि पानी को लेकर उन्हीं के गांव के अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह पुत्रान करतार सिंह से उसका झगड़ा हो गया था। आरोपियों ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे चोटें मारीं। पुलिस ने धारा 323/324/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत में प्रस्तुत कर दिया था।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर अवतार सिंह तथा बलवन्त सिंह को मुद्दई के चोटें मारने का दोषी करार देते हुए प्रत्येक को धारा 323 के तहत तीन माह की कैद और 200 रूपये अर्थदंड, धारा 324 के तहत 8 माह की कैद और 300 रूपये अर्थदंड सुनाया।

छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास

डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अमरजीत सिंह की अदालत ने एक अबोध बालिका के साथ छेड़छाड़ के दोषी को एक वर्ष का कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव अबूबशहर निवासी नसीब कौर पत्नी नानक चन्द ने थाना सदर पुलिस डबवाली में 2004 में दर्ज करवाई शिकायत में कहा था कि उसकी 7 वर्षीय पौत्री शुगना पुत्री बलवन्त सिंह 2 नवम्बर को गली में खेल रही थी और वह घर पर चाय बनाने के बाद जैसे ही गली में अपनी पौत्री को आवाज लगाने के लिए आई तो पीछे से उनकी बड़ी पौत्रियां भी आ गयीं और उन्होंने जब जगराज सिंह के मकान का दरवाजा खटखटाया तो जगराज सिंह कुंडा खोल कर वहां से भाग निकला और वहीं पर उसकी पौत्री शुगना भी थी। उसने उसे बताया कि जगराज सिंह ने उसके साथ बुरी हरकत की है और मुंंह पर दंदी काटी है। वह इस मामले को लेकर पंचायत में गई और पंचायत में बुलाने पर भी आरोपी पंचायत में नहीं पहुंचा और उसने इस मामले को पुलिस के पास रखा। पुलिस ने नसीब कौर के ब्यान पर जगराज सिंह के खिलाफ धारा 354 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले को अदालत के सुपुर्द कर दिया।
अदालत ने बुधवार को दोनों पक्षों को सुनने और गवाहों के ब्यानों के मद्देनजर आरोपी जगराज सिंह को अबोध बालिका से छेड़छाड़ का दोषी करार देते हुए उसे एक वर्ष के कारावास और 500 रूपये अर्थदंड सुनाया।

11 मार्च 2010

अग्निकांड पीडि़तों ने निकाला कैंडल मार्च


डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़तों ने डीएवी संस्थान की जमीर को जगाने के लिए बुधवार शाम को कैंडल मार्च निकाला। जोकि अग्रवाल धर्मशाला से प्रारम्भ होकर अग्निकांड स्मारक स्थल तक पहुंचा।
यह जानकारी देते हुए डबवाली फायर विक्टम एसोसिएशन के महासचिव विनोद बांसल ने बताया कि अग्नि पीडि़त पिछले चौदह वर्षों से डीएवी संस्थान का अन्याय सहन करते आ रहे हैं और उन्होंने अदालत में गुहार लगाकर न्याय मांगा तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने न्याय देते हुए 55 प्रतिशत मुआवजा डीएवी संस्थान पर डाला और 45 प्रतिशत सरकार पर। सरकार ने तो यह राशि अदालत में जमा करवा दी। लेकिन डीएवी संस्थान ने अपने हिस्से की राशि जमा करवाने की अपेक्षा पीडि़तों के जख्म कुरेदते हुए इसके खिलाफ अपील भी कर दी।
उन्होंने कहा कि पीडि़तों की मांग है कि डीएवी संस्थान अन्याय बन्द करे और जो मुआवजा अदालत ने डाला है, उसे अदा करे।
इस अवसर पर रमेश सचदेवा आचार्य निदेशक हरियाणा पब्लिक स्कूल, ओमप्रकाश सचदेवा, डॉ. अरूण बांसल, इकबाल सिंह शान्त, राजीव वढेरा, केशव शर्मा संस्थापक वरच्युस क्लब, संजीव शाद रंगकर्मी, सुच्चा सिंह भुल्लर, प्रकाश चन्द बांसल प्रधान आढ़तिया एसोसिएशन, रामलाल बागड़ी, मथरा दास चलाना, हेमराज जिन्दल आदि उपस्थित थे।

30 मार्च को होगा अंग्रेजी का पेपर

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी की बुधवार को सायंकालीन संचालित होने वाली सीनियर सैकण्डरी शैक्षिक की द्वितीय सैमेस्टर की परीक्षाओं का अंग्रेजी (कोर) का पर्चा लीक होने के कारण प्रदेश भर में रद्द कर दिया गया है। अब यह परीक्षा 30 मार्च को आयोजित की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए बोर्ड के सचिव मनदीप सिंह बराड़ ने बताया कि आज प्रात: बोर्ड मुख्यालय पर उनके कार्यालय में पेपर लीक होने संबंधी शिकायत प्राप्त हुई थी जिस पर तुरन्त कार्यवाही हुए बोर्ड के उच्चाधिकारियों की जांच टीमें विभिन्न स्थानों पर भेजी गई। तदोपरान्त उनसे प्राप्त प्राथमिक जानकारी के आधार पर बोर्ड द्वारा अंग्रेजी परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। बोर्ड द्वारा स्थानीय पुलिस में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है तथा उप सचिव संचालन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। पुलिस तथा जांच समिति की रिपोर्टें प्राप्त होने उपरान्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

मरीज छोडऩे के बहाने बोलेरो गाड़ी छीनी

संगरिया। मरीज को छोडऩे के लिए किराए पर की गई बोलेरी गाड़ी को डरा-धमकाकर छीन ले जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।

पीडि़त चालक सादुलशहर के वार्ड 12 निवासी बलराज पुत्र हरनाम ने गत रात्रि 1.30 बजे तीन अज्ञात जनों के विरूद्ध धारा 382, 34 आईपीसी में मामला पंजीबद्ध करवाया है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे टैक्सी स्टैंड सादुलशहर में गाड़ी मालिक भूषण कुमार के पास अरोड़ा नशामुक्ति केंद्र के आगे से एक मरीज को ढाणी छोडऩे के लिए 750 रूपए में गाड़ी किराए पर करके ले गए। गाड़ी में मरीज सहित तीन जने सवार हुए।
रात्रि करीब 7.30 बजे ढाबां गांव के आगे लोहगढ़ रास्ते पर पहुंचे तो वहां मरीज ने शराब पीने के लिए गाड़ी रोकने को कहा। चालक ने ज्यों ही गाड़ी की रफ्तार धीमी की मरीज ने उसका गला पकड़ लिया और अन्य दो जनों ने भी उसे जान से मारने की धमकी देकर नीचे उतार दिया तथा गाड़ी छीन कर लोहगढ की ओर भाग गए।

पुलिस थाने में ही अभियुक्त ने परिवादी को जड़ा चांटा

संगरिया। मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का एक प्रकरण बुधवार को अदालत के आदेश पर पंजीबद्ध हुआ। प्रकरण अनुसार वार्ड नं. 3 निवासी पूनमचंद पुत्र अमरलाल मोची ने कस्बे के अमित, दीपक, अनिल पुत्रगण मनीराम नागौरी व मोहित पुत्र हरिराम नागौरी के विरूद्ध मारपीट व जाति सूचक गालियां निकालने का मामला ४५२, ३९२, ३२३-बी, ४२ आईपीसी में एससी-एसटी एक्ट में दर्ज करवाया है। परिवाद के अनुसार पूनमचंद फल-सब्जी का थोक विक्रेता है। उसने अनिल की पत्नी से एक रिहायशी भूखंड खरीदा हुआ है तथा अमित से एक गोदाम किराये पर लिया हुआ है। भूखंड में शर्त के अनुसार बकाया विद्युत बिल राशि आने पर वह अनिल के पास गया तो उसने गोदाम किराए में राशि समायोजित करने की बात कही। ३ मार्च की रात ७.३० बजे जब वह गोदाम में बैठा था तभी विद्युत बिल को लेकर रूष्ट अभियुक्तगण ने उसकेसाथ थप्पड़-मुक्कों से मारपीट की । जाति सूचक गालियां निकालते हुए बिल भरने की एवज में सोने की चैन छीनकर ले गये।

परिवादी ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिस थाना के पड़ौसी हैं। जिसके चलते राजीनामा के बहाने थाने में बुलाकर उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। आरोपी मोहित नागौरी ने थाना परिसर में ही उसे थप्पड़ मारा। पुलिस वालों ने अभियुक्तगण से कुछ लिखवाकर परिवादी व उसके साथ आए दिनेश व रेशम को धमकाया तथा जेल में बंद करने की धमकी देकर हस्ताक्षर करवाकर वापिस भेज दिया। मामले की जंाच वृत्ताधिकारी रामकिशन सोनगरा कर रहे हैं।

मनरेगा मजदूरों ने बवाल काटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली के मनरेगा मजदूरों ने मनरेगा में धांधली को लेकर बुधवार को बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया।
किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, खेत मजदूर यूनियन डबवाली के अध्यक्ष सन्त राम, महिला अध्यक्ष बलजिन्द्र कौर, मनरेगा मजदूर सुखदेव सिंह, बिमला देवी, हरदेव कौर, चरणजीत कौर, इन्द्रजीत कौर, सुशीला रानी, मुख्तियार सिंह, तरसेम कुमार, दर्शना रानी, भतेरी रानी, गुरदीप कौर, सुखपाल सिंह, जसवीर कौर आदि ने बताया कि 20 फरवरी से 8 मार्च तक किये गये काम के बदले में उन्हें मनरेगा राशि नहीं मिली। इस संदर्भ में वे सरपंच से लेकर बीडीपीओ तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन न्याय न मिलने पर आज मजबूरन उन्हें बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करके अपनी आवाज को उठाना पड़ा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनरेगा के तहत पिछले वर्ष किये गये काम के बदले उन्हें कुछ पैसे देकर टरका दिया गया। उन्होंने सहायक और उच्च अधिकारियों पर मिलीभगती करके मनरेगा मजदूरी हड़पने का भी आरोप लगाया। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा सरकार तथा बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।
इधर बीडीपीओ राम सिंह से इस सम्बन्ध में पूछने पर उन्होंने बताया कि उपरोक्त मामला सहायक को हटाने का अधिक है और अन्य मांगों के सम्बन्ध में कम। सहायक को ग्राम सभा बैठक में प्रस्ताव पारित करके हटाया जा सकता है, उनके पास सहायक को हटाये जाने की कोई पावर नहीं है। गांव डबवाली में दो वाटर चैनल की सफाई का अस्टीमेट बनाया गया है। जिस पर करीब 4 लाख रूपये खर्च होने हैं। उनके अनुसार मजदूरों ने जितना काम किया, उनके खातों में जमा करवा दी गई है। घपलेबाजी सम्बन्धी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बीडीपीओ ने कहा कि अगर कोई इसकी जांच करवाना चाहता है तो वह उन्हें लिखकर उसे दे दे और वे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे।

12वीं का पेपर लीक

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी के पारदर्शितापूर्ण ढंग से परीक्षाएं सम्पन्न करवाने के दावे उस वक्त चकनाचूर हो गए जब 12वीं कक्षा का पर्चा लीक हो गया। रातभर 1 से लेकर 3 हजार रुपए तक यह पर्चा बिका और बोर्ड अधिकारियों को कानोंकान खबर तक नहीं हुई। आज सुबह जब पर्चा लीक होने समाचार प्रदेश भर में जंगल की आग की तरह फैल गया तो बोर्ड अधिकारियों की नींद खुली। बोर्ड ने यह पेपर रद्द कर जांच शुरू कर दी है। सिरसा में बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न करवाने में ड्यूटी पर लगाए गए अधिकारी पर्चे के जिले के बाहर से लीक होने की बात कह रहे हैं। बताया गया है कि पुलिस ने इस मामले में भिवानी व मुढाल से दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस इन लोगों से पूछताछ में लगी हुई है और यह पता लगा रही है कि उन्होंने पर्चा किससे खरीदा। उल्लेखनीय है कि भिवानी बोर्ड की परीक्षाएं 8 मार्च से शुरू हुई है। आज 12वीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी और यह परीक्षा द्वितीय सत्र यानी अढ़ाई बजे ली जानी थी। बीती रात को बाजार में यह समाचार एक कान से दूसरे कान तक पहुंचना शुरू हो गया कि 12वीं का अंग्रेजी विषय का पेपर लीक हो गया है और यह पेपर एक हजार से तीन हजार रुपए तक बेचा जा रहा है। फिर क्या था संबंधित कक्षा के विद्यार्थी ही नहीं बल्कि उनके अभिभावक और रिश्तेदार तक पेपर को हासिल करने के लिए दौड़ पड़े। इस सम्बन्ध में जब जिला परीक्षा इंचार्ज शंकर लाल धंागड़ से बात की गई तो उन्होंने माना कि पर्चा लीक हो गया है। साथ ही यह भी जोड़ा कि यह पर्चा सिरसा से नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य स्थान से लीक हुआ है। फिर भी जिला के सैंटरों पर पहुंचे प्रश्रपत्रों के लिफाफों पर लगी सील की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी विषय की आज होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।

10 मार्च 2010

छात्रों ने जाम लगाया, कार तोड़ी

सिरसा: जिला के कस्बा नाथूसरी चौपटा में राजकीय चौ. देवीलाल बहुतकनीकी संस्थान के छात्रों ने दो छात्रों की एक प्राध्यापक द्वारा पिटाई को लेकर जाम लगा दिया। गुस्साएं छात्रों ने प्राध्यापक की कार भी तोड़ डाली।
मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के छात्र रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील जो कि संस्थान के छात्रावास में रहते हैं। छात्रावास के वार्डन एवं कम्प्यूटर प्राध्यापक जगमेल सिंह प्रात: छात्रावास आए तो उपरोक्त छात्र स्नान इत्यादि कर रहे थे। प्राध्यापक ने आव देखा न ताव और रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील की बार-बार पिटाई करनी आरंभ कर दी। प्राध्यापक ने रितेश पुनिया को संस्थान प्रांगण में घसीटकर छात्र-छात्राओं के समक्ष भी खूब धुना। उपरोक्त छात्रों पर संदीप नामक एक छात्र का फोन चुराने का इल्जाम बताया जा रहा है। संदीप ने दो दिन पहले छात्रावास वार्डन जगमेल सिंह को अपना मोबाइल चोरी होने की शिकायत की थी।
प्राध्यापक द्वारा छात्रों की धुनाई से संस्थान के अन्य छात्र उत्तेजित हो उठे और सिरसा नाथूसरी चौपटा मार्ग को नारेबाजी करते हुए अवरूद्ध कर दिया जिससे वाहनों की लम्बी कतार लग गई और सवारियों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गुस्साए छात्रों ने संस्थान परिसर में प्राध्यापक जगमेल सिंह की खड़ी कार पर डंडों व पत्थरों से वारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से पुलिस थाने में कोई भी अभियोग दर्ज नहीं करवाया गया था। संस्थान के प्राचार्य डा. एन.के. भ्याना ने बताया कि प्राध्यापक व छात्रों के बीच आपसी सुलह से मामला सुलझा लिया गया है।
इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो नाथूसरी चौपटा पुलिस थाना के रामकुमार सहायक उपनिरीक्षक दलबल सहित मौके पर पहुंचे मगर छात्रों ने उनकी एक न सुनी और अपने आंदोलन को ओर तेज कर दिया। संस्थान के प्राचार्य डा.एस.के भ्याना ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया।

विपक्ष का षडयंत्र के तहत विधानसभा से निलम्बन-चौटाला

चण्डीगढ़ (वि.) हरियाणा के विपक्षी विधायकों को विधानसभा से निलम्बित किए जाने की घटना को लोकतन्त्र की हत्या बताते हुए विपक्ष ने आज प्रदेश के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से तुरन्त इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। विपक्षी विधायकों ने हुड्डा सरकार पर प्रजातान्त्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने एक सोचे-समझे राजनीतिक षडय़ंत्र के तहत उन्हें विधानसभा से निलम्बित किया है। विधानसभा से निलम्बित किए गए विपक्ष के 35 विधायकों जिनमें इनेलो के 31, भाजपा के तीन व अकाली दल के एकमात्र विधायक ने विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया और हुड्डा सरकार द्वारा लोकतन्त्र को पैरों तले रौंदने का आरोप लगाया।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।

रामबाग में हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) यहां के रामबाग में घुसकर एक व्यक्ति ने खूब हंगामा मचाया और उस पर मौका पर पहुंची पुलिस ने काबू पाया।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।

बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) संयुक्त कर्मचारी मंच हरियाणा से सम्बन्धित हरियाणा बिजली कर्मचारी मंच के कार्यकर्ताओं ने मंच के प्रदेशाध्यक्ष खेता राम की अध्यक्षता में एक्सीयन तथा एसडीई के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इधर एक्सीयन ने प्रदर्शन को बेहुदा करार देते हुए इसे कामचोरों का प्रदर्शन बताया।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।