08 नवंबर 2009

मिनी बस पलटी, तीन दर्जन सवारियां घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव फरीदकोट और गांव बांडी के बीच शनिवार सुबह एक प्राईवेट बस पलटने से करीब 3 दर्जन सवारियां घायल हो गई। घायलों में अधिकांश स्कूली विद्यार्थी शामिल हैं। घायलों को उपचार के लिए बठिण्डा, बादल और डबवाली के विभिन्न प्राईवेट अस्पतालों में लेजाया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार आहलुवालिया बस सर्विस की मिनी बस शनिवार सुबह मण्डी किलियांवाली से बठिण्डा के लिए अपने तय समयानुसार चली थी। बस में मण्डी किलियांवाली सहित गांव फरीदकोट, गांव फरीदकोट कोटली सहित अन्य गांवों की करीब 150 सवारियां थी। बताते हैं कि जैसे ही बस गांव फरीदकोट और बांडी के बीच पहुंची तो धुंध की वजह से अचानक बांडी साईड से आई एक ट्रेक्टर-ट्राली से टकराकर दो-तीन पलटे खाती हुई एक खेत में जा गिरी।
बस के खेत में गिरते ही बस में सवार सवारियों में हड़कम्प मच गया। जबकि बस का ड्राईवर राजा निवासी ख्योवाली व परिचालक निन्द्र सिंह निवासी बांडी भाग खड़े हुए। ट्रेक्टर चालक गुरसेवक सिंह पुत्र नछत्तर सिंह निवासी बांडी ने बस में फंसे विद्यार्थियों को बाहर निकालना शुरू किया। इधर गांव बांडी और फरीदकोट कोटली के गुरूद्वारा में इस घटना की सूचना पाकर गांव वासी भारी संख्या में मौका पर पहुंचे और बस में फंसे गांव बांडी के सरकारी हाई स्कूल, गुरूनानक हाई स्कूल और दशमेश पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को बाहर निकाला। इस मौके पर बस में सवार सरकारी हाई स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्र सुखपाल सिंह पुत्र कर्मजीत सिंह ने बस में सवार सवारियों को बाहर निकालने में विशेष योगदान दिया। हालांकि वह स्वयं भी घायल था।
घायलों में विद्यार्थी राजवीर सिंह पुत्र गुरपाल सिंह (8वीं), गगनदीप सिंह पुत्र कौरजीत सिंह बैनीवाल (9वीं), जशनदीप सिंह पुत्र कौर जीत सिंह (8वीं), कुलदीप सिंह पुत्र बलकरण सिंह (8वीं), कुलदीप सिंह पुत्र जगसीर सिंह (8वीं), प्रदीप कुमार पुत्र सोहन लाल, सुखपाल सिंह पुत्र कर्मजीत सिंह, गुरमीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह, जसप्रीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह, सुखपाल सिंह (10वीं), अमनदीप कौर (10वीं) निर्मल सिंह (8वीं), गुरमीत सिंह (9वीं), मनप्रीत कौर (8वीं), सतवीर कौर (9वीं), जसवन्त सिंह (6वीं), राजदीप सिंह (10वीं), प्राईमरी अध्यापिका कुलदीप कौर निवासी डबवाली, महिला गुरविन्द्र कौर पत्नी बूटा सिंह निवासी फरीदकोट आदि शामिल हैं। घायलों को उपचार के लिए गांव बादल, बठिण्डा तथा डबवाली के निजी अस्पतालों में दाखिल करवाया गया है।
अधिकांश विद्यार्थी होते हैं शामिल
गांव फरीदकोट एवं कोटली के निवासी कौर जीत सिंह, दर्शन सिंह, डॉ. विनोद, भोला सिंह, तेजा सिंह, जुल्फी खान आदि ने बताया कि उनके गांवों में बने स्कूल प्राईमरी तक हैं। जिसके चलते मिडिल व उच्च शिक्षा के लिए उन्हें साथ लगते गांवों में जाना पड़ता है। पिछले दिनों बठिण्डा संसदीय क्षेत्र से सांसद हरसिमरत कौर बादल को भी इस समस्या से अवगत करवाया गया था। लेकिन उनकी बात को नहीं सुना गया। उनके अनुसार हर वर्ष ही इस प्रकार की दुर्घटना होती है। उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार को चाहिए कि वे इस रूट पर बच्चों के लिए स्पैशल बस चलाये, ताकि बसों में सवारियों की भीड़ न बढ़े और बच्चे सुरक्षित स्कूल तक तथा स्कूल से घर तक पहुंच सकें।

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