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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

23 अगस्त 2011

गांव की अपनी अदालत



-दोषी पाए जाने पर ना होगी अपील, ना होगी दलील, गांव के सामने मिलेगा दण्ड
-टीचर अगर लेट आया तो पूरे दिन की लगेगी गैर हाजिरी, लड़कियों को जल्दी होगी छुट्टी

डबवाली (लहू की लौ) यदि गुरू लेट आएंगे तो स्कूल पढऩे आने वाले बच्चों पर नियंत्रण कैसे रहेगा? विद्यालय में कर्मचारियों द्वारा जाम छलकाए जाएंगे तो इसका बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? स्कूल के गेट पर खड़े होकर सरेआम युवक मोबाइल पर भद्दे गाने लगाकर लड़कियों पर फब्तियां कसेंगे, तो लड़कियां स्कूल कैसे आ पाएंगी? अगर दोबारा किसी ने ऐसी गलती की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। यह किसी हिन्दी फीचर फिल्म में बॉबी देओल का डाईलॉग नहीं। बल्कि गांव मसीतां में शुरू हुई 'अदालतÓ  का फरमान है।
पिछले काफी समय से गांव मसीतां का माहौल ठीक नहीं था। गांव में सरकार की ओर से एक हाई स्कूल तथा दो प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। लेकिन हाई स्कूल में पिछले काफी समय से अव्यवस्था का माहौल चल रहा है। गांव मौजिज व्यक्तियों ने इसकी शिकायत गांव की पंचायत तक पहुंचाई। पंचायत को अपनी शिकायत में कहा कि हाई स्कूल में तैनात कर्मचारी शराब के नशे में धुत्त रहते हैं। स्टाफ के सदस्य दो-दो घंटा लेट पहुंचते हैं। जिससे विद्यालय का अनुशासन भंग हो रहा है। बिगड़ैल युवा स्कूल के बाहर आकर मोबाइल से गंदे गाने बजाते हैं। आती-जाती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं। पंचायत ने गांव में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को 'अदालतÓ में पहुंचने का आह्वान किया। अदालत का स्थान हाई स्कूल रखा गया। पूरे गांव के साथ-साथ तीनों स्कूलों के स्टाफ को वहां आमंत्रित किया गया।
शनिवार को गांव के सरपंच शिवराज सिंह की अध्यक्षता में 'अदालतÓ बैठी। जिसमें जिला परिषद के जोन नं. 6 के सदस्य के प्रतिनिधि सर्वजीत सिंह, मैम्बर जसवंत सिंह, मेजर सिंह, दर्शन सिंह, शमशेर सिंह, पप्पू सिंह मंचासीन हुए। इस मौके पर पूरा गांव उपस्थित था। 'अदालतÓ के अध्यक्ष ने गांव के लोगों से राय जानी। दो घंटे चली इस 'अदालतÓ में छह बिन्दुओं का एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसे पढ़कर सभी को सुनाया गया।
गांव के सरपंच शिवराज सिंह ने बताया कि उन्हें उपरोक्त संदर्भ में शिकायत मिली थी। ग्रामीणों की 'अदालतÓ लगने से पूर्व गांव में मुनादी करवाई गई थी। पहली दफा अपराध होने के कारण आरोपियों को माफी दी गई। लेकिन अब गांव में नियम बना दिए गए हैं। समय पर स्कूल न आने वाले टीचर के पूरे दिन की गैर हाजिरी लगेगी, विद्यालयों में लड़कियों को पंद्रह मिनट पहले छुट्टी दी जाएगी, मिड-डे मील चैक किया जाएगा, नशे में धुत्त मिलने वाले कर्मचारी या फिर स्कूल के बाहर मोबाइल पर गाना बजाते पकड़े जाने वाले युवक को पंचायत अपने तरीके से 'अदालतÓ लगाकर पूरे गांव के सामने आरोपी को दण्ड देगी। इस मसले को थाने या फिर संबंधित विभाग में नहीं लेजाया जाएगा। ऐसा गांव के बिगड़ते-माहौल को सुधारने के लिए किया गया है।

सिपाही बनाने का झांसा देकर साढ़े 9 लाख ठगे


डबवाली (लहू की लौ) सिपाही की नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से साढ़े 9 लाख रूपये की ठगी मारने के आरोप में डबवाली के तीन लोगों के खिलाफ थाना लम्बी पुलिस ने मामला दर्ज करके शनिवार को दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी की तालाश जारी है।
गांव भीटीवाला के शिवकरण सिंह पुत्र जसकौर सिंह ने लम्बी पुलिस में शिकायत करके आरोप लगाया कि एक वर्ष पूर्व बादल के दशमेश गल्र्ज कॉलेज में कंटीन का ठेका लेने वाले और स्कूल बस मालिक डबवाली निवासी जग्गी से उसकी मुलाकात हुई तो जग्गी ने उसे बताया कि उसकी पंजाब सरकार में अच्छी पहुंच है और उसे पंजाब सरकार में कोई काम हो तो वह करवा सकता है। इस प्रकार की बातें करके जग्गी ने उसे अपने जाल में फंसा लिया। वह जग्गी की बातों मेें आकर अपने भतीजे निर्भय सिंह भीटीवाला तथा रिश्तेदार गुरमीत सिंह माऊआना को सिपाही भर्ती करवाने के लिए डबवाली में मिला। जग्गी के साथ दोनों को सिपाही भर्ती करवाने की एवज में साढ़े 9 लाख रूपया देना तय हो गया।
शिवकरण के अनुसार तय राशि अदा करने के लिए उसने जग्गी को गांव भीटीवाला में बुला लिया। इस समय उसके साथ जग्गी की मां मलकीत कौर तथा दोस्त गुलशन कुमार उनके गांव पहुंचे। वहां पर उन्होंने साढ़े 9 लाख रूपये इन तीनों को सौंप दिये। लेकिन जब उसके भतीजे और रिश्तेदार को जग्गी भर्ती नहीं करवा सका तो उसने अपनी राशि वापिस मांगी। इस संबंध में कई बार पंचायत भी हुईं। लेकिन जग्गी ने राशि देने से साफ इंकार कर दिया। जांच अधिकारी तथा किलियांवाली चौकी प्रभारी एएसआई मोहन लाल ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 406/420/120बी आईपीसी के तहत 15 अगस्त को केस दर्ज करके जांच का काम उन्हें सौंप दिया था। मुखबरी के आधार पर आरोपियों में से मलकीत कौर (55) पत्नी अमरजीत सिंह निवासी वार्ड नं. 3, गली सतनाम कौर एमसी वाली, डबवाली तथा गुलशन कुमार (30) पुत्र शगन लाल निवासी पुराना हनुमान मंदिर वाली गली को वाटर वक्र्स रोड़, किलियांवाली से शनिवार को गिरफ्तार कर, एसडीजेएम मलोट कंवलजीत सिंह की अदालत में पेश करके मुख्य आरोपी जगजीत सिंह जग्गी का पता लगाने तथा ऐंठी गई राशि बरामद करने के लिए तीन दिन का पुलिस रिमांड लिया है।

सड़कों पर हजारों बाल अन्ना


डबवाली (लहू की लौ) दिन शनिवार, सुबह के 9 बजे। डबवाली सिटी का गांधी चौक इंकबाल जिन्दाबाद के नारों से गूंज उठा। यह शंखनाद करने वाले  कोई ओर नहीं बल्कि सिटी के विभिन्न स्कूलों के हजारों बच्चे थे। जो अन्ना हजारे के समर्थन में बाजार में निकले थे।
उनके हाथों में तिरंगा, सिर पर तिरंगी टोपी और मुंह से देश भक्ति के जज्बे के साथ भारत माता की जय, वंदे मात्रम के साथ-साथ सरकारी लोकपाल धोखा है, जागो जनता मौका है, अन्ना की लहर है, भ्रष्टाचार पर कहर है, क्रप्शन गो बैक, शहीदो हम शर्मिंदा है, भ्रष्टाचार जिंदा है के नारे निकल रहे थे। भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली में अनशन पर चल रहे अन्ना हजारे के समर्थन में शहर के नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, नेहरू सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, हरियाणा पब्लिक स्कूल, एमएम कॉन्वेंट स्कूल, बाबू नानक चंद मैमोरियल बाल मंदिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, श्री अरोड़वंश आदर्श स्कूल, राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चिल्ड्रन मैमोरियल डीएवी स्कूल, सतलुज पब्लिक स्कूल के 3000 बच्चों का हजूम शनिवार सुबह 9 बजे जन लोकपाल बिल संघर्ष समिति के बैनर तले गांधी चौक पर इक्ट्ठा हुआ। गांधी चौक से अन्ना के समर्थन में मुख्य बाजार, वैद्य राम दियाल चौक, पुरानी अनाज मण्डी, सब्जी मण्डी, गुरूद्वारा कलगीधर सिंह सभा, परशुराम चौक से होते हुए शहीद भगत सिंह चौक पर पहुंचे। इस दौरान बच्चों ने हाथों में तख्तियां थामी हुई थी। उमड़े जनसैलाब से शहर अन्नामय हो गया। बच्चों का भ्रष्टाचार के खिलाफ हौसला देखकर दुकानदार भी उनकी आवाज में आवाज मिलाकर जन लोकपाल बिल को पास करवाने के लिए उठ खड़े हुए।
बच्चों के साथ-साथ संबंधित स्कूलों के अध्यापक भी इस जागरूक रैली में शामिल हुए। संघर्ष समिति के जयमुनी गोयल, वेदप्रकाश भारती, सतीश जग्गा, वियोगी हरि शर्मा, हरिंद्र सिंह, सर्वजीत सिंह, सतपाल जग्गा, रामलाल बागड़ी, विनोद नीलू, सुरेंद्र बर्तन वाला, अशोक पाहूजा, मनी राम अबूबशहर आदि उपस्थित थे।

डॉक्टर, वट इज दिस!


स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह अचानक सरकारी अस्पताल पहुंचे, सफाई व्यवस्था पर जताया असंतोष, बाकी सब ओके
डबवाली (लहू की लौ) मैं स्वास्थ्य मंत्री हूं, आपकी तकलीफा जानने के लिए यहां आया हूं। आप क्या तकलीफ लेकर अस्पताल आए हैं? जिस बीमारी के लिए आप आए हैं, उसका डॉक्टर यहां है?  यहां के डॉक्टर आपसे कैसा व्यवहार करते हैं? क्या आपको मेडिसन अस्पताल से उपलब्ध करवाई जाती है?
ये तमाम सवाल प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर राव नरेन्द्र सिंह के हैं, जो उन्होंने डबवाली के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीजों से किए। मरीजों ने बताया कि यहां उनके साथ सही व्यवहार होता है। लेकिन नेत्र, हड्डी रोग विशेषज्ञ तथा फिजिशयन न होने के कारण उन्हें बिना इलाज ही घर लौटना पड़ता है। उपरोक्त तीनों विशेषज्ञों की अस्पताल में नियुक्ति की जाए। मंत्री ने कहा कि आप चिंता न करें, इसकी जल्द नियुक्ति की जाएगी।
मंत्री जी शनिवार सुबह करीब 11.00 बजे अपनी लाल बत्ती वाली गाड़ी से सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। अपने आगमन की किसी को भनक तक नहीं लगने दी। मरीजों से बातचीत करने के बाद अपने दो बॉडीगार्ड के साथ अस्पताल के भीतर चले गए। वहां कर्मचारियों से पूछा कि इस अस्पताल के एसएमओ कौन हैं? जवाब मिला एसएमओ तो रिटायर हो गए हैं, उनका कार्य डॉ. एमके भादू देख रहे हैं। मंत्री जी के आने की सूचना पाकर डॉ. भादू भी अपने रूम से निकल आए। वे उनके साथ इमरजेंसी रूम में गए। इधर-उधर नजर घुमाई। कमजोर सफाई व्यवस्था पर एतराज जताया।
पहली मंजिल की सीढिय़ां चढ़ते-चढ़ते उनकी नजर दीवारों पर थूके तलब के निशान पर गई। ब्लड स्टोरेज सैंटर, इसी मंजिल पर स्थापित वार्ड रूम का निरीक्षण किया। इस रूम के पहले बैड पर आराम कर रहे व्यक्ति से पूछा क्या तकलीफ है। साहब! मुझे कुछ नहीं हुआ, मैं तो अपने मरीज के साथ आया हूं। दूसरे बैड पर पड़े मरीज का हाल जाना। तीसरे बैड पर लेटे एक व्यक्ति से मंत्री जी ने सवाल दोहराया, आपको क्या तकलीफ है? लेटा व्यक्ति बोला, साहब! मैं तो मरीज के साथ आया हूं। मंत्री जी बोल उठे डॉ. साहब यह अस्पताल है या रेस्ट हाऊस। इसी रूम के चौथे व पांचवे बैड को चैक किया। बैड पर बिछे गद्दे को फटा पाकर डॉ. साहब की ओर इशारा करके कहा वट इज दिस? इस प्रकार का ढंग नहीं चलेगा। अपनी व्यवस्था सुधारिए, वरना आप पर कार्यवाही होगी।
इसी दौरान वहां पर स्टाफ नर्स कंचन शर्मा आ धमकी। उसने मंत्री से कहा कि मुझे अस्पताल का इंचार्ज प्रताडि़त करता है। इस  संबंध में उसने उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी। जिससे ईष्र्या करते हुए उसका रिकॉर्ड रूम रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बावजूद तीसरी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है। मंत्री जी मुझे मेरी अलमारी नीचे चाहिए। मौका पर उपस्थित डॉ. एमके भादू ने मंत्री को अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि स्टाफ नर्स कंचन शर्मा समय पर डयूटी नहीं देती। शिकायत की जांच तहसीलदार के पास विचाराधीन है। 23 अगस्त को शिकायत की जांच तिथि रखी गई है। मंत्री ने दोनों की बात सुनने पर कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कोताही किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है। यदि आपके (स्टाफ नर्स) साथ गलत हुआ है, तो इसकी जांच करवाकर उसे न्याय दिया जाएगा।
चण्डीगढ़ जाकर देखूंगा
मैंने आज अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया, अस्पताल का कार्य काफी संतोषजनक है। लेकिन सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। डॉ. एमके भादू को एक सप्ताह के भीतर सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए कहा गया है। इस समय प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में चिकित्सकों का टोटा है। डब्बावाली के लोग भाग्यशाली हैं, जिन्हें सरकार ने छह मेडिकल ऑफिसर दे रखे हैं। डॉक्टर का पेशा देश सेवा जैसा है। मौजूदा समय में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर की कमी का कारण देश में बन रहे प्राईवेट फाईव स्टार होटलों जैसे अस्पतालों में डॉक्टरों का जाना है। वहां पर उन्हें वेतन भी ज्यादा मिलता है। मैंने स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद 373 नए डॉक्टरों की इंटरव्यू कॉल की। जिसमें से 200 के करीब डॉक्टर प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में नियुक्त कर दिए गए हैं। कन्या भ्रूण हत्या महापाप है। इससे इंसान की जाति के खत्म होने का खतरा पैदा हो गया है। सरकार ने इस पर नकेल कसने के लिए योजनाएं लागू की हैं। सरकार के साथ-साथ एनजीओ तथा अन्य समाजसेवी संस्थाओं को भी आगे आकर सहयोग करना चाहिए। सरकार ने फूड एण्ड ड्रग विभाग की स्थापना करके नशे को रोकने और मिलावटी पदार्थ पर अंकुश लगाने का प्रयास किया है। स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने उक्त शब्द पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 1995 के अग्निकांड पीडि़तों के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित किए जाने की जानकारी उसे नहीं है। वे चण्डीगढ़ जाते ही अग्निकांड पीडि़तों के संदर्भ में की गई सरकारी घोषणाओं की फाईल तलब करेंगे। बाद में इस संबंध में कदम उठाएंगे। डबवाली अस्पताल से संबंधित अन्य समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने कार्यकारी एसएमओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

14 अगस्त 2011

गरीबों के लिए नहीं है जमीन


डीडी गोयल
80597-33000
डबवाली। उपमण्डल में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले करीब पंद्रह सौ परिवारों को महात्मा गांधी बस्ती योजना के तहत सौ-सौ गज का प्लाट नहीं मिलेगा। जबकि ये सभी परिवार खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय द्वारा पात्र ठहराए गए हैं।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों के सिर पर छत मुहैया करने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना उपमण्डल के तीन गांवों में नहीं चल पा रही है। योजना के तहत संबंधित गांव की पंचायत पंचायत तथा खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय द्वारा गांव अबूबशहर में 179, लोहगढ़ में 228 तथा मोड़ी में 80 गरीब परिवारों को सौ-सौ गज का प्लाट देना तय किया गया था। इन गांवों में गरीबों के लिए बनने वाली कलोनियों के नक्शे तक बना डाले गए थे। लेकिन जब लोगों को जमीन आवंटित करने करने के लिए उपरोक्त गांवों में पंचायती जमीन की निशानदेही की गई तो जगह नदारद पाई गई। कलोनियों के लिए बनाए गए नक्शे के अनुसार गांव अबूबशहर में पात्र परिवारों को प्लाट देने के लिए छह एकड़ दो कैनाल, लोहगढ़ में पांच एकड़ छह कैनाल तथा गांव मोड़ी में दो एकड़ पांच कैनाल भूमि की जरूरत है। लेकिन इन तीनों गांवों की पंचायत के पास गरीबों को देने के लिए महज सौ गज भूमि भी नहीं है। ऐसे में इन गांवों के गरीबों को पात्र होने के बावजूद प्लाट मुहैया नहीं हो सकेंगे।
उधर हरियाणा सरकार ने 15 अगस्त से पूर्व योजना के सौ फीसदी पूरा होने का लक्ष्य रखा था। उपरोक्त तीन गांवों के अतिरिक्त उपमण्डल के गांव गंगा के 516 तथा गांव कालूआना के 363 पात्र परिवारों को भी 15 अगस्त से पूर्व प्लाट आवंटित नहीं किए जा सकेंगे। चूंकि दोनों गांवों में प्लाट वितरण का विवाद अदालत में विचाराधीन है। इस प्रकार करीब पंद्रह सौ गरीब परिवारों को प्लाटों का आवंटन नहीं हो सकेगा।
खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय डबवाली के एसईपीओ रामप्रकाश ग्रोवर के अनुसार गांव अबूबशहर, लोहगढ़ तथा मोड़ी की पंचायतों के पास जमीन न होने की वजह से गरीबों को सौ-सौ गज के प्लाट मुहैया नहीं करवाए जा सकेंगे। इन गांवों में जगह एक्वायर करने के लिए सरकार को लिखा गया है। गांव गंगा में प्लाट वितरण का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जबकि गांव कालूआना की पंचायत ने कलोनी के लिए बनाए गए नक्शे के अनुसार जमीन मुहैया नहीं करवाई। दूसरा यह मामला भी अदालत में विचाराधीन है। जिसके चलते उपरोक्त गांवों के अतिरिक्त इन दो गांवों में भी गरीबों को प्लाट वितरित नहीं किए जा सकते।

स्कीम डाल देते थे वारदात को अंजाम


डबवाली (लहू की लौ) सिटी पुलिस ने चैन स्नेचर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन सदस्यों को काबू करने में सफलता अर्जित की है। आरोपियों ने डबवाली शहर तथा ऐलनाबाद में चैन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है। तीनों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह रंगा ने बताया कि चैन स्नेचिंग की घटनाओं में बढ़ौतरी की वजह से पुलिस दिन-रात गश्त कर रही थी और मुखबरी लगाई हुई थी। शुक्रवार रात को पुलिस को मुखबरी मिली कि चैन स्नेचर गिरोह के तीन सदस्य बठिंडा रोड़ पर घूम रहे हैं। एसआई घड़सा राम ने मौका पर पहुंचकर युवकों को दबोच लिया। पकड़े गए युवकों ने अपनी पहचान कृष्ण उर्फ नत्थू राम पुत्र दर्शन सोनी निवासी कलोनी रोड़, डबवाली, विजय उर्फ गुरदीप पुत्र मुखलाल निवासी देसूजोधा, मनजीत पुत्र जगजीत निवासी नरसिंह कलोनी के रूप में करवाई है।
थाना प्रभारी के अनुसार पकड़े गए युवकों ने डबवाली तथा ऐलनाबाद में चैन स्नेचिंग की वारदातों को कबूला है। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी दो बाईक का इस्तेमाल किया करते थे।
कैसे बना गैंग
नत्थू इन्वर्टर बैटरी का कार्य जानता है। जबकि गुरदीप की शहर के जीटी रोड़ पर कमानी की दुकान थी। आज कल पंजाब में ग्रिल बनाने का कार्य सीख रहा है। जबकि तीसरा आरोपी मनजीत जीपों पर इंजन रखने का कार्य करता है। शहर के जीटी रोड़ पर कार्यरत ये तीनों कुछ समय पहले इक्ट्ठे हुए और जल्द अमीर बनने की चाह में चैन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देने लगे। ये लोग चैन झपटने की वारदात को स्कीम का नाम दिया करते थे। गिरफ्तार करने के बाद जब पुलिस ने वारदातों के संदर्भ में पूछताछ की तो तीनों आरोपी बार-बार 'असीं थोडिय़ां स्कीमां ही पाईयां ने सानूं माफ कर दोÓ कहते रहे।
इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों को शनिवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। रिमांड के दौरान पुलिस बाईक तथा छीनी गई सोने की चैन बरामद करने का प्रयास करेगी।

प्रतिभागियों ने दिखाया टेलेंट


डबवाली (लहू की लौ) विद्यार्थियों में छुपी प्रतिभा को तराशने के लिए गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में शुक्रवार शाम को टेलेंट हंट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी के जोनल यूथ फेस्टिवल के दृष्टिगत किया गया। जिसमें कॉलेज के 47 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। स्किट, मोनो एक्टिंग, डिबेट, ममीकरी, कोरियोग्राफी, लोक गीतों के माध्यम से प्रतिभागियों ने समां बांध दिया। बीए प्रथम वर्ष के छात्र अमन ने  वर्तमान समय की सबसे बड़ी समस्या नशे पर कटाक्ष करते हुए लघु कथा 'आज का रावण कौन?Ó पर मोनो एक्टिंग की। जिसमें वह नशे में धुत्त होकर दशहरा देखने जा रहा होता है। लेकिन रास्ते में गिर जाता है। कुछ लोग उसे संभालते हुए घर छोड़ आते हैं। बाद में उसे ज्ञात होता है कि दशहरा में रावण मरते और बाद में जलते वह प्रतिवर्ष देखता है। लेकिन इसके बावजूद अपने भीतर छुपे नशे रूपी रावण को उसने कभी नहीं मारा।
12वीं के छात्र गुरविंद्र सिंह ने कारगिल तथा 1984 के दंगों पर आधारित ओदो रब्ब कित्थे गया सी..., कन्या भ्रूण हत्या पर बीए प्रथम की छात्रा निर्मल कौर ने माये नी मैनूं कुख विच ना मार....गीत पेश करके देश के मौजूदा हालातों को मंच पर उतारा। इसके बाद बीए फाइनल के छात्र नीटा और बसंत सिंह ने पंजाबी भांगड़ा की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भांगड़ा डालने पर मजबूर कर दिया। निर्णायक मण्डल में कलाकार त्रिलोचन गोगी, सागर मुक्तसर तथा हैप्पी सिंह शामिल थे। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मंच का संचालन प्रो. भारत भूषण ने बखूबी किया।

13 अगस्त 2011

बस ने बाईक सवार कुचला


डबवाली (लहू की लौ) गांव मैहना के पास एक मोटरसाईकिल को प्राईवेट बस ने कुचल दिया जिससे मौका पर मोटरसाईकिल चालक की मौत हो गई और पीछे बैठा उसका साथी घायल हो गया।
घायल मनजीत सिंह टेलर मास्टर पुत्र गुरनाम सिंह निवासी गिदड़बाहा ने बताया कि वह अपने दोस्त गुरजन्ट सिंह पुत्र जंगीर सिंह गोल्ड स्मिथ के मोटरसाईकिल पर डबवाली आ रहा था। मोटरसाईकि ल को गुरजन्ट सिंह चला रहा था। वह जैसे ही लम्बी क्रॉस करने के बाद गांव मैहना के नजदीक पहुंचे तो डबवाली साईड से आ रही एक प्राईवेट बस ने मोटरसाईकिल को रौंद दिया। बस के अगला पहिया गुरजन्ट सिंह के सिर को रौंदता हुआ आगे निकल गया। जिससे गुरजन्ट सिंह की मौका पर ही मौत हो गई जबकि उसे उपचार के लिए घायल अवस्था में लम्बी के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया।
इस मामले की जांच कर रहे थाना लम्बी के हवलदार विपिन कुमार ने बताया कि मनजीत सिंह के ब्यान पर गिल मान बस सर्विस के चालक के खिलाफ लापरवाही से बस चला कर मोटरसाईकिल चालक को कुचलने के आरोप में मामला दर्ज करके बस को काबू कर लिया है।

कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाने के लिए लोगों का सहयोग जरूरी

बार रूम में आयोजित सेमिनार में बोले वक्ता
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अदालत में 10-12 मामले ऐसे चल रहे हैं, जिनमें तीन भाईयों की एक पत्नी है। अगर महिला-पुरूष अनुपात में इसी तरह फर्क आता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब यह गिनती 10-12 हजार में बदल जाएगी।
ये शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया ने शुक्रवार को बार रूम में कन्या भ्रूण हत्या पर आयोजित सेमिनार में कहे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता महिला पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की है। केवल सेमिनार में भाग लेने या फिर एक्ट पढऩे से इस संवेदनशील समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि कन्या भ्रूण हत्या तभी रूक सकती है, जब गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की जाए और गांवों में एएनएम द्वारा करवाए जा रहे गर्भपात पर अंकुश लगे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिरसा सुभाष गोयल ने बतौर मुख्यातिथि इस सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि सेमिनारों से बाहर निकलकर समाज में काम करने तथा लोगों को कन्या भ्रूण हत्या केवल अपराध ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी अनैतिक कार्य है, यह समझाने की जरूरत है। उनके अनुसार कन्या भ्रूण हत्या पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए आम लोगों का सहयोग जरूरी है।
सेमिनार को एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल, सामान्य अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू, स्वास्थ्य कर्मी राज वर्मा, मंजू बाला, कृष्णा देवी, शालू धींगड़ा, दर्शना देवी ने भी संबोधित किया। मंच का संचालन एडवोकेट गंगा बिशन गोयल ने बखूबी निभाया। इस अवसर पर सीजीएम एनके सिंगल, नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई, डीएसपी बाबू लाल, सिटी थाना प्रभारी महा सिंह, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, पूर्व अध्यक्ष एसके गर्ग, एडवोकेट रणजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, सुरेश चन्द्र शर्मा, सुखबीर सिंह बराड़, बलजीत सिंह, धर्मवीर कुलडिय़ा, आईपी बिश्नोई, दीपक कौशल, जितेंद्र खैरा, जगदीश गुप्ता, वाईके शर्मा, बीएस सूर्या, सुरेश मैहता, कुलवंत सिंह, कुलवीर पासी उपस्थित थे।
इससे पूर्व सैशन जज सुभाष गोयल ने गांव गोरीवाला में लीगल सैल के क्लीनिक का शुभारंभ किया। बाद में डबवाली कोर्ट परिसर में पौधारोपण किया।

अवैध तरीके से निकली डीएपी!


डबवाली (लहू की लौ) चौटाला पैक्स के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट से सैंकड़ों गट्टे इधर-उधर होने का मामला सामने आया है। इस मामले को गांव आसाखेड़ा के ग्रामीणों ने एसडीएम के समक्ष उठाया है। एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
गांव आसाखेड़ा निवासी मनी राम, राजू राम पंच, श्री राम पंच, जीत राम, शीशपाल, कर्म सिंह शुक्रवार को खेत मजदूर यूनियन सिरसा के अध्यक्ष भाला राम भारूखेड़ा के नेतृत्व में एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल से मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। एसडीएम को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पैक्स चौटाला के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर एक सप्ताह पूर्व डीएपी खाद के छह सौ गट्टे उतारे गए थे। गुरूवार को वे खाद लेने के लिए कतार में लगे हुए थे। लेकिन वहां अचानक दो ट्रेक्टर-ट्रालियां आई। वहां तैनात सेल्जमैन ने वहां खड़े किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा 400 गट्टा उनमें भरकर गांव चौटाला की ओर भेज दिया।
एसडीएम को दी शिकायत में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डीएपी का प्रति गट्टा करीब 700 रूपए का है। जो ब्लैक में 900 से 1000 रूपए तक में मिल रहा है। किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा अवैध तरीके से डीएपी बेची जा रही है।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसडीओ कृषि विभाग, डबवाली को लिखा गया है। दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पैक्स चौटाला के क्लर्क सुदेश कुमार ने बताया कि आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर कई दिनों से डीएपी के गट्टे पड़े हुए थे। वहां इसकी डिमांड लगभग खत्म हो चुकी थी। चौटाला के एक किसान को डीएपी की आवश्यकता थी। इसलिए स्टॉक में से 100 गट्टे उन्हें दिए गए हैं। सेल्ज प्वाईंट के कर्मचारियों पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।

12 अगस्त 2011

छह साल बाद पिता को मिले बच्चे


डबवाली अदालत के प्रयास तथा वकीलों का सहयोग रंग लाया
डबवाली (लहू की लौ) एक्सीडेंट में मां को गंवाने के बाद अपने नाना के पास रह रहे दो बच्चे गुरूवार को अपने पिता के पास आ गए। छह वर्षों से इन बच्चों को लेकर पिता और नाना के बीच अदालत में विवाद चल रहा था। गुरूवार को अदालत के प्रयासों और वकीलों के सहयोग से पिता और नाना के बीच चल रही कड़वाहट ही दूर नहीं हुई। बल्कि बच्चे अपनी इच्छा से पिता के पास रहने को राजी हो गए।
बठिंडा के नगर निगम में सीनियर क्लर्क के पद पर कार्यरत वासदेव पुत्र मूलचन्द निवासी मोहल्ला कीकर दास, बठिंडा की शादी डबवाली निवासी कमलेश रानी से साल 1994 में हुई थी। कमलेश रानी के दो बच्चे अभिलाष और अभिषेक हुए। मई 2006 को कमलेश रानी की सोनावर पब्लिक स्कूल, मलोट रोड़, बठिंडा से घर लौटते समय पीआरटीसी की एक बस से दुर्घटना हो जाने पर मौत हो गई थी।
मां की मौत के बाद बच्चे अपने ननिहाल डबवाली में रहने लग गए थे। 16 वर्षीय अभिलाष और 12 वर्षीय अभिषेक डीएवी स्कूल डबवाली में अध्ययनरत हैं। 21 जुलाई 2006 को बच्चों के नाना मनोहर लाल निवासी मण्डी डबवाली ने अदालत में सेक्शन 125 सीआरपीसी के तहत मनटेंसी अलाऊंस के लिए अदालत में याचिका दायर करके बच्चों के पिता से बच्चों के पालन पोषण के लिए 4500 रूपए प्रति माह के हिसाब से खर्चा की मांग की थी। इधर बच्चों को पाने के लिए वासदेव ने भी बठिंडा की अदालत में केस दायर कर रखा था। जिसमें वासदेव केस हार गया। लेकिन डबवाली की अदालत में 125 सीआरपीसी का केस विचाराधीन था।
गुरूवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में इस मामले की सुनवाई थी। दोनों पक्ष अदालत में उपस्थित थे। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने अभिलाष तथा अभिषेक को अदालत में बुलाकर उनकी राय जानी। बच्चों ने अपने पिता के साथ जाने की इच्छा प्रकट की। अदालत ने दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने के लिए नेशनल लीगल सर्विस आथोरिटी के अधीन फ्री एण्ड कंपीटेंट लीगल सर्विस-2010 के माध्यम से इसका जिम्मा बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एसके गर्ग के नेतृत्व में वकीलों के पैनल को सौंपा। जिसमें बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, एडवोकेट कुलवंत सिंह, बलजीत सिंह और दोनों पक्षों के वकील राधेश्याम और राजेंद्र सिंह सरां भी शामिल किए गए। आखिर दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने के बाद अदालत के प्रयास और वकीलों के सहयोग से सफलता हासिल हुई। नाना मनोहर लाल ने अपने दोहते अभिलाष तथा अभिषेक कुमार को खुशी-खुशी वासदेव के साथ भेजना स्वीकार कर लिया। वासदेव ने दोनों बच्चों की ताउम्र परवरिश करने और पढ़ाने-लिखाने की जिम्मेवारी स्वीकार करके अपने ससुर मनोहर लाल से आशीर्वाद प्राप्त कर लिया।

चौहान नगर में गोली चली


डबवाली (लहू की लौ) वीरवार शाम को चौहान नगर में घर के आसपास चक्कर लगाने से मना करने पर गुस्साये युवक ने एक व्यक्ति के ईंट मार कर कान फोड़ दिया। जिसे गंभीर हालत में उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल जुल्फकार (45) ने बताया कि एक साल पूर्व उसकी कार पर बग्गा नामक युवक डाईवरी करता था लेकिन कार को बेचने के बाद उसे हटा दिया गया। लेेकिन इसके बावजूद भी वह उसके घर आता-जाता। जिस पर उन्होंने ऐतराज किया और वीरवार को तैश में आये इस युवक ने ईंट मार कर उसका कान फोड़ दिया। घायल ने आरोप लगाया कि बग्गा ने हवाई फायर भी किया जिससे मुहल्ले में दहशत फैल गई।

चौटाला में बस चालकों तथा बाईक सवारों में हाथापाई


डबवाली (लहू की लौ) बुधवार देर रात को गांव चौटाला के पास दो प्राईवेट बसों के अचानक सड़क के बीच रूक जाने से पीछे से आ रहे मोटरसाईकिल सवार युवकों के बीच हाथापाई हो गई और मामला पुलिस तक जा पहुंचा।
बुधवार रात को करीब 12 बजे संगरिया से चण्डीगढ़ बाया डबवाली के लिए एक प्राईवेट बस चली और इस बस ने संगरिया बॉर्डर पार करके जैसे ही हरियाणा के गांव चौटाला में प्रवेश किया तो सामने से आ रही एक बस को देख कर रूक गई। एक ही मालिक की बसें होने के कारण दोनों बसों में कंडक्टर की अदला-बदली होनी थी। इसी अदला-बदली के चलते काफी समय तक बसें सड़क के बीच खड़ी रहीं। जिस पर पीछे से आ रहे मोटरसाईकिल सवार युवकों ने ऐतराज जताया और इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई।
घटना की सूचना पाकर चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू दल बल के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली। चौकी प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी सुलह हो गई और कोई भी कार्यवाही नहीं करवाना चाहता था। इसीलिए मामला वहीं निपट गया।

टेलीकॉम शॉप का ताला काटकर हजारों का सामान चुराया


डबवाली (लहू की लौ) पुराना कोर्ट रोड़ के पास पुरानी अनाज मण्डी में स्थित एक टेलीकॉम शॉप का ताला तोड़कर चोर हजारों रूपए का सामान चुरा ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
अग्रवाल टेलीकॉम का मालिक सतीश मोदी निवासी डबवाली हर रोज की तरह गुरूवार को अपने बेटे अरूण मोदी के साथ शॉप खोलने के लिए पहुंचा। शॉप पर लगे ताले गायब थे। सतीश मोदी ने बताया कि शॉप के भीतर का सामान बिखरा पड़ा था। पांच पुराने मोबाइल सैट, कंप्यूटर सैट, एक हैंडीकेम कैमरा तथा गल्ले में पड़ी 8200 रूपए की नकदी गायब थी। अज्ञात चोर करीब पचास हजार रूपए का सामान चुरा ले गए।
बन रही दुकान
मोदी के अनुसार वह अपनी पुरानी शॉप का पुन: निर्माण करवा रहा है। इसके लिए उसने टेलीकॉम शॉप के सामान को पुरानी अनाज मण्डी में स्थित एक शॉप पर रखा हुआ है। यहीं से अज्ञात चोर शॉप के गेट पर लगे ताले काटकर सामान चुरा ले गए।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एसआई कृष्ण ठाकुर ने बताया कि सतीश मोदी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

देसूजोधा हत्याकांड की जांच शुरू



डबवाली (लहू की लौ) देसूजोधा हत्याकांड की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच पंचकूला के डीआईजी गुरूवार को डबवाली पहुंचे। शहर के विश्रामगृह में केस से जुड़े विभिन्न पहलूओं की जानकारी ली। मामले की बारीकी से जांच की। डीआईजी ने पुलिस विशेषज्ञों के साथ घटना स्थल का भी निरीक्षण किया।
पांच एकड़ भूमि के विवाद में 15 मई 2011 को गांव देसूजोधा में गोली चलने से मशहूर कबड्डी खिलाड़ी दर्शन उर्फ मट्टू तथा उसके भाई कौर सिंह की मौत हो गई थी। सिटी पुलिस ने मट्टू के बेटे वकील के ब्यान पर गांव गुरूसर सेहनेवाला निवासी नत्था सिंह, उसकी बेटी परमजीत उर्फ पम्मी, दामाद राजवीर सिंह निवासी लुधियाना, दूसरे दामाद सुखजीत सिंह निवासी सूबाखेड़ा, ट्रेक्टर चालक चरणजीत सिंह निवासी गांव गुरूसर सेहनेवाला, राजा निवासी गांव झींडेवाला, मनदीप निवासी सूबाखेड़ा तथा अज्ञात कार चालक सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने नत्था सिंह, चरणजीत सिंह, राजा तथा मनदीप को काबू करने में सफलता अर्जित की। लेकिन अभी भी अन्य चार आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। उधर मामले में आरोपी सुखजीत के परिजनों ने उसे बेकसूर बताते हुए मामले की पुन: जांच की मांग को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों, मुख्यमंत्री तथा हयूमन राईटस को पत्र लिखे। इस मामले की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच के डीआईजी राजपाल सिंह गुरूवार को डबवाली पहुंचे। बठिंडा रोड़ पर स्थित पीडब्ल्यूडी के विश्रामगृह में उन्होंने मृतक दर्शन उर्फ मट्टू के बेटे वकील सिंह, केस में गवाह जगराज सिंह गाजी तथा जसवीर सिंह से पूछताछ की। वकील ने हत्या के दौरान उपरोक्त  आरोपियों की भूमिका पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
उधर मामले में आरोपी सुखजीत सिंह के परिजन भी जांच में भाग लेने के लिए पहुंचे। इस मौके पर आरोपी के पिता हरचरण सिंह, गांव सूबाखेड़ा के सरपंच शेर सिंह, पूर्व सरपंच मोहन सिंह, सोहन सिंह, विजय सिंह, जग्गा सिंह मैम्बर, गोपी राम मैम्बर उपस्थित थे। हरचरण सिंह ने बताया कि उसका बेटा निर्दोष है। घटना वाले दिन वह झगड़ा सुलझाने के लिए गांव में बैठी पंचायत में उपस्थित था। पुलिस बेवजह उसका नाम मामले में घसीट रही है।
जांच के दौरान डीआईजी ने मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों, घटना के बाद वारदात स्थल पर पहुंचने वाली पुलिस टीमों के बारे में जानकारी इक्ट्ठी की।

08 अगस्त 2011

तालाब में मछलियां मरने पर जोगेवाला में हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) गांव जोगेवाला के तालाब में मछलियां मरने से ग्रामीण और ठेकेदार आमने-सामने आ गए। पिछले तीन दिनों से मरी मछलियों की बदबू से परेशान चले आ रहे ग्रामीणों ने ठेकेदार के करिंदों को पीट डाला। रविवार को मौका पर पहुंची पुलिस ने मरी मछलियों को जोहड़ से बाहर निकलवाया।
शहर के चौहान नगर में रह रहे रोशन लाल ने गांव जोगेवाला में मछली पालन का ठेका लिया हुआ है। दो जोहड़ों में मछली पालने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को ठेकेदार का करिंदा गांव जोगेवाला का टेकचंद देखता है। तीन दिन पूर्व एक जोहड़ में पाली जा रही मछलियां काफी संख्या में दम तोड़ गई। जिससे वातावरण में दुर्गंध फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत टेकचंद से की। लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया। शनिवार शाम को टेकचंद अपने साथ कुछ लोग लेकर आया और जोहड़ में पाली जा रही मछलियों को जाल बिछाकर बाहर निकालने लगा। जानकारी पाकर आसपास के ग्रामीण इक्ट्ठे हो गए। उन्होंने इस पर एतराज किया और मरी हुई मछलियों को पहले उठाने की बात कही। जिस पर दोनों पक्षों में तूतू-मैंमैं हो गई। परेशान ग्रामीणों ने जाल फाड़ दिया और  ठेकेदार के एक करिंदे के थप्पड़ रसीद कर लिया। जिससे मामला तूल पकड़ गया। ठेकेदार ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। शिकायत पर सिटी थाना के एसआई राजा राम, एएसआई गोपाल राम के नेतृत्व में रविवार सुबह पुलिस पार्टी मौका पर पहुंची। पुलिस की देखरेख में जोहड़ से मछली निकालने का कार्य शुरू हआ। टेकचंद ने बताया कि रोशन लाल ने यह ठेका साल 2007-08 में 26 हजार रूपए में लिया था। दो जोहड़ों में करीब 70 हजार रूपए की राशि के बीज डाले थे। लेकिन तीन-चार दिन पहले अचानक मछलियां मर गई। वे लोग शनिवार शाम करीब 6 बजे मरी मछलियों को निकालने के लिए आए थे। लेकिन ग्रामीणों के एतराज करने से उन्हें वापिस जाना पड़ा। इस मामले की सूचना उन्होंने सिटी पुलिस को दी।
ग्रामीण जग्गा सिंह, सुखदेव सिंह तथा सर्वजीत सिंह ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से मरी हुई मछलियों को उठाने के लिए टेकचंद से कह रहे थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। उल्टा उन पर ही मछलियों को मारने का आरोप जड़ा जा रहा था। शनिवार शाम को भी उन्होंने मरी मछलियां पहले उठाने की बात कही। लेकिन ठेकेदार के करिंदे उनके ऊपर आ चढ़े।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि ठेकेदार ने शिकायत की थी कि उसे कुछ लोगों द्वारा जोहड़ से मछली बाहर निकालने नहीं दी जा रही। जोहड़ में मरी हुई मछलियों को हटाने से ग्रामीणों की संतुष्टि के बाद ठेकेदार ने कार्य शुरू कर दिया।

वकील का मुंशी अफीम सहित काबू


डबवाली (लहू की लौ) सदर पुलिस ने पंजाब की फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील के मुंशी तथा उसके साथी को अफीम तस्करी में गिरफ्तार किया है। दोनों गांव जण्डवाला जाटान से अफीम खरीदकर ऊनो कार में डबवाली की ओर आ रहे थे। पुलिस ने गांव नीलियांवाली के पास दोनों को दरदबोचा। पुलिस को मुखबरी मिली थी कि ऊनो कार में सवार दो व्यक्तियों ने गांव जण्डवाला जाटान की एक ढाणी से 10 हजार रूपए में 250 ग्राम अफीम खरीदी है। वे अफीम को लेकर डबवाली की ओर आ रहे हैं। सदर पुलिस की एक टीम ने तुरंत गांव नीलियांवाली के पास नाका लगा लिया। पुलिस को देखकर कार सवारों ने मुंह में बांधे कपड़े उतार लिए। शक के आधार पर पुलिस ने तालाशी ली। लेकिन उनसे कुछ नहीं मिली। कार की तालाशी ली गई। पुलिस पार्टी को गाड़ी की पिछली सीट में एक पॉलीथीन के लिफाफे में डली 250 ग्राम अफीम बरामद हुई। जिसे बड़ी चतुराई से छुपाया हुआ था।
सदर पुलिस प्रभारी एसआई रतन सिंह ने उपरोक्त घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों ने अपनी पहचान जगतार सिंह निवासी कगियाना (फरीदकोट), सुखचैन सिंह निवासी मचाकी कलां (फरीदकोट), पंजाब के रूप में करवाई है। जगतार सिंह फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील का मुंशी है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

गोल चौक पर चली गोली!


किलियांवाली के गुरूनानक कॉलेज में प्रधानगी को लेकर विवाद
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली के छात्रों के दो गुटों में प्रधानगी को लेकर चल रहा तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी मामले में शनिवार रात को एक गुट के छात्रों ने दूसरे गुट के समर्थक की गाड़ी पर गोली चला दी। शुक्रवार को भी छात्रों को ये दो गुट शहर की अनाज मण्डी में भिड़े थे और गोली चली थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृह क्षेत्र लम्बी के गांव किलियांवाली के गुरू नानक कॉलेज के छात्रों के दो ग्रुपों में तनाव चल रहा है। कई बार दोनों ग्रुपों मेें हाथापाई तक भी नौबत आई है। एक ग्रुप का नेतृत्व बब्बू कंग कखांवाली कर रहा है जबकि दूसरे ग्रुप का नेतृत्व गुरप्रीत कुलार मलिकपुरा कर रहा है। दोनों अपने को कॉलेज विद्यार्थियों के स्वयंभू अध्यक्ष बता रहे हैं। बब्बू कंग ने कुछ दिन पूर्व स्वयं को सर्वसम्मति से विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित कर दिया था और इस संबंध में अपने पोस्टर भी दीवारों पर चस्पा कर दिए दिये थे। लेकिन गुरप्रीत कुलार तथा उसके समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए कंग के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान छेड़ दिया और अपने को विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित करते हुए अपने पोस्टर लगा डाले। कॉलेज विद्यार्थियों का प्रधान होने का दावा करने वाले दोनों ही गुट बीते शुक्रवार को डबवाली की नई अनाज मंडी में आपस में भिड़ गये और वहां पर फायरिंग भी हुई। मौका पर हरियाणा पुलिस भी पहुंची। सिटी पुलिस ने गुरप्रीत कुलार के समर्थक मनजिंद्र सिंह के ब्यान पर बब्बू कंग तथा उसके साथियों पर मामला दर्ज करके कार्रवाई आरंभ कर दी। लेकिन शनिवार रात करीब 10.15 बजे बब्बू कंग के समर्थक गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह की गाड़ी पर गोल चौक के पास कुछ युवकों ने हमला कर दिया।
गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह ने बताया कि वह शहर में प्रॉपर्टी डीलर का कार्य करता है। हर रोज की तरह अपनी वीरेटो गाड़ी पर रात को गांव जा रहा था। गोल चौक के पास बब्बल, मुख्तियार सिंह, गुरप्रीत कुलार, रॉकी, हरिंद्र बगैरा ने उस पर हमला कर दिया। उसकी गाड़ी पर रॉडें मारी। जब उसने गाड़ी भगाई तो पीछे से फायर किए। एक फायर उसकी गाड़ी के बॉक्स को छेदता हुआ पिछली सीट पर जा लगा। उसने चौहान नगर में अपने एक मित्र चन्ना कंग के निवास स्थान पर पहुंचकर अपने को छुपाया। उपरोक्त वाक्य की जानकारी सिटी पुलिस को दी। गगनदीप के अनुसार वह गुरूनानक कॉलेज में विद्यार्थियों के प्रधान बब्बू कंग का समर्थक है। जबकि कंग को गुरप्रीत कुलार बगैरा अपना नेता नहीं मानते और उससे रंजिश रखते हैं। इसी वजह से आरोपियों ने उसे निशाना बनाते हुए उस पर गोली चलाई।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि रात को गगनदीप ने उसके साथ हुए वाक्य की सूचना उन्हें दी थी। लेकिन अभी तक उसने लिखित में शिकायत नहीं दी है। शिकायत आने पर मामले की जांच की जाएगी। मामला साथ लगते पंजाब के गांव किलियांवाली में स्थित एक कॉलेज में विद्यार्थियों पर प्रधानगी को लेकर है।

07 अगस्त 2011

बेटी को मारने वाले का हुक्का-पानी बंद करवा दो


उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया का बालंटियरों को आह्वान
डबवाली (लहू की लौ) आपके पास कोर्ट की स्पैशल पॉवर हैं, इसलिए आप घर में दुबक कर बैठे ना रहो। एक्टिव हो और अपने क्रियाकलापों को रजिस्टर में दर्ज करो। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ पंचायत से प्रस्ताव पारित करवाओ। जिससे ऐसा घिनौना कार्य करने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद हो जाए।
गांवों में महिलाएं आज भी घरों में बंद हैं या फिर पर्दा प्रथा प्रचलित है। जिससे उन्हें अपने अधिकारों के बारे में मालूम नहीं। आप चौपाल पर बैठक करें। साथ में महिला पंच को लें। ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इक्ट्ठी हों और उन्हें कानून की जानकारी मिले। अपने डेली वर्क का रजिस्टर तैयार करें। रोजाना गांव के चार-पांच व्यक्तियों से मिलें। उनसे हुई बातचीत के अंश रजिस्टर में दर्ज करें। यहां कमी रह गई है, उसके बारे में लीगल सैल के वकील से बातचीत करें। गांव में किसी का राशन कार्ड नहीं बन रहा, विधवा पेंशन मिलने में दिक्कत आ रही है। इसकी जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें। अगर आपकी सुनी नहीं जाती तो वकील या फिर मेरे से संपर्क करें। बस, आप घर पर खाली बैठकर टाईम पास न कीजिएगा। हफ्ते में केवल तीन दिन आपने काम कर लिया तो कुछ महीनों में आपको अपना गांव चेंज मिलेगा।
कृपा आप गांव या फिर आस-पास आने वाली समस्या को जानते हुए चुप न बैठें। उसका मुकाबला करें। गांव में बने विद्यालयों की छात्राओं तथा महिला अध्यापकों से छेड़छाड़ की घटनाओं में अनावश्यक वृद्धि हुई है, ग्रामीणों को साथ लेकर इन्हें रोंके। सुबह के समय स्कूल में जाएं तीन-चार साल के बच्चों को दहेज न लेंगे, दहेज न देंगे के नारे लगवाएं। शादी की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते यह नारा उसके मस्तिष्क में घर कर लेगा। जिससे दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई खत्म हो सकती है। प्रदेश में महिला-पुरूष अनुपात कम हो रहा है। आप लोग अपने गांव में पता लगाएं कि कितनी महिलाएं गर्भवती हैं। एएनएम, महिला पंच की सहायता से उनकी सूची तैयार करें। डिलीवरी तकउन पर कड़ी नजर रखें। आपका अपना गांव हिंसा से मुक्त हो सकता है, खासकर घरेलू हिंसा से उपजने वाले बड़े झगड़ों से। आपका काम मात्र इतना है कि जिस घर में आपकों पति-पत्नी या पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा सुनाई दे, उस घर का कुंडा खटखटा दें।
उपरोक्त शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति डबवाली के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया के हैं। वे शनिवार को बार रूम में पेरालीगल वालंटियर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने वालंटियर से सुझाव भी मांगे। गांव मौजगढ़ से आए युवक हरपाल ने गांव में सरेआम शराब की बिक्री पर कटाक्ष किया। वहीं अन्य वालंटियर ने गांवों में सफाई का हाल बेहाल होने की बात रखी। जिस पर तुंरत संज्ञान लेते हुए उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी ने एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से ग्रामीण आंचल में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मुलाजिम लगाए हुए हैं। लेकिन सरपंच इन मुलाजिमों  से अपने घर पर कार्य लेते हैं। ऐसे में गांव की सफाई नहीं हो पाती। जोकि जरूरी है। मुलाजिम सरकार से मिलने वाली तनख्वाह बैठे-बैठाए खा रहे हैं। आप संबंधित बीडीपीओ को निर्देश देकर सफाई कर्मियों से गांव में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं।
डॉ. अतुल मडिया ने वालंटियर से कहा कि आपकी एक बैठक आगामी 20 तारीख को दोबारा होगी। जिसमें आपकी गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। साथ में  उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहे वालंटियर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आस-पास होने वाली घरेलू हिंसा या फिर अन्य समाज विरोधी गतिविधि की सूचना लोग उपमण्डल विधिक सेवा समिति के कोर्ट कम्पलैक्स में खोले गए कार्यालय के फोन नं. 231222 पर भी सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दे सकते हैं।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, बलजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, युधीष्ठिर शर्मा, कुलवंत सिंह, इन्द्रजीत सिंह, कंवलजीत सिंह कंबोज, राजेश यादव, धर्मवीर कुलडिया आदि उपस्थित थे।

बाप-बेटे को नशीला दूध देकर भाग गई बहू!


डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिकां में विवाहित युवती अपने पति तथा ससुर को दूध में नशीली गोलियां देकर 18 साल के अपने प्रेमी संग भाग गई। बाद में दोनों को प्रेमी के घर से बरामद कर लिया गया। सदर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिला बठिंडा के गांव संगत के रहने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि उसके 27 वर्षीय साले जगसीर सिंह की 25 वर्षीय पत्नी सुखजीत कौर का गांव के मनदीप नामक युवक से लव चल रहा था। यह युवक उनकी रिश्तेदारी में है। जिसके कारण उसका अक्सर उनके घर आना-जाना था। चार माह पहले मनदीप सुखजीत कौर को भगाते हुए पकड़ा गया था। इसके बाद मनदीप के परिवार से उनके संबंध विच्छेद थे।
सुखदेव के अनुसार शुक्रवार रात करीब 10 बजे घर पर उसका ससुर 70 वर्षीय ससुर जंग सिंह, साला जगसीर सिंह अकेले थे। उसकी सास अमरजीत कौर तथा जगसीर सिंह की तीन वर्षीय बेटी राजदीप कौर राजस्थान के रावला में रिश्तेदारी में गए हुए थे। मौके का फायदा उठाते हुए सुखजीत कौर ने दोनों को नशा मिला दूध पिला दिया। दोनों के नशे में आते ही मौका पाकर वह अपने प्रेमी मनदीप के साथ फरार हो गई। लेकिन उनको वहां से फरार होता उसके ससुर के छोटे भाई तेजा सिंह ने देख लिया। उसके शोर मचाने पर गांव की महिला पंच पाली कौर, पड़ौसी जंगीर कौर तथा अन्य ग्रामीण भी उठ खड़े हुए। पोल खुलता देख मनदीप उसे अपने घर ले गया।
पंच ने सुखजीत कौर को मनदीप का साथ छोडऩे के लिए कहा और घर चलने को कहा। लेकिन वह नहीं मानी और मनदीप के साथ रहने की जिद्द पकड़ ली। शनिवार सुबह तक होश न आने के कारण जंग सिंह को डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि दोनों पक्ष पंचायती तौर पर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। अगर पंचायती तौर पर मामला नहीं निबटता तो पुलिस अपनी कार्रवाई अमल में लाएगी।