31 जनवरी 2017

बसंत मेला में विरासत नहीं, कैशलेस के बारे में मिलेगी जानकारी

बैंक अधिकारी लोगों को सिखाएंगे एप डाऊनलोडिंग करने के साथ-साथ ट्रांजक्शन करना
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश में पहली बार सरकार अपने स्तर पर बसंत मेले लगाएगी। इसी कड़ी में 7 फरवरी को डबवाली के गांव गोरीवाला स्थित स्वामी विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल में उपमंडल स्तरीय मेला भरेगा। मकसद लोगों को विरासत से जोडऩा नहीं, बल्कि आधुनिक जमाने में सबसे अहम् कैशलेस प्रणाली की जानकारी देना है। एक निजी बैंक मेले को स्पोंसर कर रहा है।
सोमवार को एसडीएम डॉ. संगीता तेत्रवाल ने तहसील कार्यालय में उपमंडल स्तरीय अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ बैठक करके मेले की योजना तैयार की। उन्होंने कहा कि मेले में एक-दो गीत होंगे। इसके अलावा सभी सरकारी विभाग संबंधित योजनाओं के बारे में प्रदर्शनी लगाएंगे। मंच पर बैंकिंग क्षेत्र के अधिकारी लोगों को कैशलेस के बारे में जागरुक करते हुए मोबाइल एप डाऊनलोड करने तथा उसके जरिए बिल भरने के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। इसके साथ ही मौका पर आधार कार्ड, राशन कार्ड, पेयजल बिलों के बारे में शिकायत सुनकर उनका समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। करीब पंद्रह सौ लोग आने का टारगेट रखा गया है। प्रदर्शनी में पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर आने वाले महकमें को सम्मानित किया जाएगा। एसडीएम ने मौका पर उपस्थित रेडक्रॉस के सचिव को मेले में खूनदान कैंप लगाने के निर्देश दिए।

कुछ समय बाद बदला स्थान
प्रशासन ने मेले के लिए गांव चौटाला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तय किया था। बैठक में अधिकारियों को यहीं स्थान बताया गया था। लेकिन बाद में मेला चौटाला से गोरीवाला शिफ्ट कर दिया गया।


नोटिस जारी कर जवाब तलब
बैठक में पुलिस, खेल विभाग का प्रतिनिधि न पहुंचने पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्टेनो को लापरवाह विभागों को कारण बताओ नोटिस जारी करके जवाब तलब करने के निर्देश जारी किए।

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