13 नवंबर 2009

तिजोरी व रिकार्ड ले उड़े चोर

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) बुधवार की रात्रि प्राथमिक सहकारी समिति ओढ़ां से चोर करीब सवा लाख रुपए सहित तिजोरी व रिकार्ड लेकर फरार हो गए। सुबह इसका पता चलते ही विभाग के महाप्रबंधक राममूर्ति, सीआईए स्टाफ सिरसा व डबवाली, डीएसपी डबवाली बलबीर सिंह, इंस्पैक्टर किशोरी लाल, थाना प्रभारी हीरा सिंह, एएसआई सुभाषचंद्र, रण सिंह व अन्य पुलिस अधिकारी, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व डॉग सक्वायड टीम मौके पर पहुंचे तथा वहां से पैरों के निशान व अन्य सबूत अपने कब्जे में लिए। ओढ़ां पुलिस ने सहकारी समिति के प्रबंधक बलबीर सिंह श्योराण की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
प्राथमिक सहकारी समिति के प्रबंधक बलबीर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि आज सुबह जब सेवादार मेजर सिंह सफाई करने आया तो उसने देखा कि कार्यालय का ताला खुला हुआ है और रिकार्ड प्रांगण में बिखरा पड़ा है। सेवा दार ने मुझे सूचना दी तो मैने अपने अधिकारियों को मौके पर बुला लिया तथा कार्यालय पहुंचे तो देखा कि कार्यालय से रिकार्ड व साथ लगते कमरे में रखी तिजोरी चोरी कर लिए गए हैं। तिजोरी में करीब सवा लाख रुपए नकद थे जो कि खाद की बिक्री व बसूली से प्राप्त हुए थे। उन्होंने तुरंत कार्यालय के प्रांगण में नजर दौड़ाई तो एक वृक्ष के पास कुछ जरूरी रजिस्टर पाए गए तथा उसके साथ एक बैलगाड़ी के टायरों के निशान भी मिले जिससे लगता है कि चोर तिजोरी को बैलगाड़ी में लादकर ले गए हैं।
बताया जाता है कि चोरों की संख्या 4-5 हो सकती है क्योंकि उन्होंने सहकारी समिति के साथ वाली गली में से नानू राम नामक किसान की घर के बाहर खड़ी बैलगाड़ी को सहकारी समिति लेकर आए और दो किवंटल से ज्यादा वजनी तिजोरी को उठाकर उसमें रखा तथा बैल की जगह गाड़ी को स्वयं खींचकर ले गए। बैलगाड़ी आज सुबह जवाहर नवोदय रोड पर स्थित एक मोहल्ले में मिल गई है जबकि तिजोरी का अभी कोई पता नहीं चला है। सूत्रों के अनुसार गायब हुए रिकार्ड में गांव जलालआना व चोरमार का रिकार्ड गायब हुआ है।
लोगों में चर्चा है कि यह चोरी कुछ माह पूर्व हुए लाखों रुपए के घोटाले के रिकार्ड को खुर्द बुर्द करने के उद्देश्य से की गई है ताकि अधिकारियों का ध्यान चोरों की ओर हो जाए। बताया जाता है कि 11 नवंबर को सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय डबवाली से प्राप्त पत्र के अनुसार आगामी 18 नवंबर को घोटाले के रिकार्ड की जांच होनी है जिससे घोटाले की और परतें खुलने की उम्मीद है। हो सकता है कि अपराधियों ने उस रिकार्ड को गायब करने की नीयत से ही चोरी की हो लेकिन बैंक प्रबंधक ने वो रिकार्ड तिजोरी की बजाय किसी और स्थान पर रख दिया था जो कि सुरक्षित है।
इस संबंध में थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पुलिस की दो टीमें बनाकर छानबीन शुरू कर दी है और शीघ्र ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।

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