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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

11 मई 2010

डेरा फिर मुश्किल में

डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा सिरसा के पूर्व प्रबन्धक फकीर चन्द प्रकरण की जांच के लिए 5 दिनों से सिरसा में डेरा डाले बैठी सीबीआई टीम ने आज दूसरी बार गांव दीवानखेड़ा का दौरा किया। करीब एक दर्जन गवाहों के ब्यान दर्ज किये। गांव की पंचायत से फकीर चन्द की सम्पत्ति और रिश्तेदारों आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
सीबीआई इंस्पेक्टर जेसी तिवाड़ी तथा हैड कांस्टेबल विपिन कुमार आज सुबह 8.30 बजे अचानक डबवाली नगर के बठिण्डा चौक में पहुंचे। फकीर चन्द के भतीजे तथा थ्री व्हीलर चालक चेतन कुमार से पूछताछ की। इसके बाद सुबह करीब 9.15 पर गांव दीवानखेड़ा के सरपंच राजेन्द्र बिश्नोई के निवास स्थान पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर करीब एक दर्जन लोगों के ब्यान कलमबद्ध किये। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गांव के सरपंच राजेन्द्र बिश्नोई ने बताया कि आज दूसरी बार सीबीआई टीम दीवानखेड़ा पहुंची। फकीर चन्द प्रकरण में करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ की और तथ्य जुटाए। सीबीआई टीम को उन्होंने बताया कि फकीर चन्द 1965 से डेरा में बतौर प्रबन्धक नियुक्त थे और अक्सर डेरा में रहते थे। लेकिन गांव में दु:ख-सुख में शरीक होने के लिए कभी-कभार आते थे। लेकिन पिछले 20 वर्षों से उनका कोई अता पता नहीं है। वर्ष 1990 में उन्हें आखिरी बार उनके भतीजे चेतन दास पुत्र रामदास की शादी में गांव में देखा गया था। उसके बाद वे कभी भी गांव में दिखाई नहीं दिये। डेरा से वे गायब हुए हैं। न तो उनके मृत शरीर को गांव में लाया गया और न ही उनके शरीर का संस्कार गांव में किया गया है। राजेन्द्र बिश्नोई ने कहा कि सीबीआई टीम जांच कर रही है। वे भी चाहते हैं कि फकीर चन्द के लापता होने के कारणों का सही पता लग सके।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार गांव की पंचायत ने अपनी लेटरपेड पर लिखकर सीबीआई को फकीर चन्द के बारे में आवश्यक जानकारी मुहैया करवाई है। सूत्र बताते हैं कि लेटर पेड पर फकीर चन्द की जमीन-जायदाद, रिश्तेदारों तथा फकीर चन्द के शव का गांव में दाह संस्कार न करने सम्बन्धी विस्तार से वर्णन किया गया है। फकीर चन्द के भतीजे एवं ब्लाक समिति डबवाली के सदस्य हंसराज पुत्र लक्ष्मण दास निवासी गांव दीवानखेड़ा ने पत्रकारों को बताया की फकीर चन्द उनके फूफा थे। उन्होंने सीबीआई को बताया कि उन्होंने आखिरी बार 1990 में फकीरचन्द को गांव में देखा था। वे अक्सर डेरा में रहते थे। उन्होंने सीबीआई को यह भी जानकारी दी कि जब फकीर चन्द की बहन लक्ष्मी देवी का निधन हुआ था, उस समय लक्ष्मी देवी का दाह संस्कार डेरा में ही किया गया था। उस समय फकीर चन्द भी वहां उपस्थित थे। लेकिन पिछले 20 वर्षो से उनका कोई पता नहीं। डेरा से वे गायब हुए हैं। गांव में उनके मृत शरीर का अन्तिम संस्कार नहीं किया गया। सीबीआई ने गांव की पूर्व महिला सरपंच कर्मजीत कौर के पति गुरतेज सिंह तेजा के ब्यान भी दर्ज किये हैं। पत्रकारों से बातचीत में गुरतेज सिंह ने बताया कि वर्ष 2000 से 2005 तक उसकी पत्नी गांव की सरपंच थी। नवम्बर 2004 में फकीर चन्द का भाई रामदास दो पुलिसकर्मियों के साथ उसके पास आया और फकीरचन्द की मृत्यु सम्बन्धी प्रमाण पत्र की मांग करने लगा। लेकिन फकीर चन्द के शरीर का दाह संस्कार गांव में नहीं हुआ था। इसके चलते उसने प्रमाण पत्र बनाने से साफ इंकार कर दिया। हालांकि रामदास के साथ आये दो पुलिस कर्मियों ने उस पर दबाव बनाने की कोशिश की। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार फकीर चन्द के भाई रामदास ने सीबीआई को जो ब्यान दर्ज करवाये हैं, उसमें उन्होंने प्रमाण पत्र के लिए वर्ष 2004 में महिला सरपंच के पति गुरतेज के पास जाने की बात स्वीकारी है। ज्ञातव्य रहे कि किसी भी मृत व्यक्ति के संस्कार सम्बन्धी प्रमाण पत्र को पंचायत से 21 दिन के भीतर प्राप्त करना होता है। फकीर चन्द के भाई रामदास के पुत्र चेतन कुमार निवासी डबवाली तथा ईसर दास के पुत्र पुरूषोत्तम निवासी दीवानखेड़ा के भी सीबीआई ने ब्यान दर्ज किये हैं।

05 मई 2010

भाखड़ा में डूबे सोनू का शव मिला

डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान कैनाल में कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने की दौड़ में लगे दो दोस्तों में से गायब हुए युवक सोनू उर्फ रमेश कुमार (17) पुत्र मनी राम निवासी सुकेराखेड़ा का 32 घण्टे के बाद सुकेराखेड़ा पुल से एक किलोमीटर दूर पानी में तैरता हुआ शव मिल गया।
गांव की सरपंच पार्वती देवी के पति ओमप्रकाश (38) ने बताया कि सोनू को ढूंढऩे के लिए आज दूसरे दिन 14 फुट गहरे पानी में गांव के तैराक युवकों को उतारा गया। राजस्थान कैनाल के तीन पुलों पर ग्रामीणों के निगरानी दल सोनू के जीवित या मृत निकलने की आस लगाये हुए बैठे रहे। उनके अनुसार 7-7 किलोमीटर पर स्थित राजस्थान कैनाल के सुकेराखेड़ा पुल, जण्डवाला बिश्नोइयां पुल तथा कालुआना पुल पर ग्रामीणों के दस्ते तैनात कर दिये गए। 32 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम को करीब 6 बजे सुकेराखेड़ा पुल से एक किलोमीटर दूर बुर्जी नं. 534 के नजदीक लापता हुए सोनू का शव राजस्थान कैनाल में तैरता हुआ दिखाई दिया। तुरन्त लोगों ने नहर में कूदकर उसे बाहर निकाल लिया। मौका पर पहुंचकर चौटाला पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया।
ज्ञातव्य रहे सोमवार को सुबह 11 बजे गांव सुकेराखेड़ा के दो हमउम्र दोस्त सोनू और राजकुमार राजस्थान कैनाल में नहाने के लिए उतरे थे। नहाते-नहाते वह 220 फुट चौड़े एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए एक-दूसरे की प्रतियोगिता पर उतर आये। लेकिन सोनू सांस चढऩे के कारण अधर में ही लापता हो गया जबकि राजकुमार दूसरे छोर तक पहुंचने में सफल रहा।
सरपंच ओमप्रकाश के अनुसार सोनू 10वीं फेल था और खेत मजदूर था। वह एक हंसमुख युवक होने के कारण सभी उसे प्यार करते थे। किसी को यह मालूम नहीं था कि वह नहाने जाएगा और फिर लौटकर वापिस घर नहीं आएगा।
चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू मौका पर पहुंचे और ग्रामीणों के ब्यान दर्ज किये।

राजस्थान कैनाल को पार करता युवक डूबा

डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने की दो दोस्तों में क्या ठनी एक दोस्त बीच में ही पानी में गायब हो गया। जबकि दूसरे दोस्त ने बाहर निकलकर ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी और अब पूरा गांव लापता हुए युवक को ढूंढ़ रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव सुकेराखेड़ा के दो युवक सोनू (17) पुत्र मनी राम, राजकुमार (17) पुत्र रामकिशन गांव में से बहने वाली राजस्थान कैनाल पर सुबह करीब 11 बजे नहाने के लिए गये थे। लेकिन एक छोर पर नहाते-नहाते अचानक दोनों दोस्तों ने राजस्थान कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक 220 फुट चौड़े मार्ग को पार करने की ठान ली। दोनों ही दोस्त पानी के बीच कूद पड़े और संघर्ष करते हुए दोनों में से राजकुमार उर्फ राजू तो नहर को पार कर गया। लेकिन सोनू रास्ते में दम चढऩे से गायब हो गया।
इस घटना की सूचना राजू ने गांव में जाकर दी। जिस पर गांव की सरपंच पार्वती देवी के पति ओमप्रकाश (38) अन्य ग्रामीणों के साथ मौका पर पहुंचे। इसकी पुष्टि करते हुए ओमप्रकाश ने बताया कि सोनू को ढूंढने के लिए लोहगढ़ से दो गोताखोर भी बुलाये गये। लेकिन पांच घण्टे के कड़े संघर्ष के बावजूद भी गोताखोरों के हाथ सफलता नहीं लग पाई। हालांकि नहर में पानी 14 फुट गहरा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना की सूचना पाकर डीएसपी डबवाली बाबू लाल अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे। अब ग्रामीणों ने सोनू को ढूंढने के लिए इस नहर पर निगरानी करनी शुरू कर दी है। जिसके लिए 20 लोग तैनात किये गये हैं। 7-7 लोगों के तीन ग्रुप नहर पर अपनी निगाहें टिकाये हुए हैं और रोशनी की व्यवस्था भी ग्रामीणों द्वारा नहर पर की गई है।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव सुकेराखेड़ा के दो लड़के राजस्थान कैनाल में नहा रहे थे। जिसमें से एक डूब गया। जिसकी सूचना पाकर वे भी मौका पर पहुंचे। पुलिस ने मौका पर दो गोताखोरों को डूबे हुए युवक को निकालने के लिए बुलाया था। थाना सदर प्रभारी भगवान दास ने बताया कि राजस्थान कैनाल से सोनू को ढूंढऩे के लिए पुलिस ने प्रयास किया। लेकिन पानी का बहाव काफी ज्यादा था। ग्रामीणों को नहर पर लगा दिया गया है। जब भी उन्हें शव दिखाई दे तो वे तुरन्त पुलिस को सूचित करें।

29 अप्रैल 2010

अंधे पति और बेटे के लिए पोस्त तस्करी

डबवाली (लहू की लौ) थाना लम्बी पुलिस ने एक महिला को डोडा पोस्त तस्करी के आरोप में गांव ख्योवाली से गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी लम्बी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि एक महिला चूरा पोस्त की तस्करी करती है और वह अक्सर राजस्थान से चूरा पोस्त लाकर पंजाब में सप्लाई करती है। इसी मुखबरी के आधार पर सोमवार को एएसआई जसबीर सिंह को गांव ख्योवाली के क्षेत्र में भेजा गया और उन्होंने गश्त के दौरान एक महिला को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया और उसके थैले की तालाशी ली तो उसमें डोडा पोस्त मिला जिसका वजन साढ़े 6 किलो था। महिला ने अपनी पहचान गुरमेल कौर  (62)पत्नी टेक सिंह निवासी वार्ड नं. 8, संगत कलां (बठिंडा) के रूप में करवाई।
एएसआई जसबीर सिंह के अनुसार महिला ने पूछताछ के दौरान माना कि वह पिछले 35 वर्षों से पोस्त तस्करी से जुड़ी हुई है। उसका पति और बेटा दोनों अंधे हैं। गुजारा करने के लिए उसे मजबूरन इस धंधे को अपनाना पड़ा है।  पूछताछ में उसने यह भी स्वीकार किया कि वह इस डोडा पोस्त को बीकानेर से एक हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से खरीद कर लायी है जिसे उसने मलोट क्षेत्र में 1800 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बेचना था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उस पर इससे पूर्व एनडीपीएस एक्ट के तहत चूरा पोस्त तस्करी के आरोप में थाना संगत में 900 ग्राम तथा डबवाली मेें डेढ़ किलो और अढ़ाई किलोग्राम चूरा पोस्त रखने के आरोप में पहले से ही केस दर्ज हैं।
आरोपी महिला को मंगलवार को मलोट अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।

तस्करी में चौटाला के दो युवक गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) संगरिया पुलिस ने सोमवार शाम को नाथूआना पुलिया के पास अफीम स्मगलिंग के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
संगरिया थाना के एसआई तारा राम ने बताया कि वह गश्त पर थे और उन्होंने नाथूआना पुलिया पर हरियाणा के चौटाला साईड से आ रहे एक मोटरसाईकिल को रूकने का इशारा किया। लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने भगाने का प्रयास किया। पुलिस ने थोड़ी ही दूरी पर मोटरसाईकिल को काबू कर लिया। इस मोटरसाईकिल पर तीन युवक थे। तालाशी लेने पर एक युवक से 350 ग्राम अफीम बरामद हुई। इस युवक ने अपनी पहचान रामचन्द्र (27) पुत्र कृष्ण लाल निवासी चौटाला के रूप में करवाई। जबकि मोटरसाईकिल चालक ने अपनी पहचान अजय कुमार (22) पुत्र जगमोहन निवासी चौटाला और राम चन्द्र के पीछे बैठे युवक ने अपनी पहचान राजेश (25) पुत्र लाल चन्द निवासी नाथूआना (हनुमानगढ़)के रूप में करवाई। तीन युवकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार शाम को एसीजेएम संगरिया विनोद सोनी की अदालत में पेश किया और तीन दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि उन्होंने इस अफीम को चौटाला के छोटू भाट से खरीदा है और इसे नाथूआना गांव में जाकर बेचना था।
इधर रामचन्द्र के पिता सरपंच कृष्ण लाल बिश्नोई चौटाला ने कहा कि उसके बेटे रामचन्द्र तथा भतीजे अजय कुमार को एक साजिश के तहत छोटू भाट ने फंसाया है। वह कांग्रेस से सम्बन्धित है। जबकि छोटू भाट इनेलो से सम्बन्धित है। विधानसभा चुनावों के दौरान उनका छोटू भाट से अक्सर तकरार हुआ है और इसी का बदला उसने लिया है। उसका बेटा रामचन्द्र गांव चौटाला में दूध की डेयरी का काम करता है। नाथूआना का राजेश उसके बेटे को बरगलाकर ले गया था। जोकि छोटू भाट का आदमी है।

महिला की दर्दनाक मौत

डबवाली (लहू की लौ) गांव मल्लिकपुरा के पास ट्रेक्टर का एक्सल टूट जाने से उस पर सवार एक महिला की ट्राली के पहिये के नीचे आकर दर्दनाक मौत हो गई। औढ़ां पुलिस के एसआई रघुवीर सिंह के अनुसार मल्लिकपुरा की अनाज मण्डी से हैफेड की बोरियां भरकर ट्रेक्टर-ट्राली डबवाली की ओर आ रही थी। मार्ग में 45 वर्षीय बलविन्द्र कौर पत्नी नछत्तर सिंह और उसकी 18 वर्षीय बेटी रीना रानी मिठड़ी के लिए इस ट्रेक्टर-ट्राली पर सवार हो गई। ट्रेक्टर-ट्राली को डबवाली निवासी काला सिंह चला रहा था।
जैसे ही यह ट्रेक्टर-ट्राली मल्लिकपुरा से चली तो इसका एक्सल टूट गया। जिससे बलविन्द्र कौर और रीना रानी गिर पड़ी। बलविन्द्र कौर के ऊपर से ट्राली का पहिया गुजर गया। मौका पर बलविन्द्र कौर की दर्दनाक मौत हो गई। मृतका के शव को पोस्टमार्टम हेतू डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद रीना रानी के ब्यान पर 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए पुलिस ने शव को उसके वारिसों को सौंप दिया। ज्ञातव्य रहे बलविन्द्र कौर का एक बेटा गुरजीवन सिंह डबवाली के सिविल अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत है।

लाखों का कीटनाशक व बीज चोरी

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब पुलिस कितनी चुस्त-दुरूस्त इसकी पोल सोमवार सुबह खुल गई। पुलिस व्यवस्था को नकारा साबित करते हुए अज्ञात चोर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पेस्टीसाईड की दुकान से लाखों रूपये की कीटनाशक दवा तथा बीज चुरा ले गये। सोमवार सुबह सूचना पाकर मौका पर पहुंची किलियांवाली पुलिस चोरी के स्टाईल को देखकर हैरान रह गई।
पंजाब बस अड्डा के समीप स्थित जिमींदारा पेस्टीसाईड एण्ड सीड्स के पार्टनर कुलदीप (40) निवासी कखांवाली जिला मुक्तसर ने बताया कि रोजाना की भांति सोमवार सुबह वह दुकान पर आया। शट्टर उठाने पर उसने देखा कि दुकान से स्प्रे, बीज आदि गायब हैं। पड़ताल करने पर पाया कि दुकान के पिछवाड़े पर सेंध लगी हुई है। कुलदीप के अनुसार उनकी दुकान के पीछे एक अन्य दुकान है। जो अक्सर बन्द रहती है। इस दुकान के शट्टर पर लगे ताले गायब हैं। अनुमान है कि चोरों ने पीछे वाली दुकान के ताले चटकाने के बाद दुकान की दीवार में सेंध लगाई और रास्ता तैयार करके सामान उड़ा ले गये।
कुलदीप ने बताया कि अज्ञात चोर अपने साथ करीब एक लाख रूपये की 100 ली. कीड़ेमार दवा तथा करीब 5 लाख रूपये के 600 पैकेट बीटी कॉटन सीड्स ले गये हैं।  उसने यह भी बताया कि बीती 14 अप्रैल को ही उसने अबोहर निवासी संजीव तथा ओमप्रकाश के साथ उक्त शॉप का शुभारम्भ किया है। चोरी की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी गुरमेज सिंह ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है। मामले की तफ्तीश की जा रही है।

वेतन न मिलने पर अध्यापकों में रोष

डबवाली (लहू की लौ) खण्ड डबवाली के अध्यापकों ने रविवार दोपहर को खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष शेषपाल सिंह के नेतृत्व में एक आपातकालीन बैठक करके खण्ड शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली के प्रति रोष जताया। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष रोष जताने के बाद अध्यापकों ने डीपीईओ सिरसा तथा उपमण्डलाधीश डबवाली को फोन पर पूरे मामले की जानकारी दी और बाद में एक पत्र भी प्रेषित किया। भेजे पत्र में खण्ड शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने शुक्रवार को बजट आने के बावजूद भी उनका मार्च माह का वेतन नहीं दिया। पत्र में छटे वेतन आयोग का 30 प्रतिशत बकाया भुगतान, शिक्षा भत्ता, एलटीसी की राशि, व्यवसायिक भत्ता आदि भी न दिया जाना शामिल है। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ (949) के ब्लाक प्रधान शेषपाल सिंह ने कहा कि अगर इन समस्याओं का शीघ्र समाधान न हुआ तो अध्यापकों को मजबूरन धरने पर बैठना पड़ेगा। जिसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सोमवार दोपहर एक बजे अध्यापकों की एक बैठक भी बुलाई गई है।
इस संबंध में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी कर्ण सिंह यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वेतन का मसला डबवाली का न होकर पूरे हरियाणा का है। जब बजट आया ही नहीं तो वेतन कहां से दे दिया जाये। उन्होंने कहा कि अगर डीडीओ के खाते में पैसे होंगे तभी वेतन निकलेगा। उन्होंने अध्यापकों पर जानबूझकर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने उनका डबवाली से तबादला रेवाड़ी कर दिया है और वह 23 अप्रैल को चार्ज छोड़ चुके हैं। उनके स्थान पर रेवाड़ी से राजेन्द्र प्रसाद शर्मा आ रहे हैं।
डीपीईओ सिरसा शेर सिंह खीचड़ ने कहा कि अध्यापकों ने उनको फोन करके अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत करवा दिया है। समस्याओं का शीघ्र समाधान करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी से बदल कर डबवाली आ रहे खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भी एक-दो दिन में अपना कार्यभार संभाल लेंगे।

बेटी के बर्थ-डे पर लगाया खूनदान कैम्प

डबवाली (लहू की लौ) बदलते परिवेश में जहां लिंग अनुपात का भेदभाव समाप्त करने के प्रयास चल रहे हैं, वहीं इसी कड़ी में जागरूक अभिभावक लड़कियां, लड़कों से कम नहीं के कथन पर पर चलते हुए लड़की के जन्म दिन पर सामाजिक कार्यों का आयोजन करके नई मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण रविवार को निकटवर्ती गांव डूमवाली में देखने को मिला। पेशे से पेन्टर अमरनाथ पुत्र बख्तावर सिंह ने अपनी बेटी निशा रानी जोकि 12वीं की कॉमर्स की छात्रा है, के जन्म दिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन करके कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को सचेत किया कि नारी जन्म अनमोल है।
रक्तदान शिविर में 18 महानुभावों ने रक्तदान किया। जिनमें 4 महिलाएं और 14 पुरूष शामिल हैं। सिविल अस्पताल रामपुराफूल के ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. गोबिन्द सिंह ने बताया कि डूमवाली गांव की महिलाओं में इतना जोश था कि गांव के ही पूर्व सरपंच हरपाल सिंह टोनी की पत्नी अमरजीत कौर ने भी रक्तदान करने की इच्छा प्रकट की। लेकिन उनमें रक्त की मात्रा 7 ग्राम होने के कारण उनका रक्त नहीं लिया जा सका।
रक्तदान करने वाली महिलाओं में रानी पत्नी दौलत राम, कर्मजीत कौर पत्नी जरनैल सिंह, नाजमा पत्नी बूटा खां, मनदीप कौर पत्नी अमरनाथ शामिल हैं।
12वीं कॉमर्स की परीक्षा दे चुकी निशा को परीक्षा परिणाम का इंतजार है। वह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करके सीए बनना चाहती है और साथ में लोगों को रक्तदान करने के लिए समय-समय पर प्रेरित करने की मुहिम चलाना चाहती है। खास तौर पर महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागृति लाना चाहती है। निशा का मानना है कि लड़कियों के जन्म दिन पर होने वाले सामाजिक कार्य ही महिलाओं में कुछ कर दिखाने का जज्बा पैदा कर सकते हैं।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने कहा धमकियों से डरने वाली नहीं है न्यायपालिका

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस हरबन्स लाल ने कहा कि यदि धमकियों से जज डरने लगे तो फिर लोगों को न्याय कैसे मिल सकेगा। अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं कि जज को धमकी मिलती है, लेकिन इसके बावजूद भी जज न्याय देने से नहीं हिचकिचाते।
वे शनिवार को यहां के कोर्ट परिसर में वार्षिक निरीक्षण के बाद खाप पंचायतों के सम्बन्ध में पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों पर वे किसी प्रकार का कमेंट नहीं करेंगे। खाप पंचायतों के सम्बन्ध में जो भी कदम उठाने हैं या उनके सम्बन्ध में निर्णय लेना है। वह प्रशासन ने लेना है। अदालत के पास जो भी मामला आएगा उस पर विचार करेगी और सभी पक्षों को सुनेगी।
उन्होंने ग्राम अदालतों की सफलता के सम्बन्ध में कहा कि ग्राम न्यायालय ने इस मिथक को तोड़ा है कि अदालतों में केवल अमीर ही न्याय मांग सकते हैं। उनके अनुसार अदालतें, ग्राम न्यायालयों की मार्फत गरीबों को भी न्याय दे रही हैं और साथ में उसके घर के द्वार पर जाकर उसे न्याय देने का प्रयास कर रही हैं। जोकि उसका अधिकार है। अब गरीब भी यह सोचने लगा है कि उसे भी न्याय प्राप्त होगा और न्याय प्राप्त हो रहा है। वे अपने अधिकार के लिए अमीर के खिलाफ अपील कर सकता है।
जस्टिस ने कहा कि हाल ही में पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और हरियाणा के करनाल, हिसार और गुडगांव में शुरू की गई संध्या अदालतों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। लोगों को त्वरित न्याय मिल रहा है। इस अवसर पर जिला सिरसा के सैशन जज डॉ. शिवा शर्मा, उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली महावीर सिंह, न्यायिक दण्डाधिकारी अमरजीत सिंह भी उपस्थित थे।

तीन महिलाओं ने उड़ाई महिला के गले से चैन

डबवाली (लहू की लौ) गांव पथराला के पास तीन महिलाओं ने रहस्यमय ढंग से एक महिला के गले में डाली चैन उतार ली और कार में फरार हो गईं।
मंडी डबवाली के वार्ड नं. 2 की निवासी कान्ता देवी पत्नी उमा शंकर ने बताया कि वीरवार को लगभग 11 बजे एक टैम्पू में सवार होकर जस्सी बागवाली में मां सिद्धेश्वरी महाकाली के दर्शनों के लिए घर से निकली थीं। उसके साथ उसकी गली की अन्य 10-12 महिलाएं भी थीं। रास्ते में गांव पथराला के पास खीर का लंगर लगा हुआ था। वह वहां पर खीर का लंगर लेने के लिए उतर गयीं।
पीडि़ता के अनुसार इसी दौरान उनके खाली खड़े टैम्पू में तीन अन्य महिलाएं भी आकर बैठ गयीं। जो कि किसी अच्छे घराने की लग रही थीं। लंगर लेने के बाद वह सभी महिलाएं टैम्पू में सवार हुईं तो उन्होंने बाद में सवार हुई तीन महिलाओं पर ऐतराज किया। बहस के बाद अन्तत: वह तीन महिलाएं उतर कर सामने खड़ी एक कार में सवार होकर फरार हो गयीं। इसी दौरान उसका हाथ जैसे ही गले पर गया तो उसने पाया कि गले में पहनी चैन गायब है। पीडि़ता ने बताया कि संयोग से उसके गले में पहनी चैन सोने की न होकर आर्टीफिशल थी।
इस सन्दर्भ में संगत थाना प्रभारी संदीप भाटी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि दुर्गा अष्टमी पर डबवाली-जस्सी मार्ग पर पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जायेगा।

22 अप्रैल 2010

गौशाला ने दी आंदोलन की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) गौशाला प्रबन्धक समिति के प्रधान जवाहर कामरा के नेतृत्व में गौशाला सदस्यों का एक शिष्टमंडल बुधवार को उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने मृत पशुओं के लिए भूमि व ठेकेदार उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ में चेतावनी भी दी कि अगर समस्या का तुरन्त हल न किया गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों ने मृत पशुओं को दबाने आये गौशाला के प्रबन्धकों को खदेड़ दिया था। इस मौके पर दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी भी हुई। मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष जवाहर कामरा ने 4 दिन के भीतर समस्या का हल होने का आश्वासन दिया था। जिससे उग्र लोग शान्त हुए। बुधवार सुबह जवाहर कामरा, कमलेश गोयल, बलवन्त तायल, सतीश गर्ग उपप्रधान, रमेश झालरिया, पवन शारदा, गोवर्धन दास गोयल पर आधारित एक शिष्टमंडल उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने उन्हें मुख्यमंत्री हुड्डा के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से गौशाला प्रबन्धकों ने मृत पशुओं के लिए भूमि तथा ठेकेदार उपलब्ध करवाये जाने की मांग की है। गौशाला प्रबन्धकों के अनुसार मृत पशुओं को समय पर न उठाये जाने के कारण आस-पास के क्षेत्र में दुर्गन्ध फैलनी शुरू हो जाती है, जिससे बीमारियां फैलने का भय बना रहता है। करीब 10 माह पूर्व भी प्रशासन को इस समस्या से चेताया गया। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। अगर प्रशासन समस्या का जल्द स्थायी हल नहीं करता तो उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। इस अवसर पर उपमण्डलाधीश ने समस्या को हल करने का आश्वासन दिलाया।
ज्ञापन लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल ने बताया कि ग्राम पंचायत डबवाली ने प्रस्ताव पारित करके हड्डारोड़ी के लिए जगह मुहैया करवा दी है। जिस पर नगरपालिका डबवाली चारदीवारी करवाएगी। इस प्रस्ताव को उपायुक्त सिरसा ने भी मंजूरी दे दी है। नगरपालिका सचिव तथा बीडीपीओ को कार्य शुरू करने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं। मृत पशुओं को उठाने का ठेका देने सम्बन्धी आदेश भी नगरपालिका सचिव को दिये गये हैं। उपमण्डलाधीश के अनुसार गौशाला में मृत पड़े 6 पशुओं को डबवाली की निकटवर्ती हड्डारोड़ी पर भेजा जाएगा। ताकि लोगों को इससे कोई मुश्किल न हो।
उपमण्डलाधीश ने गौशाला में मृत पशुओं की खाल पाये जाने सम्बन्धी लहू की लौ में छपे समाचार पर संज्ञान लेते हुए नगरपालिका सचिव को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिये हैं।

शिक्षा पर 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है सरकार-बादल

डबवाली-मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है। मोहाली में नोलेज सिटी खोलने के साथ-साथ ऐसी संस्था का भी निर्माण करवाने जा रही है, जिसमें विद्यार्थी फौज की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे। वे बुधवार को गांव बादल स्थित दशमेश कॉलेज ऑफ एजूकेशन के 5वें वार्षिक कोनवोकेशन के अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। बादल ने कहा कि पढ़ाई के बिना कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता। अकाली-भाजपा सरकार ने अपने तीन साल के कार्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी उपलब्धियां हासिल की हैं। उनके अनुसार राज्य में तीन नई यूनिवर्सिटीयां स्थापित की जा रही हैं। इसके साथ 14 नयें डिग्री कॉलेज के भवनों के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। ग्रामीण आंचल में गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने के लिए 21 आदर्श स्कूल खोले जा रहे हैं। मोहाली में स्थापित किये जा रहे शिक्षण संस्थान में विद्यार्थी दोपहर से पहले शिक्षा प्राप्त करेंगे तथा बाद में आर्मी अफसरों से फौज की ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री बादल ने बीएड में राज्य में प्रथम आने वाली कॉलेज की छात्रा नवकिरण शर्मा को माता जसवन्त कौर मैमोरियल अवार्ड एवं 50 हजार रूपये नकद देकर सम्मानित किया तथा कॉलेज के 350 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी। इससे पूर्व कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. एसएस संघा ने मुख्यंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला मुक्तसर के उपायुक्त वरूण रूजम, एनएस ढिल्लों डीआईजी पुलिस रेंज बठिण्डा, इन्द्रमोहन सिंह एसएसपी मुक्तसर आदि उपस्थित थे।

एक रात में चार घरों में चोरियां

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग)गत रात्रि चोरों ने गांव जड़वाला जाटान में 4 घरों में चोरी करके ग्रामीणों में भय पैदा कर दिया। ओढ़ां पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज करके छरनबीन शुरू कर दिया है। पुलिस चौकी जंडवाला जाटान के इंचार्ज रघुवीर सिंह ने बताया कि गत रात्रि तीन-चार चोर नायब सिंह के घर में जा घुसे और उनके घर से अलमारी को खोलकर 21 तोले सोना, छह तोले चांदी और दो मोबाईल चोरी करके ले जाने लगे तो उसके भाई अजायब सिंह की आंख खुल गई और उन्होंने उसे पकडऩे की कोशिश की। इस पर वे उसे डंडा मारकर फरार हो गए। इससे पूर्व रघुवीर सिंह पुत्र महेंद्र सिंह के घर से  तीन तोले सोना और पांच हजार रुपए की नकदी घर में रखी अटेची का ताला तोड़कर ले गए। इसी प्रकार जीत सिंह पुत्र मंदर सिंह के घर से साढ़े तीन तोले सोना और 50-60 चांदी के सिक्के, बलजिंद्र सिंह पुत्र मल सिंह के घर में रखी गोदरेज की अलमारी से 12 तोले सोना, छह तोले चांदी और 25 हजार रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने इन चारों के बयान पर चोरी का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डॉग स्क्वायड भी पहुंचे। सूचना मिलते ही डबवाली के डीएसपी बाबू लाल, सीआईए इंस्पैक्टर किशोरी लाल और हवा सिंह डबवाली, एसएचओ ओढ़ां हीरा सिंह सहित अनेक पुलिस अधिकारी पहुंचे। जांच अधिकारी उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह कार्य किसी गिरोह के सदस्यासें द्वारा किया गया लगता है, जिन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा ।

मृत पशुओं को दबाने पर बवाल

डबवाली (लहू की लौ) यहां की गौशाला में मृत पशुओं को दबाने और उनकी चमड़ी उतारे जाने का आरोप लगाते हुए गौशाला के पीछे क्षेत्र के लोगों ने आज गौशाला को घेर लिया और तीन पशुओं को वहां दबाने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला प्रबंधक समिति के आदेश पर गौशाला प्रबंधक कमेटी का सदस्य गोवर्धन दास गोयल स्वयं ट्रैक्टर चला कर बैरग में डाले तीन मृत पशुओं को दबाने के लिए गौशाला प्रांगण की ओर जा रहा था कि इसकी भनक गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों को मिल गई। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने मृत पशुओं की यह कहते हुए घेराबन्दी कर ली कि इन पशुओं के दबाने से जो बदबू फैलती है उससे उनका अपने घरों में रहना मुश्किल हो रहा है। इन लोगों का नेतृत्व  बलवन्त सिंह भाऊ पुत्र ठाकुर सिंह, रेशमा देवी पूर्व सरपंच कंदूखेड़ा, कमल यादव पुत्र दौलत राम यादव, सुखजिन्द्र पुत्र बहादुर सिंह, रामजी भाटी, मास्टर मान सिंह कर रहे थे। इन लोगों ने गली की महिलाओं के साथ मिल कर मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबंधक समिति के प्रधान जवाहर कामरा से भी ऐतराज किया और प्रशासन को शिकायत करने की धमकी दी।
मौका पर पहुंचे इस संवाददाता को उपरोक्त पीडि़तों ने बताया कि केवल गौशाला के मृत पशुओं को दबाया ही नहीं जाता बल्कि उनकी खाल भी उतार बाहर बेची जा रही है। वह लोग गौशाला प्रबंधक समिति की इन हरकतों से पिछले 10 माह से परेशान हैं।
इस सन्दर्भ में मौका पर उपस्थित गौशाला प्रबंधक कमेटी के प्रधान जवाहर कामरा ने बताया कि हड्डा रोड़ी के लिए नगर में कोई स्थान नहीं है। जिसके चलते उन्हें मजबूरी में गौशाला की जमीन में ही मृत पशुओं को दबाना पड़ रहा है। 15 दिन पूर्व ही गौशाला ने मृत पशुओं को उठाने के लिए सिरसा के अतर सिंह पुत्र लाला राम को 31 हजार रूपये में ठेका दिया था। लेकिन उसके पास जमीन न होने पर उसको गौशाला ने अलीकां रोड़ पर गांव डबवाली के जसविन्द्र सिंह पुत्र काका सिंह की जगह 10 हजार रूपये ठेका पर लेकर दे दी थी। जब वह मृत पशुओं को लेकर वहां गया तो उसे पड़ौसियों ने न तो वहां दबाने दिया और न ही उसकी खाल उतारने दी। वह वापिस उतारी गई खाल को गौशाला ले आया। आज गौशाला के पीछे रहने वाले लोगों ने जो खाल दिखाई है वह वहीं खाल है। मरे हुए पशुओं के संबंध में उन्होंने कहा कि यह वह तीन पशु हैं जो बाजार से एक्सीडैंट हालत में उठा कर लाये थे। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि वह इस समस्या को लेकर प्रशासन के पास न जायें, गौशाला प्रबंधक समिति ही उनका 4 दिनों में समाधान कर देगी।

पानी को लेकर कोहराम

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली नगर में इस समय पेयजल को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है। पंजाब और हरियाणा की नहरों में बन्दी के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। हालांकि जनस्वास्थ्य विभाग ने जमीनी टयूब्बैलों के द्वारा पेयजल आपूर्ति का प्रयास किया। लेकिन दो टयूब्बैल काम करना बन्द कर जाने से विभाग की आशाओं पर पानी फिर गया।
वार्ड नं. 1 के जोगिन्द्र गोयल, दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, वार्ड नं. 2 के विजय बांसल, कैशो राम गुप्ता, वार्ड नं. 4 के पूर्व पार्षद पवन बांसल, पेमा राम, अंजू बांसल, प्रीतम ज्ञानी, वार्ड नं. 5 के सुखविन्द्र सिंह, शिवजी राम बागड़ी, वार्ड नं. 11 के बख्तावर मल दर्दी ने आरोप लगाया कि उनके वार्डों में पिछले कई दिनों से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही। जिसके चलते उन्हें पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हो रही और पेयजल के लिए जमीनी पानी का सहारा लेना पड़ रहा है।
वार्ड नं. 4 में तो लोगों का रोष इस कद्र फूट पड़ा कि सोमवार देर रात को लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को घेर लिया और पेयजल की आपूर्ति करवाने की मांग की। मौका पर पहुंचे वार्ड नं. 4 की पार्षद तथा नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन के पति राजेन्द्र जैन ने लोगों को आश्वासन दिया कि मंगलवार को उन्हें पेयजल की आपूर्ति करवा दी जाएगी। तब कहीं जाकर वार्ड वासियों ने जेई का घेराव तोड़ा।
मंगलवार सुबह राजेन्द्र जैन ने वार्ड नं. 4 की गांधी बस्ती की गली नं. 4 के लिए स्पैशल पानी का टैंकर भेजा। लेकिन इसकी सूचना पाकर अन्य गलियों के लोग भी पेयजल के लिए इस टैंकर पर टूट पड़े।
इस संदर्भ में जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली नगर के 19 वार्डों में विभाग द्वारा 80 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति दो वाटर वक्र्सों से की जा रही है। लेकिन पुराना जलघर जोकि अकेला 50 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति करता है, उसमें 3 टयूब्बैल भी लगे हुए हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से इनमें से दो टयूब्बैल भी जवाब दे गये हैं।
इसके चलते अब एक टयूब्बैल के सहारे हर रोज 25 लाख लीटर पानी की आपूर्ति केवल पुराने जलघर से ही डबवाली की 65 प्रतिशत आबादी को हो रही है। चूंकि डिग्गियां पहले ही नहर बंदी के चलते नहरी पानी के अभाव में सूख गई हैं और इन डिग्गियों के सूख जाने पर पेयजल की आपूर्ति जमीनी पानी से की जा रही है। इसी प्रकार लाईन पार की आबादी को नये जलघर से 30 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है। लेकिन हरियाणा में भी नहर बंदी होने के कारण इस जलघर में भी पानी काफी कम रह गया है। एसडीओ कंवर लाल के अनुसार विभाग ने उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के आदेशों पर लोगों से अपील की थी कि नहर बंदी को देखते हुए लोग उनका सहयोग दें और पानी का दुरूपयोग न करें। न ही छिड़काव आदि के लिए पानी बहायें। लेकिन लोगों ने इस अपील को अनसुना कर दिया और विभाग को मजबूरन कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। इन्हीं कदमों के तहत डबवाली के चौहान नगर और जवाहर नगर से दो पाईपे तथा जीटी रोड़ क्षेत्र से एक पानी की मोटर को जब्त किया गया है।

69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है-गुरू

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री पंजाब के प्रमुख सचिव दरबारा सिंह गुरू ने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और गेहूं उठाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
वे मंगलवार को जिला मुक्तसर की अनाज मण्डियों बादल, लम्बी, मलोट, गिदड़बाहा, मधीर और मुक्तसर का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 71 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है। जिसमें अलग-अलग खरीद एजेंसियों द्वारा कुल 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मण्डियों में 110 लाख मीट्रिक टन गेहूं आने की संभावना है। उनके अनुसार 18 अप्रैल को पंजाब की मण्डियों में 7 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई। जिसमें 5 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। आज भी इससे अधिक गेहूं आने की संभावना है। गुरू ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की दिली इच्छा है कि किसानों को मण्डियों में कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी और उनकी जिनस को मण्डियों में पहुंचने से अगले दिन के बाद खरीद करके फारग कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की अदायगी 48 घण्टों में देने के वायदे को निभाते हुए खरीद एजेंसियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि किसानों को उनकी जिनस की कीमत की अदायगी निश्चित समय में की जाये। उनके अनुसार पंजाब में 10 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि बैंकों में भुगताने के लिए सुरक्षित रखी गई है। अब तक किसानों को 5200 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने स्वीकार किया कि शुरू में मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग की समस्या आई थी और अब सरकार ने सारा ध्यान मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग पर दे दिया है। आगामी दो दिनों तक मण्डियों में गेहूं की सारी लिफ्टिंग कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब ने प्रत्येक जिला के डिप्टी कमीश्नर को आदेश जारी किये हैं कि वे रोजाना मण्डियों का दौरा करें। गेहूं की खरीद और लिफ्टिंग पर पूरी नजर रखें। उन्होंने कहा कि पंजाब कैबिनेट मंत्रीमण्डल ने पिछले दिनों बैठक के दौरान यह फैसला लिया कि अगर कोई ठेकेदार मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग में कोताही करता है, तो इसके बदले में जिला के डिप्टी कमीश्नर को गेहूं की लिफ्टिंग के दूसरे विकल्प करने के पूरे अधिकार दिये गये हैं। बारदाना सम्बन्धी जिक्र करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि पंजाब की मण्डियों में 4 लाख 60 हजार गांठों की जरूरत है। जबकि सरकार के पास 4 लाख 90 हजार गांठों का स्टॉक मौजूद है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं ही पूरे पंजाब का दौरा करके खरीद प्रबन्धों का जायजा ले रहे हैं और इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री पंजाब को दे रहे हैं। इस मौके पर डिप्टी कमीश्नर मुक्तसर वरूण रूजम, एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह, एमडी मार्कफेड एसएस धालीवाल, एडीसी दिप्रभा लाकड़ा, एसडीएम मलोट प्रवीण थिंद, एसडीएम गिदड़बाहा भूपिन्द्र मोहन सिंह, एसडीएम मुक्तसर दलविन्द्रजीत सिंह उपस्थित थे।

चार बच्चों की मां प्रेमी संग फुर्र

डबवाली (लहू की लौ) यहां के हर्ष नगर निवासी चार बच्चों की मां अपने प्रेमी संग फरार हो गई। न्याय की गुहार लगाते हुए महिला के पति और पिता ने अपनी बिरादरी की पंचायत के साथ डीएसपी डबवाली के पास लिखित दरख्वास्त देकर न्याय की गुहार लगाई है। हर्ष नगर निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि उसकी पुत्री रेखा पत्नी बलदेव रविवार दोपहर को कागज बीनने के लिए घर से निकली थी लेकिन शाम तक घर वापिस नहीं लौटी। उसके साथ उसका 3 वर्षीय बेटा रोहित भी था। महिला के पिता के अनुसार वह तथा उसका दामाद बलदेव उसकी तालाश में जगह-जगह गये तो सोमवार सुबह इन्दिरा नगरी के लोगों ने उन्हें बताया कि उसे तो उनकी नगरी का रिक्शा चालक मोनू  भगा ले गया है। सुरेश और बलदेव ने बताया कि आज वह लोग अपनी बिरादरी की पंचायत को लेकर डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें अपनी दास्तां सुनाई। उनके अनुसार पंचायत को डीएसपी ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। सुरेश के अनुसार बलदेव बूट पॉलिश का काम करता है और उसके रेखा से चार बच्चे हैं जिसमें तीन लड़के और एक लड़की है। इस सन्दर्भ में जब डीएसपी बाबू लाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें सुरेश की ओर से इस बारे में शिकायत मिली है और थाना शहर पुलिस को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है।

सरोबर में डूबने से किशोर की मृत्यु

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव चोरमार में स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब के सरोबर में डूबने से एक 16 वर्षीय किशोर की मृत्यु हो गई है। थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि मनिंद्र सिंह नामक किशोर पंजाब के गांव फत्ताकेरा से कुछ दिन पूर्व अपनी रिश्तेदारी में चोरमार आया था। सोमवार की दोपहर वो कपड़े उतारकर जब सरोबर में स्नान करने लगा तो अचानक उसका पांव फिसल गया और तैरना नहीं जानने के कारण वो डूब गया। गुरुद्वारा के श्रद्धालुओं ने जब सरोबर के किनारे कपड़े पड़े देखे गए तो उन्हें शक हुआ कि कोई सरोबर में डूब गया है। गांववासियों ने उसे ढूंढने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मिला तो गांव नुहियांवाली से गोताखोर चंद्र सिंह को बुलाया गया और उसने किशोर का शव सरोबर में से निकाला। थाना प्रभारी ने बताया कि सरोबर में रेलिंग न होने के कारण ये दुघर्टना हुई है। उन्होंने बताया कि यहां पहले भी हादसा हो चुका है इसलिए सरोबर में रेलिंग लगाई जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि किशोर का शव पोस्टमार्टम हेतु सिरसा भेजा गया है।

बेस्ट सिंगर अवार्डी हैं राही

डबवाली (लहू की लौ) प्रतिभा के समक्ष परिस्थितियां भी नत-मस्तक हो जाती हैं। प्रतिभाशाली भले ही किसी भी पद पर पहुंच जायें, लेकिन उनकी प्रतिभा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमेशा ही तत्पर रहती है। ऐसी ही प्रतिभा गुरबन्स सिंह राही पुत्र गुरजंट सिंह निवासी तख्त हजारा (सादूलशहर) हाल डबवाली में विद्यमान है। 30 वर्ष की छोटी सी आयु में वह अब तक कई पुरस्कार पा चुका है। जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय से बेस्ट सिंगर और अन्तर्राष्ट्रीय फॉक पुरस्कार तक शामिल हैं। राही संगीत विशाद तक की परीक्षा पास कर चुके हैं और इन दिनों एजूकेशन में पीएचडी कर रहे हैं।
गुरबन्स राही का जन्म डबवाली के निकटवर्ती गांव हाकूवाला जिला मुक्तसर में 7 अप्रैल 1979 में हुआ। राही का बचपन पिता गुरजंट सिंह, माता अंग्रेज कौर, बड़े भाई कुलवन्त सिंह और बड़ी बहन परमजीत कौर, दादा श्रवण सिंह के प्यार-दुलार में राजस्थान के मटीली के गांव तख्तहजारा में बीता। प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त करने के बाद हायर सैकेण्डरी शिक्षा सादूलशहर के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। बीएससी खालसा कॉलेज श्री गंगानगर, एमएससी एमडी कॉलेज श्री गंगानगर, बीएड और एमएड की डिग्री पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ से प्राप्त की। इन दिनों वे बीकानेर विश्वविद्यालय से एजूकेशन विषय पर पीएचडी में अध्ययनरत हैं और इसके साथ ही बठिण्डा जिला के गांव कालझराणी के राजकीय विद्यालय में विज्ञान अध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
राही के अनुसार बचपन से ही उन्हें संगीत का शौक है। सत्संग में जाना, भजन बोलना और हरमोनियम बजाना, उसकी हॉबी रही है। 1995 में एकल संगीत गायन प्रतियोगिता में उन्होंने मंच का सहारा लिया और गीत गाते हुए द्वितीय स्थान पाया। मास्टर फकीर चन्द और रामकुमार से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मंच संचालन सम्बन्धी मार्गदर्शन उन्हें एच.बी. मनचन्दा से प्राप्त हुआ। वे पंजाबी और हिन्दी भाषा में जागरण तथा बाबा के दीवान में व्यवसायिक रूप से गाते हैं। जागरण के लिए उनका आदर्श उनके गुरू गोपाल भारद्वाज हैं। राही के अनुसार वर्ष 2000 के पश्चात वे व्यवसायिक तौर पर मंच पर आये और प्रथम वीसीडी पंजाबी गीतों पर आधारित सरूर निकाली। इसके बाद आजा बाला, चल सालासर नूं, धाम रूणेचे जाना, धाम रूणेचा, लंगर बाबे दा, इन्द्रपाल आहूजा व अशोक आहूजा के निर्देशन में और सुक्खा 38 वाला के सहयोग से पेश की।
इस समय उनकी चर्चित वीसीडी पीरां दर लड्डू वंडणे कुछ समय पूर्व ही रिलीज हुई है। जिसने उसे केवल ख्याति नहीं दी। बल्कि उसे आर्थिक सहयोग भी दिया और इस वीसीडी को निगाहे वाले बाबा के श्रद्धालुओं ने खूब खरीदा। वे अब तक पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई नगरों व गांवों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे भगवान शिव, बाबा रामदेव, मां भगवती, खाटू श्याम, हनुमान जी, बाबा बालकनाथ, बाबा लालजी, शनिदेव आदि के जागरण बखूबी कर चुके हैं। वे केवल पंजाबी और हिन्दी में ही नहीं, बल्कि राजस्थानी में भी सहजता से गा लेते हैं।
गुरबन्स राही ने कहा कि उसका सबसे बड़ा सम्मान श्रोताओं का प्यार है। परन्तु बीएड के दौरान पंजाब विश्वविद्यालय से मिला बेस्ट सिंगर अवार्ड, एमएड के दौरान मिला इन्टरनेशनल फॉक अवार्ड उनके लिए सबसे बड़ी यादगार है। उनकी इच्छा है कि वे अध्यापन के जरिये बच्चों की सेवा तो करें ही, लेकिन इसके साथ ही अनाथ बच्चों के लिए स्टेज शो करके जितनी समाजसेवा कर सकते हैं, उतनी समाजसेवा करें।