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Lahoo Ki Lau
10 जनवरी 2015
01 जनवरी 2015
सीआईडी ने पकड़ा पोर्टेबल मशीन से लिंग जांच करने वाला गिरोह
योजना विफल होते-होते बची, सीआईडी जवान को बनना पड़ा ग्राहक
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश में पहली दफा पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन के जरिये लिंग जांच करने का मामला सामने आया है। हरियाणा तथा पंजाब में मशीन की सहायता से यह गोरखधंधा मोबाइल वैन के जरिये चलाया जा रहा था। बुधवार को गुप्तचर विभाग ने भंड़ाफोड़ करते हुये सीआईए की मदद से गांव मांगेआना से मशीन सहित पूरे गैंग को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीएनडीएनटी एक्ट की धारा 3,4,5 के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पकड़े गये आरोपियों ने अपनी पहचान गांव पट्टी जिला तरनतारण हाल मोगा निवासी डॉ. जितेंद्र उर्फ सोनू, गांव घुकांवाली (औढ़ां) निवासी जगदीश, डबवाली के वार्ड नं. 18 निवासी लखवीर उर्फ लक्खा, मंडी किलियांवाली निवासी आशा तथा धर्मकोट (पंजाब) निवासी गुरविंद्र उर्फ गुरजिंद्र सिंह के रूप में करवाई है।
यूं बना प्लान : पिछले करीब छह माह से गुप्तचर विभाग (सीआईडी) को सूचना मिल रही थी कि जिला सिरसा क्षेत्र में एक ऐसा गैंग सक्रिय है, जो घर द्वार पर ही लिंग जांच करता है। इस गैंग के पास एक पोर्टेबल मशीन है। लिंग जांच के लिये मोटी रकम वसूल करता है। सीआईडी ने अपनी योजना के अनुसार कार्य शुरू किया। पहली बार सफलता नहीं मिली। कुछ दिन पूर्व एक नकली ग्राहक बनाकर गिरोह से संपर्क साधा। गिरोह को सिरसा बुलाया। लेकिन गिरोह नहीं आया। दो बार चूकने के बाद करीब एक हफ्ता पूर्व तीसरी दफा सीआईडी ने प्लान बनाया। प्लान के तहत एक बार फिर फर्जी ग्राहक तैयार किया गया। ग्राहक को गिरोह में शामिल डबवाली निवासी लखवीर से मिलाया गया। सेटिंग होने के बाद 31 दिसंबर 2014 का दिन निर्धारित किया गया।
जब सीआईडी जवान को बनना पड़ा फर्जी ग्राहक
तय कार्यक्रम अनुसार बुधवार को सुबह करीब 11 बजे डॉ. जितेंद्र अपनी इनोवा गाड़ी के चालक गुरविंद्र सिंह के साथ डबवाली पहुंचा। डबवाली में पहले से गाड़ी में सोनोग्राफी मशीन लेकर तैयार खड़े घुकांवाली निवासी जगदीश के साथ सवार हो गया। अपनी इनोवा गाड़ी को सिरसा के नजदीक स्थित गांव पंजुआना भेज दिया। वहीं दूसरी गाड़ी में सवार डबवाली निवासी लखवीर उर्फ लक्खा कालांवाली टी प्वाईंट पर इक्ट्ठी हुई ऐलनाबाद, संगरिया तथा डबवाली निवासी चार महिलाओं को लेने के लिये पहुंच गया। उसके साथ आशा रानी भी मौजूद थी। जैसे ही डॉ. जितेंद्र की गाड़ी पास पहुंची तो लक्खा ने गाड़ी आगे लगा ली। दोनों गाडिय़ां गांव मांगेआना पहुंची। इसी बीच सीआईडी का फर्जी ग्राहक नहीं आया। सीआईडी ने योजना को अमलीजामा पहनाने के लिये अपने ही एक मुलाजिम को कंबल देकर खड़ा कर दिया। लक्खा ने कंबल लिये मुलाजिम से लिंग जांच के लिये मकान का पता पूछा। सीआईडी जवान का इशारा पाते ही लिंग जांच करने वाला गिरोह पुलिस के जाल में फंस गया। जैसे ही दोनों गाडिय़ों को ब्रेक लगे। वहां पहले से मौजूद सीआईए तथा सीआईडी जवानों ने आरोपियों को काबू कर लिया। पुलिस को देखकर लिंग जांच करवाने के लिये गांव मांगेआना में आई महिलाएं भागकर खेतों में जा छुपी और पुलिस से बचने के लिये सरसों की ओट में छिप गई। पुलिस ने महिलाओं को काबू कर लिया। कार की तालाशी लेने पर पुलिस को पोर्टेबल मशीन तथा अन्य औजार बरामद हुये।
सीआईडी जवान के गांव में दिया अंजाम : गांव मांगेआना सीआईडी जवान भोला सिंह का गांव है। अपनी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिये भोला सिंह ने अपने अधीन जवान गुरमीत सिंह तथा जग्गा सिंह को विश्वास में लिया। जग्गा सिंह को ही ग्राहक बनाया गया। आरोपियों ने जग्गा सिंह से लिंग परीक्षण के लिये 20 हजार रूपये मांगे थे। दो बेटियां होने की दुहाई देते हुये आरोपियों ने जग्गा सिंह से 14 हजार 500 रूपये में लिंग जांच की सेटिंग की थी। पकड़े जाने से पहले की लिंग जांच : यह बात सामने आ रही कि पोर्टेबल मशीन के जरिये लिंग जांच करने वाले आरोपी बुधवार सुबह करीब 9.30 बजे ही उपमंडल डबवाली के गांव अलीकां पहुंच गये थे। अलीकां में दो महिलाओं की लिंग जांच करने के बाद डबवाली पहुंच गये। जिसके बाद आगे की कार्रवाई को अंजाम देने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। पूरा गिरोह पकड़ में आने के बाद सीआईए डबवाली ने गांव पंजुआना से डॉ. जितेंद्र की कार तथा उसके चालक को भी काबू कर लिया।
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अब तक होता था चाईनिज मशीन का प्रयोग
मौका पर डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. राजकुमार, एसएमओ एमके भादू, जिला औषधि नियंत्रक दिनेश राणा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पकड़ी गई पोर्टेबल मशीन को सील कर दिया। जांच टीम ने बताया कि अब तक लिंग जांच में चाईनिज मशीनों का प्रयोग होता था। लेकिन यह पहला मौका है जब मेडिकल लाईन में प्रयोग होने वाली किसी पोर्टेबल मशीन को लिंग जांच के गोरखधंधे में उतारा गया है।
आगामी कार्रवाई शुरू
सीआईए प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
खुद की बेटियों पर नाज, दूसरों की बेटियां छीन रहे
हर माह 30 से 45 लिंग जांच करते थे। संभव है कि लिंग जांच के बाद गर्भपात भी करते हो। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
डबवाली (लहू की लौ) लिंग जांच का कार्य करीब एक वर्ष से किया जा रहा था। लिंग जांच करके दूसरों के घरों की बेटियां छीन रहे आरोपियों के खुद बेटियों की चहचहाट है। आरोपी बेटियों के जन्म पर आलीशान पैलेसों में जश्न तक मना चुके हैं। पकड़े जाने पर एक आरोपी ने कहा कि दौलत की लालच में ऐसा कुकर्म कर रहा था, जो क्षमा योग्य नहीं।
बेटे ने जांच करवाने से मना किया
गांव घुकांवाली निवासी जगदीश ने पुलिस को बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व पोर्टेबल मशीन को उसने चंडीगढ़ निवासी गुरविंद्र सिंह से दो लाख रूपये में खरीदा था। उसकी फौरन बाद उसने डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ मिलकर कार्य शुरू कर दिया। उसके एक बेटा है। उसके चार माह की पौती हुई है। घर में जांच मशीन होने पर उसने बहू का लिंग जांच करने का प्रयास किया था। लेकिन उसके बेटे ने उसे मना कर दिया। घर में बेटी आने पर मैंने पूरे गांव का मुंह मीठा करवाया था। जब पुलिस ने उससे सवाल किया कि अन्य घरों में बेटियां क्यों नहीं आने दी? सवाल सुनते ही जगदीश का मुंह नीचे गिर गया। उसने अपने किये पर पछतावा करते हुये कहा कि उसने ऐसे जघन्य अपराध किये हैं, सजा के रूप में उसे मौत मिलनी चाहिये।
गांव नुईया में सीखा लिंग जांच करना
पंजाब के जिला तरणतारण निवासी जितेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि मैं डॉक्टर नहीं हूं। न ही कोई अस्पताल या क्लीनिक चलाता हूं। करीब पांच साल पूर्व गांव नुईयां में अस्पताल में कार्यरत था। वहां लिंग जांच बड़े पैमाने पर होती थी। वहीं से लिंग जांच का गुर सीखा। करीब एक साल पूर्व जगदीश से संपर्क होने पर पैसे के खातिर लिंग जांच करने लगा। 10 हजार से 20 हजार रूपये तक एक लिंग जांच में मिलते थे। जिसे वे लोग आपस में बांट लेते। उसके एक बेटा तथा एक बेटी है। बेटी के जन्म पर एक मैरिज पैलेस में शानदार कार्यक्रम किया था। मैं समझता हूं कि बेटियां किसी से कम नहीं है। लेकिन लोगों को बेटियों से नफरत है। इसलिये उन लोगों ने लोगों की भावनाओं को भुनाने के लिये इसे पैसे कमाने का जरिया बना लिया।
बाजार में बहुत से लोग
डबवाली के चौहान नगर निवासी लखवीर उर्फ लक्खा ने बताया कि उसके घर बेटी है। उसे अपनी बेटी पर नाज है। लेकिन पैसों के लालच में इस गोरखधंधे में उतरना पड़। बाजार में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो इस धंधे में संलिप्त है। पकड़े जाने पर उन्हें अपने किये पर शर्मिंदा होना पड़ रहा है।
जिला में 49 अल्ट्रासाऊंड केंद्र, निगरानी तंत्र फेल
डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की ओर से जिला सिरसा में मंजूरशुदा 49 अल्ट्रासाऊंड केंद्र चल रहे हैं। लेकिन इन केंद्रों पर निगरानी रखने के लिये बना तंत्र फेल है। हालांकि तकनीक का प्रयोग करते हुये करीब एक साल पहले स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी कंपनी से समझौता किया था। यह योजना भी सिरे नहीं चढ़ सकी। उपरोक्त मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के निगरानी तंत्र पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर पोर्टेबल मशीन के जरिये पिछले एक वर्ष से चल रहा लिंग जांच का गोरखधंधा आज तक स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में क्यों नहीं आया। करीब एक वर्ष पहले स्वास्थ्य विभाग ने एक निजी कंपनी से समझौता करके जिला के सभी अल्ट्रासाऊंड केंद्रों पर ट्रेकर लगवाये थे। जिसकी सीधी कनेक्टिविटी जिला मुख्यालय पर थी। करीब एक साल में स्वास्थ्य विभाग एक भी केस नहीं पकड़ पाया। कंपनी से समझौता रद्द करने के बाद अब विभाग पूरी तरह से मेनुअल निगरानी पर कायम है।
महिला से दुष्कर्म, केस दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) सदर थाना पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। सदर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि क्षेत्र के एक गांव की महिला ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ौस में रहने वाला एक लड़का रात करीब साढ़े 8 बजे उनके घर में घुस आया। उससे जबरदस्ती करते हुये उससे दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उससे मारपीट की। युवक के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इंडैन गैस न मिलने पर उपभोक्ताओं ने किया हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) बुकिंग के बावजूद कुकिंग गैस सिलेंडर न मिलने पर गैस उपभोक्ताओं ने बुधवार को इंडेन की डबवाली गैस सर्विस एजेंसी पर हंगामा खड़ा कर दिया। उपभोक्ता मुकेश कुमार, कालू राम, राजकुमार, वेदप्रकाश, राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने 20 दिसंबर 2015 को रिफिल बुक करवाई थी। जिसकी डिलीवरी आज तक नहीं हुई है। वहीं आधार कार्ड जमा करवाने को बीस दिनों से ज्यादा का समय बीत गया है। उसे भी उनके खाता से नहीं जोड़ा गया है। ऐसे में सब्सिडी उन्हें नहीं मिलेगी। उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि वर्ष के आखिरी दिन 31 दिसंबर 2015 को एजेंसी में बोर्ड लगा दिया कि आज 2.30 बजे तक ही कार्य होगा।
गैस एजेंसी मालिक श्याम सुंदर सभ्रवाल ने बताया कि 18 दिसंबर की आपूर्ति कर दी गई है। यहां तक बोर्ड का सवाल है तो उसे रात 9 बजे लगाया गया था।
29 दिसंबर 2014
मैं मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया
रणजीत मर्डर केस में पत्नी का कबूलनामा
डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा में अपने पति को मौत के घाट उतारने वाली महिला का कबूलनामा सुन पुलिस के रोंगटे खड़े हो गये। आरोपी ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूलते हुये कहा कि साहब, मैंने ही अपने पति का कत्ल किया है। अगर मैं उसे न मारती तो उस दिन वह मुझे जान से मार देता। दोनों में से किसी एक ने मरना था। मुझे अपने किये पर पछतावा नहीं।
यूं शुरू हुआ विवाद
अपने पति रणजीत सिंह की हत्या के आरोप में पकड़ी गई हरदीप कौर ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि करीब एक वर्ष पूर्व उसके बेटे काला ने जहरीला पदार्थ गटकर अपनी जान दे दी थी। जिसके बाद उसका पति शराबी हो गया। शराब के नशे में वह उससे लड़ाई-झगड़ा करने लगा। उसके एतराज करने पर वह उसे पीटता था। लेकिन वह अपनी पंद्रह वर्षीय निशक्त बेटी अमन के खातिर सबकुछ सह रही थी।
शराब के नशे में आकर पीटना शुरू किया
हरदीप कौर ने बताया कि 25/26 दिसंबर की रात को करीब 11 बजे रणजीत सिंह घर आया। उसने शराब पी रखी थी। नशे में वह उससे गाली-गलौज करने लगा। नशे में उसने लकड़ी का घोटा उठा लिया। उसकी बाजू पर दे मारा। बाद में उसकी पीठ पर मारा। वह बोला आज मैं तुझे मार दूंगा।
तब तक मारती रही, जब तक वह मर नहीं गया
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि जान से मारने की धमकी सुनकर उसने रणजीत सिंह से घोटा छीन लिया। रोजाना के विवाद से तंग आकर उसने अपने पति के सिर पर घोटा दे मारा। वह वहीं गिर गया। उसे डर था कि अगर उसने रणजीत सिंह को छोड़ दिया तो वह उसे जान से मार देगा। वह तब तक उसके गले पर घोटा से वार करती रही, जब तक वह मर नहीं गया। उसके मरने के बाद खून से सन चुके कपड़ों को उतारकर संदूक में रख दिया। साथ में वारदात में प्रयुक्त घोटा भी रख दिया। कपड़े बदलने के बाद वह उसे खींचकर चारपाई तक ले आई। अपने पति के शव को बिस्तर में छुपा दिया। सुबह होते उसकी मौत की सूचना दे दी।
पुलिस ने बरामद किये कपड़े तथा घोटा
हरदीप कौर की निशानदेही पर सदर थाना पुलिस ने घर में रखे संदूक से वारदात में प्रयुक्त किया गया घोटा तथा मृतक रणजीत सिंह के खून से सने कपड़े बरामद किये। आरोपी महिला को डयूटी मजिस्ट्रेट परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने महिला से कबूलनामा के संबंध में प्रश्न किये। जिस पर महिला ने अपना उपरोक्त ब्यान दोहाराया।
25/26 दिसंबर 2014 की रात को गांव गंगा निवासी हरदीप कौर ने अपने पति रणजीत सिंह की हत्या कर दी थी। अपने जुर्म को छुपाने के लिये उसने सबूत गायब करने का प्रयास किया। मृतक के बड़े भाई जगजीत सिंह ने हत्या का संदेह होने पर शिकायत पुलिस में दी थी। अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान पुलिस शव को उठा ले आई थी। पुलिस ने हरदीप कौर के खिलाफ दफा 302 के तहत मामला दर्ज किया था।
अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा
हरदीप कौर ने अपने पति की हत्या का जुर्म कबूला है। हरदीप कौर ने स्वीकारा है कि उसने लकड़ी के घोटा से अपने पति की हत्या की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घोटा बरामद कर लिया है। महिला को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 14 दिनों के लिये उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
-बलवीर सिंह, कार्यकारी प्रभारी, थाना सदर, डबवाली
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